तिसरी में धड़ल्ले से की जा रही है अवैध महुआ शराब की चुलाई
![]()
तिसरी, गिरिडीहतिसरी के मनसाडीह ओपी क्षेत्र के कुंडी में इन दिनों घरों में धड़ल्ले से अवैध महुआ शराब का चुलाइ किया जा रहा है। हैरत की बात तो यह है कि यह अवैध चुलाइ मनसाडीह ओपी के लगभग चार किलोमीटर की ही दूरी पर किया जा रहा है, बावजूद इसके पुलिस द्वारा कोई कार्यवाई नहीं की जा रही है। बता दें कुंडी तिसरी प्रखंड के सुदूरवर्ती गांवों में से एक है और यहां से बिहार राज्य की सीमा नजदीक है। वहीं कुंडी के चूल्हन राय, कामेश्वर राय, सोभन राय, सुनील साव एवं मित्तन राय के घरों में महुआ का अवैध शराब का निर्माण किया जाता है, जिसे बाद में बिहार सप्लाई किया जाता है। इसके अलावा इन शराब को कुंडी, मनसाडीह, बिरनी, समेत आस पास के कई इलाकों में भी बेचा जाता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन शराब के निर्माण के दौरान प्रतिबंधित रसायनिक चीजों का भी प्रयोग किया जा रहा है, जिससे यह शराब जहरीली बन रही है और कई लोग इस शराब को पीने के बाद बीमार भी हो रहे हैं।


जिसका इलाज कराने वह किसी के कहने पर लक्ष्मी अस्पताल नामक क्लीनिक आई। जहां पर कान दर्द के इलाज के नाम पर उक्त महिला का खून जांच किया गया और खून जांच के एवज में उससे एक हजार सात सौ रुपया दोहन कर लिया गया और उस महिला को ना तो कोई दवा व सूई दिया गया और ना ही जांच रिपोर्ट ही दिया गया। इसी तरह का एक मामला और प्रकाश में आया है। तिसरी के भुराय गांव के विरेंद्र कुमार के 11 वर्षीय पुत्र को बुखार लगा था। विरेंद्र की पत्नी शांति देवी अपने बच्चे का इलाज कराने तिसरी के लक्ष्मी अस्पताल लाई थी। जहां पर उनके बच्चे को तीन दिनों के लिए भर्ती कर लिया गया और उससे दवा, सुई एवं बेड चार्ज के नाम पर 16 हजार रुपया ले लिया गया है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त अस्पताल में मामूली से लेकर गंभीर बीमारियों का भी इलाज किया जा रहा है। साथ ही गर्भपात भी कराया जाता है। इतना ही नहीं अगर अस्पताल में अगर किसी बीमारी का इलाज नहीं हो पाता है तो अस्पताल के कर्मी उक्त मरीज को दूसरे क्लिनिक में रेफर करते हैं, जहां उनका कमीशन भी बंधा होता है। वहीं अगर बात करें क्लिनिक की रजिस्ट्रेशन की तो संचालक का कहना है कि क्लिनिक का रजिस्ट्रेशन किया गया है। किंतु उक्त क्लिनिक का रजिस्ट्रेशन है तो किन शर्तों के साथ रजिस्ट्रेशन है और गंभीर बीमारियों का इलाज करने वाले डॉक्टर फर्जी और नौसीखिए है या ट्रेंड और डिग्री धारक यह जांच का विषय है।
दो दिन पहले ससुराल पत्नी रीता से मिलने आया था। मृतक के ससुर ने बताया की तीन माह पहले वैशाख महीने में बेटी की शादी सुरेश से किए थे। वहीं मृतक की पत्नी रीता ने बताया की पति सुरेश बैंगलोर में मजदूरी करता था, कुछ दिन पहले लौट कर आया था। दो दिन से यही थी। रविवार की सुबह घूमने की बात कहकर घर से निकला था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है
गिरिडीह
Sep 26 2024, 07:46
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
2- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
38.2k