पंडित दीनदयाल उपाध्याय से मिली अन्त्योदय की प्रेरणा: योगी आदित्यनाथ
लखनऊ।एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी समेत प्रदेश सरकार के अन्य मंत्रियों ने चारबाग स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पार्चन कर पुष्पांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अंत्योदय की प्रेरणा दीनदयाल उपाध्याय से मिलती है। उनके चिंतन में गांव, गरीब, किसान और अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के उन्नयन के साथ ही महिलाओं को स्वावलंबन के पथ पर अग्रसर करने की दृष्टि भी है।योगी आदित्यनाथ ने कहा किपंडित दीनदयाल जी ने जो जीवन दृष्टि अपने विचारों के माध्यम से भारतीय राजनीति को दी वह आज न केवल भारतीय लोकतंत्र के लिए अपितु अन्य राजनीतिक दलों के लिए प्रेरणादायक है। वह कहते थे हर हाथ को काम हो,हर खेत को पानी हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सांस्कृति उत्थान व राष्ट्र के समग्र विकास को जमीनी धरातल पर उतारकर एक नये भारत का दर्शन हम सब कर रहे हैं। भाजपा पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती को सदस्यता महाभियान के रूप में मना रही है।इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल, भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, एमएलसी मुकेश शर्मा, लालजी प्रसाद निर्मल व रामचन्द्र प्रधान प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

नवरात्र में यूपी के सभी देवी मंदिरों में होंगे भव्य आयोजन
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर संस्कृति विभाग नवरात्र पर्व पर भव्य आयोजन की तैयारी में जुट गया है। प्रदेश भर के सभी देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में विविध सांस्कृतिक आयोजन होंगे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा,सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए विशेष अभियान "मिशन शक्ति" चलाया जा रहा है। इसी क्रम में संस्कृति विभाग द्वारा महिलाओं व बालिकाओं की सहभागिता के साथ प्रदेश में अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तावित किये गये हैं।

जिला, तहसील और ब्लॉक स्तर पर गठित होगी

समिति संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम के अनुसार आगामी शारदीय नवरात्र में 3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक प्रदेश के देवी मन्दिरों एवं शक्तिपीठों में महिलाओं एवं बालिकाओं की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए महिला सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा लागू किये गये कानूनों का वृहद प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इसके अलावा अष्टमी एवं नवमी के अवसर पर प्रमुख शक्तिपीठ मन्दिरों में सामाजिक मूल्यों व राष्ट्रीय मूल्यों के व्यापक प्रचार-प्रसार व जनसामान्य को इससे जोड़ते हुए रामायण पाठ का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन के लिए गतवर्ष की भांति प्रत्येक जनपद में जनपद स्तरीय, तहसील स्तरीय एवं विकास खण्ड स्तरीय समिति का गठन करते हुए कार्यक्रम सम्पन्न कराया जाएगा।

मिशन शक्ति के अनुरूप होगी स्थानीय जनसहभागिता

उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों द्वारा अपने जनपद में चयनित देवी मन्दिरों, शक्तिपीठों में स्थानीय लोक कालाकारों, भजन मंडलियों, कीर्तन मंडलियों का चयन अपनी अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया जायेगा। इसका समन्वय संस्कृति विभाग एवं सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा किया जाएगा। समस्त कार्यक्रम "मिशन शक्ति" के अनुरूप स्थानीय जनसहभागिता के साथ आयोजित किये जाएंगे। स्थानीय कलाकारों का चयन संस्कृति विभाग की ई-डायरेक्ट्ररी से किया जा सकता है।

हर जरूरी व्यवस्था कर ली जाए मुकम्मल

प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन स्थल पर साफ-सफाई, पेय जल, सुरक्षा, ध्वनि, प्रकाश एवं दरी-बिछावन आदि की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा ससमय सुनिश्वित करा ली जाये। सभी आयोजन स्थलों पर सक्षम स्तर पर अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करते हुए आयोजन सुनिश्चित कराये जाये। इसके अलावा महत्वपूर्ण देवी मन्दिरों और शक्तिपीठों का चयन करते हुए सम्बन्धित आयोजन स्थल का पता, फोटो, जीपीएस लोकेशन तथा प्रबन्धक का सम्पर्क नम्बर, कलाकारों का नाम, पता एवं मोबाइल नम्बर की जानकारी संस्कृति विभाग को भेजी जाए। कार्यक्रम के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिए संस्कृतिविभाग की सहायक निदेशक रीनू रंगभारती को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों में जिज्ञासा आधारित शिक्षा को प्रोत्साहित कर रही योगी सरकार
लखनऊ। योगी आदित्यनाथ सरकार ने परिषदीय विद्यालयों के कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों के लिए 'जिज्ञासा आधारित शिक्षा' को प्रोत्साहित करने की पहल की है। बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के अंतर्गत इन कक्षाओं के छात्रों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने, प्रयोग के विविध अवसर प्रदान करने और विज्ञान की प्रक्रियाओं व विधियों की सम्यक समझ विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

प्रतियोगिताओं के माध्यम से हो रहा है चयन

सितंबर माह में चल रहे 'राष्ट्रीय आविष्कार अभियान' के तहत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं और गतिविधियों के माध्यम से छात्रों का चयन किया जा रहा है। चयनित छात्रों को विकास खंड और जनपद स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा।होनहार छात्रों के चयन के लिए क्विज प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्रों में तर्कशीलता, टीम वर्क, प्रतिस्पर्धात्मक भावना, आत्मविश्वास को बढ़ावा देने और भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए सकारात्मक वातावरण तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है।सितंबर माह के तीसरे शनिवार को आयोजित विद्यालय स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में प्रत्येक उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालय के छात्रों को भाग लेने का अवसर मिला। प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले तीन चयनित छात्रों की सूची विकास खंड स्तरीय प्रतियोगिता के लिए संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को भेज दी गई है।

चौथे शनिवार को ब्लॉक स्तर पर होगी परीक्षा

विद्यालय स्तरीय प्रतियोगिता में चयनित छात्रों की परीक्षा सितंबर माह के चौथे शनिवार को ब्लॉक स्तर पर आयोजित की जाएगी। इस प्रतियोगिता में प्रत्येक विद्यालय से चयनित तीन छात्रों को भाग लेने का अवसर मिलेगा। दो चरणों में होने वाली इस प्रतियोगिता के पहले चरण में विकास खंड के सभी परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों से चयनित 3-3 छात्र शामिल होंगे। 25 बहुविकल्पीय प्रश्नों की परीक्षा में सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाले 25 छात्रों को अंतिम चरण के लिए चुना जाएगा। इन 25 छात्रों को 5-5 के समूहों में विभाजित किया जाएगा और वे विकासखंड स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। अंतिम चरण में विजेता टीम को जनपद स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
प्रदेश में रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी व समयबद्ध ढंग से पूर्ण कराया जाए : सीए योगी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विभिन्न पदों पर भर्ती प्रक्रियाओं के संबंध में बैठक की। इसमें उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश अधीनस्थ चयन सेवा आयोग के अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष, विद्युत सेवा आयोग के अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश सहकारी संस्थागत सेवा मंडल के अध्यक्ष, जिलाधिकारी और एसएसपी समेत शासन के अधिकारी भी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न बोर्ड व आयोगों के अध्यक्षों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने वर्तमान में की जा रही सभी भर्तियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की और सभी बोर्ड व आयोगों को निर्देश दिया कि रिक्त पड़े पदों पर भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी व समयबद्ध ढंग से पूरा कराया जाए।

मुख्यमंत्री को पुलिस भर्ती प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष ने हाल में ही सकुशल संपन्न कराई गई पुलिस भर्ती परीक्षा की प्रक्रिया व संचालन के संबंध में अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती की परीक्षा प्रदेश में सकुशल संपन्न हुई है। यह एक मॉडल बना है। परीक्षा की इस प्रक्रिया को अन्य भर्ती बोर्ड द्वारा भी अपनाया जाए।प्रदेश में ई-अधियाचन पोर्टल की व्यवस्था की गई है। सभी विभाग इसका उपयोग कर अधियाचन प्राप्त करें। जिन विभागों में नियुक्ति की जानी है, वहां से तत्काल अधियाचन आयोग को भेजकर नियुक्ति प्रक्रिया को संपन्न कराया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि किसी भी विभाग की तरफ से भर्ती प्रक्रिया को लेकर पेंडेंसी न हो। हर हाल में समयसीमा के अंदर सुचारू रूप से सभी प्रक्रियाएं संपन्न की जाएं।

जेंसी एवं परीक्षा केंद्रों के चयन की प्रक्रिया में सावधानी बरती जाए

उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्ट, एजेंसी एवं परीक्षा केंद्रों के चयन की प्रक्रिया में सावधानी बरती जाए। गोपनीयता हर हाल में सुनिश्चित की जाए। अधिकृत एजेंसी के साथ चयन बोर्ड व आयोग का एमओयू भी होना चाहिए। किसी भी प्राइवेट संस्था को परीक्षा केंद्र न बनाया जाए। केवल राजकीय व राजकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों को ही परीक्षा केंद्र बनाया जाए। परीक्षा केंद्र का चयन जिलाधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक के निर्देशन में किया जाए।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि परीक्षा सकुशल संपन्न कराने के संबंध में सभी बोर्ड एवं आयोग के अध्यक्ष मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक के साथ बैठक करें।

परीक्षा की शुचिता के लिए यह नितांत आवश्यक

परीक्षा सकुशल संपन्न कराने के दौरान ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस व सीसीटीवी की भी सहायता ली जाए। अफवाह को रोकने पर पूरा ध्यान दिया जाए।मुख्यमंत्री ने सभी बोर्ड व आयोग से कहा कि सभी भर्ती प्रक्रियाओं को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाने के लिए क्वेश्चन बैंक तैयार करें। परीक्षा की शुचिता के लिए यह नितांत आवश्यक है।चिकित्सा व तकनीकी विभागों में स्थानीय स्तर पर बोर्ड गठित करके शीघ्र भर्ती की जाए। सभी भर्ती प्रक्रियाओं में आरक्षण के नियमों का पालन हर हाल में सुनिश्चित हो।
सीएम योगी का एलान, 10 अक्टूबर से पहले सड़कों को बनाएं गड्ढामुक्त


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी दिनों में शारदीय नवरात्र, दशहरा तथा दीपावली आदि पर्व और त्योहारों के दृष्टिगत प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के लिए जारी विशेष अभियान 10 अक्टूबर तक सम्पन्न करने के निर्देश दिए हैं।

मंगलवार को विभिन्न विभागों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्व व त्योहारों पर प्रदेश में आवागमन सामान्य की अपेक्षा अधिक होता है। बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी आते हैं। हर एक आदमी के लिए सड़क पर चलना सुखद अनुभव वाला हो, यह हम सभी की साझा जिम्मेदारी है। गड्ढामुक्ति, सड़कों की मरम्मत का काम अच्छी गुणवत्ता के साथ होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने मंडी परिषद को निर्देश देते हुए कहा कि किसान सड़कों का सबसे बड़ा उपभोक्ता है। किसानों की सुविधा का खास ध्यान रखा जाए। एफडीआर पद्धति से सड़कें बनाई जाएं। इस पद्धति के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों, धन व समय की बचत होती है तथा कार्य की गुणवत्ता में सुधार होता है। उन्होंने कहा कि मंडी समिति के अंतर्गत आने वाली सभी सड़कों की मरम्मत एवं ड्रेनेज का कार्य निर्धारित समय में पूर्ण किया जाए। क्वालिटी का विशेष ध्यान रखा जाए। वहीं, एनएचएआई के अधिकारियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक हाईवे का निर्माण कार्य पूर्ण न हो जाए तब तक टोल टैक्स की वसूली न की जाए।

गड्ढा मुक्ति अभियान के लिए विभागीय कार्ययोजना से अवगत होते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सड़कों के लिए बजट का कोई अभाव नहीं है, आवश्यकता है कि सभी विभाग बेहतर नियोजन करें। उन्होंने सभी विभागों को यह निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सड़क बनाने वाली एजेंसी, ठेकेदार सड़क बनने के अगले 05 वर्ष तक उसके अनुरक्षण की जिम्मेदारी भी उठाएगा। इस बारे में नियम-शर्ते स्पष्ट रूप से उल्लिखित की जाएं। विभागीय मंत्री व अधिकारी फील्ड में रैंडम दौरा कर निर्माण परियोजनाओं की साप्ताहिक समीक्षा करें। कार्यों के प्रति जवाबदेही भी तय की जाय। मुख्यमंत्री ने कार्य को मैनुअल के स्थान पर मैकेनाइज्ड किये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के पास सड़क मरम्मत के लिए पर्याप्त इक्विपमेंट होने चाहिए। सड़कों के पैच ठीक करने की कार्रवाई आॅटो मोड पर की जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों पर किए जाने वाले बेतरतीब कार्यों से दुर्घटना होने की संभावना बनती है। सड़कों पर सीवर लाइन तथा पाइपलाइन आदि डालने के बाद ठीक ढंग से मरम्मत की जानी चाहिए। सड़कों पर ऊंचे ब्रेकर से दुर्घटना होने की संभावना बनती है। अत: सड़कों पर टेबल टॉप ब्रेकर का निर्माण किया जाए।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गड्ढामुक्ति और नवनिर्माण के अभियान की जियो टैगिंग कराई जाए। इसे पीएम गतिशक्ति पोर्टल से जोड़ा जाना चाहिए, साथ ही इसी तर्ज पर अपना पोर्टल भी विकसित किया जाना चाहिए ताकि कार्य की गुणवत्ता की अनवरत मॉनीटरिंग की जा सके। एक्सप्रेसवे की मरम्मत का कार्य भी आगे बढ़ाया जाए, जिससे पर्व व त्योहारों पर लोगों का आवागमन सुगम हो सके। एमपी तथा एमएलए निधि के अंतर्गत बनी सड़कों की मरम्मत के लिए कार्य योजना तैयार करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्ना विभाग द्वारा गन्ना समिति तथा विद्यालयों के भवनों की मरम्मत की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ग्राम सचिवालयों की अवधारणा को केंद्र सरकार ने मॉडल के रूप में स्वीकार किया है। ग्राम सचिवालयों की तर्ज पर गन्ना समिति के कार्यालयों का अपग्रेडेशन किया जाए। किसानों के लिए डिस्प्ले बोर्ड पर उपयोगी सूचनाएं प्रदर्शित की जाएं तथा किसानों की क्वेरीज का समाधान किया जाए।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर मंडी समिति तथा औद्योगिक प्रतिष्ठानों में सीएसआर पद्धति के माध्यम से पेयजल, टॉयलेट, कैंटीन आदि सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाए। इस कार्य से महिला स्वयं समूहों को भी जोड़ा जाए। मंडियों में कैंटीन के माध्यम से किसानों के लिए कम कीमत में भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। औद्योगिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीसीटीवी, स्ट्रीट लाइट तथा साफ सफाई आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदों के नगर पंचायत,नगर निगम तथा नगर पालिका परिषदों में प्राइम लोकेशनों पर स्मार्ट रोड की अवधारणा को आगे बढ़ाया जाए। स्मार्ट रोड पर एक जैसी फसाड लाइट लगाई जाएं। नगर विकास विभाग भी शहरों की फसाड लाइटिंग में समरूपता प्रदर्शित करे।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में शहरीकरण का निरंतर विस्तार हो रहा है। अवैध कालोनियों को किसी भी दशा में विकसित न होने दिया जाए। सड़क, बिजली पानी आदि बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता के बाद ही नवीन कालोनियों का हैंडोवर कराया जाए।
लखनऊ में स्कूल से लौटते समय पांचवीं की छात्रा को कार सवारों ने खींचा, होटल में ले जाकर किया गैंगरेप
लखनऊ। राजधानी के सरोजनी नगर थाना क्षेत्र में कक्षा पांचवी की एक छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आने पर पुलिस में हड़कंप मच गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को पुलिस ने एक आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। हालांकि इस घटना के बाद परिजनों व ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। चूंकि उनका कहना है कि एक तरफ योगी सरकार महिलाओं व लड़कियों की सुरक्षा को लेकर इतना गंभीर है दूसरी तरफ पुलिस उतनी ही उदासीन बनी हुई है। जिसकी वजह से इस तरह की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है।

स्कूल से लौटते से दो युवकों ने जबरदस्ती कार में बैठाया

पुलिस उपायुक्त दक्षिणी ने बताया कि सरोजनी नगर क्षेत्र में रहने वाले परिवार की ओर से एक तहरीर दी गई है। इसमें बताया गया कि उनकी 14 वर्षीय बेटी यहां के एक स्कूल में कक्षा पांच की छात्रा है। रोजाना की तरह वह सोमवार को स्कूल से छुट्टी होने पर घर लौट रही थी। रास्ते में पीछे लगे दो युवकों ने उसका हाथ पकड़कर खींचकर कार में बैठाया और उसे लेकर कृष्णानगर के एक होटल के कमरे में पहुंचे। यहां पर उन्होंने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। उसकी वीडियो बनायी और धमकी दी कि किसी को बताया तो पूरे परिवार को जान से मार देंगे। उसी दिन शाम चार बजे के आसपास आरोपित पीड़िता को उसके घर के समीप छोड़कर भाग गये।

पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर शुरू की पूछताछ

बदहवास हालत में बेटी जब घर पर पहुंची तो परिवार के लोग पूछताछ करने लगे। काफी प्रयास के बाद बेटी ने अपने साथ हुए घटनाक्रम के बारे में परिवार के सदस्यों को बताया। पिता ने बीती देर रात में ही इस मामले में दूसरे समुदाय के दो युवकों दानिश और अमीन के खिलाफ तहरीर देकर शिकायत दर्ज कराई।पुलिस उपायुक्त दक्षिणी ने बताया कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपित को हिरासत में ले लिया गया है। किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा। फिलहाल, फरार दूसरे आरोपित की तलाश में टीम लगी हुई है। पुलिस घटना से जुड़े साक्ष्य एकत्र कर रही है और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई अमल में लायी जाएगी।
खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट मिलाना वीभत्स, यह सब स्वीकार नहीं : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। त्रिपति बालाजी मंदिर के प्रसाद लड्डू में मिलावट का मामला सामने आने के बाद उप्र सरकार सतर्क हो गयी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट, गंदी चीजों की मिलावट करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। ढाबों और होटलों समेत ऐसे प्रतिष्ठानों की जांच के साथ ही उनमें कार्य करने वाले कर्मचारियों का भी पुलिस सत्यापन किया जाएगा।

देश के विभिन्न क्षेत्रों में घटीं ऐसी घटनाओं का संज्ञान लेते हुए मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी होटलों, ढाबों, रेस्टोरेंट आदि संबंधित प्रतिष्ठानों की गहन जांच, सत्यापन आदि के भी निर्देश दिए हैं। साथ ही आम जन की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए नियमों में आवश्यकतानुसार संशोधन के भी निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में देश के विभिन्न क्षेत्रों में जूस, दाल और रोटी जैसी खान-पान की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट, अखाद्य, गंदी चीजों की मिलावट की घटनाएं देखने को मिली हैं।

ऐसी घटनाएं वीभत्स हैं और आम आदमी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली हैं। ऐसे कुत्सित प्रयास कतई स्वीकार नहीं किये जा सकते। उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस प्रबंध किए जाने आवश्यक हैं। ऐसे ढाबों, रेस्टोरेंट आदि खान-पान के प्रतिष्ठानों की जांच की जानी आवश्यक है। प्रदेशव्यापी सघन अभियान चलाकर इन प्रतिष्ठानों के संचालक सहित वहां कार्यरत सभी कर्मचारियों का सत्यापन किया जाए। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, पुलिस व स्थानीय प्रशासन संयुक्त टीम द्वारा यह कार्यवाही शीघ्रता से सम्पन्न कराई जाए। खान-पान के प्रतिष्ठानों पर संचालक, प्रोपराइटर, मैनेजर आदि के नाम और पता प्रमुखता स डिस्प्ले किये जाने चहिये। इस संबंध में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम में आवश्यकतानुसार संशोधन भी किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ढाबे, होटलों, रेस्टोरेंट आदि खान-पान के प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी की व्यवस्था हो। न केवल ग्राहकों के बैठने के स्थान पर बल्कि प्रतिष्ठान के अन्य हिस्सों को भी सीसीटीवी से कवर होना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि हर प्रतिष्ठान संचालक सीसीटीवी की फीड को सुरक्षित रखेगा और आवश्यकता पड़ने पर पुलिस, स्थानीय प्रशासन को उपलब्ध कराएगा। खान पान के केंद्रों पर साफ-सफाई होनी चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि खाद्य पदार्थों को तैयार करने तथा सर्विस के समय संबंधित व्यक्ति मास्क, ग्लव्स का उपयोग जरूर करें।इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।


मुख्यमंत्री योगी ने कहा किआम जन के स्वास्थ्य हितों से किसी भी प्रकार का खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। ऐसा प्रयास करने वालों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए। खाद्य पदार्थों को बनाने, बेचने अथवा अन्य संबंधित गतिविधियों से जुड़े नियमों को व्यवहारिकता का ध्यान रखते हुए और सख्त किया जाए।नियमों की अवहेलना पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
दो जीआरपी जवानों को ट्रेन से फेंककर मौत के घाट उताने वाला एक लाख का इनामी मुठभेड़ में ढेर
लखनऊ। यूपी के गाजीपुर जनपद में सोमवार की रात उत्तर प्रदेश एसटीएफ की नोएडा यूनिट, गहमर कोतवाली और जीआरपी दिलदारनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक लाख रुपये के इनामी बदमाश मोहम्मद ज़ाहिद उर्फ सोनू को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इस मुठभेड़ में उसके कब्जे से एक अवैध पिस्टल, दो खोखा कारतूस और एक बैग अवैध देसी शराब बरामद की गई। ये दो आरपीएफ के हत्या के सनसनीखेज अपराध में वांछित चल रहा था।

पुलिस ने पकड़ना चाहता तो शुरू कर दी फायरिंग

पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि रात एक बजे के करीब मुठभेड़ के दौरान जब पुलिस टीम ने ज़ाहिद को पकड़ने का प्रयास किया तो उसने जान से मारने की नीयत से पुलिस टीम पर फायरिंग कर दिया। आत्मरक्षार्थ पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें ज़ाहिद गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तत्काल जिला अस्पताल गाज़ीपुर ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया । इस दौरान एक अन्य अज्ञात बदमाश मौके से भागने में सफल रहा। जवानों की हत्या मामले में अब तक छह की गिरफ्तारी हो चुकी है।

दो सिपाहियों के हत्या मामले में चल रहा था वांछित

बता दें कि मारा गया बदमाश जाहिद उर्फ सोनू ने 19 /20 अगस्त की रात रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के दो सिपाहियों जावेद खान और प्रमोद कुमार की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। ये सिपाही बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस में अवैध शराब की तस्करी को रोकने का प्रयास कर रहे थे। शराब तस्करों ने दोनों सिपाहियों पर हमला किया और उन्हें चलती बाडमेर गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन से नीचे फेंक दिया, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।इस अभियोग में मोहम्मद ज़ाहिद वंचित चल रहा था। शराब तस्करी का विरोध करने पर दोनों जवानों की हत्या की गई थी।

पुलिस ने एक लाख रुपये का रखा था इनाम

एसटीएफ के मुताबिक मृतक बदमाश की पहचान मोहम्मद ज़ाहिद उर्फ सोनू पुत्र  मुश्तफ़ा निवासी मंसूर गली पेढ़िमा बाज़ार , फुलवारीशरीफ़ पटना बिहार के रूप में हुई है । जिसपर एक लाख का इनाम घोषित था ।घायल बदमाश के ऊपर अपहरण, मारपीट और  शराब तस्करी के कई केस दर्ज है ।।मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए भदौरा भेजा गया। वहीं यूपी एसटीएफ ने लगातार दूसरे दिने एनकाउंटर में एक और बदमाश को ढेर कर दिया है। सोमवार को सुलतापुर डकैती के आरोपी अनुज सिंह को मार गिराया था। इससे पर पांच सितबर को डकैती कांड में ही आरोपी मंगेश यादव का एनकाउंटर कर दिया गया था।

पहले पकड़े गए आरोपियों ने यह बताई थी ट्रेन से फेंकने की वजह

पिछले माह दो आरपीएफ जवानों की हत्या के मामले में पुलिस ने मुठभेड़ में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया था हम लोग मुगलसराय के सुरेंद्र नामक एक व्यक्ति से शराब लेते थे। 19 अगस्त को हम लोग शराब लेने मुगलसराय गए थे। वहां से शराब लिया और स्टेशन पर आ गए। थोड़ी देर में गुवाहाटी एक्सप्रेस आई। जनरल डिब्बे में बैठ गए। कुचमन स्टेशन से पहले सिपाही जावेद और प्रमोद आ गए। दोनों को शव होने पर पूछताछ करनी शुरू कर दी। इसी बीच हम लोग चेन पुलिंग करने लगे। इसका जवानों ने विरोध किया । इसके बाद उन लोगों ने दोनों जवानों को पीट दिया। फिर चलती ट्रेन से धक्का देकर बाहर फेंक दिया। जिससे दोनों जवानों की मौत हो गई।

बीस दिन में तीन एनकाउंटर

योगी सरकार बदमाशों पर कहर बनकर टूट रही है। यहीं वजह है कि यूपी में बीस दिनों के तीन एनकाउंटर हो चुका है। पहला एनकाउंटर पांच सितंबर को सुलतानपुर डकैती कांड में हुआ। एसटीएफ ने डकैती कांड में शामिल मंगेश यादव को मार गिराया। इसके बाद फिर 25 सितंबर को सुलतानपुर डकैती में दूसरा एनकाउंटर उन्नाव में हुआ। यहां पर एक लाख का इनामी अनुज सिंह को एसटीएफ ने मार गिराया। इस मुठभेड़ को चौबीस घंटे नहीं बीता की गाजीपुर में एसटीएफ ने जाहिद को एनकाउंटर में मार गिराया। वह आरपीएफ जवानों की हत्या में आरोपी था। इस प्रकार से एसटीएफ द्वारा लगातार बदमाशों व माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने का काम किया जा रहा है। ताकि यूपी में रहने वाले लोग अपने आपको सुरक्षित महसूस कर सके।
स्मार्ट क्लास के संचालन के समय अध्यापक जरूर मौजूद रहे: आनंदी बेन पटेल

लखनऊ/वाराणसी। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि कुपोषण खत्म करने के लिए सभी संभव प्रयास किया जाए। उसके मूल कारण कम उम्र में बच्चियों की शादी को भी रोकना होगा। राज्यपाल सोमवार शाम कमिश्नरी सभागार में आयोजित काशी सीएसआर कानक्लेव को सम्बोधित कर रही थी। कार्यक्रम में विभिन्न कंपनियों के सीएसआर के तहत 80 करोड़ से अधिक के कार्यों का एमओयू हस्तांतरण हुआ तथा 125 करोड़ से अधिक के सीएसआर कार्यों के लिए विभिन्न कंपनियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल ने कहा कि हमारी नींव जितनी मजबूत होगी उतना ही भारत सशक्त होगा तथा देश विकसित भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी का प्रयोग अच्छे कार्यों में होना चाहिए। स्मार्ट क्लास के संचालन के दौरान अध्यापक की वहां मौजूदगी सुनिश्चित हो। उन्होंने छोटे बच्चों के लिए चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट की जरूरतों पर बल देते हुए इसको अनिवार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि मां के गर्भ में पल रहे शिशु पर घर के पूरे वातावरण का फर्क पड़ता इसलिए उस दौरान अच्छे वातावरण तथा खानपान की व्यवस्था होनी चाहिये। उन्होंने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना का लाभ लड़कियों को नहीं मिलने पर उनके अभिभावकों को आड़े हाथों लेते हुए बेटियों पर ध्यान देने को प्रेरित किया। उन्होंने सभी से संकल्प लेने को कहा की 20 साल से पहले बच्चियों की शादी नहीं करें। समाज में लड़का-लड़की भेदभाव पर चिंता जताते हुए इससे बाहर आने को कहा।

राज्यपाल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर बोलते हुए 2030 तक 50 प्रतिशत बच्चों को उच्च शिक्षा में प्रवेश के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये लगातार नीचे से प्रयास करने को कहा। उन्होंने प्रदेश के आठ आकांक्षी जिलों में सुधार के लिए लगातार प्रयास करने को कहा। कार्यक्रम में राज्यपाल ने पांच आंगनवाड़ी को किट देने के बाद कुपोषण के विरुद्ध उत्कृष्ट कार्य करने वाली 9 आंगनवाड़ी कार्यकत्री एवं सुपरवाइजर को प्रमाण पत्र प्रदान किया। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत पांच लाभार्थियों में लैपटॉप भी वितरित किया तथा कस्तूरबा गांधी विद्यालयों एवं राजकीय बालगृह को आईएसओ प्रमाणपत्र भी कार्यक्रम में दिया। राज्यपाल ने मदन मोहन मालवीय कैंसर संस्थान के सहयोग से आयोजित प्रोजेक्ट ईशा के तहत शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर महिलाओं तथा बच्चियों में जागरूकता के लिए सर्वाइकल तथा ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। राज्यपाल ने कार्यक्रम में ही एसबीआई से अनुदानित बृद्धमित्र वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकत्री लगातार बच्चों, बालिकाओं के विकास तथा उनको कुपोषित मुक्त करने का कार्य कर रही है। गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य सुधार के लिए उनके द्वारा लगातार किये जा रहे प्रयासों की तारीफ भी की।

महापौर अशोक तिवारी ने कहा कि काशी में लगभग 65000 करोड़ की विकास परियोजनाएं संचालित हैं। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने राज्यपाल के द्वारा लगातार वाराणसी पर ध्यान देने तथा शिक्षा, स्वास्थ्य तथा कुपोषण मुक्ति पर उनके प्रयासों के प्रति धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों की बेसिक स्किल बढ़ोत्तरी में बहुत मदद मिलती है। वर्तमान में जिले का अति कुपोषण स्तर जो लगभग 7 प्रतिशत था। वर्तमान में घटकर लगभग 02 प्रतिशत तक आ गया है।

मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने राज्यपाल के लगातार प्रयासों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। एमओयू हस्तांतरण तथा पूर्व में सीएसआर के तहत कराये गये कार्यों पर मुख्य अतिथि के समक्ष प्रेजेंटेशन भी दिया।कार्यक्रम में शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, सदस्य विधान परिषद हंसराज विश्वकर्मा, धर्मेंद्र सिंह, ओएनजीसी, पावर ग्रिड, आरईसी, हंस फाउंडेशन, गेल इंडिया, एनसीएल तथा सीडब्ल्यूसी, रिलायंस फाउंडेशन, वेदांता फाउंडेशन, फीडिंग इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई के प्रतिनिधि और अफसर भी मौजूद रहे।
70 वर्ष से अधिक के वरिष्ठ नागरिकों को तेजी से उपलब्ध कराएं आयुष्मान कवर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की तथा इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने प्रदेश में चिकित्सा व स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किया है। चिकित्सा इंफ्रास्ट्रक्चर में लगातार वृद्धि हो रही है।

आज उत्तर प्रदेश के 64 जनपद मेडिकल कॉलेज की सुविधा से आच्छादित हैं। असेवित जनपद शीघ्र ही मेडिकल कॉलेज से आच्छादित होंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरुप 70 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के प्रदेशवासियों को आयुष्मान कार्ड का लाभ देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। इस संबंध में विभाग को सभी आवश्यक कार्य व प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये ताकि अधिक से अधिक पात्र लोगों को आयुष्मान कार्ड का लाभ मिल सके।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 में डेंगू मलेरिया, इंसेफेलाइटिस, काला जार, चिकनगुनिया जैसे संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए विशेष अभियान का शुभारंभ किया था। इसके अच्छे परिणाम हम सबके सामने हैं। इन परिणामों को देख कर ही राज्य सरकार प्रतिवर्ष अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर माह में अंतरविभागीय समन्वय के माध्यम से संचारी रोग नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाती है। इसके तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को संचारी रोगों के बारे में जागरुक किया जाता है। आगामी दो माह संचारी रोगों के दृष्टिगत संवेदनशील हैं। विशेष अभियान के माध्यम से संचारी रोगों की रोकथाम के लिए लोगों को जागरुक करते हुए अंतरविभागीय समन्वय के माध्यम ये स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यों को आगे बढ़ाया जाये। जनपदों में ब्लड बैंक व ब्लड सेपरेशन यूनिट क्रियाशील रहें। 17 सितंबर से दो अक्टूबर तक चल रहे स्वच्छता पखवाड़े के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को स्वच्छता, साफ सफाई के प्रति जागरुक किया जाये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार जनपद गाजियाबाद में एम्स सैटेलाइट सेंटर स्थापित करने जा रही है। इसके लिये सभी आवश्यक प्रक्रियाओं को समय से पूर्ण किया जाए। इसी प्रकार जनपद बलरामपुर में केजीएमयू के सैटेलाइट सेंटर की निर्माण प्रक्रिया के कार्यों को भी तीव्र गति से आगे बढ़ाया जाये।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक चिकित्सालयों व प्राथमिक चिकित्सालयों में साफ-सफाई व स्वच्छता की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इन सभी चिकित्सालयों में डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ व अन्य कार्मिक जवाबदेही के साथ कार्यों को क्रियान्वित करें ताकि सरकार की मंशा के अनुरुप लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो सके। डॉक्टर्स इमरजेंसी केसों को पूरी संवेदनशीलता के साथ देखें। 102 व 108 एंबुलेंस सेवा अच्छा कार्य कर रही हैं। इनके कार्यों को और बेहतर किया जाए। सभी चिकित्सालयों में सुरक्षा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग प्रिंसिपल, डॉक्टर्स व अन्य सहयोगी स्टाफ की भर्ती की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि अच्छे मानदेय व कार्य के अनुसार इंसेंटिव की सुविधा के साथ विशेषज्ञ डॉक्टर्स को जोड़ा जाए।

राज्य सरकार ईज ऑफ डूइंग व ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। प्राइवेट हास्पिटल्स के बेहतर कार्यों को देखते हुए उनके रजिस्ट्रेशन की समयावधि को कम से कम तीन से पांच वर्ष किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेज अपने यहां चिकित्सकीय उपकरणों-एक्स रे मशीन, अल्ट्रासाउंड मशीन, सीटी स्कैन, एमआरआई मशीन व लिफ्ट इत्यादि के अनुरक्षण कार्यों के लिए अपने यहां एक काॅर्पस फंड की व्यवस्था सुनिश्चित करें। कोरोना काल खंड में हेल्थ वॉलंटियर्स के अनुभवों का विभाग लाभ उठाये।