पितृपक्ष के मौके पर धनेश्वरघाट में भागवत कथा का आयोजन, सांसद कौशलेंद्र कुमार ने बाल गोपाल रूप की आरती कर कार्यक्रम का किया शुभारंभ
नालंदा : शास्त्रों के अनुसार हमारे पितर पूर्वज पितृपक्ष में पितृ लोक से धरती पर अपने परिवार के कल्याण के लिए पधारते हैं। इस अवसर पर इंसान अपने पितरों के संतुष्टि के लिए पितृपक्ष में पिंडदान, तर्पण, गरुड़ पुराण वाचन और पितरों के सार्वभौम शांति हेतु करते हैं। और इन सबों के बीच पितृपक्ष के मौके पर भागवत का श्रवण मात्र से ही सारे पाप कट जाते हैं ।
पितरों की शांति के लिए बुधवार से धनेश्वर घाट यज्ञ शाला समिति के द्वारा पितृ मोक्ष भागवत कथा का आयोजन किया गया है। स्थानीय धनेश्वर घाट मंदिर परिसर में आठ दिवसीय पितृ मोक्ष भागवत कथा का विधिवत उद्घाटन नालंदा के माननीय सांसद कौशलेंद्र कुमार ने द्वीप प्रज्वलित कर किया।
मुख्य कथा वाचक संपूर्ण देश में प्रचलित श्री धाम वृंदावन के श्री माधव जी महाराज है जो संगीतमय श्री भागवत कथा का वाचन करेगें ।। उन्होंने बताया कि शास्त्रों के अनुसार पितृ पक्ष में श्री भागवत कथा श्रवण का एक विशेष महत्व है। श्री माधव जी महाराज ने बताया कि। हमारे पितृ अर्थात पूर्वज इस पितृ पक्ष में पृथ्वी लोक पर पधारते हैं तथा अपने परिवार का कल्याण करते हैं।
मुख्य आयोजक प्रो. रंजन आशुतोष शरण ने बताया कि यह पितृ मोक्ष भागवत कथा का आयोजन लगातार 3 वर्षों से की जा रही है। उन्होंने बताया कि पितृ पक्ष में श्री भागवत कथा के श्रवण से हमारे पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है साथ ही साथ हमें सुख एवं संपन्नता प्रदान होती है।
वहीं सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि यह बहुत ही खुशी की बात है कि गया के पश्चात केवल बिहारशरीफ में ही इस कथा का आयोजन हो रहा है। उन्होंने उपस्थित भक्त जनों से श्री भागवत कथा में कह गए आशीर्वचनों के अपने जीवन में पालन करने का संदेश दिया।
सांसद ने बताया कि यह कथा प्रत्येक वर्ष होनी चाहिए और हमारी उपस्थिति उसमें अवश्य होगी। कथा के आयोजन में यज्ञशाला कमेटी धनेश्वर घाट के सदस्य अरविंद कुमार, अनंत कुमार, माधवेंद्र कुमार, मुन्ना जी मयंक प्रसाद, उदय कुमार, कृष्ण , शैलेंद्र भक्तों को कथा श्रवण में सहयोग करा रहे है।
नालंदा से राज
Sep 18 2024, 20:06