ट्रक में छिपाकर बिहार ले जा रहे थे 145 पेटी शराब, आबकारी टीम ने पकड़ा 


लखनऊ। राजधानी आबकारी टीम की सक्रियता के चलते पंजाब से बिहार जा रही 145 पेटी शराब पकड़ा गया। मुखबिर की सूचना मिलने पर शहीद पथ (औरंगाबाद अंडरपास के पास) पर चेकिंग के दौरान विह्स्की शराब से लदा ट्रक पकड़ा गया और ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह पुलिस का बड़ी सफलता मिली है।

लखनऊ के रास्ते से बिहार ले जाया जा रहा था

जिला आबकारी अधिकारी, लखनऊ राकेश सिंह ने बताया कि मुखबिर से शराब की बिहार के लिए तस्करी की सूचना पर आबकारी और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा शहीद पथ पर मुखबिर द्वारा बताए गए ट्रक को पकड़ने के लिए चेकिंग अभियान शुरू कर दिया गया। कुछ समय बाद मुखबिर द्वारा बताए गए ट्रक आते देख उसे रोक कर चेक किया गया, तो उसमें पंजाब में बिक्री हेतु अनुमन्य विह्स्की की 145 पेटी शराब एवं 50 पेटी भूसी की बोरियां बरामद हुई। जिसे लखनऊ के रास्ते से बिहार ले जाया जा रहा था। ट्रक के ड्राइवर धर्मेंद्र पुत्र आजाद सिंह निवासी जटीपुर थाना सालखना जिला पानीपत हरियाणा को गिरफ्तार कर छह चक्का ट्रक को कब्जे में लिया गया।

ट्रक चालक गिरफ्तार

अभियुक्त धर्मेंद्र ने पूछताछ में बताया कि उसे यह ट्रक सोनीपत में प्रदीप दहिया एवं कुलदीप गुलिया द्वारा दिया गया था। जिसे उसे बिहार तक ले जाना था। ट्रक के ड्राइवर के केबिन को चेक करने पर गाड़ी के कागजात के साथ-साथ टैक्स इनवॉइस का पेपर भी मिला। जिस पर भेजने एवं प्राप्त करने वाली फर्म के रूप में कबीरा एंटरप्राइजेज अमृतसर पंजाब एवं सिलीगुड़ी सप्लायर्स वेस्ट बंगाल अंकित है। बता दें कि पुलिस, आबकारी व एसटीएफ द्वारा लगातार अभियान चलाने के बाद भी शराब की तस्करी थमने का नाम ही नहीं ले रही है।
गणपति व हनुमान लीलाओं को सुनकर भाव विभोर हुए श्रोता,जानकीपुरम विस्तार में श्री शिव महापुराण कथा का छठा दिन

लखनऊ,17 सितंबर। अद्भुत संयोग! आज अनंत चतुर्दशी है; भगवान विष्णु की विशेष पूजा का दिन। आज ही बीते दस दिनों से विराजमान विघ्न हर्ता गणपति की अगले वर्ष तक विदाई का दिन। इसी के साथ संयोग कहें या फिर परमात्मा का विधान कि आज जानकीपुरम विस्तार में चल रही श्री शिव महापुराण कथा के छठे दिन कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती के मुखारविंद से कथा क्रम में गजानन चरित्र की चर्चा हुई।दूसरा संयोग यह कि आज मंगलवार भी है और कथा में श्री हनुमत लीला का अद्भुत प्रसंग।इतने संयोगों के साथ आज की कथा में विविध रंग छाए रहे।

कथा प्रवर्तन करते हुए कथा व्यास ने कहा कि भगवान गणेश की हर लीला एक न एक संदेश देती है। वह समाज में समरसता के उद्धोषक हैं और उनका संपूर्ण जीवन आज के प्रबन्धन के विद्यार्थियों के लिए चिंतन योग्य है। स्वामी जी ने कहा कि हमारी धार्मिक परंपरा में प्रथम गणपति पूजा का विधान उनकी विशिष्टताओं के कारण ही शामिल हुआ।

उन्होंने कहा कि श्री शिव महापुराण में हनुमान जी के चरित्र को विस्तार से विस्तार से वर्णित किया गया है। हनुमान जी को भगवान शिव के रुद्र रूप का अवतार माना गया है।वह भगवान राम के परम भक्त हैं और उन्हें अमरत्व का वर प्राप्त है। हनुमान जी को कलियुग का जाग्रत देवता माना गया है। हनुमान जी की शरण के बाद प्राणी को किसी अन्य रक्षा कवच की आवश्यकता नहीं रहती।वह संकटमोचक हैं और हर दीन दुखी के साथ खड़े दिखते हैं। शुद्ध मन ही हनुमान जी की प्राप्ति का पहला सोपान है।

कथा के दौरान अनेकानेक भजनों ने जहां कथा को संगीतमय बना दिया वहीं श्रोताओं ने मंत्रमुग्ध हो कर कथा का भरपूर आनंद लिया। आज की कथा में तमाम विशिष्ट जनों के साथ ही प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जनपदों और कई प्रदेशों से आए कथा प्रेमियों के अलावा स्थानीय श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कल कथा का समापन होगा जिसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन है। बीते दो दिनों अवकाश के चलते लगातार श्रोताओं में वृद्धि आज भी देखी गई। कल समापन के अवसर पर कई प्रमुख जनों व साधु संतों का जमावड़ा बढ़ने की उम्मीद है।

तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर खड़ी क्रेन से टकराई, दो दस्तों की मौत

लखनऊ । सीतापुर हाईवे पर सोमवार देर रात खड़ी क्रेन में पीछे से एक कार टकरा गई। हादसे में कार सवार दो दोस्तों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक बीकेटी निवासी नवीन पुष्कर (28) अपने दोस्त सौरभ (27) सोमवार देर रात इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे आए थे। रात तकरीबन पौने दो बजे दोनों कार से वापस बीकेटी लौट रहे थे। आईआईएम तिराहे से पहले फ्लाईओवर शुरू होने से ठीक पहले सड़क किनारे खड़ी क्रेन से उनकी कार टकरा गई।

पुलिस ने दोनों को ट्रामा पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। नवीन मूलरूप से औरैया के अजीतमल थाना क्षेत्र के चपटा गांव के रहने वाले थे जबकि सौरभ अजीतमल के फूलपुर गांव के थे। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं।कार काफी रफ्तार में थी। टक्कर लगने के बाद कार के अगले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। दोनों भीतर की दब गए। पुलिस ने दमकल की टीम को बुलाया।

कार के दरवाजे व अन्य हिस्से को काटकर दोनों को निकाला। तकरीबन एक घंटे तक दोनों भीतर फंसे रहे।हाईवे पर अंधेरा रहता है। सड़क किनारे खड़ी क्रेन शायद कार चलाने वाले को नहीं दिखी। पूरी रफ्तार से कार टकराई। आगे के दोनों एयरबैग भी खुल गए लेकिन तब भी किसी की जान नहीं बच सकी।

खंभे से टकराकर ट्रक का टायर फटने के बाद लगी आग

झांसी पूंछ थाना क्षेत्र में झांसी कानपुर राजमार्ग पर मंगलवार सुबह करीब साढ़े छह बजे प्याज से लदे ट्रक की सड़क किनारे लगे खंबे से टक्कर गई। टकराने के बाद टायर फटने से ट्रक पलट गया और उसमें भीषण आग लग गई। किसी प्रकार राहगीरों ने ट्रक में फंसे चालक व क्लीनर को बाहर निकाला। हालांकि दोनों झुलस गए थे। झुलसी अवस्था में दोनों उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।

लखनऊ में विधायक निवास परिसर में मिला युवक का शव, हत्या की आशंका
लखनऊ। राजधानी के हुसैनगंज थाना क्षेत्र स्थित विधायक निवास परिसर में मंगलवार को एक युवक का शव मिला। सूचना पर थाना पुलिस के साथ डीसीपी सेन्ट्रल मौके पर पहुंची और छानबीन की। पुलिस ने फॉरेंसिक के साथ मौके से साक्ष्य जुटाए गए। शुरूआती जांच में युवक के शरीर पर चोटों के निशान मिलने से हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस मृतक की शिनाख्त के साथ घटना की जांच में जुट गई है।

डीसीपी सेन्ट्रल रवीना त्यागी ने बताया कि बर्लिंगटन चौराहा स्थित विधायक निवास परिसर में मंगलवार को एक युवक की लाश मिली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर छानबीन की। मृतक युवक के पास कुछ भी ऐसा नहीं मिला जिससे उसकी शिनाख्त की जा सके।


डीसीपी सेन्ट्रल ने बताया कि जांच के दौरान मृतक के शरीर पर चोटों के निशान मिले हैं। इससे उसकी हत्या से इंकार नहीं किया जा सकता। शव को पोस्टमार्टम भेजते हुए पहचान के साथ घटना के खुलासे के लिए एक टीम को इसके लिए लगाया गया है। आसपास के लोगों से पूछताछ कर जानकारी जुटाई जा रही है। हत्या होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। परिसर समेत आसपास जितने भी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उनके फुटेज देखे जा रहे हैं।मृतक बरमूडा और टी-शर्ट पहने हुए था।

बर्लिंगटन चौराहे स्थित जिस विधायक निवास परिसर में युवक का शव मिला है वहां विधायकाें के साथ कई विभागाें, बाेर्डाें आदि के अधिकारी व गणमान्य लाेग रहते हैं। इसकाे देखते हुए यहां की सुरक्षा भी अन्य जगहाें से अलग हाेनी चाहिए, लेकिन जिस तरह से इसके परिसर में युवक का शव मिला है उससे सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं स्थानीय लोगों ने अंदेशा जताया है कि शायद युवक को बिल्डिंग के ऊपर से फेंका गया। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। एक पहलू ये भी देख रही है कि युवक को कहीं बाहर मारापीटा गया और फिर वहां ले जाकर फेंक दिया गया हो। मृतक के पास से न तो मोबाइल मिला और न ही कोई अन्य दस्तावेज। इसलिए पहचान कराने में दिक्कत आ रही है।

28 साल पहले भी कुछ इस तरह की हुई थी घटना

लखनऊ के ओसीआर बिल्डिंग में चार फरवारी 1996 को एक लाश फेंकी गई थी। बिल्डिंग के बी टावर में यह लाश मिलने से हड़कंप मच गया था। शव को बोरे में भरकर फेंका गया था। जिसकी वजह से बोरा फट गया था। मृतक के जेब से सिर्फ एक रूमाल ही बरामद हो पाया था। इस घटना को भी हुए 28 साल बीच चुके हैं लेकिन अभी तक मरने वाला व्यक्ति कौन था, इसके बारे में किसी को कुछ पता नहीं चल पाया है। अब इस तरह की यह दूसरी घटना हो गई है। इसकी भी अभी तक काेई पहचान नहीं हो पा रही है। युवक को देखने पर ऐसा लग रहा है जैसे किसी अच्छे परिवार से और किसी ने उसकी हत्या कर दी हो। चूंकि मृतक के शरीर पर मिले चोट के निशान कुछ एेसा ही बयां कर रहे है।
फिरोजाबाद में घर पर बनाए गए पटाखा गोदाम में आग लगने से विस्फोट, बच्ची सहित पांच की मौत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद के शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के गांव नौशहरा स्थित एक मकान में बनाए गए पटाखा गोदाम में सोमवार देर रात अचानक आग लगने से विस्फोट हो गया। इस हादसे में तीन साल की लड़की सहित पांच लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोगों की हालत गंभीर है। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि आसपास के 12 मकान ढह गए। जबकि कई मकानों की खिड़की-दरवाजे टूट गए, देर रात तक मलबे में दबे लोगों को जेसीबी से तलाशा जा रहा था।

विस्फोट से आसपास के तीन मकानों की दीवार गिर गईं

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट से आसपास के तीन मकानों की दीवार गिर गईं। घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर स्थित एक मकान के अंदर लकड़ी के बेड बनाने वाले एक परिवार की मीरा देवी (52) निवासी नौशहरा, संजना, दीपक और राकेश घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए संयुक्त चिकित्सालय ले जाया गया। वहां मीरा देवी की उपचार के दौरान मौत हो गई। इस हादसे में गौतम (16), अमन (26) व इच्छा (3) की भी मौत हो गई। मलवे में दबे लोगो को बाहर निकाल लिया गया है।

भूरे खान ने पटाखा गोदाम बना रखा था

आईजी दीपक कुमार, जिलाधिकारी रमेश रंजन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित, सीओ प्रवीण कुमार तिवारी, इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार आदि मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड की टीम ने राहत बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिस मकान में धमाका हुआ वह चंद्रपाल का है। इसमे भूरे खान ने पटाखा गोदाम बना रखा था। इस हादसे में विनोद, चंद्रकांत, गुड्डू, श्याम सिंह, अनिल, विष्णु, राकेश, पप्पू, अखिलेश, राधा मोहन, संजय, सुरेंद्र, गौरव, राममूर्ति, प्रेम सिंह, नाथूराम, सोनू, दिनेश, जगदीश, राजेंद्र, संतोष के मकान धराशायी हुए हैं।

पुलिस ने रेस्क्यू कर 10 लोगों को बाहर निकाला

आईजी दीपक कुमार ने देररात बताया कि पुलिस ने रेस्क्यू कर 10 लोगों को बाहर निकाला, जिनमें से चार की मौत हुई है, जबकि छह का इलाज चल रहा है। जानकारी मिली है कि गांव के बाहर पटाखा गोदाम की परमिशन ली गई थी, लेकिन यह गांव के अंदर था। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि आसपास के 12 मकान ढह गए। जबकि कई मकानों की खिड़की-दरवाजे टूट गए, देर रात तक मलबे में दबे लोगों को जेसीबी से तलाशा जा रहा था।

हादसों को रोकने के लिए इन पर कार्रवाई होनी चाहिए

दिवाली के त्योहार को ध्यान में रखते हुए शिकोहाबाद ही नहीं बल्कि फिरोजाबाद में भी अवैध रूप से पटाखों का भंडारण किया जा रहा है। हादसों को रोकने के लिए इन पर कार्रवाई होनी चाहिए।घटनास्थल से 200 मीटर दूरी पर जाकर लोहे की बड़ी एंगल उड़कर घनी आबादी के बीच गली में जाकर गिरा। सड़कों पर ईंट ही ईंट सड़कों पर पड़ी थीं। कई लोगों की मकानों पर पड़ी सीमेंटेड चादर तक टूट गईं। खिड़कियों के कांच, लकड़ी के दरवाजे बीच में से टूट गए। दहशत इतनी थी कि लोग घरों के बाहर निकलकर अपनी जान बचाकर भाग निकले थे।

यूपी में पहली अक्टूबर से शुरू होगी 'मोटे अनाज' की खरीद,मोटे अनाज (श्रीअन्न) मक्का, बाजरा व ज्वार की खरीद के लिए चल रहा किसानों का पंजीकरण


लखनऊ। डबल इंजन की सरकार श्रीअन्न के फायदों के प्रति एक तरफ जहां आमजन को प्रेरित कर रही है, वहीं किसानों को भी इसकी खेती के फायदे से जोड़ रही है। वर्ष 2024-25 के लिए मोटे अनाजों की खरीद पहली अक्टूबर से प्रारम्भ होगी, जो 31 दिसम्बर तक चलेगी। 'मोटे अनाज' में शामिल मक्का, बाजरा व ज्वार की खरीद के लिए किसानों का पंजीकरण व नवीनीकरण चल रहा है। खाद्य व रसद विभाग के मुताबिक इसके लिए किसानों को fcs.up.gov.in या ऐप UP KISAN MITRA पर पंजीकरण-नवीनीकरण कराना अनिवार्य है। खरीद पंजीकृत किसानों से ही की जाएगी।

टोल फ्री नंबर 18001800150 से मदद ले सकते हैं किसान

किसान अपनी किसी भी समस्या के लिए पूर्व में जारी टोल फ्री नंबर 18001800150 से मदद ले सकते हैं। इसके अलावा वे जिला खाद्य विपणन अधिकारी, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी, विपणन निरीक्षक से भी सम्पर्क साध सकते हैं। किसानों को जिस बैंक खाते में भुगतान होगा, उसका आधार से जुड़ा होना आवश्यक है। भुगतान सीधे किसानों के बैंक खाते में किया जाएगा। वहीं बिचौलियों को रोकने व पारदर्शिता बरतते हुए क्रय केंद्रों पर मोटे अनाज की खरीद ई-पॉप (इलेक्ट्रॉनिक प्वॉइंट ऑफ परचेज) डिवाइस के माध्यम से पहले की भांति किसानों का बायोमीट्रिक सत्यापन के जरिए ही होगी।

सरकार ने बढ़ाया है न्यूनतम समर्थन मूल्य

श्रीअन्न को बढ़ावा देने के साथ ही सरकार ने इसका न्यूनतम समर्थन मूल्य भी बढ़ाया है। मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2225 रुपये प्रति कुंतल, बाजरा का 2625 रुपये प्रति कुंतल, ज्वार (हाइब्रिड) का 3371 व ज्वार (मालवांडी) का 3421 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया गया है।

इन जिलों में होगी मक्का खरीद

बदायूं, बुलंदशहर, अलीगढ़, एटा, कासगंज, फिरोजाबाद, मैनपुरी, हरदोई, उन्नाव, कानपुर नगर-देहात, कन्नौज, इटावा, बहराइच, बलिया, फर्रुखाबाद, मीरजापुर, सोनभद्र व ललितपुर में मक्का की खरीद की जाएगी।

बाजरा खरीद वाले जनपद निर्धारित

बदायूं, बुलंदशहर, बरेली, शाहजहांपुर, रामपुर, संभल, अमरोहा, अलीगढ़, कासगंज, एटा, हाथरस, आगरा, मथुरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, हरदोई, उन्नाव, कानपुर नगर-देहात, इटावा, औरैया, कन्नौज, फर्रुखाबाद, गाजीपुर, बलिया, मीरजापुर, जालौन, चित्रकूट, प्रयागराज, कौशांबी, जौनपुर, फतेहपुर

इन जिलों में होगी ज्वार की खरीद

बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, कानपुर नगर-देहात, फतेहपुर, उन्नाव, हरदोई, मीरजापुर व जालौन में ज्वार की खरीद होगी।
टैक्सी, ऑटो, ई रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन कर आई कार्ड जारी करें: योगी

लखनऊ/वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार शाम को सर्किट हाउस सभागार में प्रशासनिक एवं पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास, निर्माण परियोजनाओं एवं कानून व्यवस्था की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में सुरक्षित यातायात व्यवस्था के लिए प्रत्येक टैक्सी, ऑटो, ई रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन कराए जाने के साथ ही इनका आई कार्ड जारी करें। उन्होंने इन सभी का रूट व स्टैण्ड निर्धारित किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि ये निर्धारित संख्या में ही सवारी बैठाए।

महिला पुलिस अधिकारी, महिलाओं के साथ बैठक व संवाद करे

महिला सुरक्षा को लेकर निर्देशित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मिशन शक्ति के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायतो में महिला पुलिस अधिकारी, महिलाओं के साथ बैठक व संवाद करे। उन्होंने महिला सुरक्षा के लिए खासतौर पर पुलिस बीट में महिला सिपाहियों की तैनाती करने के लिए निर्देशित किया।मुख्यमंत्री ने जिले में चल रही विकास परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर अभियान चला कर गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयावधि में पूरा कराये जाने पर विशेष जोर दिया।

किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी

उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं के साथ ही विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि निर्माण कार्यों के दौरान गुणवत्ता के साथ ही सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा जाए। इसमें किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने रोपवे परियोजना की समीक्षा के दौरान विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि इसमें अनावश्यक देरी नहीं होने पाये। जिस पर जिलाधिकारी ने बताया कि तीन स्टेशन का निर्माण कार्य दिसम्बर तक तथा बचे स्टेशन को मार्च 2025 तक पूरा करा लिया जायेगा।

सभी गुम्बदों को पुनः खोलकर उनका पुनर्निर्माण करें

मुख्यमंत्री ने विगत दिनों रामनगर स्थित शास्त्री/बलुआ घाट पर घटी घटना को गंभीरता से लेते हुए पर्यटन विभाग, कार्यदायी संस्था, कॉन्ट्रैक्टर तथा संबंधित नोडल अधिकारी के खिलाफ जाँच कराकर जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिगत शास्त्री घाट पर निर्मित सभी गुम्बदों को पुनः खोलकर उनका पुनर्निर्माण करें तथा पूरे कार्य क्षेत्र की बैरिकेडिंग जरूर करें। मुख्यमंत्री ने जनपद की समस्याओं का समाधान जनपद स्तर पर ही कराये जाने को कहा।

प्रभारी मंत्री एवं कोर ग्रुप की बैठक प्रत्येक महीने आयोजित हो

उन्होंने कहा कि नवनियुक्त प्रभारी मंत्री एवं कोर ग्रुप की बैठक प्रत्येक महीने आयोजित हो, ताकि जिले की समस्या का समाधान जनपद स्तर पर ही हो सके। मुख्यमंत्री ने नगर निगम स्वच्छता, सेनिटेशन, प्लास्टिक मुक्त शहर, स्ट्रीट डॉग, निराश्रित गोवंश को गौशाला में शिफ्ट करना, नये शामिल क्षेत्रों मे सभी बुनियादी सुविधाओं को देना तथा सिटी फॉरेस्ट की परिकल्पना पर कार्य करने को निर्देशित किया। उन्होंने देशी पद्धति पर ड्रेनेज विकसित करने को कहा। बैठक की शुरुआत में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने मुख्यमंत्री के समक्ष शहर में शिक्षा, स्वास्थ्य तथा लोक निर्माण आदि विभागों की विभिन्न निर्माणाधीन परियोजनाओं की जानकारी प्रोजेक्टर के माध्यम से रखी । पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कानून व्यवस्था के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

बैठक में ये रहे मौजूद

मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभारएल डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु', जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक टी राम, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया आदि भी मौजूद रहे।

देर रात विकास कार्यो का निरीक्षण

समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर रात कचहरी-आशापुर संदहा मार्ग के चौड़ीकरण, सारनाथ प्रो-पूअर तथा सारंग नाथ महादेव मंदिर के पुनर्विकास परियोजना के प्रगति का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मौके पर मौजूद अधिकारियों एवं कार्यदाई संस्थाओं के अभियंताओं को मानक के अनुरूप समय से कार्य पूर्ण कराए जाने के लिए सख्त हिदायत थी। मुख्यमंत्री ने सारनाथ स्थित सारंग नाथ महादेव मंदिर में दर्शन पूजन भी किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने जेपी मेहता इंटर कॉलेज में बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए गए राहत शिविर का भी औचक औचक निरीक्षण किया। राहत शिविर में रह रहे लोगों का कुशलता पूछी। इसके बाद उन्होंने राहत सामग्री उपलब्ध कराई तथा बच्चों को टाफिया भी बांटी।
मुख्यमंत्री ने सारंग नाथ महादेव मंदिर में दर्शन पूजन भी किया

लखनऊ/वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार देर रात तक स्थलीय कार्यों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने कचहरी-आशापुर संदहा मार्ग के चौड़ीकरण, सारनाथ प्रो-पूअर तथा सारंग नाथ महादेव मंदिर के पुनर्विकास परियोजना के प्रगति का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के अभियंताओं को मानक के अनुरूप समय से कार्य पूर्ण कराए जाने की सख्त हिदायत। मुख्यमंत्री ने सारंग नाथ महादेव मंदिर में दर्शन पूजन भी किया।

मुख्यमंत्री ने जेपी मेहता इंटर कॉलेज में बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए गए राहत शिविर का भी औचक निरीक्षण किया। राहत शिविर में रह रहे लोगों का हालचाल जाना। मुख्यमंत्री ने पीड़ितों को सामग्री उपलब्ध कराई तथा बच्चों को टॉफ़ी/चॉकलेट भी दिया। मुख्यमंत्री ने बच्चों से पढ़ाई के बारे में भी जाना।
मानवता का कैंसर है पाकिस्तान, बिना आपरेशन इलाज संभव नहीं: सीएम योगी

त्रिपुरा/लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पाकिस्तान मानवता का कैंसर है, जो पूरी दुनिया के लिए नासूर बन चुका है। आजादी के समय का कांग्रेस नेतृत्व और जोगेंद्र नाथ मंडल अगर मिलकर मुस्लिम लीग की साजिश को विफल कर देते तो यह नासूर अस्तित्व में नहीं होता। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान का आॅपरेशन नहीं होगा, तब तक इलाज संभव नहीं है। पाकिस्तान का उपचार शुरू हो चुका है। अब पाक अधिकृत कश्मीर के लोग भारत में शामिल होना चाहते हैं। बलूचिस्तान भी पाकिस्तान से अलग होना चाहता है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा के साथ सिद्धेश्वरी मंदिर का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि संत ईश्वरीय सत्ता के प्रतिनिधि के रूप में इस धराधाम पर आकर कार्य कर रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में संत अगर किसी कार्य में जुड़ जाएंगे तो उसे सफल होना ही है। संतों के सानिध्य में हमें धर्म जागरण के अभियान को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। सीएम योगी ने कहा कि हमें मिलकर कार्य करना होगा और इस बात का ध्यान रखना है कि विधर्मियों को अवसर नहीं देना है। बांग्लादेश जैसे स्थिति की पुनरावृत्ति यहां न होने पाए, इसके लिए ऐसी शक्तियों को हमें समाप्त करना है। हमें देश और धर्म को सुरक्षित रखना है।

सीएम योगी ने कहा कि यहां के राजा में शक्ति एवं सामर्थ्य था, इसलिए त्रिपुरा स्वतंत्र एवं सुरक्षित रहा। यहां के राजा ने जनता को एकजुट करके त्रिपुरा को विधर्मियों एवं विदेशी आक्रांताओं से बचाए रखा। उन्होंने कहा कि जो सामर्थ्यवान होगा और ताकत का एहसास अपने दुश्मनों को कराएगा, वो हमेशा सुरक्षित रहेगा। लेकिन जो अपनी ताकत खोकर अपने दुश्मन और मित्र को समझने में भूल करेगा, उसी प्रकार का खामियाजा भुगतेगा जैसा आज बांग्लादेश में हो रहा है। सीएम योगी ने कहा कि बांग्लादेश के हालात पर हमें चिंतन करने की आवश्यकता है कि इसके लिए कौन लोग जिम्मेदार हैं।

सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ इस बात को जानता था कि अगर हम कांग्रेस के द्वारा चलाई गई दुर्वयसंधि का शिकार होते रहेंगे तो कांग्रेस देश का विभाजन कराएगी, हिंदुओं का कत्लेआम कराएगी, उन्हें जातियों में बांटकर लड़ाएगी और भारत की परंपरा-संस्कृति को नष्ट एवं भ्रष्ट कर देगी। आरएसएस की बात सच साबित हुई और कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए देश का विभाजन कराया। उन्होंने कहा कि 1905 में बंगभंग आंदोलन के दौरान अगर बंगाल विरोध नहीं करता तो सबको पता है कि उस समय देश में क्या होता। सीएम योगी ने कहा कि आरएसएस-विश्व हिंदू परिषद अपनी सेवा का प्रोपेगेंडा और सौदेबाजी नहीं करते हैं।

सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं संघ आज केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में विद्याभारती के माध्यम से हजारों शिक्षण संस्थानों एवं सेवा के प्रकल्पों का संचालन कर रहा है। विश्व हिंदू परिषद पूरे देश में जनजातीय क्षेत्रों में एक लाख से अधिक गांवों में एकल विद्यालय का संचालन कर रहा है। श्रीराम वनवासी कल्याण आश्रम के माध्यम से विश्व हिंदू परिषद ने 1984 में गोरखपुर में जनजातीय छात्रावास प्रारंभ किया था, जिसमें नॉर्थ ईस्ट के बच्चे जाकर शिक्षा प्राप्त करते थे। उन्होंने कहा कि अब भारत का समय है इसलिए आज हम लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को दुनिया की एक बड़ी ताकत बनाने की ओर अग्रसर हैं।

सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनने से पांच सदी का इंतजार समाप्त हुआ है। कुछ लोगों को मंदिर के बन जाने से बुरा लग रहा है, जिन्हें बुरा लग रहा है उनका हम क्या कर सकते हैं। हम भारत की बहुसंख्यक जनता की आस्था को सम्मान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या, मथुरा और काशी सनातन धर्म की आस्था के तीन प्रमुख स्तंभ हैं। ये तीनों स्थल जैसे आज पूज्य हैं, उसी रूप में आगे भी बढ़ते हुए दिखाई देंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है। सीएम योगी ने कहा कि सनातन धर्म सर्वे भवन्तु सुखिन: की बात करता है, लेकिन ये तभी संभव है, जब हम सुरक्षित रहेंगे।

सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व में आज पूरा देश एक भारत श्रेष्ठ भारत के लिए कार्य कर रहा है। आज त्रिपुरा में सुरक्षित और सौहार्दपूर्ण माहौल है। आज से सात-आठ वर्ष पहले यह संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि एक ओर यहां की डबल इंजन की सरकार त्रिपुरा के सर्वांगीण विकास के लिए डबल स्पीड से कार्य कर रही है तो वहीं दूसरी ओर त्रिपुरा में धार्मिक क्षेत्र में भी प्रगति हो रही है। सीएम योगी ने कहा कि त्रिपुरा और उत्तर प्रदेश में पहले पर्व और त्योहार के दौरान दंगे होते थे। आज हमने उत्तर प्रदेश में दंगाइयों के लिए बुल्डोजर और भक्तों को प्रभु श्रीराम का मंदिर दे दिया है। उन्होंने कहा कि हम सबको ध्यान रखना होगा कि धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षित: यानी अगर हम धर्म की रक्षा करेंगे तो धर्म आपकी भी रक्षा करेगा। वहीं अगर अपने स्वार्थ के लिए हम अपने धर्म का बलिदान करेंगे तो धर्म भी आपके साथ उसी प्रकार का व्यवहार करेगा। 'यतो धर्मस्ततो जय:' सनातन धर्म की यही शिक्षा है।

सीएम योगी ने कहा कि मां सिद्धेश्वरी की प्राण प्रतिष्ठा एवं मंदिर के उद्घाटन का यह कार्यक्रम हम सबके लिए महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने कहा कि पूज्य संत शांतिकाली महाराज ने 1994 में आश्रम की श्रृंखला को आगे बढ़ाया था। शांतिकाली महाराज ने उस समय जो संकल्प लिए थे, उसे चितरंजन महाराज बिना रुके और बिना डिगे आगे बढ़ा रहे हैं। इसलिए भारत सरकार भी उनका सम्मान कर रही है। सीएम योगी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के एक हाथ में मुरली और दूसरे हाथ में सुदर्शन है। सुरक्षा के लिए केवल मुरली से काम नहीं चलेगा, उसके लिए सुदर्शन आवश्यक है और जब सुदर्शन हाथ में होगा तो फिर किसी शांतिकाली महाराज को बलिदान नहीं देना पड़ेगा।

महायज्ञ में शामिल हुए सीएम योगी

सीएम योगी ने नारियल फोड़कर मंदिर का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने विधि विधान से माता सिद्धेश्वरी की पूजा अर्चना की। उसके बाद सीएम योगी ने मंदिर प्रांगण में पौधरोपण भी किया। वे मंदिर में आयोजित महायज्ञ में भी सम्मलित हुए और आहुति डाली। साथ ही लोककल्याण की कामना की।

कार्यक्रम में सीएम योगी के साथ महाराजा चित्त रंजन देबबर्मा, त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद विप्लब देब, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य, एनडीए के सहयोगी एवं त्रिपुरा राज परिवार के राजकुमार प्रमोद बिक्रम माणिक्य देब बर्मा, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय सह मंत्री सचिंद्रनाथ सिन्हा, त्रिपुरा सरकार के मंत्री, विधायक एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

शांति काली आश्रम द्वारा प्रबंधित हैं 24 मंदिर

बरकथल स्थित यह नवनिर्मित मंदिर पूर्वोत्तर राज्य में शांति काली आश्रम द्वारा प्रबंधित 24 मंदिरों में से एक है। शांति काली आश्रम के प्रमुख महाराजा चित्त रंजन देबबर्मा हिंदू संस्कृति, परंपरा और धर्म की रक्षा के लिए काम करते रहे हैं। उन्हें पिछले साल पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

यूपी को एक और मिलने जा रहा फरेंदा नाम से नया जिला, शासन ने नया जिला बनाने के लिए गोरखपुर कमिश्नर से मांगी रिपोर्ट

लखनऊ। सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में यूपी को एक और जिला मिल सकता हैै। जिसका नाम फरेंदा होगा। अभी यूपी में 75 जिला है लेकिन एक और जिला के बढ़ जाने पर 76 जिला हो जाएगा। यह नया जिला गोरखपुर मंडल में बनाया जा रहा है। मंडल के दो जिलों की तहसीलों को काटकर नया जिला बनाने की बात की जा रही है। बताया जा रहा है कि जहां पर नया जिला बनाने की मांग की जा रही है वहां पर सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। साथ ही विकास की रफ्तार भी बहुत धीमी है। वहां के लोगों व जनप्रतिनिधियों की मांग पर ऐसा किया जा रहा है। इसी के क्रम में फरेंदा को जिला बनाने के लिए शासन स्तर से गोरखपुर कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी गई है।

जानकारी के लिए के बता दें कि यूपी को एक और जिला मिल सकता है। अगर यह जिला बनता है तो प्रदेश में जिलों की संख्या 76 हो जाएगी। प्रदेश में फरेंदा को नया जिला बनाने के लिए गोरखपुर के कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी गई है। इस संबंध में राजस्व परिषद के आयुक्त एवं सचिव की ओर से गोरखपुर के डीएम को पत्र भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि महराजगंज की तहसील फरेंदा व नौतनवा और गोरखपुर की तहसील कैंम्पियरगंज को मिलाकर फरेंदा बनाए जाने के संबंध में अपनी रिपोर्ट स्पष्ट संस्तुति के साथ दें। डीएम को यह रिपोर्ट गोरखपुर के मंडलायुक्त के जरिये राजस्व परिषद को भेजनी है। वहीं, राजस्व परिषद के अध्यक्ष अनिल कुमार का कहना है कि सामान्य प्रक्रिया के तहत जिलों से रायशुमारी के लिए पत्र जारी हुआ है। फिलहाल शासन स्तर पर कोई नया जिला बनाने का प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।महराजगंज जिला प्रशासन ने इस प्रस्ताव को लेकर असमहित जाहिर की है। उनका कहना है कि नया जिला बनने पर महराजगंज में सिर्फ दो तहसीलें महराजगंज सदर और निचलौल बची रहेंगी। जो कि शासन के अनुरूप नहीं होगा। एक जिले में कम से कम तीन तहसीलें होनी चाहिए।

1989 में बना था महाराजगंज

अगर ऐसा हुआ तो तीन तहसील नौतनवा, फरेंदा और कैंपियरगंज को मिलाकर नया जिला फरेंदा बना दिया जाएगा। बता दें कि 2 अक्टूबर सन 1989 को गोरखपुर जिले को तोड़कर नया जिला महाराजगंज बनाया गया था।हालांकि इस बारे में महाराजगंज के अपर जिला अधिकारी पंकज कुमार वर्मा ने आपत्ति जताते हुए कहा है कि नए जिले के गठन से महाराजगंज जिले में सिर्फ दो तहसील निचनौल और सदर बचेंगी। उन्होंने बताया कि जिले के निर्माण के लिए कम से कम तीन तहसील का होना जरूरी होता है। वर्तमान में महाराजगंज जिले में चार तहसील हैं। सदर, निचनौल, फरेंदा और नौतनवा। महाराजगंज के फरेंदा को आनंदनगर भी कहा जाता है. यह नगर पंचायत है। इस कारण यह तहसील का दर्जा भी रखता है। यह जिला नेपाल से सटा होने के कारण बेहद खास है। नेपाल से सटा होने के कारण यह कस्बा सरकार के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यहां एक रेलवे स्टेशन भी है जिसे आनंदनगर जंक्शन के नाम से जाना जाता है। यहां से एक रेलवे लाइन नौतनवा भा जाती है। यहां से दिल्ली, जयपुर समेत कई बड़े शहरों के लिए सीधी ट्रेन मिल जाती है। यह तहसील महाराजगंज की प्रमुख तहसीलों में एक है।

यूपी के पूर्व सीएम की राजनीति स्थली रहा

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह का यह राजनीतिक क्षेत्र है जो कि फिलहाल उत्तर प्रदेश की महाराजगंज तहसील में आता है।यहां विकास को बढ़ावा देने के लिए इसको जिला बनाए जाने की तैयारी है. उत्तर प्रदेश राजस्व आयुक्त की ओर से अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त भीष्म लाल वर्मा ने बताया कि महाराजगंज की फरेंदा और गोरखपुर की कैंपियरगंज तहसील को मिलाकर फरेंदा जिला बनाए जाने की तैयारी की जा रही है।

बीजेपी प्रवक्ता ने क्या कुछ कहा

उत्तर प्रदेश में 76 वें जिले के तौर पर फरेंदा को विकसित करने के मामले में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी का हमेशा से यह एक लक्ष्य रहा है की शक्ति का विकेंद्रीकरण किया जाए।छोटी इकाइयां होने से बेहतर विकास में मदद मिलती है। ऐसे में फरेंदा के विकास को गति देने के लिए यह प्रस्ताव अभी प्राथमिक स्तर पर है। इस तरह की रिपोर्ट अधिकारी देंगे उस पर फीजिबिलिटी को देखते हुए नए जिले के गठन किया जा सकता है।

इससे पहले भी बन चुके कई नए जिले

जिस वक्त उत्तर प्रदेश का गठन हुआ था तब उत्तर प्रदेश में 65 के करीब जिले थे. इसके बाद में लगातार नए जिले विकसित किए जाते रहे।कानपुर यूपी उत्तर प्रदेश का कभी सबसे बड़ा जिला था आज भी है उसको दो भागों में विभाजित किया गया था कानपुर नगर और कानपुर देहात. इसी के साथ कानपुर देहात से बाद में औरैया एक अलग जिला विकसित किया गया।ऐसे ही संतकबीर नगर, अमेठी, हापुड़, कुशीनगर, संभल ऐसे ही कई अन्य जिले विकसित किए गए।

संभल हाल का सबसे नया जिला

प्रदेश में कुल 75 जिले हैं. इनमें सबसे नवीनमत जिला संभल है। इसके अतिरिक्त यहां 826 सामुदायिक विकास खंड, 200 नगर पालिका परिषद्, 17 नगर निगम, 5 विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण, 546 नगर पंचायत और 75 जिला पंचायत मौजूद हैं. वहीं, ग्राम पंचायत की बात करें, तो इनकी संख्या 58 हजार से अधिक हैं। यूपी का सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी है। इसी के साथ ही उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा जिला भदोही है।इसके साथ ही यूपी में सबसे ज्यादा आबादी वाला जिला प्रयागराज है। इसी के साथ आपको बता दें कि यूपी का सबसे बड़ा मंडल लखनऊ मंडल है। वहीं, सबसे छोटा मंडल बस्ती मंडल है।यूपी में कुल 18 मंडल हैं।