जशपुर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार से पड़ोसी राज्यों के लोग भी हो रहे लाभान्वित

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के हो रहे विस्तार का लाभ पड़ोसी राज्य झारखंड को भी मिल रहा है। जशपुर जिला मुख्यालय से लगभग 26 किलोमीटर दूर जशपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत लोदाम झारखंड बॉर्डर के समीप है। यहां पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोदाम में झारखंड के आसपास के गावों के लोग अपना इलाज कराने आते हैं। इसके साथ ही उनका आयुष्मान कार्ड भी यहां पर बन रहा है।

लोदाम सीएचसी की बीपीएम के अनुसार झारखंड के मांझा टोली सहित अन्य ग्राम पंचायतों के लोग यहां की बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण इलाज के लिए आते हैं। पिछले 4 महीनों में यहां झारखंड के 27 निवासियों की सामान्य प्रसव सफलतापूर्वक कराई गई है। इसके अलावा 10 से अधिक टाइफाइड के मरीजों की जांच और उपचार किया गया है। इसके अलावा अन्य बीमारियों के इलाज के लिए भी लोग यहां आते हैं। लोदाम सीएचसी में एक्सरे, ब्लड टेस्ट, सामान्य प्रसव, आयुष्मान कार्ड जैसी सेवाओं सहित अन्य बीमारियों के इलाज की भी सुविधा है।

मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। इसी के तहत जशपुर जिले में 18 एबीबीएस और 7 विशेषज्ञ चिकित्सकों को नियुक्ति की जा चुकी है। इसके अलावा नवीन स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना के साथ ही मेडिकल उपकरणों की खरीदी और अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति की जा रही है।

वंदे भारत हमारे समय की बचत का नया मापदंड करेगी स्थापित - राज्यपाल रमेन डेका

रायपुर-    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में 6 नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का शुभारंभ किया। गुजरात के अहमदाबाद में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने हरी झंडी दिखाकर इन ट्रेनों का शुभारंभ किया। छत्तीसगढ़ को भी दुर्ग से विशाखापट्टनम तक वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिली।

इस अवसर पर रायपुर रेलवे स्टेशन में एक वृहद कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमे राज्यपाल रमेन डेका बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। राज्यपाल श्री डेका ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह वंदे भारत एक्सप्रेस, जो औसतन 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है, दुर्ग और विशाखापट्टनम के बीच की दूरी को केवल 8 घंटों में पूरा करेगी। वर्तमान में अन्य ट्रेनें इस दूरी को 11 घंटों में तय करती हैं, लेकिन वंदे भारत हमारे समय की बचत का नया मापदंड स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन न केवल हमारी यात्राओं को तेज बनाएगी, बल्कि यात्रियों के लिए आरामदायक और सुविधाजनक भी होगी।

राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि वंदे भारत एक्सप्रेस पूरी तरह से स्वदेशी निर्माण है। यह ‘‘मेक इन इंडिया‘‘ और ‘‘आत्मनिर्भर भारत‘‘ की भावना का प्रतीक है। इससे यह स्पष्ट होता है कि हम न केवल आधुनिक तकनीक को अपना रहे हैं, बल्कि इसे अपने देश में विकसित और निर्मित भी कर रहे हैं। यह तकनीकी उन्नति और भारत की आधुनिक रेल प्रणाली का शानदार उदाहरण है।

राज्यपाल ने कहा कि हमारे राज्य के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में, देश की रेल सेवाओं में आधुनिकता और गति का नया अध्याय लिखने वाली वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ हो रहा है। यह सिर्फ एक ट्रेन का उद्घाटन नहीं, बल्कि हमारे देश की प्रगति और आत्मनिर्भरता की एक सशक्त मिसाल है।

राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि ये ट्रेनें सिर्फ तेज गति और आधुनिक सुविधाओं के लिए नहीं, बल्कि हमारे पर्यटन, व्यापार, चिकित्सा, और शिक्षा के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व योगदान देंगी। इस ट्रेन से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी एक नई दिशा मिलेगी। रेलवे से जुड़े क्षेत्रों में रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे, जिससे युवाओं को लाभ होगा साथ ही छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के बीच आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक आदान-प्रदान को नई दिशा मिलेगी।

कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि यह ट्रेन छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश के बीच सेतु का काम करेगा। पहले 12 से 14 घंटे का सफर करना पड़ता था लेकिन अब 8 घंटों में ही विशाखापट्टनम पहुंच सकते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में रेलवे के विकास के लिए 20 हजार करोड़ रूपए से ज्यादा की राशि स्वीकृत की गई है।

रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़, तेलंगाना एवं ओडिशा वासियों के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन एक बड़ी सौगात है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में रेलवे का तेजी से विकास हो रहा है। कार्यक्रम के पूर्व श्री डेका ने वंदे भारत ट्रेन के अन्दर जाकर उपस्थित यात्रियों से बात-चीत की एवं उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दी।

कार्यक्रम में दुर्ग के सांसद विजय बघेल, विधायक राजेश मूणत, पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू, गुरू खुशवंत साहेब, डोमन लाल कोरसेवाड़ा, गजेंद्र यादव, पूर्व सांसद सुनील सोनी, महापौर एजाज ढेबर एवं अन्य जनप्रतिनिधि, रेलवे के डीआरएम, एडीआरएम अन्य अधिकारी तथा विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन रेलवे मंडल रायपुर के डीआरएम संजीव कुमार ने किया।

चप्पे चप्पे पर कैमरे लगने से शहर हुआ और सुरक्षित : उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन

रायपुर-    कोरबा शहर में सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में निर्मित अपराध रोकथाम एवं विवेचना के लिए स्थापित सीसीटीवी कैमरे के इंटीग्रेटेड कमान और कंट्रोल सेंटर का लोकार्पण प्रदेश के वाणिज्य, उद्योग और श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन ने किया। कैबिनेट मंत्री द्वारा इंटीग्रेटेड कमांड और कंट्रोल सेंटर (आईसी-3) का फ़ीता काटकर लोकार्पण किया। इस अवसर पर मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी यह योजना काफी महत्वपूर्ण है।

शहर के अलग-अलग हिस्सों में लगे कैमरे से निगरानी की जा सकेगी। किसी भी आपदा के समय भी इस सिस्टम के ज़रिए बेहतर काम किया जा सकेगा। अपराध पर और अपराधी इससे नज़र में रहेंगे। शहर भर में लगने वाले विशेष कैमरों के ज़रिए ट्रैफिक सिस्टम तथा अन्य व्यवस्थाओं की निगरानी और नियंत्रण के लिए यह बेहतर साबित होगा। मंत्री श्री देवांगन ने कलेक्टर अजीत वसंत और पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी को शहर के मुख्य मार्गों से वार्डों को जोड़ने वाली सड़कों का भी सर्वे कर उन जगहों पर भी कैमरे लगाने के निर्देश दिए।

ज्ञात हो कि आईसी-3 के माध्यम से पुलिस शहर के चौक चौराहे की सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से निगरानी रखेगी। आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए पुलिस को सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से अपराधिक तत्वों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। पुलिस के द्वारा 6 जोन निर्धारित किया गया है 6 जोन के अलग-अलग चौक चौराहों पर कुल 336 सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है। सभी कैमरा को अलग-अलग जोन में रखा गया है जिसमें कोसाबाडी जोन, टीपी नगर जोन, कोरबा जोन, दरी जोन, बालको जोन, सर्वमंगला जोन में कैमरा लगाए गए हैं जिसकी निगरानी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में निर्मित आईसी-3 में किया जाएगा। मुख्य चौक चौराहों को चिन्हित कर एएनपीआर (नंबर प्लेट स्कैनिंग कैमरा) को भी लगवाया गया है जिसके माध्यम से नंबर प्लेट को स्पष्ट रूप से देख सकते हैं और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना में इसके माध्यम से पुलिस को सहायता मिलेगी।

पुलिस अधीक्षक कार्यालय में निर्मित भवन इंटीग्रेटेड कमान और कंट्रोल सेंटर (आईसी-3) में साइबर फॉरेंसिक टूल्स भी स्थापित किए गए है जिस में मोबाइल फॉरेंसिक सॉफ्टवेयर, इमेज वीडियो फॉरेंसिक, कंप्यूटर सिस्टम, सीडीआर एनालिसिस टूल्स, इमेज एंड क्लोनिंग सॉफ्टवेयर, डाटा एनालिसिस सॉफ्टवेयर शामिल है। इन सबके माध्यम से पुलिस को साइबर संबंधी अपराध विवेचना में मदद मिलेगी।

आगामी त्यौहारो को मद्देनजर रखते हुए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कोरबा पुलिस के द्वारा 4 चीता स्क्वाड की भी शुरुआत की गई है। जिसका शुभारंभ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मुख्य अतिथियों के द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया। चार चीता स्क्वाड के माध्यम से शहर के थाना कोतवाली, सिविल लाइन रामपुर, दर्री और मानिकपुर क्षेत्र के गली- गली में जाकर बाईक पेट्रोलिंग से अपराधों पर अंकुश लगाने में पुलिस को सहायता मिलेगी।

इसके पश्चात अथितियों के द्वारा ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा में यातायात जागरूकता संबंधी स्टेपनी कवर और पोस्टर लगा कर शुभारंभ किया। ज्ञात हो कि अब चौक चौराहों में फ्लेक्स, पोस्टर आदि लगा कर लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जायेगा। उसके बाद मुख्य अतिथियों के द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में “एक पेड़ माँ के नाम” के तहत वृक्षारोपण किया।

लोकार्पण कार्यक्रम में महापौर राजकिशोर प्रसाद, जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकला छत्रपाल सिंह कंवर, कलेक्टर अजीत वसंत भी उपस्तिथ हुए।

रायपुर के शासकीय मेडिकल कालेज के साथ समन्वय स्थापित कर नए कोर्स शुरू करे विश्वविद्यालयः स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल

रायपुर-      स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की उपस्थिति में आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ का सत्रहवां स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल भी उपस्थित थे।

मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने भारत के परम्परागत चिकित्सा पद्धति के जनक श्री महर्षि चरक एवं महर्षि सुश्रुत के योगदान को रेखांकित करते विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षण विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा के संबंध में छत्तीसगढ़ शासन स्तर पर जो भी आवश्यकता होगी उसे पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दूरस्थ अंचल में विशेषज्ञों की कमी को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय को रायपुर स्थित शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के एनेस्थीसिया एवं प्रसुति विभाग के साथ समन्वय स्थापित करना चाहिए। इसके लिए विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग सेंटर में 6 माह के प्रशिक्षण की व्यवस्था शुरू करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे पैथोलाजी लैब जो कानूनन लाइसेंस नहीं हैं उन्हें नियमानुसार ट्रेनिंग दिलाकर पैरामेडिकल बोर्ड से रजिस्ट्रेशन कराने हेतु विश्वविद्यालय को समन्वय स्थापित करना चाहिए। इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को फायदा मिलेगा और निजी पैथोलाजी लैब का नियमितिकरण किया जा सकेगा।

कार्यक्रम में उपस्थित रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने विश्वविद्यालय में स्किल्ड मैनपावर के प्रशिक्षण, पैरामेडिकल की स्नातक उपाधि पाठ्यक्रम को लेकर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने विभिन्न विषयों पर अल्पकालीन पाठ्यक्रम जैसे सीटी स्कैन, एमआरआई, कैथलैब इत्यादि प्रारंभ करने हेतु विश्वविद्यालय में उचित व्यवस्था करने पर जोर दिया। उन्होंने आश्वस्त किया कि केन्द्र सरकार के स्तर पर जो भी आवश्यकता महसूस होगी उसे वो पूरी करने की कोशिश करेंगें।

स्थापना दिवस समारोह पर आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पी. के. पात्रा ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय की सोलह साल की विकास यात्रा को सारगर्भित तरीके से प्रस्तुत किया साथ ही भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए विश्वविद्यालय में शिक्षण विभाग एवं एमबीबीएस पाठ्यक्रम प्रारंभ करने तथा शोध के महत्व पर चर्चा की।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के सीएमएचओ, सीएस और नोडल अधिकारियों से की समीक्षा

रायपुर-    स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सभी जिलों के सीएमएचओ को निर्देश देते हुए कहा है कि वह एक महीने के भीतर अपने जिले में संचालित निजी पैथोलॉजी सेंटर की सूची तैयार करें। उन्होंने यह निर्देशित किया कि इनमें से अनियमित पैथोलॉजी लैब को 1 वर्ष के भीतर नियमितीकरण की प्रक्रिया पूरी कराई जाए। यदि इन पैथोलैब के पास वैध दस्तावेज नहीं हैं तो इन्हें आयुष विश्वविद्यालय से डिप्लोमा का कोर्स करने का मौका दिया जाएगा ताकि एक वर्ष के भीतर नियमित हो जाएं। श्री जायसवाल ने शासकीय अस्पतालों में स्थित पैथोलॉजी लैब को और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए ताकि मरीजों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल आज अपने शंकर नगर स्थित निवास कार्यालय में राज्य के सीएमएचओ, सीएस,नोडल अधिकारी तथा डीपीएम की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक कर रहे थे। बैठक में अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुआ , एमडी एनएचएम जगदीश सोनकर तथा एमडी सीजीएमएमसी पद्मिनी भोई भी उपस्थित थीं।

वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निजी प्रेक्टिस करने की शिकायतों को लेकर हिदायत दी है। श्री जायसवाल ने कहा है कि शासकीय चिकित्सकों को नियमानुसार भत्ता भी दिया जा रहा है, इसके बाद भी यदि चिकित्सक नियम विरुद्ध कार्य करेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित करते हुए श्री जायसवाल ने कहा कि अब शासकीय अस्पतालों से मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर करने के लिए ठोस कारण बताना होगा,उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर रेफर करने के कारणों का रिव्यू भी किया जायेगा और यह पता लगाया जाएगा कि आखिर किन परिस्थितियों में अस्पताल ने मरीज को दूसरे अस्पताल के लिए रेफर किया।

स्वास्थ्य मंत्री ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वो तीन माह के भीतर राज्य में मोदी की गारंटी के अंतर्गत 500 जन औषधि केंद्र खोलने की तैयारी पूरी कर लें ताकि जनता को जल्दी ही सस्ती दवा उपलब्ध कराई जा सके।

श्री जायसवाल ने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह मौसमी बीमारियों के संबंध में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता फैलाने की कोशिश करें ताकि मरीज मौसमी बीमारियों के प्रति सतर्क रहें और बीमार ना पड़े । श्री जायसवाल ने कहा कि मौसमी बीमारियों से संबंधित मरीज के इलाज में किसी भी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए, इसके लिए अस्पतालों में दवाइयों तथा जांच किट की पर्याप्त उपलब्धता होनी चाहिए। उन्होंने स्वाइन फ्लू को लेकर विशेष रूप से निर्देश देते हुए कहा स्वास्थ्य विभाग को सजग रहने की आवश्यकता है, तथा इसके रोकथाम के लिए पर्याप्त जांच होनी चाहिए। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा मरीजों की पहचान करने के लिए जांच की संख्या को भी बढ़ाने के निर्देश दिए और कहा कि जांच के बाद सैंपल के आने तक का इंतजार ना करके मरीज का तुरंत ही इलाज शुरू करें। समीक्षा बैठक में डेंगू डायरिया और मलेरिया को लेकर भी समीक्षा की गई और स्वास्थ्य अधिकारियों को इन बीमारियों से निपटने के लिए उचित दिशा निर्देश जारी किए गए।

मंत्री लखन लाल देवांगन ने तीन वार्डों के विकास कार्यों का किया भूमिपूजन, 26.58 लाख रूपए के कार्यों का हुआ भूमिपूजन

रायपुर-     कोरबा नगर निगम क्षेत्र के वॉर्ड क्रमांक 48 सेमीपाली बस्ती में आयोजित भूमिपूजन कार्यक्रम में मंत्री लखन लाल देवांगन ने जिला खनिज न्यास मद से वॉर्ड क्रमांक 47 जमनीपाली केपीएस स्कूल के पास से रमला देवी से होते हुए ग्राम सभा भवन के सामने तक नाली निर्माण, गोपालपुर में कोसगाई दाई प्रांगण चबुतरा में छत का निर्माण लागत राशि 7.99 लाख, वॉर्ड क्रमांक 48 प्राथमिक शाला सेमीपाली में नवीन भवन का निर्माण कार्य लागत 13.64 लाख, वार्ड क्रमांक 53 तुलसी नगर स्वीपर मोहल्ला मे पंडाल निर्माण कार्य लागत 4.95 लाख के कार्यों का भूमिपूजन किया।

इस अवसर पर मंत्री श्री देवांगन ने कहा की ऐसा कोई वार्ड, बस्ती या फिर क्षेत्र विकास कार्यों से वंचित नहीं रहेगा। जितनी भी निधि या फिर मद है उनका सदुपयोग करते हुए प्राथमिकताएं तय की गई है। विष्णुदेव साय सरकार की मंशा है की सभी वार्डों में एक साथ विकास कार्य प्रारंभ किए जाएं। इसके लिए डीएमएफ, अधोसंरचना मद के अलावा अन्य मद से कार्यों को तत्कल स्वीकृत करा कर प्रारंभ किए जा रहे हैं। सड़क नाली के साथ-साथ अन्य अधोसंरचना के कार्य जैसे मंच, सामुदायिक भवन और पंडाल समेत अन्य कार्य भी प्रारंभ किए जा रहे हैं। मंत्री श्री देवांगन ने कहा की अभी एक सप्ताह पहले ही मुख्यमंत्री ने कोरबा शहर को 7 करोड़ के विकास कार्यों की स्वीकृति दी है, इस सूची में भी सभी वार्ड के जरूरी कार्यों को स्वीकृत किया जा चुका है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही कार्य प्रारंभ किए जाएंगे। इस अवसर पर वार्ड पार्षद विजय साहू ने कहा की बीते साढ़े 4 साल से सड़क और नाली निर्माण के लिए परेशान थे, वार्ड के साथ भेदभाव किया जा रहा था। मंत्री श्री देवांगन ने सिर्फ 8 महीने में ही सभी रुके हुए कार्यों की स्वीकृति दिलाकर आज कार्य प्रारंभ किए जा रहे हैं।

इस अवसर पर वॉर्ड क्रमांक 16 के पार्षद नरेंद्र देवांगन, एमआईसी सदस्य सुनील पटेल, वॉर्ड क्रमांक 48 के पार्षद विजय साहू, वार्ड क्रमांक 47 के पार्षद पुष्पा देवी कंवर, बूथ अध्यक्ष थनेस्वर सिंह, अतिराम कंवर, विशाल सिंह, रतन बाई, कलेश कंवर, सुमित्रा कंवर, नकुल सिंह, आनंद सिंह कंवर, सुमिरन सिंह समेत अधिक संख्या में वॉर्ड वासी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय चौथे ’ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट एंड एक्सपो’ (री-इन्वेस्ट) में शामिल हुए

रायपुर-     प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुजरात के गांधीनगर में चौथे ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स समिट एंड एक्सपो (री-इंवेस्ट-24) का शुभारंभ किया। इसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ में क्लीन और ग्रीन एनर्जी (Clean and green energy) के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को मंच से साझा किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने में छत्तीसगढ़ राज्य का भी महत्वपूर्ण योगदान होगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सोलर एनर्जी, हायडल एनर्जी, बायोगैस से बिजली के उत्पादन की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में बिजली की खपत 5500 मेगावाट है। प्रदेश में करीब 15 प्रतिशत बिजली का उत्पादन रिन्यूएबल एनर्जी के स्त्रोतों से किया जा रहा है। इसे आने वाले समय में 45 प्रतिशत तक बढ़ाने का हमारा लक्ष्य है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे जहां अक्षय ऊर्जा से जुड़े उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, वहीं जलवायु परिवर्तन की बड़ी चुनौती से निपटने में भी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में अक्षय ऊर्जा के उत्पादन की असीम संभावनाएं हैं। छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण क्रेडा के माध्यम से छत्तीसगढ़ में सौर ऊर्जा तथा अन्य गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश के दूरस्थ एवं वनांचलों में स्थित गांवों में जहां बसाहटें काफी बिखरी हुई होती हैं। बसाहटों की दूरी एक दूसरे से दो-तीन किमी तक होती है। बीच में कोई नाला आ गया, कोई छोटी सी पहाड़ी आ गई। ऐसे में बिजली की लाइन खींचना बेहद कठिन होता है और लागत बढ़ जाती है। ऐसे क्षेत्रों में क्रेडा द्वारा सौर ऊर्जा से बिजली पहुंचाने का काम किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में ढाई हजार से ज्यादा शासकीय भवन, आश्रम छात्रावास और स्वास्थ्य केंद्र सौर ऊर्जा से रोशन हैं। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रेडा को वर्ष 2018 में सराहा गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारंभ की गई पीएम सूर्यघर योजना से देश का आम आदमी अब बिजली खरीदने वाला नहीं, बिजली बेचने वाला बन जाएगा। छत्तीसगढ़ में भी इस योजना के उत्साह जनक परिणाम मिल रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में वार्डवार शिविर लगाकर लोगों को इस योजना के संबंध में जागरूक किया जा रहा है और मौके पर ही फार्म भराए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से भिलाई के बीच चरौदा में रेलवे की जमीन पर सोलर प्लांट लगाया गया है। इस सोलर प्लांट से रायपुर और दुर्ग की लोकल ट्रेन चल रही हैं। इसी तरह बलरामपुर जिले के तातापानी में गर्म जल के प्राकृतिक कुंड हैं। यहां 100 किलो वाट का भूतापीय विद्युत संयंत्र लगाने का निर्णय लिया गया है। खेती-किसानी में भी सिंचाई के लिए सौर सिंचाई पंपों का उपयोग किया जा रहा है। क्रेडा द्वारा किसानों के खेतों में डेढ़ लाख से ज्यादा सोलर सिंचाई पंप स्थापित किए गए हैं। इसी तरह प्रदेश में सोलर पंप के माध्यम से 230 सौर सामुदायिक सिंचाई संचालित की जा रही हैं। प्रदेश में लगभग 25 हजार सोलर पेयजल पंप स्थापित किये जा चुके हैं। इनसे साढ़े छह लाख परिवारों को शुद्ध पेयजल मिल रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में छोटे-छोटे लघु जल विद्युत संयंत्र भी स्थापित किए गए हैं, इनसे 75 मेगावाट ऊर्जा मिल रही है। प्रदेश में 37 लघु जल विद्युत परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वर्ष 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में छत्तीसगढ़ भी प्रमुख भूमिका निभाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्षय ऊर्जा प्रदूषण मुक्त ऊर्जा का स्त्रोत है। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा के स्त्रोत हमेशा मौजूद रहने वाले हैं। पूरी दुनिया इनकी ओर बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ में भी हम सब अक्षय ऊर्जा के अधिक से अधिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए संकल्पित हैं। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा चौथे ’ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट एंड एक्सपो’ (री-इन्वेस्ट) का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर गुजरात के राज्यपाल आचार्य श्री देवव्रत, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, केन्द्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी, आंध्रप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश और गोवा के मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ के उर्जा विभाग के सचिव पी. दयानंद एवं क्रेडा के सीईओ राजेश सिंह राणा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

इस कार्यक्रम में 40 से अधिक सत्र होंगे। री-इंवेस्ट-24 की थीम ‘मिशन 500 गीगावाट’ है। पहली बार यह कार्यक्रम राजधानी दिल्ली से बाहर हो रहा है।

चौथे ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स समिट एंड एक्सपो (री-इंवेस्ट-24) में ये देश हुए शामिल

एक्सपो समिट में मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना, राजस्थान, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश हिस्सा रहा हैं। वहीं इस साल प्रमुख अंतरराष्ट्रीय भागीदारों में ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, जर्मनी और नॉर्वे जैसे देश भी शामिल हैं। री-इन्वेस्ट समिट दुनिया को भारत की अक्षय ऊर्जा क्षमता को प्रदर्शित करने और बहुपक्षीय वार्ता शुरू करके क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए भारत सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है।

छत्तीसगढ़ को मिली दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस, रायपुर से विशाखापट्टनम हुई रवाना, PM ने दिखाई हरी झंडी
रायपुर-    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दुर्ग-विखाशापट्टनम के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. रायपुर से विशाखापटनम की दूरी दूसरी ट्रेन जहां 11 घंटों में तय करते थे, वह तेज भागने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस महज 8 घंटे में पूरा करेगी. इसके अलावा इस ट्रेन की खासियत है कि इसमें यात्रीगण जरूरत पड़ने पर महज एक बटन दबाकर सीधे गार्ड और ड्राइवर से बात कर पाएंगे.
कवर्धा की घटना पर सियासत, पूर्व मुख्यंमत्री भूपेश बघेल ने कहा- गृह मंत्री के क्षेत्र में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं
रायपुर-     कवर्धा में हत्या, आगजनी और बवाल की घटना को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. उन्होंने कहा कि लोकसभा प्रत्याशी होने के नाते मैं घटना स्थल जाऊंगा. वहीं जांच समिति प्रदेश अध्यक्ष द्वारा बनाए जाने की बात कही. इसके पहले उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने भी घटना को दुखद बताते हुए कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. वहीं मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि गृह मंत्री घटनाओं पर नजर रखे हुए हैं. 

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कवर्धा में इससे पहले भी तीन लोगों को जलाकर मार दिया गया था. गृह मंत्री के क्षेत्र में कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं है. पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश दिख रहा है. पुलिस पर ग्रामीणों को भरोसा कम क्यों हो रहा है? कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस के बाद ऐसी घटनाएं घट रही है. सम्बंधित घटना की जांच गहराई से होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अंधविश्वास को सरकार खुद बढ़ावा दे रही है, इसके लिए जिम्मेदार सरकार ही है. पहले सरकार के द्वारा अंधविश्वास निवारण शिविर लगाया जाता था.

मामले में उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि एक युवक की हत्या के शक में आगजनी की घटना हुई है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई है. घटना कैसे हुई, यह जांच का विषय है. जांच के बाद घटना की वजह स्पष्ट हो जाएगी. पहले घटना स्थल पर पुलिस बल कम था, तो कुछ परेशानी हुई थी. उसके बाद पुलिस के साथ कुछ क्लेश हुआ, उस वक्त पुलिस अधीक्षक वहां स्वयं मौजूद थे. मौके पर पुलिस बल बढ़ाया गया है. अभी मामला नियंत्रण में है.

जांच के बाद दोषियों पर होगी कार्रवाई

गृहमंत्री ने कहा कि इस घटना को कैसे अंजाम दिया गया है, इसे लेकर कुछ कहना जल्दीबाजी होगा. जांच होने के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि कौन जिम्मेदार है, और कैसे अंजाम दिया गया है. पुलिस की रोल निष्पक्ष होना चाहिए. मुस्तैदी से पुलिस वहां गांव को नियंत्रण में लिया है. लोगों से आग्रह है कि शांति बनाए रखें. पुलिस को कार्रवाई करने में मदद करें. उन्होंने कहा कि लोहारीडीह शांतिप्रिय गांव है. यहां एक बार नहीं सौ बार से भी ज्यादा गया हूं. घर-घर के लोगों से पहचान है.

गृह मंत्री घटनाओं पर रखे हैं नजर – श्याम बिहारी

वहीं स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कवर्धा की घटना पर कहा कि गृह मंत्री इन घटनाओं पर खुद नजर रखे हुए हैं. इस प्रकार की घटनाएं न हो, यह हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है. एक-दो घटनाओं को छोड़ दें, तो प्रदेश में इस तरीके की घटनाएं नहीं होती है.

वहीं बस्तर में जादू-टोना के शक पर की गई परिवार के पांच सदस्यों की हत्या पर श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि केवल सरकार और क़ानून के सहायता से ऐसी घटनाओं पर लगाम नहीं लगाया जा सकता है. जादू-टोने पर विश्वास करना चिंता करने का विषय है. इसके लिए जनजागरूकता की आवश्यकता है. स्वास्थ्य विभाग की पूरी कोशिश है कि सुदूर इलाकों तक सबको उपचार मिले, जिससे लोग अंधविश्वास का शिकार न हों. मुख्यमंत्री ऐसे मामलों में सख्त है.

राजधानी में नहीं थम रही चाकूबाजी : तेलीबांधा तालाब पर दिनदहाड़े युवती को घोपा चाकू

रायपुर-   राजधानी रायपुर में चाकूबाजी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. ताजा घटना तेलीबांधा थाना क्षेत्र की है, जहां तेलीबांधा तालाब पर दिनदहाड़े एक युवक ने युवती पर चाकू से हमला कर दिया. युवती पर जानलेवा हमला करने के बाद आरोपी युवक तेलीबांधा तालाब में कूद गया. इस घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. घटना की सूचना पर पुलिस और SDRF की टीम मौके पर पहुंच गई है. SDRF की टीम ने आरोपी का रेस्क्यू किया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दिया है.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले ने बताया कि लोकेश नाम के युवक युवती पर प्राणघातक हमला कर दिया. हमले के बाद आरोपी युवक तेलीबांधा तलाब में कूद गया. तालाब में कूदकर वह भागने की फिराक में थे. पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने आरोपी युवक का रेस्क्यू कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. गंभीर रूप से घायल युवती को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पटले ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला प्रेम प्रसंग का लग रहा है. फिलहाल पूछताछ की जा रही है.

शहर के इन स्थानों पर भी हो चुकी है चाकूबाजी

बता दें कि रविवार को BSUP कालोनी के गणेश पंडाल में नाचने को लेकर मामूली विवाद के चलते किन्नरों के साथ चाकूबाजी की घटना हुई थी. इससे पहले शनिवार को ऑन द रॉक्स बार में डांस के दौरान युवकों में चाकूबाजी हुई, जिसमें 1 युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था. विवाद का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. इसके अलावा टिकरापारा थाने में गणेश पंडाल देखने गए युवक पर चाकू से हमला कर घायल कर दिया गया था.