जन शिकायतों के निस्तारण में देरी पड़ेगी भारी, मिथ्या रिपोर्ट लगाई तो अनुशासनात्मक कार्रवाई तय : मुख्यमंत्री

लखनऊ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रदेशस्तरीय बैठक में विकास कार्यों, कानून व्यवस्था और आगामी पर्व-त्योहारों के दृष्टिगत व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में समस्त मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, अपर पुलिस महानिदेशक (ज़ोन), समस्त पुलिस आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक (रेंज), पुलिस उप महानिरीक्षक (परिक्षेत्र), मंडलायुक्त, जिलाधिकारियों की सहभागिता रही।

त्योहारों को देखते हुए चौबीस घंटे पुलिस प्रशासन को रहना होगा सतर्क

बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बेहतर कानून-व्यवस्था, सतत संवाद और सभी वर्गों से मिल रहे सहयोग का ही परिणाम है कि हाल के वर्षों में प्रदेश में सभी पर्व-त्योहार शांति और सौहार्द पूर्ण माहौल में सम्पन्न हो रहे हैं। बेहतर टीमवर्क और जनसहयोग का यह क्रम सतत जारी रखा जाए।16 सितंबर को बरावफात के अतिरिक्त अनंत चतुदर्शी तक गणेश उत्सव मनाया जाएगा। इसके उपरांत, पितृ पक्ष प्रारंभ होगा और 03 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र, विजयादशमी का उत्सव है। कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है। पुलिस प्रशासन को 24×7 सतर्क-सावधान रहना होगा।

अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से निपटें,बहनों और बेटियों की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता

सीएम योगी ने कहा कि हर पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से निपटें।पर्व और त्योहार खुशियों का अवसर होते हैं। हर व्यक्ति उल्लास-उमंग और आह्लाद में होता है। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। पिछले अनुभवों को दृष्टिगत रखते हुए सुरक्षा के इंतजाम करें।

सीएम योगी ने कहा कि माताओं, बहनों और बेटियों की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता में हैं। इससे किसी भी प्रकार समझौता नहीं किया जा सकता। लव जिहाद, चेन स्नेचिंग, ईव टीजिंग की छोटी से छोटी सूचना पर तत्काल एक्शन होना चाहिए। महिला पुलिस बीट अधिकारियों को एक्टिव रखें। पेट्रोलिंग जारी रखें। ऐसी घटनाओं पर बीट सिपाही से लेकर डिप्टी एसपी तक की जवाबदेही तय की जानी चाहिए।शासन स्तर पर प्रत्येक दिन हर जिले की समीक्षा की जा रही है।

पुलिस कमिश्नर हर दिन डीजीपी को अपने कमिश्नरेट की रिपोर्ट दें

जनपदों की हर घटना, हर अधिकारी की गतिविधि की मॉनीटरिंग हो रही है। ऐसा ही प्रयास ज़ोन और रेंज स्तर के अधिकारियों द्वारा अपने प्रभार के क्षेत्र में किया जाना चाहिए। पुलिस कमिश्नर हर दिन डीजीपी को अपने कमिश्नरेट की रिपोर्ट दें।उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने योजनाओं के लिए बजटीय आवंटन के लिए प्रदर्शन को मानक बनाया है। जो राज्य जितना अच्छा कार्य करेगा, भारत सरकार से उसे उसी प्रकार सहयोग दिया जाएगा। ऐसे में सभी अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव अपने विभागीय मंत्री के साथ भारत सरकार में संबंधित मंत्रालय में संवाद कर केंद्रीय योजनाओं में प्रदेश की सहभागिता बढाएं।सभी जिलों के लिए प्रभारी मंत्रीगणों की तैनाती की गई है।

प्रभारी मंत्रियों के दौरे के समय संबंधित अधिकारी रहे मौजूद

प्रभारी मंत्रियों का दौरा प्रत्येक माह होगा। जिलों में एक कोर कमेटी भी गठित की गई है। प्रभारी मंत्रियों के दौरे के समय सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें, अपनी विभागीय प्रगति से मंत्री को अवगत कराएं। प्रभारी मंत्री द्वारा दिये गए निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी/पुलिस कप्तान अपने जिले के प्रभारी मंत्री से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखें। जिले की गतिविधियों से उन्हें अपडेट करते रहें। जिलों के लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती भी शीघ्र कर दी जाएगी।आईजीआरएस में मिलने वाले आवेदन हों या सीएम हेल्पलाइन अथवा थाना, तहसील, विकास खंड में पहुंचने वाले शिकायतकर्ता, सबकी सुनवाई की जाए।

भ्रामक रिपोर्ट लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी तय

पीड़ित, परेशान व्यक्ति की मनोदशा को समझें, उसकी भावना का सम्मान करें और पूरी संवेदनशीलता के साथ समाधान किया जाए। शिकायतकर्ता की संतुष्टि और उसका फीडबैक ही अधिकारियों के प्रदर्शन का मानक होगा। जनशिकायतों, समस्याओं से जुड़े आवेदन का संतोषप्रद निस्तारण किया जाना है। मिथ्या अथवा भ्रामक रिपोर्ट लगाने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी तय है।नामातंरण, पैमाइश, लैंड यूज चेंज, वरासत आदि आम आदमी से जुड़े मामले किसी भी दशा में लंबित नहीं रहने चाहिए। तय समय सीमा के भीतर निस्तारण होना ही चाहिए।

हर जिलाधिकारी तहसीलों की और मंडलायुक्त अपने क्षेत्र के जिलों की नियमित समीक्षा करें। कहाँ, किस विभाग में आम आदमी के कितने आवेदन लंबित हैं, क्यों लंबित हैं, इसकी समीक्षा करें और जवाबदेही तय करते हुए रिपोर्ट अपने वरिष्ठ अधिकारी को प्रेषित करें।मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत दिनों में अतिवृष्टि के कारण लखीमपुर खीरी, फर्रुखाबाद, गोंडा, जालौन, प्रयागराज, वाराणसी सहित कई जिलों में जन-धन की क्षति की सूचना मिली है। इसका आकलन कर बिना विलंब क्षतिपूर्ति की जाए। राहत कार्यों में कतई देर न हो। राहत सामग्री का वितरण जारी रखें।

बाढ़ वाले क्षेत्रों को हर संभव सहायत उपलब्ध कराई जाए

यह सुनिश्चित करें कि राहत सामग्री की क्वालिटी और क्वांटिटी मानक के अनुरूप ही हो।कुछ नदियों का जलस्तर अब भी सामान्य से ऊपर है। इनकी मॉनीटरिंग की जाए। रेनकट की मरम्मत भी समय से कराएं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ/पीएसी तथा आपदा प्रबंधन की टीमें 24×7 एक्टिव मोड में रहें। जिलाधिकारी गण नौकाओं, राहत सामग्री आदि का पर्याप्त प्रबंध रखें।विगत कुछ सप्ताह के भीतर कुछ जिलों में मानव-वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। यद्यपि सुरक्षा और बचाव के दृष्टिगत सभी जिलों में आवश्यक प्रबन्ध किए गए हैं, फिर भी जहां अतिरिक्त आवश्यकता हो, सूचित करें हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

सीएम ने कहा कि वन्य जीव के कारण जिस भी परिवार में कोई घायल अथवा असमय काल-कवलित हुआ है, संवेदना के साथ उनके परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाए। प्रभावित क्षेत्रों में सोलर फेंसिंग के लिए आवश्यक वित्तीय सहयोग भी उपलब्ध कराया जाएगा।सीएम ने कहा पिछले कुछ दिनों में रेल पटरियों को क्षतिग्रस्त करने अथवा रेल दुर्घटना की साजिश के संकेत मिले हैं। कुछ लोग पकड़े भी गए हैं। यह अत्यंत गंभीर विषय है। ज़ोन और रेंज स्तर के पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्र के जीआरपी और आरपीएफ बल के साथ लगातार संपर्क बनाए रखें।

हर अराजक तत्व के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए

इंटेलिजेंस बढाएं और इस बड़ी साजिश में संलग्न हर अराजक तत्व के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।बाढ़ अथवा जलभराव के बीच सर्पदंश अथवा कुत्ते के काटने की घटना बढ़ सकती है। ऐसे प्रभावित लोगों को समय से उपचार उपलब्ध कराया जाए। बाढ़ के बीच गोवंश की सुरक्षा का भी प्रबंध करें।प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस 17 सितंबर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 02 अक्टूबर तक स्वच्छता का प्रदेशव्यापी अभियान चलाया जाना है। यह अभियान जनसहभागिता से ही सफल हो सकेगा, इसके दृष्टिगत मिलकर प्रयास किया जाए। ग्रामीण व नगरीय क्षेत्र में व्यापक स्वच्छता और फॉगिंग का कार्य मिशन मोड में किया जाए।हाल के कुछ दिनों में कई स्थानों पर जर्जर भवनों के गिरने की घटना घटित हुई है। नगरीय निकाय, विकास प्राधिकरण अभियान चलाकर अपने क्षेत्र में संवेदनशील भवनों का चिन्हांकन करें और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर आवासित होने के लिए प्रेरित करें।यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी सड़क किनारे बाइक, कार, टैक्सी की पार्किंग न हो। स्ट्रीट वेंडरों का यथोचित व्यवस्थापन सुनिश्चित करें। अवैध टैक्सी स्टैंडों पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। हमारी कार्रवाई सद्भावनापूर्ण होनी चाहिए।

13 पीसीएस और पांच पीपीएस अधिकारियों का तबादला

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आईएएस के बाद शनिवार की देर रात को 13 पीसीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए गये हैं।तबादलों के क्रम में अंजू कटियार को ओएसडी राजस्व परिषद, संजीव ओझा को एडीएम प्रयागराज मेला प्राधिकरण बनाया गया है। महेंद्र कुमार श्रीवास्तव एमडी राज्य चीनी निगम मुंडेरवा,अरुण कुमार को एडीएम बदायूं,देवेंद्र पाल सिंह को सिटी मजिस्ट्रेट बदायूं, शशि भूषण को अपर आयुक्त मुरादाबाद मंडल, सुभाष चंद्र यादव एडिशनल कमिश्नर वाराणसी मंडल बना गया है।

इसी तरह अजय कुमार तिवारी को सीआरओ वाराणसी,भगवान शरण को एडिशनल कमिश्नर चित्रकूट धाम मंडल,रमेश यादव को अपर आयुक्त सहारनपुर मंडल,प्रियंका को अपर आयुक्त झांसी मंडल, शमशाद हुसैन अपर आयुक्त आजमगढ़ मंडल,राकेश कुमार गुप्ता आयुक्त वाराणसी मंडल बनाया गया है। इससे पहले बीते दो दिन पहले कई जिलों के जिलाधिकारी सहित 29 आईएएस अधिकारी बदले गए हैं।

पांच पीपीएस अधिकारियों का तबादला

उत्तर प्रदेश में लगातार प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के तबादले हो रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार की शाम को प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग (पीपीएस) के पांच अफसरों का स्थानांतरण हुआ है।तबादलों के क्रम में अमित सक्सेना को पुलिस उपाधीक्षक ईओडब्ल्यू लखनऊ से पुलिस उपाधीक्षक कुशीनगर बनाया गया है। राजवीर सिंह गौर को पुलिस उपाधीक्षक एएनटीएफ मुख्यालय लखनऊ से पुलिस उपाधीक्षक बांदा, युवराज सिंह को पुलिस उपाधीक्षक अयोध्या से पुलिस उपाधीक्षक बुलंदशहर भेजा गया है। इसी तरह योगेन्द्र कुमार को पुलिस उपाधीक्षक साइबर क्राइम के पद से हटाते हुए पुलिस उपाधीक्षक अयोध्या बनाया गया है। वहीं, दिलीप सिंह प्रथम को पुलिस उपाधीक्षक बुलंदशहर से पुलिस उपाधीक्षक एलआईयू अलीगढ़ की जिम्मेदारी दी।

अखिलेश यादव बोले, बदलाव ला सकता था सपा-बसपा गठबंधन, बसपा सुप्रीमों मायावती ने किया पलटवार

लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सपा-बसपा का गठबंधन राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता था, पर हमें धोखा मिला। गठबंधन धर्म निभाने के लिए समाजवादी हमेशा त्याग करने को तैयार हैं। ये बात उन्होंने पार्टी मुख्यालय में हिंदी दिवस पर दानवीर कर्ण पर लिखित पुस्तक के विमोचन समारोह के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने साहित्यकारों को सम्मानित किया और हिंदी समेत सभी भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

तब बसपा के एक नेता ने भी कहा था कि उन्हें भी इसी तरह से धोखा मिला था

अखिलेश ने कहा कि दानवीर कर्ण जानता था कि वह युद्ध हारेगा, फिर भी अपने मित्रों का साथ नहीं छोड़ा। यह पूछने पर क्या गठबंधन की राजनीति में भी ऐसी मित्रता संभव है? अखिलेश बोले, राजनीति में अगर विचार, कार्यक्रम और सिद्धांत के लिए त्याग करना पड़ेगा, तो हम तैयार रहेंगे। सपा और बसपा का गठबंधन एक ऐसा सपना था, जो भीमराव आंबेडकर और राममनोहर लोहिया ने देखा था। हमें भरोसा था कि सपा-बसपा का गठबंधन देश की राजनीति को बदलेगा, लेकिन परिस्थितियां कुछ ऐसी रहीं कि गठबंधन नहीं चला। यह बात छोटी है कि किसने-किसका फोन नहीं उठाया। तब बसपा के एक नेता ने भी कहा था कि उन्हें भी इसी तरह से धोखा मिला था।

पुलिस साजिश में जुटी, कहां से रुकेंगे अपराध,आपत्तिजनक नारे लगने पर कहां थे ये संत

अखिलेश यादव ने वाराणसी की एक घटना पर कहा कि यूपी पुलिस साजिश में लगी है। वारदातें नहीं रुक रही हैं। फर्जी एनकाउंटर में तार से तार जोड़ने के लिए पुलिस अफसर घंटों साथ बैठते हैं। मंगेश यादव के एनकाउंटर के दो घंटे के भीतर ही मीडिया को प्रेस नोट पहुंचना बहुत कुछ स्पष्ट कर देता है। पुलिस के डर से सब कह देते हैं कि माल की बरामदगी हो गई है।मठाधीश वाले सवाल पर उन्होंने कहा कि जिन संतों को बुरा लग रहा है, उन्हें बताना चाहिए जब एक नारा चला ... इनको मारो जूते चार। तब वे कहां थे।

जम्मू जाएंगे, पर हरियाणा पर चुप्पी,सबसे बड़ी भू माफिया पार्टी है भाजपा

अखिलेश ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का पार्टी संगठन चुनाव प्रचार के लिए बुलाएगा तो वहां जाएंगे। लेकिन, हरियाणा में चुनाव प्रचार के लिए जाने के सवाल पर कुछ नहीं बोले। राहुल गांधी पर मानहानि का मुकदमा दर्ज होने पर अखिलेश ने कहा कि मुझे लगता है कि हमारे ऊपर भी मानहानि का मुकदमा दर्ज होने वाला है।अखिलेश ने कहा कि भाजपा नेताओं ने अयोध्या समेत कई जिलों में जमीन कब्जाई है। ये भू माफिया पार्टी है। लखनऊ तक में तालाबों पर कब्जा किया है। यह भारतीय जमीन पार्टी बन गई है।

आत्मा व परमात्मा का संयोग ही शिवत्व: स्वामी चिदंबरानंद

लखनऊ,15 सितंबर।आत्मा का परमात्मा से विलय ही शिवत्व की प्राप्ति है। अर्धनारीश्वर भगवान शिव 'शक्ति' के बिना अधूरे हैं। दोनों का संयोग ही उन्हें पूर्ण परब्रह्म बनाता है। इसी पूर्णत्व के लिए कभी सती तो कभी माता पार्वती के रूप में शक्ति भगवान शिव से जुड़कर सच्चे अर्थों में शिव तत्व का निर्माण करती है। शिव परिवार हमें सफल जीवन जीने की कला सिखाता है।

यह बात यहां जानकीपुरम विस्तार में चल रही श्री शिव महापुराण कथा के चौथे दिन कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती ने कही। उन्होंने कहा कि शिव शक्ति का संयोजन शिव के ग्रहस्थ जीवन का प्रतीक है।वह ग्रहस्थ आश्रम में रहकर भी वैराग्य और योग कैसे निभाया जा सकता है इसके समर्थ उदाहरण हैं। शिव का संपूर्ण चरित्र परिवार और समाज में तमाम विपरीत विचारधाराओं में सामंजस्य स्थापित करने का सोदाहरण संदेश देने वाला है। स्वामी जी ने कहा कि यह कम विलक्षण नहीं है कि शिव परिवार में स्वयं शिव का वाहन नंदी (बैल) है तो शिवा का वाहन सिंह है। पुत्र कार्त्तिकेय जहां मोर की सवारी करते हैं वहीं गणेश जी मूषकारूढ हैं।

सामान्य संसार में इन्हें परस्पर एक दूसरे का शत्रु माना जाता है परन्तु शिव परिवार में कुशल नेतृत्व के परिणामस्वरूप सभी का सहजीवन सहजता से चलता है। स्वामी जी ने कहा कि हमारे धर्मशास्त्रों में संस्कार व मल्य आधारित जीवन जीने की कला का संदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रत्येक धर्मशास्त्र टूटने का नहीं जुड़ने का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने जाति,वर्ग और वर्ण भेदों को भूलकर 'हिन्दुत्व' के मूल मंत्र को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्वयं भगवान राम ने निषाद राज को गले लगाया तो दंडकारण्य में तमाम ऋषियों के आश्रम में न जाकर माता शबरी की कुटिया में पहुंच कर सामाजिक एकता की चेतना को बल दिया।

कथा से पूर्व भगवान शिव की भव्य बारात निकाली गई जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गाजे बाजे के साथ 'हर हर बम बम' हर हर महादेव आदि के उद्घोष के साथ मस्ती के साथ भक्ति का अवगाहन किया। आज की कथा में अन्य दिनों की भांति तमाम विशिष्ट जनों व ख्यातिलब्ध संतों ने उपस्थित होकर कथा श्रवण का लाभ उठाया। आरती व प्रसाद वितरण के उपरांत कथा का समापन हुआ।

उप्र में पांच पीपीएस अधिकारियों का तबादला

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लगातार प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के तबादले हो रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार की शाम को प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग (पीपीएस) के पांच अफसरों का स्थानांतरण हुआ है।

तबादलों के क्रम में अमित सक्सेना को पुलिस उपाधीक्षक ईओडब्ल्यू लखनऊ से पुलिस उपाधीक्षक कुशीनगर बनाया गया है। राजवीर सिंह गौर को पुलिस उपाधीक्षक एएनटीएफ मुख्यालय लखनऊ से पुलिस उपाधीक्षक बांदा, युवराज सिंह को पुलिस उपाधीक्षक अयोध्या से पुलिस उपाधीक्षक बुलंदशहर भेजा गया है। इसी तरह योगेन्द्र कुमार को पुलिस उपाधीक्षक साइबर क्राइम के पद से हटाते हुए पुलिस उपाधीक्षक अयोध्या बनाया गया है। वहीं, दिलीप सिंह प्रथम को पुलिस उपाधीक्षक बुलंदशहर से पुलिस उपाधीक्षक एलआईयू अलीगढ़ की जिम्मेदारी दी।

लखनऊ में 13 नवम्बर तक लागू रहेगी बीएनएसएस की धारा 163

लखनऊ। आगामी त्योहार व जयंती को देखते हुए लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने शनिवार को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 (पूर्व धारा 144 सीआरपीसी) लागू करने के आदेश दिए है। यह धारा 15 सितम्बर से लागू की जाएगी है, जो 13 नवम्बर तक रहेगी।

पुलिस कमिश्नरेट की ओर से यह जानकारी दी गई कि आगामी बारवफात,विश्वकर्मा पूजा, अन्नत चतुर्दशी, महात्मा गांधी, शारदीय नवरात्रि, दशहरा पर्व, दीपावली और छठ पर्व, राजनीतिक गतिविधियों समेत अन्य महापुरूषों की जयंती को ध्यान में रखते हुए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू की गयी है। इस दौरान बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन, पैदल मार्च, सार्वजनिक स्थान पर पुतला दहन, अफवाह फैलाना, सोशल मीडिया के माध्यम से गलत प्रचार करना आदि पर प्रतिबंध रहेगा। नवीन निषेधाज्ञा धारा 163 का उल्लंघन करना धारा 223 भारतीय न्याय सहिंता व अन्य सुसंगत धाराओं के तहत दंडनीय अपराध माना जाएगा।

चकबंदी कार्यों में योगी सरकार ने स्थापित किया 10 वर्षों का नया कीर्तिमान, 30 वर्ष तक चकबंदी प्रक्रिया से वंचित रहे 296 गांवों में प्रक्रिया हुई

लखनऊ। योगी सरकार अन्नदाताओं के हितों के लिए लगातार आवश्यक कदम उठा रही है। योगी सरकार ने चकबंदी संबंधी कार्यों में पिछले एक वर्ष में 10 वर्षों का नया कीर्तिमान स्थापित किया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में आठ माह में प्रदेश के 40 जिलों के 82 ग्रामों में अब तक चकबंदी करायी जा चुकी है। वहीं पिछले वर्ष 2023-24 में प्रदेश के 74 जिलों के 781 गांवों में चकबंदी करायी गयी। इसके अलावा पिछले साल सितंबर से अब तक 705 ग्राम अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें 25,523 वादों का निस्तारण किया जा चुका है।

तीन वर्षों में 1475 ग्रामों में पूरी की गयी चकबंदी प्रक्रिया

चकबंदी आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अन्नदाताओं के खेत संबंधी विवादों को पारदर्शी एवं गुणवत्तापूर्ण तरीके से निपटाने के लिए चकबंदी कराने के निर्देश दिये थे। उन्होंने इसके निस्तारण के लिए अभियान और ग्राम अदालत लगाने के निर्देश दिये थे। इसी क्रम में इस वित्तीय वर्ष में आठ माह में 40 जिलों के 82 ग्रामों में चकबंदी करायी जा चुकी है। वहीं 51 ग्रामों में चकबंदी प्रक्रिया संभव न होने के कारण अधिनियम की धारा 6 (1) के तहत चकबंदी प्रक्रिया से अलग किया गया। इसी तरह वर्ष 2023-24 में 74 जिलों के 781 ग्रामों में चकबंदी प्रक्रिया पूरी की गयी। इसमें 330 ग्राम 10 वर्षों से अधिक अवधि के थे। वर्ष 2022-23 में 463 ग्रामों एवं 2021-22 में 231 ग्रामों में चकबंदी प्रक्रिया पूरी की गयी, जो पिछले 10 वर्षों की तुलना में एक कीर्तिमान है।

कुल मिलाकर वर्ष 2021-2022, 2022-23 तथा 2023-24 में 1475 ग्रामों में चकबंदी प्रक्रिया पूरी हुई है। वहीं, 50 वर्ष से अधिक अवधि से लंबित 8 ग्राम, 30 वर्ष से 50 वर्ष तक लंबित 72 ग्राम और 10 वर्ष से 30 वर्ष तक लंबित 296 ग्राम में चकबंदी प्रक्रिया पूरी की गयी। इसमें आजमगढ़ के ग्राम महुवा और गोमाडीह में क्रमश: 63 वर्ष और 56 वर्ष से लंबित, विचाराधीन चकबंदी प्रक्रिया पूरी की गयी। इसके अलावा गाजीपुर के ग्राम सवना व बरेजी चकबंदी प्रक्रिया 59 वर्षों एवं ग्राम बेलसड़ी की चकबंदी प्रक्रिया 55 वर्षों से विचाराधीन थी, जिसे पूरी किया गया।

कन्नौज के 8 ग्रामों के दोबारा तैयार कराए चकबंदी अभिलेख

चकबंदी आयुक्त ने बताया कि लखीमपुर खीरी के ग्राम सुआबोझ, सुल्तानपुर के ग्राम मालापुर जगदीशपुर, जौनपुर के ढेमा गांव में क्रमश: 53, 54 और 52 वर्ष से चकबंदी प्रक्रियाधीन थी, जिसे पूरा किया गया। इसके अलावा सुल्तानपुर के ग्राम अन्दारापुर में 48 वर्षों, बरेली के ग्राम मोहनपुर में 41 वर्ष, बिजनौर के ग्राम छाचरी टीप में 35 वर्षों, बदायूं के ग्राम रहेड़िया में 33 वर्षों, मऊ के ग्राम अल्देमऊ में 31 वर्षों, बुलंदशहर के ग्राम याकूबपुर व मुस्तफाबाद डडुवा में 30 वर्षों से चकबंदी प्रक्रियाधीन थी, जिसे पूरी किया गया। इसके साथ ही कन्नौज में 1990 में अग्निकांड की वजह से 35 ग्रामों के अभिलेख जल गये थे, जिससे 34 वर्षों से चकबंदी प्रक्रिया बाधित हो रही थी। इसमें नये अभिलेखों को तैयार करना सबसे बड़ी चुनौती थी।

ऐसे में चकबंदी आयुक्त ने तत्कालीन अपर निदेशक चकबंदी की अध्यक्षता में समिति का गठन किया। साथ ही समिति की संस्तुति के बाद 35 ग्रामों में से 8 ग्रामों को पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में उनके अभिलेख सृजित किये गये। इनमें से दो गांव नन्दलालपुर व करनौली की चकबंदी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। इतना ही नहीं पिछले वर्ष चकबंदी प्रक्रिया में शामिल लखीमपुर खीरी के ग्राम रामपुर मकरन्द की चकबंदी प्रक्रिया एक वर्ष और रामपुर के ग्राम चक रफतपुर में मात्र आठ माह में चकबंदी पूरी की गयी।

जल्द ही एआई, ब्लॉक चेन, ड्रोन और रोवर से होगी चकबंदी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चकबंदी संबंधी पुराने लंबित वादों को निस्तारित करने के लिए ग्रामों में ग्राम अदालत लगाने के निर्देश दिये थे। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद पिछले वर्ष सितंबर से अब तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में 705 ग्राम अदालत का आयोजन किया गया। इसके जरिये 25,523 वादों को निस्तारण किया जा चुका है। इसके अलावा किसानों के हित एवं पारदर्शिता के मद्देनजर एआई, ब्लॉक चैन, ड्रोन एवं रोवर सर्वेक्षण आधारित चकबंदी संचालित करने के लिए पायलेट प्रोजेक्ट के तहत आईआईटी रूड़की के साथ परीक्षण चल रहा है। इसके साथ ही जीआईएस बेस्ड सॉफ्टवेयर एवं मोबाइल ऐप विकसित करने की भी कार्रवाई चल रही है। जल्द ही इन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर चकबंदी प्रक्रिया संचालित की जाएगी।

*विरोधाभासों का संगम है भगवान शिव का चरित्र: स्वामी चिदंबरानंद*

लखनऊ- जानकीपुरम विस्तार में श्री शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि शिव का स्वरूप अन्य देवताओं से कतई भिन्न है। जहां अन्य देवता सुंदर वस्त्राभूषणों में दिखते हैं वहीं भूत भावन भगवान शिव अत्यंत सामान्य हैं। वह बाघंबर पहनते हैं। सर्प,मानव मुंड उनके आभूषण हैं, और तो और गृहस्थ होते हुए भी वह श्मशानवासी हैं। शरीर पर चिता भस्म उनका श्रंगार करती है। कुल मिलाकर शिव का पूरा स्वरूप तमाम विरोधाभासों का समुच्चय है। यही विरोधाभास उन्हें औरों से अलग करते हैं। इनके माध्यम से वह जीवन जीने का संदेश देते हैं।वह गृहस्थ धर्म में रहते हुए वैराग्य के पोषक हैं तो अपनी वेषभूषा से सामान्य जीवन जीने की कला बताते हैं। श्मशान वास के माध्यम से वह जीवन की नश्वरता और उसकी अंतिम परिणति का संदेश देते हैं।

स्वामी जी ने कहा कि स्वयं सांसारिक विषय -विकारों से दूर शिव की आराधना पंच विकारों की समाप्ति करती है। उनके चरणों में काम, क्रोध,लोभ ,मोह और अहंकार रूपी पंच विकारों का विनाश हो जाता है। शिव इन विकारों का संहार कर अपने भक्त में सप्त गुणों पवित्रता, शांति, शक्ति, स्नेह, ज्ञान, प्रसन्नता एवं गांभीर्य की उत्पत्ति करते हैं जो जीवन की वास्तविक आवश्यकता है।

स्वामी जी ने नारद मोह की कथा का प्रवर्तन करते हुए कहा कि भगवान शिव ने जिस स्थान पर कामदेव का भस्मीभूत किया था, वहीं तपस्या के बाद नारद जी में स्वयं कामजित् होने का अहंकार आ गया। भला भोलेनाथ अपने प्रियजन में अहंकार कैसे सहन कर लेते। उन्होंने तुरंत ऐसी स्थितियों का निर्माण किया जिससे मुनि श्रेष्ठ मोह ग्रस्त हो गये और इस मोहपाश से मुक्त होने पर उनका अहंकार तिरोहित हो गया। स्वामी जी ने भगवान शिव से जुड़े अन्याय प्रसंगों की चर्चा करते हुए श्रोताओं को शिवमय कर दिया।

मौसम की अनुकूलता के कारण आज कथा मंडप में पर्याप्त संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आज की कथा में उप्र के कई अन्य जिलों के साथ महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान व दिल्ली प्रदेश से आए हरिहर सेवा समिति से जुड़े दर्जनों कथा प्रेमियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और कथा का भरपूर आनंद लिया।

चार पीपीएस अधिकारियों का तबादला

लखनऊ। प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग (पीपीएस) के चार अधिकारियों का तबादला शुक्रवार को हुआ है। तबादलों के दौर में बलवन्त कुमार चौधरी को अपर पुलिस अधीक्षक (देहात) गाजीपुर से अपर पुलिस अधीक्षक (देहात) अयोध्या बनाया गया है। उनकी जगह पर अतुल कुमार सोनकर को अपर पुलिस अधीक्षक (देहात) अयोध्या से अपर पुलिस अधीक्षक (देहात) गाजीपुर भेजा गया है। शिव ठाकुर को पुलिस उपाधीक्षक कानपुर देहात से पुलिस उपाधीक्षक बुलंदशहर और पुलिस मुख्यालय में तैनात जिलाजीत की नवीन तैनाती पुलिस उपाधीक्षक सीबीसीआईडी मुख्यालय लखनऊ में की गई है।

योगी सरकार 2 अक्टूबर को देगी 'स्वच्छता ही सेवा' अवार्ड

लखनऊ। महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि देने के लिए योगी सरकार पूरे प्रदेश में 17 से 2 अक्तूबर तक स्वच्छता अभियान 'स्वच्छता ही सेवा' का आयोजन कर रही है। नगर विकास विभाग ने इस पूरे अभियान को चलाने के लिए कार्ययोजना बना ली है। इसके अंतर्गत योगी सरकार 2 अक्टूबर को स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले सफाई मित्रों समेत अन्य लोगों को 'स्वच्छता ही सेवा अवार्ड" से सम्मानित करेगी। यह अवार्ड कुल 9 श्रेणियों में दिया जाएगा, जिसमें जनभागीदारी के साथ ही सहयोगियों और विशिष्ट पहलों को भी सम्मानित किया जाएगा। अवॉर्ड पाने वालों का चयन राज्य और जनपद स्तर पर चयन समिति द्वारा किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि 15 दिवसीय यह अभियान दैनिक आधार पर थीम आधारित आईईसी गतिविधियों के माध्यम से संपन्न कराया जाएगा।