ईको जंगल कैंप कठोतिया को सिल्वर अवार्ड प्राकृति पर्यटन में म.प्र. की उपलब्धि


प्रकृति पर्यटन के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को एक और उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल हुई है। ईको जंगल कैंप कठोतिया को आईसीआरटी इंडिया और सबकॉन्टिनेंट अवार्ड के नेचर पॉजिटिव श्रेणी में सिल्वर अवार्ड मिला है। नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में यह पुरस्कार म.प्र. ईको पर्यटन विकास बोर्ड दिया गया।

यह अवार्ड प्रतिवर्ष आईसीआरटी इंडिया के द्वारा भारत में नेचर एवं रिस्पांसिबल टूरिज्म में उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाओं एवं व्यक्तियों को दिया जाता है। पुरस्कार वितरण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सतपाल जी महाराज, पर्यटन मंत्री उत्तराखंड मुग्धा सिन्हा, डायरेक्टर जनरल (पर्यटन) भारत सरकार एवं आईसीआरटी फाउंडेशन के डायरेक्टर डॉ. हेरोल्ड गुडविन थे। मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड की ओर से कार्यक्रम में सन्देश माहेश्वरी, सहायक महाप्रबंधक सिद्धार्थ सिंह, परिक्षेत्र अधिकारी वीरपुर एवं ईकोपर्यटन समिति कठोतिया के सदस्य मदनलाल, शकन्हैया लाल एवं हरि सिंह उपस्थित रहे।

कठोतिया की विशेषता

मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड द्वारा ईको जंगल कैंप कठोतिया में स्थानीय समुदाय के माध्यम से विभिन्न ईको पर्यटन गतिविधियां जैसे कैम्पिंग, पक्षी दर्शन, गाँव का भ्रमण, घने वन क्षेत्रों में प्राचीन चट्टानों आश्रयों, झरनों, पवित्र स्थलों तक ट्रेकिंग और साहसिक गतिविधियाँ जैसे रैपलिंग, नदी पार करना, संरक्षण शिक्षण गतिविधियाँ और अनेकों प्रशिक्षण कार्यक्रम आदि संचालित किये जाते हैं। आईसीआरटी इंडिया द्वारा समुदाय आधारित ईको पर्यटन मॉडल को भील जैसे आदिवासी स्थानीय समुदायों के लिए आजीविका सुरक्षित करने, वन विभाग और वनवासियों के बीच सकारात्मक संबंध बनाने और प्रकृति को संरक्षित करने का एक अत्यधिक अनुकरणीय तरीका माना है। इस पुरस्कार से मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड द्वारा कार्यान्वित की जा रही समुदाय आधारित ईकोपर्यटन को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान प्राप्त होगी।

अनुसूचित जाति के पुराने छात्रावासों को डिस्मेंटल करके नये भवन बनाये जाने के प्रस्ताव तैयार करें : मंत्री चौहान


अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान ने मंत्रालय में अनुसूचित जाति कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि अनुसूचित जाति के पुराने छात्रावासों को डिस्मेंटल कर नये भवन बनाये जाने के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये, जिससे कोई छात्रावास में घटना निर्मित न हो। मंत्री चौहान ने कहा कि छात्रावासों में सुविधाएं बढ़ाई जाएं, जिससे पालकों को अपने बच्चों को छात्रावासों में भेजने में विश्वास जागृत हो। छात्रावास सुविधा सम्पन्न होंगे, उससे बच्चों को पढ़ाई में मन लगेगा। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी संभागीय अधिकारी समय-समय पर छात्रावासों का निरीक्षण करें और उसके संबंध में मुझे जानकारी दें।

अनुसूचित जाति मंत्री चौहान ने कहा कि सभी छात्रावासों में नवाचार के रूप में टेलीफोन लगाये जायें, जिससे छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थी अपने पालकों से समय-समय पर बातचीत कर सकें। मंत्री चौहान ने अनुसूचित जाति विभाग के विकास संबंधी योजनाएं जैसे छात्रावास संचालन, छात्रवृत्ति प्रदाय, शिक्षा के लिये प्रोत्साहन, अनुदान योजनाएं, प्रशिक्षण एवं स्व-रोजगार, अधोसंरचना विकास और अस्पृश्यता निवारण और अनुसूचित जाति व जनजाति के अधिकारों का संरक्षण की समीक्षा की।

मंत्री नागर ने पोस्ट मेट्रिक महाविद्यालयीन छात्रवृत्ति, पोस्ट मेट्रिक कक्षा 11वीं व 12वीं छात्रवृत्ति की स्थिति की संभागवार जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति के संबंध में बजट प्रावधान बढ़ाया जाये। मंत्री नागर ने आवास सहायता योजना में छात्रों को गृह निवास से बाहर महाविद्यालयीन स्तर पर नियमित विद्यार्थियों को आवास सहायता राशि नियमानुसार समय-सीमा में उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय में इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में परीक्षा परिणाम प्रतिशत कम पाये जाने पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इसके लिये ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय के प्रिंसिपलों की बैठक बुलाई जाए और उनसे इस बारे में जानकारी ली जाए।

मंत्री चौहान ने अशासकीय अनुदान प्राप्त संस्थाओं में अनुदान की राशि स्वीकृत करने से पहले उसका परीक्षण किया जाए। उन्होंने कहा कि सावित्री बाई फुले स्व-सहायता समूह योजना को विशेषकर रतलाम, अलीराजपुर, झाबुआ जिले में छोटे-छोटे व्यवसाय करने वाली महिलाओं को इस योजना का लाभ दिया जाए। मंत्री चौहान ने संत रविदास स्व-रोजगार योजना, डॉ. भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना में वितरित ऋण के संबंध में भी जानकारी ली।

समीक्षा बैठक में अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. ई. रमेश कुमार एवं संभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव का महाकाल मन्दिर के महानिर्वाणी अखाड़े के संत समाज ने स्वागत कर किया अभिनन्दन


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को महाकालेश्वर मन्दिर में पूजा-अर्चना की। पूजन-अर्चन के बाद महानिर्वाणी अखाड़े के संत समाज ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव तथा उनकी धर्म-पत्नी सीमा यादव का स्वागत कर अभिनन्दन किया।

मुख्यमंत्री को महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरि तथा संत समाज ने महाकाल भगवान की रजत जड़ित प्रतिकृति भेंट की। इस अवसर विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, विधायक सतीश मालवीय, विशाल राजौरिया, संजय अग्रवाल, रवि सोलंकी तथा प्रशासनिक अधिकारीगण मौजूद थे।

श्री विश्वकर्मा महापंचायत की महिला संगोष्ठी सम्पन्न

"सनातन धर्म: आस्था, परंपराएं और सामाजिक एकता का परिचय" रहा विषय

भोपाल। राजधानी में श्री विश्वकर्मा महापंचायत के महिला मोर्चा द्वारा सनातन संस्कृति में अहम भूमिका रखने वाले पर्व शिव चौदस के अवसर पर गणेश पूजन कर शिवशक्ति की आराधना की गई। इस अवसर पर महिला संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया, आयोजन में संगठन की महिला पदाधिकारी एवं सदस्यों ने भजनों की मधुर प्रस्तुति दी। संगोष्ठी में विषय पर चर्चा के दौरान महिलाओं ने अपने अपने विचार साझा किए, आयोजन में उपस्थित महिला मोर्चा की सदस्यों ने संगठन की मजबूती पर बल दिया। इस अवसर पर संगठन के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष महिला मोर्चा उमा विश्वकर्मा सहित संगठन एवं समाज की अनेक महिलाएं एकत्रित हुईं ।

उन्होंने संगठन की एकजुटता और सामाजिक योगदान को बढ़ावा देने के लिए प्रेरणादायक संदेश दिए। इस मौके पर महिला सदस्यों ने संगठन को और भी मजबूत बनाने की दिशा में प्रतिबद्धता व्यक्त की। यह संगोष्ठी न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण थी, बल्कि इसमें महिलाओं के संगठनात्मक सशक्तिकरण और समाज की एकता पर भी जोर दिया गया। आयोजन ने इस बात को भी रेखांकित किया कि कैसे महिलाएं सनातन धर्म की परंपराओं को जीवित रखते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्व. शर्मा के निवास पहुँचकर शोक संवेदना व्यक्त की


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज रविवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस समिति के सचिव और पूर्व शहर अध्यक्ष स्व. अमित (राम) शर्मा के उज्जैन स्थित निवास पहुंचे। उन्होंने स्व. शर्मा के चित्र पर पुष्पांजली अर्पित की और परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की।

मुख्यमंत्री ने अमित शर्मा के पिता पूर्व पार्षद अशोक शर्मा से मिलकर ढांढस बंधाया। गौरतलब है कि रविवार को अमित शर्मा का हृदयाघात से आकस्मिक निधन हो गया था।

मुख्यमंत्री ने ईश्वर से प्रार्थना की कि मृतक के परिजन को इस वज्रपात को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा सहित जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।

खाद्यान वितरण योजना में बदलाव से रूकेंगीं गड़बड़ी : गोविंद सिंह राजपूत


भोपाल । भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में वितरित की जाने वाली खाद्यान्न सामग्री के तहत अब पात्र परिवारों को राशन का वितरण प्रत्येक माह की 1 से 31 तारीख तक करने की समय-सीमा निर्धारित की गई है। 

प्रदेश के खाद्य, नागरिक एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने इस संबंध में जारी नये निर्देशों की जानकारी देते हुए बताया कि अब जिस माह की राशन सामग्री है, उसी माह में वितरित की जायेगी। यह केरी फॅारवर्ड नहीं होगी। मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि अगस्त माह से इसे शुरू कर दिया गया है। अगस्त माह में 1 करोड़ 17 लाख 53 हजार पात्र परिवारों को राशन सामग्री का वितरण किया गया। जुलाई के राशन सामग्री आवंटन में लगभग 7 लाख 96 हजार परिवारों को 1 से 15 अगस्त तक केरीफॉवर्ड राशन का वितरण भी किया गया था। साथ ही इन परिवारों को अगस्त माह का राशन भी वितरित किया गया। 

वन नेशन-वन राशन कार्ड में भी खाद्य सामग्री वितरित ;

खाद्य मंत्री श्री राजपूत ने बताया है कि माह अगस्त मे 'वन नेशन-वन राशन कार्ड' के तहत मध्यप्रदेश में अन्य राज्यों के 3644 परिवार द्वारा और अन्य राज्यों में प्रदेश के 34 हजार 667 परिवारों द्वारा एवं अन्तर्जिला पोर्टेबिलिटी से 14 लाख 38 हजार 630 परिवारों द्वारा राशन प्राप्त किया गया। यह माह जुलाई की तुलना में अधिक है। 

सुनियोजित कार्य-योजना से राशन सामग्री का वितरण: 

समय-सीमा में पात्र परिवारों को राशन वितरण के लिये राज्य स्तर पर प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्रीमती रश्मि अरूण शमी की अध्यक्षता में संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक कर राशन प्रदाय एवं वितरण की सुनियोजित कार्य-योजना तैयार कर राशन सामग्री का वितरण कराया गया। माह अगस्त 2024 के आवंटन अनुसार जिन जिलों में राशन सामग्री की उपलब्धता कम थी, उन जिलों में लगभग 25 हजार 600 एमटी गेहूं एवं चावल का अन्य जिलों से परिवहन कर प्रदाय केन्द्रों पर भण्डारण कराया गया। वृद्ध उपभोक्ताओं को उनके घर जाकर राशन सामग्री वितरित कराई गई। ग्राम खरसोद खुर्द में दिव्यांग प्रहलाद, जो गांव से 5 किलोमीटर दूर रहते हैं, उन्हें 31 अगस्त को उनके निवास जाकर राशन सामग्री वितरित कराकर ई-केवाईसी कराई गई।

मुख्यमंत्री युवा अन्नदूत योजना से 27,826 दुकानों तक परिवहन :

खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि माह अगस्त के आवंटन के लिए प्रदेश के 252 प्रदाय केन्द्रों से गेहूं 1.12 लाख मीट्रिक टन, चावल 1.69 लाख मीट्रिक टन, नमक 0.10 लाख मीट्रिक टन एवं शक्कर 0.12 लाख मीट्रिक टन का परिवहन 'मुख्यमंत्री युवा अन्नदूत' योजना के परिवहनकर्ताओं के माध्यम से कराकर 27 हजार 826 उचित मूल्य दुकानों तक पहुँचाया गया। जिन जिलों में प्रदाय केन्द्रों से उचित मूल्य की दुकानों तक राशन सामग्री के प्रदाय में विलम्ब हो रहा था, उन जिलों में अतिरिक्त वाहनों के माध्यम से राशन सामग्री का परिवहन कराया गया।

राज्य स्तर से की गई मॉनिटरिंग :

उचित मूल्य दुकानों पर राशन सामग्री के प्रदाय एवं पात्र परिवारों को वितरण की मॉनीटरिंग सप्ताह में दो बार वीडियो कॉन्फ्रेंस से राज्य स्तर से की गई। शासकीय अवकाश के दिवसों में भी राशन सामग्री का प्रदाय एवं वितरण कराया गया। संचालनालय खाद्य भोपाल स्तर पर राशन सामग्री के उठाव एवं वितरण की समीक्षा के लिये जिलेवार अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई। 

6 माह से राशन नहीं लेने वालों के नाम चस्पा किये गये :

खाद्य मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि विगत 6 माह से निरंतर राशन प्राप्त न करने वाले लगभग 1 लाख 74 हजार परिवारों को माह अगस्त में राशन प्राप्त् करने के लिये परिवारों के नामों की सूची उचित मूल्य दुकानों पर चस्पा कराई गई। 25 अगस्त तक उचित मूल्य दुकानों से राशन प्राप्त‍ न करने वाले 13 लाख 33 हजार 470 पात्र परिवारों को राशन प्राप्त करने के लिये राज्य स्तर से एसएमएस किए गये। राज्य स्तर पर बने नियत्रंण कक्ष के दूरभाष क्र.- 0755-2551475 पर प्राप्त शिकायतों का भी त्वरित निराकरण किया गया। पात्र परिवारों को अगस्त माह में ही राशन सामग्री प्राप्त करने के लिए प्रचार-प्रसार कराया गया।

नई राशन वितरण व्यवस्था से होगा लाभ :

खाद्य मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि इस राशन वितरण व्यवस्था से पात्र परिवारों को आवंटन माह अगस्त् में ही राशन प्राप्त हुआ। आगामी माह तक राशन प्राप्त करने के लिये इंतजार करने की आवश्यकता नहीं रही। आगामी माह में (केरी फारवर्ड) राशन वितरण बंद होने से उचित मूल्य दुकान से राशन वितरण में अनियमितताओं पर रोक लगी है। भारत सरकार द्वारा मध्यप्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम को वितरित राशन सामग्री मात्रा पर अनुदान राशि का माहवार भुगतान हो सकेगा। राशन सामग्री आवंटन माह मे वितरण कराने से उचित मूल्य दुकानों पर आगामी माह की राशन सामग्री के भण्डारण कराने में सुविधा होगी।

आधुनिक तकनीक से रजिस्ट्री के साथ नामांतरण करने का काम देश में सबसे पहले म.प्र. ने किया शुरू : मुख्यमंत्री डॉ. यादव


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि नागरिकों की सुविधा के लिये प्रांतव्यापी चलाए गये राजस्व महाअभियान के 2 चरण कारगर सिद्ध हुए हैं। जमीन संबंधी मामलों के त्वरित निराकरण के उद्देश्य के साथ चलाए गए राजस्व महाअभियानों में 80 लाख राजस्व प्रकरणों का निराकरण किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कहा कि आधुनिक तकनीक का उपयोग कर रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण करने का काम देश में सबसे पहले मध्यप्रदेश ने शुरू किया है।

डॉ. यादव ने नागरिकों को उत्तम सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए समर्पित अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीम को बधाई दी। उन्होंने उन सभी नागरिकों को भी बधाई दी है, जिनके लंबित मामलों का निराकरण हुआ है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश्सरकार जनसेवा और आम जन की समस्याओं के निराकरण के लिए प्रतिबद्ध है। राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण के लिये 18 जुलाई से 31 अगस्त तक संचालित राजस्व महाअभियान 2.0 में नामांतरण, बंटवारा, अभिलेख दुरुस्ती और नक्शा तरमीम के 49 लाख 15 हजार 311 मामले निराकृत हुए। साथ ही 88 लाख से अधिक ई-केववायसी पूरी की जा चुकी हैं। इससे पहले राजस्व महाअभियान 1.0 में 30 लाख से अधिक राजस्व प्रकरणों का निराकरण किया गया था।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर राजस्व-महाअभियान का पहला चरण 15 जनवरी से 15 मार्च 2024 तक जारी रहा। इस दौरान 30 लाख से ज्यादा राजस्व प्रकरणों का निराकरण हुआ। पहले चरण के राजस्व महाभियान की सफलता एवं जनता की सराहना मिलने पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दूसरे चरण का राजस्व महाभियान शुरू करने के निर्देश दिये। यह अभियान 18 जुलाई से 31 अगस्त 2024 तक चला। इसमें राजस्व न्यायालयों में समय-सीमा पर लम्बित नामांतरण, बँटवारा, अभिलेख दुरुस्ती के प्रकरणों का 100 प्रतिशत निराकरण किया गया। साथ ही नक़्शे पर तरमीम उठाना और खसरे की समग्र आधार से लिंकिंग का कार्य किया गया। महाअभियान में स्वामित्व योजना के तहत आबादी भूमि के सर्वेक्षण का कार्य, फार्मर रजिस्ट्री का क्रियान्वयन और पीएम किसान में सभी हितग्राहियों को शामिल करने का कार्य भी किया गया। राज्य, संभाग, जिला और तहसील स्तर पर प्रतिदिन प्रकरणों के निराकरण की सतत मॉनिटरिंग राजस्व महाभियान डैशबोर्ड के माध्यम से की गई।

राजस्व महाअभियान - 01 और 02 में प्रकरणों के निराकरण की स्थिति निम्नानुसार रही :-

राजस्व प्रकरणों का समाधान - 80,00,000

राजस्व महा अभियान-01

30,00,000

राजस्व महा अभियान-02

49,15,311

नामांतरण

2,71,626

बंटवारा

27,983

अभिलेख दुरूस्ती

26,784

नक्शा तरमीम

45,88,918

कुल

49,15,311

राजस्व महाअभियान 2.0 में 49 लाख से अधिक प्रकरणों का निराकरण एवं 88 लाख अधिक ई-केवायसी पूर्ण की गई।

36 जिलों में शत-प्रतिशत लंबित नामांतरण प्रकरण किये निराकृत

आलीराजपुर, उज्जैन, उमरिया, खरगौन, गुना, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, झाबुआ, टीकमगढ़, डिंडोरी, दतिया, दमोह, देवास, नर्मदापुरम, निवाडी, नीमच, पन्ना, पांढुर्णा, बड़वानी, बालाघाट बुरहानपुर, बैतूल, भिण्ड, भोपाल, मंडला, मऊगंज, मन्दसौर, मुरैना, मैहर, रतलाम, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, शहडोल, श्योपुर, सतना जिलों में लंबित नामांतरण प्रकरणों का 100% निराकरण किया गया है। शेष जिलों में 99% से अधिक प्रकरणों का निराकरण किया गया है। इस प्रकार कुल 99.98% लंबित नामांतरण प्रकरणों का निराकरण राजस्व महाभियान 2.0 में किया गया है।

बंटवारा प्रकरणों का सभी जिलों में शत-प्रतिशत निराकरण

बंटवारा लंबित बंटवारा प्रकरणों का शत-प्रतिशत निराकरण समस्त जिलों द्वारा किया गया है। अभिलेख दुरुस्ती लंबित अभिलेख दुरुस्ती प्रकरणों का भी शत-प्रतिशत निराकरण समस्त जिलों द्वारा किया गया है। इसी प्रकार बुरहानपुर, खंडवा, पांढुर्णा, सिवनी, बैतूल, झाबुआ जिलों में लंबित नक्शा तरमीम के 50% से अधिक प्रकरणों निराकरण किया गया है।

बिंदु जुनेजा द्वारा मध्यप्रदेश उत्सव की सांस्कृतिक संध्या में ओड़िसी नृत्य की प्रस्तुति


मध्यप्रदेश भवन में आयोजित ‘मध्यप्रदेश उत्सव’ की सांस्कृतिक संध्या में आज बिंदु जुनेजा और उनकी शिष्या सुश्री कल्याणी फागरे ने ओड़िसी नृत्य की प्रस्तुति दी। नृत्य प्रस्तुति मंगलाचरण से आरंभ हुई जिसमे देवी के नौ रूपों का चित्रण किया गया, मंगलाचरण की समाप्ति गंधर्व-गीत से हुई। इसके पश्चात नर्मदा स्तुति और राग शंकराभरणम् पल्लवी की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का समापन शांतिपाठ से हुआ। मध्यप्रदेश भवन में 30 अगस्त से 2 सितंबर, 2024 के बीच आयोजित हो रहे 'मध्यप्रदेश उत्सव' में प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या का कार्यक्रम हो रहा है। 

 बिन्दु जुनेजा ओडिसी की विख्यात नृत्यांगना हैं। उन्होंने गुरुमा माधवी मुदगल और गुरु केलुचरण महापात्र से ओडिसी की शिक्षा ली है। वे भोपाल में "पर्ण" नाम की एक अकादमी भी चलाती हैं, जिसमें वो बच्चों को ओडिसी नृत्य की शिक्षा देती हैं। इनके द्वारा देश के साथ-साथ, विदेशों में भी मंच प्रस्तुतियां दी जा चुकी है।

गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र में विकास के कार्य निरंतर जारी रहेंगे : राज्यमंत्री कृष्णा गौर


पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर ने रविवार को गोविंदपुरा विधानसभा के वार्ड- 72 और 73 में विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। राज्यमंत्री गौर ने कहा कि गोविंदपुरा विधानसभा को विकास के शिखर पर पहुंचाना है। राज्य सरकार विकास के उद्देश्य को लेकर चल रही है। इसी क्रम में हमने विधानसभा में हर क्षेत्र में विकास किया है। गोविंदपुरा क्षेत्र में विकास कार्य लगातार किए जा रहे हैं। इसके साथ ही आम जनता को जनहितैषी व जन कल्याणकारी सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिल रहा है। उन्होंने स्थानीय नागरिकों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनी और उन्हें अतिशीघ्र हल करने का आश्वासन दिया।

राजयमंत्री गौर ने वार्ड-72 मालीखेड़ा में हायर सेकेंड्री स्कूल चौराहे से विसर्जन घाट तक 25 लाख 81 हजार रुपए की लागत से तैयार होने वाली सी.सी रोड के निर्माण के कार्य का भूमिपूजन किया। वार्ड-72 में कल्याण नगर में गली नंबर 3-4 में 20 लाख 60 हजार रुपए की लागत से तैयार होने वाली सी.सी रोड एवं नाली के निर्माण कार्य का भी भूमिपूजन किया। पार्षद राजीव राठौर, विकास पटेल और भानपुर मण्डल अध्यक्ष नीलेश गौर मौजूद थे।

मध्यप्रदेश की उन्नति के लिए समर्पित हैं डॉ. मोहन यादव : आचार्य प्रज्ञा सागर जी महाराज


आचार्य 108 प्रज्ञा सागर जी महाराज ने मध्यप्रदेश में जन-कल्याण के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व की सराहना की है। आज राजस्थान के झालरापाटन में अपने 52 वें जन्म दिवस और 36 वें चातुर्मास कार्यक्रम में जैन मुनि प्रज्ञा सागर जी महाराज ने कहा कि मध्यप्रदेश की उन्नति के लिए समर्पित और ऊर्जावान मुख्यमंत्री के रूप में डॉ. यादव ने अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को आशीर्वाद भी दिया।

आचार्य प्रज्ञा सागर महाराज ने कहा है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मेरे 50 वें और 51 वें जन्म दिवस पर उच्च शिक्षा मंत्री के रूप में पधारे थे। आज वे मुख्यमंत्री के रूप में आए हैं। निश्चित ही उनका यह भाव प्रभावित करता है। उन्होंने मेरी जन्म वर्षगांठ के अवसर पर निरंतर तीन वर्ष आकर हैट्रिक बनाई है। इस चातुर्मास कार्यक्रम और महोत्सव को उन्होंने बहुमुखी बना दिया है। महोत्सव में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने उपस्थित होकर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव का स्वागत किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संतों का आर्शीवाद पूँजी की तरह है। हमारे देश में संतों और धर्माचार्यों का स्थान सर्वोच्च है। सम्पूर्ण समाज संतों से मार्गदर्शन प्राप्त करता है। हमारे संतों ने सनातन संस्कृति को निरंतर कायम रखा है। किसी मनुष्य ने स्वर्ग नहीं देखा लेकिन संतों का सानिध्य और आशीर्वाद प्राप्त होना जीवन को धन्य करने और स्वर्गिक आनंद की अनुभूमि प्राप्त करने जैसा है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि काल के प्रवाह में यूनान,रोम और कई देशों का अस्तित्व और सभ्यता खत्म हो गई क्योंकि उन देशों में संत परम्परा नहीं थी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव का चातुर्मास कार्यक्रम समिति के पदाधिकारियों ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आचार्य प्रज्ञा सागर जी महाराज को स्मृति चिन्ह प्रदान किया एवं उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में राजस्थान और मध्यप्रदेश के अनेक स्थानों के धर्म प्रेमी नागरिक उपस्थित थे। महोत्सव में श्रद्धालुओं के साथ ही सांस्कृतिक दल के सदस्यों ने भजनों के साथ नृत्य कार्यक्रम उल्लास के साथ प्रस्तुत किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर आचार्य जी के निर्देशन में हुए मंदिरों के जीर्णोद्धार से संबंधित छायाचित्रों के दो एलबमों का लोकार्पण भी किया।