17 साल की शीतल देवी ने पेरिस पैरालंपिक में रचा दिया इतिहास,703 अंक किए हासिल

पेरिस में पैरालंपिक खेलों की शुरुआत हो चुकी है. पहले दिन भारतीय एथलीट्स ने शानदार खेल दिखाया. कई एथलीट्स ने अगले राउंड के लिए क्वालिफाई किया. इसमें सबसे उम्दा प्रदर्शन महज 17 साल की आर्चर शीतल देवी का रहा. दुनिया की पहली आर्मलेस यानि बिना हाथों वाली आर्चर शीतल देवी पैरालंपिक में डेब्यू करने के लिए उतरीं और उतरते ही इतिहास रच दिया. बता दें पेरिस में आर्चरी के रैंकिंग राउंड के दौरान उन्होंने 703 अंक हासिल किए और वर्ल्ड रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया. हालांकि, कुछ देर बाद ही तुर्किए की ओजनूर गिर्डी क्यूर ने 704 अंक के साथ शीतल को पछाड़कर आगे निकल गईं और ये रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया

शीतल की वाहवाही

शीतल देवी जम्मू कश्मीर की एक छोटे से गांव किश्तवाड़ की रहने वाली हैं. 17 साल की शीतल फोकोमेलिया नाम की जन्मजात बीमारी से पीड़ित हैं. बचपन से उनके दोनों हाथ नहीं हैं, लेकिन उन्होंने अपने जीवन में कभी भी हार नहीं मानी. अब उन्होंने पेरिस में भारत का नाम रोशन किया है. शीतल ने 720 में से 703 अंक हासिल किए और रैंकिंग राउंड में दूसरे नंबर पर रहीं. ये उनका पर्सनल बेस्ट स्कोर भी है. इसके साथ ही वो 700 अंक पाने वाली भारत की पहली महिला आर्चर बन गई हैं. उनके प्रदर्शन और जज्बे को देखते हुए उनकी जमकर वाहवाही हो रही है. भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह समेत कई फैंस और सेलिब्रिटी ने उनके हुनर को सलाम कर रहे हैं.

वर्ल्ड और पैरालंपिक रिकॉर्ड

शीतल देवी का व्यक्तिगत वर्ल्ड रिकॉर्ड भले ही तुरंत टूट गया लेकिन मिक्स्ड टीम इवेंट कामयाब रहीं. शीतल देवी और राकेश कुमार की टीम ने मिलकर पेरिस पैरालंपिक में आर्चरी में वर्ल्ड और पैरालंपिक रिकॉर्ड बनाया. शीतल के 703 अंक के बाद राकेश कुमार ने अपने व्यक्तिगत रैंकिंग राउंड में 696 अंक हासिल किए. इस तरह अपने-अपने रैंकिंग राउंड खत्म होने के बाद दोनों ने मिलकर कुल 1399 अंक बटोरे. मिक्स्ड टीम इवेंट में ये अब तक सर्वाधिक स्कोर है. इसके साथ ही दोनों की जोड़ी अब क्वार्टरफाइनल में पहुंच चुकी है. अब उनका क्वार्टरफाइनल मुकाबला 2 को रात 8:40 बजे से होगा.

ऐसे हुई थी करियर की शुरुआत

17 साल की उम्र में इतिहास रचने वाली शीतल ने 15 साल की उम्र तक धनुष-बाण देखा तक नहीं था. 2022 उनके लिए एक बड़ा बदलाव लेकर आया. शीतल ने अपनी एक परिचित के कहने पर जम्मू के कटरा में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड खेल परिसर का दौरा किया. ये उनके घर से लगभग 200 किमी (124 मील) की दूरी पर है. वहां उनकी मुलाकात अभिलाषा चौधरी और उनके दूसरे कोच कुलदीप वेदवान से हुई, जिन्होंने उन्हें आर्चरी की दुनिया से परिचित कराया. इसके बाद वो जल्द ही कटरा शहर में शिफ्ट होकर ट्रेनिंग करने लगीं और 2 साल के अंदर पैरालंपिक में वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है

टीम इंडिया के इस खिलाड़ी ने लिया संन्यास

पिछले कुछ दिनों में कई स्टार खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं. ​विल पुकोवस्की और शैनन गेब्रियल ने तो कुछ घंटे पहले ही क्रिकेट को अलविदा कहा है. वहीं, भारत के स्टार बल्लेबाज शिखर धवन भी इंटरनेशनल और डोमेस्टिक क्रिकेट को छोड़ चुके हैं. इस लिस्ट में अब टीम इंडिया के एक और खिलाड़ी का नाम शामिल हो गया है. एमएस धोनी की कप्तान में इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले एक गेंदबाज ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है.

टीम इंडिया के इस खिलाड़ी ने लिया संन्यास

साल 2016 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज बरिंदर सरन ने प्रोफेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. बरिंदर सरन पिछले 8 साल से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे. उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी कुछ फोटोज शेयर करते हुए अपने संन्यास के फैसले के बारे में फैंस को बताया. बरिंदर सरन ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 22 जून 2016 को जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज में खेला था.

बरिंदर सरन ने कहा, ‘मैंने आधिकारिक तौर पर क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, अपनी इस यात्रा के लिए मैं तहे दिल से शुक्रगुजार हूं. 2009 में बॉक्सिंग से स्विच करने के बाद से, क्रिकेट ने मुझे अनगिनत और अविश्वसनीय अनुभव दिए हैं. तेज गेंदबाजी जल्द ही मेरा लकी चार्म बन गई और आईपीएल फ्रेंचाइजी का प्रतिनिधित्व करने के लिए दरवाजे खुल गए, इसके बाद 2016 में भारत का प्रतिनिधित्व करने का सम्मान मिला. भले ही मेरा इंटरनेशनल करियर छोटा था, लेकिन बनाई गई यादें हमेशा संजोई रहेंगी. मुझे सही कोच और प्रबंधन देने के लिए मैं ईश्वर का सदैव आभारी हूं, जिन्होंने मेरी पूरी यात्रा में मेरा साथ दिया. जैसे ही मैं इस नए अध्याय की शुरुआत कर रहा हूं, मैं क्रिकेट की ओर मुझे दिए गए अवसरों के लिए बहुत आभारी हूं. अंत में जैसा कि कहा जाता है, आसमान की तरह, सपनों की भी कोई सीमा नहीं होती, इसलिए सपने देखते रहें.’

सिर्फ 8 मैचों में खत्म हुआ इंटरनेशनल करियर

बरिंदर सरन ने साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था. वहीं, जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 डेब्यू किया था. अपने इंटरनेशनल करियर के दौरान बरिंदर सरन 6 वनडे और 2 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले. इस दौरान वनडे में उन्होंने 7 विकेट जबकि टी20 इंटरनेशनल में कुल 6 विकेट हासिल किए. इसके अलावा उन्होंने आईपीएल में 4 टीमों के लिए कुल 24 मुकाबले खेले. इस मैचों में बरिंदर सरन ने 18 विकेट झटके.

मोहम्मद शमी की टीम में हुई एंट्री, स्क्वॉड में किए गए शामिल

टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी वनडे वर्ल्ड कप 2023 के बाद से ही मैदान से बाहर हैं. इस टूर्नामेंट के दौरान वह चोटिल हो गए थे. जिसके चलते उन्होंने इस साल की शुरुआत में टखने की सर्जरी करवाई थी. शमी हालांकि पूरी तरह से फिट होने के करीब हैं और उन्होंने पूरी ताकत से गेंदबाजी करना शुरू कर दिया है. बेंगलुरु की नेशनल क्रिकेट ऐकेडमी (NCA) में वह इस समय अभ्यास कर रहे हैं. इस बीच उनकी वापसी पर एक बड़ा अपडेट सामने आया है.

मोहम्मद शमी को आगामी घरेलू सीजन के लिए बंगाल की 31 सदस्यीय संभावित खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल किया गया है. यानी मोहम्मद शमी के रणजी ट्रॉफी में अपनी घरेलू टीम बंगाल के लिए प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करने की संभावना है. माना जा रहा है कि शमी 11 अक्टूबर को यूपी के खिलाफ बंगाल के शुरुआती रणजी मैच में खेलने उतर सकते हैं. इसके बाद बंगाल को अपना दूसरा मैच 18 अक्तूबर से बिहार के खिलाफ कोलकाता में खेलना है. शमी इन दोनों में से किसी एक मैच में खेलते हुए नजर आ सकते हैं.

मोहम्मद शमी की नजर टीम इंडिया के घरेलू सीजन से ही मैदान पर वापसी करने पर है, जिसकी शुरुआत 19 सितंबर से बांग्लादेश के खिलाफ खेली जाने वीली टेस्ट सीरीज से होने जा रही है. इसके बाद टीम इंडिया को 19 अक्टूबर न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैच भी खेलने हैं. ऐसे में शमी इस सीरीज में टीम इंडिया का हिस्सा बन सकते हैं. अगर, शमी इस सीरीज में भी वापसी नहीं कर पाते हैं तो सभी की नजर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रहने वाली है. जहां दोनों टीमों के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी है. ये सीरीज टीम इंडिया के लिए काफी अहम रहने वाली है.

बता दें, बंगाल की 31 सदस्यीय संभावित खिलाड़ियों की लिस्ट में मोहम्मद शमी के भाई मोहम्मद कैफ का नाम भी शामिल हैं. ऐसे में शमी रणजी ट्रॉफी में खेलते उतरते हैं तो दोनों भारत एक साथ मैदान पर नजर आ सकते हैं. इसके अलावा रिद्धिमान साहा भी इस लिस्ट का हिस्सा हैं जो त्रिपुरा से अपने गृह राज्य वापस चले गए थे. पिछले सीजन में बंगाल रणजी ट्रॉफी में अपने ग्रुप से ही बाहर हो गया था. ऐसे में टीम की नजर अपने प्रदर्शन को सुधारने पर भी रहने वाली है.

दिल्ली राइडर्स के ओपनर्स ने किया कमाल का प्रदर्शन,दोनों बल्लेबाजों ने जड़ा शतक, नहीं गिरी एक भी विकेट

अरुण जेटली स्टेडियम में खेली जा रही दिल्ली प्रीमियर लीग 2024 का 20वां मैच ईस्ट दिल्ली राइडर्स और पुरानी दिल्ली 6 की टीमों के बीच खेला जा रहा है. इस मुकाबले में ईस्ट दिल्ली राइडर्स के ओपनर्स की ओर से कमाल का प्रदर्शन देखने को मिला. खास बात ये रही कि दोनों ओपनर्स पूरे 20 ओवर तक क्रीज पर खड़े और नाबाद पवेलियन लौटे जो टी20 क्रिकेट में काफी कम देखने को मिलता है. इस दौरान ईस्ट दिल्ली राइडर्स के दोनों ओपनर्स ने शतक का आंकड़ा भी पार किया

ईस्ट दिल्ली राइडर्स ने बनाया बड़ा स्कोर

पुरानी दिल्ली 6 की टीम ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. लेकिन पुरानी दिल्ली 6 के इस फैसले को ईस्ट दिल्ली राइडर्स के ओपनर्स अनुज रावत और सिमरजीत सिंह ने गलत साबित कर दिखाया. इन दोनों ही खिलाड़ियों ने जमकर क्लास लगाई और नाबाद शतक जड़े. जिसके दम पर ईस्ट दिल्ली राइडर्स की टीम इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में बिना विकेट गंवाए 241 रन बनाने में कामयाब रही. इन दोनों बल्लेबाजों ने पुरानी दिल्ली 6 के हर एक गेंदबाज को धोया. इस दौरान सभी गेंदबाजी की इकॉनमी 10 से ज्यादा रही.

दोनों बल्लेबाजों की शतकीय पारियां

ईस्ट दिल्ली राइडर्स के विकेटकीपर बल्लेबाज अनुज रावत ने मुकाबले में 66 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 121 रन बनाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 183.33 का रहा. अनुज रावत ने अपनी इस पारी में 6 चौके और 11 शतक जड़े. बता दें, ये वही अनुज रावत हैं जो आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेलते हैं और इन्होंने अपने क्रिकेट की शुरुआत उसी एकेडमी से की है जहां से विराट कोहली निकले हैं. दूसरी ओर सिमरजीत सिंह भी पीछे नहीं रहे. उन्होंने 57 गेंदों पर 189.47 की स्ट्राइक रेट से नाबाद 108 रन बनाए. इस दौरान सिमरजीत सिंह ने 7 चौके और 9 छक्के जड़े.

पुरानी दिल्ली 6 के गेंदबाजों का बुरा हाल

पुरानी दिल्ली 6 ने इस पारी के दौरान 6 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया. टीम के सीनियर गेंदबाज ललित यादव ने गेंदबाजी की शुरुआत की. लेकिन उन्होंने अपने 4 ओवर में 41 रन खर्च किए. उनका इकॉनमी 10.25 का रहा, जो इस पारी में सबसे कम भी था. उनके अलावा हर एक गेंदबाज ने 11 से ज्यादा की इकॉनमी से रन दिए. देव कश्यप ने तो 2 ओवर में ही 39 रन लूटा दिए जो टीम के सबसे महंगे गेंदबाज रहे

अंडर 19 वर्ल्ड कप जिताने वाले यश धुल ने किया चौंकाने वाला खुलासा,कहा BCCI ने बचाई जान

टीम इंडिया को अपनी कप्तानी में अंडर 19 वर्ल्ड कप जिताने वाले यश धुल पर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक यश धुल की जान खतरे में थी और हाल ही में उनकी दिल की सर्जरी हुई है. यश धुल की जान बचाने में बीसीसीआई का अहम योगदान रहा है. दरअसल यश धुल जब बेंगलुरु में नेशनल क्रिकेट स्टेडियम में थे तो उनके टेस्ट किए गए जहां खुलासा हुआ कि उनके दिल में छेद है. इसके बाद 21 साल के यश धुल की सर्जरी की गई और बीसीसीआई ने इसमें पूरा सहयोग किया.

यश धुल की हुई सर्जरी

यश धुल के बचपन के कोच प्रदीप कोचर ने जानकारी दी कि एनसीए के चेकअप के दौरान इस खिलाड़ी के बारे में पता चला. एनसीए के डॉक्टर्स ने सलाह दी कि यश धुल की तुरंत सर्जरी की जानी चाहिए. यश की सर्जरी दिल्ली में हुई और अब वो रिकवरी भी कर चुके हैं. यश धुल फिलहाल दिल्ली प्रीमियर लीग में खेल रहे हैं. यश धुल के पिता ने बताया कि उनके बेटे की सर्जरी में बीसीसीआई का योगदान रहा और वो लगातार उनके संपर्क में रही. सर्जरी के बाद यश धुल को क्रिकेट खेलने के लिए एनसीए का फिटनेस सर्टिफिकेट मिला और दिल्ली प्रीमियर लीग में भी उनकी फिटनेस पर नजर रखी जा रही है.

यश धुल का करियर

यश धुल एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं उन्हें भविष्य में टीम इंडिया में भी देखा जा सकता है. दाएं हाथ का ये बल्लेबाज 2022 में इंडिया अंडर-19 टीम का कप्तान था और यश ने शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया को चैंपियन भी बनाया. यश धुल ने टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में शानदार शतक जड़ा था और उन्हें टूर्नामेंट की बेस्ट टीम का कप्तान भी चुना गया. यश धुल ने साल 2022 में रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के लिए डेब्यू किया था और उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ दोनों पारियों में शतक जड़ा था. अपने पहले रणजी सीजन में ही इस खिलाड़ी ने 119.75 की औसत से 479 रन बनाए, जिसमें तीन शतक शामिल थे. छत्तीसगढ़ के खिलाफ उन्होंने दोहरा शतक जमाया था.

इंग्लैंड के बल्लेबाज डेविड मलान ने अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट को कह दिया अलविदा

इंग्लैंड के बाएं हाथ के बल्लेबाज डेविड मलान ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. मलान ने साल 2017 में इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था और सिर्फ 7 साल में उन्होंने इसे अलविदा भी कह दिया. हालांकि अपने छोटे से करियर में ये खिलाड़ी ने कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए जो किसी भी खिलाड़ी के लिए सपना सरीखा होता है. डेविड मलान ने इंग्लैंड के लिए 22 टेस्ट, 30 वनडे और 62 टी20 मैच खेले. मलान ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 8 शतक लगाए. बड़ी बात ये है कि मलान ने इंग्लैंड को टी20 वर्ल्ड कप जिताया और साथ ही वो एक ऐसा कारनामा करने में भी कामयाब रहे जो विराट कोहली अपने पूरे करियर में ना कर पाए.

डेविड मलान का वर्ल्ड रिकॉर्ड

डेविड मलान वनडे और टी20 फॉर्मेट के स्पेशलिस्ट बल्लेबाज थे. खासतौर पर टी20 क्रिकेट में उनका प्रदर्शन बेहद कमाल रहा. मलान ने 62 टी20 मैचों में 36.38 की औसत से 1892 रन बनाए और इस खिलाड़ी ने लंबे वक्त तक आईसीसी टी20 रैंकिंग में टॉप पोजिशन अपने पास रखी. मलान दुनिया के इकलौते बल्लेबाज रहे जो टी20 रैंकिंग में 900 से ज्यादा रेटिंग प्वाइंट हासिल करने में कामयाब रहे. विराट कोहली ने भी टी20 रैंकिंग में लंबे वक्त तक नंबर 1 पोजिशन पर कब्जा कायम किया हुआ था लेकिन उनकी सर्वाधिक रेटिंग 897 थी.

डेविड मलान का सफर

डेविड मलान की बात करें तो ये खिलाड़ी साउथ अफ्रीका में पला बढ़ा था. उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट का आगाज भी साउथ अफ्रीका में किया था.वो बोलैंड के लिए खेले लेकिन इसके बाद 2006 में वो इंग्लैंड शिफ्ट हो गए और इसके बाद वो मिडिलसेक्स के लिए लंबे वक्त तक खेले. मलान के करियर की दिलचस्प बात ये रही कि 2017 में वो अपने ही देश साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला इंटरनेशनल मैच खेले. मलान ने पहले ही टी20 मैच में 78 रन बनाए और वो प्लेयर ऑफ द मैच भी रहे. साल 2020 तक बाएं हाथ का ये बल्लेबाज नंबर 1 टी20 बल्लेबाज भी बन गया. मलान ने टी20 इंटरनेशनल में सिर्फ 24 पारियों में 1000 रन बनाए जो कि वर्ल्ड रिकॉर्ड है.साल 2022 में इंग्लैंड टी20 वर्ल्ड कप जीती और मलान उस टीम का हिस्सा थे.

जय शाह ICC का चेयरमैन बनने के बाद भारतीय क्रिकेट में खुशी की लहर,विराट कोहली ने कही ये बात

जय शाह ICC के अगले चेयरमैन चुने गए हैं. इस पद पर उनका चयन निर्विरोध हुआ है. वो सबसे युवा चेयरमैन भी होंगे, जो ICC की कुर्सी पर बैठेंगे. जय शाह के ICC चेयरमैन बनाए जाने से भारतीय क्रिकेट में खुशी की लहर है. जय शाह को बधाई देने वालों का तांता लगा है. भारतीय क्रिकेटर भी अपने-अपने एक्स हैंडल के जरिए लगातार उन्हें बधाई दे रहे हैं. टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने भी बधाई दी है. वहीं विराट कोहली ने इस खुशी में जो कहा है वो भी दिलचस्प हैं. विराट ने उन्हें बधाई दी है.

विराट और बुमराह ने दी जय शाह को बधाई

विराट कोहली ने जय शाह को ICC चेयरमैन चुने जाने की बधाई एक्स हैंडल के जरिए दी. विराट ने मुबारकबाद देते हुए नए रोल में जय शाह की सफलता की कामना की. कुछ ऐसी ही बात अपने एक्स हैंडल पर टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने भी एक्स हैंडल पर कही. बुमराह ने लिखा- बधाई हो जय शाह भाई. क्रिकेट के लिए आपका जुनून देखकर लगता है कि आप इसे नई ऊंचाई देंगे. आपको ढेर सारी शुभकामनाएं.

गंभीर और पंड्या ने बधाई संदेश में ये कहा

टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने भी जय शाह को ICC चेयरमैन बनने की बधाई देते हुए ये उम्मीद की है कि उनके नेतृत्व में क्रिकेट सफलता के नए आयाम गढ़ेगा. वहीं हार्दिक पंड्या ने बधाई देते हुए कहा कि उम्मीद करते हैं कि जैसे आपने नेतृत्व में BCCI सफलता की सीढ़ियां चढ़ा है, वैसे ही अब ICC भी तरक्की करेगा.

ICC चेयरमैन के तौर पर जय शाह 1 दिसंबर से अपना कार्यकाल संभालेंगे और अगले 6 साल तक वो इस पद पर बने रह सकते हैं.

वेस्टइंडीज ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ T20 सीरीज में 3-0 से किया अपने नाम,निकोलस पूरन ने 13 गेंदों में कर दिया ये कमाल

वेस्टइंडीज के खिलाफ साउथ अफ्रीका 3 T20 की सीरीज तो 0-2 से पिछड़ने के बाद ही हार चुकी थी. अब तीसरा T20 हारने के बाद उसका क्लीन स्वीप भी हो गया है. दोनों टीमों के बीच तीसरे T20 का आगाज बारिश के साथ हुआ. बारिश के चलते मैच 70 मिनट देर से शुरू हुआ तो ओवर में कटौती भी देखने मिली. 20 ओवर का मैच घटाकर 13-13 ओवर का कर दिया गया. साउथ अफ्रीका ने पहले खेलते हुए उन 13 ओवरों में 4 विकेट पर 108 रन बनाए. जवाब में 109 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की ओर से निकोलस पूरन बल्ले से जैसे बरसे, वैसे बादल भी नहीं बरसे थे. नतीजा, 13 ओवर के मैच को वेस्टइंडीज ने 22 गेंद पहले ही 8 विकेट से जीत लिया.

13 गेंदों में निकोलस पूरन का आया तूफान, मैच उड़ा ले गया!

तूफानी बल्लेबाजी और अपनी सिक्स हिटिंग स्किल्स के लिए दुनिया भर में मशहूर निकोलस पूरन ने 13 ओवर के मैच में सिर्फ 13 गेंदों में गर्दा उड़ाया. उन 13 गेंदों में पूरन ने मैच का टेंपो सेट कर दिया, जिसके बाद वेस्टइंडीज को हरा पाना साउथ अफ्रीका के लिए मुश्किल हो गया. अब वो कहावत तो है ही कि खरबूजे को देख खरबूजा रंग बदलता है. वही, इस मैच में भी दिखा. निकोलस पूरन को बरसते देखा तो भला शे होप और शिमरोन हेटमायर क्यों पीछे रहते. उन्होंने भी रनों का फायर शुरू कर दिया.

निकोलस पूरन आउट हुए पर अपना काम करने के बाद

109 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका के खिलाफ वेस्टइंडीज को पहला झटका सिर्फ 2 रन पर लग गया था. लेकिन, वो शायद मार्करम की टीम के लिए मैच में पहली और आखिरी खुशी थी. क्योंकि, उसके बाद खुशियां लूटने का काम शे होप और निकोलस पूरन ने किया, जिनके बीच दूसरे विकेट लिए 58 रन की साझेदारी हुई. ये जोड़ी तब टूटी जब निकोलस पूरन आउट हुए. लेकिन अपना काम करने के बाद.

13 गेंदों में निकोलस पूरन ने कितने छक्के मारे?

बाएं हाथ के बल्लेबाज पूरन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे T20 में सिर्फ 13 गेंदों का सामना करते हुए 269.23 की स्ट्राइक रेट से 35 रन बनाए. पूरन की इस विस्फोटक पारी में 4 छक्के और 2 चौके शामिल रहे. इस दमदार पारी से पूरन ने जो मैच बनाया उसे शे होप और हेटमायर ने अपनी नाबाद और तेज तर्रार पारी से अंजाम तक पहुंचाया.

होप और हेटमायर ने भी किया बल्ले से फायर

शे होप ने आखिर तक नाबाद रहते हुए 24 गेंदों पर 175 की स्ट्राइक रेट से 42 रन बनाए, जिसमें 4 छक्के शामिल रहे. वहीं शिमरोन हेटमायर ने 182.35 की स्ट्राइक रेट से 17 गेंदों पर नाबाद 31 रन कूटे. अपने लठैत बल्लेबाजों के दम पर वेस्टइंडीज ने तीसरा T20 8 विकेट से जीता और इसी के साथ T20 सीरीज पर 3-0 से कब्जा किया.

17 महीनों में 8वीं बार साउथ अफ्रीका ने देखा ऐसा दिन

बीते 17 महीनों में खेले 10 T20 मुकाबलों में वेस्टइंडीज की साउथ अफ्रीका पर दर्ज की हुई ये 8वीं जीत है. दोनों टीमों के बीच इस सिलसिले की शुरुआत मार्च 2023 से हुई थी. इसके अलावा 3 T20 की सीरीज में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वेस्टइंडीज का ये लगातार दूसरा क्लीन स्वीप है.

जय शाह होंगे ICC के नए बॉस,आईसीसी के इतिहास के सबसे युवा चेयरमैन

विश्व क्रिकेट में पहले से ही बीसीसीआई यानी भारत का दबदबा साफ दिखता है. ये अब और भी ज्यादा बढ़ जाएगा क्योंकि अब एक हिंदुस्तानी इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल का नया बॉस बन गया है. कई दिनों की अटकलों के बाद आखिरकार आधिकारिक तौर पर ऐलान हो गया है- जय शाह ही आईसीसी के नए बॉस होंगे. 

बीसीसीआई के मौजूदा सचिव जय शाह को आईसीसी के चेयरमैन पद के लिए निर्विरोध चुन लिया गया है. वो इस पद पर मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल नवंबर में खत्म हो जाएगा. सिर्फ 35 साल के शाह आईसीसी के इतिहास के सबसे युवा चेयरमैन होंगे.

शाह को मिला सबका समर्थन

पिछले 5 साल से बीसीसीआई के सचिव के तौर पर जय शाह ने विश्व क्रिकेट में अपनी खास पहचान बनाई है. दुनिया के ज्यादातर क्रिकेट बोर्ड के प्रशासकों के साथ उनके रिश्ते अच्छे रहे हैं. 

इसके चलते जय शाह को इस पद के लिए कोई चुनौती पेश नहीं मिली. आईसीसी ने कुछ ही दिनों पहले ग्रेग बार्कले के पद छोड़ने का ऐलान किया था जो लगातार 2 कार्यकाल से ये जिम्मेदारी संभाल रहे थे. 

आईसीसी के संविधान के मुताबिक चेयरमैन को लगातार 3 कार्यकाल मिलने का प्रावधान है लेकिन न्यूजीलैंड के बार्कले ने तीसरे कार्यकाल से इनकार कर दिया था, जिसके बाद से ही जय शाह के इस पद पर आने की चर्चा तेज हो गई थी.

आईसीसी ने चेयरमैन पद के लिए नामांकन के लिए 27 अगस्त आखिरी तारीख तय की थी. नियमों के मुताबिक 2 या उनसे ज्यादा उम्मीदवार होने पर चुनाव होता, जिसमें आईसीसी के 16 सदस्यों वाला बोर्ड वोटिंग करता लेकिन जय शाह के उम्मीदवार बनने की स्थिति में ये पहले ही साफ था कि उनके सामने कोई अन्य दावेदार नहीं होगा क्योंकि उन्हें पहले ही बोर्ड के 14-15 सदस्यों का समर्थन प्राप्त था. ऐसे में 27 अगस्त को नामांकन के साथ ही जय शाह का चेयरमैन बनना तय हो गया और फिर आईसीसी ने भी उनके नाम का ऐलान कर दिया. वो 1 दिसंबर से अपना कार्यकाल संभालेंगे और अगले 6 साल तक चेयरमैन रह सकते हैं.

भारत से 5वें चेयरमैन

जय शाह आईसीसी के शीर्ष पद पर पहुंचने वाले 5वें भारतीय हैं. उनसे पहले जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन औ शशांक मनोहर अलग-अलग वक्त पर आईसीसी के बॉस रहे हैं. सबसे पहले ये जिम्मेदारी पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष डालमिया ने संभाली थी, जहां से भारतीय क्रिकेट का दबदबा शुरू हुआ था. उसके बाद से ही बाकी प्रशासकों के लिए रास्ते खुले-

1,जगमोहन डालमिया- 1997-2000 (प्रेसिडेंट)

2,शरद पवार- 2010-2012 (प्रेसिडेंट)

3,एन श्रीनिवासन- 2014-2015 (चेयरमैन)

4,शशांक मनोहर- 2015-2020 (चेयरमैन)

पाकिस्तान पर करेंगे बड़ा फैसला?

जय शाह के चेयरमैन बनने के साथ ही सबसे ज्यादा टेंशन पाकिस्तान को होने लगी है. पहले से ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड आईसीसी में भारतीय बोर्ड के प्रभुत्व की शिकायत करते रहे हैं और खास तौर पर सचिव जय शाह को पाकिस्तानी क्रिकेट की खस्ता हालत के लिए जिम्मेदार बताते रहे हैं. अब शाह के चेयरमैन बनने से पाकिस्तान और भी ज्यादा परेशान होने लगा है. इसकी सबसे बड़ी वजह है अगले साल पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी.

इस टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया के पाकिस्तान जाने पर पहले से ही सवाल हैं, जिसके चलते टूर्नामेंट के पूरी तरह से पाकिस्तान में होने की संभावना नहीं है लेकिन पीसीबी इस भरोसे बैठी थी कि आईसीसी किसी तरह बीसीसीआई को इसके लिए मजबूर कर दे. अब शाह के चेयरमैन बनने के बाद बस उनकी एक ‘हां’ के साथ ही चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल पर या पूरी तरह से पाकिस्तान से बाहर आयोजित करना पड़ सकता है.

लखनऊ सुपर जायंट्स के अब ये दिग्गज बन सकता है कप्तान

लखनऊ सुपर जायंट्स आईपीएल 2025 से पहले टीम में कई बड़े बदलाव कर सकती है. लखनऊ का कप्तान भी बदल सकता है. हाल ही में टीम के मालिक संजीव गोयनका ने केएल राहुल से मुलाकात की. राहुल को लेकर कई तरह की अफवाहें हैं. लेकिन अभी तक आधिकारिक फैसला नहीं लिया गया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ राहुल को रिटेन करने के मूड में नहीं है. अगर राहुल को रिलीज किया जाता है तो टीम को नए कप्तानी की तलाश होगी.

संजीव गोयनका और राहुल ने रविवार रात बैंगलोर में मुलाकात की. यह मीटिंग करीब 1 घंटे तक चली और इसमें राहुल को लेकर ही बात हुई. गोयनका ने आईपीएल 2024 में एक मुकाबले में हार के बाद राहुल से गलत तरीके से बात की थी. इसकी वजह से उनकी आलोचना भी हुई थी. इस मसले के बाद ही चर्चा थी कि राहुल टीम छोड़ देंगे. लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राहुल रिटेन होना चाहते हैं. लेकिन संजीव गोयनका उनमें अब दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. हालांकि इसको लेकर किसी तरह की आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आयी है.

मेगा ऑक्शन में कप्तान की तलाश कर सकती है लखनऊ

अगर लखनऊ ने राहुल को कप्तानी से हटाया तो वह सबसे पहले मेगा ऑक्शन पर ध्यान देगी. टीम बड़े प्लेयर्स पर दांव लगाना चाहेगी. रोहित शर्मा फिलहाल काफी चर्चा में हैं. अगर वे मुंबई इंडियंस से बाहर हुए तो मेगा ऑक्शन में मोटी कमाई कर लेंगे. रोहित पर लखनऊ भी दांव लगा सकती है. इसके साथ-साथ सूर्यकुमार यादव भी ऑक्शन में आए तो टीम की नजर में होंगे.

क्रुणाल-पूरन कप्तानी की रेस में आ सकते हैं आगे -

लखनऊ ने अभी तक अपने सभी पत्ते नहीं खोले हैं. अगर टीम राहुल को हटाती है तो क्रुणाल पांड्या या निकोलस पूरन अच्छे विकल्प हो सकते हैं. इन दोनों के पास कप्तानी का अनुभव कम है. लेकिन बतौर खिलाड़ी काफी अनुभव रखते हैं. क्रुणाल अभी तक आईपीएल में 127 मैच खेल चुके हैं. इस दौरान 1647 रन बनाए हैं. वे लीग में 76 विकेट भी ले चुके हैं. पूरन की बात करें तो वे लखनऊ के लिए 76 मैच खेल चुके हैं. उन्होंने इस दौरान 1769 रन बनाए हैं.