वेस्टइंडीज ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ T20 सीरीज में 3-0 से किया अपने नाम,निकोलस पूरन ने 13 गेंदों में कर दिया ये कमाल

वेस्टइंडीज के खिलाफ साउथ अफ्रीका 3 T20 की सीरीज तो 0-2 से पिछड़ने के बाद ही हार चुकी थी. अब तीसरा T20 हारने के बाद उसका क्लीन स्वीप भी हो गया है. दोनों टीमों के बीच तीसरे T20 का आगाज बारिश के साथ हुआ. बारिश के चलते मैच 70 मिनट देर से शुरू हुआ तो ओवर में कटौती भी देखने मिली. 20 ओवर का मैच घटाकर 13-13 ओवर का कर दिया गया. साउथ अफ्रीका ने पहले खेलते हुए उन 13 ओवरों में 4 विकेट पर 108 रन बनाए. जवाब में 109 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की ओर से निकोलस पूरन बल्ले से जैसे बरसे, वैसे बादल भी नहीं बरसे थे. नतीजा, 13 ओवर के मैच को वेस्टइंडीज ने 22 गेंद पहले ही 8 विकेट से जीत लिया.

13 गेंदों में निकोलस पूरन का आया तूफान, मैच उड़ा ले गया!

तूफानी बल्लेबाजी और अपनी सिक्स हिटिंग स्किल्स के लिए दुनिया भर में मशहूर निकोलस पूरन ने 13 ओवर के मैच में सिर्फ 13 गेंदों में गर्दा उड़ाया. उन 13 गेंदों में पूरन ने मैच का टेंपो सेट कर दिया, जिसके बाद वेस्टइंडीज को हरा पाना साउथ अफ्रीका के लिए मुश्किल हो गया. अब वो कहावत तो है ही कि खरबूजे को देख खरबूजा रंग बदलता है. वही, इस मैच में भी दिखा. निकोलस पूरन को बरसते देखा तो भला शे होप और शिमरोन हेटमायर क्यों पीछे रहते. उन्होंने भी रनों का फायर शुरू कर दिया.

निकोलस पूरन आउट हुए पर अपना काम करने के बाद

109 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका के खिलाफ वेस्टइंडीज को पहला झटका सिर्फ 2 रन पर लग गया था. लेकिन, वो शायद मार्करम की टीम के लिए मैच में पहली और आखिरी खुशी थी. क्योंकि, उसके बाद खुशियां लूटने का काम शे होप और निकोलस पूरन ने किया, जिनके बीच दूसरे विकेट लिए 58 रन की साझेदारी हुई. ये जोड़ी तब टूटी जब निकोलस पूरन आउट हुए. लेकिन अपना काम करने के बाद.

13 गेंदों में निकोलस पूरन ने कितने छक्के मारे?

बाएं हाथ के बल्लेबाज पूरन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे T20 में सिर्फ 13 गेंदों का सामना करते हुए 269.23 की स्ट्राइक रेट से 35 रन बनाए. पूरन की इस विस्फोटक पारी में 4 छक्के और 2 चौके शामिल रहे. इस दमदार पारी से पूरन ने जो मैच बनाया उसे शे होप और हेटमायर ने अपनी नाबाद और तेज तर्रार पारी से अंजाम तक पहुंचाया.

होप और हेटमायर ने भी किया बल्ले से फायर

शे होप ने आखिर तक नाबाद रहते हुए 24 गेंदों पर 175 की स्ट्राइक रेट से 42 रन बनाए, जिसमें 4 छक्के शामिल रहे. वहीं शिमरोन हेटमायर ने 182.35 की स्ट्राइक रेट से 17 गेंदों पर नाबाद 31 रन कूटे. अपने लठैत बल्लेबाजों के दम पर वेस्टइंडीज ने तीसरा T20 8 विकेट से जीता और इसी के साथ T20 सीरीज पर 3-0 से कब्जा किया.

17 महीनों में 8वीं बार साउथ अफ्रीका ने देखा ऐसा दिन

बीते 17 महीनों में खेले 10 T20 मुकाबलों में वेस्टइंडीज की साउथ अफ्रीका पर दर्ज की हुई ये 8वीं जीत है. दोनों टीमों के बीच इस सिलसिले की शुरुआत मार्च 2023 से हुई थी. इसके अलावा 3 T20 की सीरीज में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वेस्टइंडीज का ये लगातार दूसरा क्लीन स्वीप है.

जय शाह होंगे ICC के नए बॉस,आईसीसी के इतिहास के सबसे युवा चेयरमैन

विश्व क्रिकेट में पहले से ही बीसीसीआई यानी भारत का दबदबा साफ दिखता है. ये अब और भी ज्यादा बढ़ जाएगा क्योंकि अब एक हिंदुस्तानी इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल का नया बॉस बन गया है. कई दिनों की अटकलों के बाद आखिरकार आधिकारिक तौर पर ऐलान हो गया है- जय शाह ही आईसीसी के नए बॉस होंगे. 

बीसीसीआई के मौजूदा सचिव जय शाह को आईसीसी के चेयरमैन पद के लिए निर्विरोध चुन लिया गया है. वो इस पद पर मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल नवंबर में खत्म हो जाएगा. सिर्फ 35 साल के शाह आईसीसी के इतिहास के सबसे युवा चेयरमैन होंगे.

शाह को मिला सबका समर्थन

पिछले 5 साल से बीसीसीआई के सचिव के तौर पर जय शाह ने विश्व क्रिकेट में अपनी खास पहचान बनाई है. दुनिया के ज्यादातर क्रिकेट बोर्ड के प्रशासकों के साथ उनके रिश्ते अच्छे रहे हैं. 

इसके चलते जय शाह को इस पद के लिए कोई चुनौती पेश नहीं मिली. आईसीसी ने कुछ ही दिनों पहले ग्रेग बार्कले के पद छोड़ने का ऐलान किया था जो लगातार 2 कार्यकाल से ये जिम्मेदारी संभाल रहे थे. 

आईसीसी के संविधान के मुताबिक चेयरमैन को लगातार 3 कार्यकाल मिलने का प्रावधान है लेकिन न्यूजीलैंड के बार्कले ने तीसरे कार्यकाल से इनकार कर दिया था, जिसके बाद से ही जय शाह के इस पद पर आने की चर्चा तेज हो गई थी.

आईसीसी ने चेयरमैन पद के लिए नामांकन के लिए 27 अगस्त आखिरी तारीख तय की थी. नियमों के मुताबिक 2 या उनसे ज्यादा उम्मीदवार होने पर चुनाव होता, जिसमें आईसीसी के 16 सदस्यों वाला बोर्ड वोटिंग करता लेकिन जय शाह के उम्मीदवार बनने की स्थिति में ये पहले ही साफ था कि उनके सामने कोई अन्य दावेदार नहीं होगा क्योंकि उन्हें पहले ही बोर्ड के 14-15 सदस्यों का समर्थन प्राप्त था. ऐसे में 27 अगस्त को नामांकन के साथ ही जय शाह का चेयरमैन बनना तय हो गया और फिर आईसीसी ने भी उनके नाम का ऐलान कर दिया. वो 1 दिसंबर से अपना कार्यकाल संभालेंगे और अगले 6 साल तक चेयरमैन रह सकते हैं.

भारत से 5वें चेयरमैन

जय शाह आईसीसी के शीर्ष पद पर पहुंचने वाले 5वें भारतीय हैं. उनसे पहले जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन औ शशांक मनोहर अलग-अलग वक्त पर आईसीसी के बॉस रहे हैं. सबसे पहले ये जिम्मेदारी पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष डालमिया ने संभाली थी, जहां से भारतीय क्रिकेट का दबदबा शुरू हुआ था. उसके बाद से ही बाकी प्रशासकों के लिए रास्ते खुले-

1,जगमोहन डालमिया- 1997-2000 (प्रेसिडेंट)

2,शरद पवार- 2010-2012 (प्रेसिडेंट)

3,एन श्रीनिवासन- 2014-2015 (चेयरमैन)

4,शशांक मनोहर- 2015-2020 (चेयरमैन)

पाकिस्तान पर करेंगे बड़ा फैसला?

जय शाह के चेयरमैन बनने के साथ ही सबसे ज्यादा टेंशन पाकिस्तान को होने लगी है. पहले से ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड आईसीसी में भारतीय बोर्ड के प्रभुत्व की शिकायत करते रहे हैं और खास तौर पर सचिव जय शाह को पाकिस्तानी क्रिकेट की खस्ता हालत के लिए जिम्मेदार बताते रहे हैं. अब शाह के चेयरमैन बनने से पाकिस्तान और भी ज्यादा परेशान होने लगा है. इसकी सबसे बड़ी वजह है अगले साल पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी.

इस टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया के पाकिस्तान जाने पर पहले से ही सवाल हैं, जिसके चलते टूर्नामेंट के पूरी तरह से पाकिस्तान में होने की संभावना नहीं है लेकिन पीसीबी इस भरोसे बैठी थी कि आईसीसी किसी तरह बीसीसीआई को इसके लिए मजबूर कर दे. अब शाह के चेयरमैन बनने के बाद बस उनकी एक ‘हां’ के साथ ही चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल पर या पूरी तरह से पाकिस्तान से बाहर आयोजित करना पड़ सकता है.

लखनऊ सुपर जायंट्स के अब ये दिग्गज बन सकता है कप्तान

लखनऊ सुपर जायंट्स आईपीएल 2025 से पहले टीम में कई बड़े बदलाव कर सकती है. लखनऊ का कप्तान भी बदल सकता है. हाल ही में टीम के मालिक संजीव गोयनका ने केएल राहुल से मुलाकात की. राहुल को लेकर कई तरह की अफवाहें हैं. लेकिन अभी तक आधिकारिक फैसला नहीं लिया गया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ राहुल को रिटेन करने के मूड में नहीं है. अगर राहुल को रिलीज किया जाता है तो टीम को नए कप्तानी की तलाश होगी.

संजीव गोयनका और राहुल ने रविवार रात बैंगलोर में मुलाकात की. यह मीटिंग करीब 1 घंटे तक चली और इसमें राहुल को लेकर ही बात हुई. गोयनका ने आईपीएल 2024 में एक मुकाबले में हार के बाद राहुल से गलत तरीके से बात की थी. इसकी वजह से उनकी आलोचना भी हुई थी. इस मसले के बाद ही चर्चा थी कि राहुल टीम छोड़ देंगे. लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राहुल रिटेन होना चाहते हैं. लेकिन संजीव गोयनका उनमें अब दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. हालांकि इसको लेकर किसी तरह की आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आयी है.

मेगा ऑक्शन में कप्तान की तलाश कर सकती है लखनऊ

अगर लखनऊ ने राहुल को कप्तानी से हटाया तो वह सबसे पहले मेगा ऑक्शन पर ध्यान देगी. टीम बड़े प्लेयर्स पर दांव लगाना चाहेगी. रोहित शर्मा फिलहाल काफी चर्चा में हैं. अगर वे मुंबई इंडियंस से बाहर हुए तो मेगा ऑक्शन में मोटी कमाई कर लेंगे. रोहित पर लखनऊ भी दांव लगा सकती है. इसके साथ-साथ सूर्यकुमार यादव भी ऑक्शन में आए तो टीम की नजर में होंगे.

क्रुणाल-पूरन कप्तानी की रेस में आ सकते हैं आगे -

लखनऊ ने अभी तक अपने सभी पत्ते नहीं खोले हैं. अगर टीम राहुल को हटाती है तो क्रुणाल पांड्या या निकोलस पूरन अच्छे विकल्प हो सकते हैं. इन दोनों के पास कप्तानी का अनुभव कम है. लेकिन बतौर खिलाड़ी काफी अनुभव रखते हैं. क्रुणाल अभी तक आईपीएल में 127 मैच खेल चुके हैं. इस दौरान 1647 रन बनाए हैं. वे लीग में 76 विकेट भी ले चुके हैं. पूरन की बात करें तो वे लखनऊ के लिए 76 मैच खेल चुके हैं. उन्होंने इस दौरान 1769 रन बनाए हैं.

भारत ने महिला टी20 वर्ल्ड कप के लिए 15 सदस्यीय टीम का किया ऐलान,3 खिलाड़ियों को रिजर्व प्लेयर के तौर पर रखा गया

ICC महिला T20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया है. 15 सदस्यीय टीम की कमान हरमनप्रीत कौर के हाथ में है. हरमनप्रीत के अलावा स्मृति मंधाना टीम की दूसरी अनुभवी खिलाड़ी है. टीम में श्रेयांका पाटिल और विकेटकीपर बल्लेबाज यास्तिका भाटिया को भी जगह मिली है, जो फिलहाल अपनी इंजरी से उबर नहीं मानना है. ये दोनों खिलाड़ी टूर्नामेंट शुरू होने तक फिट हो जाते हैं तो टीम में बने रहेंगे, नहीं तो इन्हें रिप्लेस किया जा सकता है. सेलेक्शन कमेटी ने 3 खिलाड़ियों को रिजर्व के तौर पर रखा है.

ओपनिंग से मिडिल ऑर्डर तक इन खिलाड़ियों पर दारोमदार

महिला T20 वर्ल्ड कप 2024 में टीम इंडिया की ओपनिंग की जिम्मेदारी स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा के हाथों में होगी. इनके अलावा मिडिल ऑर्डर में जेमिमा रोड्रिगेज, कप्तान हरमनप्रीत कौर और अनुभवी ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा टीम की कमान संभालती दिखेंगी. इनके अलावा मिडिल ऑर्डर में यास्तिका भाटिया और डी. हेमलता में से किसी एक की जगह भी प्लेइंग इलेवन में बनती दिखेगी.

ऋचा का पावर और इन गेंदबाजों के दम से जीतेगा भारत!

ऋचा घोष टीम की फर्स्ट चॉइश विकेटकीपर रहने वाली है, जिनमें मैच को फीनिश करने की गजब की क्षमता है. ऋचा लंबे-लंबे शॉट्स लगाने में माहिर हैं. टीम के पेस अटैक की कमान जहां रेणुका ठाकुर और पूजा वस्त्राकर के हाथों में होगी वहीं स्पिन डिपार्टमेंट का जिम्मा श्रेयांका पाटिल, आशा शोभना और राधा यादव संभालती दिखेंगी.

T20 वर्ल्ड कप में भारत का शेड्यूल

महिला T20 वर्ल्ड कप 2024 का आयोजन 3अक्टूबर में यूएई में होना है, जिसमें भारतीय टीम अपने अभियान का आगाज 4 अक्टूबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ करेगी. वहीं 6 अक्टूबर को उसे हाई-वोल्टेज मुकाबले में पाकिस्तान से भिड़ना है, जो कि टूर्नामेंट में उसका दूसरा मैच होगा. भारतीय टीम 9 अक्टूबर को श्रीलंका और 13 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी. 17 और 18 अक्टूबर को महिला T20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले खेले जाएंगे. जबकि, 20 अक्टूबर को फाइनल होगा.

महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए टीम इंडिया के 15 खिलाड़ी:

हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, डी. हेमलता, यास्तिका भाटिया, दीप्ति शर्मा, जेमिमा रोड्रिगेज, ऋचा घोष (विकेटकीपर), पूजा वस्त्राकर, रेणुका ठाकुर, आशा शोभना, ए. रेड्डी, राधा यादव, श्रेयांका पाटिल, एस. सजीवन

रिजर्व प्लेयर: तनुजा कंवर,उमा क्षेत्री, सायमा ठाकोर

केएल राहुल को क्या रिटेन करेगी LSG?

ऐसे करोड़ों रुपये कमाने का क्या फायदा, जब केएल राहुल टीम मालिक का भरोसा ही नहीं जीत पाए? आप सोच रहे होंगे हम ये बात क्यों कर रहे हैं? तो इसके पीछे वजह है, जो कि IPL 2025 के पहले रिटेंशन से जुड़ी है. दरअसल, ऐसी खबर है कि केएल राहुल ने कोलकाता जाकर लखनऊ सुपर जायंट्स के टीम मालिक संजीव गोयनका से उनके हेड ऑफिस में बात की. इस मुलाकात की खबर तो पहले ही आ चुकी थी. लेकिन, इसमें जो बातें हुई और उसका जो निष्कर्ष निकलता दिख रहा है, उससे जुड़ी बातें अब छनकर बाहर आ रही हैं. उन्हीं बातों से ये बात निकली है कि केएल राहुल ने करोड़ों तो कमाए मगर लगता है भरोसा नहीं कमा पाएं हैं.

जाहिर है आप भी जानने को उत्सुक होंगे कि केएल राहुल और संजीव गोयनका की मुलाकात में क्या हुआ? IPL गवर्निंग काउंसिल के एक सदस्य ने अपने नाम की गोपनीयता को बनाए रखने की शर्त पर PTI को बताया कि कोलकाता में RPG के हेड ऑफिस में ये मुलाकात हुई, जिसमें राहुल ने मिस्टर गोयनका से कहा कि वो उन्हें आने वाले सीजन में रिटेन करें. लेकिन, लगता नहीं कि LSG के मालिक संजीव गोयनका इस बारे में इंटरेस्टेड हैं.

IPL से जुड़े सूत्र ने आगे बताया कि LSG को पता है कि उसके पर्स में कितने रुपये हैं और उसे कितने खिलाड़ी रिटेन करने हैं. लेकिन, उसका किसी भी खिलाड़ी से रिटेंशन को लेकर कमिटमेंट का कोई इरादा नहीं है. हालांकि, LSG मैनजमेंट की ओर से किसी ने भी इस मसले पर अभी तक कुछ नहीं कहा है.

LSG के साथ 3 सीजन, 51 करोड़ कमाए

केएल राहुल पिछले तीन सीजन से लखनऊ सुपर जायंट्स के साथ बने हैं. इस दौरान वो सभी में कप्तान रहे हैं. उन्हें हरेक सीजन के लिए फ्रेंचाइजी की ओर से 17 करोड़ रुपये मिले हैं. लेकिन, 3 सीजन खेलकर जिस फ्रेंचाइजी से केएल राहुल ने 51 करोड़ कमाए, उसके मालिक का भरोसा लगता नहीं कि अब उन पर रहा है. क्योंकि अगर ऐसा होता तो जिस रिटेंशन का इरादा लिए वो उनके हेड ऑफिस पहुंचे थे, उस पर उन्हें आश्वासन जरूर मिला होगा.

करोड़ों जीते पर भरोसा टूट गया, क्या ये है वजह?

बहरहाल, इसके पीछे की वजह राहुल और गोयनका के बीच IPL 2024 के दौरान खड़े हुए विवाद को माना जा रहा है. IPL 2024 में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मिली 10 विकेट से हार के बाद संजीव गोयनका बुरी तरह से केएल राहुल पर आग बबूला हो गए थे. बात इतनी बड़ी थी कि केएल राहुल के प्रति उनके रवैये की जमकर आलोचना भी हुई थी. उस घटना के बाद संजीव गोयनका ने केएल राहुल के लिए स्पेशल डिनर भी ऑर्गेनाइज किया था. लेकिन, लगता नहीं उस डिनर का असर IPL 2025 के रिटेंशन पर होने वाला है.

BCCI छोड़ने से पहले जय शाह ने कर दिया ये बड़ा ऐलान,जाने

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह जल्द ही इस पद को छोड़ सकते हैं. खबरें है कि बीसीसीआई के कर्ता-धर्ता जय शाह अभ विश्व क्रिकेट के बॉस बनने वाले हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले का कार्यकाल खत्म हो रहा है और जय शाह का उनकी जगह लेना लगभग तय है. अब इसका फैसला कब होगा, ये तो आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा लेकिन जाने से पहले जय शाह ने भारतीय क्रिकेटरों की झोली में और ज्यादा पैसे का इंतजाम कर दिया है. बीसीसीआई सचिव ने घरेलू क्रिकेट में इनाम का ऐलान किया है, जिसका फायदा महिला क्रिकेटरों से लेकर जूनियर और सीनियर मेंस क्रिकेटरों तक को भी मिलेगा.

अब अवॉर्ड के साथ मिलेगा पैसा

बीसीसीआई के सचिव शाह ने सोमवार 26 अगस्त को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए बोर्ड के नए फैसले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बोर्ड की ओर से अब घरेलू क्रिकेट में महिलाओं के सभी टूर्नामेंट और जूनियर क्रिकेट के सभी टूर्नामेंट में प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ियों को इनाम में पैसा भी दिया जाएगा. इतना ही नहीं, सीनियर मेंस क्रिकेट के दो सबसे अहम टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट में भी ऐसे अवॉर्ड के साथ प्राइज मनी दी जाएगी. रणजी ट्रॉफी में पहले से ही प्राइज मनी दी जाती रही है.

जय शाह के इस फैसले से घरेलू क्रिकेटरों की कमाई में कुछ इजाफा जरूर होगा और ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन में और भी सुधार की प्रेरणा मिलेगी. बीसीसीआई सचिव ने इस फैसले की वजह भी बताई. उन्होंने बताया कि इस फैसले से बोर्ड घरेलू क्रिकेटरों के अच्छे प्रदर्शन को पहचान और इनाम देना चाहता है. उन्होंने इस फैसले को पास करने के लिए बीसीसीआई की एपेक्स काउंसिल का भी धन्यवाद दिया और देश के क्रिकेटरों के लिए अच्छा माहौल बनाने के प्रयास को जारी रखने की बात भी कही.

BCCI ने बढ़ाई खिलाड़ियों की कमाई

पिछले 3-4 साल में बीसीसीआई ने पुरुष टीम के साथ ही महिला क्रिकेट और घरेलू क्रिकेट में भी खिलाड़ियों की कमाई को बढ़ाने का काम किया है. इस साल की शुरुआत में ही बोर्ड ने टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए ज्यादा से ज्यादा मुकाबले खेलने वाले खिलाड़ियों की मैच फीस में इजाफे का ऐलान किया था. वहीं दो साल पहले बोर्ड ने तीनों फॉर्मेट के इंटरनेशनल मुकाबलों में महिला खिलाड़ियों की मैच फीस को भी पुरुष खिलाड़ियों के बराबर करने का ऐलान किया था. इससे पहले बोर्ड ने रणजी ट्रॉफी खेलने वाले खिलाड़ियों की मैच फीस भी लगभग दोगुनी कर दी थी.

जय शाह की जगह अब इस दिग्गज नेता का बेटा बनेगा BCCI सचिव

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले का कार्यकाल 30 नवंबर को खत्म होने जा रहा है. ऐसे में भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह के भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. माना जा रहा है कि जय शाह आईसीसी चेयरमैन का पद संभाल सकते हैं. शाह इस पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगे या नहीं यह 27 अगस्त तक साफ हो जाएगा. ऐसे में बड़ा सवाल है कि जय शाह अगर आईसीसी चेयरमैन बनते हैं तो बीसीसीआई का सचिव कौन बनेगा. इन सब के बीच इस मुद्दे से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने निकलकर आई है.

BCCI में कौन लेगा जय शाह की जगह

 अगर जय शाह ICC चेयरमैन बनते हैं तो DDCA के प्रेसिडेंट रोहन जेटली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए सचिव बन सकते हैं. रोहन जेटली पिछले कई सालों से दिल्ली और डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े हुए हैं. रोहन जेटली पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली के बेटे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, रोहन बीसीसीआई सचिव बनने की रेस में काफी आगे चल रहे हैं.

रोहन जेटली अनुभवी स्पोर्ट्स एडमिनिस्ट्रेटर में से एक हैं. वह दो बार दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएश के प्रेसिडेंट रह चुके हैं. उनके कार्यकाल के दौरान दिल्ली में वर्ल्ड कप के 5 मैच खेले गए हैं और दिल्ली प्रीमियर लीग की भी शुरुआत हुई है. जिसमें भारतीय क्रिकेट के कई स्टार खिलाड़ी खेल रहे हैं. ऐसे में खबरें है कि बीसीसीआई में रोहन के नाम पर सभी सहमत हैं. वहीं, रोहन जेटली बीसीसीआई सचिव बनते हैं तो बाकी पदाधिकारी अपने-अपने पद पर बरकरार रहेंगे.

जय शाह को 16 में 15 मेंबर्स का सपोर्ट

गमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर ऐसे भारतीय हैं, जिन्होंने आईसीसी का नेतृत्व किया है. इस बार जय शाह बड़े दावेदार हैं. ICC के नियमों के अनुसार चेयरमैन के चुनाव में 16 डायरेक्टर वोट देते हैं. ऐसे में चेयरमैन बनने के लिए 9 वोट मिलना आवश्यक है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ICC बोर्ड के 16 में से 15 मेंबर का सपोर्ट जय शाह के पास है. ऐसे में उनके पास 35 साल की उम्र में आईसीसी के इतिहास में सबसे कम उम्र के चेयरमैन बनने का भी मौका है.

यूपी T20 लीग में खेल रहे रिंकू सिंह,जाने कितनी स्ट्राइक रेट से मारे रन

बात मैच को खत्म करने की हो, सिक्स हिटिंग की हो, तो फिक्र क्यों? रिंकू सिंह हैं ना. बाएं हाथ के विस्फोटक मिजाज वाले रिंकू, भले ही अभी टीम इंडिया के लिए कोई मुकाबला नहीं खेल रहे, लेकिन 25 अगस्त की शाम उनका जलवा यूपी T20 लीग की पिच पर जरूर दिखा. यहां उन्होंने आखिर तक नाबाद रहते हुए अपनी टीम मेरठ मेवरिक्स को जीत दिलाई. सबसे बड़ी बात ये कि उन्होंने छक्के के साथ मैच खत्म किया. उनकी पारी कोई ज्यादा बड़ी नहीं रही लेकिन जितनी भी दिखी, उससे भी उन्होंने अपने फैंस का दिल जीत लिया.

रिंकू सिंह की टीम UP T20 League में छाई

रिंकू सिंह की कप्तानी वाली मेरठ मेवरिक्स का मुकाबला यूपी T20 लीग के पहले मैच में काशी रुद्रास से था. रिंकू सिंह की अगुवाई में इस मैच में मेरठ मेवरिक्स की टीम ने पहले गेंद से आग लगाई. फिर बल्ले का जौहर दिखाते हुए मैच जीत लिया. काशी रुद्रास ने मैच में पहले बल्लेबाजी की और 19.2 ओवर में 100 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. मेरठ की ओर से यश गर्ग सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 3 विकेट लिए. अब रिंकू की टीम मेरठ मेवरिक्स के सामने 101 रन का आसान लक्ष्य था और पिछले सीजन के फाइनल में काशी रुद्रास से मिली हार का हिसाब बराबर करने का मौका भी.

चिकारा ने खेल शुरू किया और रिंकू सिंह ने खत्म!

रिंकू सिंह की टीम इन दोनों ही मौकों को भुनाने में कामयाब रही. रन चेज का जो खेल मेरठ मेवरिक्स के बल्लेबाज स्वास्तिक चिकारा ने शुरू किया था, उसे रिंकू सिंह ने अपने बल्ले से अंजाम तक पहुंचाया. नतीजा ये हुआ कि 20 ओवर में बनाने के लिए मिला 101 रन का लक्ष्य मेरठ मेवरिक्स ने 9 ओवर में ही हासिल कर लिया.

मैच में मेरठ मेवरिक्स की ओर से रन चेज में 7 छक्के लगे, जिसमें 6 स्वास्तिक चिकारा के बल्ले से निकले और एक जिसने जीत की स्क्रिप्ट लिखी वो रिंकू सिंह के बल्ले से देखने को मिला. ओपनिंग पर उतरे स्वास्तिक चिकारा ने काशी रुद्रास के गेंदबाजों की अच्छे से धुनाई की और 6 छक्के जड़ते हुए सिर्फ 26 गेंदों में ही 66 रन ठोक दिए.

रिंकू सिंह ने 350 की स्ट्राइक रेट से की बैटिंग

स्वास्तिक ने तो 253.85 के स्ट्राइक रेट से ही बल्लेबाजी की. लेकिन, रिंकू सिंह का स्ट्राइक रेट इनसे कहीं ज्यादा तगड़ा रहा. उन्होंने 350 की स्ट्राइक रेट से 2 गेंदों में ही नाबाद 7 रन ठोके, जिसमें एक विनिंग छक्का शामिल रहा. गेंद से यश गर्ग के अलावा बल्ले से स्वास्तिक और रिंकू सिंह के धमाकेदार योगदान का नतीजा ये रहा कि मेरठ मेवरिक्स ने 7 विकेट से मैच जीत लिया. इसी के साथ उसने काशी रुद्रास से पिछले सीजन के फाइनल में मिली हार का बदला भी ले लिया.

हर फॉर्मेट में पाकिस्तानी टीम की शर्मनाक हार, ऐसा हुआ हाल

पाकिस्तान क्रिकेट हर दम कुछ नया मसाला दुनियाभर के फैंस को देता रहता है. फिर चाहे वो क्रिकेट बोर्ड का ड्रामा हो, क्रिकेट टीम में कप्तानी और सेलेक्शन से जुड़े लड़ाई-झगड़े हों या फिर मैदान पर टीम का शर्मनाक प्रदर्शन, सुर्खियां बटोरने में पाकिस्तान क्रिकेट हमेशा से आगे रहा है. पिछले कई महीनों से ये तीनों ही चीजें एक-साथ चल रही हैं लेकिन फिलहाल बात सिर्फ मैदान पर टीम के प्रदर्शन की करते हैं, जो दिन ब दिन गिरता जा रहा है. इसका सबसे ताजा नजारा रावलपिंडी में देखने को मिला, जहां पाकिस्तान को बांग्लादेश के हाथों 10 विकेट से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही तीन साल के अंदर तीनों फॉर्मेट में पाकिस्तानी टीम को दुनिया के सामने शर्मसार होना पड़ा.

टी20 वर्ल्ड कप 2022

इसकी शुरुआत टी20 वर्ल्ड कप 2022 से हुई थी. उस वर्ल्ड कप में पाकिस्तानी टीम ने फाइनल जरूर खेला था लेकिन फाइनल से पहले उसे एक सनसनीखेज हार का सामना करना पड़ा था. तब ग्रुप स्टेज के मुकाबले में पाकिस्तान को 1 रन से शिकस्त मिली थी. बाबर आजम, मोहम्मद रिजवान, शान मसूद जैसे बल्लेबाजों के होते हुए भी पाकिस्तानी टीम सिर्फ 131 रन का लक्ष्य भी हासिल नहीं कर सकी थी और हार गई थी.

वनडे वर्ल्ड कप 2023

टी20 वर्ल्ड कप के बाद बारी वनडे फॉर्मेट की थी और इस बार भी वर्ल्ड कप में ही पाकिस्तान को बेइज्जती का सामना करना पड़ा. वर्ल्ड कप 2023 में पाकिस्तान को अफगानिस्तान के हाथों करारी हार मिली थी. तब चेन्नई में खेले गए इस मुकाबले में पाकिस्तानी टीम ने 282 रन बनाए थे और अफगानिस्तान ने सिर्फ 2 विकेट खोकर पाकिस्तान को 8 विकेट से रौंद दिया था. ये अफगानिस्तान की पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी फॉर्मेट में पहली जीत थी. वैसे उस वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान ने और टीम को भी झटका दिया था और शानदार प्रदर्शन किया था.

टी20 वर्ल्ड कप 2024

अब बारी 2024 की थी और ये साल अब तक पाकिस्तान के लिए सबसे शर्मनाक साबित हो रहा है, जिसमें 2 अलग-अलग मुकाबले उसके क्रिकेट इतिहास में काले दिन के तौर पर दर्ज होंगे. वो 6 जून का दिन था जब टी20 वर्ल्ड कप में उसे एकदम नई-नवेली अमेरिका की टीम ने चौंका दिया था. पाकिस्तान ने उस मैच को किसी तरह टाई करवाया था लेकिन फिर सुपर ओवर में अमेरिका ने शानदार जीत दर्ज कर ली. इस हार का ही असर था कि पाकिस्तान ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गया था.

टेस्ट क्रिकेट

पाकिस्तानी फैंस तो 6 जून को अपनी क्रिकेट टीम के लिए सबसे खराब दिन मान रहे थे लेकिन 25 अगस्त उनका इंतजार कर रहा था. वनडे और टी20 में फजीहत झेलने के बाद बारी टेस्ट क्रिकेट की थी और आखिरकार यहां भी उसको सबसे शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. रावलपिंडी में लगातार 4 दिन बेहतरीन क्रिकेट खेलने के बाद बांग्लादेश ने 5वें दिन 25 अगस्त को पाकिस्तान को दूसरी पारी में सिर्फ 146 रन पर ढेर किया और इस तरह उसे सिर्फ 30 रन का लक्ष्य मिला. इस तरह बांग्लादेश ने 10 विकेट से रौंदते हुए पाकिस्तान को पहली बार इस फॉर्मेट में हराने में सफलता हासिल की.

बांग्लादेश ने पाकिस्तान को टेस्ट मैच में हराकर रच दिया इतिहास

पूरे 25 साल बाद एक बार फिर बांग्लादेश ने पाकिस्तान पर एक ऐतिहासिक जीत दर्ज कर ली है. 1999 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को पहली बार वनडे मैच में हराने वाली बांग्लादेश ने 25 साल के बाद पहली बार इस टीम के खिलाफ टेस्ट मैच जीतकर इतिहास रच दिया, वो भी उसकी ही जमीन पर. रावलपिंडी में खेले गए पहले टेस्ट मैच में बांग्लादेश ने अपनी दमदार बैटिंग और तेज गेंदबाजी के बाद घातक स्पिन बॉलिंग के दम पर पाकिस्तान की धज्जियां उड़ाते हुए 10 विकेट से जीत हासिल कर ली. इस तरह बांग्लादेश ने 13 टेस्ट मैचों में मिली निराशा के बाद 14वें टेस्ट में पहली बार पाकिस्तान को हरा दिया. साथ ही टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त लेकर मेजबान पाकिस्तान को मुश्किल में डाल दिया है.

स्पिनरों ने किया पाकिस्तान को बेइज्जत

इस टेस्ट मैच के पांचवें दिन बांग्लादेश की 117 रनों की लीड को खत्म कर बड़ा स्कोर खड़ा करने के इरादे से उतरी पाकिस्तानी टीम सिर्फ 2 सेशन के अंदर 146 रन पर ही ढेर हो गई. जिस स्पिन बॉलिंग की अनदेखी कर पाकिस्तानी टीम सिर्फ तेज गेंदबाजों को लेकर मैच में उतरी थी, वही उसके लिए काल साबित हुई. बांग्लादेश के लिए शाकिब अल हसन और मेहदी हसन मिराज की स्पिन जोड़ी ने अपना कहर बरपाया और आखिरी दिन गिरे 9 में से 7 विकेट खुद झटके. बांग्लादेश को सिर्फ 30 रन का लक्ष्य मिला, जो उसके ओपनर्स ने आसानी से हासिल कर लिया.

इसके साथ ही पिछले ढाई साल में पाकिस्तान को अपनी जमीन पर पांचवीं बार टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा है. मार्च-अप्रैल 2022 में ऑस्ट्रेलियाई टीम के पाकिस्तान दौरे से ये सिलसिला शुरू हुआ था और तब से रावलपिंडी टेस्ट तक पाकिस्तान ने घर में कुल 9 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उसे एक भी जीत नसीब नहीं हुई है. इसमें 5 मैच पाकिस्तान ने गंवाए जबकि 4 मैच ड्रॉ रहे. अब इस सीरीज का अगला टेस्ट भी रावलपिंडी में ही खेला जाना है, जो 30 अगस्त से शुरू होगा

तेज गेंदबाजों का दांव पड़ गया उल्टा

इससे पहले पाकिस्तान ने इस मैच में स्पिनर अबरार अहमद को खिलाने के बजाए 4 प्रमुख तेज गेंदबाजों को उतारने का फैसला किया था, जो हर किसी के लिए चौंकाने वाला था. पाकिस्तानी टीम इस उम्मीद में थी कि रावलपिंडी की पिच तेज गेंदबाजों को मदद पहुंचाएगी लेकिन एक दिन पहले हुई बारिश के कारण मैच वक्त पर शुरू नहीं हो पाया था और जब हुआ भी तो सिर्फ एक-डेढ़ घंटा तेज गेंदबाजों को मदद मिली. बदकिस्मती से पाकिस्तानी टीम पहले बैटिंग कर रही थी और बांग्लादेश ने जल्द ही उसके 4 विकेट उड़ा दिए थे. हालांकि मोहम्मद रिजवान और सऊद शकील के बेहतरीन शतकों के दम पर पाकिस्तान ने 448 रन के स्कोर पर पारी घोषित की

बांग्लादेश के बल्लेबाजों ने दिखाया दम

वैसे ये फैसला भी सवालों के घेरे में था क्योंकि पिच बैटिंग के लिए आसान हो गई थी और पाकिस्तान के पास मेन स्पिनर नहीं था. इसका असर फिर देखने को भी मिला जब बांग्लादेश की बैटिंग शुरू हुई. पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों ने उनके विकेट हासिल जरूर किए लेकिन हर विकेट के लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी. फिर मुशफिकुर रहीम जब जमे, तो उन्होंने पाकिस्तान की पूरी बॉलिंग को पस्त कर दिया. रहीम ने एक शानदार शतक जमाया और सिर्फ 9 रन से डबल सेंचुरी से चूके. उनके अलावा शादमान इस्लाम ने 93 और मेहदी हसन मिराज ने 77 रन बनाकर टीम को 565 रन तक पहुंचाया और 117 रन की बढ़त हासिल की थी.