जन्माष्टमी की पूर्व संध्या बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर मन मोहा

विभु मिश्रा,गाजियाबाद। संस्कार भारती के तत्वावधान में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन सरस्वती शिशु मंदिर, नेहरू नगर में किया गया। वी. एन. भातखंडे संगीत महाविद्यालय के अध्यक्ष गुरूजी पंडित हरिदत्त शर्मा  सहित संस्कार भारती गाज़ियाबाद के वरिष्ठ सदस्य डॉ. वीना मित्तल (अध्यक्ष), डॉ राजीव पाण्डे (विभाग संयोजक), हरिओम शर्मा (कार्यकारी अध्यक्ष) ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का विधिवत आरंभ किया।
वी. एन. भातखंडे संगीत महाविद्यालय के छात्र -छात्राओं द्वारा सुंदर कृष्ण भजनों की प्रस्तुति ने पूरे सभागार को कृष्णमय बना दिया।
चैती शर्मा द्वारा राग तिलंग पर आधारित रचना "मनमोहन श्याम रसिया" और बी पी ए की छात्राओ ने राग किरवानी में "चतुरंग कारे कारे नैना बाण चलाएं"  की मोहक प्रस्तुति द्वारा दर्शकों की खूब तालियां बटोरी।  9 वर्षीय रचित कर्नाटक ने रामचरित मानस से सीता हनुमान संवाद चौपाई व अर्थ सहित सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। कथक सम्राट बिरजू महाराज की रचना पर छात्राओं ने सुंदर नृत्य प्रदर्शन किया। सुभाष गर्ग (महामंत्री -हिंदी भवन), मयंक गोयल (क्षेत्रीय उपाध्यक्ष- पश्चिमी उत्तर प्रदेश भाजपा), सुरेंद्र कुमार श्रोत्रिय (महाप्रबंधक -एन टी पी सी),अतुल भटनागर,आलोक गौड़, संदीप दत्ता,चंद्रभानु मिश्र,सोनम यादव सहित नगर के बहुत से गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। डॉ. निवेदिता शर्मा ने कार्यक्रम का सुंदर संचालन किया। हार्मोनियम पर ज्योति शर्मा, चैती, अभिषेक और तबले पर आयुष और मुकुल ने संगत की। नवीन शर्मा, प्रशांत,  रोहन,  दिव्या आदि ने कार्यक्रम के सफल आयोजन में भरपूर योगदान दिया।
अंत में अध्यक्ष डॉ. वीना मित्तल ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। सभी प्रतिभागी कलाकारों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। वंदे मातरम् गायन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
*सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों के इलाज के लिए सूविधा  बढ़ाई जाए: अजय राय*
श्रीप्रकाश यादव ,चंदौली / जनपद में स्वास्थ्य विभाग में बिना पंजीकरण व मानक के विपरित चल रहें प्राइवेट अस्पताल व पैथोलॉजी लैब पर रोक लगाने की आईपीएफ नेता अजय राय ने मांग उठाई  व सरकार से  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बजट बढ़ाने की मांग किया ।

चंदौलीके स्वास्थ्य विभाग  में सरकारी सूविधा की कमी से स्वास्थ्य केंद्र व जिला संयुक्त चिकित्सालय  में मरीजों का समूचित इलाज नहीं हो पा रहा हैं ! नतीजतन  मरीजों को लेकर परिजन को प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए जाना पड़ता हैं वहीं विभिन्न जांच के लिए प्राइवेट पैथोलॉजी लैब व डाइग्नोसटिक केन्द्र का सहारा लेना पड़ता हैं ।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व अन्य सरकारी अस्पताल केवल  मरीजों को रेफर करने वाले अस्पताल के रूप में काम करते हैं ! सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के लापरवाही से  मौत व दुर्व्यवहार  की खबर लगातार आती हैं परिजनों का सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर उक्त आरोप लगाते भी हैं अधिकारियों द्वारा जांच करने का आश्वासन भी मिलता हैं लेकिन कार्यवाही कुछ नहीं होता हैं ।

सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर डाक्टर की कमी  से लेकर अन्य स्टाफ की कमी ज्यादा हैं कोविड 19  के समय रखे स्टाफ को भी हटा लिया गया उनका समायोजन नहीं हो रहा हैं सरकारी स्वास्थ्य विभाग में नई भर्ती  भी नहीं हो रहीं हैं! चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय में खरीद कर आई अल्ट्रासाउंड मशीन अनुभवी  स्टाफ के कारण खराब हो रहीं हैं। नतीजतन बाहर से मरीजों को ज्यादा पैसा देकर अल्ट्रासाउंड करना पड़ता हैं ! सरकारी दवा भी मरीजों के रोग के अनुसार सरकारी अस्पताल में नहीं मिलता हैं! नतीजतन परिजनों को बाहर से खरीदना पड़ता हैं जिसमें चर्चा हैं कि डाक्टर को निश्चित कमीशन भी मिलता हैं ! बाहर के जांच लिखने पर भी यह राशि मिलती हैं ।


आईपीएफ राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय ने जब चंदौली जनपद में स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्साधिकारी से प्राइवेट अस्पताल , जांच केन्द्र , डाइग्नोसटिक केन्द्र /क्लिनिक ,की संख्या , डाक्टर जो जांच करते हैं ,उनकी डिग्री  और पंजीकरण नं की जानकारी जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005-2006 से जानकारी मांगी तो मिला कि जनपद चंदौली में कुल163अस्पताल अधोहस्ताक्षरी कार्यालय में पंजीकृत हैं और कुल 60  जांच केन्द्र अधोहस्ताक्षरी कार्यालय में पंजीकृत हैं और पैथोलॉजी लैब में कौन-कौन से एमडी पैथोलॉजिस्ट जांच में जानकारी दिया गया लेकिन जनपद में कई सैकड़ों में प्राइवेट अस्पताल व पैथोलॉजी लैब मौजूद हैं जो लगभग रोजाना मरीजों का इलाज  व विभिन्न रोगों के नाम पर परिजनों का आर्थिक व मानसिक शोषण करतें हैं  ।

पैथोलॉजिस्ट का नाम तो पैथोलॉजी लैब में नियुक्त हैं लेकिन लगभग सभी पैथोलॉजी लैब में जांच कोई  और करता हैं ! लगभग सभी पैथोलॉजी लैब में जांच करने में  जो पैसा लगता  है वह भी बोर्ड पर यह नहीं लिखा रहता हैं ! नतीजा मरीजों से अधिक पैसा लिया जाता हैं ! स्वास्थ्य विभाग भी प्राईवेट अस्पताल जो बिना मानक व पंजीकरण चल रहें हैं उनपर कार्रवाई नहीं करतीं हैं और कभी-कभी करतीं भी हैं तो कोरम पूर्ति हेतु
आज आईपीएफ नेता अजय राय ने चकिया के कई पैथोलॉजी लैब , प्राइवेट अस्पताल में जाकर जानकारी प्राप्त किया  और पाया कि दर्जनों पैथोलॉजी लैब , डाइग्नोसटिक केन्द्र , प्राइवेट अस्पताल मानक के विपरित और  बिना स्वास्थ्य विभाग में पंजीकरण के चल रही हैं और कुछ पंजीकरण भी कराए हैं  तो मानकों का पालन नहीं करते  हैं और पैथोलॉजी लैब पर जो पैथोलॉजिस्ट जांच करने  का जिक्र हैं वह तो लगभग आतें हीं नहीं हैं ।

आईपीएफ नेता अजय राय ने चकिया स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डाक्टर विकास सिन्हा से मिलकर मानक के विपरित व विना पंजीकरण के और पैथोलॉजिस्ट के  पैथोलॉजी लैब को बंद कराने , डाइग्नोसिस केन्द्र पर रोक लगाने ,और मानकों के विपरित  और स्वास्थ्य विभाग में पंजीकरण के खुले प्राइवेट अस्पताल पर रोक लगाने व अभी-अभी उपजिलाधिकारी चकिया व आपके द्वारा बंद कराए एक पैथोलॉजी लैब जो चोरी छीपे जांच कर रहा हैं उस पर मुकदमा करने की मांग किया ।
कुंवारी लड़कियों के बच्चे को ऊंचे दामों पर करते थे तस्करी,फूलपुर थाना प्रभारी ने तीन लोगों को भेजा जेल

श्रीप्रकाश यादव ,चंदौली  / पुलिस अधीक्षक ने नवजात बच्चों की खरीद-फरोख्त से जुड़ा मामला सामने आने के बाद सीओ मुगलसराय को मामले की पड़ताल की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं फूलपुर के थाना प्रभारी ने बताया कि दुलहीपुर के केबी हास्पिटल का संचालक डा. जमील खान के साथ तीन लोगों को जेल भेज दिया गया है। हालांकि जांच में आगे भी जो लोग  संलिप्त  पाए जाएंगे, उन्हें भी जेल भेजा जाएगा।

आपको बता दें कि वाराणसी की फूलपुर पुलिस ने बाबतपुर एयरपोर्ट पर एक महिला निधी सिंह को छह दिन के बच्चे के साथ पकड़ा। उसके साथ सहयोगी अशोक पटेल भी पकड़ा गया। दोनों ने बताया कि उन्होंने यह बच्चा चंदौली के दुलहीपुर स्थित केबी हास्पिटल से 50000 रुपये में खरीदा है।

अस्पताल के संचालक डा. जमील खान के जरिए यह सौदा तय हुआ। जमील ने 19 अगस्त को महिला निधी सिंह को फोन कर बताया कि एक बच्चा है, जिसके एवज में 50 हजार रुपये देने होंगे। महिला बच्चे को खरीदने के लिए झट से तैयार हो गई। बेंगलुरु में किसी दंपति को बच्चा बेचना था।

बहरहाल बच्चों की तस्करी से जुड़ा सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद पुलिस हरकात में आ गई और डा. जमील को भी गिरफ्तार कर लिया गया। जमील में पुलिसिया पूछताछ में बच्चे की खरीद-फरोख्त में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। उसने बताया कि यह बच्चा 17 अगस्त को उसके अस्पताल में पैदा हुआ था और मां की सहमति के बाद ही अशोक पटेल और निधी सिंह को बेचा गया था।

इसी खुलासे के बाद फूलपुर के थाना प्रभारी प्रवीण सिंह इस निजी अस्पताल की जांच करने लगे। इसके बाद चंदौली पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने भी मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने सीओ मुगलसराय आशुतोष को मामले की जांच सौंप दी है, जो बच्चों की तस्करी से जुड़े इस मामले की पड़ताल करेंगे। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश करेगी कि क्या अस्पताल के जरिए पहले भी बच्चों की तस्करी की गई है।

इस संबंध  चंदौली समाचार के संवाददाता से फूलपुर के थाना प्रभारी प्रवीण सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला की कुंवारी लड़कियों के डिलीवरी करके नवजात शिशु को बेचता था। इस मामले में जमील खान, निधि सिंह, अशोक पटेल को जेल भेज दिया गया है, जबकि निजी अस्पताल की  जांच जारी है, जो भी नवजात शिशु की खरीद व बेचने संलिप्त पाया जाएगा वह जेल जाएगा
प्रयागराज: भारत स्वर्णिम शाखा में तीज का रंगारंग कार्यक्रम धूमधाम से सम्पन्न

प्रयागराज, 21 अगस्त: भारत स्वर्णिम शाखा द्वारा आज आयोजित तीज के पर्व का रंगारंग कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस विशेष अवसर पर मुख्य अतिथि डॉक्टर कीर्तिका अग्रवाल जी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि तीज व्रत हमारी सनातनी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण अंग है।

उन्होंने कहा कि तीज नारी शक्ति, समर्पण और संस्कृति का प्रतीक है, जो हमें हमारे परंपराओं से जोड़े रखता है। यह पर्व हमारी सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने स्वर्णिम शाखा की सभी बहनों का धन्यवाद किया, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।

कार्यक्रम का आयोजन स्वर्णिम शाखा की अध्यक्ष श्रीमती मधुमती अस्थाना के नेतृत्व में किया गया। उनके साथ संस्थापिका सदस्य माया द्विवेदी और अन्य शाखा सदस्य बहनें भी कार्यक्रम में उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम की शुरुआत भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन के साथ हुई, जिसके बाद सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का सिलसिला शुरू हुआ। स्वर्णिम शाखा की बहनों ने गीत-संगीत, नृत्य और नाट्य के माध्यम से तीज के पर्व का उल्लास बिखेरा। पारंपरिक परिधानों में सजी-धजी बहनों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं, जिससे पूरे वातावरण में उमंग और उत्साह का संचार हुआ।



कार्यक्रम का समापन सामूहिक आरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ। सभी उपस्थित लोगों ने एक-दूसरे को तीज की शुभकामनाएं दीं और उत्सव का आनंद लिया। इस अवसर पर स्थानीय समाजसेवियों और गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिससे कार्यक्रम की शोभा और बढ़ गई।

स्वर्णिम शाखा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम ने प्रयागराज में तीज के उत्सव को एक नई ऊंचाई दी, और उपस्थित लोगों के लिए यह एक अविस्मरणीय अनुभव साबित हुआ।
*पत्रकार विज्ञापन न मिलने से अस्पताल को कर रहे बदनाम*

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज- कोरांव तहसील अन्तर्गत कोरांव में स्थित कोसफरा नहर के पास आरती हास्पिटल स्थित है अस्पताल के प्रबंधक आरती ने बताया कि कुछ दिन पहले दूसरे छेत्र के एक पत्रकार आरती हास्पिटल में आए और 15 अगस्त  का विज्ञापन मागने लगे उनसे हमने कहा कि हमारे कोरांव के एक अखबार के पत्रकार को साल भर में एक बार ही विज्ञापन दिया जाता है पत्रकार को बात अच्छी नहीं लगी और वह हमारे अस्पताल की खबर निकालने की धमकी देने लगा और वहा से चला गया।

हास्पिटल के प्रबंधक जय प्रताप पांडेय ने  बताया कि हमारे अस्पताल पर लगाए गए आरोप बिलकुल गलत है दो वर्ष पूर्व हमारे अस्पताल का रजिस्ट्रेशन हुआ है और रही बात आरती की वह हमारे यहां पर प्रबंधक हैं और जिस पुलिया का जिक्र किया गया है वह पुलिया ब्लाक प्रमुख मुकेश कोल जी के कार्य काल में इसका निर्माण कार्य किया गया है ।

हमारे अस्पताल में जो भी मरीज आता है उसका अच्छे से अच्छा इलाज किया जाता है हमारे अस्पताल में हर मरीज का बेहतर इलाज होता है और पत्रकार द्वारा अस्पताल पर लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं।
निषाद पार्टी ने यूपी में उपचुनाव की दो सीटों पर की दावेदारी

लखनऊ। निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल “निषाद पार्टी” के 09वें स्थापना दिवस कार्यक्रम के अवसर पर शुक्रवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक समारोह आय़ोजित किया गया। इस अवसर पर निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद ने पार्टी की आगामी रणनीतियों पर चर्चा की। उन्होंने कार्यकर्ताओं को आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए के समर्थन में प्रचार-प्रसार करने के साथ ही सभी सीटों पर एनडीए की जीत दर्ज कराने का आह्वान किया।

संजय निषाद ने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान कटेहरी और मझवां सीट पर अपने सिंबल पर चुनाव लड़ा था और आगामी उपचुनाव भी निषाद पार्टी दोनों सीटों पर अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने इस दौरान राष्ट्रीय कार्यकारिणी, प्रदेश कार्यकारिणी और जिला कार्यकारिणी की घोषणा करने का ऐलान भी किया।

उन्होंने कहा कि आज ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी, प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा हो जाएगी और जिला कार्यकारिणी की घोषणा अगले दिन 17 अगस्त तक जारी कर दी जाएगी। उन्होंने नई कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी निषाद पार्टी को लगातार आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे।

मझावर आरक्षण के लिए नौ वर्ष पूर्व हुआ था पार्टी का गठन

निषाद पार्टी अध्यक्ष ने मझवार आऱक्षण के मुद्दे पर कहा कि पार्टी की स्थापना के 09 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और निषाद पार्टी का गठन मझवार आरक्षण के मुद्दे समेत मछुआ समाज व अन्य मुद्दों को लेकर हुआ था। आज भी निषाद पार्टी अपने मुद्दे पर अडिग है। आरक्षण के मुद्दे पर केंद्र व राज्य सरकार से लगातार वार्ता जारी है, आजतक मेरी भाजपा शीर्ष नेतृत्व से हुए हर मुलाकात में आरक्षण के मुद्दे पर वार्ता जरूर हुई है। निषाद पार्टी आरक्षण के मुद्दे पर प्रदेशभर में हस्ताक्षर अभियान चलाएगी और रिपोर्ट को केंद्र व राज्य सरकार के समक्ष रखेगी।

विपक्ष निषाद पार्टी को लेकर कर रहा दुष्प्रचार

संजय निषाद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुझे मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से पता चलता रहता है कि निषाद पार्टी को लेकर विपक्ष द्वारा लगातार दुष्प्रचार और भ्रम कि स्थिति बनाई जा रही है। कुछ नए-नए नेता समाजवादी पार्टी से सांसद बने हैं जिनको जनता लगातार ना जाने कितने विधानसभा, लोकसभा चुनाव हरवाएं हैं, जिनको निषाद समाज ने नाकार दिया था वो आज निषाद पार्टी और मुझे लेकर राय दे रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि अयोध्या में अभी निषाद समाज की बेटी के साथ उनकी पार्टी के नेता ने दुष्कर्म किया था, उस समय लोकसभा और उप्र की विधानसभा दोनों चल रही थीं, मैं तो सोच रहा था कि लोकसभा में समाजवादी पार्टी के दोनों निषाद सांसद हमारे समाज की बेटी को लेकर आवाज उठाएंगें, लेकिन इस पर बात तक नहीं उठाई। वो ​विपक्ष में हैं और विपक्ष का तो काम है सरकार और कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाना, किंतु समाजवादी पार्टी के दोनों सांसदों के मुंह से एक शब्द नहीं निकला।

उन्होंने कहा कि मैं तो कभी कभी ये सोचकर परेशान हो जाता हूं कि ऐसी भी क्या मजबूरी रही होगी दोनों नेताओं की कि उन्होंने अयोध्या की बच्ची के लिए एक शब्द नहीं बोला। अब ये आपको (जनता) को तय करना है कि निषाद समाज को मजबूर नेता देना है या मजबूत नेता देना है। खैर मैं तो दोनों सासंदों के लिए महाराजा गुह्यराज निषाद जी से सदबुद्धि देने की कामना करूंगा। क्योंकि समाज से ऊपर कुछ नहीं होता है। तय आपको करना है ऐसे धोखेबाजों को गांव से भगाना है की नहीं।

आज सीएम योगी की मौजूदगी में मिलेंगे 70 हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मिशन रोजगार को रफ्तार देने के लिए योगी सरकार निरंतर नए-नए कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा 17 और 18 अगस्त को क्रमशः अंबेडकरनगर और अयोध्या में वृहद रोजगार मेला का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें करीब 150 प्रतिष्ठित कंपनियां 70 हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर प्रदान करने जा रही हैं। रोजगार मेला का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। 

यह जानकारी प्रदेश सरकार में व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने दी।कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि यह रोजगार मेला उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान तथा प्रशिक्षण एवं सेवा योजन निदेशालय और एमएसएमई विभाग के तत्वावधान में आयोजित हो रहा है।रोजगार मेला प्रातः नौ से शाम पांच बजे तक आयोजित होगा तथा इसमें उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन व आईटीआई के प्रशिक्षण प्राप्तकर्ता छात्रों के साथ ही अन्य सामान्य विद्यार्थी भी प्रतिभाग कर सकेंगे।

18 अगस्त को वृहद रोजगार मेला आयोजित किया जा रहा

18 अगस्त को अयोध्या के आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय, कुमारगंज में यह वृहद रोजगार मेला आयोजित किया जा रहा है। इस वृहद रोजगार मेला में 50,000 से अधिक रिक्तियों के सापेक्ष युवाओं का चयन करने के लिए 100 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियां उपलब्ध रहेगी।इससे पूर्व, 17 अगस्त को अंबेडकरनगर के देव इंद्रावती महाविद्यालय कैंपस, कटेहरी में भी वृहद रोजगार मेला का आयोजन कराया जाना निर्धारित किया गया है। इस रोजगार मेले में 21,000 से अधिक रिक्तियों के सापेक्ष युवाओं का चयन करने के लिए 46 प्रतिष्ठित कंपनियां उपलब्ध रहेंगी।

अंबेडकरनगर द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा रोजगार मेला 

यह रोजगार मेला उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन एवं राजकीय आईटीआई अंबेडकरनगर एवं जिला सेवायोजन एवं उपायुक्त उद्योग विभाग अंबेडकरनगर द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। जनपद स्तरीय रोज़गार मेले में इच्छुक युवक और युवतियां अधिक से अधिक संख्या में प्रतिभाग करके तथा अपने अपने बायोडाटा एवम शैक्षिक दस्तावेजों के साथ इस सुनहरे अवसर का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकते हैं।

योगी आदित्यनाथ ने यूपी के सबसे लम्बे समय तक मुख्यमंत्री रहने का बनाया रिकॉर्ड

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम शुक्रवार को एक और नया रिकार्ड जुड़ गया है। उन्होंने उप्र में एक समय में सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री बनने के रिकार्ड को अपने नाम कर लिया है।

योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार उप्र में भाजपा की सरकार बनाने के साथ ही प्रदेश की कमान संभालने वाले लगातार सबसे अधिक दिन तक रहने वाले मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्होंने लगातार 7 वर्ष, 148 दिन तक मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड कायम किया है। इस रिकार्ड को अपने नाम करते हुए वह पूर्व मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव, नेताजी मुलायम सिंह यादव और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को पीछे छोड़ दिया है। योगी आदित्यनाथ अब यूपी में सबसे लंबे समय तक लगातार कार्यकाल वाले मुख्यमंत्रियों में शुमार हो गए हैं।

योगी आदित्यनाथ से पहले कांग्रेस के मुख्यमंत्री डॉक्टर संपूर्णानंद इस पद पर सबसे ज्यादा समय तक रहे हैं। क्षेत्रीय पार्टियों के नेता चौधरी चरण सिंह, मुलायम सिंह यादव, मायावती और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री योगी के आस-पास भी नहीं दिखाई पड़ते हैं। मायावती ने चार बार और मुलायम सिंह ने तीन बार शपथ ली, लेकिन फिर भी जो रिकार्ड योगी आदित्यनाथ ने बनाया है वह नहीं तोड़ पाए थे।

मुख्यमंत्री योगी की गिनती उन नेताओं में होती है, जिनके नेतृत्व में प्रदेश में किसी पार्टी की दूसरी बार सरकार बनी। 25 मार्च 2022 को जब योगी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो उन्होंने नारायण दत्त तिवारी का 37 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा था। नारायण दत्त ने वर्ष 1985 में अविभाजित उत्तर प्रदेश में दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उत्तराखंड बनने के बाद देखा जाए तो योगी प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री हैं, जो लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज हुए। यहीं नहीं मुख्यमंत्री योगी ने नोएडा जाने से कुर्सी चली जाने का मिथक भी तोड़ने का रिकार्ड बनाया है।

यूपी में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती सूची रद्द, नई मेरिट लिस्ट फिर से जारी करने के निर्देश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में हुई 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में सरकार को शुक्रवार को बड़ा झटका लगा है। इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने आज इस भर्ती को लेकर अपना फैसला सुनाते हुए पूरी मेरिट लिस्ट को ही रद्द कर दिया है। कोर्ट ने तीन माह के अंदर नई मेरिट लिस्ट जारी करने का आदेश जारी कर सरकार के लिए परेशानी को भी बढ़ा दिया है।यूपी की 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती मामले पर आज लखनऊ हाई कोर्ट की डबल बेंच ने बड़ा निर्णय सुनाते हुए पूरी चयन सूची को ही रद्द कर दिया।

न्यायमूर्ति ए. आर. मसूदी और न्यायमूर्ति बृजराज सिंह की बेंच ने पूरी चयन सूची को रद्द करते हुए डबल बेंच ने सिंगल बेंच के आदेश को निरस्त कर दिया। सिंगल बेंच ने 8 मार्च 2023 को फैसला दिया था कि 69000 शिक्षक भर्ती 2020 की लिस्ट को रद्द किया जाता है। सिंगल बेंच ने एटीआरई (अपेक्स टैलेंट रिवॉर्ड एग्जाम) को पात्रता परीक्षा नहीं माना था। डबल बेंच ने इस आदेश को रद्द करते हुए आरक्षण नियमावली 1994 की धारा 3 (6) और बेसिक शिक्षा नियमावली 1981 का सरकारपालन करें। कोर्ट ने 3 महीने के अंदर नई लिस्ट रिजर्वेशन का पालन करते हुए सरकार से देने को कहा है. वहीं एटीआरआई परीक्षा को पात्रता परीक्षा माना है।

किसी भी युवा के भविष्य के साथ अन्याय नहीं होगा

उल्लेखनीय है कि सामान्य सीट पर अगर आरक्षित वर्ग का मेरीटोरियस कैंडिडेट सामान्य वर्ग के बराबर अंक पाता है, तोउसको सामान्य वर्ग में रखा जाएगा। बाकी की 27 फीसदी और 21 प्रतिशत सीटों को ओबीसी व एससी से भरा जाएगा।कोर्ट ने बीते मार्च में सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित कर लिया था। कोर्ट ने बीते मंगलवार को फैसला सुनाया था। यह फैसला शुक्रवार को हाईकोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड हुआ।

इस फैसले पर उतर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से कहा गया है कि माननीय न्यायालय के इस आदेश का विभाग अध्ययन करा रहा है। किसी भी युवा के भविष्य के साथ अन्याय नहीं होगा।

चयन सूची रद्द करने के खिलाफ सभी अपीलें निस्तारित

इस मामले में परिषदीय विद्यालयों के 69000 शिक्षक भर्ती परीक्षा में आरक्षण विसंगति पाए जाने पर हाईकोर्ट ने 13 मार्च 2023 को 6800 अभ्यर्थियों की सूची रद्द करते हुए पूरी लिस्ट को फिर से देखने का आदेश राज्य सरकार को दिया था, इसके खिलाफ 19000 सीटों पर विवाद को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट की दो न्यायाधीशों के खंडपीठ में विशेष अपील दाखिल की थी। पिछले साल 13 मार्च को एकल पीठ ने मामले में 1 जून 2020 को जारी सहायक अध्यापक के चयन से जुड़ी सूची को तीन माह में संशोधित करने का निर्देश दिया था।

आरक्षण नियमावली का सही से पालन नहीं किया गया

कोर्ट ने इसके साथ ही भर्ती परीक्षा के क्रम में आरक्षित वर्ग के अतिरिक्त 6800 अभ्यर्थियों की 5 जनवरी 2022 को जारी हुई चयन सूची को भी खारिज कर दिया था। इस चयन सूची को यह कहते हुए चुनौती दी गई थी कि इसे बिना किसी विज्ञापन के जारी किया गया था। याचियों की तरफ से अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया था कि 69000 सहायक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण नियमावली का सही से पालन नहीं किया गया। इस कारण आरक्षित वर्ग में चयनित 18,988 अभ्यर्थियों को जारी कटऑफ में 65 परसेंट से ज्यादा अंक प्राप्त करने के बावजूद सामान्य श्रेणी की सूची में शामिल नहीं किया गया। इनकी नियुक्ति प्रक्रिया को आरक्षित श्रेणी में ही पूरा कर दिया गया, जो आरक्षण नियमावली का उल्लंघन था।

5 जनवरी 2022 की चयन सूची को चुनौती दी गई थी

इससे आरक्षित श्रेणी के अन्य अभ्यर्थियों का चयन नहीं हो सका। इसी को लेकर कई अभ्यर्थियों ने उच्च न्यायालय में अलग अलग याचिकाएं दाखिल की थी। इनमें से कुछ याचिकाओं में चयन सूची को इस आधार पर चुनौती दी गई थी कि आरक्षित श्रेणी के उन अभ्यर्थियों को भी आरक्षित श्रेणी में ही जगह दी गई है जिन्होंने अनारक्षित वर्ग के लिए तय कट ऑफ मार्क्स प्राप्त किए हैं। जबकि, अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों की ओर से दाखिल याचिकाओं में कहा गया था कि आरक्षित वर्ग के उन अभ्यर्थियों को गलत तरीके से अनारक्षित वर्ग में रखा गया, जिन्होंने टीईटी व सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा में आरक्षण का लाभ ले लिया था। इन याचिकाओं में एक बार आरक्षण का लाभ लेने के बाद अनारक्षित वर्ग में अभ्यर्थियों का चयन किए जाने को विधि विरुद्ध बताया गया था, जबकि दो याचिकाओं में आरक्षित वर्ग के 6800 अभ्यर्थियों की 5 जनवरी 2022 की चयन सूची को चुनौती दी गई थी।

किसी भी युवा के भविष्य के साथ अन्याय नहीं होगा

उल्लेखनीय है कि सामान्य सीट पर अगर आरक्षित वर्ग का मेरीटोरियस कैंडिडेट सामान्य वर्ग के बराबर अंक पाता है, तोउसको सामान्य वर्ग में रखा जाएगा। बाकी की 27 फीसदी और 21 प्रतिशत सीटों को ओबीसी व एससी से भरा जाएगा।कोर्ट ने बीते मार्च में सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित कर लिया था। कोर्ट ने बीते मंगलवार को फैसला सुनाया था। यह फैसला शुक्रवार को हाईकोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड हुआ।इस फैसले पर उतर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से कहा गया है कि माननीय न्यायालय के इस आदेश का विभाग अध्ययन करा रहा है। किसी भी युवा के भविष्य के साथ अन्याय नहीं होगा।

स्वतंत्रता दिवस पर संस्कृति पर्यटन धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी का संदेश


मध्यप्रदेश।आज़ादी के अमृतकाल में विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का 78वां स्वतंत्रता दिवस हम मना रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्वगुरु बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।प्रधानमंत्री  ने भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है।

हम सब प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत को विकसित राष्ट्र एवं डॉ मोहन यादव जी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश को विकसित मध्यप्रदेश बनाने में अपना योगदान देने का संकल्प लें।

स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर मैं सभी स्वतंत्रता सेनानियों, भारत माता के सभी वीर सपूतों को नमन करता हूँ,

"जय हिन्द-जय भारत"