कस्टम मिलिंग का चावल जमा नहीं करने पर राइस मिलरों पर कार्रवाई, 19 हजार टन से अधिक धान और चावल जब्त

रायपुर- जिले में राइस मिलरों के सीएमआर चावल जमा धीमी गति से किए जाने पर शासन ने सख्त रुख अपनाया है. कलेक्टर डॉ.गौरव सिंह ने खाद्य विभाग को राइस मिलरों पर कार्रवाई के निर्देश दिए और टीम ने राइस मिलरों में पहुंचकर जांच की और कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में धान व चावल जब्त किया।

दरअसल जिले के राइस मिलर्स ने छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 की कंडिकाओं का उल्लंघन किया था और शासन का चावल जमा किए जाने में रुचि नहीं ले रहे थे, जिसके बाद अभनपुर विकासखंड के राइस मिल फर्म निर्मला राइस प्रा.लि. की जांच कर 3800 क्विंटल धान और 7750 क्वि. चावल, मंदिर हसौद के उमरिया स्थित कमल राइस मिल की जांच कर 3600 क्विं. धान और आरंग विकासखंड स्थित ग्राम जरौदा, कान्हा राइस मिल की जांच में 12570.40 क्वि. धान और 350 क्वि. चावल जब्त किया गया.

बता दें कि रायपुर जिले में वर्तमान में 2,66,000 मेट्रिक टन चावल जमा किया जाना है, जिसे जमा करने के लिए रेलवे ने 26 रेक उपलब्ध कराने की बात कही थी लेकिन अब तक केवल 8 रेक ही उपलब्ध कराई गई है. इस लेकर भी कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने एफसीआई के अधिकारियों को चावल जमा करने के लिए रैक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है. साथ ही रेलवे के अधिकारियों से भी शासन द्वारा शीघ्र रेक उपलब्ध कराने के लिए आग्रह किया है, ताकि सीएमआर चावल शीघ्र जमा किया जा सके. इस कार्रवाई में सहायक खाद्य अधिकारी पवित्रा अहिरवार, भारती हर्ष और खाद्य निरीक्षक श्रध्दा चौहान शामिल थीं.

खैरागढ़ संगीत यूनिवर्सिटी की पूर्व कुल सचिव पर FIR दर्ज, विश्वविद्यालय प्रबंधन पर भी लगे कई गंभीर आरोप

खैरागढ़-छुईखदान-गंडई- छत्तीसगढ़ का खैरागढ़ इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय विवादों को लेकर एक बार फिर चर्चा में आ गया है. पुलिस ने विश्वविद्यालय की पूर्व कुल सचिव डॉ. नीता गहरवार के खिलाफ जातिगत दुर्भावना और मानसिक प्रताड़ना के आरोप में FIR दर्ज की है.

दरअसल विश्वविद्यालय के कत्थक नृत्य विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. तेश गढ़पायले ने पूर्व कुल सचिव और विश्वविद्यालय प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने मई 2024 में खैरागढ़ पुलिस अधीक्षक को एक लिखित शिकायत देते हुए आरोप लगाया है कि कि वे 2007 से विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं लेकिन मोक्षदा चंद्राकर के कुलपति बनने के बाद से ही विवि प्रबंधन उनके साथ दुर्व्यवहार और मानसिक प्रताड़ित कर रहा है. आगे डॉ जितेश ने अपने शिकायत पत्र में लिखा कि तत्कालीन प्रभारी कुल सचिव डॉ. नीता गहरवार ने जातिगत दुर्भावना के कारण उन्हें निलंबित कर दिया.

वहीं शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने पाया कि आरोप सही हैं. इसके चलते पुलिस ने पूर्व कुल सचिव डॉ. नीता गहरवार के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है.

इस मामले पर टिप्पणी करते हुए खैरागढ़ एसडीओपी लालचंद मोहले ने कहा, “डॉ. जितेश गढ़पायले ने शिकायत की थी कि विश्वविद्यालय की अधिष्ठाता नीता गहरवार द्वारा जातिगत भेदभाव और प्रताड़ना की जा रही है. जांच के दौरान आरोप सही पाए गए हैं, जिसके बाद नीता गहरवार के खिलाफ FIR दर्ज की गई है और मामले की विवेचना की जा रही है.”

विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के खिलाफ पूरे प्रदेश में प्रदर्शन, दुर्ग में प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ा

दुर्ग- विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस आज प्रदेशभर में प्रदर्शन कर रही. दुर्ग में पूर्व सीएम भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झूमाझटकी हुई. प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड भी तोड़ दिया. इससे कई कार्यकर्ताओं और पुलिस जवानों को चोटें आई है.

प्रदर्शन से पहले सभा को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने साय सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, प्रदेश में विकास काम नहीं हो रहा है और कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार कर रहे हैं. साय सरकार सभी मामले जब सीबीआई को सौंपे तो जैतखाम में तोड़फोड़ मामले को सीबीआई को क्यों नहीं सौंप रही है. सतनामी समाज भी मांग कर चुका है.

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा. एडीशनल एसपी वेदव्रत सिरमौर ने बताया, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान बैरिकेट तोड़ने की कोशिश की, लेकिन हमारे सुरक्षा जवानों ने उन्हें रोका. इस बीच धक्कामुक्की भी हुई.

जानिए पूरा मामला

बता दें कि गुरु बाबा घासीदास की तपोभूमि गिरौदपुरी में सतनाम समाज के आस्था के केंद्र अमर गुफा में स्थित महकोनी मंदिर परिसर में आसामाजिक तत्वों ने जमकर तांडव मचाया था. जैतखाम में तोड़फोड़ की घटना से आक्रोशित समाज के लोगों ने सीबीआई जांच की मांग की थी. इस मामले में पुलिस ने संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लिया है. वहीं राज्य सरकार ने पहले ही जैतखंभ तोड़फोड़ की घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए थे. इस घटना को लेकर बलौदाबाजार में हिंसक प्रदर्शन हुआ था. इस मामले में विधायक देवेंद्र यादव समेत सैकड़ों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

विधायक देवेन्द्र यादव को मिली जमानत

बिलासपुर- भिलाई विधायक देवेंद्र यादव को बिलासपुर के सीजेएम मनीष कुमार दुबे की कोर्ट ने जमानत दे दी है. बता दें कि 10 साल पहले उन्होंने बिलासपुर के अटल बिहारी यूनिवर्सिटी में छात्रों के मुद्दे को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ घेराव किया था. इस दौरान उन पर बिलासपुर की सिटी कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज किया था. कोर्ट ने देवेंद्र यादव को प्रोडक्शन वारंट पर राहत दी है.

बता दें कि बिलासपुर की सिटी कोतवाली पुलिस ने 10 साल पहले धारा 147, 427 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया था. इस मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, अमितेश राय, प्रकाशमणि वैष्णव, रंजीत सिंह, सोहेल खालिक समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था. इस मामले में स्थाई वारंट पर भी जवाब देने के लिए वे कोर्ट नहीं पहुंच रहे थे. फ़िलहाल कोर्ट ने उन्हें प्रोडक्शन वारंट पर राहत दी है.

सेवानिवृत्त जज इंदर सिंह उबोवेजा बने छत्तीसगढ़ के प्रमुख लोकायुक्त, अधिसूचना जारी …

राज्यपाल के आदेशानुसार, छत्तीसगढ़ लोक आयोग अधिनियम, 2002 की धारा 3 की उपधारा (5) के तहत प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए यह नियुक्ति की गई है. इंदर सिंह उबोवेजा, जो पूर्व में बिलासपुर उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति रह चुके हैं. 22 अगस्त, 2024 से अपने नए पद का कार्यभार संभालेंगे.

बता दें कि प्रमुख लोकायुक्त का पद लंबे समय से खाली पड़ा था. इस पद पर पहले टीपी शर्मा नियुक्त थे, जिनका कार्यकाल सितंबर 2023 में समाप्त हो गया था. तब से यह पद खाली था. जिसके बाद अब बिलासपुर हाईकोर्ट के सेवानिवृत्‍त जज इंदर सिंह उबोवेजा को इस पद के लिए नियुक्त किया गया है.

नवा रायपुर के प्रमुख मार्गों पर महापुरुषों की प्रतिमाएं होंगी स्थापित, नामकरण के लिए समिति का हुआ गठन, वन मंत्री केदार कश्यप बनाए गए अध्यक्ष
रायपुर-  नवा रायपुर अटल नगर के प्रमुख मार्गों, चौक-चौराहों के नामकरण और चौराहों पर महापुरुषों की प्रतिमाएं स्थापित करने के लिए समिति का गठन किया गया है. यह समिति नवा रायपुर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को सहेजने और उसके विकास को नई दिशा देने के उद्देश्य से बनाई गई है. वन मंत्री केदार कश्यप समिति के अध्यक्ष और वित्त मंत्री ओपी चौधरी सदस्य होंगे.

वन मंत्री केदार कश्यप की अगुवाई वाली इस समिति में वित्त मंत्री ओपी चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, विधायक सुशांत शुक्ला, इंद्र कुमार साहू और गुरू खुशवंत साहेब सदस्य होंगे. कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति बलदेव भाई शर्मा और मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज झा भी समिति के सदस्य बनाए गए हैं.

समिति की जिम्मेदारी नवा रायपुर के प्रमुख मार्गों और चौक-चौराहों के नामकरण की प्रक्रिया को अंतिम रूप देना है, साथ ही विभिन्न चौराहों पर महापुरुषों की प्रतिमाएं स्थापित करने के प्रस्तावों पर भी विचार करना है.

इस कार्य में स्थानीय लोगों की राय और सुझावों को भी शामिल किया जाएगा। नवा रायपुर के विकास के इस महत्वपूर्ण कदम से शहर की सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा मिलेगा.

DEO पोस्टिंग: डाईट प्राचार्य को बनाया गया जिला शिक्षा अधिकारी, जारी हुआ आदेश
रायपुर-  केव्ही राव रायगढ़ के नये जिला शिक्षा अधिकारी होंगे। अभी केव्ही राव खैरागढ़ डाईट के प्रचार्य थे। उन्होंने प्रशासनिक आधार पर तबादला करते हुए राज्य सरकार ने प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ बनाया है।
MLA देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस का प्रदेशव्यापी प्रदर्शन, पीसीसी चीफ दीपक बैज बोले-

रायपुर- कांग्रेस ने प्रदेशव्यापी प्रदर्शन शुरू कर दिया है. बलौदाबाजार हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस पार्टी राजधानी के नमस्ते चौक पर विरोध प्रदर्शन कर रही है. कांग्रेस ने राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ पीसीसी चीफ दीपक बैज के नेतृत्व में प्रदेश के सभी जिलों में प्रदर्शन आयोजित किया है.

कोई संदेह है तो नार्को टेस्ट करा लें : PCC चीफ दीपक बैज

प्रदर्शन को लेकर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “हिम्मत है तो नार्को टेस्ट करा लें. हमारा एक एक कार्यकर्ता नार्को टेस्ट करने को तैयार है. सभी कार्यकर्ता का हम नार्को टेस्ट कराने को तैयार है. नार्को टेस्ट से बड़ा कोई टेस्ट हो तो वो भी हम कराने को तैयार हैं.”

पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि बलौदा बाजार मामले में सीबीआई जांच की हम मांग करते हैं. इस घटना पर आप जितना पर्दा डाल लो, एक दिन सच्चाई सामने आएगी. कांग्रेस पार्टी अब सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ते रहेगी. इस सरकार का जबतक पर्दाफाश नहीं करते, चुप नही बैठेंगे.

उन्होंने कहा कि भाजपा गलत फहमी में है. एक कार्यकर्ता को जेल भेजोगे 100 कार्यकर्ता लड़ने को तैयार हो जाएंगे. कोई डरने की जरूरत नहीं है. कांग्रेस का कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता. आप 3 महीना जेल में रख सकते हैं. आप 1 साल भी जेल के अंदर रखें. कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता न्याय की लड़ाई लड़ने को तैयार है.

पीसीसी चीफ ने आगे कहा- आने वाले समय में मुखर्ता के साथ में हम लड़ने को तैयार हैं. ये सरकार बदले की भावना से काम कर रही है. छत्तीसगढ़ की गाढ़ी कमाई को लूटने का काम कर रही है. जब तक असली दोषी गिरफ्तार नही होता, ये प्रोस्टेस्ट चलाता रहेगा. हमारी मांग है कि कांग्रेस पार्टी का नार्को टेस्ट कराया जाए.

 

बता दें, बलौदाबाजार आगजनी-हिंसा मामले में नोटिस की तामीली नहीं करने पर बलौदाबाजार पुलिस ने 17 अगस्त को कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तार किया है. भिलाई विधायक पर बलौदाबाजार में हिंसा भड़काने का आरोप लगा है. इस मामले को लेकर अब कांग्रेस ने राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदेश व्यापी प्रदर्शन शुरू कर दिया है.

बड़ी खबर : कांग्रेस संगठन में जल्द होगा बड़ा बदलाव, नए चेहरों को मिलेगा मौका
रायपुर- छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जल्द नई कार्यकारिणी का गठन होने वाला है. इसके लिए प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को फ्री हैंड दिया है. कांग्रेस संगठन में नए चेहरों को मौका दिया जाएगा. इस मामले में दीपक बैज ने कहा, सभी वरिष्ठ नेताओं का आशीर्वाद मिला है. जल्द ही नई नियुक्तियां की जाएगी.
सीएम विष्णुदेव साय ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन को लेकर विपक्ष पर साधा निशाना, सोशल मीडिया एक्स पर राहुल गांधी को भी घेरा
रायपुर- जम्मू-कश्मीर में आगामी विधान सभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन कर लिया है. वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी ने भी घोषणा पत्र जारी कर दिया है. इसे लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (एक्स) पर ट्वीट कर राहुल गांधी पर निशाना साधा है.

उन्होंने लिखा कि- जम्मू-कश्मीर में यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा ‘आर्टिकल 370 और 35A’ हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में भी आरक्षण मिलना शुरू हुआ. लेकिन दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को उनका हक मिलना कांग्रेस को कभी भी रास नहीं आता है. इसीलिए कांग्रेस ने आरक्षण विरोधी नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन किया है जिसने घोषणापत्र में उल्लेखित दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त करने वाले आरक्षण विरोधी प्रस्ताव पारित किया है. इसका समर्थन करते हुए कांग्रेस पार्टी द्वारा उसके साथ गठबंधन करना राहुल गांधी जी की विभाजनकारी मानसिकता को दर्शाता है.

देखें CM साय का ट्वीट:

 

उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए आगे लिखा कि सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस ने ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के साथ गठबंधन करके फिर से अपने राष्ट्रविरोधी, आरक्षणद्रोही मंसूबों को देश के सामने रखा है.

नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा पत्र के वादों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दस सवालों का जवाब कांग्रेस को देना होगा. अगर राहुल गांधी जवाब नहीं दे पाए तो इससे फिर स्पष्ट होगा कि वे विभाजनकारी शक्तियों के कट्टर समर्थक हैं.