बड़ी खबर : कांग्रेस संगठन में जल्द होगा बड़ा बदलाव, नए चेहरों को मिलेगा मौका
रायपुर- छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जल्द नई कार्यकारिणी का गठन होने वाला है. इसके लिए प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को फ्री हैंड दिया है. कांग्रेस संगठन में नए चेहरों को मौका दिया जाएगा. इस मामले में दीपक बैज ने कहा, सभी वरिष्ठ नेताओं का आशीर्वाद मिला है. जल्द ही नई नियुक्तियां की जाएगी.
सीएम विष्णुदेव साय ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन को लेकर विपक्ष पर साधा निशाना, सोशल मीडिया एक्स पर राहुल गांधी को भी घेरा
रायपुर- जम्मू-कश्मीर में आगामी विधान सभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन कर लिया है. वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी ने भी घोषणा पत्र जारी कर दिया है. इसे लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (एक्स) पर ट्वीट कर राहुल गांधी पर निशाना साधा है.

उन्होंने लिखा कि- जम्मू-कश्मीर में यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा ‘आर्टिकल 370 और 35A’ हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में भी आरक्षण मिलना शुरू हुआ. लेकिन दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को उनका हक मिलना कांग्रेस को कभी भी रास नहीं आता है. इसीलिए कांग्रेस ने आरक्षण विरोधी नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन किया है जिसने घोषणापत्र में उल्लेखित दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त करने वाले आरक्षण विरोधी प्रस्ताव पारित किया है. इसका समर्थन करते हुए कांग्रेस पार्टी द्वारा उसके साथ गठबंधन करना राहुल गांधी जी की विभाजनकारी मानसिकता को दर्शाता है.

देखें CM साय का ट्वीट:

 

उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए आगे लिखा कि सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस ने ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के साथ गठबंधन करके फिर से अपने राष्ट्रविरोधी, आरक्षणद्रोही मंसूबों को देश के सामने रखा है.

नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा पत्र के वादों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दस सवालों का जवाब कांग्रेस को देना होगा. अगर राहुल गांधी जवाब नहीं दे पाए तो इससे फिर स्पष्ट होगा कि वे विभाजनकारी शक्तियों के कट्टर समर्थक हैं.

बलौदाबाजार हिंसा: विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के बाद 6 सहयोगी भी हिरासत में

दुर्ग- बलौदाबाजार हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. विधायक की गिरफ्तारी को लेकर आज प्रदेश भर में कांग्रेस प्रदर्शन करेगी. लेकिन इस प्रदर्शन से पहले बलौदाबाजार पुलिस ने भिलाई में फिर से छापेमारी की है. पुलिस ने खुर्सीपार के 6 लोगों को हिरासत में में लेकर जेल भेज दिया है. हिंसा मामले में सभी से पुलिस पूछ्ताछ कर रही है. पुलिस ने इन सभी को बलौदाबाजार हिंसा में संलिप्तता के आधार पर गिरफ्तार किया है. ये सभी विधायक देवेंद्र यादव के करीबी बताए जा रहे हैं.

जानकारी के अनुसार, बलौदाबाजार पुलिस ने देर रात 1 बजे भिलाई के खुर्सीपार इलाके में छापा मारा. इस दौरान 6 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया. वहीं एक युवक अब भी फरार है. हिरासत में लिए 6 लोगों में से पांच लोगों का नाम सामने आया है, जिसमें योगेश नौरंगे, दिनेश बांधे, हेमंत खुटे, अविनाश खुटे, वीरेंद्र गायकवाड है. वहीं एक युवक कोमल धृतलहरे को पुलिस नहीं पकड़ पाई है. बताया जा रहा है कि बलौदाबाजार हिंसा में विधायक के साथ इनकी भी संलिप्तता पाई गई है. फिलहाल, सभी लोगों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है.

बता दें कि छापामारी से पहले दुर्ग पहुंचकर बलौदाबाजार एडिशन एसपी अभिषेक सिंह ने एसपी जितेंद्र शुक्ल से बल मांगा. जिसके बाद खुर्सीपार के मिलावट पारा पहुंचकर बलौदाबाजार पुलिस ने यह कार्रवाई की है. बलौदाबाजार पुलिस कुल 7 लोगों को हिरासत में लेने आए थी लेकिन 6 ही लोग पकड़े गए हैं.

जानिए पृष्ठभूमि

दरअसल, सतनामी समाज के प्रदर्शन के दौरान 10 जून को बलौदाबाजार जिले के कलक्ट्रेट परिसर में आगजनी की घटना हुई थी. प्रदर्शनकारियों ने 150 से अधिक दो पहिया और 10 चार पहिया वाहनों को आग के हवाले किया था. कलेक्टर और एसपी कार्यालय में कई दस्तावेज जलकर खाक हुए थे. विधायक देवेंद्र यादव पर इस हिंसा को भड़काने का आरोप है.

गायक हंसराज रघुवंशी के खिलाफ शिकायत दर्ज , एडवांस लेने के बाद भी कार्यक्रम नहीं करने का आरोप

रायपुर- मशहूर गायक बाबा हंसराज रघुवंशी  की मुश्किलें बढ़ गयी है। रायपुर में गायक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि कार्यक्रम में एडवांस और प्रोग्राम लेने के बावजूद गायक ने कार्यक्रम नहीं किये। 11 जून 2023 को इंडोर स्टेडियम में हंसराज रघुवंशी का कार्यकम होना था मगर गायक हंसराज रघुवंशी की पत्नी कोमल सकलानी ने नगद के अलावा अर्बन लाइव एंटरटेनमेंट के मध्यम से लाखों रुपए लिये जिसके बाद कार्यक्रम आज तक किया ही नहीं।

शिकायत के मुताबिक एडवांस के पैसे भी वापस नहीं किये गये हैं। इस मामले में इवेंट कंपनी की संचालिका ने बताया कि हंसराज रघुवंशी का कार्यकम 11 जून को होना था। इसी दौरान कांग्रेस का कार्यक्रम तय हो गया, जिसकी वजह से गायक के लिए दी गयी जगह को कांग्रेस के कार्यक्रम के लिए वापस ले लिया गया। इस बीच कंपनी ने कुछ और जगह को प्रोग्राम के लिए तय किये।

लेकिन गायक हंसराज रघुवंशी ने इस कार्यक्रम के एडवांस 10 लाख 20 हज़ार लेने के बाद कार्यक्रम नहीं किए गए है। जिसके बाद रायपुर की इवेंट कंपनी संचालक युवती ने धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए पुरानी बस्ती थाने में शिकायत दर्ज कराया है। कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार हंसराज रघुवंशी को या तो पैसा वापस देना था या फिर कोई नई तारीख मगर उन्होंने दोनों में से कोई भी तरीका अपनाया नहीं है। युवती ने अर्बन लाइव एंटरटेनमेंट कम्पनी और हंसराज रघुवंशी के खिलाफ पुरानी बस्ती थाने में शिकायत दर्ज किया है।

झोलाछाप डॉक्टरों पर बड़ी कार्रवाई, स्वास्थ्य विभाग ने 25 क्लीनिक किये सील, दवाइयां भी जब्त

बिलासपुर- छत्तीसगढ़ में झोलाछाप डॉक्टरों पर लगातार कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने बिलासपुर जिले में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. जिले के चार ब्लॉकों में 25 झोलाछाप डॉक्टरों की क्लीनिक को सील किया गया है, साथ ही उनकी दवाइयां भी जब्त कर ली गई है. जिले में मलेरिया और डायरिया का प्रकोप फैलने के बाद स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई में जुटा है.

अब तक 90 क्लीनिक सील

झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ बिलासपुर जिले के चार ब्लाक में कार्रवाई की गई. दो दिन में 25 झोलाछाप डाक्टरों की क्लीनिक को सील कर दवाइयां जब्त की गई है. इससे पहले 65 क्लीनिक सील किए जा चुके हैं. कोटा, मस्तूरी, बेलतरा और बिल्हा ब्लाक में झोलाछाप डाक्टरों के क्लीनिक पर कार्रवाई हुई है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अब तक 90 क्लीनिक सील किया है.

बता दें कि बिलासपुर जिले के चारों ब्लाक को मिलाकर बीएमओ (ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर) ने 165 झोलाछाप डॉक्टरों की सूची तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को सौंपी है. जिसके आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग ने झोलाछाप डॉक्टरों को लेकर और भी जानकारियां मंगाई है. जिस पर लगातार कार्रवाई जारी रहेगी.

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाप्रभु वल्लभाचार्य जी के मुख्य प्राकट्य बैठक स्थल और चम्पेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना की

रायपुर-   केद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज छत्तीसगढ़ के पवित्र धाम चंपारण पहुंचे। यहां उन्होंने महाप्रभु वल्लभाचार्य जी के मुख्य प्राकट्य बैठक स्थल और चम्पेश्वर महादेव की पूजा अर्चना की और देशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की। इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, सांसद बृजमोहन अग्रवाल भी उनके साथ थे।

चंपारण में महाप्रभु वल्लभाचार्य आश्रम पहुंचने पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का परम्परागत् ढंग से स्वागत किया गया। इस मौके पर श्री द्वारिकेश्वर लाल जी महाराज द्वारा उन्हें महाप्रभु वल्लभाचार्य जी की प्रतिमा भेंट की गई। वल्लभाचार्य निधि ट्रस्ट की ओर से भी उनका स्वागत किया गया तथा हरीश बाबरिया और मोनल बाबरिया द्वारा उन्हें श्रीनाथ जी का चित्र भेंट किया गया। छत्तीसगढ़ में महाप्रभु वल्लभाचार्य जी के जन्मस्थली चंपारण में देशभर से पुष्टिमार्ग के अनुयायी जुटते हैं। बनारस-दक्षिण प्रवास के दौरान वल्लभाचार्य जी की माता को प्रसव पीड़ा हुई और चंपारण में चम्पेश्वर महादेव मंदिर के निकट उन्होंने बालक को जन्म दिया। वल्लभाचार्य जी ने पुष्टि मार्ग का प्रवर्तन किया और देशभर में कृष्ण भक्ति की अलख जगाई।

भारत में हमेशा से उत्तर से दक्षिण भारत की ओर तथा दक्षिण भारत से उत्तर की ओर तीर्थ यात्रा की परंपरा रही है और यह तीर्थ यात्रा महानदी के बहुत से तीर्थ स्थलों के निकट से गुजरती है। चंपारण की कहानी अपने आप में भारत की विशिष्ट सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाती है। उसके साथ ही यह महाप्रभु वल्लभाचार्य एवं भक्ति आंदोलन के आचार्यों की सुंदर परंपरा को भी दर्शाती है जिन्होंने सनातन परंपरा के मूल्यों को संजोया और कृष्ण भक्ति की अलख जगाई।

चौरासी वैष्णवों की वार्ता तथा वल्लभ दिग्विजय जैसे ग्रंथों में महाप्रभु के बचपन और उनकी सुंदर स्मृतियां दर्ज हैं। चंपारण, त्रिवेणी संगम राजिम के निकट है राजिम में भगवान श्री राजीव लोचन विराजित हैं। यह पदम क्षेत्र कहा जाता है। इस पद्म क्षेत्र के चारों ओर पंचकोसी परिक्रमा होती है। इस पंचकोसी परिक्रमा में श्रद्धालु हिस्सा लेते हुए चम्पेश्वर महादेव में जल अर्पित करते हैं।

इस मौके पर सर्व गुजराती समाज के अध्यक्ष प्रितेश गांधी पदीय, वल्लभाचार्य ट्रस्ट के अध्यक्ष चेतन अधिया, श्री वल्लभाचार्य ट्रस्ट के सदस्य वल्लभ अधिया, गुजराती समाज के पदाधिकारी हरीश कुमार बाबरिया, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू, अपैक्स बैंक पूर्व अध्यक्ष अशोेक बजाज और चंपारण के सरपंच राधिका ध्रुव सहित अनेक जनप्रतिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ के निजी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस और एमएस, एम डी (पीजी) का फीस हुआ पुनरीक्षित

रायपुर-   छत्तीसगढ़ के निजी मेडिकल कालेजों द्वारा अधिक फीस वसूली को लेकर प्रवेश व फीस विनियामक समिति ने अंतरिम फीस निर्धारित की है। इसके तहत तीन निजी मेडिकल कालेजों के एमबीबीएस व दो निजी मेडिकल कालेजों में संचालित स्नातकोत्तर (पीजी) सीटों के फीस तय कर दिए गए हैं। फीस वर्ष-2024 से 2027 तक के लिए लागू होंगे।

प्रवेश एवं फीस विनियामक समिति केअधिकारियों ने बताया कि श्री बालाजी इंस्टिट्यूट आफ मेडिकल साइंसेस मोवा, रावतपुरा सरकार इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस और रिसर्च सेंटर नवा रायपुर और अभिषेक आई मिश्रा मेमोरियल कॉलेज एंड रिसर्च, जुनवानी भिलाई के लिए हुए फीस निर्धारण में सबसे अधिक श्रीबालाजी में 8 लाख 2 हजार 7 सौ रुपये प्रति वर्ष फीस तय की गई है। रावतपुरा सरकार इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस और रिसर्च सेंटर एवं अभिषेक आई मिश्रा मेमोरियल कॉलेज एंड रिसर्च जुनवानी भिलाई दोनों इंस्टिट्यूट में एमबीबीएस पाठ्क्रम के लिए 7 लाख 45 हजार 187 रुपए प्रतिवर्ष निर्धारित किए गए है।

रायपुर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) गोढ़ी में स्नातकोत्तर की क्लीनिकल सीटों के लिए 9 लाख 84 हजार से 500 रूपए प्रति वर्ष छात्रों को फीस देने होंगे। वहीं प्री-क्लीनिकल/ पैरा-क्लीनिकल के लिए प्रति वर्ष 7.92 लाख रुपये से 8.48 रुपए तक फीस तय हुई है। श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस जुनवानी भिलाई में स्नातकोत्तर की क्लीनिकल सीटों के लिए 10 लाख 54 हजार रूपए प्रति वर्ष छात्रों को फीस देने होंगे। इसी प्रकार प्री-क्लीनिकल/पैरा-क्लीनिकल के लिए प्रति वर्ष 8 लाख 48 हजार 200 रुपये फीस तय की गई है। विनियामक समिति ने निजी मेडिकल कालेजों के निरीक्षण, जांच, पड़ोसी राज्यों में प्रचलित फीस की दर और छत्तीसगढ़ की स्थिति प्रति व्यक्ति औसत आय आदि तथ्यों को देखते हुए बैठक कर फीस तय की गई है।

तय फीस में सभी सुविधा शामिल

फीस विनियामक समिति के अधिकारियों ने कहा है कि मेडिकल पाठ्यक्रम के लिए अंतरिम तय फीस में सभी सुविधाएं शामिल हैं। संस्थानों को निर्देशित किया गया है कि प्रति वर्ष तय किए गए फीस में मेडिकल छात्रों से यूनिफार्म, आइडी कार्ड, लेबोरेटरी, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, खेलकूद, एनएसएस, भवन, फर्नीचर, उपकरण आदि मदों में कोई अतिरिक्त राशि वसूल नहीं किया जाएगा। किसी भी तरह की फीस की तय राशि से अधिक की वसूली हुई तो निजी मेडिकल कालेजों पर कार्रवाई की जाएगी।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर 26 अगस्त को शुष्क दिवस घोषित

रायपुर-  छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्यिक कर (आबकारी) विभाग ने 26 अगस्त 2024 को शुष्क दिवस घोषित किया है। ‘श्रीकृष्ण जन्माष्टमी’ के अवसर पर यह निर्णय लिया गया है, जिसके तहत राज्य भर में मदिरा की बिक्री और परोसने पर प्रतिबंध रहेगा। आबकारी विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन प्रदेश के सभी जिलों में स्थित देशी और विदेशी मदिरा की फुटकर दुकानों, रेस्टोरेंट-बार, होटल-बार, क्लब आदि प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद रहेंगे। किसी भी प्रकार की मदिरा की बिक्री या परोसने की अनुमति नहीं होगी, चाहे वह लाइसेंसी प्रतिष्ठान हो या गैर-लाइसेंसीकृत स्थल।

आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि गैर-लाइसेंसीकृत जगहों पर शराब की बिक्री या परोसने पर भी सख्त रोक रहेगी। इस निर्देश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें मदिरा का जब्तीकरण और दोषियों पर आपराधिक मामले दर्ज किए जाएंगे।

शासन ने यह भी निर्देश दिए हैं कि सभी जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधिकारी इस आदेश का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें। किसी भी प्रकार की अवैध मदिरा की बिक्री पर नजर रखने के लिए जिला कार्यालयों एवं संभागीय एवं राज्य स्तरीय उड़दस्ता और विशेष जांच दल भी गठित किए जाएंगे, जो जिले में स्थित शराब के अवैध संकलन स्थलों की जांच करेंगे।

वंदना का सपना पूरा किया महतारी वंदन योजना ने, अपनी ख्वाहिशें पूरी करने कर रही बचत, घर की जरूरतें भी हो रही पूरी

रायपुर-   छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना कई महिलाओं के सपने पूरे कर रहा है। यह योजना बचत के साथ ही महिलाओं और उनके परिवार के बेहतर भविष्य की राह खोल रही है। योजना के तहत हर महीने मिल रहे पैसों से अनेक महिलाएं अपनी बरसों की ख्वाहिश पूरी कर रही हैं। गरीबी की वजह से अपनी छोटी-छोटी इच्छाओं और सपनों से समझौता करने को मजबूर महिलाओं को महतारी वंदन योजना ने बड़ा संबल दिया है। प्रदेश की लाखों महिलाओं की तरह इसने कोरबा की वंदना राठिया की भी दिली ख्वाहिश पूरी की है।

कोरबा जिले के विकासखण्ड कोरबा के कोरकोमा गांव की वंदना राठिया की बेटे के पैदा होने के समय से ही बड़ी इच्छा थी कि अपने बेटे के गले में छोटा ही सही सोने का एक लॉकेट पहनाएं। लेकिन घर की खराब माली हालत के कारण वह अपनी इच्छा पूरी नहीं कर पा रही थी। उसने बचत कर कुछ रुपए जरूर जोड़े थे, पर वह लॉकेट खरीदने के लिए नाकाफी था। छत्तीसगढ़ सरकार ने जब इस साल मार्च में महतारी वंदन योजना प्रारंभ की तो मानो वंदना की किस्मत खुल गई। योजना की शुरूआत से ही उसे हर महीने एक हजार रुपए मिल रहे हैं। छह महीनों में वंदना ने इतनी रकम जोड़ ली कि आखिरकार उसके सपने पूरे होने का दिन आ गया। वह गांव के साप्ताहिक बाजार गई और सुनार से लॉकेट बनवाकर अपने बेटे के गले में पहनाया। यह उसके करीब चार साल पुराने सपने के पूरा होने का दिन था। वंदना के चेहरे पर खुशी और गहरा संतोष देखते ही बन रहा था।

वंदना राठिया कहती है कि महतारी वंदन योजना से हर माह मिल रही राशि हमारे बहुत काम की है। हम जैसी महिलाओं के लिए एक हजार रुपए बड़ी राशि है। पति की कमाई से घर का खर्च ही चल पाता है। छोटी-छोटी जरूरतों के लिए महतारी वंदन योजना से मिली राशि काम आती है। वह कोशिश करती है कि हर महीने इसमें से कुछ बच जाए। थोड़ा-थोड़ा करके ठीक-ठाक रकम जमा हो तो यह अपने दूसरे सपने पूरे करने के काम आएगी।

डिजिटल फसल सर्वे : प्रत्येक ग्राम के लिए 20 सर्वेक्षणकर्ताओं का होगा चयन

रायपुर-   एग्रीस्टेक परियोजना के अंतर्गत राज्य के सभी जिलों में खरीफ-2024 में लगाए जाने वाले फसलों का डिजिटल फसल सर्वेक्षण होगा। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयनित धमतरी, महासमुंद और कबीरधाम जिले के सभी गांवों तथा अन्य जिलों के चयनित गांवों में डिजिटल फसल सर्वेक्षण होगा। डिजिटल फसल सर्वेक्षण 9 सितम्बर से प्रारंभ होकर 30 सितम्बर तक चलेगा।

डिजिटल फसल सर्वेक्षण के लिए प्रत्येक ग्राम में अधिकतम 20 सर्वेक्षणकर्ताओं का चयन किया जायेगा। सर्वेक्षण कर्ताओं का चयन पटवारी के माध्यम से तहसीलदार द्वारा किया जाएगा। डिजिटल फसल सर्वेक्षण किये जाने हेतु प्रत्येक सर्वेक्षण कर्ता महिला या पुरुष को न्यूनतम 10वीं उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। प्राथमिकता का क्रम क्रमशः कृषि स्नातक, विज्ञान स्नातक, विज्ञान से 12 वीं पास, 12 वीं पास, 10 वीं पास होगा। चयनित सर्वेक्षणकर्ताओं का प्रशिक्षण 7 सितम्बर तक दिया जाएगा।

सर्वेक्षणकर्ताओं के पास स्वयं का एड्रायड मोबाईल वर्जन 9$ हो जिसमें इंटरनेट होना आवश्यक है। सर्वेक्षण कर्ता का बैंक खाता एवं आधार नंबर होना आवश्यक हैं। सर्वेक्षण कर्ता की आयु 18 वर्ष से ऊपर हो। सर्वेक्षणकर्ता संबंधित ग्राम का ही निवासी हो। सर्वेक्षण कर्ता सर्वेक्षण के दौरान ग्राम में आवश्यक रूप से उपलब्ध हो। ग्राम के निवासी समुचित संख्या में उपलब्ध नहीं होने पर तहसीलदार द्वारा निकटवर्ती ग्राम के निवासी को अथवा कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि महाविद्यालय या उद्यानिकी महाविद्यालय के विद्यार्थी को चयनित किया जा सकेगा।

प्राप्त आवेदनों के आधार पर सभी आवेदकों को प्राथमिक स्तर पर काम सौंपा जा सकेगा। भूमिस्वामी या कृषक जो किसी भी उम्र या शैक्षणिक योग्यता के हों, भी स्वेच्छा से अपने सर्वेक्षण नंबर (खेत) का डिजिटल फसल सर्वेक्षण कर सकता है, उन्हें इस हेतु कोई भी मानदेय प्रदाय नहीं किया जाएगा।

सर्वेक्षण कर्ताओं को प्रशिक्षण तहसील अंतर्गत राजस्व निरीक्षक मण्डल स्तर पर प्रदान किया जाएगा। सर्वेक्षण कर्ताओं में परिवर्तन होने पर नवीन सर्वेक्षण कर्ताओं को भी आवश्यक प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा। सर्वेक्षण कर्ताओं को प्रत्येक दिवस उनके ग्रामवार संपादित किये जाने वाले फसल सर्वेक्षण कार्य हेतु खसरों का आबंटन तहसीलदार या तहसीलदार द्वारा अधिकृत अधिकारी या कर्मचारी द्वारा किया जाएगा।

प्रथम दिवस प्रत्येक पात्र आवेदक को 25 खसरा सौपा जाएगा। सर्वेक्षक के कार्य की प्रगति एवं गुणवत्ता के आधार पर अगले दिवस के लिए नवीन खसरा आबंटित किया जाएगा। सर्वेक्षण की कार्य कुशलता को देखते हुए किसी दिवस विशेष में बार-बार खसरा आबंटित किया जा सकेगा। यह आबंटन ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के सिद्धांत के आधार पर किया जायेगा।

सर्वेक्षणकर्ता को प्रति खसरा 10 रूपये का मानदेय

प्रत्येक सर्वेक्षण कर्ता को प्रत्येक सर्वे के लिए एप के माध्यम से सही सर्वेक्षण एवं अपलोड करने तथा स्वीकृत हो जाने की दशा में 10 रूपये प्रति खसरा मानदेय आधार-संबद्ध बैंक खातों के माध्यम से प्रदान किया जाएगा। किसी खातेदार द्वारा अपने खाते का स्वयं सर्वेक्षण किये जाने की स्थिति में कोई मानदेय देय नहीं होगा।

डिजिटल फसल सर्वेक्षण के अंतर्गत किये गये कार्यों का संबंधित हल्का पटवारी द्वारा पर्यवेक्षण प्रत्येक दिवस किया जाएगा। सर्वेक्षण कर्ता द्वारा डिजिटल फसल सर्वेक्षण के अंतर्गत किये गये प्रविष्टियों का संबंधित राजस्व निरीक्षक द्वारा दो दिवस के भीतर सत्यापन किया जाएगा। डिजिटल फसल सर्वेक्षण के अंतर्गत किये गये कार्यों की जाँच अतिशीघ्र संबंधित तहसीलदार या नायब तहसीलदार द्वारा किया जाएगा।