जानिए कौन हैं इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज जेमी स्मिथ? पहले ही शतक से तोड़ डाला 94 साल पुराना रिकॉर्ड

मैनचेस्टर की जिस पिच पर इंग्लैंड के बड़े-बड़े बल्लेबाजों को क्रीज पर टिकने में दिक्कत पेश आ रही थी उसी 22 गज की पट्टी पर एक 24 साल के युवा बल्लेबाज ने कमाल कर दिया. बात हो रही है जेमी स्मिथ की जिन्होंने मैनचेस्टर टेस्ट के तीसरे दिन शानदार शतक लगाया. जेमी स्मिथ का ये पहला टेस्ट शतक है और बड़ी बात ये है कि उन्होंने महज 136 गेंदों में इसे पूरा किया. जेमी स्मिथ का ये शतक इसलिए भी खास है क्योंकि इसके दम पर उन्होंने 94 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है.

जेमी स्मिथ का रिकॉर्ड

जेमी स्मिथ इंग्लैंड के लिए सबसे कम उम्र में टेस्ट शतक लगाने वाले विकेटकीपर बन गए हैं. उन्होंने महज 24 साल, 42 दिन की उम्र में ये सेंचुरी लगाई. इससे पहले ये रिकॉर्ड लेस एम्स के नाम था, जिन्होंने 24 साल, 63 दिन की उम्र में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक लगाया था. ये टेस्ट मैच 1930 में पोर्ट ऑफ स्पेन में खेला गया था. दिलचस्प बात ये है कि जेमी स्मिथ पिछले ही टेस्ट मैच में शतक लगाने से चूके थे. ये खिलाड़ी वेस्टइंडीज के खिलाफ 95 रन पर आउट हो गया था लेकिन श्रीलंका के खिलाफ इस खिलाड़ी ने शतक लगाकर ही दम लिया. जेमी स्मिथ की पारी 111 रनों पर खत्म हुई, जिसमें उन्होंने एक छक्का और 8 चौके लगाए. उनका स्ट्राइक रेट 75 का रहा.

कौन हैं जेमी स्मिथ

जेमी स्मिथ ने अपने चौथे ही टेस्ट में पहला शतक जड़ दिया है और इस खिलाड़ी को इंग्लैंड का अगला बड़ा खिलाड़ी माना जा रहा है. जेमी स्मिथ के लिए कहा जाता है कि वो जो रूट के बाद इंग्लैंड के अगले बड़े बल्लेबाज बनने वाले हैं. आइए अब आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों कहा जाता है. जेमी स्मिथ ने सिर्फ 6-7 साल की उम्र में क्लब क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. साल 2005 की एशेज सीरीज को देख उनके अंदर क्रिकेटर बनने का सपना पैदा हुआ. जब वो 12 साल के हुए तो उन्हें क्रिकेट स्कॉलरशिप मिली और ये खिलाड़ी विटगिफ्ट स्कूल की ओर से खेला, जहां उन्होंने शतकों का अंबार लगा दिया. यहां अहम बात ये है कि 15 साल की उम्र तक जेमी स्मिथ फुटबॉल भी खेला करते थे और वो एएफसी विंबलडन क्लब के सदस्य थे.

जेमी स्मिथ ने अबतक इंग्लैंड में 62 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उनके नाम 10 शतकों की मदद से 3641 रन हैं. इसके अलावा उन्होंने 17 लिस्ट ए और 84 टी20 मुकाबले भी खेले हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि इस खिलाड़ी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज में भी मौका मिल सकता है.

रोनाल्डो ने यूट्यूब पर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड,6 घंटे में मिला गोल्ड बटन

पुर्तगाल के दिग्गज फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने यूट्यूब पर सबसे तेज एक मिलियन यानी 10 लाख सब्सक्राइबर्स का नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।

रोनाल्डो ने बुधवार को अपना यूट्यूब चैनल लॉन्च किया। चैनल पर एक दिन से भी कम समय में 13 मिलियन (1.3 करोड़) से अधिक सब्सक्राइबर्स हो चुके हैं। यह भी एक रिकॉर्ड है। इससे पहले एक दिन में सबसे ज्यादा सब्सक्राइबर्स का रिकॉर्ड हैम्स्टर कोम्बैट चैनल के नाम था।

6 घंटे में गोल्ड बटन भी मिल गया

39 साल के पुर्तगाली फुटबॉलर ने बुधवार 21 अगस्त को अपना YouTube चैनल UR · Cristiano लॉन्च किया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया, 'इंतजार खत्म हो गया है। मेरा यूट्यूब चैनल आखिरकार जारी हो चुका है! इस नई यात्रा पर मेरे साथ जुड़ें।' यूट्यूब 10 लाख सब्सक्राइबर वाले चैनल को गोल्ड बटन भेजता है। रोनाल्डो के चैनल ने 90 मिनट में ही यह मार्क पार कर लिया था। यूट्यूब ने 6 घंटे में ही उनके घर गोल्ड बटन भी भेज दिया।

शुरुआती वीडियो में अपनी वैक्स स्टैच्यू की क्लिप डाली

रोनाल्डो ने अपने चैनल को डेब्यू करने के साथ कई वीडियो डाले। इनमें एक टीजर ट्रेलर और अपनी पार्टनर जॉर्जिना रोड्रिग्ज के साथ फन क्विज गेम शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने 2022 में न्यूयॉर्क में अपनी मोम की मूर्ति (वैक्स स्टैच्यू) की ​​लॉंन्चिंग का क्लिप भी डाला।

उन्होंने कहा, 'मैंने सोशल मीडिया पर हमेशा फैंस के साथ बढ़िया बॉन्डिंग का आनंद लिया है। अब मेरा यूट्यूब चैनल मुझे फैंस के साथ बेहतर तरीके से संपर्क साधने में मदद करेगा।'

इंस्टाग्राम पर 63 करोड़ से ज्यादा फॉलोअर

रोनाल्डो के 'एक्स' प्लेटफॉर्म पर 112.5 मिलियन (11.25 करोड़), फेसबुक पर 170 मिलियन (17 करोड़ ) और इंस्टाग्राम पर 636 मिलियन (63.6 करोड़) फॉलोअर्स हैं।

बच्चों से गोल्ड प्ले बटन अनबॉक्स कराया

10 मिलियन (1 करोड़) सब्सक्राइबर्स होने के बाद रोनाल्डो ने अपने बच्चों से गोल्ड प्ले बटन को अनबॉक्स करवाया। रोनाल्डो पांच बच्चों के पिता हैं।

रोनाल्डो सबसे ज्यादा कमाई करने वाले एथलीट

रोनाल्डो दुनिया के सबसे अधिक कमाई करने वाले एथलीट है। फोर्ब्स का अनुमान है कि रोनाल्डो की कुल संपत्ति 260 मिलियन डॉलर (2.18 हजार करोड़) है। वह 1 बिलियन डॉलर (8.39 हजार करोड़) से अधिक कमाने वाले पहले फ़ुटबॉल खिलाड़ी भी हैं।

लुसाने डायमंड लीग 2024 में नीरज चोपड़ा ने हासिल किया दूसरा स्थान

भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक के बाद पहली बार एक्शन में नजर आए. वह लुसैन डायमंड लीग में खेलने उतरे. बता दें, नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक के दौरान ग्रोइन चोट से जूझ रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने डायमंड लीग में हिस्सा लिया. उन्होंने यहां अपना सीजन बेस्ट थ्रो फेंका, लेकिन वह इस बार फिर 90 मीटर के काफी करीब पहुंचकर चूक गए. इस टूर्नामेंट का फाइनल अगले महीने होना है. नीरज 2022 में डायमंड लीग चैंपियन थे और पिछले साल वह दूसरे स्थान पर रहे थे.

लुसैन डायमंड लीग 2024 में हासिल किया दूसरा स्थान

लुसैन डायमंड लीग 2024 में नीरज चोपड़ा ने अपने छठे और आखिरी प्रयास में 89.49 मीटर के साथ अपना सीजन बेस्ट थ्रो फेंका, लेकिन वह 90 मीटर से एक बार फिर चुक गए. इसी के साथ वह दूसरे स्थान पर रहे. वहीं, एंडरसन पीटर्स ने 90.61 के साथ पहला स्थान हासिल किया. बता दें, नीरज चोपड़ा ने अपने पहले थ्रो में 82.10 मीटर दूर भाला फेंका था. इसके बाद अपने दूसरे थ्रो में 83.21 मीटर की दूरी तय की. वहीं, तीसरे प्रयास में 83.13 मीटर की दूरी की दूरी ही तय कर पाए. इसके बाद चौथे प्रयास में वह 82.34 मीटर दूर भाला फेंक सके हैं. पांचवे प्रयास में वापसी करते हुए उन्होंने 85.58 मीटर दूर भाला फेंका और आखिरी प्रयास में शानदार प्रदर्शन कर दिखाया.

लुसैन डायमंड लीग में दमदार प्रदर्शन

नीरज चोपड़ा ने 2022 लुसैन डायमंड लीग में 89.08 मीटर की दूरी के साथ जीत अपने नाम की थी. इसके बाद 2023 में उन्होंने 87.66 मीटर की दूरी तक भाला फेंका था, तब भी वह पहले नंबर पर रहे थे. बता दें, साल में 10 से ज्यादा डाइमंड लीग मीट होती हैं लेकिन सिर्फ 4 में जैवलिन थ्रो इवेंट को जगह मिलती है, जिनमें टॉप पर रहने वाले एथलीट को 8 अंक मिलते हैं. इन 4 राउंड्स के बाद अंकों के आधार पर टॉप-6 एथलीट फाइनल में चैंपियन बनने के लिए एक-दूसरे से भिड़ते हैं.

पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल से चूके

पेरिस ओलंपिक 2024 में मेंस जैवलिन थ्रो इवेंट में नीरज चोपड़ा के नाम सिल्वर मेडल रहा. वहीं, पाकिस्तान के अरशद नदीम ने ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल मेडल अपने नाम किया.अरशद नदीम ने 92.97 मीटर के थ्रो के साथ ओलंपिक रिकॉर्ड बनाकर बाजी मारी थी. वहीं, नीरज 89.45 मीटर का ही ब्रेस्ट थ्रो कर पाए थे. जिसके चलते पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का सपना भी टूट गया था. इस फाइनल के दौरान नीरज ने 6 में से 4 बार फाउल किया था. बता दें, इस बार उनका सामना अरशद नदीम से नहीं हुआ, क्योंकि उन्होंने इस इवेंट में हिस्सा नहीं लिया.

मोहम्मद शमी ने रोहित को लेकर जाने क्या कहा?

रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने पिछले कुछ सालों में कई फाइनल मुकाबले खेले. वहीं वेस्टइंडीज में टी20 वर्ल्ड कप खिताब भी जीता. उन्होंने जब से टीम की कप्तानी संभाली है, उनका एक अलग ही रूप देखने को मिला है. वो अक्सर युवा खिलाड़ियों से बातचीत करते हुए नजर आते हैं. उन्हें अपना स्वाभाविक खेल खेलने की पूरी आजादी देते हैं. खेल के दौरान और मैदान के बाहर भी उनके साथ खूब मस्ती करते हुए दिखते हैं. कई खिलाड़ी उनकी कप्तानी और फनी अंदाज की तारीफ भी कर चुके हैं. अब मोहम्मद शमी ने उनके एक डराने वाला सच के बारे में खुलासा किया है.

शमी ने रोहित को लेकर क्या कहा?

रोहित शर्मा को सीएट अवॉर्ड्स के फंक्शन में इंटरनेशनल क्रिकेटर ऑफ द ईयर के अवॉर्ड से नवाजा गया. इस अवॉर्ड फंक्शन में कई भारतीय खिलाड़ी भी मौजूद थे. इस दौरान तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने भारतीय कप्तान की खूब तारीफ की. उनके कई गुण गिनाए लेकिन उन सभी के सामने एक डरावने सच का भी खुलासा किया. शमी ने कहा कि रोहित को लेकर कहा कि वो हर खिलाड़ी भरपूर छूट देते हैं. उसे अपने हिसाब खेलने की आजादी होती है, लेकिन उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं होने पर उनके रिएक्शन से ही खिलाड़ियों को सब समझ में आ जाता है. बता दें टीम इंडिया के कप्तान कई बार खिलाड़ियों को मैदान पर ही उनकी गलती के लिए डांटते हुए देखे जा चुके हैं. स्टम्प माइक से उनके ऑडियो अक्सर वायरल होते रहते हैं.

रोहित शर्मा ने दिया IPL में कप्तानी का इशारा

रोहित शर्मा ने इस अवॉर्ड समारोह में इंटरनेशनल क्रिकेट में मिली सफलता के राज का खुलासा किया. उन्होंने पूर्व हेड कोच राहुल द्रविड़, चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और बीसीसीआई के सचिव जय शाह को क्रेडिट दिया. वहीं रोहित ने इशारों ही इशारों में आईपीएल में कप्तानी की बात कह दी.

आईपीएल में मुंबई इंडियंस के पूर्व कप्तान ने कहा कि पांच ट्रॉफी की जीत के बाद वो रुकने वाले नहीं हैं. वो आगे भी इस चीज को हासिल करने की कोशिश करते रहेंगे. उनके इस बयान से कयास लगाए जा रहे हैं कि रोहित शर्मा फिर कप्तान बनने वाले हैं. क्योंकि रोहित आईपीएल में फिलहाल किसी टीम के कप्तान नहीं हैं. लेकिन 2024 के सीजन में ऐसी रिपोर्ट्स जरूर आई थी कि वो किसी और टीम से जुड़ सकते हैं हालांकि इन रिपोर्ट्स में कितनी सच्चाई है ये अभी साफ नहीं है.

टी20 वर्ल्ड कप की जीत को याद करते हुए रोहित शर्मा ने दिया एक बड़ा बयान,कहा तीन दिग्गजों की वजह से मिला खिताब

टीम इंडिया ने रोहित शर्मा की कप्तानी में अमेरिका और वेस्टइंडीज में हुए आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीता था. ये जीत भारत के लिए कई मायनों में खास थी. इस जीत के साथ ही 11 सालों से चले आ रहा आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म हुआ था. वहीं, टीम इंडिया साल 2007 के बाद पहली बार टी20 वर्ल्ड कप की चैंपियन बनने में कामयाब हुई थी. इस ऐतिहासिक जीत पर रोहित शर्मा की ओर से एक बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने उन तीन दिग्गजों का नाम बताया है जिनकी वजह से वह इस ट्रॉफी को अपने नाम करने में सफल रहे थे.

टी20 वर्ल्ड कप की जीत पर रोहित ने खोला बड़ा राज

रोहित शर्मा ने हाल ही में सिएट क्रिकेट रेटिंग अवॉर्ड्स में हिस्सा लिया. यहां उन्हें बेस्ट इंटरनेशनल क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुना गया. इस दौरान रोहित ने टीम के माहौल और टी20 वर्ल्ड कप की जीत पर बात करते हुए कहा, ‘इस टीम को बदलना और आंकड़ों, नतीजों के बारे में ज्यादा चिंता नहीं करना, यह सुनिश्चित करना मेरा सपना था कि हम ऐसा माहौल बनाएं जहां खिलाड़ी मैदान पर जाकर ज्यादा सोचे बिना खुलकर खेल सकें. इसी की जरूरत थी. मुझे अपने तीन स्तंभों से बहुत मदद मिली, जो वास्तव में जय शाह, राहुल द्रविड़ (और) चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर हैं.

रोहित ने आगे कहा, ‘मैंने जो किया वह करना मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण था और जाहिर तौर पर उन खिलाड़ियों को नहीं भूलना चाहिए, जो अलग-अलग समय पर आए और टीम को वह हासिल करने में मदद की जो हमने हासिल किया.’ इसके अलावा रोहित ने टी20 वर्ल्ड कप पर बात करते हुए कहा, ‘यह एक ऐसा एहसास था जो हर रोज नहीं आ सकता. यह कुछ ऐसा था जिसकी हम वास्तव में उम्मीद कर रहे थे. जब हमने वर्ल्ड कप जीता, तो हम सभी के लिए उस पल का आनंद लेना महत्वपूर्ण था, जो हमने काफी अच्छे से किया और हमारे साथ जश्न मनाने के लिए हमारे देश को भी धन्यवाद.

रोहित शर्मा ने बतौर बल्लेबाज भी मचाया गदर

रोहित शर्मा ने इस टूर्नामेंट में कप्तान के साथ-साथ बतौर बल्लेबाज भी कमाल का प्रदर्शन किया था. रोहित टी20 वर्ल्ड कप 2024 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय रहे. उन्होंने 3 अर्धशतकों की मदद से कुल 257 रन बनाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 156.7 का रहा जबकि औसत 36.71 की रही, जिसने टीम को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई.

अगले साल इंग्लैंड दौरे पर जाएगी टीम इंडिया,बीसीसीआई ने किया शेड्यूल का ऐलान

भारतीय क्रिकेट टीम अगले साल इंग्लैंड दौरे पर जाएगी जहां वो इस टीम के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी. बीसीसीआई ने टेस्ट सीरीज के शेड्यूल का ऐलान कर दिया है. भारत-इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच लीड्स में 20 जून से खेला जाएगा वहीं आखिरी टेस्ट 31 जुलाई को होगा.

 टीम इंडिया इसके अलावा बर्मिंघम, लॉर्ड्स, मैनचेस्टर, ओवल में भी टेस्ट मैच खेलेगी. इसके अलावा महिला टीम भी इंग्लैंड के दौरे पर जाएगी, जहां वो पांच टी20 और तीन वनडे मैच खेलेगी. भारत-इंग्लैंड महिला टीम की टी20 सीरीज 28 जून से 12 जुलाई तक चलेगी, वहीं वनडे सीरीज के मुकाबले 16, 19 और 22 जुलाई को होंगे.

भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का शेड्यूल

पहला टेस्ट, 20-24 जून, हेडिंग्ले

दूसरा टेस्ट, 2-6 जुलाई, बर्मिंघम

तीसरा टेस्ट, 10-14 जुलाई, लॉर्ड्स

चौथा टेस्ट, 23-27 जुलाई, मैनचेस्टर

पांचवां टेस्ट, 31 जुलाई-4 अगस्त, ओवल.

भारतीय महिला टीम का इंग्लैंड दौरे पर शेड्यूल

पहला टी20, 28 जून, नॉटिंघम

दूसरा टी20, 1 जुलाई, ब्रिस्टल

तीसरा टी20, 4 जुलाई, लंदन

चौथा टी20, 9 जुलाई, मैनचेस्टर

पांचवां टी20, 12 जुलाई, बर्मिंघम.

पहला वनडे, 16 जुलाई, साउथैंप्टन

दूसरा वनडे, 19 जुलाई, लॉर्ड्स

तीसरा वनडे, 22 जुलाई, चेस्टर ली स्ट्रीट

17 सालों से इंग्लैंड में नहीं जीती टीम इंडिया

भारतीय क्रिकेट टीम के लिए इंग्लैंड दौरा किसी बड़े इम्तेहान से कम नहीं है. इंग्लैंड में टीम इंडिया पिछले 17 सालों से टेस्ट सीरीज नहीं जीती है. इंग्लैंड में आखिरी बार टेस्ट सीरीज में जीत 2007 में मिली थी. पिछले दौरे पर टीम इंडिया जीत के करीब जरूर आई थी. 2021-22 इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही थी. भारत पिछली सीरीज में 2-1 से आगे था लेकिन आखिरी टेस्ट में उसे हार मिली और सीरीज ड्रॉ हो गई. इसके अलावा टीम इंडिया ने आईपीएल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दोनों फाइनल इंग्लैंड में ही गंवाए हैं तो ऐसे में साफ है कि रोहित और गंभीर की जोड़ी के लिए ये दौरा आसान नहीं रहने वाला.

पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के बाद नीरज चोपड़ा अब लुसैन डाइमंड लीग में आएंगे नजर

ठीक 3 साल पहले यही वक्त था, जब कोविड महामारी की निराशा और दुख के बीच पूरे भारत की जुबान पर सिर्फ एक ही नाम था. मीडिया पर एक ही शख्स का चेहरा बार-बार नजर आ रहा था. देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रहे कार्यक्रमों में वो शख्स फूल मालाओं से लदा नजर आ रहा था. चेहरे पर खुशी और मुस्कुराहट लेकर थकान को छुपाते हुए सबको खुश कर रहा था. अब 3 साल बाद एक बार फिर वो शख्स देश के लिए खुशी की वजह बना लेकिन उस चेहरे में वो खुशी नहीं दिखी, बल्कि थोड़ी निराशा के साथ दृढ़ निश्चय भी नजर आया- 3 साल पुरानी स्थिति को 4 साल बाद दोहराने का संकल्प. इसी संकल्प के साथ ये शख्स सिर्फ 14 दिनों के अंदर फिर से खुद को बेहतर बनाने और साबित करने उतर रहा है. नाम है- नीरज चोपड़ा. पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के बाद नीरज अब लुसैन डाइमंड लीग में नजर आएंगे.

अरशद नदीम से हारे नीरज चोपड़ा

टोक्यो ओलंपिक 2020 में जैवलिन थ्रो का गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज से पेरिस 2024 में भी इस सफलता को दोहराने की उम्मीद थी. इतिहास खुद को दोहराता जरूर है लेकिन कभी-कभी उसमें वक्त लगता है और इस बार ऐसा ही हुआ. नीरज चोपड़ा ने एक बेहतरीन थ्रो किया, जो टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाने वाले थ्रो से भी ज्यादा था लेकिन इस बार गोल्ड मेडल नहीं मिल पाया क्योंकि पाकिस्तान के अरशद नदीम ने हैरतअंगेज प्रदर्शन करते हुए 92.97 मीटर के ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड पर कब्जा कर लिया

अपनी आदत के मुताबिक, नीरज हालांकि खाली हाथ घर नहीं लौटे और 89.45 मीटर के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया. ये अपने आप में ऐतिहासिक था क्योंकि वो ओलंपिक में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बने. देश में भी थोड़ी निराशा तो थी लेकिन सिल्वर मेडल और नीरज की सफलता ने फिर से खुशी का मौका जरूर दिया. नीरज हालांकि इस दौरान अपने निराशा को चाहकर भी नहीं छुपा पा रहे थे. वो इस बार गोल्ड से चूक गए थे और पिछले 9 मुकाबलों में उनसे हारने वाले अरशद ने आखिरकार पहली बार नीरज पर जीत दर्ज करने में सफलता हासिल की थी.

चोट को भी भूलकर डाइमंड लीग में हिस्सा लेंगे

टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर देश लौटने वाले नीरज का जोरदार स्वागत हुआ था और उन्होंने कई सम्मान कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था, विज्ञापन शूटिंग की थी और सबके साथ जश्न मनाया था और फिर बचे हुए साल में कोई इवेंट नहीं खेला था. इस बार नीरज ऐसा नहीं कर रहे हैं. पेरिस में सिल्वर जीतने के बाद वो अभी तक भारत भी नहीं लौटे और वहां से जर्मनी चले गए थे, जहां वो अपनी ग्रोइन इंजरी के बारे में डॉक्टर से सलाह ले रहे थे. सर्जरी की आशंका के बीच नीरज ने स्विट्जरलैंड के लुसैन में डाइमंड लीग राउंड में हिस्सा लेने का फैसला किया. ओलंपिक फाइनल के बाद ये उनका पहला इवेंट है. हालांकि, इसमें अरशद नदीम हिस्सा नहीं लेंगे लेकिन पेरिस के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट एंडरसन पीटर्स और याकब वादलेच समेत कई बड़े दावेदार रहेंगे.

सिर्फ गोल़्ड ही नहीं, ये कसक भी बाकी

पेरिस में नीरज ने सिल्वर जरूर जीता और इसकी निराशा जरूर उनके चेहरे पर थी कोई भी समझ सकता है कि इस निराशा की दूसरी वजह उनका प्रदर्शन भी था. फाइनल में नीरज के 6 में से सिर्फ एक ही थ्रो वैध माना गया, जिसने मेडल जितवाया. बाकी 5 थ्रो या तो फाउल थे या खराब थ्रो के कारण जबरन ही फाउल किया. साथ ही 90 मीटर के मार्क को एक बार फिर भेदने में वो नाकाम रहे, जिसकी कसक उनके बयानों में भी साफ दिखाई दी. इसी 90 मीटर की तलाश और एक बार फिर सबसे ऊपर रहते हुए जीत दर्ज करने की आदत को बरकरार रखने के लिए नीरज डाइमंड लीग के इस लुसैन लेग में हिस्सा ले रहे हैं.

ये दिग्गज क्रिकेटर अब नहीं खेल पाते स्पिन ?,कोच टेन डेशकाटे ने दिया चौंकाने वाला बयान

टीम इंडिया के पास एक से बढ़कर एक बल्लेबाज हैं. इस टीम में रोहित शर्मा, विराट कोहली, शुभमन गिल जैसे बल्लेबाज हैं जो कि तकनीकी तौर पर काफी ज्यादा मजबूत हैं. हालांकि टीम इंडिया के नए असिस्टेंट कोच का मानना है कि ये खिलाड़ी स्पिन के खिलाफ संघर्ष करते नजर आते हैं. बात हो रही है टेन डेशकाटे की जो हाल ही में असिस्टेंट कोच बने हैं और उन्होंने ये बात मानी कि टीम इंडिया के खिलाड़ी स्पिनर्स के खिलाफ पहले के मुकाबले संघर्ष करते हैं. डेशकाटे ने कहा कि कभी स्पिनर्स के खिलाफ भारतीय बैटिंग काफी मजबूत थी लेकिन अब इसके प्रदर्शन में गिरावट आई है.

टेन डेशकाटे ने क्या कहा?

टेन डेशकाटे ने एक इंटरव्यू में कहा कि भारतीय बल्लेबाजों के लिए स्पिन के खिलाफ बैटिंग मजबूत पक्ष रहा लेकिन अब प्रदर्शन में गिरावट आई है. डेशकाटे ने कहा कि वो इसी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं कि वो खिलाड़ियों की मदद कर सकें. वो चाहते हैं कि टीम इंडिया के खिलाड़ी एक बार फिर दुनियाभर में स्पिन को सबसे बेहतर ढंग से खेलने वाले खिलाड़ी बनें. टेन डेशकाटे ने स्पिन के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों के गिरते प्रदर्शन की वजह भी बताई. टीम इंडिया के नए असिस्टेंट कोच ने बताया कि पिछले कुछ सालों में भारतीय टीम का माइंडसेट विदेश में बेहतर प्रदर्शन करना रहा है.

तकनीकी ज्ञान की जरूरत नहीं

टेन डेशकाटे ने आगे कहा कि टीम इंडिया के खिलाड़ियों को किसी तकनीकी ज्ञान की जरूरत नहीं. वो बस खिलाड़ियों को एक माइंडसेट से खेलने की सलाह देंगे और साथ ही नए आइडिया देना भी उनका काम है. टेन डेशकाटे ने वैसे कुछ गलत नहीं कहा है. टीम इंडिया के खिलाड़ी स्पिनर्स के खिलाफ परेशान नजर आते हैं. विराट कोहली को भी स्पिन के खिलाफ दिक्कतें पेश आई हैं. अब टीम इंडिया को अगली टेस्ट सीरीज में बांग्लादेश से भिड़ना है जिसके स्पिनर्स भारतीय सरजमीं पर स्पिन फ्रेंडली पिच का फायदा उठा सकते हैं.

दूसरे मैच में ईशान किशन ने कर दी बड़ी गलती,मैदान से जाना पड़ा बाहर

ईशान किशन इस वक्त टीम इंडिया में वापसी करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. ईशान बुची बाबू टूर्नामेंट में झारखंड की कप्तानी कर रहे हैं. इस टूर्नामेंट के पहले ही मैच में ईशान किशन ने शानदार शतक लगाया था जिसके बाद उनकी टीम को दमदार जीत मिली. लेकिन दूसरे ही मैच में ईशान किशन ने वो गलती कर दी जिसके लिए वो अकसर ट्रोल होते रहते हैं. बुधवार को हैदराबाद के खिलाफ मैच में ईशान किशन सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हुए और उनके आउट होने की वजह बेहद ही खराब शॉट रहा.

ईशान किशन फ्लॉप

ईशान किशन ने हैदराबाद के खिलाफ 11 गेंदों में एक रन बनाया. फ्लॉप होना कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, हर खिलाड़ी के साथ ऐसा होता है लेकिन जिस अंदाज में किशन ने अपना विकेट गंवाया वो हैरान करने वाला है. ईशान किशन ने तनय त्यागराजन की गेंद पर विकेट गंवाया. ईशान ने इस खिलाड़ी की गेंद पर स्वीप स्लॉग शॉट खेलते हुए अपना विकेट विरोधी को गिफ्ट में दिया. यहां बड़ी बात ये है कि ईशान किशन ने ये शॉट तब खेला जब उनकी टीम पहले ही पांच विकेट गंवा चुकी थी. ईशान के लिए ये टूर्नामेंट बेहद अहम है. इस टूर्नामेंट में अगर वो रन बनाते हैं तो अगले महीने बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली टी20 सीरीज में उनकी टीम इंडिया में वापसी हो सकती है.

झारखंड की हालत खराब

मैच की बात करें तोझारखंड की टीम बड़ी मुसीबत में फंस गई. ईशान किशन जब आउट हुए तो टीम का स्कोर सिर्फ 145 रन था. वहीं इसके बाद खबर लिखे जाने तक टीम ने 171 रन पर 8 विकेट गंवा दिए थे. झारखंड के लिए सिर्फ ओपनर शरनदीप सिंह ने शानदार पारी खेली. दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 151 गेंदों में 78 रन बनाए.

टी20 वर्ल्ड कप में इस्तेमाल हुई पिच पर ICC का आया बड़ा फैसला

टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 को बेहद ही रोमांचक अंदाज में अपने नाम किया था. फाइनल में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को मात दी. हालांकि अब इस टूर्नामेंट के खत्म होने के तकरीबन 2 महीने बाद आईसीसी ने इसमें इस्तेमाल हुई पिच की रेटिंग जारी की है. आईसीसी ने 6 पिच की रेटिंग जारी की है जिसमें से 2 पिच को उसने अच्छा बताया है वहीं भारत और साउथ अफ्रीका के बीच फाइनल में इस्तेमाल हुई पिच को उसने बेहद अच्छी रेटिंग दी है. लेकिन यहां बड़ी खबर ये है कि आईसीसी ने तीन मैचों की पिच पर नाखुशी जताई है.

इन तीन पिच पर सवाल

साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच 3 जून को हुए मुकाबले में इस्तेमाल हुई पिच को आईसीसी ने असंतोषजनक करार दिया है. इस मुकाबले में श्रीलंका की टीम सिर्फ 77 रनों पर ढेर हो गई थी. इसके बाद 5 जून को आयरलैंड और भारत के बीच हुए मुकाबले में इस्तेमाल हुई पिच को भी आईसीसी ने असंतोषजनक करार दिया है. यहां आयरलैंड की टीम 97 पर ढेर हो गई थी और बड़ी बात ये है कि बल्लेबाजी करते हुए रोहित शर्मा को भी चोट लगी थी. ये दोनों ही मुकाबले न्यूयॉर्क के नैसो काउंटी में हुए थे. हालांकि आईसीसी ने भारत-पाकिस्तान मैच में इस्तेमाल हुई पिच को सही करार दिया है.

सेमीफाइनल की पिच भी खराब!

टी20 वर्ल्ड कप 2024 के सेमीफाइनल में इस्तेमाल हुई पिच पर भी आईसीसी ने नाखुशी जताई है. अफगानिस्तान और साउथ अफ्रीका के बीच हुए इस नॉक आउट मैच में दोनों ही टीमों के बल्लेबाजों को खासी दिक्कत पेश आई थी. अफगानी टीम तो पहले बल्लेबाजी करते हुए महज 56 रन पर ढेर हो गई. साउथ अफ्रीका ने लक्ष्य एक विकेट खोकर हासिल किया था लेकिन उसके बल्लेबाजों को भी शॉट्स खेलने में दिक्कत पेश आई थी. यही वजह है कि त्रिनिडाड-टोबैगो में खेले गए इस मुकाबले की पिच को भी आईसीसी ने असंतोषजनक करार दिया है.