विराट कोहली और रोहित शर्मा दिलीप ट्रॉफी में न खेलने पर पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने जताई नाराजगी

दिलीप ट्रॉफी के लिए टीमो का ऐलान हो गया है. बता दें कि पहले ये बात सामने आई थी कि दिलीप ट्रॉफी में विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी भी खेलते हुए नजर आएंगे लेकिन जब टीम का ऐलान हुआ तो ये दिग्गज किसी भी टीम का हिस्सा नहीं थे. कोहली-रोहित के अलावा जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, हार्दिक पंड्या का नाम टीमों में नहीं था. जिसके बाद बीसीसीआई के अध्य़क्ष जय शाह ने इस बारे में बात की थी और कहा कि, बड़े टूर्नामेंट को देखते हुए उनपर घरेलू क्रिकेट में शामिल होने का दवाब नहीं बनाया गया था. जय शाह ने कहा कि, "उन्हें कोई इंजरी न हो इसके लिए उन्हें घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेने के लिए दबाव नहीं डाला जा रहा है." अब इस बात को लेकर सुनील गावस्कर नाराज हो गए हैं. 

पूर्व भारतीय कप्तान गावस्कर ने मिड डे में लिखे अपने कॉलम में कोहली और रोहित के दिलीप ट्रॉफी में न खेलने पर अपनी नाराजगी जताई है.

गावस्कर ने अपने कॉलम में लिखा है. "कोहली और रोहित की उम्र बढ़ रही है. उन्हें फॉर्म में रहने के लिए ज्यादा से ज्यादा मैच खेलने चाहिए. जब ये दोनों खिलाड़ी अब टी-20 का हिस्सा नहीं हैं तो इन्हें खुद को फिट और फॉर्म में रहने के लिए घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेना चाहिए."

पूर्व दिग्गज ने आगे लिखा है, "हालांकि यह समझ में आता है कि जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी को पीठ के साथ सावधानी से संभलने की जरूरत है, लेकिन बल्लेबाजों को बीच में मैच के लिए कुछ समय निकालना चाहिए था. एक बार जब कोई खिलाड़ी किसी भी खेल में मध्य-तीस उम्र के दशक में पहुंच जाता है, तो नियमित प्रतिस्पर्धा उसे खुद को अपने फॉर्म में बनाए रखने में मदद करती है. जब लंबा अंतराल होता है तो मांसपेशियों की याददाश्त कुछ हद तक कमजोर हो जाती है और पहले की तरह आप परफॉर्म नहीं कर पाते हैं. "

बता दें कि रोहित ने आखिरी बार इस साल मार्च में टेस्ट खेला था जबकि कोहली ने जनवरी में. हालांकि, दोनों नियमित रूप से सफेद गेंद वाली क्रिकेट खेल रहे हैं. यह जोड़ी अगले महीने बांग्लादेश टेस्ट सीरीज से वापसी करेगी. हाल ही में रोहित शर्मा और विराट कोहली श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज में खेले थे.

राहुल द्रविड़ के बेटा समित ने एक दमदार पारी खेली और अपनी टीम को मुश्किल हालात से निकाला बाहर

टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनाने के बाद राहुल द्रविड़ फिलहाल क्रिकेट एक्शन से दूर हैं. उनकी जगह फिलहाल बेटे समित द्रविड़ ने ली है, जो इन दिनों चर्चा के केंद्र में हैं. वैसे तो समित को अभी तक घरेलू क्रिकेट में या फ्रेंचाइजी क्रिकेट में कोई बड़ा मौका तो नहीं मिला है लेकिन वो धीरे-धीरे अपनी पहचान भी बनाने लगे हैं. इन दिनों समित कर्नाटक की टी20 लीग महाराजा टी20 ट्रॉफी में खेल रहे हैं और यहां वो धीरे-धीरे रंग में आते हुए दिख रहे हैं. शुरुआती दो मैचों की नाकामी के बाद तीसरे मैच में समित ने एक दमदार पारी खेली और अपनी टीम को मुश्किल हालात से बाहर निकाला.

महाराजा ट्रॉफी में समित मैसूरू वॉरियर्स की ओर से खेल रहे हैं. पहले और दूसरे मैच में उनके बल्ले से सिर्फ 7-7 रन ही निकले थे. हालांकि इसमें से दूसरे मैच में उनके एक शॉट ने खूब वाहवाही बटोरी थी. इसमें उन्होंने गेंद की लेंथ को जल्दी ही भांप लिया था और ऊंचा और लंबा शॉट खेलकर छक्का जमा दिया था. उनका ये शॉट हर किसी को पसंद आया. फिर भी वो तब बड़ी पारी नहीं खेल पाए लेकिन इस बार उन्होंने न सिर्फ अच्छे शॉट्स लगाए बल्कि एक दमदार इनिंग भी खेली.

कप्तान के साथ मिलकर टीम को बचाया

मैसूरू का सामना गुलबर्गा मिस्टीक्स से हुआ और पहले बैटिंग मैसूरू की ही थी. टीम ने सिर्फ 18 रन पर अपने दोनों ओपनर्स के विकेट गंवा दिए थे और स्थिति अच्छी नहीं थी. ऐसे में कप्तान करुण नायर के साथ पारी को संभाला समित ने. दाएं हाथ के बल्लेबाज समित ने कुछ बेहतरीन स्ट्रोक्स लगाए और कप्तान के साथ मिलकर एक जोरदार साझेदारी की. दोनों ने 83 रनों की साझेदारी की और टीम को 100 रनों के पार पहुंचाया. इसमें समित ने 24 गेंदों में 33 रनों की अहम पारी खेली, जिसमें 4 चौके और 1 छक्का शामिल था. ये उनका इस टूर्नामेंट में सबसे बड़ा स्कोर भी है.

मैसूरू का बड़ा स्कोर

जहां तक पारी का सवाल है तो समित के आउट होने के बाद भी कप्तान नायर जमे रहे और उन्होंने स्कोर को आगे बढ़ाने का सिलसिला जारी रखा. वो आखिरकार 16वें ओवर में 35 गेंदों पर 66 रन बनाकर आउट हुए. इसके बावजूद टीम ने 196 रनों के बड़ा स्कोर खड़ा किया और इसकी वजह रहे लोअर ऑर्डर के बल्लेबाज जे सुचित, जिन्होंने सिर्फ 13 गेंदों में 40 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 2 चौके और 4 छक्के शामिल थे.

कब होगी मैदान पर मोहम्मद शमी की वापसी,तारीख आई सामने

टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी लंबे समय से इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हैं. उन्होंने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी मैच 2023 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान खेला था. इस टूर्नामेंट के दौरान वह चोटिल हो गए थे. जिसके चलते उन्होंने इस साल की शुरुआत में टखने की सर्जरी करवाई थी. वह फिलहाल बेंगलुरु में नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) में अपने रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे हैं. फैंस उनकी वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. आखिरी वह मैदान पर कब वापसी करेंगे, इसको लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आ गया है.

शमी की कब होगी मैदान पर वापसी?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोहम्मद शमी के रणजी ट्रॉफी में अपनी घरेलू टीम बंगाल के लिए प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करने की संभावना है. इसके बाद वह न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज से इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कर सकते हैं. माना जा रहा है कि शमी 11 अक्टूबर को यूपी के खिलाफ बंगाल के शुरुआती रणजी मैच में खेलने उतर सकते हैं. इसके बाद बंगाल को अपना दूसरा मैच 18 अक्तूबर से बिहार के खिलाफ कोलकाता में खेलना है. दोनों मैचों के बीच केवल दो दिन का अंतर है, ऐसे में यह संभावना काफी कम है कि वह दूसरे मैच में भी खेलें.

दूसरी ओर न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज 19 अक्टूबर से बेंगलुरु में शुरू होगी. दोनों टीमों के बीच तीन टेस्ट मैच खेले जाने हैं और फिर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगी. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के बड़े दौरे पर जाने से पहले शमी के न्यूजीलैंड के खिलाफ एक मैच खेलने की उम्मीद है. बता दें, शमी ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी मैच वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल खेला था, जो 19 नवंबर को अहमदाबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया था.

मोहम्मद शमी ने शुरू की प्रैक्टिस

मोहम्मद शमी ने नेट्स में गेंदबाजी करना शुरू कर दिया है. उन्होंने हाल ही में एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें वह गेंदबाजी करते हुए नजर आए थे. बता दें, शमी ने टीम इंडिया के लिए अभी तक 64 टेस्ट, 101 वनडे और 23 टी20 मैच खेले हैं. टेस्ट में उन्होंने 229 विकेट, वनडे में 195 विकेट और टी20 में 24 हासिल किए हैं. वह टीम के सबसे अहम गेंदबाजों में से एक हैं. ऐसे में उनकी वापसी टीम इंडिया के लिए किसी बड़ी खुशखबरी से कम नहीं है

साउथ अफ्रीका ने टीम इंडिया का एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ा

साउथ अफ्रीका ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई दो मैचों की सीरीज 1-0 से अपने नाम की. सीरीज का पहला मैच ड्रॉ रहा था, वहीं दूसरे मैच में साउथ अफ्रीका ने 40 रन से बाजी मारी. दोनों टीमों के बीच ये मैच 3 दिन की चला. खेल के तीसरे दिन 263 रन के टारगेट का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज की पूरी टीम महज 222 रन पर ऑल आउट हो गई. ये जीत साउथ अफ्रीका के लिए काफी खास है. इस जीत के साथ ही अफ्रीका की टीम एक खास रिकॉर्ड में टीम इंडिया से आगे निकल गई है.

साउथ अफ्रीका ने तोड़ा टीम इंडिया का रिकॉर्ड

साउथ अफ्रीका का वेस्टइंडीज पर हमेशा दबदबा रहा है. इस सीरीज में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. साउथ अफ्रीका ने 1998 से लेकर अभी तक वेस्टइंडीज के खिलाफ एक भी टेस्ट सीरीज नहीं हारी है. इस दौरान साउथ अफ्रीका ने वेस्टइंडीज को लगातार 10 बार टेस्ट सीरीज में हराया है. इसी के साथ वह अब एक टीम के खिलाफ लगातार सबसे ज्यादा टेस्ट सीरीज जीतने वाली टीम भी बन गई है. इससे पहले ये रिकॉर्ड भारत और ऑस्ट्रेलिया के नाम था. दोनों टीमों ने वेस्टइंडीज के खिलाफ ही लगातार 9-9 टेस्ट सीरीज जीती हैं. हालांकि टीम इंडिया का ये सिलसिला अभी जारी है. अगर वह वेस्टइंडीज के खिलाफ अगली टेस्ट सीरीज जीत जाएगी तो अफ्रीका की बराबरी कर लेगी.

ऐसा रहा गयाना मैच का हाल

गयाना के प्रोविडिंस स्टेडियम में खेले गए दूसरे और निर्णायक मुकाबले में साउथ अफ्रीका की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 160 रन बनाए थे. इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम ने अपनी पहली पारी में 144 रन बनाए थे. इसके बाद साउथ अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में अच्छा खेल दिखाया और 246 रन बनाए. ऐसे में वेस्टइंडीज को जीत के लिए 263 रन बनाने थे, लेकिन वेस्टइंडीज अपनी दूसरी पारी में भी सस्ते में ढेर हो गया. जिसके चलते उसे एक बार फिर साउथ अफ्रीका के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा.

वियान मुल्डर रहे जीत के हीरो

इस मैच में साउथ अफ्रीका की जीत के हीरो वियान मुल्डर रहे. उन्होंने पहली पारी में 9 ओवर में 32 रन देकर 4 विकेट लिए.वहीं, दूसरी पारी में 2 विकेट झटके. इसके अलावा केशव महाराज को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया. केशव महाराज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कुल 13 विकेट हासिल किए. पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गए पहले टेस्ट मैच की दोनों पारी में 4-4 विकेट निकालने वाले केशव महाराज ने दूसरे टेस्ट में कुल 5 बल्लेबाजों का शिकार किया.

सूर्यकुमार यादव ने कोलकाता केस पर दी अपनी प्रतिक्रिया,कहा बेटों को शिक्षित करने की जरूरत है

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत के बाद देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इस बीच कई क्रिकेटर्स ने भी प्रतिक्रिया जाहिर की. टीम इंडिया के टी20 कप्तान और दिग्गज बैटर सूर्यकुमार यादव ने भी कोलकाता रेप और मर्डर केस पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोशल मीडिया पर बच्चों को शिक्षित करने की सलाह दी है. सूर्या ने इंस्टाग्राम पर मैसेज शेयर किया. 

सूर्या ने इंस्टाग्राम पर स्टोरी में कोलकाता केस प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने पहले लिखा, ''अपनी बेटियों की सुरक्षा करें.'' सूर्या ने इस लाइन को काटा. इसके बाद लिखा, ''अपने बेटों को शिक्षित करें. अपने भाइयों, अपने पिता, अपने पति और अपने दोस्तों को शिक्षित करें.'' सूर्या से पहले तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने भी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कोलकाता केस पर गुस्सा जाहिर किया था. 

सूर्यकुमार यादव जल्द ही दिलीप ट्रॉफी में खेलते हुए नजर आएंगा. उनका भारत के लिए भी शानदार प्रदर्शन रहा है. सूर्या ने टीम इंडिया के लिए एक टेस्ट मैच खेला है. वे 37 वनडे मैच खेल चुके हैं. सूर्या ने इस फॉर्मेट में 773 रन बनाए हैं. इस दौरान 4 अर्धशतक लगाए हैं. वे टीम इंडिया के लिए 71 टी20 मैचों में 2432 रन बना चुके हैं. उन्होंने इस फॉर्मेट में 4 शतक और 20 अर्धशतक लगाए हैं. सूर्या 150 आईपीएल मैचों में 3594 रन बना चुके हैं. इस लीग में 2 शतक और 24 अर्धशतक लगा चुके हैं.

बता दें कि सूर्या दिलीप ट्रॉफी 2024 में सी टीम के लिए खेलेंगे. ऋतुराज गायकवाड़ इस टीम के कप्तान हैं. सूर्या और ऋतुराज के साथ-साथ टीम सी में साई सुदर्शन, रजत पाटीदार और उमरान मलिक भी हैं. दिलीप ट्रॉफी का पहला मैच 5 सितंबर से टीम ए और बी के बीच खेला जाएगा. टीम सी का पहला मैच टीम डी से है.

कोलकाता रेप कांड में भारत के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने उठाई आवाज, ममता सरकार और CBI को पत्र लिखकर की ये मांग

कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में हुए मर्डर और रेप कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. देश का हर नागरिक इस दर्दनाक इस घटना से हैरान है. सरकार की तरफ से ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण देश भर के डॉक्टर्स सड़कों पर उतर आए हैं. वहीं छात्र और राजनीतिक पार्टियां भी इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए बॉलीवुड और खेल जगत की सेलिब्रिटीज ने भी आवाज उठाना शुरू कर दिया है. हाल ही में कई क्रिकटर्स ने सोशल मीडिया के जरिए न्याय की मांग की थी. अब इस मुहिम में पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह का भी नाम जुड़ गया है. उन्होंने एक पश्चिम बंगाल सरकार, सीबीआई और देश के नाम एक पत्र लिखकर एक्शन की मांग की है.

रेप को बताया सामाजिक समस्या

हरभजन सिंह ने ममता सरकार और सीबीआई के नाम लिखे पत्र में रेप एक सामाजिक समस्या बताया. उन्होंने कहा कि कोलकाता की घटना किसी एक व्यक्ति पर किया हुआ साधारण जुर्म नहीं है. इसके जरिए पूरे समाज की महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचा है. हॉस्पिटल जैसी जगह पर ऐसी घटना होना दर्शाता है कि ये समस्या किस हद तक जड़ हो चुकी है. उन्होंने डॉक्टर्स के प्रति संवेदना जताई और कहा कि वो पहले से एक चैलेंजिंग वातावरण में काम कर रहे हैं. ऐसी घटना होने पर उनसे किसी तरह की उम्मीद नहीं जानी चाहिए.

एक्शन की मांग

हरभजन ने अपने पत्र में कोई ठोस एक्शन नहीं होने को लेकर निराशा जताई है. उनका कहना है कि घटना के इतने दिन बीत जाने के बाद भी जुर्म करने वालों के खिलाफ ठीक से एक्शन नहीं लिया गया है. इसलिए डॉक्टर्स की हड़ताल बिल्कुल जायज है. हरभजन ने आगे कहा कि वो न्याय की इस लड़ाई में डॉक्टर्स के साथ हैं. उन्होंने बंगाल की ममता सरकार और सीबीआई से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही सिस्टम और समाज में बदलाव लाने को कहा है.

ये क्रिकेटर्स भी आवाजा उठा चुके हैं

हाल ही में जसप्रीत बुमराह, कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलने वाले श्रेयस अय्यर, मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह का इस मामले को लेकर गुस्सा फूटा था. उन्होंने सोशल मीडिया पर आवाज उठाते हुए कार्रवाई की मांगी की थी.

नीरज चोपड़ा ने किया एक बड़ा ऐलान,उठाने जा रहे ये जोखिम

पेरिस ओलंपिक 2024 में मेंस जैवलिन थ्रो इवेंट में भारत के नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. वहीं, गोल्ड मेडल पाकिस्तान के अरशद नदीम के नाम रहा. अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो किया था और नीरज 89.45 मीटर का ब्रेस्ट थ्रो कर पाए थे. इस इवेंट के बाद नीरज ने खुलासा किया था कि वह चोट से जूझ रहे हैं. इसके बाद वह भारत भी नहीं लौटे. चोट को देखते हुए उन्होंने जर्मनी जाने का फैसला किया था. इन सब के बीच नीरज चोपड़ा ने एक बड़ा ऐलान किया है.

नीरज चोपड़ा उठाने जा रहे ये जोखिम

पेरिस ओलंपिक में फाइनल मुकाबले के बाद नीरज ने खुलासा किया था कि वो ग्रोइन इंजरी के साथ मुकाबले में हिस्सा ले रहे थे और अब उन्हें सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है.लेकिन नीरज चोपड़ा ने अब अपडेट दिया है कि वह फिलहाल सर्जरी नहीं करवा रहे हैं. इसी के साथ उन्होंने ऐलान किया कि वो 22 अगस्त को लुसाने में होने वाली डाइमंड लीग प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे. नीरज ने वर्चुअल बातचीत के दौरान कहा, ‘मैंने 22 अगस्त को होने वाली लुसाने डाइमंड लीग में हिस्सा लेने का फैसला किया है.’ नीरज ने स्विटजरलैंड में ट्रेनिंग शुरू कर दी है और चोट के बावजूद सीजन को बेहतर तरीके से समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

नीरज चोपड़ा ने साल 2022 में डायमंड लीग के फाइनल में जीत हासिल की थी. वहीं इस बार ये फाइनल 13 और 14 सितंबर को होगा. नीरज ने अपनी चोट पर अपडेट देते हुए कहा कि पेरिस के बाद अच्छी बात ये रही कि मेरी चोट ज्यादा गंभीर नहीं हुई. मेरे फीजियो ने पेरिस ओलंपिक के दौरान इस इंजरी को लेकर ट्रीटमेंट किया था जिससे पहले से अब स्थिति बेहतर है. पहले मैने सोचा था कि ज्यूरिख डायमंड लीग में हिस्सा लूंगा कि लेकिन अब इंजरी बेहतर तो मैंने लुसाने में हिस्सा लेने का फैसला लिया है.

चोट के चलते छोड़ चुके हैं कई टूर्नामेंट

नीरज चोपड़ा पिछले कई समय से चोट से जूझ रहे हैं. पेरिस ओलंपिक से पहले नीरज जांघ के भीतरी हिस्से की मांसपेशी में परेशानी महसूस कर रहे थे. उसी समय ग्रोइन में खिंचाव आता है. चोट के चलते उन्होंने ओलंपिक से पहले होने वाली पेरिस डायमंड लीग से नाम वापस ले लिया था. उस समय नीरज चोपड़ा ने कहा था कि वह ट्रेनिंग और थ्रो करते समय ब्लॉकिंग करने वाले अपने पैर को मजबूत बनाने के लिए काम कर रहे हैं. इससे पहले उन्होंने ओस्ट्रावा टूर्नामेंट से भी नाम वापस लिया था. तब उन्हें एबडक्टर (जांघ का ऊपरी हिस्सा) में कुछ गलत महसूस हुआ था.

साउथ अफ्रीका ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैचों में की सीरीज अपने नाम,40 रनों से हराया

साउथ अफ्रीका ने वेस्टइंडीज को दूसरे टेस्ट में 40 रन से हरा दिया. इसी के साथ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज भी उसने 1-0 से जीत ली. दोनों टीमों के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच ड्रॉ रहा था. वेस्टइंडीज के खिलाफ साउथ अफ्रीका की ये लगातार 10वीं टेस्ट सीरीज जीत है, जिसमें उसके स्पिनर केशव महाराज के रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन की अहम भूमिका रही है. आसान नहीं होता एक मैच में 7 बल्लेबाजों के बिना खाता खोले ही आउट हो जाने के बाद किसी टीम के लिए जीत दर्ज करना. लेकिन, साउथ अफ्रीका ने अपनी मेजबानी में ये काम खूब किया. और, इसमें केशव महाराज के अलावा थोड़ी -थोड़ी भूमिका कैगिसो रबाडा और वियान मुल्डर की भी रही.

7 बल्लेबाज 0 पर आउट, 92 साल बाद ऐसे हालात

दूसरे टेस्ट मैच को जीतने के लिए साउथ अफ्रीका ने वेस्टइंडीज के सामने 263 रन का लक्ष्य रखा था. टेस्ट मैच में बचे हुए वक्त को देखते हुए ये लक्ष्य बड़ा नहीं था. और, इसके पीछे की वजह थी, साउथ अफ्रीका के 7 बल्लेबाजों का जीरो पर आउट हो जाना. उसके सामने 92 साल पुराने भयानक हालात का उपजकर सामने आना. दरअसल, साउथ अफ्रीका के साथ 1932 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है, जब किसी एक टेस्ट मैच में उसके 7 बल्लेबाज खाता नहीं खोल सके हैं. इसमें पहली इनिंग साउथ अफ्रीका के 4 बल्लेबाज- बाउमा, मुल्डर, महाराज और रबाडा- जबकि दूसरी इनिंग में 3 बल्लेबाज- डेविड, महाराज और बर्गर- डक हुए.

मुल्डर, रबाडा और महाराज का कहर

7 बल्लेबाजों के डक होने का सीधा असर साउथ अफ्रीका के स्कोर बोर्ड पर दिखा जो पहली पारी में सिर्फ 160 रन और दूसरी इनिंग में 246 रन बना सका. ऐसे में साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों के किए कमाल ने बल्लेबाजों की नाकामी की भरपाई की. मुल्डर, रबाडा और महाराज ने ऐसा कहर ढाया कि वेस्टइंडीज की टीम जीत के लक्ष्य से तो 40 रन दूर रही ही. पहली पारी में भी वो बस 144 रन ही बना सकी.

वियान मुल्डर बने प्लेयर ऑफ द मैच

साउथ अफ्रीका की ओर से वियान मुल्डर पहली पारी में सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 9 ओवर में 32 रन देकर 4 विकेट लिए. वहीं वेस्टइंडीज की टीम दूसरी पारी में 263 रन चेज नहीं कर पाई और सिर्फ 222 रन पर ही ऑलआउट हो गई तो इसमें 3-3 विकेट लेने वाले केशव महाराज और कैगिसो रबाडा की भूमिका अहम रही. दूसरी पारी में 2 विकेट लेते हुए वियान मुल्डर ने मैच में कुल 6 विकेट झटके, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया.

केशव महाराज बने प्लेयर ऑफ द सीरीज

उधर दूसरे टेस्ट में कुल 5 विकेट लेते हुए केशव महाराज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 13 विकेट झटके. इसके लिए वो प्लेयर ऑफ द सीरीज तो चुने ही गए. साथ ही साउथ अफ्रीका के लिए टेस्ट में सर्वाधिक 171 विकेट लेने वाले स्पिनर भी बन गए.

विनेश फोगाट को मिली बड़ी खुशखबरी,कोर्ट ने उनके पक्ष में सुनाया फैसला

महिला पहलवान विनेश फोगाट पेरिस से भारत लौट आई हैं. उनके लिए पिछले कुछ दिन काफी दर्द भरे रहे हैं. पेरिस ओलंपिक में मेडल पक्का करने के बाद भी वह खाली हाथ अपने देश लौटी हैं. लेकिन भारत आते ही उन्हें एक बड़ी खुशखबरी मिली है. विनेश फोगाट के साथ-साथ ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत कादियान को भी अच्छी खबर मिली है. कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन (CAS) में हारने के बाद वह दिल्ली उच्च न्यायालय में जीत गई हैं.

दिल्ली उच्च न्यायालय ने विनेश फोगाट की याचिका को आखिरकार स्वीकार कर लिया गया. दरअसल कोट ने चारों पहलवानों द्वारा दायर याचिका को स्वीकार कर लिया और भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की एक एड हॉक समिति के भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के कामकाज को चलाने के अधिकार को बहाल कर दिया है. अदालत ने कहा कि दिसंबर 2023 में हुए WFI चुनाव सही नहीं थे और खेल मंत्रालय ने भी इस पर रोक लगा दी है. यह आवश्यक है कि आदेश हटने तक इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की एड हॉक समिति डब्लयूएफआई के दिन-प्रतिदिन के कामकाज को चलाए.

विनेश, बजरंग और साक्षी मलिक ने बीते साल रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना किया था. इसके बाद बीते साल दिसंबर में हुए चुनावों के बाद संजय सिंह फेडरेशन के अध्यक्ष चुने गए थे. हालांकि चुनावों के तीन बाद ही खेल मंत्रालय ने इस समिति पर बैन लगा दिया था.

दिल्ली में हुआ विनेश का स्वागत

पेरिस ओलंपिक 2024 किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा. मेडल पक्का करने के बाद विनेश फोगाट को फाइनल मैच से पहले ज्यादा वजन के चलते डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था. इसके बाद उन्होंने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ खेल की सबसे बड़ी अदालत कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील की थी. लेकिन उनकी अपील खारीज कर दी गई. शनिवार 17 अगस्त की सुबह करीब 10:45 बजे विनेश नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची. जब स्टार रेसलर विनेश फोगाट एयरपोर्ट से बाहर आईं तो पूरा माहौल भावुक हो गया. उनका शानदार स्वागत करने के लिए भारी भीड़ मौजूद थी.

मां और दोस्तों से मिलकर रो पड़ीं विनेश

पेरिस से वापस लौटने पर विनेश फोगाट का दिल्ली एयरपोर्ट पर जबरदस्त स्वागत हुआ. 

शायद ही विनेश ने भी ऐसी उम्मीद की होगी लेकिन उनका परिवार, उनके दोस्त, उनके गांववाले और उनके चाहने वालों की भारी भीड़ एयरपोर्ट के बाहर थी.

 साथ ही रोहतक से कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी पहुंचे हुए थे, जो विनेश को एयरपोर्ट से बाहर लेकर आए. पहले से ही विनेश फोगाट के नाम के नारे लग रहे थे और ढोल बज रहे थे लेकिन विनेश के बाहर आते ही ये आवाज और तेज हो गई.

फिर जैसे ही विनेश को उनके संघर्ष के साथी बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक दिखे, जो पहले से ही उनके स्वागत के लिए मौजूद थे, वो उनसे लिपट गईं और फूट-फूटकर रोने लगीं. साथ में विनेश की मां भी थीं और उन्होंने अपनी लाडली बेटी का चेहरा हाथों में लेकर उसे चूमा और वो भी रोने लगीं. यही पल था जब ढोल और नारों के जश्न और शोर के बीच भी एक खामोशी महसूस होने लगी क्योंकि पूरा माहौल एकदम भावुक हो गया था. साक्षी की आंखें भी आंसुओं से भर आईं, जबकि बजरंग ने अपने जज्बातों को किसी तरह काबू किया.

गांव के लिए निकला काफिला

विनेश काफी देर तक रोती रहीं और फिर उन्हें मर्सिडीज जी-वैगन में बैठाया गया और यहां उनके आंसू पूरे देश ने देखे. कुछ देर में ही हवा में विनेश के नाम का नारा गूंज उठा और स्टार रेसलर ने भी हाथ जोड़कर सबको धन्यवाद दिया.

विनेश से हाथ मिलाने, उन्हें फूलमाला पहनाने के लिए हर कोई बेकरार था. कुछ इसमें सफल भी हुए और फिर धीरे-धीरे ये कार आगे बढ़ने लगी, जिसमें उनके साथ साक्षी, बजरंग और हुड्डा भी थे और गावं की ओर उनका काफिला निकल पड़ा.