कल भारत लौट रहे हैं विनेश फोगाट, होगा चैंपियन की तरह स्वागत

भारतीय रेसलर विनेश फोगाट जल्द ही भारत लौटने वाली हैं. उनके लिए पेरिस ओलंपिक 2024 किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा.

 मेडल पक्का करने के बाद विनेश फोगाट को फाइनल मैच से पहले ज्यादा वजन के चलते डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था. इसके बाद उन्होंने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ खेल की सबसे बड़ी अदालत कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील की थी. लेकिन उनकी अपील खारीज कर दी गई. ऐसे में वह अब खाली हाथ देश लौट रही हैं. लेकिन भारत में उनके शानदार स्वागत की पूरी तैयारी हो गई हैं.

विनेश फोगाट 17 अगस्त को सुबह 10 बजे दिल्ली एयरपोर्ट आएंगी. जहां उनका भव्य स्वागत किया जाएगा. बता दें, फोगाट के भारत पहुंचने के बारे में पहलवान बजरंग पूनिया ने एक पोस्ट जरिए जानकारी दी है. बजरंग पूनिया की ओर से बताए गए कार्यक्रम के मुताबिक, दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने के बाद द्वारका एक्सप्रेसवे से लेकर हरियाणा के चरखी दादरी के बलाली गांव तक रोड शो किया जाएगा.

 हालांकि विनेश मीडिया से बात करेंगी या नहीं, फिलहाल ये तय नहीं है. हरियाणा सरकार भी विनेश फोगाट का स्वागत और अभिनंदन करेगी. बता दें, विनेश के भाई हरविंद्र फोगाट ने इस कार्यक्रम का पूरा रूट मेप तैयार किया है.

हारने के बाद भी करोड़ों का ऐलान

हरियाणा सरकार ने पिछले दिनों ऐलान किया था कि पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को छह करोड़ रुपए, सिल्वर जीतने वाले को चार करोड़ रुपए और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले को ढाई करोड़ रुपए दिए जाएंगे. 

विनेश फोगाट ने इन खेलों में सिल्वर मेडल तो पक्का कर लिया था. ऐसे में सरकार विनेश फोगाट को 4 करोड़ रुपए देगी. इसके अलावा विनेश फोगाट को पानीपत के अजय पहलवान ग्रुप के युवकों ने विनेश फोगाट को दो एकड़ जमीन और 11 लाख नकद देने की घोषणा की है.

पेरिस ओलंपिक में क्या था पूरा मामला?

विनेश फोगाट को महिलाओं की 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी के फाइनल से पहले ही डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था क्योंकि गुरुवार 7 अगस्त को होने वाले फाइनल की सुबह वजन नापने के दौरान उनका वेट तय सीमा से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया था. विनेश फोगाट को महिलाओं की 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी के फाइनल से पहले ही डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था क्योंकि गुरुवार 7 अगस्त को होने वाले फाइनल की सुबह वजन नापने के दौरान उनका वेट तय सीमा से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया था.

ईशान ने अपनी शतकीय पारी के दौरान लगाए 10 छक्के

जिस ईशान किशन को टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया, जिस ईशान किशन का बीसीसीआई ने कॉन्ट्रैक्ट छीन लिया अब उसी ईशान किशन ने अपने बल्ले से आलोचकों को जवाब दिया है. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने तमिलनाडु में चल रहे बुची बाबू टूर्नामेंट के पहले ही मैच में धमाकेदार सेंचुरी ठोक दी. ईशान ने खबर लिखे जाने तक 88 गेंदों में 105 रन बना लिए थे और उनके बल्ले से 10 छक्के निकल चुके थे.

ईशान का शतकीय प्रहार

ईशान किशन बुची बाबू टूर्नामेंट में झारखंड की कप्तानी कर रहे हैं. ईशान छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और उन्होंने आते ही गेंदबाजों की लाइन-लेंग्थ बिगाड़ दी.ईशान ने मध्य प्रदेश के हर गेंदबाज को जमकर पीटा. इस खिलाड़ी ने रामवीर गुर्जर, अधीर प्रताप सिंह और आकाश राजावत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बटोरे. इन तीनों गेंदबाजों के खिलाफ उन्होंने 8 छक्के लगाए. इसके अलावा एक छक्का उन्होंने पारुष मंडल की गेंद पर लगाया. ईशान की पारी कितनी बेहतरीन रही इसका अंदाजा आप इस बात से लगाइए की उन्होंने अपने शतक के 71 फीसदी रन छक्के-चौके से बनाए.

ईशान किशन के पास वापसी का मौका

ईशान किशन को पिछले साल दिसंबर से ही टीम इंडिया से बाहर हैं. वो साउथ अफ्रीका दौरा बीच में ही छोड़कर लौट आए थे. इसके बाद आईपीएल से पहले वो इसलिए विवादों में आ गए क्योंकि उन्होंने एनसीए की बजाए हार्दिक पंड्या के साथ वडोदरा में ट्रेनिंग की. ईशान ने इसके बाद आईपीएल में मिलाजुला प्रदर्शन किया. ईशान को टी20 वर्ल्ड कप टीम में नहीं चुना गया. कहा गया कि ईशान तभी टीम इंडिया में लौट पाएंगे जब वो घरेलू क्रिकेट खेलेंगे. अब ईशान ने बुची बाबू टूर्नामेंट में खेलने का फैसला किया. उन्हें झारखंड ने टीम का कप्तान बनाया और देखिए पहले ही मैच में इस खिलाड़ी ने शानदार सेंचुरी लगाकर अपनी वापसी का राह पर एक कदम आगे बढ़ा दिया है.

कोच वूलर एकॉस ने विनेश फोगाट पर चौंकाने वाला किया खुलासा, कहा, ऐसा लगा की कहीं विनेश फोगाट अपनी जान ना गंवा दे

पेरिस ओलंपिक में एक भी मैच नहीं हारने के बावजूद विनेश फोगाट को कोई मेडल नसीब नहीं हुआ. इसकी वजह थी उनका नियम से 100 ग्राम वजन होना. यही वो वजह थी जिसके बाद उन्हें फाइनल मैच से ठीक पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया और उन्हें कोई मेडल नहीं मिला. इसके बाद विनेश खेल पंचाट के पास गईं जहां उनकी अपील को खारिज कर दिया गया. विनेश फोगाट के इस संघर्ष की दास्तान तो अब लगभग हर फैन जानता है लेकिन इस बीच उनके कोच वूलर एकॉस ने एक ऐसा खुलासा कर दिया है जो बेहद चौंकाने वाला है. वूलर एकॉस ने बताया कि पेरिस ओलंपिक के दौरान एक पल उन्हें ऐसा लगा कि कहीं विनेश फोगाट अपनी जान ना गंवा दे.

विनेश फोगाट की जान को खतरा था!

विनेश फोगाट के कोच वूलर एकॉस ने एक इंटरव्यू में बताया कि विनेश फोगाट ने जिस अंदाज में अपना वेट गिराने की कोशिश की उसे देखकर तो एक समय ऐसा लगा कि कहीं उनकी जान ही ना चली जाए. वूलर एकॉस ने कहा, ‘सेमीफाइनल के बाद 2.7 किलो वजन बढ़ा हुआ था. एक घंटा, 20 मिनट तक वर्कआउट करने के बावजूद डेढ़ किलो बचा हुआ था. 50 मिनट तक सौना सेशन किया गया जिसमें कोई पसीना ही नहीं निकला. इसके बावजूद विनेश ने बहुत सारी कार्डियो मशीन पर वर्कआउट किया. आधी रात से सुबह 5.30 बदे तक वो रेसलिंग और कार्डियो करती रहीं. कई बार वो थकान के मारे गिर गईं. मुझे सच में उनकी जान को खतरा महसूस हुआ.’

विनेश फोगाट ने मेडल गंवाने के बाद क्या कहा?

इतनी मेहनत करने के बावजूद जब विनेश का वजन 100 ग्राम ज्यादा आ गया तो उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया. हालांकि इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी थी. कोच वूलर एकॉस ने बताया कि विनेश ने उस दौरान उनसे क्या कहा? वूलर एकॉस बोले, ‘कोच निराश ना हों. मैंने दुनिया की बेस्ट पहलवान को हराया है. मैंने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया. मैंने साबित कर दिया है कि मैं बेस्ट पहलवानों में से एक हूं. हमारे गेम प्लान ने काम किया है. मेडल तो सिर्फ एक चीज है, प्रदर्शन मायने रखता है.’

वीवीएस लक्ष्मण का कार्यकाल का इस साल सितंबर में खत्म,अब कौन संभालेगा ये पद

टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद से ही भारतीय क्रिकेट में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं. टीम इंडिया को नया हेड कोच मिल चुका है और सूर्यकुमार यादव टी20 टीम की कमान संभाल रहे हैं.

 इसी बीच नेशनल क्रिकेट एकेडमी से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. भारत के पूर्व क्रिकेटर और नेशनल क्रिकेट एकेडमी के मौजूदा निदेशक वीवीएस लक्ष्मण का कार्यकाल इस साल सितंबर में खत्म हो रहा है. ऐसे में सितंबर के बाद ये पद कौन संभालेगा ये साफ हो गया है.

कौन संभालेगा NCA की जिम्मेदारी?

ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के मुताबिक, वीवीएस लक्ष्मण बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी के हेड के रूप में अपना कार्यकाल कम से कम एक साल के लिए बढ़ाने वाले हैं.

 उनका शुरुआती तीन साल का अनुबंध इस सितंबर तक था. इससे पहले खबरें सामने आ रही थीं कि लक्ष्मण आईपीएल की किसी फ्रेंचाइजी के हेड कोच बन सकते हैं, लेकिन अब एनसीए में उनकी ड्यूटी के कारण यह पद संभव नहीं है. 

उन्हें कोचों की अपनी टीम से सहायता मिलने की संभावना है, जिसमें शितांशु कोटक, साईराज बहुतुले और ऋषिकेश कानिटकर शामिल हैं, जो सभी भारतीय घरेलू क्रिकेट के दिग्गज हैं.

कैसा रहा लक्ष्मण का 3 साल का कार्यकाल?

एनसीए में अपने पहले तीन साल के कार्यकाल के दौरान लक्ष्मण ने चोट मैनेजमेंट, खिलाड़ी रिहैबिलिटेशन, कोचिंग कार्यक्रम और वरिष्ठ टीमों, आयु-समूह और महिला क्रिकेट के लिए रोडमैप तैयार करने के लिए अपने राहुल द्रविड़ द्वारा निर्धारित प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाया. 

बता दें, वीवीएस लक्ष्मण से पहले राहुल द्रविड़ की नेशनल क्रिकेट एकेडमी के हेड थे. लक्ष्मण की चुनौतियों में से एक भारत ए के दौरा कार्यक्रम को फिर से शुरू करना है, जो पिछले दो सालों से रुक-रुक कर चल रहा है, जबकि द्रविड़ के समय दौरे लगातार हो रहे थे.

भारत में नहीं खेली जाएगी ये क्रिकेट लीग,जय शाह का बड़ा बयान

दुनिया का सबसे बड़ी क्रिकेट लीग भारत में खेली जाती है, जो इंडियन प्रीमियर लीग है. इस लीग में खेलने का सपना दुनियाभर के क्रिकेटर देखते हैं. ये सबसे अमीर क्रिकेट लीग भी है. ऐसे में हाल ही में खबरें सामने आईं थीं कि बीसीसीआई रिटायर्ड खिलाड़ियों के लिए एक लीग का आगाज करने वाली है. जिसमें कई पुराने दिग्गज खिलाड़ी शिरकत करते नजर आएंगे. हाल की में ऐसी कई लीग देखने को भी मिली हैं, लेकिन क्या बीसीसीआई ऐसी लीग करवाएगा या नहीं इस पर बीसीसीआई सचिव जय शाह का बड़ा बयान सामने आया है.

जय शाह ने अफवाह को किया खारिज

हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि दुनिया भर में विभिन्न टी-20 लीगों में खेल चुके कुछ पूर्व भारतीय क्रिकेटरों ने जय शाह से मुलाकात की और बोर्ड से देश में रिटायर्ड क्रिकेटरों के लिए आईपीएल जैसा टूर्नामेंट आयोजित करने का अनुरोध किया था. लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ऐसी टी20 लीग आयोजित करने की किसी भी अफवाह को खारिज कर दिया है. टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए जय शाह ने कहा, ‘यह फर्जी खबर है. इस बारे में किसी प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हुई है. किसी ने मुझे इसके बारे में नहीं बताया है. हालांकि, अगर ऐसा कोई प्रस्ताव आता है तो मुझे नहीं पता कि मैं इसके बारे में क्या करूंगा.’

पूर्व क्रिकेटर्स के लिए हो रहीं कई लीग

हाल ही में रिटायर्ड खिलाड़ियों को कई क्रिकेट लीग में खेलते हुए देखा गया है. हालांकि ये सभी क्रिकेट लीग किसी क्रिकेट बोर्ड की ओर से नहीं करवाई गई हैं. जिसमें रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज, लेजेंड्स लीग क्रिकेट और वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लेजेंड्स शामिल हैं. इन लीग में इरफान पठान, सुरेश रैना, यूसुफ पठान, क्रिस गेल, हरभजन सिंह, युवराज सिंह जैसे खिलाड़ी हिस्सा ले चुके हैं. हाल ही में इंग्लैंड में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लेजेंड्स खेली गई थी, जिसमें अलग-अगल देशों की टीम खेलने उतरी थीं, जहां भारत चैंपियंस ने पाकिस्तान चैंपियंस को हराकर खिलाब जीता था.

इससे पहले एक लीजेंड्स क्रिकेट लीग भारत में खेली गई थी, जिसमें आईपीएल की तरह अलग-अलग टीमों ने हिस्सा लिया था और भारत के कई शहरों में मुकाबले खेले गए थे. ये क्रिकेट लीग फैंस के बीच काफी छाई रही थी और मुकाबलों के दौरान मैदान में भी काफी भिड़ देखी गई थी. लेकिन बीसीसीआई फिलहाल ऐसी कोई भी क्रिकेट लीग करवाने के मुड में नहीं है.

जानें 15 अगस्त को टीम इंडिया ने कितने मैच खेले और कैसा रहा प्रदर्शन

आज पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा हुआ है। भारत आज अपनी आजादी की 78वीं वर्षगांठ मना रहा है। ऐसे में क्रिकेट फैंस इस बात को भी जानना चाहते हैं कि आखिर इस खास दिन पर टीम इंडिया ने अब तक कुल कितने मैच खेले हैं और उन मैचों में टीम का प्रदर्शन कैसा रहा है। आइए हम इस रिपोर्ट में आपको बताते हैं कि इस खास दिन पर टीम इंडिया का कैसा रिकॉर्ड रहा है।

भारत बनाम इंग्लैंड – 1952 

भारत ने आजादी पाने के बाद 15 अगस्त को पहली बार 1952 में मैच खेला था। इस साल टीम इंडिया इंग्लैंड के दौरे पर गई थी, जहां टीम ने 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली थी। टीम इंडिया ने इसी दौरे पर पहली बार 15 अगस्त को मैच खेला था। ये मैच 14 अगस्त से शुरू होकर 19 अगस्त तक चला था। इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट खोकर 326 रन का स्कोर बनाया था। टीम इंडिया अपनी पहली पारी में महज 98 रन के स्कोर पर ऑलआउट हो गई थी। हालांकि, मैच में बारिश हो गई, जिससे आगे का मुकाबला नहीं खेला जा सका और ये मैच ड्रॉ रहा। इस मैच में टीम इंडिया की कप्तानी विजय हजारे ने की थी।

भारत बनाम श्रीलंका – 2001

टीम इंडिया ने 15 अगस्त को दूसरी बार 2001 में मैच खेला था। इस बार टीम इंडिया सौरव गांगुली के नेतृत्व में श्रीलंका के दौरे पर गई थी। जहां, दोनों टीमों के बीच 14 से 18 अगस्त तक टेस्ट मैच खेला गया था। गॉल में खेले गए इस मैच में टीम इंडिया ने पहले खेलते हुए 187 रन का स्कोर बनाया था, जिसके जवाब में श्रीलंका ने 362 रन बनाए थे। दूसरी पारी में टीम इंडिया महज 180 रन पर ही ऑलआउट हो गई थी। जिसके बाद श्रीलंका की टीम ने 6 रन बनाकर मैच को 10 विकेट से अपने नाम कर लिया था।

भारत बनाम इंग्लैंड – 2014 

भारतीय टीम ने 15 अगस्त के खास मौके पर अपना तीसरा मैच 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। इंग्लैंड के दौरे पर गई टीम इंडिया ने 15 से 17 अगस्त तक यहां टेस्ट मैच खेला था। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। मैच में पहले दिन टीम इंडिया ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की 82 रन की पारी के बावजूद कुल 148 रन बनाए थे। इंग्लैंड की टीम ने इस मैच को पारी और 244 रन से जीता था।

भारत बनाम श्रीलंका – 2015 

भारत ने 2015 में 15 अगस्त को श्रीलंका से मैच खेला था। विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने श्रीलंका का दौरा किया था। दोनों टीमों ने गॉल में 12 से 15 अगस्त तक मैच खेला था। श्रीलंका ने इस मैच में टीम इंडिया को जीत के लिए 176 रन का लक्ष्य दिया था, लेकिन भारतीय टीम 112 रन ही बना सकी थी। श्रीलंका ने इस बार भी टीम इंडिया को हरा दिया था।

भारत बनाम वेस्टइंडीज – 2019 

टीम इंडिया ने पहली बार 2019 में 15 अगस्त के मौके पर जीत हासिल की थी। 2019 में पोर्ट ऑफ स्पेन में भारत और वेस्टइंडीज के बीच वनडे मैच खेला गया था। विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया ने इस मुकाबले को 6 विकेट से अपने नाम किया था। इस मैच में विराट कोहली ने नाबाद 114 रन की पारी खेली थी

भारत बनाम इंग्लैंड – 2021

टीम इंडिया ने आखिरी बार 15 अगस्त के मौके पर 2021 में मैच खेला था। विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड का दौरा किया था। ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर ये मैच 12 से 16 अगस्त तक खेला गया था। इस मैच में टीम इंडिया ने पहली पारी में 364 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 391 रन बनाकर बढ़त बनाई थी। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने 298 रन बनाकर इंग्लैंड को 120 रन के स्कोर पर ही समेट दिया था। टीम इंडिया ने 15 अगस्त के खास मौके पर दूसरी बार जीत हासिल की थी।

आज के दिन ही धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया था संन्यास, जानें


पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस का पर्व मनाया जा रहा है।आज पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा हुआ है। लेकिन आज के दिन 2020 में क्रिकेट फैंस को एक बड़ा झटका लगा था। आज के दिन ही भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर-बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।

किसी भी फैन ने उस समय धोनी ऐसे फैसले की उम्मीद नहीं की थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करके रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था। उनके इस पोस्ट से फैंस काफी ज्यादा निराश हो गए थे। उन्होंने इस पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा था, ‘इस सफर में आप के प्यार और समर्थन के लिए शुक्रिया। 19:29 बजे से मुझे रिटायर्ड समझा जाए।’

दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं धोनी

महेंद्र सिंह धोनी दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। धोनी की कप्तानी में भारत ने साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीता था। इसके बाद उन्ही की कप्तानी में 2011 के वनडे वर्ल्ड कप को भी भारत ने अपने नाम किया था। धोनी की ही कप्तानी में भारत ने 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी को भी जीता था। इस जीत के बाद धोनी दुनिया के एकमात्र ऐसे कप्तान बन गए थे, जिन्होंने आईसीसी के तीनों बड़े को जीता हो।

कुछ ऐसा रहा है धोनी का रिकॉर्ड

अगर धोनी के करियर बात करें तो उन्होंने 90 टेस्ट मैचों में 38.09 के औसत से 4876 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 6 शतक और 33 अर्धशतक निकले हैं। उन्होंने 350 वनडे मैचों में 50. 57 के औसत से 10773 रन बनाए हैं। इसके अलावा उन्होंने 98 टी20 मैचों में 1617 रन बनाए हैं।

आजाद होने के बाद इस दिन खेला था टीम इंडिया ने पहला वनडे मैच

आज पूरा देश धूमधाम से 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ था। आजादी पाने के बाद भारत ने कई मोर्चों पर कामयाबी हासिल की है। इसी क्रम में भारत की क्रिकेट टीम ने भी कामयाबी के शिखर को छुआ है। टीम इंडिया ने अब तक 2 बार आईसीसी के वर्ल्ड कप का खिताब जीता है। 

इंडियन क्रिकेट टीम की गिनती आज दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में होती है। इस बीच हम आपको स्वतंत्रता दिवस के खास अवसर पर बताते हैं कि टीम इंडिया ने अपना पहला वनडे क्रिकेट मैच कब खेला था और इस मैच में खिलाड़ियों का कैसा प्रदर्शन रहा था।

 टीम इंडिया ने पहला वनडे मैच 

भारतीय क्रिकेट टीम ने अपना पहला वनडे मैच 13 जुलाई 1974 को खेला था। टीम इंडिया ने ये मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। मैच इंग्लैंड के ऐतिहासिक लीड्स मैदान पर खेला गया था। इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया था। मैच में इंग्लैंड की टीम के कप्तान माइक डेनेस थे, जबकि भारतीय टीम की कमान अजीत वाडेकर के हाथ में थी

कैसा रहा था टीम इंडिया का प्रदर्शन 

इस मैच में इंग्लैंड के कप्तान माइक डेनेस ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया था। टीम इंडिया की ओर से सुनील गावस्कर और सुधीर नायक ने पारी की शुरुआत की थी। गावस्कर ने 35 गेंद पर 3 चौकों और 1 छक्के की मदद से 28 रन बनाए थे। वहीं, कप्तान अजीत वाडेकर ने 82 गेंद पर 67 रन (10 चौके) की पारी खेली थी। टीम में बतौर गेंदबाज चुने गए बृजेश पटेल ने सर्वाधिक 82 रन बनाए थे। टीम इंडिया ने 55 ओवर के इस मैच में 53.5 ओवर में सभी विकेट खोकर 265 रन बनाए थे।

क्या निकला नतीजा  

भारत ने इंग्लैंड को जीत के लिए 266 रनों का लक्ष्य दिया था। इंग्लैंड की टीम ने 51.1 ओवर में 6 विकेट खोकर इस लक्ष्य को हासिल कर लिया था। इंग्लैंड की ओर से जॉन एडरिच ने 90, टॉनी ग्रेड ने 40, कीथ फ्लेचर ने 39 और डेविड लॉयड ने 34 रन की पारी खेली थी। इंग्लैंड ने 4 विकेट से इस मैच को अपने नाम कर लिया था। इस मैच में जॉन एडरिच को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।

विकेट लेने में नाकाम रहे थे गेंदबाज 

टीम इंडिया ने 265 रन का अच्छा स्कोर बनाया था, लेकिन टीम की गेंदबाजी कमजोर साबित हुई थी। इस मैच में एकनाथ लोकर और बिशप सिंह बेदी ने 2-2 विकेट लिए थे। जबकि, मदन लाल और श्रीनिवास वेंकटराघवन ने 1-1 विकेट हासिल किए थे।

2 बार वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीत चुकी है टीम इंडिया 

भारतीय टीम की शुरूआत भले ही हार के साथ हुई हो लेकिन टीम इंडिया ने कामयाबी तक का सफर तय किया है। टीम ने 1983 में वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार वर्ल्ड कप का खिताब जीता था, इसके बाद टीम ने 2011 में दूसरी बार ये खिताब अपने नाम किया। इंडियन क्रिकेट टीम 2003 और 2023 के वनडे वर्ल्ड कप की उपविजेता भी बन चुकी है। आज भारत की गिनती विश्व की सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट टीमों में होती है।

IND vs BAN मैच का शेड्यूल में बदलाव, BCCI का बड़ा फैसला

भारतीय क्रिकेट टीम के फिर से मैदान में लौटने का इंतजार हर किसी को है. अभी तो इसमें कुछ और हफ्ते बाकी हैं. फैंस को टीम के ऐलान का भी इंतजार है और उसमें भी वक्त लगेगा. ऐसे में फैंस टीम इंडिया के एक्शन को मिस कर रहे हैं लेकिन उनके लिए खबरें लगातार भारतीय क्रिकेट से निकलकर आ रही हैं. ऐसी ही एक बड़ी खबर अब सीधे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने दी है. बोर्ड ने अगले कुछ महीनों में होने वाले भारतीय टीम के 3 मुकाबलों के शेड्यूल में बड़ा बदलाव किया है. इसमें सबसे खास है भारत-बांग्लादेश का मैच, जो एक नए स्टेडियम में खेला जाएगा. ये इस स्टेडियम में पहला इंटरनेशनल मैच होगा.

फिलहाल ब्रेक पर चल रही टीम इंडिया अगले महीने यानी सितंबर से फिर से मैदान पर लौटेगी. इसकी शुरुआत बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज से होगी, जिसका पहला टेस्ट मैच 19 सितंबर को खेला जाएगा. बांग्लादेश टीम के इस भारत दौरे के मुकाबले में ही बीसीसीआई ने बदलाव किया है लेकिन ये टेस्ट मैच को लेकर नहीं, बल्कि टी20 सीरीज से जुड़ा है. बीसीसीआई ने मंगलवार 13 अगस्त को इसका ऐलान किया.

पहली बार इंटरनेशनल क्रिकेट

दोनों टीमों के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के बाद 3 मैचों की टी20 सीरीज भी खेली जानी है, जिसकी शुरुआत 6 अक्टूबर से होगी. इस मैच के वेन्यू में ही बड़ा बदलाव किया गया है. पहले ये मैच हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में खेला जाना था लेकिन अब इसे मध्य प्रदेश के ग्वालियर में खेला जाएगा. इस बदलाव की वजह धर्मशाला स्टेडियम के मैदान में हो रहे बदलाव को बताया गया है.

ये इस शहर में 14 साल में पहला इंटरनेशनल मैच होगा. इससे पहले 2010 में भारत-साउथ अफ्रीका के बीच वनडे मैच हुआ था, जिसमें सचिन तेंदुलकर दोहरा शतक लगाने वाले पहले पुरुष क्रिकेटर बने थे. लेकिन ये मैच इस रूप सिंह स्टेडियम में नहीं होगा, बल्कि ये तो ग्वालियर में बने नए श्रीमंत माधवराव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम में होगा, जो पहली बार इंटरनेशनल क्रिकेट की मेजबानी करेगा.

रंग लाई महानआर्यमन की मेहनत

बीसीसीआई के इस फैसले के साथ ही ग्वालियर डिविजन क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया और उपाध्यक्ष महानआर्यमन सिंधिया की मेहनत रंग ले आई है. लगभग एक दशक से भी लंबे इंतजार के बाद इस नए स्टेडियम का काम पूरा होने के साथ ही अब इसमें पहला मुकाबला होने जा रहा है. महानआर्यमन की कोशिशों से मध्यप्रदेश का सबसे बड़ी टी20 क्रिकेट लीग एमपीएल का आयोजन ग्वालियर में किया गया था. इसके लोकार्पण कार्यक्रम में बीसीसीआई सचिव जय शाह भी आए थे. उस दौरान ही सिंधिया ने यहां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच कराने की मांग की थी

इन मैचों में भी बदलाव

सिर्फ यही मैच नहीं, बल्कि इसके अलावा दो अन्य मुकाबलों के कार्यक्रम में भी बदलाव किया गया है. ये मैच अगले साल भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जाएंगे. जनवरी में इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आएगी, जिसमें पहले 5 मैचों की टी20 सीरीज खेली जाएगी. इस सीरीज के पहले और दूसरे मुकाबले के वेन्यू की अदला बदली की गई है. पहला टी20 22 जनवरी को चेन्नई में खेला जाना था लेकिन अब ये मैच कोलकाता में होगा. वहीं कोलकाता में 25 जनवरी को होने वाला दूसरा टी20 अब उसी तारीख को चेन्नई में खेला जाएगा. BCCI ने इसकी वजह बताई कि कोलकाता पुलिस ने गणतंत्र दिवस की तैयारियों का हवाला देकर इस बदलाव की मांग की थी.

बुच्ची बाबू टूर्नामेंट में कप्तान बने ईशान किशन, लिया गया बड़ा फैसला

ईशान किशन पिछले साल से ही टीम इंडिया से बाहर हैं. पिछले साल हुए साउथ अफ्रीका दौरे को वो बीच में ही छोड़कर लौट आए थे जिसके बाद उन्हें टीम इंडिया से ड्रॉप कर दिया गया.

 वो टी20 वर्ल्ड कप में भी नहीं चुने गए. लेकिन अब ईशान किशन ने वापसी की राह में एक कदम आगे बढ़ा लिया है. ईशान किशन जल्द बुच्ची बाबू ट्रॉफी में खेलते नजर आएंगे. बड़ी खबर ये है कि ईशान किशन इस ट्रॉफी में झारखंड की कप्तानी करेंगे. ईशान किशन पिछले कुछ वक्त से फर्स्ट क्लास क्रिकेट नहीं खेल रहे थे 

और इसकी एक वजह उनका इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना भी था लेकिन अब टीम इंडिया में वापसी के लिए उन्होंने एक बार फिर झारखंड के लिए खेलने का मन बनाया है.

ईशान किशन इस मैच में दिखाएंगे दम

ईशान किशन की कप्तानी में झारखंड की टीम पहला मैच मध्य प्रदेश के खिलाफ खेलेगी. ईशान किशन के लिए ये अच्छी खबर है क्योंकि इस टीम के खिलाफ उनका बल्ला आग उगलता है. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने एक घरेलू मुकाबले में मध्य प्रदेश के खिलाफ 94 गेंदों में 173 रन ठोके थे जिसमें उनके बल्ले से 11 छक्के निकले थे. अगर ईशान किशन इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो यकीनन उनके लिए टीम इंडिया के दरवाजे खुल सकते हैं.

बुच्ची बाबू टूर्नामेंट का आगाज

बुच्ची बाबू टूर्नामेंट का आगाज 15 अगस्त से होगा. सेमीफाइनल मुकाबले 2 सितंबर और फाइनल 8 सितंबर से होगा. ये चार दिवसीय क्रिकेट टूर्नामेंट है जिसमें 12 टीमें हिस्सा लेती हैं. इन टीमों को चार ग्रुप्स में बांटा गया है. इस टूर्नामेंट में 10 टीमें बाहरी राज्यों की होती हैं जबकि तमिलनाडु की इसमें दो टीमें तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन प्रेसिडेंट इलेवन और टीएनसीए इलेवन खेलती हैं. ये पूरा टूर्नामेंट तमिलनाडु में होगा. मुकाबले नाथम, कोयंबटूर और तिरुनेवेली में होंगे. इस टूर्नामेंट को जीतने वाली टीम को 3 लाख रुपये कैश प्राइज मिलेगा, जबकि रनरअप टीम को 2 लाख रुपये मिलेंगे. इस टूर्नामेंट में ईशान किशन, सरफराज खान, सूर्यकुमार यादव जैसे बड़े नाम खेलते नजर आएंगे.

बुच्ची बाबू टूर्नामेंट के चार ग्रुप

पहले ग्रुप में झारखंड, मध्य प्रदेश और हैदराबाद की टीम हैं.

ग्रुप बी में रेलवे, गुजरात और तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन प्रेसिडेंट इलेवन की टीम हैं.

ग्रुप सी में मुंबई, हरियाणा और टीएनसीए इलेवन खेलेंगी.

ग्रुप डी में जम्मू-कश्मीर, छतीसगढ़ और बड़ौदा की टीम होंगी.