नालंदा:- पावापुरी विंम्स में एलीसा मशीन का उद्घाटन किया गया,
नालंदा:- पावापुरी विंम्स में एलीसा मशीन का उद्घाटन भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में मंगलवार को एलीसा लैब का उद्घाटन किया गया। इस बहुप्रतीक्षित मशीन से अब एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, सी और डेंगू जैसे संक्रमणों की पहचान मात्र 3 घंटे के भीतर की जा सकेगी। संस्थान के प्राचार्य डॉ. सर्बिल कुमारी, अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार सिन्हा, और डॉ. राजेश नारायण ने फीता काटकर इस नए लैब का उद्घाटन किया। इस मशीन के लग जाने से अब एचआईवी और हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों की जांच की पुष्टि के लिए सैंपल अन्य जगह नहीं भेजना पड़ेगा और मरीजों को जल्द परिणाम मिल सकेंगे। पहले एंटीजन किट से जांच की जाती थी, जो केवल 70% सही परिणाम देती थी। नई मशीन से 95% तक सही परिणाम मिलेंगे। यह मशीन अस्पताल में एचआईवी संक्रमित और एड्स के रोगियों की मुकम्मल जांच में काफी मददगार होगी। माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित कुमार आनंद ने बताया कि इस मशीन से प्रतिदिन 94 सैंपल की जांच की जा सकेगी। इस विधि द्वारा एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, सी, डेंगू, चिकनगुनिया, मिजिल्स, रुबेला, जेई आदि बीमारियों की जांच की पुष्टि कम समय में हो सकेगी। एलिसा मशीन में रीडर, वॉशर, आवश्यक किट, यूपीएस और प्रिंटर भी शामिल हैं, जिससे काम जल्दी होगा। प्राचार्य डॉ. सर्बिल कुमारी ने बताया कि मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की दिशा में लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। इससे मरीजों को गंभीर संक्रमण से बचाने में मदद मिलेगी। उद्घाटन के अवसर पर डॉ. इम्तियाज अहमद, डॉ. अशोक कुमार राउत, डॉ. त्रिनयन कुमार चक्रवर्ती, डॉ. जैकी जमा, डॉ. अरुण कुमार सिंह, डॉ. वाई के सहाय सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे। *हेपेटाइटिस क्या है?* हेपेटाइटिस लिवर की सूजन को कहते हैं, जो अधिकतर वायरल संक्रमण की वजह से होती है। इससे लीवर कैंसर, लीवर फेलियर और अन्य लिवर संबंधित बीमारियां हो सकती हैं। इस वायरस के 5 स्ट्रेन होते हैं: ए से ई तक। इनमें सबसे खतरनाक बी और सी हैं। **इसके लक्षण क्या हैं?** हेपेटाइटिस के लक्षणों में थकान, फ्लू जैसे लक्षण, गहरे रंग का पेशाब, पीला मल, पेट में दर्द, भूख न लगना, और बिना कारण वजन कम होना शामिल हैं। लिवर की समस्याओं के कारण त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (पीलिया) भी हो सकता है।
Aug 04 2024, 00:57