धरती माँ का श्रृंगार और हरियाली का जतन: एक पेड़ माँ के नाम’

रायपुर-  भारतीय संस्कृति में माँ सदैव पूजनीय रही हैं। माँ की महिमा को अलग-अलग धर्मों में विभिन्न तरीकों से वर्णित किया गया है। हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करोड़ों देशवासियों से आह्वान किया है कि आइए माँ के नाम एक पेड़ लगाइए। इस पहल का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को सुधारना और धरती माँ को हरियाली से सजाना है।

भारत भूमि पर पेड़-पौधों का महत्व हमारे धर्मग्रंथों में व्यापक रूप से वर्णित है। जिस तरह अलग-अलग अंचलों में विभिन्न बोली-भाषाओं का चलन है, उसी प्रकार यहाँ विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे भी पाए जाते हैं। प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की इस पहल को साकार करने के लिए हर व्यक्ति माँ के नाम पर एक पौधा अवश्य लगाए।

धरती माँ का श्रृंगार हरियाली में निहित है। हमारी धरती को माँ के रूप में माना गया है और माटी को भी माँ का दर्जा दिया गया है। छत्तीसगढ़ को प्रकृति ने अनुपम सौगात दी है, जहाँ लगभग 44 प्रतिशत भू-भाग वनों से आच्छादित है। सरगुजा संभाग हरियाली का मुकुट धारण किए हुए है और बस्तर अंचल हरियाली के श्रृंगार से सजा हुआ है। यहाँ के मोहला और गरियाबंद के जंगल भी मन को मोह लेते हैं।

इस समय प्रदेश में ‘एक पेड़ माँ के नाम‘ अभियान के लिए वन विभाग सहित शासकीय, अशासकीय संस्थाओं और समितियों द्वारा पौधारोपण जोर-शोर से किया जा रहा है।

धरती को उर्वरा, मौसम को खुशनुमा, स्वच्छ पर्यावरण, प्रदूषण रहित हवा, जलस्रोत को बढ़ावा और जल-जमीन-जंगल और जीवों के जतन की जिम्मेदारी हम सबकी सहभागिता से पूरी होगी। ग्लोबल वार्मिंग को रोकने और धरती को फिर से बेहतर बनाने के लिए हमें ‘एक पेड़ माँ के नाम‘ अभियान में हिस्सेदारी करते हुए पौधे लगाना होगा।

परिवार के हर सदस्य को एक पौधा रोपण करने की आवश्यकता है इनकी देखभाल छोटे बच्चों की तरह देखभाल करनी होगी। जब यह पौधा पेड़ बनेगा, तो यह प्राणवायु के साथ फल देगा, माँ के आँचल की तरह इसके पत्ते लह-लहाएँगे, पेड़ों में चिड़ियों का वास होगा और उनकी चह-चहाहट सुनने को मिलेगी। इससे वर्तमान और नई पीढ़ी पेड़-पौधों की महत्ता को समझ सकेगी।

आओ, हम सब मिलकर इस पहल में भाग लें और धरती माँ को हरियाली का श्रृंगार पहनाएँ। एक पेड़ माँ के नाम लगाकर हम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाएँ। इससे न केवल धरती हरी-भरी होगी, बल्कि हमारा भविष्य भी सुरक्षित रहेगा।

जिले के बदले गए डीईओ, स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश

बलौदाबाजार- शिक्षा विभाग में प्रशासनिक फेरबदल किया गया है. बलौदाबाजार के जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय का रायगढ़ तबादला किया गया है. वहीं अब जिले में शिक्षा विभाग की कमान विजय कुमार लहरे संभालेंगे. इसका आदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी किया है. बता दें कि जिला शिक्षा अधिकारी बनने से पहले विजय लहरे नवागढ़ जांजगीर चांपा में बीईओ थे.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बरसते पानी के बीच पहुंचे बैगा बाहुल्य गांव, उल्टी-दस्त से मौतों पर सरकार को घेरा…

कवर्धा-   कबीरधाम जिला के बैगा बाहुल्य क्षेत्र सोनवाही गांव में बीते तीन दिनों में उल्टी-दस्त से दो बैगा आदिवासियों की मौत हो गई थी. मौत की सूचना पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल बरसते बारिश में सोनवाही पहुंचकर मृतकों के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार पर नाकामी का आरोप लगाया. 

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वनांचल क्षेत्र के ग्राम झलमला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर मरीजों का हालचाल जाना और डॉक्टरों से मरीजों के बारे में जानकारी ली. इसके साथ बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दिलाने की बात कही. इस दौरान भूपेश बघेल ने स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है.

उन्होंने कहा कि ग्राम सोनवाही में 5 बैगा आदिवासियों की उल्टी-दस्त से मौत को जिला प्रशासन छुपाने की कोशिश कर रहा है. सोनवाही गांव में उल्टी-दस्त से मौत होने के बाद स्वास्थ्य कैम्प लगाया, और कल 94 लोगों की स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है, जिसमें 25 ग्रामीण मलेरिया पॉजिटिव पाए गए है. स्वास्थ्य विभाग मरीजों के घर में ही आज मच्छरदानी वितरण किए, जबकि सोनवाही गांव के सभी घरों में मच्छर दानी वितरण करना चाहिए.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता जिले के बैगा बाहुल्य क्षेत्र में स्वास्थ्य परीक्षण होना चाहिए. स्वास्थ्य विभाग, पीएचई को पानी का सेंपल लेकर जांच किया जाना चाहिए, लेकिन राज्य सरकार की नाकामी के चलते ग्राम सोनवाही में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों की मौत हो रही है.

राम मंदिर में गूंजा नारा, छत्तीसगढ़ के भांचा राम, जय श्री राम, जय श्री राम

रायपुर-   अयोध्या धाम में पवित्र राम जन्मभूमि में श्री रामलला के दर्शन के लिए जैसे ही मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उनके कैबिनेट के सहयोगी पहुंचे। पूरे मंदिर परिसर में नारा गूंज उठा। छत्तीसगढ़ के भांचा राम, जय श्री राम, जय श्री राम। इस तरह पूरा परिसर राम भक्ति के माहौल में, ननिहाल से आए भक्तों की स्नेह सिक्त वाणी से गुंजायमान हो गया। जिस तरह माता शबरी की शिवरीनारायण में भगवान श्री राम के पुण्य दर्शन की इच्छा पूरी हुई थी। वही साध ननिहाल के हर राम भक्त को होती है। उसी तरह मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उनकी कैबिनेट की भी रामलला के दर्शन की इच्छा आज पूरी हो गई। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सहित उनके कैबिनेट के सदस्यों ने आज अयोध्या धाम पहुंचकर श्रीरामलला के दर्शन किए। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर भाँचा राम के ननिहाल का उपहार भी प्रभु के चरणों में अर्पित किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ से शबरी माता की भूमि शिवरीनारायण से बेर तथा पवित्र जल, विष्णु भोग का चावल, अनारसा, करी लड्डू तथा कोसे के वस्त्र प्रभु को अर्पित किए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर प्रभु श्री राम से छत्तीसगढ़ के लोगों की सुख समृद्धि की कामना की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग पूरी कैबिनेट के साथ श्री रामलला के दर्शन के लिए आज अयोध्या धाम आए। भगवान श्रीराम हमारे छत्तीसगढ़ के भांजे हैं। भांचा राम के दर्शन के लिए हम लोग बहुत उत्सुक थे। भगवान श्रीराम के आशीर्वाद से वो शुभ घड़ी आ गई है जब हम लोगों को अयोध्या धाम में रामलला के दर्शन का सौभाग्य मिला।मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमने अयोध्या धाम जाने का निर्णय लिया तो सोचा कि जब अपने भांजे के दर्शन के लिए जाएंगे तो उनके लिए ननिहाल की तरफ से क्या उपहार लेकर जाएं।

फिर विचार आया कि इससे अच्छा उपहार भगवान श्रीराम के लिए क्या हो सकता है कि हम उस पवित्र भूमि शिवरीनारायण से बेर ले जाकर भगवान को भेंट करें, जहां के बेर खुद माता शबरी ने प्रभु श्रीराम को अपने हाथों से खिलाये थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन जूठे बेरों का स्मरण हमेशा के लिए लोक स्मृति में दर्ज हो गया है। माता शबरी की इस धरती से भगवान श्रीराम के लिए यह उपहार ले जाने का हमें सौभाग्य मिला इससे बढ़कर हमें क्या चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ जनजातीय प्रदेश है। यहां माता शबरी और अनेक जनजातीय विभूतियों ने भगवान श्रीराम का स्वागत किया है। हमारी यह धरती धन्य है। यह अद्भुत संयोग है कि छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल भी है और यह उनके वन गमन पथ का हिस्सा भी है। रामकथा से जुड़े विद्वान बताते हैं कि श्रीराम ने अपने वनवास के चौदह वर्षों में दस वर्ष यहीं गुजारे।

उन्होंने रामायण के प्रसंगों से भी अपनी बात बताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि रामायण के प्रसंग जनजातीय लोगों से श्रीराम के अद्भुत स्नेह तथा प्रभु श्रीराम के जनजातीय लोगों से अपार प्रेम की कहानी कहते हैं।

उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि प्रदेश के मुखिया के रूप में अयोध्या पहुंच कर छत्तीसगढ़ के लोगों के अपने आराध्य के प्रति अगाध स्नेह और भक्ति व्यक्त करने का माध्यम बना हूँ। रामलला के दर्शनों से अभिभूत मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीराम ने हमें रामराज्य का आदर्श दिया है। छत्तीसगढ़ में रामराज्य के आदर्श को लेकर हम चल रहे हैं। श्रीरामलला का दर्शन कर हमने प्रभु से अपने प्रदेश के सुख-समृद्धि की कामना की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या धाम श्रीरामलला दर्शन योजना के माध्यम से हमारे प्रदेश के बहुत से श्रद्धालु श्रीरामलला के दर्शन का पुण्य लाभ ले चुके हैं। उन सबसे श्रीरामलला के भव्य मंदिर और उनकी मंजुल मूर्ति की प्रशंसा सुनकर मन बहुत प्रसन्न होता था। आज हमें भी रामलला के दर्शन का सौभाग्य मिल गया।

इस मौके पर मुख्यमंत्री के कैबिनेट के सहयोगी उपमुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, वन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, खेल मंत्री टंक राम वर्मा भी मौजूद रहे। इसके साथ ही किरण देव, अजय जामवाल एवं पवन साय भी मौजूद रहे।

डायरिया से 5 बैगा आदिवासियों की मौत, मामले की जांच के लिए कांग्रेस ने बनाई कमेटी

रायपुर-  कवर्धा जिले में डायरिया से बैगा आदिवासियों की मौत मामले की जांच के लिए कांग्रेस ने जांच कमेटी गठित की है. डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू के नेतृत्व में 7 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है. यह कमेटी गांव का दौरा कर ग्रामीणों से बातचीत करेंगे और अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेंगे.

जांच कमेटी में विधायक इंद्रशाह मंडावी, जनकध्रुव, पूर्व विधायक ममता चंद्राकर, जिला कांग्रेस अध्यक्ष होरी राम, नेता महेश चंद्रवंशी, नीलकंठ चंद्रवंशी शामिल हैं. बता दें कि सोनवाही और बोड़ला में डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है. डायरिया से 5 बैगाओं की मौत हुई है.

एक पेड़ मां के नाम : कलेक्टर दीपक सोनी ने आंगनबाड़ी केंद्र में मां के नाम लगाया आम का पौधा…

बलौदाबाजार-    कलेक्टर दीपक सोनी आज ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान अंतर्गत ग्राम सोनपुरी स्थित आंगनबाड़ी केंद्र परिसर में अपनी मां सुमन सोनी के नाम आम का पौधा लगाया. इसके साथ ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत बेटी अरायना एवं अनाइशा के नाम आवला व बरगद के पौधे लगाए. इस दौरान उन्होंने महिलाओं और बच्चों को जल संचय के लिए शपथ भी दिलाई. 

कलेक्टर दीपक सोनी का ग्राम सोनपुरी स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में पहुंचने पर बच्चों ने गुलदस्ते के साथ स्वागत किया. केंद्र में कलेक्टर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से केंद्र में मिलने वाले पूरक पोषण आहार, कुपोषित बच्चों की संख्या आदि की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने खेल-खेल में पढ़ाई के साथ बच्चों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने के लिए पालकों को जागरूक करने कहा.

कलेक्टर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशानुरूप प्रदेश में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पेड़ लगाए जा रहे है. इसी तारतम्य में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत बेटियों के सम्मान में भी पौधे लगाए जा रहे है. उन्होंने जिलेवासियों से अपील की कि वे भी अपनी मां और बेटियों के नाम से पौधे जरूर लगाएं.

कार्यक्रम के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी टिकवेन्द्र जाटवर, सहायक जिला अधिकारी आदित्य शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.

छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने 21 जिलों के लिए जारी किया अलर्ट

रायपुर- छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. प्रदेश के 21 जिलों के कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है. अगले 24 घंटे उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा, बलरामपुर और जशपुर के लिए ऑरेंज अलर्ट एवं 19 जिलों में 48 घंटों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.

जशपुर, सूरजपुर, गौरेला पेंड्रा मारवाही, बिलासपुर, रायगढ़, सारंगढ़, बिलाईगढ़, सक्ती, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर, बलौदाबाजार, गरियाबंद, धमतरी, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर के कुछ स्थान के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.

प्रदेश में अब तक औसत से 31 फीसदी कम हुई बारिश

पिछले 24 घंटे में प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश कोरबा जिले में 95 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई है. वहीं सरगुजा जिले में 75.7 मिमी, बलरामपुर जिले में 70, दंतेवाड़ा में 63.1, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में 47.9 मिलीमीटर बारिश हुई है। प्रदेश में अब तक औसत से 31 फीसदी बारिश कम हुई है.

*16 वें वित्त आयोग के अध्यक्ष सहित सदस्यों ने पंचायत प्रतिनिधियों से की चर्चा



रायपुर-   16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया और आयोग के सदस्यों ने पंचायत प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए पंचायतों के तेजी से समग्र विकास का खांका खींचा। बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर कलेक्टोरेट के प्रेरणा कक्ष में आयोजित बैठक में पंचायत प्रतिनिधियों ने बस्तर के विकास के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

पंचायत प्रतिनिधियों के सुझावों पर वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री पनगढ़िया ने कहा कि 16 वें वित्त आयोग का कार्यकाल 2026-27 से 2030-31 तक प्रभावी रहेगा l इस अवधि को ध्यान में रख कर स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरुप हमें विकास की आगामी कार्ययोजना तैयार करना है। उन्होंने बस्तर के पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सुझावों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यहां जो सुझाव दिए गए हैं, वे सभी वित्त आयोग के कार्यक्षेत्र से संबंधित हैं तथा इन पर निश्चित ही कार्यवाही की जाएगी। पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा जनसरोकार से जुड़े ऐसे मुद्दों पर बात की गई, जिनका यथासंभव समाधान करने का प्रयास किया जाएगा।

बस्तर जिला पंचायत अध्यक्ष वेदवती कश्यप ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि 15 वें वित्त आयोग अन्तर्गत 90 प्रतिशत जनसंख्या एवं 10 प्रतिशत क्षेत्रफल के आधार पर आवंटन जारी किया जाता है। बस्तर जिला अन्तर्गत ग्राम पंचायतों में आश्रित ग्राम एवं पारा दूर-दूर तक फैले हुए हैं, इस कारण क्षेत्रफल को ध्यान में रखते हुए 16 वें वित्त आयोग अन्तर्गत 70 प्रतिशत जनसंख्या एवं 30 प्रतिशत क्षेत्रफल के आधार पर आबंटन प्रदाय किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा हमारा बस्तर संस्कृति से भरपूर है,चाहे देवगुड़ी हो. मेला, मंडई हो. बस्तर में इसकी अत्यधिक मान्यता है। इसे ध्यान में रखते हुए देवगुड़ी, मेला, मंडई एवं खेलकूद क्षेत्र के लिए भी आबंटन का प्रावधान किया जाना चाहिए।

बस्तर जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप ने कहा बस्तर में पेसा एक्ट लागू होने के साथ-साथ नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। 16 वें वित्त आयोग अन्तर्गत जनसंख्या, क्षेत्रफल के साथ-साथ नक्सल एवं पेसा जिले को अतिरिक्त आबंटन प्रदान करने की बात कही। साथ ही बस्तर की अधिकांश आबादी इन वन क्षेत्र में रहती है तथा अधिकांश आदिवासियों के आय का मुख्य स्त्रोत लघु वनोपज होता है। लघु वनोपज की सामग्री को वैल्यू एडिशन कर सह उत्पाद की श्रेणी में लाने की व्यवस्था करने हेतु अतिरिक्त आबंटन की व्यवस्था की जानी चाहिए।

इसके साथ ही अन्य पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा बस्तर जिले में पथरीली एवं पहाड़ी जमीन को देखते हुए कृषि एवं सिंचाई क्षेत्र में कार्य करने के लिए, पेयजल एवं स्वच्छता के सेक्टर की बाध्यता को समाप्त कर अन्य 09 थीम से सेक्टर चुनने की स्वतंत्रता प्रदान करने, ऑनलाईन भुगतान प्रणाली के सरलीकरण, किसानों को सामूहिक फेंसिंग एवं नलकूप की स्थापना हेतु सहायता प्रदान करने, प्राकृतिक आपदा की स्थिति में तत्काल सहायता देने, ग्राम पंचायतों में अधोसंरचनाओं के विकास हेतु आश्रित ग्रामों के आधार पर आबंटन प्रदान करने के संबंध में सुझाव दिए गए। पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा अंचल के जनजाति संस्कृति के आस्था केन्द्र देवगुड़ी, मातागुड़ी, मृतक स्मारकों का संरक्षण करने, पर्यटन स्थलों में सुविधाओं का विकास करने के संबंध में भी सुझाव दिए गए। इसके साथ ही आधुनिक सूचना तकनीक के माध्यम से लोगों को त्वरित सेवा प्रदान करने के लिए भी आवश्यक उपकरण एवं मानव संसाधन उपलब्ध कराने के सुझाव दिए भी गए। पुलिस महानिरीक्षक सुंदरदाज पी ने इस दौरान वामपंथियों से हुई जनहानि के साथ ही क्षेत्र के विकास में पड़े विपरीत प्रभाव के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने इसके साथ ही इस समस्या के निदान के लिए बनाई गई रणनीतियों के संबंध में भी बताया तथा क्षेत्र की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य, मूलभूत संरचना के लिए तेजी से कार्य किए जाने हेतु अतिरिक्त आर्थिक सहायता के संबंध में आयोग के समक्ष अपनी प्रस्तुति दी।

कलेक्टर विजय दयाराम के. ने इस अवसर पर बस्तर की भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक परिस्थितियों से अवगत कराते हुए वामपंथी उग्रवाद, तकनीकी, प्रशासनिक, आर्थिक भौगोलिक चुनौतियों के संबंध में भी जानकारी दी। उन्होंने पंचायतों के आय के रुप में वित्त आयोग के अनुदान को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने इसके साथ ही विगत वित्त आयोगों की राशि से बस्तर में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के संबंध में जानकारी भी दी तथा बस्तर में तेजी से विकास हेतु मानव संसाधन, सूचना तकनीकी उपकरण, अंचल के लिए विशेष सहायता तथा जनजातीय कल्याण के कार्य को प्राथमिकता दिए जाने पर जोर दिया।

अध्यक्ष ने प्रजेंटेशन की प्रशंसा कर व्यवस्थाओं को सराहा

केंद्रीय वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ अरविंद पनगढ़िया ने जिला एवं पुलिस प्रशासन द्वारा दी गई पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन की खूब प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रजेंटेशन पूरी तरह से स्थानीय आधारभूत जरुरतों पर केंद्रित कर तैयार किया गया था। प्रजेंटेशन से बस्तर को समझने के साथ ही विकास के आगे बढ़ाने वाले कदमों की जानकारी भी मिलती है। इसके साथ ही उन्होंने आउटकम डाटा को भी जिला स्तर में संग्रहण संबंधी महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। उन्होंने इसके साथ ही आयोग के अध्ययन भ्रमण हेतु बेहतर व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए इस दौरान जिला प्रशासन तथा स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों की सहभागिता को बस्तर के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया।

कलेक्टोरेट परिसर में किया वृक्षारोपण

इस अवसर पर 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया सहित उपस्थित सदस्यों ने कलेक्टोरेट परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण किया। यहां आम, कदम, खम्हार आदि पौधे लगाए गए। इस दौरान आयोग के सदस्य अजय नारायण झा, एनी जॉर्ज मैथ्यू, डॉ. मनोज पाण्डा, डॉ.सौम्यकांति घोष तथा आयोग के सचिव ऋत्विक पाण्डेय, संयुक्त सचिव कमल कुमार मिश्रा, संयुक्त संचालक राघवेन्द्र सिंह, कमिश्नर श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

केंद्रीय वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया तथा वित्तआयोग के सदस्यों को स्वामी विवेकानंद विमानतल पर स्मृति चिन्ह भेंट कर दी गई बिदाई

रायपुर-  वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया तथा आयोग के अन्य सदस्यों को नई दिल्ली रवाना होने के पहले रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पर प्रतीक चिन्ह भेंट कर बिदाई दी गई। इस अवसर पर वित्त सचिव मुकेश बंसल, एनआरडीए के सीईओ सौरभ कुमार, कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, नगरीय विकास विभाग के संचालक कुंदन कुमार, वित्त कोष लेखा विभाग के संचालक महादेव कावरे सहित अन्य अधिकरी उपस्थित थे।

संविधान हत्या दिवस’ पर कांग्रेस को आपत्ति, कहा- यह बाबा साहब का अपमान…

रायपुर- केंद्र द्वारा “संविधान की हत्या” दिवस घोषित करने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है. कांग्रेस संचार सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीजेपी ने संविधान के साथ हत्या शब्द जोड़कर बाबा साहब का अपमान किया है. संविधान को खत्म करने और बदलने की साजिश बीजेपी कर रही है. भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं देकर देश की जनता ने संविधान को बचा लिया.

कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने साय मंत्रिमंडल के अयोध्या दर्शन की तुलना कालनेमी से की है. उन्होंने कहा कि यह कालनेमी के समान भक्ति हैं. भाजपा का प्रोपोगेंडा है. भाजपा सरकार बने 6 माह हो गए, लेकिन अब तक चंदखुरी नहीं गए.

भाजपा सरकार ने राम वन गमन परिपथ का काम रोक दिया.

रामविचार नेताम के कांग्रेस में जूतमपैजार के आरोप पर सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रामविचार नेताम भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, मुख्यमंत्री से भी सीनियर हैं, फिर भी उनकी उपेक्षा हो रही है, इससे वे फ्रस्टेट हो गए हैं. उलूल-जुलूल बयानबाजी करना उनकी आदत हो गई है.

वहीं प्रदेश में निकाय चुनाव की सुगबुगाहट के बीच कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव में प्रत्याशी चयन के लिए कांग्रेस सर्वे करवाएगी.

उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय चुनाव में 3000 से अधिक वार्ड हैं. स्थानीय स्तर के नेताओं की भूमिका वहां के चयन में महत्वपूर्ण रहेगी. उनकी अनुशंसा पर ही प्रत्याशी चयनित होंगे. प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है, लेकिन नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए निचले स्तर के नेताओं को निर्देशित कर दिया गया है.