Jun 29 2024, 18:20
स्वीट कॉर्न एवं बेबी कॉर्न की तकनीकी खेती को बढ़ावा देने के सेमिनार का आयोजन
जिला पदाधिकारी श्री कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में स्वीट कॉर्न एवं बेबी कॉर्न की तकनीकी खेती और बढ़ावा देने के लिए युवा प्रगतिशील किसान एवं संबंधित पदाधिकारियों के साथ परिचर्चा का आयोजन समाहरणालय स्थित प्रज्ञान सभागार में आयोजित किया गया।
इस परिचर्चा में उप विकास आयुक्त श्रीमती साहिला,जिला कृषि पदाधिकारी एवं सहायक निदेशक शष्य,प्रक्षेत्र ,सभी अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, एटम, बीटीएम, किसान सलाहकार,स्टार्टअप पूर्णिया के प्रतिनिधिगण तथा यूनियन बैंक के प्रबंधक द्वारा भाग लिया गया।
परिचर्चा के दौरान जिलाधिकारी महोदय द्वारा अपने संबोधन में सभी किसानों से कहा गया कि इस परिचर्चा का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय को बढ़ाना, नए युवा वर्ग को कृषि के प्रति प्रोत्साहित करना, नए युवा वर्ग को कृषि उद्यमी की ओर बढ़ावा देना है। जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा नवाचारी युवा प्रगतिशील किसानों से खेती किसानी के बारे में फीडबैक लिया गया। इसी क्रम में प्रखंड पूर्णिया पूर्व के पंचायत चांदी के युवा प्रगतिशील किसान श्री शशि भूषण द्वारा बताया गया कि एक एकड़ में स्वीट कॉर्न की खेती से मुझे दुगना मुनाफा हुआ है। इसकी खेती साल में तीन बार होती है। स्वीट कॉर्न के हरा चारा पशुओं के उपयोग में लाने से 2 लीटर दूध की वृद्धि पाई गई है। इसी प्रकार प्रखंड रुपौली के पंचायत घूरनारटीका पट्टी के युवा प्रगतिशील किसान श्री मिथिलेश कुमार द्वारा बताया गया कि प्रथम बार स्वीट कॉर्न की खेती कर स्थानीय बाजार में बेचा तो मुझे लागत से दोगुना मुनाफा हुआ है। इसी प्रकार बनमनखी के प्रगतिशील किसान द्वारा बताया गया कि स्ट्रॉबेरी एवं रजनीगंधा फूल, काला हल्दी, अदरक की खेती करता हूं। स्ट्रॉबेरी की एक एकड़ में खेती करने से मुझे साल में 3 लाख की आमदनी हुआ है। परिचर्चा के क्रम में सहायक निदेशक शष्य, प्रक्षेत्र पूर्णिया द्वारा बताया गया कि स्वीट कॉर्न की खेती के लिए 149 एकड़ एवं बेबी कॉर्न की खेती के लिए 140 एकड़ में विभाग द्वारा लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा परिचर्चा के क्रम में कृषकों से कहा गया कि जिला प्रशासन द्वारा बड़ा अभियान चलाया जा रहा है कि किसानों की कठिनाइयों को दूर किया जा सके। जिलाधिकारी महोदय द्वारा कहा गया कि पदाधिकारी एवं किसान तथा फूड प्रोसेसिंग वाले उद्यमी हम सब मिलकर पूर्णिया को नेशनल स्तर पर ले जा सकते हैं। हम सभी को समन्वय बनाकर काम करना होगा। जिले में ड्रैगन फ्रूट की खेती 50 एकड़ में किसानों द्वारा किया जा रहा हैं। जिससे एक एकड़ में 5 लख रुपए की आमदनी किसानों को हो रही हैं। मखाना की खेती पर प्रकाश डालते हुए जिलाधिकारी महोदय द्वारा कहा गया कि यहां के उद्यमियों द्वारा मखाना जापान एवं ऑस्ट्रेलिया में भेजा जा रहा है।
जिसे किसानों के आमदनी में बढ़ोतरी हो रही है। नई सोच एवं जज्बा के साथ खेती करें। मखाना,स्वीट कॉर्न,बेबी कॉर्न, ड्रैगन फ्रूट,स्ट्रॉबेरी एवं औषधि की खेती के लिए यहां की जमीन उपयुक्त है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा किसानों से अपील किया गया कि 80% जमीन पर पारंपरिक खेती तथा 20% जमीन पर अधिक मूल्य देने वाले फसलों की खेती करें जिससे कम लागत एवं कम अवधि में अधिक मुनाफा होगा। प्रगतिशील युवा वर्ग के किसानों को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा और उद्योग को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा पर चर्चा के क्रम में कहा गया कि स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न,मशरूम,स्ट्रॉबेरी, ड्रैगन फ्रूट एवं वेजीटेरियन फ्रूट पर काम करने की जरूरत है। यदि कोई भी जुआ खेती किसानी करना चाहते हैं तो उन्हें जिला प्रशासन द्वारा सहयोग दिया जाएगा। जिले में ड्रैगन फ्रूट की खेती 50 एकड़ में किसानों द्वारा किया जा रहा है जिससे एक एकड़ में 5 लख रुपए की आमदनी किसानों को हो रही है
Jun 30 2024, 09:44