लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद कल शुक्रवार को नीतीश कैबिनेट की होगी बैठक, लिए जा सकते है कई अहम फैसले

डेस्क : लोकसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही आचार संहिता भी समाप्त हो गई है। आचार संहिता खत्म होने के बाद अब एकबार फिर से राज्य सरकार विकास के कार्यों में तेजी लाने के प्रयास में जुटी गई है। लंबे समय बाद कल यानी शुक्रवार 14 जून को बिहार की नीतीश सरकार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में कई अहम एजेंडों पर मुहर लगने की संभावना है।

बता दें इससे पहले 18 मार्च को कैबिनेट की बैठक बुलाई गई थी। हालांकि उससे पहले ही लोकसभा चुनाव का एलान हो गया था। इस बैठक में पहले से चल रही योजनाओं और स्कीमों के लिए राशि को रिलीज किया गया था। किसी भी तरह की नए प्रस्ताव कैबिनेट की इस बैठक में नहीं लाए गए थे। मुख्य रूप से आखिरी बार 15 मार्च को कैबिनेट बुलाई गई थी, जिसमें विभिन्न विभागों से जुड़े कुल 108 एजेंडों पर मंत्रिमंडल की मुहर लगी थी।

लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी। आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण किसी भी तरह की नई योजनाओं पर काम पूरी तरह से बंद हो गया था। लेकिन अब जब चुनाव खत्म हो गए हैं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है।

मुख्य सचिवालय स्थित कैबिनेट कक्ष में शाम साढ़े चार बजे मुख्यमंत्री कैबिनेट की बैठक करेंगे। इस बैठक में उन सभी प्रस्तावों पर मंत्रिपरिषद की बैठक में मुहर लगने की संभावना है, जो लोकसभा चुनाव के कारण रुक गए थे। कैबिनेट की बैठक में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के अलावा अन्य सभी विभागों के मंत्री शामिल होंगे।

आज ही के दिन लोजपा हुई थी दो फाड़, आज लोजपा (आर) के सभी नव निर्वाचित सांसदों ने एकजुट होकर पार्टी को आगे बढ़ाने का लिया शपथ

डेस्क : लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो चिराग पासवान के लिए 13 जून खास तारीख है। इस दिन को वे कभी नहीं भूल सकते। लोकसभा चुनाव 2019 में चिराग पासवान के पिता रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा ने बिहार में 6 संसदीय सीटों पर जीत हासिल की थी। बाद में रामविलास पासवान का निधन हो गया।

उनके निधन के बाद आज ही के दिन 13 जून 2021 को पार्टी दो भागों में बंट गई थी। चिराग के चाचा पशुपति पारस के साथ पार्टी के 5 सांसद हो लिए जबकि चिराग एक मात्र सांसद के तौर पर अकेले रह गये थे। लोजपा को धड़ों में बंटा जिसमें लोजपा (रामविलास) चिराग पासवान की पार्टी हो गई। लंबे संघर्ष के बाद लोकसभा चुनाव 2024 में चिराग की पार्टी को एनडीए में पांच सीटों पर चुनाव लड़ने का टिकट मिला। वहीं पशुपति पारस के गुट को एक भी सीट पर एनडीए ने चुनाव लड़ने को सीट नहीं दिया। वहीं चुनाव परिणाम भी चिराग के लिए शानदार रहा। उनके दल को पांच सीटों पर जीत मिली। 

लोकसभा चुनाव में बिहार में शानदार प्रदर्शन करने वाली चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) के नवनिर्वाचित सांसदों का स्वागत समारोह आज गुरुवार को दिल्ली में आयोजित हुआ। नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में पार्टी के नवनिर्वाचित सांसदों के स्वागत समारोह में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रिय मंत्री चिराग पासवान ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। बाद में सांसदों ने शपथ ली कि वे हर स्थिति में पार्टी के साथ रहेंगे। लोजपा ने अपने पुराने अनुभवों से सबक लेते हुए इस बार सांसदों से शपथ लेकर उन्हें पार्टी के साथ रहने को कहा है। 

चिराग ने अपने दल के सांसदों के साथ पार्टी को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। साथ ही सांसदों को शपथ दिलाई गई कि वे पार्टी के मूल एजेंडों को हमेशा आगे बढ़ाएंगे। साथ ही हर परिस्थिति में पार्टी का साथ देने को लेकर भी सांसदों को शपथ दिलाई गई। चिराग ने अपने सांसदों से पार्टी के प्रति समर्पित होकर रहने का संकल्प लिया। 

गौरतलब है कि लोजपा (रा) की ओर से हाजीपुर से चिराग पासवान, जमुई से उनके जीजा अरुण भारती, वैशाली से वीणा देवी, समस्तीपुर से शाम्भवी और खगड़िया से राजेश वर्मा ने जीत हासिल की है। वहीं केंद्र की मोदी मंत्रिमंडल में चिराग पासवान को केंद्रीय मंत्री बनाया गया है।

गलत नहीं किया तो तेजस्वी को डरने की जरूरत नहीं, जांच एजेंसियों को करना चाहिए पूरा सहयोग : राजीव रंजन

डेस्क : जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव यह जान लें कि जंगलराज का युग बीत चुका है। जांच एजेंसियों या सरकार के सामने दंबगई दिखाने से कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। इसलिए उन्हें एजेंसियों को पूरा सहयोग करना चाहिए।

राजीव रंजन ने कहा है कि एनडीए के राज में हर किसी को न्याय मिलता है। अगर उन्होंने गलत नहीं किया है तो डरने की जरूरत नहीं है। राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यादव को समझना चाहिए कि नौकरी के बदले जमीन घोटाले में उनकी नाबालिग रहने की दलील भी अब काम नहीं आने वाली है। 

उन्होंने कहा है कि जनता जानना चाहती है कि दो-दो बार उपमुख्यमंत्री रहने के बाद भी क्या उनमें अपनी गलतियों को सुधारने की समझ विकसित नहीं हुई है। अगर वह जमीन नहीं लौटाते हैं तो यह माना जाएगा कि उनके जानते बूझते, पूरे सुनियोजित तरीके से इस घटना को अंजाम दिया गया है।

*स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का अधिकारियों को सख्त निर्देश : अस्पतालों में अनिवार्य रुप से उपलब्ध कराएं न्यूनतम 300 दवाएं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य

डेस्क : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। भीषण गर्मी और लू से प्रभावित मरीजों का समय पर समुचित इलाज का भी निर्देश दिया। बुधवार को उन्होंने राज्य स्वास्थ्य समिति के सभागार में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित योजनाओं, भीषण गर्मी और लू से उत्पन्न समस्या की समीक्षा की। सिविल सर्जन, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और अधीक्षक एवं स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी मौजूद रहे। मंत्री ने सिविल सर्जन से कहा कि अस्पतालों में न्यूनतम 300 दवाएं अनिवार्य रूप से रहे। दवाओं की उपलब्धता की साप्ताहिक समीक्षा की जाए। दवाओं की अधियाचना, आपूर्ति, प्राप्ति एवं वितरण संबंधी कार्य ऑनलाइन बताएं ताकि ससमय सूचना प्राप्त हो। विभाग की योजनाओं में तेजी लाने के निर्देश दिए। मंत्री ने लू के कारण अस्पताल में बढ़ रहे मरीजों को लेकर पूरी तरह से सतर्क रहने का निर्देश दिया। एईएस बीमारी को लेकर भी सर्तकता बरतने को कहा। मंत्री ने राज्य में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 14 प्रकार के रैपिड डायग्नोस्टिक जांच एवं 63 प्रकार की अन्य जांच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। रोहतास, बांका, पूर्वी चंपारण, अररिया, मधुबनी, बेगूसराय, जमुई, कैमूर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, सीवान, खगड़िया, गया, सारण, पश्चिमी चम्पारण एवं मधेपुरा में शत प्रतिशत टेलीकंसल्टेशन का निर्देश दिया। समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार सिंह, बीएमएसआईसीएच के एमडी धर्मेद्र सिंह, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत, बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के सीईओ शशांक शेखर सिन्हा, अपर सचिव शैलेश कुमार, मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह, ओएसडी सतीश रंजन सिन्हा, ओएसडी रेणु कुमारी व प्रशासी पदाधिकारी राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
पटना समेत पूरा बिहार में उमस भरी गर्मी से परेशान, आज लगातार सातवें दिन इन जिलों में भीषण गर्मी का रेड अलर्ट*


डेस्क : पूरा बिहार इनदिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। आसमान से बरस रही आग से पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। इंसान तो इंसान जानवर और पशु पक्षी तक भीषण गर्मी से बेहाल है। आलम यह है कि 10 बजते-बजते पारा 42 डिग्री के पार चला जा रहा है। आलम यह है कि रात में भी भीषण उमश भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा है। बुधवार को भी दक्षिण बिहार के 15 जिले लू की चपेट में रहे और अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहा। पटना में लगातार छठे दिन अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार रहा। पटना समेत प्रदेश में गर्म पछुआ और रात में उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हैं। तीन दिनों बाद मौसम के मिजाज में बदलाव आने के साथ तापमान में गिरावट आने से राहत मिलने की संभावना है। पटना समेत प्रदेश के अधिसंख्य भागों का तापमान 41 डिग्री के ऊपर बना हुआ है। छठे दिन भी पटना का तापमान 40 डिग्री ऊपर दर्ज रहा। यह 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 44.9 डिग्री सेल्सियस के साथ औरंगाबाद प्रदेश में सबसे गर्म रहा। वहीं मौसम विभाग ने गुरुवार को पटना सहित सात जिलों में भीषण गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, 13 जिलों में उष्ण लहर का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। *यहां आज रेड अलर्ट* आज गुरुवार को पटना समेत सात जिलों बक्सर, भोजपुर, औरंगाबाद, कैमूर, रोहतास व अरवल में भीषण गर्मी व (हीट वेव) लू को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। बेगूसराय, लखीसराय, जहानाबाद, नवादा, नालंदा, सीवान और वैशाली जिले के एक या दो स्थानों पर लू चलने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वी व पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सारण, उत्तर-मध्य भागों के सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर एवं दक्षिण-पूर्व के भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, खगड़िया में गर्म व आर्द्र दिन रहने की संभावना है। सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया व कटिहार के एक या दो स्थानों पर बादल छाए रह सकते हैं।
राजद में शामिल हुए जगदानंद सिंह के छोटे बेटे अजीत सिंह, रामगढ़ से विस उपचुनाव लड़ने की चर्चा तेज

डेस्क : आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे अजीत सिंह ने जेडीयू को अलविदा कह दिया है। जेडीयू से इस्तीफा देने के बाद अब वह आरजेडी में शामिल हो गए हैं। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि अजीत सिंह अपने भाई सुधाकर सिंह की सीट से आरजेडी के टिकट पर विधानसभा का उपचुनाव लड़ सकते हैं।

दरअसल जगदानंद सिंह के विधायक बेटे सुधाकर सिंह के बक्सर से सांसद बनने के बाद रामगढ़ विधानसभा सीट रिक्त हो गया है। अब इस सीट पर उपचुनाव होने हैं। ऐसे में सुधाकर सिंह के जाने के बाद अब रामगढ़ सीट से उनके छोटे भाई अजीत सिंह को राजद से मौका मिलने की चर्चा तेज हो गई है। हालांकि सुधाकर सिंह ने अभी विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है।

बता दें लोकसभा चुनाव से पहले तक अजीत सिंह जदयू के सक्रिय सदस्य थे। चुनाव के दौरान उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद से चर्चा हो रही थी कि वह पिता के साथ राजद में अपना भविष्य तलाश रहे हैं. अब अजीत सिंह राजद में शामिल हो गए हैं। आधिकारिक तौर पर अजीत सिंह ने लालू यादव के जन्मदिन पर पटना में राजद ज्वाइन कर लिया.

वहीं पार्टी ज्वाइन करने के बाद अजीत सिंह ने जदयू पर हमला बोलते हुए कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए जेडीयू ने महागठबंधन का साथ छोड़ा था. वहीं उन्होंने आगे बताया कि मैं लगातार 15 साल से राजनीति में हूं और निरंतर लोगों की सेवा करता आ रहा हूं. ऐसे में अगर पार्टी मुझे टिकट देती है तो मेरी चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी है,लेकिन यह पार्टी पर निर्भर करता है कि वह रामगढ़ विधानसभा से किसको उम्मीदवार बनाती है।

अजीत सिंह ने कहा कि "मैं पिछले 15 सालों से पार्टी की उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते आया हूं और मैं दावा करता हूं कि रामगढ़ से चुनाव जीत कर दिखाऊंगा. मैं लोगों के सुख दुख में उनके साथ खड़ा रहता हूं और काम करवाता हूं. पार्टी ने जिसको भी टिकट दिया है उसका मैंने जमकर प्रचार किया है. इस बार पार्टी जो भी फैसला लेगी वो मान्य होगा

आईआईटी पटना में बढ़ी हुई सीटें समेत इस बार इतने सीटो पर होगा एडमिशन, एक दर्जन नए कोर्सों में शुरू की गई है पढ़ाई

डेस्क : आईआईटी पटना में बढ़ी हुई सीटें समेत इस बार 817 पर नामांकन होगा। सीट मेट्रिक्स भी जारी कर दी गई। इस सीट मैट्रिक्स में ओवरऑल गत वर्ष के मुकाबले 355 अधिक यानी 17740 सीटों पर काउंसिलिंग होगी।

वहीं पटना में 84 सीटें बढ़ाई गई हैं। इस बार पटना में 817 सीटों पर नामांकन होगा। एक दर्जन नए कोर्सों में पढ़ाई शुरू की गई है। इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस के रिजल्ट के बाद अब जोसा की ओर से काउंसिलिंग शुरू हो गई है। आवेदन लिये जाने लगे हैं। 23 आईआईटी की 295 च्वॉइस, 32 एनआईटी, 26 ट्रिपलआईटी और 40 जीएफटीआई की 570 च्वॉइस भरने के लिए दी जा रही है। इस तरह से इस वर्ष कुल 865 च्वॉइस फीलिंग की जा सकेगी। 

गौरतलब है कि गत वर्ष 23 आईआईटी की 17385 सीटों के लिए जोसा काउंसिलिंग हुई थी, इस वर्ष यह संख्या बढ़कर 17740 हो गई है। इसमें 355 सीटों का इजाफा हुआ है। इसमें आईआईटी भुवनेश्वर की 20, आईआईटी बॉम्बे की 12, खड़गपुर की 30, जोधपर में 50, गांधीनगर में 30, पटना में 84, गुवाहाटी में 10, भिलाई में 40, तिरुपति में 10 और धारवाड़ में 75 सीटों की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा आईआईटी मद्रास में गत वर्ष की तुलना में 6 सीटों की कमी आई है, जबकि आईआईटी मद्रास में डाटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की 50 सीटें बढ़ाई गई है।

मोदी कैबिनेट में मंत्री बने 8 सांसदों ने संभाला अपने मंत्रालय का कार्यभार, सभी ने गिनाई अपनी प्राथमिकता, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : केन्द्र में मंत्री बने बिहार के 8 सांसदों ने बीते बुधवार को अपने मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। वहीं कार्यभार संभालते ही सभी ने अपनी-अपनी प्रथम प्राथमिकता भी बताई। हालांकि बिहार से बने आठो मंत्रियों ने सबसे पहले एकसुर मे बिहार के विकास को सबसे पहले बताया।

हम सुप्रीमो व गया से सांसद जीतन राम मांझी ने लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय का जिम्मा संभाला। मांझी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद ज्ञापित करते हैं कि एक ऐसा मंत्रालय उन्हें दिया गया है जो भारत में गरीबों का उत्थान करने में महत्ती भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने उनसे कहा है कि यह गरीबो के उत्थान करने वाला विभाग है। जहाँ विकास की रौशनी नहीं पहुंची है वहां प्रकाश फैलेगा। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म। लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय की देश में गरीबों के कल्याण में अहम भूमिका होगी। वे अपने मंत्रालय के माध्यम से इस दिशा में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार से कुल आठ लोगो को मंत्री बनाया गया है। अगले 100 दिनों की रुपरेखा पर वे काम करेंगे।

 

इसबार एकबार फिर बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह को केन्द्र में मंत्री बनाया गया है। पदभार संभालते ही गिरिराज ने कहा कि देश-प्रदेश के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। गिरिराज ने कहा कि अभी-अभी पदभार संभाला है। कपड़ा मंत्री की भूमिका में आने पर सम्मानित और उत्साहित महसूस कर रहा हूं। यह एक ऐसा पद है जो हमारे देश की अर्थव्यवस्था, संस्कृति और विरासत के लिए बहुत महत्व रखता है। कपड़ा उद्योग केवल कपड़े और फैशन के बारे में नहीं है। यह हमारे समृद्ध इतिहास, विविध परम्पराओं और लाखों कारीगरों, श्रमिकों और व्यवसायों की उद्यमशीलता की भावना का प्रतीक है। टेक्सटाइल्स मिनिस्ट्री का कार्यभार संभालना एक ऐसी जिम्मेदारी है जिसे मैं बड़े उत्साह के साथ स्वीकार करता हूं। साथ मिलकर हम एक ऐसा भविष्य बुनेंगे जो न केवल आर्थिक रूप से मजबूत होगा, बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय रूप से भी जिम्मेदार होगा। हमारी आगे की यात्रा अवसरों से भरी हुई है और मुझे विश्वास है कि सामूहिक प्रयास से हम उल्लेखनीय मील के पत्थर हासिल करेंगे।

 

जदयू कोटे से पहली बार केन्द्र में मंत्री बने राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को पंचायती राज और मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय मिला है। ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों से देश में काम हो रहा है। केन्द्र सरकार की प्राथमिकताएं भी तय हैं। जो भी काम चल रहे हैं, वह आगे भी जारी रहेंगे। कहा विभाग ने जो लक्ष्य तय किया है योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचे, उसे सुनिश्चित कराया जाएगा। ललन सिंह ने यह भी कहा कि कोई व्यक्तिगत प्राथमिकता नहीं होती है। उक्त सभी आम लोगों के साथ जुड़े हुए विभाग हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जो लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं, उन्हें प्राप्त करना है। पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी में देश में काफी संभावनाएं हैं और उन सभी पर काम पहले से चल रहे हैं।

लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने कहा है कि किसान उनकी पहली प्राथमिकता में हैं। वे किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर काम करेंगे। इसके अलावा उनका लक्ष्य भारत को इस सेक्टर में शीर्ष पर पहुंचाना होगा।

जदयू कोटे कृषि एवं किसान कल्याण केंद्रीय राज्य मंत्री बने रामनाथ ठाकुर ने कहा है कि देशभर के किसानों की हालात में सुधार सुनिश्चित होगा। इसको लेकर समीक्षा मंगलवार से ही शुरू हो गयी है। सरकार द्वारा चलायी जा रही सभी योजनाओं को शत-प्रतिशत लाभ किसानों तक हम जरूर पहुंचाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों की आमदनी बढ़े, उनकी स्थिति बेहतर हो, इसके लिए नयी-नयी योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू करना होगा तो वह भी किया जाएगा। बिहार मेरी जन्मभूमि और मेरा कार्यक्षेत्र है। यहां के किसानों से मिलता-जुलता रहता हूं। ऐसे में बिहार के किसानों की समस्याओं के समाधान और उनके आर्थिक उन्नयन को लेकर मेरा विशेष ध्यान रहेगा। श्री ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पद की शपथ लेते ही किसानों के लिए बड़ी राशि जारी की है। प्रधानमंत्री की प्राथमिकताओं में भी कृषि और किसान शामिल हैं। किसानों के विकास को लेकर जो भी कदम उठाने की आवश्यकता होगी, उसको लेकर हम प्रधानमंत्री से भी बात करेंगे।

लगातार दूसरी बार केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के तौर पर नित्यानंद राय ने मंगलवार को पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण करने के बाद सोशल मीडिया एक्स पर नित्यानंद राज ने गृह मंत्री अमित शाह का पुन देश के गृह मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के क्रम में स्वागत किया। उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में पुन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के रूप में काम करने का अवसर मिला। मैंने गृह राज्यमंत्री के रूप में कार्य प्रभार ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि मुझ पर फिर से विश्वास जताने के लिए प्रधानमंत्री का हृदय से बहुत-बहुत आभार।

केन्द्रीय कोयला और खान राज्यमंत्री सतीश चंद्र दूबे ने मंगलवार को पदभार ग्रहण कर लिया। पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा कि देश की सेवा करना ही उनकी पहली प्राथमिकता होगी। सतीश चंद्र दूबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुझ पर भरोसा किया है। इसके लिए मैं उनके प्रति आभार प्रकट करता हूं। इसके अलावा पार्टी ने मुझे इस लायक समझा कि मुझे मंत्री बनाया। इसके लिए पार्टीजनों के प्रति भी आभार प्रकट करता हूं। मुझे कोयला और खान मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाया गया है। यह एक अहम मंत्रालय है। बिजली के अलावा अन्य औद्योगिक इकाईयों में कोयले का उपयोग होता है। इस नाते देश की औद्योगिक व्यवस्था को बेहतर बनाए रखना मेरी जिम्मेवारी है। बिजली तो हर घर से जुड़ी हुई है। इसलिए बिजली औद्योगिक इकाईयों को अनवरत रूप से कोयला मिलते रहे, सरकार की यह पूरी कोशिश रहेगी।

पहली बार मुजफ्फरपुर से सांसद व केन्द्र में मंत्री बने डॉ. राजभूषण चौधरी ने केन्द्रीय जलशक्ति राज्यमंत्री के रुप मंगलवार को पदभार ग्रहण कर लिया। पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा कि देश के साथ ही बिहार की सेवा करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। केन्द्रीय राज्यमंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि अभी-अभी मंत्री पद संभाला है। विभाग को समझने का प्रयास कर रहा हूं। पहले दिन विभाग की ओर से संचालित योजनाओं की समीक्षा की है। समझने की कोशिश कर रहा हूं कि इस विभाग के माध्यम से देश की सेवा कैसे की जा सकती है। किन योजनाओं से देश को लाभ होगा। इसके साथ ही यह भी समझने की कोशिश कर रहा हूं कि बिहार को इस मंत्रालय से कैसे लाभ होगा। बिहार के साथ-साथ मुजफ्फरपुर को कैसे हम लाभ पहुंचा सकते हैं, इस पर भी कार्य करूंगा। केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की स्पष्ट सोच है कि देश के साथ-साथ बिहार को भी विकसित बनाया जाए। इसमें मेरा मंत्रालय क्या भूमिका निभा सकता है, इस दिशा में काम करूंगा।

बिहार में जमीन की रजिस्ट्री का चालान कटाने के लिए अब दफ्तरो का नहीं लगाना पड़ेगा चक्कर, घर बैठे ऑनलाइन कटा सकेंगे चालान

डेस्क : बिहार में जमीन की रजिस्ट्री कराने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। जल्द ही उन्हें जमीन रजिस्ट्री का चालान कटाने के लिए कार्यालयों का चक्कर लगाने से निजात मिलने वाला है। वे घर बैठे ऑनलाइन जमीन की रजिस्ट्री का चालान कटा सकेंगे। 

दरअसल बिहार सरकार जमीन निबंधन में आने वाली परेशानी को देखते हुए निबंधन पोर्टल में कई अहम बदलाव करने जा रही है। अब लोग जमीन निबंधन के लिए चालान घर बैठे जमा कर सकेंगे। साथ ही टोकन भी घर से ही ले सकेंगे। इस प्रक्रिया के लिए अब निबंधन कार्यालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे जुड़ी तमाम प्रक्रिया ऑनलाइन होने के साथ ही इतनी सरल हो जाएगी कि कोई भी इसका लाभ खुद प्राप्त कर सकता है।

निबंधन विभाग अपनी वेबसाइट में कई सुविधाएं लोगों को मुहैया कराने जा रहा है। विभागीय स्तर पर अंतिम दौर का परीक्षण चल रहा है। लोगों की प्रतिक्रिया के आधार पर कुछ बदलाव भी किए जा रहे हैं। विभाग की तैयारी है कि अगले माह से ये सुविधाएं लोगों को मिलने लगेे।

रजिस्ट्री कराने में लगेगा कम समय 

यह सुविधा शुरु हो जाने के बाद निबंधन विभाग की वेबसाइट में नए बदलाव होने और इसकी क्षमता बढ़ाने से लोगों को निबंधन कार्य में कम समय लगेंगे। अभी टोकन नंबर में एक सप्ताह या इससे अधिक की भी वेटिंग मिलती है। वेटिंग की फेहरिस्त छोटी हो जाएगी।

अब ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम से दर्ज होगी शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों और बच्चों की उपस्थिति, शिक्षा विभाग के ACS ने जारी किया आदेश

 

डेस्क : बिहार के सरकारी स्कूल में अब प्रतिदिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से नही अब ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम से शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों और बच्चों की उपस्थिति ली जाएगी। शिक्षक-प्रधानाध्यापक 25 जून से आने और जाने के समय इस एप पर उपस्थिति दर्ज करेंगे। वहीं, दूसरे चरण में बच्चों की रोज की उपस्थिति भी इस एप से प्राप्त की जाएगी। बच्चों की उपस्थिति प्राप्त करने के लिए सभी सरकारी स्कूलों में टैबलेट कंप्यूटर उपलब्ध कराया जाएगा।

इसको लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने मंगलवार को सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र जारी किया है। पत्र में कहा गया है कि प्रतिदिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति के आंकड़े प्राप्त करने की व्यवस्था को बंद कर दी गयी है। नयी व्यवस्था के तहत प्रधानाध्यापक और शिक्षक गूगल प्ले स्टोर से ई-शिक्षाकोष ऐप को अपने मोबाइल पर डाउनलोड करेंगे। 

सभी अपने शिक्षक आईडी से एप पर लॉग-इन करेंगे। जिन शिक्षकों के पास पूर्व से शिक्षक आईडी उपलब्ध नहीं है अथवा भूल गये हैं, वो अपने प्रधानाध्यापक से संपर्क कर इसे प्राप्त कर सकते हैं। ई-शिक्षाकोष एप में लॉग-इन करने के बाद डैसबोर्ड पर अंकित ‘मार्क अटेंडेंस’ बटन को क्लिक करेंगे। स्कूल के 500 मीटर के दायरे में ही यह एप काम करेगा।