आईआईटी पटना में बढ़ी हुई सीटें समेत इस बार इतने सीटो पर होगा एडमिशन, एक दर्जन नए कोर्सों में शुरू की गई है पढ़ाई

डेस्क : आईआईटी पटना में बढ़ी हुई सीटें समेत इस बार 817 पर नामांकन होगा। सीट मेट्रिक्स भी जारी कर दी गई। इस सीट मैट्रिक्स में ओवरऑल गत वर्ष के मुकाबले 355 अधिक यानी 17740 सीटों पर काउंसिलिंग होगी।

वहीं पटना में 84 सीटें बढ़ाई गई हैं। इस बार पटना में 817 सीटों पर नामांकन होगा। एक दर्जन नए कोर्सों में पढ़ाई शुरू की गई है। इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस के रिजल्ट के बाद अब जोसा की ओर से काउंसिलिंग शुरू हो गई है। आवेदन लिये जाने लगे हैं। 23 आईआईटी की 295 च्वॉइस, 32 एनआईटी, 26 ट्रिपलआईटी और 40 जीएफटीआई की 570 च्वॉइस भरने के लिए दी जा रही है। इस तरह से इस वर्ष कुल 865 च्वॉइस फीलिंग की जा सकेगी। 

गौरतलब है कि गत वर्ष 23 आईआईटी की 17385 सीटों के लिए जोसा काउंसिलिंग हुई थी, इस वर्ष यह संख्या बढ़कर 17740 हो गई है। इसमें 355 सीटों का इजाफा हुआ है। इसमें आईआईटी भुवनेश्वर की 20, आईआईटी बॉम्बे की 12, खड़गपुर की 30, जोधपर में 50, गांधीनगर में 30, पटना में 84, गुवाहाटी में 10, भिलाई में 40, तिरुपति में 10 और धारवाड़ में 75 सीटों की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा आईआईटी मद्रास में गत वर्ष की तुलना में 6 सीटों की कमी आई है, जबकि आईआईटी मद्रास में डाटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की 50 सीटें बढ़ाई गई है।

मोदी कैबिनेट में मंत्री बने 8 सांसदों ने संभाला अपने मंत्रालय का कार्यभार, सभी ने गिनाई अपनी प्राथमिकता, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : केन्द्र में मंत्री बने बिहार के 8 सांसदों ने बीते बुधवार को अपने मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। वहीं कार्यभार संभालते ही सभी ने अपनी-अपनी प्रथम प्राथमिकता भी बताई। हालांकि बिहार से बने आठो मंत्रियों ने सबसे पहले एकसुर मे बिहार के विकास को सबसे पहले बताया।

हम सुप्रीमो व गया से सांसद जीतन राम मांझी ने लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय का जिम्मा संभाला। मांझी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद ज्ञापित करते हैं कि एक ऐसा मंत्रालय उन्हें दिया गया है जो भारत में गरीबों का उत्थान करने में महत्ती भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने उनसे कहा है कि यह गरीबो के उत्थान करने वाला विभाग है। जहाँ विकास की रौशनी नहीं पहुंची है वहां प्रकाश फैलेगा। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म। लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय की देश में गरीबों के कल्याण में अहम भूमिका होगी। वे अपने मंत्रालय के माध्यम से इस दिशा में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार से कुल आठ लोगो को मंत्री बनाया गया है। अगले 100 दिनों की रुपरेखा पर वे काम करेंगे।

 

इसबार एकबार फिर बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह को केन्द्र में मंत्री बनाया गया है। पदभार संभालते ही गिरिराज ने कहा कि देश-प्रदेश के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। गिरिराज ने कहा कि अभी-अभी पदभार संभाला है। कपड़ा मंत्री की भूमिका में आने पर सम्मानित और उत्साहित महसूस कर रहा हूं। यह एक ऐसा पद है जो हमारे देश की अर्थव्यवस्था, संस्कृति और विरासत के लिए बहुत महत्व रखता है। कपड़ा उद्योग केवल कपड़े और फैशन के बारे में नहीं है। यह हमारे समृद्ध इतिहास, विविध परम्पराओं और लाखों कारीगरों, श्रमिकों और व्यवसायों की उद्यमशीलता की भावना का प्रतीक है। टेक्सटाइल्स मिनिस्ट्री का कार्यभार संभालना एक ऐसी जिम्मेदारी है जिसे मैं बड़े उत्साह के साथ स्वीकार करता हूं। साथ मिलकर हम एक ऐसा भविष्य बुनेंगे जो न केवल आर्थिक रूप से मजबूत होगा, बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय रूप से भी जिम्मेदार होगा। हमारी आगे की यात्रा अवसरों से भरी हुई है और मुझे विश्वास है कि सामूहिक प्रयास से हम उल्लेखनीय मील के पत्थर हासिल करेंगे।

 

जदयू कोटे से पहली बार केन्द्र में मंत्री बने राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को पंचायती राज और मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय मिला है। ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों से देश में काम हो रहा है। केन्द्र सरकार की प्राथमिकताएं भी तय हैं। जो भी काम चल रहे हैं, वह आगे भी जारी रहेंगे। कहा विभाग ने जो लक्ष्य तय किया है योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचे, उसे सुनिश्चित कराया जाएगा। ललन सिंह ने यह भी कहा कि कोई व्यक्तिगत प्राथमिकता नहीं होती है। उक्त सभी आम लोगों के साथ जुड़े हुए विभाग हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जो लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं, उन्हें प्राप्त करना है। पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी में देश में काफी संभावनाएं हैं और उन सभी पर काम पहले से चल रहे हैं।

लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने कहा है कि किसान उनकी पहली प्राथमिकता में हैं। वे किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर काम करेंगे। इसके अलावा उनका लक्ष्य भारत को इस सेक्टर में शीर्ष पर पहुंचाना होगा।

जदयू कोटे कृषि एवं किसान कल्याण केंद्रीय राज्य मंत्री बने रामनाथ ठाकुर ने कहा है कि देशभर के किसानों की हालात में सुधार सुनिश्चित होगा। इसको लेकर समीक्षा मंगलवार से ही शुरू हो गयी है। सरकार द्वारा चलायी जा रही सभी योजनाओं को शत-प्रतिशत लाभ किसानों तक हम जरूर पहुंचाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों की आमदनी बढ़े, उनकी स्थिति बेहतर हो, इसके लिए नयी-नयी योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू करना होगा तो वह भी किया जाएगा। बिहार मेरी जन्मभूमि और मेरा कार्यक्षेत्र है। यहां के किसानों से मिलता-जुलता रहता हूं। ऐसे में बिहार के किसानों की समस्याओं के समाधान और उनके आर्थिक उन्नयन को लेकर मेरा विशेष ध्यान रहेगा। श्री ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पद की शपथ लेते ही किसानों के लिए बड़ी राशि जारी की है। प्रधानमंत्री की प्राथमिकताओं में भी कृषि और किसान शामिल हैं। किसानों के विकास को लेकर जो भी कदम उठाने की आवश्यकता होगी, उसको लेकर हम प्रधानमंत्री से भी बात करेंगे।

लगातार दूसरी बार केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के तौर पर नित्यानंद राय ने मंगलवार को पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण करने के बाद सोशल मीडिया एक्स पर नित्यानंद राज ने गृह मंत्री अमित शाह का पुन देश के गृह मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के क्रम में स्वागत किया। उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में पुन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के रूप में काम करने का अवसर मिला। मैंने गृह राज्यमंत्री के रूप में कार्य प्रभार ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि मुझ पर फिर से विश्वास जताने के लिए प्रधानमंत्री का हृदय से बहुत-बहुत आभार।

केन्द्रीय कोयला और खान राज्यमंत्री सतीश चंद्र दूबे ने मंगलवार को पदभार ग्रहण कर लिया। पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा कि देश की सेवा करना ही उनकी पहली प्राथमिकता होगी। सतीश चंद्र दूबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुझ पर भरोसा किया है। इसके लिए मैं उनके प्रति आभार प्रकट करता हूं। इसके अलावा पार्टी ने मुझे इस लायक समझा कि मुझे मंत्री बनाया। इसके लिए पार्टीजनों के प्रति भी आभार प्रकट करता हूं। मुझे कोयला और खान मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाया गया है। यह एक अहम मंत्रालय है। बिजली के अलावा अन्य औद्योगिक इकाईयों में कोयले का उपयोग होता है। इस नाते देश की औद्योगिक व्यवस्था को बेहतर बनाए रखना मेरी जिम्मेवारी है। बिजली तो हर घर से जुड़ी हुई है। इसलिए बिजली औद्योगिक इकाईयों को अनवरत रूप से कोयला मिलते रहे, सरकार की यह पूरी कोशिश रहेगी।

पहली बार मुजफ्फरपुर से सांसद व केन्द्र में मंत्री बने डॉ. राजभूषण चौधरी ने केन्द्रीय जलशक्ति राज्यमंत्री के रुप मंगलवार को पदभार ग्रहण कर लिया। पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा कि देश के साथ ही बिहार की सेवा करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। केन्द्रीय राज्यमंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि अभी-अभी मंत्री पद संभाला है। विभाग को समझने का प्रयास कर रहा हूं। पहले दिन विभाग की ओर से संचालित योजनाओं की समीक्षा की है। समझने की कोशिश कर रहा हूं कि इस विभाग के माध्यम से देश की सेवा कैसे की जा सकती है। किन योजनाओं से देश को लाभ होगा। इसके साथ ही यह भी समझने की कोशिश कर रहा हूं कि बिहार को इस मंत्रालय से कैसे लाभ होगा। बिहार के साथ-साथ मुजफ्फरपुर को कैसे हम लाभ पहुंचा सकते हैं, इस पर भी कार्य करूंगा। केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की स्पष्ट सोच है कि देश के साथ-साथ बिहार को भी विकसित बनाया जाए। इसमें मेरा मंत्रालय क्या भूमिका निभा सकता है, इस दिशा में काम करूंगा।

बिहार में जमीन की रजिस्ट्री का चालान कटाने के लिए अब दफ्तरो का नहीं लगाना पड़ेगा चक्कर, घर बैठे ऑनलाइन कटा सकेंगे चालान

डेस्क : बिहार में जमीन की रजिस्ट्री कराने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। जल्द ही उन्हें जमीन रजिस्ट्री का चालान कटाने के लिए कार्यालयों का चक्कर लगाने से निजात मिलने वाला है। वे घर बैठे ऑनलाइन जमीन की रजिस्ट्री का चालान कटा सकेंगे। 

दरअसल बिहार सरकार जमीन निबंधन में आने वाली परेशानी को देखते हुए निबंधन पोर्टल में कई अहम बदलाव करने जा रही है। अब लोग जमीन निबंधन के लिए चालान घर बैठे जमा कर सकेंगे। साथ ही टोकन भी घर से ही ले सकेंगे। इस प्रक्रिया के लिए अब निबंधन कार्यालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे जुड़ी तमाम प्रक्रिया ऑनलाइन होने के साथ ही इतनी सरल हो जाएगी कि कोई भी इसका लाभ खुद प्राप्त कर सकता है।

निबंधन विभाग अपनी वेबसाइट में कई सुविधाएं लोगों को मुहैया कराने जा रहा है। विभागीय स्तर पर अंतिम दौर का परीक्षण चल रहा है। लोगों की प्रतिक्रिया के आधार पर कुछ बदलाव भी किए जा रहे हैं। विभाग की तैयारी है कि अगले माह से ये सुविधाएं लोगों को मिलने लगेे।

रजिस्ट्री कराने में लगेगा कम समय 

यह सुविधा शुरु हो जाने के बाद निबंधन विभाग की वेबसाइट में नए बदलाव होने और इसकी क्षमता बढ़ाने से लोगों को निबंधन कार्य में कम समय लगेंगे। अभी टोकन नंबर में एक सप्ताह या इससे अधिक की भी वेटिंग मिलती है। वेटिंग की फेहरिस्त छोटी हो जाएगी।

अब ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम से दर्ज होगी शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों और बच्चों की उपस्थिति, शिक्षा विभाग के ACS ने जारी किया आदेश

 

डेस्क : बिहार के सरकारी स्कूल में अब प्रतिदिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से नही अब ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम से शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों और बच्चों की उपस्थिति ली जाएगी। शिक्षक-प्रधानाध्यापक 25 जून से आने और जाने के समय इस एप पर उपस्थिति दर्ज करेंगे। वहीं, दूसरे चरण में बच्चों की रोज की उपस्थिति भी इस एप से प्राप्त की जाएगी। बच्चों की उपस्थिति प्राप्त करने के लिए सभी सरकारी स्कूलों में टैबलेट कंप्यूटर उपलब्ध कराया जाएगा।

इसको लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने मंगलवार को सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र जारी किया है। पत्र में कहा गया है कि प्रतिदिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति के आंकड़े प्राप्त करने की व्यवस्था को बंद कर दी गयी है। नयी व्यवस्था के तहत प्रधानाध्यापक और शिक्षक गूगल प्ले स्टोर से ई-शिक्षाकोष ऐप को अपने मोबाइल पर डाउनलोड करेंगे। 

सभी अपने शिक्षक आईडी से एप पर लॉग-इन करेंगे। जिन शिक्षकों के पास पूर्व से शिक्षक आईडी उपलब्ध नहीं है अथवा भूल गये हैं, वो अपने प्रधानाध्यापक से संपर्क कर इसे प्राप्त कर सकते हैं। ई-शिक्षाकोष एप में लॉग-इन करने के बाद डैसबोर्ड पर अंकित ‘मार्क अटेंडेंस’ बटन को क्लिक करेंगे। स्कूल के 500 मीटर के दायरे में ही यह एप काम करेगा।

मौसम का हाल : अभी दो दिन और गर्मी से नहीं मिलेगी निजात, राजधानी पटना समेत इन जिलों में आज भीषण गर्मी का रेड अलर्ट*

डेस्क : पूरा बिहार इनदिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। आसमान से बरस रही आग से पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। इंसान तो इंसान जानवर और पशु पक्षी तक भीषण गर्मी से बेहाल है। आलम यह है कि 10 बजते-बजते पारा 42 डिग्री के पार चला जा रहा है। वहीं भीषण उमश ने लोगों को बेहाल कर रखा है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार पटना सहित प्रदेश में दो दिनों तक गर्मी से राहत के आसार नहीं है। इसके बाद शुक्रवार से अधिकतम तापमान में गिरावट की संभावना है। वहीं बुधवार को राजधानी पटना सहित सूबे के 14 जिलों में भीषण गर्मी का रेड और ऑरेंज अलर्ट है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क और सावधान रहने की सलाह दी है। उत्तर-पश्चिम, उत्तर-मध्य और दक्षिणी भागों के जिलों के एक या दो स्थानों पर उमस भरी गर्मी का सामना लोगों को करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार तक प्रदेश वासियों को भीषण गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। लेकिन, 15 जून से प्रदेश के कुछ जिलों में गरज के साथ हल्की बारिश के आसार हैं। इधर, राजधानी समेत पटना जिले में राजस्थान के मरुस्थल से आने वाली गर्म पछुआ का प्रवाह लगातार जारी है। इससे दक्षिण बिहार के लोगों को भीषण गर्मी का एहसास हो रहा है। हालांकि दक्षिण बिहार के मुकाबले उत्तर बिहार के लोगों को गर्मी से आंशिक तौर पर राहत है। मंगलवार को पटना सहित 15 शहर भीषण गर्मी और लू की चपेट में रहे। प्रदेश का सबसे गर्म जिला 46.5 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर रहा। *इन जिलों में पारा रहा 42 डिग्री के पार* पटना का 42.7, गया का 44.5, छपरा का 42.5, डेहरी का 45.0, शेखपुरा का 43.5, गोपालगंज का 43.0, बक्सर का 46.5, भोजपुर का 45.3, वैशाली का 43.3, औरंगाबाद का 45.1, राजगीर का 44.1, जीरादेई का 44.0, अरवल का 45.0 और बिक्रमगंज का अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
चिराग पासवान का बदल गया वक्त : कभी जिस चाचा और चचेरे भाई ने छोड़ा था साथ, अब मंत्री बनते ही दे रहे बधाई

डेस्क : ठीक ही कहा गया है कि समय बहुत बलवान होता है। किस वक्त किसका समय बदल जाए यह कोई नहीं जानता। इसका ज्वलंत उदाहरण है केन्द्र में मंत्री बने बिहार के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे दिवंगत पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान।

चिराग पासवान की पार्टी ने इसबार लोकसभा चुनाव में पांच सीटों पर चुनाव लड़ा था और पांचो सीट पर जीत हुई है। अब चिराग पासवान केन्द्र में कैबिनेट मंत्री है। सबसे बड़ी बात यह है कि चिराग को वही मंत्रालय दिया गया है जो पहले उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के पास थी।

बता दें पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान के बीच इसी मंत्री पद को लेकर बात इतनी बढ़ी थी जिसका परिणाम पार्टी के विभाजन के साथ निकला। पारस उस वक्त सभी सांसदों को लेकर अलग हो गए और चिराग अकेले रह गए थे। जिसके बाद दोनो के रिश्तो में जबरदस्त तनाव आ गया और पारस और चिराग के चचेरे भाई प्रिंस राज ने उन्हे पहचानने से इंकार कर दिया था। लेकिन अब चिराग का समय आते ही स्व. रामविलास पासवान के परिवार में अब सबकुछ पटरी पर आते हुए नजर आने लगा है।

पिछले ढाई साल से भी ज्यादा समय से चिराग पासवान से नाराज चल रहे पशुपति पारस ने अब रिश्ते सुधारने की दिशा में पहल की है। लोकसभा चुनाव से पहले किसी रिश्ते से इनकार करनेवाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अब चिराग पासवान को न सिर्फ मंत्री बनने की बधाई दी है। बल्कि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति पारस ने अपने भतीजे चिराग पासवान की तारीफ की है। उन्होंने चिराग पासवान पर अपना बड़ा बेटा कहा है।

चाचा पारस ने सोशल मीडिया X पर लिखा ‘केंद्रीय मंत्री के रूप में पदभार संभालने पर बड़े बेटे चिराग पासवान को ह्रदयतल से बधाई और अनंत शुभकामनाएं।’ मुझे पूर्ण विश्वास है कि देश के विकास हेतु हमारे कार्यकाल में विभाग में जो रुपरेखा बनाई गई थी, उसे आप मोदी 3.0 में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में और आगे ले जाने का काम करेंगे। हमें आशा है कि आप क्षेत्र और प्रदेशवासियों के हितों को ध्यान में रखते हुए त्वरित समाधान करेंगे।’


इससे पहले पशुपति पारस के साथ चिराग का साथ छोड़कर जानेवाले प्रिंस पासवान ने भी अपने भाई को मंत्री बनने पर शुभकामना दी थी। माना जा रहा है कि स्व. चिराग पासवान के परिवार में जल्द ही पहले की तरह सभी साथ नजर आएंगे।
प्रशिक्षण प्राप्त नहीं करने वाले शिक्षकों के लिए बड़ी खबर, शिक्षा विभाग के एसीएस ने जारी किया यह आदेश

डेस्क : प्रशिक्षण प्राप्त नहीं करनेवालों शिक्षकों के लिए बड़ी खबर है। उनके वार्षिक वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी जाएगी। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने इसके लिए आदेश जारी कर दिया है।

जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को भेजे गए पत्र में उन्होंने कहा है की सतत् व्यावसायिक विकास योजना के अन्तर्गत शिक्षकों के व्यावसायिक विकास के लिए राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत् सभी शिक्षकों को शिक्षा विभाग, बिहार, पटना द्वारा संचालित चरणवार सेवाकालीन /आरंभिक आवासीय प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है।

प्रशिक्षण का संचालन राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद्, बिहार, पटना के निर्देशन में राज्य के सभी सी०टी०ई०, डायट, पी०टी०ई०सी०, बाईट, बिपार्ड पटना, बिपार्ड गया एवं परिषद् परिसर में किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम गत वर्ष 03 जुलाई, 2023 से निरन्तर संचालित है, जिसमें लगभग 06 लाख शिक्षकों ने विभिन्न स्तर का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। लेकिन अभी भी कई ऐसे शिक्षक हैं जिन्होंने अभी तक किसी भी स्तर का प्रशिक्षण नहीं प्राप्त किया है।

इस सम्बन्ध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी एव जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना एवं समग्र शिक्षा) को आदेश दिया जाता है कि वैसे शिक्षक जिन्होंने 03 जुलाई, 2023 से अभी तक किसी भी स्तर का प्रशिक्षण नहीं प्राप्त किया है, को चिह्नित कर दिनांक 30 जून, 2024 तक अनिवार्य रूप से उनका प्रशिक्षण कराना सुनिश्चित करें।

वैसे शिक्षक/शिक्षिका /प्रभारी प्रधानाध्यापक / प्रधानाध्यापक जिन्होंने प्रतिनियुक्ति के बावजूद किसी भी स्तर का प्रशिक्षण प्राप्त नहीं किया है उन्हें चिहिन्त करते हुए 30 जून, 2024 तक प्रशिक्षण पूरा कराना सुनिश्चित करें, अन्यथा की स्थिति में वैसे शिक्षकों के वार्षिक वेतन वृद्धि पर रोक लगाने का निदेश दिया जाता है। यह रोक उनके प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद निर्धारित तिथि से पुनः देय होगा।
पीएम मोदी को डॉ राम बहादुर प्रसाद गुप्ता अखिल भारतीय तेली महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सह भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पंचायती राज्य प्रकोष्ठ ने दी बधाई


शिवहर-डॉ रामबहादुर प्रसाद गुप्ता बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय तेली महासभा सह भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पंचायती राज्य संघ उनके पत्नी श्रीमती पार्वती देवी जिला परिषद सह भाजपा जिला उपाध्यक्ष कि ओर से माननीय प्रधान मंत्री आदरणीय नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी को तिसरी बार प्रधान मन्त्री बनने पर ढ़ेर सारी बधाई दी है।

वहीं N D A गठबन्धन से सभी माननीय सांसद जिनको केन्द्रीय एवं राज्य मन्त्री बनाये गय है उन सभी N D A गठबन्धन के सम्मानित सांसद को डॉ रामबहादुर प्रसाद गुप्ता संग श्रीमती पार्वती देवी ने बहूत बहूत बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं दी है।
केन्द्र में मंत्री बने जीतन राम मांझी और ललन सिंह ने संभाला पदभार, कही यह बात

डेस्क : मोदी सरकार में मंत्री बने गया से सांसद बने हम सुप्रीमो व बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और मुंगेर से सांसद बने जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह ने आज मंगलवार केन्द्रीय मंत्री के रूप में अपना कार्यभार ग्रहण किया। उनके साथ विभाग के राज्यमंत्रियो ने भी पदभार संभाला है।

इसके पहले 'कर्म ही पूजा है' इसी सिद्धांत को प्रतिपादित करते हुए जीतन राम मांझी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय का जिम्मा संभाला। मांझी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद ज्ञापित करते हं  कि एक ऐसा मंत्रालय उन्हें दिया गया है जो भारत में गरीबों का उत्थान करने में महत्ती भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने उनसे कहा है कि यह गरीबो के उत्थान करने वाला विभाग है। जहाँ विकास की रौशनी नहीं पहुंची है वहां प्रकाश फैलेगा।

उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय की देश में गरीबों के कल्याण में अहम भूमिका होगी। वे अपने मंत्रालय के माध्यम से इस दिशा में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार से कुल आठ लोगो को मंत्री बनाया गया है। अगले 100 दिनों की रुपरेखा पर वे काम करेंगे।

वहीं चार बार के लोकसभा सदस्य रहे व इसबार मुंगेर संसदीय सीट से तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीते जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पहली बार केन्द्र में मंत्री बने है। ललन सिंह को जदयू कोटे से केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी गई हैं।

ललन सिंह ने 9 जून नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद अन्य मंत्रियों के साथ मंत्री पद की शपथ ली थी। मोदी मंत्रिमंडल में ललन सिंह को केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री के अतिरिक्त पंचायती राज मंत्री का जिम्मा दिया गया है। लम्बा सियासी अनुभव रखने वाले ललन सिंह के केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री के रूप में पदभार संभालने पर विभाग के वरिष्ठ कर्मियों ने उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित की।
चिराग पासवान ने ग्रहण किया अपने मंत्रालय का पदभार, किसानो को लेकर कही यह बड़ी बात*


डेस्क : रविवार को शपथ लेने के 24 घंटे के भीतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया। मोदी-3 में बिहार से बने आठ मंत्रियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने आठ मंत्रियों के बीच 10 अहम मंत्रालय दिए हैं। जिसमें लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विभाग दिया गया है। वहीं पहली बार केंद्रीय मंत्री बने चिराग पासवान ने आज मंगलवार को अपने मंत्रालय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग का पदभार संभाला। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हाजीपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर आए सांसद चिराग पासवान के पदभार संभालने के दौरान उनके परिवार के कई सदस्य और लोजपा के सांसद मौजूद रहे। वही चिराग ने मंत्रालय का जिम्मा सँभालते ही खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के विजन पर और दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत में खाद्य प्रसंस्करण का क्षेत्र काफी पीछे है। इस विभाग से सीधे किसानो को मदद मिलेगी। उनकी आमदनी बढ़ाने में खाद्य प्रसंस्करण बेहद महत्वपूर्ण है। किसानों के उत्पाद का उचित मूल्य दिलाने में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य होगा कि ज्यादा से ज्यादा खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की भारत में स्थापना हो। साथ ही किसानों को समृद्ध बनाया जा सके। बता दें इससे पहले खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस के पास था। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पशुपति ने यह विभाग संभाला था। अब इस मंत्रालय की जिम्मेदारी चिराग पासवान के पास आ गई है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान चिराग पासवान की पार्टी ने एनडीए का हिस्सा रहते हुए बिहार में 5 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ा था। लोजपा (रामविलास) के उम्मीदवारों ने पांचों सीटों पर जीत हासिल की है।