अब ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम से दर्ज होगी शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों और बच्चों की उपस्थिति, शिक्षा विभाग के ACS ने जारी किया आदेश

 

डेस्क : बिहार के सरकारी स्कूल में अब प्रतिदिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से नही अब ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम से शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों और बच्चों की उपस्थिति ली जाएगी। शिक्षक-प्रधानाध्यापक 25 जून से आने और जाने के समय इस एप पर उपस्थिति दर्ज करेंगे। वहीं, दूसरे चरण में बच्चों की रोज की उपस्थिति भी इस एप से प्राप्त की जाएगी। बच्चों की उपस्थिति प्राप्त करने के लिए सभी सरकारी स्कूलों में टैबलेट कंप्यूटर उपलब्ध कराया जाएगा।

इसको लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने मंगलवार को सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र जारी किया है। पत्र में कहा गया है कि प्रतिदिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति के आंकड़े प्राप्त करने की व्यवस्था को बंद कर दी गयी है। नयी व्यवस्था के तहत प्रधानाध्यापक और शिक्षक गूगल प्ले स्टोर से ई-शिक्षाकोष ऐप को अपने मोबाइल पर डाउनलोड करेंगे। 

सभी अपने शिक्षक आईडी से एप पर लॉग-इन करेंगे। जिन शिक्षकों के पास पूर्व से शिक्षक आईडी उपलब्ध नहीं है अथवा भूल गये हैं, वो अपने प्रधानाध्यापक से संपर्क कर इसे प्राप्त कर सकते हैं। ई-शिक्षाकोष एप में लॉग-इन करने के बाद डैसबोर्ड पर अंकित ‘मार्क अटेंडेंस’ बटन को क्लिक करेंगे। स्कूल के 500 मीटर के दायरे में ही यह एप काम करेगा।

मौसम का हाल : अभी दो दिन और गर्मी से नहीं मिलेगी निजात, राजधानी पटना समेत इन जिलों में आज भीषण गर्मी का रेड अलर्ट*

डेस्क : पूरा बिहार इनदिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। आसमान से बरस रही आग से पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। इंसान तो इंसान जानवर और पशु पक्षी तक भीषण गर्मी से बेहाल है। आलम यह है कि 10 बजते-बजते पारा 42 डिग्री के पार चला जा रहा है। वहीं भीषण उमश ने लोगों को बेहाल कर रखा है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार पटना सहित प्रदेश में दो दिनों तक गर्मी से राहत के आसार नहीं है। इसके बाद शुक्रवार से अधिकतम तापमान में गिरावट की संभावना है। वहीं बुधवार को राजधानी पटना सहित सूबे के 14 जिलों में भीषण गर्मी का रेड और ऑरेंज अलर्ट है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क और सावधान रहने की सलाह दी है। उत्तर-पश्चिम, उत्तर-मध्य और दक्षिणी भागों के जिलों के एक या दो स्थानों पर उमस भरी गर्मी का सामना लोगों को करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार तक प्रदेश वासियों को भीषण गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। लेकिन, 15 जून से प्रदेश के कुछ जिलों में गरज के साथ हल्की बारिश के आसार हैं। इधर, राजधानी समेत पटना जिले में राजस्थान के मरुस्थल से आने वाली गर्म पछुआ का प्रवाह लगातार जारी है। इससे दक्षिण बिहार के लोगों को भीषण गर्मी का एहसास हो रहा है। हालांकि दक्षिण बिहार के मुकाबले उत्तर बिहार के लोगों को गर्मी से आंशिक तौर पर राहत है। मंगलवार को पटना सहित 15 शहर भीषण गर्मी और लू की चपेट में रहे। प्रदेश का सबसे गर्म जिला 46.5 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर रहा। *इन जिलों में पारा रहा 42 डिग्री के पार* पटना का 42.7, गया का 44.5, छपरा का 42.5, डेहरी का 45.0, शेखपुरा का 43.5, गोपालगंज का 43.0, बक्सर का 46.5, भोजपुर का 45.3, वैशाली का 43.3, औरंगाबाद का 45.1, राजगीर का 44.1, जीरादेई का 44.0, अरवल का 45.0 और बिक्रमगंज का अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
चिराग पासवान का बदल गया वक्त : कभी जिस चाचा और चचेरे भाई ने छोड़ा था साथ, अब मंत्री बनते ही दे रहे बधाई

डेस्क : ठीक ही कहा गया है कि समय बहुत बलवान होता है। किस वक्त किसका समय बदल जाए यह कोई नहीं जानता। इसका ज्वलंत उदाहरण है केन्द्र में मंत्री बने बिहार के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे दिवंगत पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान।

चिराग पासवान की पार्टी ने इसबार लोकसभा चुनाव में पांच सीटों पर चुनाव लड़ा था और पांचो सीट पर जीत हुई है। अब चिराग पासवान केन्द्र में कैबिनेट मंत्री है। सबसे बड़ी बात यह है कि चिराग को वही मंत्रालय दिया गया है जो पहले उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के पास थी।

बता दें पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान के बीच इसी मंत्री पद को लेकर बात इतनी बढ़ी थी जिसका परिणाम पार्टी के विभाजन के साथ निकला। पारस उस वक्त सभी सांसदों को लेकर अलग हो गए और चिराग अकेले रह गए थे। जिसके बाद दोनो के रिश्तो में जबरदस्त तनाव आ गया और पारस और चिराग के चचेरे भाई प्रिंस राज ने उन्हे पहचानने से इंकार कर दिया था। लेकिन अब चिराग का समय आते ही स्व. रामविलास पासवान के परिवार में अब सबकुछ पटरी पर आते हुए नजर आने लगा है।

पिछले ढाई साल से भी ज्यादा समय से चिराग पासवान से नाराज चल रहे पशुपति पारस ने अब रिश्ते सुधारने की दिशा में पहल की है। लोकसभा चुनाव से पहले किसी रिश्ते से इनकार करनेवाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अब चिराग पासवान को न सिर्फ मंत्री बनने की बधाई दी है। बल्कि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति पारस ने अपने भतीजे चिराग पासवान की तारीफ की है। उन्होंने चिराग पासवान पर अपना बड़ा बेटा कहा है।

चाचा पारस ने सोशल मीडिया X पर लिखा ‘केंद्रीय मंत्री के रूप में पदभार संभालने पर बड़े बेटे चिराग पासवान को ह्रदयतल से बधाई और अनंत शुभकामनाएं।’ मुझे पूर्ण विश्वास है कि देश के विकास हेतु हमारे कार्यकाल में विभाग में जो रुपरेखा बनाई गई थी, उसे आप मोदी 3.0 में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में और आगे ले जाने का काम करेंगे। हमें आशा है कि आप क्षेत्र और प्रदेशवासियों के हितों को ध्यान में रखते हुए त्वरित समाधान करेंगे।’


इससे पहले पशुपति पारस के साथ चिराग का साथ छोड़कर जानेवाले प्रिंस पासवान ने भी अपने भाई को मंत्री बनने पर शुभकामना दी थी। माना जा रहा है कि स्व. चिराग पासवान के परिवार में जल्द ही पहले की तरह सभी साथ नजर आएंगे।
प्रशिक्षण प्राप्त नहीं करने वाले शिक्षकों के लिए बड़ी खबर, शिक्षा विभाग के एसीएस ने जारी किया यह आदेश

डेस्क : प्रशिक्षण प्राप्त नहीं करनेवालों शिक्षकों के लिए बड़ी खबर है। उनके वार्षिक वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी जाएगी। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने इसके लिए आदेश जारी कर दिया है।

जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को भेजे गए पत्र में उन्होंने कहा है की सतत् व्यावसायिक विकास योजना के अन्तर्गत शिक्षकों के व्यावसायिक विकास के लिए राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत् सभी शिक्षकों को शिक्षा विभाग, बिहार, पटना द्वारा संचालित चरणवार सेवाकालीन /आरंभिक आवासीय प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है।

प्रशिक्षण का संचालन राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद्, बिहार, पटना के निर्देशन में राज्य के सभी सी०टी०ई०, डायट, पी०टी०ई०सी०, बाईट, बिपार्ड पटना, बिपार्ड गया एवं परिषद् परिसर में किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम गत वर्ष 03 जुलाई, 2023 से निरन्तर संचालित है, जिसमें लगभग 06 लाख शिक्षकों ने विभिन्न स्तर का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। लेकिन अभी भी कई ऐसे शिक्षक हैं जिन्होंने अभी तक किसी भी स्तर का प्रशिक्षण नहीं प्राप्त किया है।

इस सम्बन्ध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी एव जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना एवं समग्र शिक्षा) को आदेश दिया जाता है कि वैसे शिक्षक जिन्होंने 03 जुलाई, 2023 से अभी तक किसी भी स्तर का प्रशिक्षण नहीं प्राप्त किया है, को चिह्नित कर दिनांक 30 जून, 2024 तक अनिवार्य रूप से उनका प्रशिक्षण कराना सुनिश्चित करें।

वैसे शिक्षक/शिक्षिका /प्रभारी प्रधानाध्यापक / प्रधानाध्यापक जिन्होंने प्रतिनियुक्ति के बावजूद किसी भी स्तर का प्रशिक्षण प्राप्त नहीं किया है उन्हें चिहिन्त करते हुए 30 जून, 2024 तक प्रशिक्षण पूरा कराना सुनिश्चित करें, अन्यथा की स्थिति में वैसे शिक्षकों के वार्षिक वेतन वृद्धि पर रोक लगाने का निदेश दिया जाता है। यह रोक उनके प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद निर्धारित तिथि से पुनः देय होगा।
पीएम मोदी को डॉ राम बहादुर प्रसाद गुप्ता अखिल भारतीय तेली महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सह भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पंचायती राज्य प्रकोष्ठ ने दी बधाई


शिवहर-डॉ रामबहादुर प्रसाद गुप्ता बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय तेली महासभा सह भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पंचायती राज्य संघ उनके पत्नी श्रीमती पार्वती देवी जिला परिषद सह भाजपा जिला उपाध्यक्ष कि ओर से माननीय प्रधान मंत्री आदरणीय नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी को तिसरी बार प्रधान मन्त्री बनने पर ढ़ेर सारी बधाई दी है।

वहीं N D A गठबन्धन से सभी माननीय सांसद जिनको केन्द्रीय एवं राज्य मन्त्री बनाये गय है उन सभी N D A गठबन्धन के सम्मानित सांसद को डॉ रामबहादुर प्रसाद गुप्ता संग श्रीमती पार्वती देवी ने बहूत बहूत बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं दी है।
केन्द्र में मंत्री बने जीतन राम मांझी और ललन सिंह ने संभाला पदभार, कही यह बात

डेस्क : मोदी सरकार में मंत्री बने गया से सांसद बने हम सुप्रीमो व बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और मुंगेर से सांसद बने जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह ने आज मंगलवार केन्द्रीय मंत्री के रूप में अपना कार्यभार ग्रहण किया। उनके साथ विभाग के राज्यमंत्रियो ने भी पदभार संभाला है।

इसके पहले 'कर्म ही पूजा है' इसी सिद्धांत को प्रतिपादित करते हुए जीतन राम मांझी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय का जिम्मा संभाला। मांझी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद ज्ञापित करते हं  कि एक ऐसा मंत्रालय उन्हें दिया गया है जो भारत में गरीबों का उत्थान करने में महत्ती भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने उनसे कहा है कि यह गरीबो के उत्थान करने वाला विभाग है। जहाँ विकास की रौशनी नहीं पहुंची है वहां प्रकाश फैलेगा।

उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय की देश में गरीबों के कल्याण में अहम भूमिका होगी। वे अपने मंत्रालय के माध्यम से इस दिशा में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार से कुल आठ लोगो को मंत्री बनाया गया है। अगले 100 दिनों की रुपरेखा पर वे काम करेंगे।

वहीं चार बार के लोकसभा सदस्य रहे व इसबार मुंगेर संसदीय सीट से तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीते जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पहली बार केन्द्र में मंत्री बने है। ललन सिंह को जदयू कोटे से केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी गई हैं।

ललन सिंह ने 9 जून नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद अन्य मंत्रियों के साथ मंत्री पद की शपथ ली थी। मोदी मंत्रिमंडल में ललन सिंह को केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री के अतिरिक्त पंचायती राज मंत्री का जिम्मा दिया गया है। लम्बा सियासी अनुभव रखने वाले ललन सिंह के केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री के रूप में पदभार संभालने पर विभाग के वरिष्ठ कर्मियों ने उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित की।
चिराग पासवान ने ग्रहण किया अपने मंत्रालय का पदभार, किसानो को लेकर कही यह बड़ी बात*


डेस्क : रविवार को शपथ लेने के 24 घंटे के भीतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया। मोदी-3 में बिहार से बने आठ मंत्रियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने आठ मंत्रियों के बीच 10 अहम मंत्रालय दिए हैं। जिसमें लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग विभाग दिया गया है। वहीं पहली बार केंद्रीय मंत्री बने चिराग पासवान ने आज मंगलवार को अपने मंत्रालय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग का पदभार संभाला। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हाजीपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर आए सांसद चिराग पासवान के पदभार संभालने के दौरान उनके परिवार के कई सदस्य और लोजपा के सांसद मौजूद रहे। वही चिराग ने मंत्रालय का जिम्मा सँभालते ही खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के विजन पर और दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत में खाद्य प्रसंस्करण का क्षेत्र काफी पीछे है। इस विभाग से सीधे किसानो को मदद मिलेगी। उनकी आमदनी बढ़ाने में खाद्य प्रसंस्करण बेहद महत्वपूर्ण है। किसानों के उत्पाद का उचित मूल्य दिलाने में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य होगा कि ज्यादा से ज्यादा खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की भारत में स्थापना हो। साथ ही किसानों को समृद्ध बनाया जा सके। बता दें इससे पहले खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस के पास था। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पशुपति ने यह विभाग संभाला था। अब इस मंत्रालय की जिम्मेदारी चिराग पासवान के पास आ गई है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान चिराग पासवान की पार्टी ने एनडीए का हिस्सा रहते हुए बिहार में 5 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ा था। लोजपा (रामविलास) के उम्मीदवारों ने पांचों सीटों पर जीत हासिल की है।
बिहार को केन्द्र की सौगात : जून महीने के लिए राज्यों को कर राजस्व हस्तांतरित करने के लिए जारी किए आदेश में बिहार को मिली बड़ी हिस्सेदारी*


डेस्क : केन्द्र लगातार तीसरी बार एनडीए की सरकार बन गई है। वहीं सरकार बनते ही पीएम मोदी पूरे एक्शन में है। रविवार को शपथ लेने के 24 घंटे के भीतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते सोमवार को मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया। वहीं अब राज्यों के विकास के लिए राशि भी जारी करने का आदेश जारी कर दिया है। सबसे बड़ी बात यह है कि केन्द्र में लगातार तीसरी बार एनडीए की सरकार बनाने में बिहार की अहम भूमिका के बाद अब पीएम मोदी द्वारा बिहार को पूरा तव्वजो दिया जा रहा है। एकओर जहां मोदी-3 में बिहार से बने आठ मंत्रियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने आठ मंत्रियों के बीच 10 अहम मंत्रालय दिए हैं। जिसमें जदयू को अहमियत दी गई है। वहीं अब केन्द्रीय करों में बड़ी हिस्सेदारी दी गई है। दरअसल बीते सोमवार को केंद्र सरकार ने जून महीने के लिए राज्यों को 1,39,750 करोड़ रुपये का कर राजस्व हस्तांतरित करने के लिए आदेश जारी किया। जिसमें बिहार को जून महीने में केन्द्रीय करों की हिस्सेदारी के रूप में 14,056.12 करोड़ रुपये मिला है। इससे विकासात्मक कार्य और पूंजीगत कार्यो में तेजी आएगी। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा कि जून, 2024 के लिए राजस्व राशि का नियमित हस्तांतरण करने के अलावा एक अतिरिक्त किस्त भी जारी की जाएगी। बयान के मुताबिक, ‘चालू महीने में यह राशि संचयी रूप से 1,39,750 करोड़ रुपये है। इससे राज्य सरकारें विकास और पूंजीगत खर्च में तेजी ला सकेंगी’। फिलहाल केंद्र सरकार द्वारा जुटाए गए करों का 41 प्रतिशत हिस्सा वित्त वर्ष के दौरान राज्यों के बीच 14 किस्तों में हस्तांतरित किया जाता है। वित्त वर्ष 2024-25 के अंतरिम बजट में राज्यों को करों के हस्तांतरण के लिए 12,19,783 करोड़ रुपये का प्रावधान है। इस राशि के हस्तांतरण के साथ वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 10 जून तक राज्यों को कुल 2,79,500 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है। बिहार को इसी फार्मूले के अनुसार किस्तों में करो में हिस्सेदारी के रूप में राशि आवंटित की जाती है। सर्वाधिक 25069 करोड़ की राशि उत्तरप्रदेश के लिए जारी की गई है।
मौसम का हाल : राजधानी पटना सहित दक्षिण बिहार के 14 जिलों में भीषण गर्मी का रेड और 5 जिलों में लू को लेकर ऑरेंज अलर्ट*

डेस्क : पूरा बिहार इनदिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। आसमान से बरस रही आग से पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। इंसान तो इंसान जानवर और पशु पक्षी तक भीषण गर्मी से बेहाल है। आलम यह है कि 10 बजते-बजते पारा 42 डिग्री के पार चला जा रहा है। वहीं भीषण उमश ने लोगों को बेहाल कर रखा है। इसी बीच मौसम विभाग ने आज मंगलवार के लिए अलर्ट जारी है। मौसम विभाग ने मंगलवार को पटना सहित दक्षिण बिहार के 14 जिलों में भीषण गर्मी का रेड और 5 जिलों में लू को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उत्तर बिहार के 5 जिलों में गर्म दिन रहने के आसार हैं। इसके साथ ही उत्तर-पूर्व भाग के जिलों में कुछ स्थानों पर गरज व तड़क के साथ हल्की बारिश हो सकती है। सोमवार को पटना सहित 20 शहर भीषण गर्मी और लू की चपेट में रहे। प्रदेश का सबसे गर्म जिला 45.9 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर और भोजपुर रहा। मौसम विभाग ने सोमवार को बताया कि 14 जून तक दक्षिण बिहार के अधिकतर जिलों में लू चलने की आशंका है। खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर, बांका और जमुई में लू चलने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान और छपरा में गर्म दिन रहने के आसार हैं। सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया और कटिहार के एक-दो स्थानों पर गरज व चमक के साथ हल्की बारिश होने के आसार हैं।
शपथ ग्रहण करने के 24 घंटे के भीतर पीएम मोदी ने मंत्रियों के बीच विभागों का किया बंटवारा, जानिए बिहार से किसे मिला कौन सा मंत्रालय*

डेस्क : रविवार को शपथ लेने के 24 घंटे के भीतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया। मोदी-3 में बिहार से बने आठ मंत्रियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने आठ मंत्रियों के बीच 10 अहम मंत्रालय दिए हैं। जिसमें जदयू को अहमियत दी गई है। वहीं मोदी-2 में बिहार से शामिल रहे दो मंत्रियों में गिरिराज सिंह को इस बार कपड़ा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पिछली बार वे ग्रामीण विकास मंत्री थे। वहीं नित्यानंद राय को एक बार फिर गृह राज्यमंत्री की कमान सौंपी गई है। पिछली बार भी वे गृह राज्यमंत्री ही थे। जबकि मोदी सरकार में पहली बार शामिल छह मंत्रियों में जीतन राम मांझी को एमएसएमई की जिम्मेदारी दी गई है। जदयू के पूर्व अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को दो अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी गई है। राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को पंचायती राज के अलावा मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। इसके पहले यह मंत्रालय उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के पास था। जबकि मोदी-2 सरकार में गृह मंत्रालय में राज्यमंत्री रहे नित्यानंद राय को एक बार फिर वही जिम्मेवारी दी गई है। तीन अन्य राज्यमंत्रियों में रामनाथ ठाकुर को किसान और कृषि कल्याण महकमा दिया गया है। सतीश चंद्र दूबे को कोयला और खान भूतत्व तो डॉ. राजभूषण चौधरी को जलशक्ति मंत्रालय का राज्यमंत्री बनाया गया है।