कस्बे में विशालकाय पेड़ गिरा, आवागमन बाधित
सिकरीगंज खजनी गोरखपुर।सिकरीगंज कस्बे में मुख्य मार्ग पर स्थित एक विशालकाय पाकड़ का वृक्ष आज अचानक मुख्य मार्ग पर गिर गया। भारी-भरकम पेड़ सड़क पर गिरने से सिकरीगंज गोला मार्ग पर आवागमन घंटों तक बाधित रहा, वाहनों को परिवर्तित मार्गों से आना जाना पड़ा।

बता दें कि वृक्ष की एक मोटी डाली पिछले दिनों एक भारी वाहन से उलझ कर नीचे की ओर लटक गई थी। माना जाता रहा है कि इस दौरान पेड़ भी अपनी जड़ से हुलस कर कमजोर हो गया था। वर्षों पुराने भारी भरकर पाकड़ वृक्ष से कस्बे के लोगों को छाया मिलती थी। पेड़ को रास्ते से हटाने के लिए मजदूरों को लगाया गया है।
तीन घरों में चोरी का दर्ज हुआ एक मुकदमा, सिपाही की पत्नी ने दी तहरीर
खजनी गोरखपुर।बीते दिनों थाना क्षेत्र के कुआं बुजुर्ग गांव के 3 घरों में अज्ञात चोरों के द्वारा लगभग 15 लाख रुपए के गहने कीमती सामान और नकद रकम चुरा लिए गए। जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस के सिपाही संदीप यादव के घर में घुस कर चोरों ने लगभग 12 लाख रूपए की चोरी की घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की।

इस दौरान अन्य दो घरों माया देवी और दीनानाथ यादव के यहां हुई चोरी की घटनाओं की सामूहिक तहरीर संदीप यादव की पत्नी रेनू यादव के द्वारा ले कर पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 240/2024 की धारा 457,380 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार घटना के अगले दिन पीड़ितों को समझा बुझाकर खजनी पुलिस के द्वारा एक ही गांव के 3 घरों में हुई चोरी की घटनाओं का सिर्फ एक केस दर्ज किया गया है।

इस संदर्भ में प्रभारी थानाध्यक्ष सोनेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ितों की आपसी सहमति से एक ही तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है। घटना की जांच की जा रही है।
ठगों ने बैंक खाते से उड़ाए 97 हजार,केस दर्ज,क्रेडिट कार्ड का पिन बदलने का झांसा दिया
खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के छताईं गांव के निवासी चंद्रशेखर पुत्र भगवानदास के मोबाइल पर 8979455987 नंबर से फोन करके अज्ञात व्यक्ति ने एचडीएफसी बैंक कस्टमर केयर से जानकारी पाने का झांसा देकर ओटीपी पिन पूछ कर उनके नए क्रेडिट कार्ड से 97 हजार चार सौ सोलह रूपए उड़ा दिए।

पीड़ित की शिकायत पर खजनी पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 238/2024 की धारा 420, 66डी के तहत उक्त मोबाइल नंबर धारक के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का केस दर्ज कर लिया है। घटना की जांच क्षेत्राधिकारी खजनी ओंकारदत्त तिवारी द्वारा की जा रही है।
आचार संहिता खत्म होते ही थाने में समाधान दिवस का आयोजन हुआ

खजनी गोरखपुर।लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 की आदर्श आचार संहिता समाप्त होने के बाद आज खजनी थाने में समाधान दिवस का आयोजन राजस्व निरीक्षक देव नारायण मिश्रा की अध्यक्षता में तथा दिवस प्रभारी सोनेंद्र सिंह की मौजूदगी में संपन्न हुआ। जिसमें राजस्व निरीक्षक, लेखपाल व पुलिस उपस्थित रही। थाना समाधान दिवस में आए 4 फरियादियों की भूमि विवाद से संबंधित शिकायतों को सुनते हुए उनके त्वरित निस्तारण के लिए पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त जांच टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई।

सिसवा,खजुरी माइनर में नहीं पहुंचा सरयू नहर का पानी ,धान की नर्सरी के लिए पानी के इंतजार में किसान

खजनी गोरखपुर।तहसील क्षेत्र के सिसवां, खजुरी और ऐनवा माइनर में सरयू नहर का पानी नहीं पहुंचा, स्थानीय किसान अपने खेतों में धान की नर्सरी के लिए पानी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि जून माह का पहला सप्ताह बीत गया है लेकिन माइनर में पानी अब तक नहीं आया। धान की नर्सरी कैसे डाली जाए।

पानी सरयु नहर बांसगांव राजवाहा प्रथम खंड में बने कुलावे से लगभग एक मीटर नीचे है।

बीते दिनों विभाग द्वारा बनवाए गए कुलावे की स्थिति ऐसी है कि नहर में पानी बढ़ा तो पुलिया के नीचे पानी रोकने के लिए बनाए गए ठोकर की तरह कुलावा भी पानी में बह जाएगा। वहीं सिसवा चौराहे के समीप स्थित बीते नवंबर-दिसंबर माह में कुआनो एवं सरयु नहर के मिलान के लिये बनी पुलिया में भी दरार आ गई है। बताया गया कि विभागीय अधिकारियों ने कर्मचारीयों की कमी को छिपाने के लिये बोरियों में मिट्टी और बालू भरकर दरार के सामने रखवा दिया है। जिससे कि कोई इस कमी को न जान सके।

किसानों ने बताया कि खजूरी ऐनवां और सिसवा माइनर सफाई तथा देखभाल अधिकारियों के द्वारा अच्छी तरह से की जाती है। लेकिन कभी भी खेती के समय पर पानी नहीं आता है। चाहे वो खरीफ की फसल की बुवाई का समय हो या फिर रबी की। इस समय धान की नर्सरी के लिए किसानों को पानी की बेहद जरूरत है लेकिन अब तक नहर में पानी नहीं आया। बताया गया कि बीते नवंबर माह में जब पानी की जरूरत हुई तब अधिकारी सरयू नहर की खुदाई कराने लगे। ऐसी ही स्थिति आज भी है, बीते दिसंबर माह में पानी आया था उसके बाद आज तक नहर में पानी नहीं आया है। अधिकारियों को तब से अब तक नहर की मरम्मत कराने का समय नहीं मिला। वहीं मई महीने के दूसरे और तीसरे सप्ताह से ही नहर की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया जो कि अभी तक चल रहा है।

भाजपा किसान मोर्चा के मंडल उपाध्यक्ष जेपी त्रिपाठी और भाजपा नेता मृत्युंजय दूबे, कंस चौहान, दीप नारायण दूबे, विद्यासागर दूबे, दिलीप सिंह, रंजीत यादव, बाबूराम, हरिश्चंद्र, जवाहर दूबे, अनिल कुमार दूबे, हरिशंकर यादव समेत दर्जनों किसानों ने नहर में पानी छोड़ने और भ्रष्टाचार में संलिप्त सिंचाई विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि विभागीय अधिकारी और कर्मचारी एवं अधिकारी हमेशा कोई न कोई बहाना बनाकर किसानों को परेशान कर रहे हैं। इससे हर वर्ष फसलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंच रहा है। फसल की सिंचाई की व्यवस्था प्रभावित होने से क्षेत्र के किसानों की कड़ी मेहनत के बाद भी फसल की लागत नहीं निकल पाती है।

एसएसबीअब अपने ट्रेनिंग सेंटर का खुद बना मलिक, डीएम ने दस्तावेज़ डीआईजी को सौंपा

गोरखपुर। प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र सशस्त्र सीमा बल गोरखपुर को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा FCIL परिसर में चिलुवाताल से संलग्न भूमि प्रदान किया गया था, उपरोक्त के आलोक में जिला प्रशासन गोरखपुर द्वारा 115.405 एकड़ भूमि को प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र सशस्त्र सीमा बल गोरखपुर के नाम से खतौनी में दर्ज कर अवश्यक दस्तावेज़ कृष्णा करुणेश जिलाधिकारी गोरखपुर द्वारा असेम हेमोचन्द्र उप महानिरीक्षक प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र सशस्त्र सीमा बल को सौंपी गई।

प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र सशस्त्र सीमा बल गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में एसएसबी का एकमात्र प्रशिक्षण केंद्र हैं जोकि FCIL परिसर में पिछले 20 वर्षो से भारत-नेपाल, भारत-भूटान सीमा, देश की आंतरिक सुरक्षा में तैनात जवानों, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान पुलिस, नारकोटिक्स, कस्टम आदि विभागों के कार्मिकों को प्रशिक्षण प्रदान करता आ रहा हैं तथा 23 जनवरी 2024 को शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (NABET) द्वारा उत्तम सर्टिफिकेट से नवाजा गया जिसे भविष्य में सर्वोत्तम श्रेणी में लाने हेतु प्रयास किया जा रहा है।

स्वयं की भूमि नहीं होने के कारण यहां FCIL के पुराने छोटे छोटे घरों को ठीक करा कर उपयोग में लाया जा रहा था और राष्ट्रीय मानक के अनुसार आधारभूत संरचना नहीं बनाया जा सका था जिससे प्रशिक्षण केंद्र को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। शीघ्र ही परिसर का ले आउट प्लान बनाकर आवश्यक बजट गृह मंत्रालय भारत सरकार से उपलब्ध कराने हेतु प्रेषित किया जायेगा। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा एसएसबी के द्वारा विकास,जनसुरक्षा और नागरिक कल्याण के प्रति पूर्ण निष्ठा और समर्पण के कारण भूमि प्रदान किया गया है।

श्वेता श्रीवास्तव बनी मिस यूपी, महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनी गोरखपुर की बेटी
गोरखपुर- आज कल के व्यस्त भरे जीवन में अपने लिए समय निकाल पाना संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में खासकर महिलाओं के लिए तो और भी अधिक व्यस्तता बनी रहती है। महिलाओं को जहां घर परिवार की ज़िम्मेदारीयों के साथ साथ बच्चों की देखभाल भी करना होता है। इन सभी ज़िम्मेदारियों के चलते महिलाएँ अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का मौक़ा ही नहीं मिलता। नाइन एपम ग्रुप ऐसी ही महिलाओं को एक मंच देने और उनके प्रतिभा को एक मंच देने का प्रयास करती रही है। इसी कड़ी में नाइन पपम संस्था ने खासकर घरेलू महिलाओं को एक पहचान दिलाने के लिए प्रतिभा सौंदर्य प्रतियोगिता का आयोजन किया। मिस व मिसेज़ यूपी 2024 प्रदेश भर से कुल 25 मिस व 25 मिसेस महिलाओं को ऑनलाइन ऑडिशन के माध्यम से चयनित कर बीते दिनों बरेली में यह प्रतियोगिता आयोजित की गई।

तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में चार अलग अलग राउंड हुए। जिसने पहला टैर्जेट राउंड के माध्यम से सभी प्रतिभागियों ने अपने रुचि अनुसार नृत्य गायन अभिनय आदि से अपने प्रतिभा को प्रदर्शित किया। गोरखपुर की मिसेज़ स्वेता श्रीवास्तव ने टैलेंट राउंड में क्लासिकल नृत्य कर सभी का मन मोह लिया। साथ आगरा की कल्पना सिंह ने भी मयूर नृत्य करके बराबरी की टक्कर दी अंतिम तीन राउंड में सभी प्रतिभागियों को अलग अलग परिधानों पर रैंप वाक करके सभी ने अपने प्रदर्शन कर लोहा मनवाया। गोरखपुर की श्वेता श्रीवास्तव ने भी सभी की तरह अलग अलग परिधानों में सर्वश्रेष्ठ प्रशंसनीय प्रदर्शन किया। अंतिम सवाल जवाब राउंड में प्रतिभागियों को एक एक सवाल दिया गया जिसने श्वेता श्रीवास्तव सर्वाधिक अंक लाकर मिसेज़ यूपी 2024 की विजेता बनी।

विजेता बनाने के बाद आज गोरखपुर में प्रेस वार्ता कर सभी गोरखपुर वसियों का धन्यवाद देते हुए कहा कि अब वो भी गोरखपुर की महिलाओं को परीक्षण देने का कार्य करेंगी और क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित करेंगी साथ जल्द ही गोरखपुर में मिस व मिसेज़ पूर्वाचल प्रतियोगिता का भी आयोजन करेंगी।
*सड़क पर बह रहा सीवर का गंदा पानी, नाला बना मंदिर जाने वाला संपर्क मार्ग*

गोरखपुर- कस्बे से होकर क्षेत्र के प्रसिद्ध कोटही माता मंदिर की ओर जाने वाले संपर्क मार्ग पर स्थानीय निवासियों के द्वारा अपने घरों के बाथरूम और शौचालय का गंदा बदबूदार पानी बहाने के कारण मंदिर पर जाने वाले श्रद्धालुओं का रोष बढ़ रहा है।

संपर्क मार्ग से मंदिर तक पूजा अर्चना के लिए जाने वाले दर्जनों लोगों ने कहा कि इस मार्ग से जाने वाले बाइक और अन्य वाहनों के टायरों के छिंटे से पूरा शरीर दूषित हो जाता है। दरअसल सुबह से लेकर देर शाम तक दर्जनों की संख्या में श्रद्धालु इसी मार्ग से होकर प्रसिद्ध कोटही माता मंदिर तक पूजा अर्चना के लिए जाते हैं।

बता दें कि खजनी कस्बे में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। कस्बे से कोटही माता मंदिर की ओर जाने वाले संपर्क मार्ग के किनारे बने घरों के निवासियों के द्वारा अपने घरों के बाथरूम से निकलने वाले गंदे सीवर के पानी को सड़क पर बहा दिया जाता है। देर रात अथवा सुबह उजाला होने से पहले ही लोग नालियों से तथा मोटर लगा कर अंडर ग्राउंड टंकियों में जमा बदबूदार सीवर का गंदा पानी खुली सड़क पर बहा देते हैं।

स्थानीय लोगों में अजय सिंह, राजू, विशाल, मालती शुक्ला, रामनेवाज तिवारी, दीपक मिश्रा, अखिलेश, महेंद्र सिंह, पूनम दूबे, रामप्रवेश, अतुल सिंह, राम सकल, अनिल तिवारी, गिरिजा शंकर, महेश, चंदन, अतुल, ऋषिकेश, हरीश समेत दर्जनों लोगों ने बताया कि मंदिर जाने वाले मार्ग पर हर दिन इसी तरह से गंदगी फैला दी जाती है। मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर गंदगी फैलाने वाले ऐसे लोगों को ईश्वर भी माफ नहीं करेंगे। लोगों ने रोष जताते हुए कहा कि मंदिर जाने वाले पर गंदा पानी बहाना बंद नहीं कराया गया तो स्थानीय प्रशासन को प्रार्थनापत्र देकर इस समस्या का समाधान कराने की मांग की जाएगी, साथ ही लोगों ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी।

नदी में नहाने गए अधेड़ की डूबने से मौत
गोरखपुर- तहसील के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के जद्दूपट्टी गांव के रहने वाले दुर्ग विजय सिंह (55 वर्ष) पुत्र राम अधार सिंह शुक्रवार की दोपहर में नहाने के लिए गांव के समीप कुवानों नदी में गए थे। जहां नहाते समय उनका पैर गहरे पानी में चला गया और डूब कर नदी के उस पार शैवाल में फंसा पड़ा मिला। देर शाम गांव के कुछ लोग नदी की तरफ गए तो बाहर कपड़ा और चप्पल पड़ा हुआ मिला जो कि दुर्ग विजय सिंह का था। जिसके बाद लोगों ने खेजबीन शुरू की।

लोग नदी के आसपास उन्हें खोजने लगे तो उन्हें नदी के किनारे शैवाल में फंसा उनका शव मिला। घटना की सूचना सिकरीगंज पुलिस तथा परिजनों को दी गई। मौके पर पहुंचे लोगों ने शैवाल में फंसे शव को बाहर निकाला। हादसे की सूचना मिलते ही परीजनो का रो कर बुरा हाल हो गया। सिकरीगंज पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सिकरीगंज के एक गांव के तीन घरों में 20 लाख की चोरी, जांच में जुटी पुलिस

गोरखपुर- तहसील के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के भटियारी गांव में बीती रात चोरों ने एक ही गांव के तीन घरों में बेखौफ बड़ी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया, और लगभग 20 लाख रूपए से अधिक मूल्य के सोने के कीमती गहने तथा नकद रकम चुरा ले गए।

भटियारी गांव के निवासी सुधांशु पांडे पुत्र सर्वेश पांडे, पुनीत चन्द, और रूबी देवी ने सिकरीगंज थाने में तहरीर देकर अज्ञात चोरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। गांव के तीनों घरों में पीछे के रास्ते से घुसे अज्ञात चोरों ने बक्सों, अलमारियों आदि में रखे लाखों रुपए के कीमती जेवर मंगलसूत्र, अंगूठी, चैन, हार, लॉकेट, पाजेब, झाली और नकद रकम चुरा ले गए।

थाने में दी गई तहरीर में 20 लाख रुपए से अधिक मूल्य के गहने चोरी होने की सूचना दी गई है। बीती रात घटना के समय परिवार के लोग घर के बाहर और छत पर सोए हुए थे। सबेरे घटना की जानकारी होते ही 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी गई।

एक ही रात में तीन घरों में चोरी की बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर चोरों ने पुलिस को खुली चुनौती दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी। जिले से पहुंची फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड बुला कर पुलिस ने घटनास्थलों की बारीकी से जांच की। सीओ खजनी ओंकारदत्त तिवारी थानाध्यक्ष राजेश कुमार के साथ पहुंची पुलिस टीम ने पीड़ित परिवारों से घटनाओं की जानकारी ली।