चुनाव हारे हैं हताश नहीं हुऐ, लोकतंत्र में हार–जीत होती रहती हैं : सुशील कुमार सिंह
औरंगाबाद : हम चुनाव हारे हैं हताश नहीं हुऐ हैं, अपने कर्तव्य को बखूबी निभाएंगे, जनता की सेवा करना हमारी प्राथमिकता है और सदैव रहेगी। हर शोषित, पीड़ित, वंचित की सेवा ही हमारा सर्वप्रथम कर्तव्य है। यह बात निवर्तमान सांसद सुशील कुमार सिंह ने अपने आवास पर प्रेस-वार्ता के दौरान कहीं।
श्री सिंह ने कहा कि हार जीत लाग रहता है। हम जीत का मतलब समझते हैं। हमारी संस्कार हैं कि विजय की गोद में हम उन्मादी नहीं होते, ना ही पराजित लोगों को उपहास उड़ाते हैं। श्री सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा सत्य पर आधारित है। भाजपा के कार्यकर्ता के सच्चे सिपाही हैं। सिपाही कभी हारते नही हैं। हार-जीत लगी रहती है। हम चुनाव हारे हैं, हौसला नहीं। हम उन कमियों को सुधार करेंगे, जो इस बार चुक हुई है।
उन्होंने औरंगाबाद लोकसभा सीट से निर्वाचित सांसद अभय कुशवाहा को जीत की हार्दिक बधाई दी है। विपक्ष के द्वारा झूट का सहारा लिया गया। लोगों को प्रलोभन दिया गया। कांग्रेस के गारंटी फॉर्म का वितरण हुआ जिसमें देश के हर महिला को साढ़े आठ हजार , युवाओं को एक लाख रूपया प्रति माह देने का वादा किया गया। इस तरह से कई वादे किए गए। मतदाताओं के बीच अविश्वास का वातावरण तैयार किया गया। आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा। तमाम तरह के बिना सिर पैर की बाते इंडिया गठबंधन के लोगों द्वारा फैलाया गया।
कहा कि जिस तरह से कांग्रेस ने लोगों से चुनावी वादे किए। वह पुरी होने वाली नहीं थी। राजद के कार्यकाल में क्या होता था, सब जगजाहिर है। इनको अपने वादों से कोई लेना देना नहीं था, ये केवल लोगों को बरगला कर, उनमें संशय पैदा कर के सत्ता हथियाना चाहते थे। लेकिन जनता ने नकार दिया। देश के कई राज्यों में इंडिया गठबंधन दलों की सरकारें हैं। इन लोगों ने जनता से जो वादा किया, वहां अपनी वादा पूरा करें।
सुशील कुमार सिंह ने कहा कि जिन मतदाताओं ने उनके पक्ष में मतदान किया उनके प्रति उन्होंने आभार व्यक्त किया है, और जिन लोगों ने झूठे बहकावे, जात-पात, संकीर्णता और संशय में आकर मतदान नहीं किया , उन्हें भी धन्यवाद करता हूं। उन्होंने कहा कि मुझे सभी समाज और संप्रदाय के लोगों ने मतदान किया है जिसके फलस्वरूप 3 लाख 87 हजार मत मिले। मैं किसी के उपर दोषारोपण नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि किसी के उपर सामाजिक जातिय या व्यक्तिगत दोषारोपण नहीं करते हैं , किसी को किसी ने कुछ कहा हैं, या कुछ कहता हों , उसे मेरी ओर से उसका कोई समर्थन संरक्षण और प्रोत्साहन नहीं है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुऐ कहा कि ऐसा कोई कार्य न करें, जिससे किसी को कोई परेशानी हो। हमने कठीन से कठिन दौर देखा है, हमारे पिता जी रामनरेश सिंह उर्फ लूटन सिंह 1985 में विधानसभा का चुनाव हार गए थे। 1987 में उनके उपर सीसीए लगाकर जेल में डाल दिया गया था। उस समय काफी विकट परिस्थितियां झेली। लोकतंत्र में जीत हार लगी रहती हैं।
उन्होंने कहा कि औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र में अपने प्रयास से कई विकास के कार्य शुरू किया और मुहाने पर लाकर पहुंचा दिया। उत्तर कोयल नहर की बात करें तो इसका लगभग 90 प्रतिशत काम हो चुका है। आगे मेरा प्रयास होगा कि पद पर न रहते हुए भी, जानता के लिए जो कर सकता हूं वो करूंगा। पटना से हरिहरगंज तक होते हुऐ 139 सड़क का फॉर लाइनिंग बनाने का प्रयास जारी रहेगा। इसके अलावा हमारा प्रयास होगा कि बिहटा रेल लाइन परियोजना का कार्य पुरा हो। इसके लिए भी प्रयास जारी रहेगा। वहीं हड़ियाही डेम के लिए हमने प्रयास किया।
कहा कि मेरी आकांक्षा हैं कि जिस विकास को पायदान लाकर बीते 15 सालों में लाकर खड़ा किया है। वह ना रुके और ना पीछे जाए। गया ज़िले के टिकारी में अपने प्रयास से केंद्रीय विद्यालय खुलवाया। जहां आज हजारों बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने अपील करते हुऐ कहा कि जीत की खुशी मनाएं, लेकिन किसी को चिढ़ा कर नहीं। किसी को तकलीफ़ में डाल कर नहीं। सामाजिक समरसता को बरकरार रखे। इसकी चिंता नेता अधिक करें और साथ-साथ जनता भी करें। उन्होंने कहा कि मैंने भी पांच - पांच चुनाव जीते हैं, लेकीन कभी सामाजिक सौहार्द को बिगड़ने नहीं दिया। कभी किसी विरोधी के दरवाजे पर पटाखे नहीं फोड़े और न चिढ़ाया। लेकिन इन दिनों ऐसे कई मामले सामने आए हैं। फेसर थाना क्षेत्र के चौरियां गांव में मारपीट को लेकर दोनों तरफ से प्राथमिकी हुई हैं। इस संबध वीडियो भी वायरल हो रही हैं। संदर्भ में ऐसा कहा जा रहा हैं कि अमुक जातियां पहले काटे और मारे जाते थे , फिर से वे मारे और काटे जाएंगे। उन्होंने ऐसी किसी घटना के संदर्भ में प्रशासन से कार्रवाई की मांग की हैं।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Jun 09 2024, 20:11