एसएसबीअब अपने ट्रेनिंग सेंटर का खुद बना मलिक, डीएम ने दस्तावेज़ डीआईजी को सौंपा
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गोरखपुर। प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र सशस्त्र सीमा बल गोरखपुर को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा FCIL परिसर में चिलुवाताल से संलग्न भूमि प्रदान किया गया था, उपरोक्त के आलोक में जिला प्रशासन गोरखपुर द्वारा 115.405 एकड़ भूमि को प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र सशस्त्र सीमा बल गोरखपुर के नाम से खतौनी में दर्ज कर अवश्यक दस्तावेज़ कृष्णा करुणेश जिलाधिकारी गोरखपुर द्वारा असेम हेमोचन्द्र उप महानिरीक्षक प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र सशस्त्र सीमा बल को सौंपी गई।
प्रशिक्षु प्रशिक्षण केंद्र सशस्त्र सीमा बल गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में एसएसबी का एकमात्र प्रशिक्षण केंद्र हैं जोकि FCIL परिसर में पिछले 20 वर्षो से भारत-नेपाल, भारत-भूटान सीमा, देश की आंतरिक सुरक्षा में तैनात जवानों, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान पुलिस, नारकोटिक्स, कस्टम आदि विभागों के कार्मिकों को प्रशिक्षण प्रदान करता आ रहा हैं तथा 23 जनवरी 2024 को शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (NABET) द्वारा उत्तम सर्टिफिकेट से नवाजा गया जिसे भविष्य में सर्वोत्तम श्रेणी में लाने हेतु प्रयास किया जा रहा है।
स्वयं की भूमि नहीं होने के कारण यहां FCIL के पुराने छोटे छोटे घरों को ठीक करा कर उपयोग में लाया जा रहा था और राष्ट्रीय मानक के अनुसार आधारभूत संरचना नहीं बनाया जा सका था जिससे प्रशिक्षण केंद्र को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। शीघ्र ही परिसर का ले आउट प्लान बनाकर आवश्यक बजट गृह मंत्रालय भारत सरकार से उपलब्ध कराने हेतु प्रेषित किया जायेगा। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा एसएसबी के द्वारा विकास,जनसुरक्षा और नागरिक कल्याण के प्रति पूर्ण निष्ठा और समर्पण के कारण भूमि प्रदान किया गया है।












गोरखपुर- आज कल के व्यस्त भरे जीवन में अपने लिए समय निकाल पाना संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में खासकर महिलाओं के लिए तो और भी अधिक व्यस्तता बनी रहती है। महिलाओं को जहां घर परिवार की ज़िम्मेदारीयों के साथ साथ बच्चों की देखभाल भी करना होता है। इन सभी ज़िम्मेदारियों के चलते महिलाएँ अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का मौक़ा ही नहीं मिलता। नाइन एपम ग्रुप ऐसी ही महिलाओं को एक मंच देने और उनके प्रतिभा को एक मंच देने का प्रयास करती रही है। इसी कड़ी में नाइन पपम संस्था ने खासकर घरेलू महिलाओं को एक पहचान दिलाने के लिए प्रतिभा सौंदर्य प्रतियोगिता का आयोजन किया। मिस व मिसेज़ यूपी 2024 प्रदेश भर से कुल 25 मिस व 25 मिसेस महिलाओं को ऑनलाइन ऑडिशन के माध्यम से चयनित कर बीते दिनों बरेली में यह प्रतियोगिता आयोजित की गई।
गोरखपुर- तहसील के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के जद्दूपट्टी गांव के रहने वाले दुर्ग विजय सिंह (55 वर्ष) पुत्र राम अधार सिंह शुक्रवार की दोपहर में नहाने के लिए गांव के समीप कुवानों नदी में गए थे। जहां नहाते समय उनका पैर गहरे पानी में चला गया और डूब कर नदी के उस पार शैवाल में फंसा पड़ा मिला। देर शाम गांव के कुछ लोग नदी की तरफ गए तो बाहर कपड़ा और चप्पल पड़ा हुआ मिला जो कि दुर्ग विजय सिंह का था। जिसके बाद लोगों ने खेजबीन शुरू की।
Jun 09 2024, 16:38
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