श्वेता श्रीवास्तव बनी मिस यूपी, महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनी गोरखपुर की बेटी
गोरखपुर- आज कल के व्यस्त भरे जीवन में अपने लिए समय निकाल पाना संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में खासकर महिलाओं के लिए तो और भी अधिक व्यस्तता बनी रहती है। महिलाओं को जहां घर परिवार की ज़िम्मेदारीयों के साथ साथ बच्चों की देखभाल भी करना होता है। इन सभी ज़िम्मेदारियों के चलते महिलाएँ अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का मौक़ा ही नहीं मिलता। नाइन एपम ग्रुप ऐसी ही महिलाओं को एक मंच देने और उनके प्रतिभा को एक मंच देने का प्रयास करती रही है। इसी कड़ी में नाइन पपम संस्था ने खासकर घरेलू महिलाओं को एक पहचान दिलाने के लिए प्रतिभा सौंदर्य प्रतियोगिता का आयोजन किया। मिस व मिसेज़ यूपी 2024 प्रदेश भर से कुल 25 मिस व 25 मिसेस महिलाओं को ऑनलाइन ऑडिशन के माध्यम से चयनित कर बीते दिनों बरेली में यह प्रतियोगिता आयोजित की गई।

तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में चार अलग अलग राउंड हुए। जिसने पहला टैर्जेट राउंड के माध्यम से सभी प्रतिभागियों ने अपने रुचि अनुसार नृत्य गायन अभिनय आदि से अपने प्रतिभा को प्रदर्शित किया। गोरखपुर की मिसेज़ स्वेता श्रीवास्तव ने टैलेंट राउंड में क्लासिकल नृत्य कर सभी का मन मोह लिया। साथ आगरा की कल्पना सिंह ने भी मयूर नृत्य करके बराबरी की टक्कर दी अंतिम तीन राउंड में सभी प्रतिभागियों को अलग अलग परिधानों पर रैंप वाक करके सभी ने अपने प्रदर्शन कर लोहा मनवाया। गोरखपुर की श्वेता श्रीवास्तव ने भी सभी की तरह अलग अलग परिधानों में सर्वश्रेष्ठ प्रशंसनीय प्रदर्शन किया। अंतिम सवाल जवाब राउंड में प्रतिभागियों को एक एक सवाल दिया गया जिसने श्वेता श्रीवास्तव सर्वाधिक अंक लाकर मिसेज़ यूपी 2024 की विजेता बनी।

विजेता बनाने के बाद आज गोरखपुर में प्रेस वार्ता कर सभी गोरखपुर वसियों का धन्यवाद देते हुए कहा कि अब वो भी गोरखपुर की महिलाओं को परीक्षण देने का कार्य करेंगी और क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित करेंगी साथ जल्द ही गोरखपुर में मिस व मिसेज़ पूर्वाचल प्रतियोगिता का भी आयोजन करेंगी।
*सड़क पर बह रहा सीवर का गंदा पानी, नाला बना मंदिर जाने वाला संपर्क मार्ग*

गोरखपुर- कस्बे से होकर क्षेत्र के प्रसिद्ध कोटही माता मंदिर की ओर जाने वाले संपर्क मार्ग पर स्थानीय निवासियों के द्वारा अपने घरों के बाथरूम और शौचालय का गंदा बदबूदार पानी बहाने के कारण मंदिर पर जाने वाले श्रद्धालुओं का रोष बढ़ रहा है।

संपर्क मार्ग से मंदिर तक पूजा अर्चना के लिए जाने वाले दर्जनों लोगों ने कहा कि इस मार्ग से जाने वाले बाइक और अन्य वाहनों के टायरों के छिंटे से पूरा शरीर दूषित हो जाता है। दरअसल सुबह से लेकर देर शाम तक दर्जनों की संख्या में श्रद्धालु इसी मार्ग से होकर प्रसिद्ध कोटही माता मंदिर तक पूजा अर्चना के लिए जाते हैं।

बता दें कि खजनी कस्बे में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। कस्बे से कोटही माता मंदिर की ओर जाने वाले संपर्क मार्ग के किनारे बने घरों के निवासियों के द्वारा अपने घरों के बाथरूम से निकलने वाले गंदे सीवर के पानी को सड़क पर बहा दिया जाता है। देर रात अथवा सुबह उजाला होने से पहले ही लोग नालियों से तथा मोटर लगा कर अंडर ग्राउंड टंकियों में जमा बदबूदार सीवर का गंदा पानी खुली सड़क पर बहा देते हैं।

स्थानीय लोगों में अजय सिंह, राजू, विशाल, मालती शुक्ला, रामनेवाज तिवारी, दीपक मिश्रा, अखिलेश, महेंद्र सिंह, पूनम दूबे, रामप्रवेश, अतुल सिंह, राम सकल, अनिल तिवारी, गिरिजा शंकर, महेश, चंदन, अतुल, ऋषिकेश, हरीश समेत दर्जनों लोगों ने बताया कि मंदिर जाने वाले मार्ग पर हर दिन इसी तरह से गंदगी फैला दी जाती है। मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर गंदगी फैलाने वाले ऐसे लोगों को ईश्वर भी माफ नहीं करेंगे। लोगों ने रोष जताते हुए कहा कि मंदिर जाने वाले पर गंदा पानी बहाना बंद नहीं कराया गया तो स्थानीय प्रशासन को प्रार्थनापत्र देकर इस समस्या का समाधान कराने की मांग की जाएगी, साथ ही लोगों ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी।

नदी में नहाने गए अधेड़ की डूबने से मौत
गोरखपुर- तहसील के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के जद्दूपट्टी गांव के रहने वाले दुर्ग विजय सिंह (55 वर्ष) पुत्र राम अधार सिंह शुक्रवार की दोपहर में नहाने के लिए गांव के समीप कुवानों नदी में गए थे। जहां नहाते समय उनका पैर गहरे पानी में चला गया और डूब कर नदी के उस पार शैवाल में फंसा पड़ा मिला। देर शाम गांव के कुछ लोग नदी की तरफ गए तो बाहर कपड़ा और चप्पल पड़ा हुआ मिला जो कि दुर्ग विजय सिंह का था। जिसके बाद लोगों ने खेजबीन शुरू की।

लोग नदी के आसपास उन्हें खोजने लगे तो उन्हें नदी के किनारे शैवाल में फंसा उनका शव मिला। घटना की सूचना सिकरीगंज पुलिस तथा परिजनों को दी गई। मौके पर पहुंचे लोगों ने शैवाल में फंसे शव को बाहर निकाला। हादसे की सूचना मिलते ही परीजनो का रो कर बुरा हाल हो गया। सिकरीगंज पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सिकरीगंज के एक गांव के तीन घरों में 20 लाख की चोरी, जांच में जुटी पुलिस

गोरखपुर- तहसील के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के भटियारी गांव में बीती रात चोरों ने एक ही गांव के तीन घरों में बेखौफ बड़ी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया, और लगभग 20 लाख रूपए से अधिक मूल्य के सोने के कीमती गहने तथा नकद रकम चुरा ले गए।

भटियारी गांव के निवासी सुधांशु पांडे पुत्र सर्वेश पांडे, पुनीत चन्द, और रूबी देवी ने सिकरीगंज थाने में तहरीर देकर अज्ञात चोरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। गांव के तीनों घरों में पीछे के रास्ते से घुसे अज्ञात चोरों ने बक्सों, अलमारियों आदि में रखे लाखों रुपए के कीमती जेवर मंगलसूत्र, अंगूठी, चैन, हार, लॉकेट, पाजेब, झाली और नकद रकम चुरा ले गए।

थाने में दी गई तहरीर में 20 लाख रुपए से अधिक मूल्य के गहने चोरी होने की सूचना दी गई है। बीती रात घटना के समय परिवार के लोग घर के बाहर और छत पर सोए हुए थे। सबेरे घटना की जानकारी होते ही 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी गई।

एक ही रात में तीन घरों में चोरी की बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर चोरों ने पुलिस को खुली चुनौती दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी। जिले से पहुंची फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड बुला कर पुलिस ने घटनास्थलों की बारीकी से जांच की। सीओ खजनी ओंकारदत्त तिवारी थानाध्यक्ष राजेश कुमार के साथ पहुंची पुलिस टीम ने पीड़ित परिवारों से घटनाओं की जानकारी ली।
एक ही रात में तीन घरों में लाखों की चोरी, सिपाही का घर भी चोरों ने खंगाला

गोरखपुर- थाना क्षेत्र के कुआं गांव में बीती रात तीन घरों में लाखों के गहने बर्तन और कीमती सामान चुरा ले गए। घटना की जानकारी लोगों को सबेरे हुई, सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।

मिली जानकारी के अनुसार कुंआं गांव के निवासी श्रीराम यादव के पुत्र संदीप यादव यूपी पुलिस में सिपाही हैं, और वर्तमान में वाराणसी जिले में कार्यरत हैं। घर में ताला तोड़कर घुसे अज्ञात चोरों ने सोने की लेडिज जेंट्स लगभग 10 अंगूठियां 4 गले की चैन हार झुमका और कीमती सामान उठा ले गए घटना के दौरान गांव में रहने वाली संदीप की मां अपने बेटे और बहू के पास गईं थीं। बताया गया कि संदीप के श्वसुर दारोगा हैं।

इसी प्रकार गांव की निवासी स्वर्गीय लालचंद यादव की पत्नी माया देवी के घर में घुसे चोरों ने कीमती गहने पायल,बिछुआ, अंगूठी, झुमका और कीमती सामान बर्तन आदि चुरा ले गए। इसी गांव के रामजीत यादव के पुत्र दीनदयाल यादव के घर में घुसे चोरों ने कीमती गहने और बर्तन चुरा लिए। घर के पीछे से जंगले को तोड़कर तथा छत के रास्ते घर में घुसे चोरों ने इत्मीनान से घटना को अंजाम दिया। बताया गया कि बीती रात गांव में बिजली नहीं थी अंधेरे का लाभ उठा कर चोरों ने घटनाओं को अंजाम दिया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू कर दी है।
पहली जुलाई से शुरू हो जाएगी सैनिक स्कूल में पढ़ाई,प्रवेश परीक्षा के बाद कक्षा 6 और 9 में 75-75 सीटों पर हो चुका है दाखिला

गोरखपुर। पहली जुलाई को गोरखपुर की उपलब्धियों के किताब में एक सुनहरा पन्ना जुड़ जाएगा। इस तारीख से गोरखपुर में बने सैनिक स्कूल में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। प्रवेश परीक्षा के जरिये कक्षा 6 और 9 में 75-75 सीटों पर दाखिला हो चुका है। गोरखपुर में सैनिक स्कूल योगी सरकार का खास उपहार है।

गोरखपुर का सैनिक स्कूल खाद कारखाना परिसर में आवंटित 50 एकड़ भूमि पर बना है। डेढ़ सौ करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले इस स्कूल का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 जुलाई 2021 को किया था। ह्ययुवाओं को शिक्षा, देश की रक्षाह्ण के ध्येय से निमार्णाधीन इस शैक्षिक प्रकल्प में कक्षा 6 से 12 तक बालक-बालिकाओं को आवासीय व्यवस्था के तहत शिक्षा प्रदान की जाएगी। छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग कैंपस हैं। स्कूल का प्रशासनिक भवन प्राचीन भारतीय संस्कृति व परंपरा का दर्शन कराने वाला बना है। सैनिक स्कूल के विद्यार्थियों के खेलकूद की गतिविधियों के लिए खेलों के कई कोर्ट व मैदान भी विकसित हुए हैं हैं।

गोरखपुर का सैनिक स्कूल सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट में सम्मिलित है। इसके शिलान्यास के बाद भी वह कई बार इसके निर्माण कार्यों का भौतिक निरीक्षण करने आते रहे हैं। फरवरी माह में जब वह सैनिक स्कूल का निरीक्षण करने आए थे, तभी उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया था कि जुलाई सत्र से यहां पढ़ाई शुरू हो जानी चाहिए। यही नहीं, वर्तमान वित्तीय वर्ष के बजट में इस सैनिक पस्कूल के लिए सरकार ने चार करोड़ रुपये का प्रावधान भी इसी लिए किए था कि सत्र संचालन में किसी प्रकार की बाधा न आए। निर्माण कार्य पूर्ण होने के साथ अब यहां दाखिले की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। जिला विद्यालय निरीक्षक अमरकांत सिंह ने बताया कि गोरखपुर सैनिक स्कूल में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से कक्षा 6 में 75 और कक्षा 9 में भी 75 विद्यार्थियों का प्रवेश लिया जा चुका है। एक जुलाई से यहां नियमित कक्षाओं का संचालन प्रारम्भ हो जाएगा।

बदलेगी गोरखपुर की पहचान

अस्सी और नब्बे के दशक में गोरखपुर की पहचान अपराध की नर्सरी के रूप में रही है। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा और उद्योग के क्षेत्र में हासिल उपलब्धियों से बदनाम पहचान बदल गई है। अब गोरखपुर की पहचान विकास के मॉडल रूप में होती है। इस मॉडल में सैनिक स्कूल भी एक नगीने के रूप में होगा। यह स्कूल राष्ट्र रक्षा की नर्सरी बनेगा। इसके जरिये छात्र फौज में अफसर बनेंगे। देश की सीमाओं की रक्षा करेंगे। सैनिक स्कूल की सौगात सिर्फ युवा छात्रों के लिए ही नहीं, गोरखपुर की अपनी निजी पहचान और शान के लिहाज से भी बेहद खास है। सीएम योगी की मंशा है कि सैनिक स्कूल गोरखपुर समेत समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए गौरव स्तम्भ के रूप में दिखे। कारण, किसी भी क्षेत्र में सैनिक स्कूल का होना बड़ी उपलब्धि होती है।

बेलघाट में 9 माह की गर्भवती महिला की पिटाई,घटना के 4 आरोपितों पर केस दर्ज

खजनी गोरखपुर।तहसील क्षेत्र अंतर्गत आने वाले बेलघाट थाने के बसंतपुर गांव की निवासी महिला कन्हैया बेलदार की 9 माह की गर्भवती पत्नी उषा को घर में घुस कर मारने पीटने वाले 4 नामजद आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।


थाने में दी गई तहरीर में पीड़िता ने बताया कि उसके पति गोंडा में रहकर मेहनत मजदूरी करते हैं। रात में उसके पड़ोसियों विजय, अमरनाथ,रामशरन और गोलू ने घर में घुस कर मारपीट की और 9 माह की गर्भवती महिला के पेट पर लात से मारे बचाव में पहुंचे श्वसुर रामनेवास सास खेदना और ननद सरिता को भी चोटें आईं। आरोपितों ने मोबाइल फोन भी तोड़ दिया।


महिला से जुड़े अपराध के मामले में बेलघाट पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 118/2024 के तहत 323, 504,506,427 की धाराओं में केस दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।
बिजली की चपेट में आ कर गाय की मौत

खजनी गोरखपुर।कस्बे में स्थित पोस्ट ऑफिस गली में बिजली के पोल के करंट की चपेट में आने से गाय की मौत हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि गाय के पेट में बच्चा भी था। घटना सबेरे लगभग 9 बजे की है, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कस्बे और उससे सटे आसपास के गांवों के ज्यादातर पशुपालक दिन में अपनी गायों को खुले में छोड़ देते हैं, वह कस्बे में आकर फलों, सब्जियों और जलपान की दुकानों के आसपास फेंके गए कचरे खाती हैं।

सूचना के बाद भी बिजली की चपेट में आ कर मरने वाली गाय की शिनाख्त नहीं हुई।

एसडीएम खजनी शिवम सिंह ने बताया कि गाय को हटाने की व्यवस्था की जा रही है। घटना के बाद थानाध्यक्ष खजनी गौरव आर कन्नौजिया ने जेसीबी मशीन से मृत गाय को दफ़न कराया।

तीसरे दिन भी गांवों में पहुंच कर चेचक के मरीजों की जांच

खजनी गोरखपुर।इलाके में चेचक फैलने के मामले को स्वास्थ्य विभाग ने बेहद गंभीरता से लिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम ने आज गांवों में पहुंच कर प्रभावित मरीजों से मिल कर उनका हाल जाना, जांच टीम के द्वारा मरीजों को चिकन पॉक्स होने की पुष्टि की गई।

बांसगांव सीएचसी के सुपरिटेंडेंट डॉक्टर के.एम.अग्रवाल डब्ल्यूएचओ माॅनीटर राकेश यादव और रमेश सिंह की टीम के द्वारा बीमार लोगों की जांच के बाद उन्हें इलाज और बचाव के तरीके बताए गए साथ ही रोग प्रतिरोधक तथा मल्टीविटामिन की मुफ्त दवाएं दी गईं।

कैम्प लगा कर खोजे जा रहे हैं नये टीबी मरीज, पोर्टेबल एक्स रे मशीन से मिल रही मदद

गोरखपुर।जिले में टीबी उन्मूलन के लिए नये टीबी रोगियों को खोज कर उन्हें इलाज व सरकारी सुविधाओं से जोड़ने पर विशेष जोर है। इसी कड़ी में उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कैम्प लगा कर नये टीबी मरीज खोजे जा रहे हैं।

इन कैम्प में पोर्टेबेल एक्स रे मशीन से मौके पर ही टीबी जांच की सुविधा मिल रही है, साथ ही बलगम से भी जांच कराई जा रही है। इस तरह मार्च दो हजार चौबीस से लेकर मई दो हजार चौबीस तक पोर्टेबल एक्स रे मशीन के जरिये 447 नये टीबी रोगी और बलगम की जांच से 34 नये टीबी मरीज खोजे गये हैं। सभी का इलाज शुरू कर दिया गया है।

मानीराम क्षेत्र के 19 वर्षीय युवक बड़े (काल्पनिक नाम) को सीने में दर्द और खांसी की दिक्कत थी। बड़े ने बताया कि उन्हें आशा कार्यकर्ता के माध्यम से पता चला कि मानीराम अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य पर कैम्प लगा है। वहां जाने पर एक्स रे मशीन से उनकी जांच हुई जिसमें तुरंत पता चल गया कि उन्हें टीबी है। इससे पहले भी वह टीबी का मरीज रह चुका है और इसकी वजह से उसकी पढ़ाई छूट गयी। इससे पहले वर्ष 2022-23 में छह माह तक बड़े के टीबी का इलाज चला था। उनका कहना है कि इस बार जांच के बाद जो दवा दी गयी है उससे आराम मिला है। छह महीने तक नियमित दवा खाने को कहा गया है।

चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक मनीष तिवारी का कहना है कि कैम्प मोड से नये टीबी मरीजों को खोजना आसान हो रहा है। उनके यहां महराजगंज और मानीराम स्वास्थ्य केंद्र पर कैम्प लगाया गया तो टीबी के पांच नये मरीज खोजे जा सके । तीन लोगों में एक्स रे के जरिये टीबी की पुष्टि हुई और दो लोगों में बलगम जांच के जरिये टीबी का पता चला । इस कार्य में जिला स्तर से डीपीसी धर्मवीर प्रताप सिंह, पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र, मिर्जा आफताब बेग और सी नाइंटिन टीम के लीड रामेंद्र जी सहयोग कर रहे हैं ।

पांच हजार लोगों की हुई स्क्रिनिंग

पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्रा ने बताया कि मार्च से मई के बीच 5013 संभावित टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग की गयी । इस बीच 4994 संभावित मरीजों की जांच पोर्टेबल एक्स रे मशीन से की गयी।

नये टीबी मरीजों को मिलती है यह सुविधा

 सरकारी प्रावधानों के अनुसार जांच व इलाज

 निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज चलने तक खाते में 500 रुपये प्रति माह की दर से

 निकट सम्पर्कियों की टीबी जांच और बचाव की दवा का सेवन

 टीबी की सीबीनॉट जांच। साथ में मधुमेह और एचआईवी की जांच

 सम्पूर्ण दवा और परामर्श

यह लक्षण दिखे तो कराएं जांच

अगर दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी, सीने में दर्द, बलगम में खून आना, शाम को पसीने के साथ बुखार, भूख न लगना, तेजी से वजन गिरने जैसे लक्षण हो तो जांच अवश्य करवाना चाहिए

बढ़ी है जांच

सी नाइंटिन टीम की मदद से कैम्प लगा कर नये टीबी मरीज खोजे जा रहे हैं। कैम्प के लिए पहले से योजना तैयार कर ली जाती है और खासतौर से उच्च जोखिम क्षेत्रों में कैम्प लगाए जाते हैं। नये टीबी मरीज खोज कर समय से इलाज कर देने से इसके संक्रमण का चेन टूटता है। लक्षण दिखने पर लोग अपने ब्लॉक में लगने वाले कैम्प में पहुंच कर टीबी जांच करवा सकते हैं।

डॉ गणेश यादव, जिला क्षय रोग उन्मूलन अधिकारी