बिहार के विस, विप और राज्यसभा के खाली हुए इन सीटों पर जल्द होगा उपचुनाव

डेस्क : लोकसभा चुनाव में इसबार कई विधायक, विधान पार्षद और राज्यसभा सांसद ने चुनाव लड़े थे। इनमें कुछ को जीत हुई है। अब लोकसभा परिणाम घोषित होने के साथ ही यह भी तय हो गया कि बिहार में विधानसभा की चार सीटों पर उपचुनाव होगा। इसके अलावा राज्यसभा की दो सीटें और विधान परिषद की एक सीट पर भी उपचुनाव होना तय हो गया है। खाली हुए इन पदों को भरने की कार्रवाई जल्द ही शुरू होगी।

लोकसभा चुनाव में विभिन्न दलों से दर्जनभर विधायकों ने किस्मत आजमाई थी। सबसे अधिक राजद के टिकट पर ही विधायकों ने चुनाव लड़ा था। हालांकि सभी को सफलता हाथ नहीं लगी। राजद के दो विधायक लोकसभा के लिए चुने गए। रामगढ़ के राजद विधायक सुधाकर सिंह बक्सर से लोकसभा का चुनाव जीते हैं। अब रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होना तय है। इसी तरह बेलागंज के राजद विधायक सुरेन्द्र प्रसाद यादव जहानाबाद से लोकसभा का चुनाव जीते हैं। इस कारण बेलागंज में उपचुनाव होना तय है।

वहीं, हम के संरक्षक व पूर्व उपमुख्यमंत्री जीतन राम मांझी इमामगंज (सुरक्षित) के विधायक हैं। मांझी गया (सुरक्षित) लोकसभा सीट से चुनाव जीते हैं। ऐसे में इमामगंज में उपचुनाव होना तय है। इसी तरह तरारी के विधायक सुदामा प्रसाद आरा से लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। इस कारण तरारी में उपचुनाव होना तय है। 

राज्यसभा के दो सांसद भी लोकसभा के लिए चुने गए हैं। इसमें राजद की डॉ. मीसा भारती और भाजपा के विवेक ठाकुर हैं। मीसा भारती वर्ष 2022 में दुबारा राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुई थीं। उनका कार्यकाल अभी 2028 तक है। वहीं भाजपा के विवेक ठाकुर अप्रैल 2020 में राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। अभी इनका दो साल का कार्यकाल बचा हुआ है। मीसा और विवेक ठाकुर के बचे हुए कार्यकाल के लिए जल्द ही उपचुनाव होंगे।

20 वर्षों के बाद भी सीएम नीतीश की लोकप्रियता-विश्वसनीयता बरकरार, जदयू एनडीए में है और आगे भी रहेगा : विजय चौधरी

डेस्क : लोकसभा चुनाव में बिहार में जदयू का काफी बेहतर प्रदर्शन रहा है। जदयू के प्रदर्शन का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह केन्द्र में सरकार बनाने के लिए किंग मेकर की भूमिका में है। वहीं जिस सीएम नीतीश कुमार को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर था वहीं अब उन्हें अपने पक्ष में करने की लगातार कोशिश कर रहा है। इसी बीच जदयू का बड़ा बयान सामने आया है। 

जदयू की ओरके वरिष्ठ नेता और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि एनडीए 2025 का विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगा। यह आईने की तरह साफ है कि बिहार में एनडीए का नेता नीतीश कुमार ही रहेंगे। जदयू एनडीए में है और आगे भी रहेगा।

श्री चौधरी बुधवार को जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव में बिहार के नतीजों के निहितार्थ और संदेश बिल्कुल स्पष्ट हैं। पहला यह है, बिहार की जनता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फिर से एनडीए में वापस आने के फैसले को सही करार देकर उसपर मुहर लगा दी है। दूसरा कि आज भी बिहार के लोग नीतीश कुमार के नेतृत्व एवं उपलब्धियों को पसंद करते हैं। 

उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए की शानदार जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और उनके काम के साथ-साथ नीतीश कुमार के विकासकार्यों का मिलाजुला परिणाम है। इस चुनाव में हमारी पार्टी के प्रदर्शन को लेकर लोग तरह-तरह की बातें करते थे, लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद अब विरोधियों की आंखें खुल गई हैं। 

श्री चौधरी ने कहा कि यह स्पष्ट है कि 20 वर्षों के बाद भी नीतीश कुमार की लोकप्रियता एवं विश्वसनीयता आज भी जनता के दिलों में बरकरार है। लोकसभा चुनाव का नतीजा अगले वर्ष बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भी शुभ संकेत है।

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान बिहार के लगभग सभी लोकसभा क्षेत्रों में हमें जाने का मौका मिला, लेकिन कहीं भी किसी ने नीतीश कुमार के काम और उनकी ईमानदारी पर कोई सवाल खड़ा नहीं किया। 19 वर्षों तक लगातार सत्ता में रहने के बावजूद भी किसी भी नेता के लिये यह आसाधरण उपलब्धि है।

विजय चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कुछ सीटों पर हमलोगों की हार हुई है, जिसका मलाल है। पर, कुल मिलाकर बिहार में आया परिणाम संतोषप्रद है, जिसके लिए बिहार की जनता को साधुवाद है।

यूपी में मारा गया बिहार का कुख्यात 2 लाख का इनामी, बिहार एसटीएफ की सूचना पर यूपी एसटीएफ और पुलिस की टीम ने एनकाउंटर मे किया ढेर

डेस्क : बिहार के बेगूसराय जिले का निवासी कुख्यात 2 लाख का इनामी नीलेश राय पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है। नीलेश राय का एनकाउंटर यूपी की नोएडा एसटीएफ और जिला पुलिस की टीम ने की है। 

बताया जा रहा है कि यूपी मुजफ्फरनगर जिले के रतनपुरी थाना क्षेत्र में बड़ी वारदात को अंजाम देने जा रहे तीन बदमाशों से नोएडा एसटीएफ और रतनपुरी पुलिस की मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में बेगूसराय निवासी दो लाख का इनामी मारा गया। जबकि, उसके दो साथी अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल में फरार हो गए।

मृतक के पास से दो पिस्टल और एक बाइक बरामद हुई है। मारा गया बदमाश नीलेश राय, गोपाल राय उर्फ गोपाल सिंह का बेटा था। वह बेगूसराय में गढ़हरा के बररामपुर टोले का रहने वाला था। उस पर बेगूसराय समेत बिहार के कई थानों में हत्या, रंगदारी, डकैती के 16 मामले दर्ज थे। वह काफी समय से बिहार से फरार चल रहा था। 

देर रात बिहार एसटीएफ ने नोएडा एसटीएफ को सूचना दी कि बेगूसराय से फरार इनामी अपने साथियों के साथ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने जा रहा है। बिहार एसटीएफ उसके पीछे पहले से ही लगी हुई थी। रतनपुरी पुलिस ने एक बाइक से जा रहे तीन संदिग्धों को रुकने को कहा तो उन्होंने फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश मारा गया।

मौसम अलर्ट : राजधानी पटना मे बदला मौसम का मिजाज, तेज आंधी से तापमान में आई गिरावट

डेस्क : बिहार में अचानक से मौसम का मिजाज बदल गया है। राजधानी पटना में तेज आंधी चल रही है। वहीं बारिश के आसार भी नजर आ रहे है। 

तेज आंधी से तापमान में गिरावट आई है। आसमान में काले बादल छाए हुए है। ऐसे आसार नजर आ रहे है कि यहां झमाझम बारिश हो सकती है। 

मौसम के इस बदले मिजाज से लोगो ने राहत की सांस ली है। पिछले कई दिनों से तेज धूप और उमश भरी गर्मी ने लोगों का जीना-मुहाल कर रखा है। पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। इंसान से लेकर पशु-पक्षी तक भीषण गर्मी से बेहाल है। हालांकि आज मौसम के बदले इस मिजाज से गर्मी से बड़ी राहत मिल सकती है।

लोकसभा परिणाम आते ही आलोचना झेल रहे नीतीश बने किंगमेकर, बिहार से दिल्ली तक विपक्ष लगा रहा जल्दी वापस आओ के नारे


डेस्क : कलतक विपक्ष की घोर आलोचना झेल रहे बिहार के मुख्यमंत्री लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद किंगमेकर बनकर सामने आए है। आलम यह है कि कल तक जो राजद-कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल उनकी जमकर आलोचना कर रहे थे और उनका राजनीतिक अस्तित्व खत्म होने की बात कर रहे थे वही अब पलक बिछाए उन्हें अपने साथ आने का आग्रह कर रहे है। स्थिति यह है कि राजद के बड़े नेता यह कह रहे है कि इंडी गठबंधन की नींव नीतीश कुमार ने ही रखी थी। वहीं दिल्ली में कांग्रेस कार्यालय के बाहर नीतीश जल्द साथ आओ हम तुम्हारे साथ है के नारे लगा रहे है।


दरअसल इसबार लोकसभा चुनाव परिणाम ऐसा आया है जिसकी कल्पना न तो सत्ता पक्ष ने की थी और न ही विपक्ष ने। सत्ताधारी एनडीए ने 400 पार का नारा दिया था लेकिन स्थिति यह रही कि 300 भी पार नहीं कर पाई। हालांकि बीजेपी 240 सीट लाकर सबसे बड़ी पार्टी के रुप में सामने आई है, लेकिन अकेले बहुमत के आंकड़े से 32 सीट पीछे है। ऐसे मे एनडीए के साथ जदयू और टीडीपी की भूमिका अहम हो गई है। यदि ये दोनो दल विपक्ष के साथ चले जाते है तो एनडीए की सरकार नही बन पायेगी।

इधर विपक्ष इस कोशिश में पुरजोर तरीके से लगी हुई है कि नीतीश कुमार उनके साथ आ जाए तो एनडीए को सत्ता से दूर किया जा सकता है। हालांकि जदयू और टीडीपी ने अभीतक यह साफ कर रखा है कि वे एनडीए के साथ है। 


कल चुनाव परिणाम आने के साथ ही राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा का नीतीश कुमार के प्रति सुर बदल गया था। जो मनोज झा पिछले दिनो राजद का साथ छोड़ एनडीए के साथ जाकर सरकार बनाने के बाद लगातार आलोचना करते नही थकते थे। वही मनोज झा ने कहा कि नीतीश कुमार का कद काफी बड़ा है। उन्होंने इंडी गठबंधन की नींव रखी थी। जिसका परिणाम सामने है।

वहीं आज दिल्ली में जहां एनडीए और इंडी गठबंधन दोनो की बैठक हो रही है। वहां कांग्रेस कार्यालय के बाहर नीतीश बाबू पलटी मारो...हम तुम्हारे साथ हैं...., नीतीश बाबू जल्दी आओ...जल्दी आओ...जल्दी आओ....के नारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस कार्यालय के बाहर सैकड़ों समर्थक खड़े होकर यह नारे लगा रहे हैं। वहीं कार्यालय में कांग्रेस नेता राहुल गांधी अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। वहीं बाहर कार्यकर्ता नारे बाजी कर रहे हैं। यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

दिल्ली के 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय में नीतीश कुमार को महागठबंधन में वापस लाने के लिए नारेबाजी हो रही है। वहीं कार्यालय के अंदर राहुल गांधी कांग्रेस नेताओं के साथ मीटिंग कर रहे हैं। बाहर नारेबाजी हो रही है। कार्यकर्ता नारे लगा रहे हैं कि नीतीश कुमार पलटी मारो हम तुम्हारे साथ हैं...नीतीश बाबू जल्दी आओ...जल्दी आओ।

बहरहाल जनवरी 2024 में सीएम नीतीश कुमार के महागठबंधन से नाता तोड़कर बीजेपी में शामिल होने का फैसला लिया जाने के बाद जिस तरह से उनकी आलोचना हो रही थी। राजद द्वारा भी सीएम की पार्टी को लेकर कई आरोप लगाए गए। उसके बाद कुछ दिनों से तो ऐसा माना जाने लगा कि सीएम नीतीश की प्रासंगिकता लगभग खत्म हो चुकी है। लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद सीएम नीतीश की पार्टी जदयू का कोई खासा मोल बिहार की राजनीति में नहीं रह जाएगा।  लेकिन हुआ ठीक इसका उल्टा।

लोकसभा चुनाव में जदयू ने अपने कोटे के 16 में 12 सीट और 40 में 30 सीट जीतकर जहां एनडीए की बिहार में साख बचा ली। वहीं यह साबित हो गया कि बिहार में नीतीश कुमार की प्रासंगिकता अभी खत्म नही हुई है। जनता का विश्वास अभी नीतीश कुमार में कायम है। बिहार में हर हाल में नीतीश कुमार को साथ लेकर चलना होगा।
25 वर्ष बाद इस चुनाव में आया फिर यह अवसर, बिहार से एकसाथ 5 महिलाएं बनी सांसद*,

डेस्क : इसबार के चुनाव में कई बड़े उलट-फेर हुए है। जहां एनडीए गठबंधन खासकर बीजेपी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। उसके कई दिग्गज नेताओं की हार हो गई है। वहीं पच्चीस वर्षों के बाद सूबे से पांच महिला सांसद बनी है। इसके पहले 1999 के लोकसभा चुनाव में बिहार से 5 महिला सांसद बनी थी। हालांकि, तब बिहार और झारखंड एक थे। राज्य के बंटवारे के बाद यह पहला अवसर है जब एक साथ 5 महिला जीत हासिल कर लोकसभा पहुंच रही हैं। इसबार जदयू की ओर सीवान से विजय लक्ष्मी, शिवहर से लवली आनंद को टिकट दिया था। इनदोनो ने चुनाव में जीत हासिल की है। वहीं लोजपा (आर) ने समस्तीपुर से शांभवी चौधरी और वैशाली से वीणा देवी को प्रत्याशी बनाया था। दोनो चुनाव जीत गई है। वही पिछले दो बार से पाटलिपुत्र से हार का सामना कर रही राजद की मीसा भारती इसबार चुनाव जीत संसद भवन पहुंच गई है। पिछले 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में वीणा देवी, रमा देवी और कविता सिंह ने जीत प्राप्त की थी। इस बार महिलाओं ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इस चुनाव में 39 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं। वहीं इसबार सीवान से निर्दलीय के तौर पर मैदान में उतरी हेना शहाब ने अपनी ताकत दिखायी। वे मुख्य लड़ाई में रहीं और जदयू के बाद दूसरे स्थान पर थी। उनके कारण राजद को तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा।
सीएम नीतीश कुमार आज दिल्ली होंगे रवाना, एनडीए की बैठक मे होंगे शामिल

डेस्क : दिल्ली में आज एनडीए की बैठक होनी है। जिसमे सरकार के बनाने को लेकर चर्चा हो सकती है। इस बैठक मे शामिल होने के लिए एनडीए के सभी घटक दलों को दिल्ली बुलाया गया है। वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार आज दिल्ली रवाना होंगे। जहां वे एनडीए की बैठक में शामिल होंगे। बता दें बीते सोमवार को ही मतगणना से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करके पटना वापस लौटे थे। पटना लौटने के पहले उन्होंने शाम में फोन पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात भी की थी। मिली जानकारी के अनुसार बीते मंगलवार को चुनाव परिणाम आने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की। वहीं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें फोन करके बैठक की जानकारी दी है। बैठक 4.30 बजे होगी। वहीं इससे पहले पहले बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिनभर अपने आवास में ही रहे। उन्होंने इस दौरान उन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी व सांसद संजय झा के साथ चुनाव परिणाम को लेकर विचार-विमर्श किया। चर्चा यह भी हुई कि आठ-नौ सीटों पर कैसे हार मिली। मुख्यमंत्री ने फोन पर कुछ सहयोगियों के साथ बातचीत की।
बिहार के चुनाव परिणाम ने किया साबित, सीएम नीतीश अब भी प्रदेश की राजनीति की धुरी

डेस्क : बीते मंगलवार को लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना हुई। चुनाव परिणाम में बीजेपी का 400 के पार का नारा काम नहीं आया। स्थिति यह रही कि एनडीए 300 का आंकडा नहीं कर पाया। हालांकि केन्द्र में सरकार बनाने के लिए एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा 272 को पार कर लिया है। बीजेपी को सबसे बड़ा नुकसान उसके गढ़ यूपी में उठाना पड़ा है। वहीं बिहार के परिणाम से एकबात साफ हो गया है कि बिहार में अब भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजनीति के धुरी है। *सीएम नीतीश ने बिहार मे बचाई एनडीए की साख* लोकसभा चुनाव के परिणाम ने यह साबित कर दिया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब भी प्रदेश के राजनीति के धुरी है। चुनाव परिणाम में जिस तरह से एनडीए को नुकसान हुआ है उससे यह बात साफ है कि बिहार में नीतीश कुमार एनडीए के साथ नहीं होते तो एनडीए को भारी नुकसान होता और बहुमत के आंकड़े को पार करना कठिन हो जाता। बिहार में एनडीए को चुनाव के ठीक पहले विपक्षी गठबंधन का हिस्सा रहे नीतीश कुमार एनडीए में लौटे थे। उनकी वापसी ने एनडीए की साख बिहार में बचायी है। पड़ोसी राज्य यूपी में एनडीए को बड़ा झटका लगा है। ऐसे में बिहार की दो तिहाई सीटें हासिल कर एनडीए ने पूर्ण बहुमत प्राप्त करने में सफल रही है। गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने ही राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों को एकजुट किया था। पटना में विपक्षी दलों की पहली बैठक मुख्यमंत्री आवास में 23 जून, 2023 को हुई थी। बाद में लोस चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस की नजरअंदाजी और सुस्ती देख उन्होंने वहां से बाहर आने का फैसला लिया। इस तरह नीतीश कुमार फिर एनडीए का हिस्सा बने। बिहार में एनडीए के तहत भाजपा 17, जदयू 16, लोजपाआर पांच तथा हम और रालोमो एक-एक सीट पर लोकसभा का चुनाव लड़ी। जदयू उम्मीदवारों की बात करें तो 16 में 12 निवर्तमान सांसद थे। जदयू की 12 सीटों पर जीत हुई है। वहीं, जिन चार सीटों पर जदयू हारा है, उनमें तीन निवर्तमान सांसद भी हैं। हारने वाले निवर्तमान सांसदों में जहानाबाद से चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, कटिहार से दुलालचंद गोस्वामी और पूर्णिया से संतोष कुशवाहा शामिल हैं। वहीं चौथी सीट किशनगंज रही है, जहां पर जदयू को 2019 में भी हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जदयू 17 पर लड़ा था और 16 पर जीत दर्ज किया था। नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में पार्टी उम्मीदवार कौशलेंद्र कुमार की लगातार चौथी बार जीत हुई है। वहीं, पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह चौथी बार सांसद बने हैं। इस बार जदयू के नौ निवर्तमान सांसदों ने जीत दर्ज की है। इनमें भागलपुर से अजय मंडल, वाल्मीकिनगर से सुनील कुमार, सुपौल से दिलेश्वर कामत, मधेपुरा से दिनेशचंद्र यादव, गोपालगंज से डॉ आलोक कुमार सुमन, बांका से गिरिधारी यादव, नालंदा से कौशलेंद्र कुमार, मुंगेर से ललन सिंह और झंझारपुर से रामप्रित मंडल। सीतामढ़ी से देवेश चंद्र ठाकुर की जीत हुई है।
लोकसभा चुनाव : बिहार के 40 सीटों का परिणाम जारी, जानिए किसे मिली कितनी सीट*

डेस्क : बीते मंगलवार को मतगणना के बाद देर रात चुनाव आयोग ने बिहार की सभी 40 सीटों पर परिणाम जारी कर दिए। अधिकतर सीटों पर सीधे मुकाबले में एनडीए को 30 और इंडिया गठबंधन को 9 सीटें मिलीं, जबकि बाकी एक सीट पूर्णिया में निर्दलीय पप्पू यादव ने परचम लहराया। एनडीए में जदयू को 12, भाजपा को 12, लोजपा (आर) को 5 और हम को एक सीट हासिल हुई। वहीं, इंडिया में राजद को 4, कांग्रेस को 3, भाकपा माले को दो सीटें हासिल हुई हैं। *एनडीए को 9 सीटों का हुआ नुकसान* पिछले चुनाव में एनडीए के खाते में 39 सीटें आई थीं। इसबार उसे 30 सीटों पर जीत हासिल हुई है। इस तरह उसे 9 सीटों का नुकसान हुआ है। जदयू को चार और भाजपा को पांच सीटों का झटका लगा है। जदयू को किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और जहानाबाद में हार का सामना करना पड़ा। जबकि, भाजपा को पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, औरंगाबाद एवं सासाराम (सु.) में शिकस्त मिली। लोजपा (आर) ने अपनी सभी पांच सीटें जीत लीं। *राजद का इसबार खुला खाता* पिछले चुनाव में राजद का खाता नहीं खुला था। लेकिन इसबार उसे 4 सीटों पर जीत के साथ इंडिया को आठ सीटों का फायदा हुआ है। जिसमें राजद को चार, कांग्रेस को दो और भाकपा माले को दो सीटों का लाभ शामिल हैं। पिछली बार कांग्रेस को एक मात्र किशनगंज सीट मिली थी। वहीं, राजद व भाकपा माले के खाते में एक भी सीट नहीं थी। *इन दिग्गजों की हुई जीत* चुनाव जीतने वाले प्रमुख लोगों में गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, चिराग पासवान, ललन सिंह, मीसा भारती, राधामोहन सिंह, तारिक अनवर शामिल हैं। वहीं, हारने वालों में आर के सिंह, उपेंद्र कुशवाहा, रोहिणी आचार्य, रामकृपाल यादव, पवन सिंह भी शामिल हैं।
सारण में रोहिणी आचार्य पर भारी पड़े राजीव प्रताप रुड़ी, लालू प्रसाद की मेहनत नहीं आई काम

डेस्क : बिहार के 40 लोकसभा सीट पर मतगणना जारी है। जिनमे से अधिकांश सीटों के परिणाम सामने आ चुके है। हालांकि अभी अधिकारिक घोषणा बाकी है। एनडीए 33 सीट लीड कर रही है। जिसमें जदयू 14 सीट पर लीड कर रही है, बीजेपी 13 सीट पर लीड कर रही है, वहीं लोजपा(रा) अपने पांचों सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं, हम पार्टी सुप्रीमो जीतन राम मांझी अपनी 1 सीट गया पर जीत दर्ज कर ली है। 

इसी बीच सारण लोकसभा सीट का परिणाम भी सामने आ गया है। जहां बीजेपी अपने सीट पर काबिज रही है। यहां से बीजेपी प्रत्याशी राजीव प्रताप रुडी चुनाव जीत गए है। उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य को भारी अंतर से शिकस्त दी है। 

बता दें लालू प्रसाद ने अपनी बेटी रोहिणी आचार्य जिन्होंने अपनी किडनी डोनेट कर लालू प्रसाद की जान बचाई है को अपनी कर्मभूमि रहे सारण सीट से प्रत्याशी बनाया था। रोहिणी के सारण सीट से जीत दिलाने के लिए लालू प्रसाद ने काफी मेहनत की थी। लेकिन उनकी मेहनत काम नहीं आई। छपरा की जनता ने लालू प्रसाद की मेहनत और रोहिणी की सहानुभूति दोनो को नकारते हुए यहां से एकबार फिर राजीव प्रताप रुड़ी को जिता दिया है।