बाइक चोरी का केस दर्ज
खजानी गोरखपुर।उरूवा थाना क्षेत्र के रहदौली गांव दुघरा के निवासी तेज प्रताप सिंह की बाइक बीते 25 अप्रैल को खजनी थाना क्षेत्र के सिंह मैरेज हॉल से गायब हो गई। खजनी पुलिस को दी गई तहरीर में तेज प्रताप सिंह ने बताया है की बीते 25 अप्रैल को देर रात 10 बजे मैरेज हॉल के बाहर अपनी बाइक संख्या यूपी 53 डीई 6230 खड़ी करके वह मैरेज हॉल में गए थे।

बाहर आने पर उन्हें बाइक नहीं मिली लगभग डेढ़ माह से वो हर संभावित स्थान पर परिचितों और रिश्तेदारों से मिल कर अपनी बाइक तलाश करते रहे लेकिन उसका कोई पता नहीं चला।पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 234/2024 की धारा 379 के तहत अज्ञात के खिलाफ चोरी का केस दर्ज कर लिया है और घटना की छानबीन शुरू कर दी है।
प्रचंड गर्मी में बढ़ा चेचक का प्रकोप दर्जनों लोग संक्रमित

खजनी गोरखपुर।इलाके के कूंड़ा भरथ कस्बा संग्रामपुर उनवल नगर पंचायत तथा बंगला पांडेय सरयां बदरां पिपरां आदि गांव में चेचक से पीड़ित होने वाले देवानंद पासवान, सुधीर, टिल्लू, शिवबीर, ओमबीर, कन्या, अनन्य, विवेक मौर्या, गजेंद्र राम त्रिपाठी, सोनू, प्रदीप, निखिल की जानकारी मिली है। गांवों में आज भी चेचक को "माता जी" का प्रकोप मान कर संक्रमित व्यक्ति को स्वच्छता के साथ अलग कमरे में रखा जाता है और पूजा पाठ तथा रसोई में तेल मसाले आदि का प्रयोग बंद कर दिया जाता है।

90 फीसदी मामलों में लोग चिकित्सकीय परामर्श नहीं लेते और आशा बहुओं की लापरवाही के कारण इसकी सटीक जानकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर नहीं पहुंच पाती है। जिससे चेचक से संक्रमित रोगियों की सही संख्या की जानकारी नहीं मिल पाती है। लोगों ने शरीर पर और चेहरे पर बड़े दाने वाली चेचक होने की जानकारी दी है। तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों में चेचक के प्रकोप की सूचना दी गई है। जिसकी पुष्टि करते हुए क्षेत्र के होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ.रामसिंह, डॉ राम-लक्ष्मण यादव ने बताया कि कई गांवों के लोग चेचक की प्रतिरोधक दवाएं ले जा चुके हैं।

इस संदर्भ में खजनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉक्टर प्रदीप तिवारी ने बताया कि चेचक वेरियोला वायरस के कारण होता है। यह एक संक्रामक बीमारी है जो कि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। चेचक तब फैलता है जब कोई संक्रमित व्यक्ति बात करता है, खांसता है या छींकता है जिससे संक्रामक एजेंटों वाली छोटी बूंदें हवा में फैल जाती हैं। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिकों के निष्कर्षों से माना जाता है कि चेचक का संचरण मौसम के साथ बहुत भिन्न होता है और गर्म सूखे मौसम से इसके बढ़ने की संभावना सबसे अधिक होती है। छोटे दाने को मिजेल्स तथा बड़े दंगाने को चिकनपॉक्स कहा जाता है। उन्होंने बुखार होने पर पैरासिटामोल तथा खुजली होने पर एंटी एलर्जिक सिट्रिजिन जैसी दवाएं लेने की सलाह दी।

खसरे के प्रकोप की सूचना पर गांवों में जांच के लिए पहुंची टीम

खजनी गोरखपुर।इलाके के कई गांवों में खसरे के प्रकोप की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने गांवों में पहुंच कर मरीजों का हाल जाना और उन्हें रोग प्रतिरोधक तथा मल्टीविटामिन की मुफ्त दवाएं दी गईं। खजनी पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉक्टर प्रदीप तिवारी के नेतृत्व में क्षेत्र के केवटली, बदरां, सहसीं बंगला, सरयां आदि गांवों में आशाओं और पैरामेडिकल स्टॉफ की टीमें भेज कर प्रभावित मरीजों को प्रतिरोधक दवाएं दी गई हैं।

दूसरी ओर बांसगांव सीएचसी के सुपरिटेंडेंट डॉक्टर के.एम.अग्रवाल के साथ कूड़ाभरत, टेकवार और पिपरां आदि गांवों में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने खसरे से पीड़ित रोगियों के घरों तक पहुंच कर बीमारी की पहचान की गई तथा प्रभावी रोकथाम के उपाय बताए और दवाएं दी।

बाँसगाँव से आई टीम जिसका के द्वारा क्षेत्र भ्रमण कर रोगियों की पहचान की गई। टीम में सुपरिटेंडेंट के साथ स्वास्थ्य पर्यवेक्षक रमेश सिंह, बीएचडब्ल्यू दीपक कुमार सिंह एवं अमित कुमार एएनएम प्रज्ञा पटेल शिवानी के साथ आशा,आंगनवाड़ी कार्यकत्री मौजूद रहीं।

मिली जानकारी के अनुसार खसरे के प्रकोप की सूचना पर प्रदेश शासन लखनऊं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव ने बेहद गंभीरता से लिया साथ ही सीएमओ के निर्देश पर गांवों में खसरे से पीड़ित रोगियों की पहचान तथा बीमारी से बचाव रोकथाम एवं मुफ्त इलाज की व्यवस्था की गई है।

विश्व पर्यावरण दिवस (05 जून 2024) पर विशेष,गर्भवती और गर्भस्थ शिशु के लिए जटिलताएं बढ़ा देगा पर्यावरण में असंतुलन

गोरखपुर।पेड़ पौधों की अंधाधुंध कटाई और प्रदूषण के जरिये पर्यावरण में जो असंतुलन पैदा हो रहा है वह स्वस्थ और सुरक्षित बच्चे की चाहत के लिए भी चुनौती बन सकता है । विशेषज्ञों का कहना है कि पर्यावरण में असंतुलन के कारण भी लोगों को अत्यधिक गर्मी और हीट वेव का प्रकोप झेलना पड़ रहा है। ऐसे हालात सबसे अधिक खतरा गर्भवती और गर्भस्थ शिशु के लिए पैदा करते हैं । सुरक्षित मातृत्व के लिए ये हालात बदलने जरूरी हैं।

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ गायनोकोलॉजी की एक रिपोर्ट के मुताबिक अत्यधिक गर्मी के कारण गर्भवती की ह्रदय और गुर्दे की प्रणाली कमजोर हो सकती है। इन स्थितियों में गर्भस्थ भ्रूण के लिए भी जटिलताएं बढ़ जाती हैं।

वहीं नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट के अनुसार अत्यधिक गर्मी और हीट वेव के कारण गर्भवती में हाइपरटेंशन का खतरा कहीं अधिक बढ़ जाता है। साथ ही गर्भस्थ शिशु के कम वजन के जन्म लेने, जन्मजात विकार और मृत बच्चा जन्म लेने की भी आशंका अधिक होती है।

पिपराईच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की चिकित्सक डॉ एमडी बर्मन का कहना है कि अत्यधिक गर्मी के कारण हुए निर्जलीकरण से गर्भवती के रक्तचाप के भी कम होने की संभावना होती है। जब रक्तचाप कम होता है तो वह पेट में पल रहे बच्चे के लिए भी दिक्कतें पैदा कर देता है । ओपीडी में आने वाली गर्भवती को गर्मी से बचने के लिए विशेष तौर पर परामर्श दिया जा रहा है।

पर्यावरण प्रदूषण है चुनौती

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे का कहना है कि पर्यावरण प्रदूषण मातृ शिशु स्वास्थ्य के लिए एक बड़ी चुनौती है। प्रदूषित वातावरण में पैदा होने वाले बच्चों में फेफेड़े संबंधी बीमारियों की आशंका अधिक होती है । दिल्ली एनसीआर में यह एक चुनौती बन कर उभरा है, जो धीरे धीरे छोटे शहरों की ओर बढ़ रहा है । वायु प्रदूषण के जरिये गर्भावस्था पर भी खतरा विद्यमान रहता है। ऐसी माताओं के बच्चे कम वजन के पैदा हो सकते हैं जो लगातार प्रदूषित वातावरण में रहती हैं ।

यह उपाय जरूरी

 अधिक से अधिक पौधे लगाएं

 तेज धूप और हीट वेव में न निकलें

 घर के बाहर निकलें तो मास्क अवश्य लगाएं।

 वाहनों का इस्तेमाल कम किया जाए

 गर्भवती और नवजात को प्रदूषित वातावरण से दूर रखें।

पर्यावरण प्रदूषण के अन्य नुकसान

 फेफड़े से संबंधित बीमारियां

 ह्रदय रोग और उच्च रक्तचाप के रोगियों को हीट वेव से जीवन का खतरा

 गंदगी के कारण वेक्टर जनित रोगों के प्रसार की आशंका

उत्तर प्रदेश दलित जोडो अभियान समिति के संरक्षक एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री तनुज पुनिया की जीत पर गोरखपुर में मना जश्न

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश दलित जोडो अभियान समिति के संरक्षक एवं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री 53 लोकसभा बाराबंकी के सांसद प्रत्याशी तनुज पुनिया के भारी बहुमत से जीतने पर उत्तर प्रदेश दलित जोड़ो अभियान समिति के पुर्वी जोन प्रांतीय कार्यालय चार चांदपुरी स्थित गोरखपुर के पार्टी कार्यालय पर दलित जोड़ो अभियान समिति के कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ कांग्रेस जनों ने आमजन को मिठाई खिलाकर हर्ष व्यक्त किया।

कार्यक्रम की अगवाई दलित जोडो अभियान समिति के प्रांतीय महामंत्री एवं प्रवक्ता एवं पूर्व प्रदेश कोऑर्डिनेटर महेंद्र मोहन गुड्डू तिवारी ने कहा डबल इंजन की सरकार में भूख और भ्रष्टाचार चरम सीमा पर था बेरोजगारी एवं महंगाई आमजन का प्रमुख मुद्दा था इसको मद्देनजर रखते हुए प्रदेश की जनता ने इंडिया गठबंधन को पूरे प्रदेश और देश में समर्थन दिया भारतीय जनता पार्टी के मुंह पर तमाचा मारने का काम किया है ।

इसके बाद भी डबल इंजन की सरकार सत्ता के लालच में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर सत्ता में बना रहना चाहता है ऐसे में फिर जनता इनको ईट का जवाब पत्थर से देगी।

हर्ष व्यक्त करने वालों में, तलत अजीज, वजाहत करीम, एस ए रहमान, सुमित पांडे, अभिजीत पाठक, बिंदेश्वरी प्रसाद, निर्मल वर्मा, मेराज खान योगेश सिंह, विख्यात भट्ट, राजेंद्र यादव, महेंद्र नाथ मिश्रा, ललित निषाद, अंकित पांडे टाइगर, सुबोध पांडे, आदि लोग मौजूद थे।

एक-दूसरे का साथ खूब भाया सीएम योगी और बच्चों को,लखनऊ रवाना होने से पूर्व सीएम ने की गोसेवा, बच्चों पर खूब लुटाया प्यार


गोरखपुर, 3 जून। मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ रवाना होने से पहले प्रातःकाल गोरखनाथ मंदिर परिसर में नन्हे-मुन्ने बच्चों के साथ समय बिताया। सीएम योगी को बच्चों का और बच्चों को मुख्यमंत्री का साथ खूब भाया। मुख्यमंत्री काफी देर बच्चों से आत्मीय अंदाज में संवाद करते रहे और सभी को चॉकलेट और खूब आशीर्वाद दिया। उन्होंने एक बच्चे को खीर खिलाकर उसका अन्नप्राशन भी कराया।

सीएम योगी 31 मई से ही अनवरत गोरखनाथ मंदिर प्रवास कर रहे थे। सोमवार को वह दोपहर में लखनऊ रवाना हो गए। इसके पहले सोमवार प्रातःकाल उनकी दिनचर्या रोज की ही तरह रही। उन्होंने सबसे पहले गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन किया। फिर अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थल पर जाकर उन्हें नमन किया।

मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए सीएम गोशाला पहुंचे और गोवंश को गुड़-रोटी खिलाकर उनकी सेवा की।

मंदिर परिसर में भ्रमण के दौरान ही मुख्यमंत्री की नजर परिजनों के साथ आए बच्चों पर पड़ी तो उन्होंने सबको अपने पास बुला लिया। सभी बच्चों से उनका नाम पूछा, कहां से आए हैं और किस क्लास में पढ़ते हैं, इसकी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने बच्चों से बेहद आत्मीय तरीके से संवाद करने के साथ उनसे हंसी ठिठोली भी की। सबके माथे पर हाथ फेरकर प्यार-दुलार और आशीर्वाद दिया कि खूब मन लगाकर पढ़ोऔर खूब आगे बढ़ो। बच्चों को विदा करते वक्त वह हमेशा की तरह चॉकलेट गिफ्ट करना नहीं भूले।

इसी क्रम में मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने सोमवार सुबह महानगर के बिछिया जंगल तुलसीराम निवासी और केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक दंपति मणिहर्ष-कंचन के साढ़े पांच माह के बालक राघव उर्फ सम्राट को खीर खिलाकर अन्नप्राशन कराया। सीएम योगी ने बच्चे को आशीर्वाद देने के साथ ही चॉकलेट और खिलौनों का उपहार भी दिया।
*मतगणना स्थल का एडीजी जोन डीआईजी रेंज एसएसपी गोरखपुर ने किया स्थलीय निरीक्षण*

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में गोरखपुर बांसगांव लोक सभा व संत कबीर नगर के खजनी विधानसभा के बनाए गए मतगणना स्थल का एडीजी जोन डॉक्टर के एस प्रताप कुमार डीआईजी गोरखपुर परिक्षेत्र गोरखपुर आनंद कुलकर्णी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान चुनाव नोडल अधिकारी एसपी ट्रैफिक संजय कुमार पुलिस अधीक्षक अपराध सुधीर जैसवाल शाहिद अन्य मौजूद है।

बांसगांव व संत कबीर नगर के खजनी विधानसभा के नोडल अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर मतगणना सहित अन्य विषयों पर की चर्चा

गोरखपुर। गोरखपुर के लोक सभा बांसगांव लोकसभा व संत कबीर नगर के खजनी विधानसभा की मतगणना दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय पर कराई जाएगी। जिसकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चुनाव नोडल अधिकारी संजय कुमार मतगणना सुरक्षा अधिकारी पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव मतगणना सुरक्षा अधिकारी पुलिस अधीक्षक दक्षिणी जितेंद्र कुमार ने ड्यूटी में लगाए गए। संबंधित जवानों के साथ पुलिस लाइन में बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

आम तोड़ने के आरोप में बच्चे सहित परिवार की पिटाई,4 नामजद सहित 10 के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस
खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के चौतरवां गांव के रहने वाले भजूराम निषाद का 8 वर्षीय पुत्र गोलू उनके पट्टीदार पन्नेलाल निषाद के आम के बाग की ओर चला गया था। जिसे मारा-पीटा गया विरोध करने पर गोलबंद हो कर 10 अज्ञात लोगों के साथ मिलकर पूरे परिवार को बेरहमी से मारा पीटा गया। घटना में घर की दीवार तोड़ कर महिलाओं समेत परिवार के लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

खजनी थाने में दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 232/2024 की आधा दर्जन से अधिक गंभीर धाराओं 308,323, 452,427,504,506 के तहत आरोपितों पन्नेलाल निषाद, आनंद निषाद, राज, पिंटू  और 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पीड़ितों की मेडिकल जांच और इलाज कराने के बाद पुलिस कार्रवाई में जुट गई है।थानाध्यक्ष गौरव आर कन्नौजिया ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है, विधिक कार्रवाई की जा रही है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति को शत प्रतिशत लागू कर रोल मॉडल बनें : सीएम योगी

गोरखपुर, 2 जून। मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की शैक्षिक व चिकित्सकीय समेत सभी संस्थाओं ने हमेशा अपने-अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करते हुए समाज आैर राष्ट्र के हित में अपनी उपयोगिता प्रमाणित की है।

इस उत्कृष्टता को आगे बढ़ाते हुए, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करते हुए सभी संस्थाएं परिसर संस्कृति को समृद्ध करने आैर निरंतर नवाचार पर ध्यान देने की तरफ अग्रसर हों। इस शिक्षा परिषद की संस्थाओं ने सामाजिक सहभाग को भी अपने ध्येय का हिस्सा बनाया है आैर इसे भविष्य में इसका दायरा आैर विस्तृत करने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाओं ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अंगीकार करने में अग्रणी भूमिका निभाई है। अब जरूरत है कि हमारी संस्थाएं राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों को शत प्रतिशत अपनाकर अन्य संस्थाओं के लिए रोल मॉडल बनें।

सीएम योगी रविवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की सभी संस्थाओं की वार्षिक समीक्षा आैर भावी कार्ययोजना को लेकर बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने एक-एक कर सभी संस्थाओं के प्रमुखों से उनकी सालभर की गतिविधियों आैर उपलब्धियों की जानकारी ली आैर आगामी कार्ययोजना को लेकर उनके लक्ष्यों पर अपने सुझाव दिए। संस्थाओं की तरफ से वार्षिक समीक्षा आैर भावी कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण पावर प्वाइंट (पीपीटी) डिस्प्ले के जरिये किया गया।

बैठक में मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाओं की गतिविधियों की सराहना की आैर भावी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद सिर्फ स्कूल, कॉलेज या अस्पताल खोलने वाली संस्था नहीं है। बल्कि इसका ध्येय शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य सेवाओं के माध्यम से समाज आैर राष्ट्र के सामाजिक विकास में योगदान देना है। इस परिषद की नींव ही इसी भावना के साथ राष्ट्रीयता की भावना का पोषण करने के लिए, राष्ट्र हित में सुयोग्य नागरिक तैयार करने के लिए रखी गई। परिस्थितियां अनुकूल रही हों, या प्रतिकूल, परिषद इस समग्र लक्ष्य से कभी भी विचलित नहीं हुई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाओं में अनुशासित परिसर संस्कृति को सदैव प्राथमिकता पर रखा है। परिषद की संस्थाओं ने इस मामले में अनुकरणीय प्रयास किया है। परिसर में अनुशासन की भावना के साथ, स्वच्छता, हरियाली आैर सबका सबके प्रति सद्भाव रहे, इसका नियमित पर्यवेक्षण करना सभी संस्थाध्यक्षों की जिम्मेदारी है। उन्होंने शिक्षा संस्थाओं में पठन-पाठन आैर चिकित्सा संस्थाओं में उपलब्ध सुविधाओं की गुणवत्ता में किसी भी तरह की कोताही न बतरने के निर्देश भी दिए। साथ ही कहा कि समय के साथ आैर चलने आैर आगामी समय से तालमेल बैठाने के लिए शोध आैर नवाचार आज की मांग है। शिक्षा परिषद की संस्थाओं ने शोध आैर नवाचार को लेकर जो प्रयास किए हैं, वे सराहनीय हैं। शोध आैर नवाचार को लेकर सतत ध्यान देते रहने की आवश्यकता है।

इस अवसर पर उन्होंने शिक्षा परिषद की संस्थाओं की सामाजिक सहभाग की भी समीक्षा की। यह जाना कि सालभर में किस संस्था ने समाज के बीच जाकर किस तरह अपने सामाजिक सरोकारों को निभाया। उन्होंने कहा कि हर संस्था की जिम्मेदारी बनती है कि वह समाज की उन्नति के लिए, लोगों को स्वावलंबी बनाने के लिए अपने दायरे को बढ़ाए। सीएम ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि परिषद की संस्थाओं ने लगातार अलग-अलग आयामों से जुड़कर समाज की चिकित्सा, शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण आैर स्वावलंबन के लिए अनवरत कार्यों की श्रृंखला को बनाए रखा है।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाओं की कार्यपद्धति पर भी विमर्श किया। सभी संस्थाओं की कार्यपद्धति की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि उत्कृष्टता में भी परिमार्जन की गुंजाइश हमेशा रहती है। सीएम ने कहा कि शिक्षा से जुड़ी संस्थाएं विद्यार्थी केंद्रित अौर चिकित्सा सेवा से जुड़ी संस्थाएं मरीज केंद्रित कार्य प्रणाली का निरंतर उन्नयन करती रहें। जो भी कार्य हों, उनमें सेवा की भावना सर्वोपरि होनी चाहिए।

शताब्दी वर्ष को भव्य आैर ऐतिहासिक बनाने की अभी से शुरू करें तैयारी : सीएम योगी

समीक्षा आैर भावी कार्ययोजना को लेकर आहुत इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के शताब्दी वर्ष 2032 को भव्य आैर ऐतिहासिक बनाने के लिए अभी से तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की स्थापना 1932 में पूर्वी उत्तर प्रदेश में शैक्षिक पुनर्जागरण आैर राष्ट्रीय मूल्यों के संरक्षण को लेकर की गई थी। यह परिषद अपने संस्थापक युगपुरुष ब्राह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज आैर विस्तारक राष्ट्रसंत ब्राह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के मूल्यों, आदर्शों को संजोते हुए निरंतर प्रगतिमान है। आठ साल बाद यह अपनी यात्रा के शताब्दी वर्ष में होगी। शताब्दी वर्ष तक हमें परिषद की संस्थाओं को एक प्रतिमान के रूप में स्थापित करना है। इसके लिए सभी संस्थाओं के प्रमुख को एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करके अभी से जुट जाना होगा।

महायोगी गोरखनाथ विवि परिसर का सघन निरीक्षण किया सीएम योगी ने

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय परिसर का सघन निरीक्षण किया आैर अवस्थापना के साथ अन्य सुविधाओं को लेकर जरूरी दिशानिर्देश भी दिए। उन्होंने परिसर में बन रहे मेडिकल कॉलेज को गुणवत्तापूर्ण बनाने तथा भवन को भारतीय संस्कृति के प्रतिरूप में दर्शाने की बात कही। सीएम ने परिसर में आडिटोरियम, स्टेडियम, फार्मेसी कालेज आदि का भी सघन निरीक्षण किया।

बैठक में यह रहे मौजूद

महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह, सदस्यगण प्रमथनाथ मिश्र, एसपी सिंह, रामजन्म सिंह, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. प्रदीप कुमार राव, गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के निदेशक ब्रिागेडियर डा. डीसी ठाकुर, महंत दिग्विजयनाथ आयुर्वेद चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. डीपी सिंह, डीवीएन पीजी कॉलेज सिविल लाइंस की कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. शशिप्रभा सिंह, एमपीपीजी कॉलेज जंगल धूसड़ के उप प्राचार्य डॉ. विजय कुमार चौधरी, दिग्विजयनाथ एलटी प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार पांडेय, गोरक्षनाथ संस्कृत विद्यापीठ के प्राचार्य डॉ. अरविंद कुमार चतुर्वेदी, महाराणा प्रताप कृषक इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य संदीप कुमार, महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज सिविल लाइंस के प्रधानाचार्य डॉ. अरुण कुमार सिंह, महाराणा प्रताप बालिका इंटर कॉलेज सिविल लाइंस की कार्यवाहक प्रधानाचार्या स्नेहलता सिंह, एमी पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य डॉ. अनिल प्रकार सिंह, महाराणा प्रताप सीनियर सेकेंडरी स्कूल बेतियाहाता के प्रधानाचार्य पंकज कुमार, दुलहिन जगन्नाथ कुंअरि इंटर कॉलेज रमदत्तपुर के कार्यवाहक प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह, महाराणा प्रताप महिला पीजी कॉलेज रमदत्तपुर की प्राचार्या डॉ. सीमा श्रीवास्तव, महाराणा प्रताप कन्या इंटर कॉलेज रमदत्तपुर की प्रधानाचार्या हर्षिता सिंह, गुरु गोरखनाथ विद्यापीठ भरोहिया के प्रधानाचार्य मनीष कुमार दूबे, महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र चौक माफी के अध्यक्ष डा. आरके सिंह, दिग्विजयनाथ इंटर कॉलेज चौक माफी के प्रधानाचार्य केशव प्रसाद तिवारी, आदिशक्ति मां पाटेश्वरी चिकित्सालय देवीपाटन के निदेशक कर्नल डॉ. हिमांशु दीक्षित, आदिशक्ति मां पाटेश्वरी पब्लिक स्कूल तुलसीपुर के प्रधानाचार्य डॉ. धीरेंद्र प्रताप सिंह, आदिशक्ति मां पाटेश्वरी विद्यापीठ नंदमहरी के प्रधानाचार्य विनोद कुमार द्विवेदी, गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ महाविद्यालय चौक बाजार के प्राचार्य डॉ. बसंत नारायण सिंह, दिग्विजयनाथ इंटर कॉलेज चौक बाजार के प्रधानाचार्य डॉ. हरेंद्र यादव, दिग्विजयनाथ कन्या इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या सपना सिंह, प्रताप आश्रम गोलघर के अधीक्षक डॉ. अभय सिंह, महाराणा प्रताप मीराबाई छात्रावास सिविल लाइंस की प्रमुख अधीक्षिका शीलम वाजपेयी, अधीक्षिका दुलारमती सिंह, दिग्विजयनाथ महिला छात्रावास की अधीक्षिका सुनीता श्रीवास्तव, योगगिराज बाबा गंभीरनाथ सेवाश्रम समिति के प्रभारी विनय कुमार सिंह, महंत दिग्विजयनाथ आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मंजूनाथ, गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्या डॉ. डीएस अजीथा, महाराणा प्रताप इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉ. सुधीर अग्रवाल, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ. सुनील कुमार सिंह, कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ. विमल कुमार दूबे, पैरामेडिकल विभाग के अध्यक्ष डॉ. रोहित श्रीवास्तव, फार्मेसी कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. शशिकांत सिंह, महंत दिग्विजयनाथ आयुर्वेद चिकित्सालय के प्रबंधक गिरिजेश कुमार मिश्र।

एमपी इंटर कॉलेज में निर्माण कार्यों का जायजा लिया मुख्यमंत्री ने

महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की समीक्षा बैठक करने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोलघर स्थित महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज में नई बिल्डिंग के निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया। अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त नया भवन चार तल का बन रहा है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में विरासत के संरक्षण तथा गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।