होटल मालकिन जया शेट्टी की हत्या में छोटा राजन दोषी करार, 23 साल बाद हुआ इंसाफ

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मुंबई की एक विशेष अदालत ने होटल व्यवसायी जया शेट्टी की हत्या के मामले में गैंगस्टर छोटा राजन को उम्रकैद की सजा सुनाई है। जया शेट्टी की चार मई 2001 को उनके होटल में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत मामलों के विशेष न्यायाधीश एएम पाटिल ने राजन को हत्या के लिए भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत दोषी ठहराया।जिसके बाद सजा का ऐलान भी कर दिया गया। जया शेट्टी मध्य मुंबई के गामदेवी में गोल्डन क्राउन होटल की मालकिन थीं। मुंबई की एक मकोका कोर्ट के विशेष न्यायधीश एम एम पाटिल ने राजन को दोषी ठहराया।

छोटा राजन गिरोह की ओर से जबरन वसूली की धमकियों का सामना कर रहीं जया शेट्टी को गिरोह के दो कथित सदस्यों ने 4 मई 2001 को होटल की पहली मंजिल पर गोली मार दी थी। छोटा राजन गिरोह से जबरन वसूली की धमकी मिलने की सूचना के बाद होटल व्यवसायी को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई थी। लेकिन हमले से दो महीने पहले शेट्टी के अनुरोध पर उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी।

4 मई 2001 को फिरौती देने से इनकार करने पर ग्रांट रोड के गोल्डन क्राउन होटल में राजन के गुर्गों ने जया शेट्टी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। राजन गैंग ने रवि पुजारी के जरिए जया शेट्टी से 50 करोड़ की फिरौती मांगी थी। इस मामले में अन्य आरोपी अजय मोहिते, प्रमोद धोंडे और राहुल पावसरे को वर्ष 2013 में दोषी ठहराया गया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। अब छोटा राजन को उम्र कैद की सजा मिली है। 

अक्टूबर 2015 में इंडोनेशिया में गिरफ्तारी के बाद भारत प्रत्यर्पित किए जाने के बाद छोटा राजन फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है।कभी दाऊद इब्राहिम का करीबी रहा छोटा राजन 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट के बाद दाऊद गैंग से अलग हो गया था।

मनमोहन सिंह का प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला, बोले-इतनी नफ़रत फ़ैलाने वाला पीएम नहीं देखा

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर समाज के एक खास वर्ग या विपक्ष को निशाना बनाने के लिए "घृणास्पद, असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल करने" का आरोप लगाया। 1 जून को लोकसभा चुनाव के सातवें चरण से पहले पंजाब के मतदाताओं को लिखे पत्र में सिंह ने मतदाताओं से अपील की कि उनके पास "यह सुनिश्चित करने का एक आखिरी मौका है कि लोकतंत्र और हमारा संविधान निरंकुश शासन के बार-बार हमलों से सुरक्षित रहे, जो भारत में तानाशाही फैलाने की कोशिश कर रहा है।"मनमोहन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने सबसे घिनौने तरीके से नफरत फैलाने वाले भाषण दिए।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने सार्वजनिक चर्चा की गरिमा को गिराया" मैं इस चुनाव अभियान के दौरान राजनीतिक चर्चा पर बारीकी से नज़र रख रहा हूँ। मोदी जी ने सबसे घिनौने तरीके से नफरत फैलाने वाले भाषण दिए हैं, जो पूरी तरह से विभाजनकारी हैं। मोदी जी सार्वजनिक चर्चा की गरिमा और इस तरह प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को कम करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं," सिंह ने कहा।

 कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, "इससे पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने समाज के किसी खास वर्ग या विपक्ष को निशाना बनाने के लिए इस तरह के घृणित, असंसदीय और असभ्य शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया है। उन्होंने मेरे नाम पर कुछ झूठे बयान भी लगाए हैं। मैंने अपने जीवन में कभी भी एक समुदाय को दूसरे से अलग नहीं किया। यह भाजपा का एकमात्र कॉपीराइट है।" प्रधानमंत्री मोदी ने सिंह पर यह कहने का आरोप लगाया था कि "देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानो का है "।

 पूर्व प्रधानमंत्री ने सशस्त्र बलों पर अग्निवीर योजना लागू करने के लिए भाजपा की आलोचना की और इसे गलत बताया। उन्होंने भाजपा पर देशभक्ति, बहादुरी और सेवा को केवल चार साल तक सीमित करके कमतर आंकने का आरोप लगाया, जिसे उन्होंने "नकली राष्ट्रवाद" कहा। "नियमित भर्ती के लिए प्रशिक्षित लोगों को निवर्तमान शासन द्वारा बुरी तरह से धोखा दिया गया। पंजाब का युवा, किसान का बेटा, जो सशस्त्र बलों के माध्यम से मातृभूमि की सेवा करने का सपना देखता है, अब केवल 4 साल के कार्यकाल के लिए भर्ती होने के बारे में दो बार सोच रहा है। अग्निवीर योजना राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालती है। इसलिए कांग्रेस पार्टी ने अग्निवीर योजना को खत्म करने का वादा किया है," उन्होंने कहा।

जानें महात्मा गांधी को लेकर पीएम मोदी ने ऐसा क्या कहा की मच गया बवाल, विपक्ष ने खोला मोर्चा

#pmmodicommentsonmahatma_gandhi

देश में लोकसभा चुनाव अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है। सात चरणों में होने वाले चुनाव में छह टरणों की वोटिंग खत्म हो चुकी है। अब बसआखिरी दौरे के लिए वोट डाले जाने हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर बयान दिया है, जिसपर बवाल मच गया है। विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस ने पीएम मोदी के किलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, प्रधानमंत्री ने इंटरव्यू के दौरान कहा है कि 1982 से पहले महात्मा गांधी को कोई नहीं जानता था।पीएम का दावा है कि रिचर्ड एटनबरो की फिल्म 'गांधी' के रिलीज के बाद दुनिया ने महात्मा गांधी को जाना। 

समाचार चैनल एबीपी न्यूज को दिए इंटरव्यू में महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है, "दुनिया में महात्मा गांधी एक बहुत बड़े महान आत्मा थे। क्या इस 75 साल में हमारी जिम्मेवारी नहीं थी क्या कि पूरी दुनिया महात्मा गांधी को जानें। कोई नहीं जानता है, माफ करना मुझे। पहली बार जब गांधी फिल्म बनी तब दुनिया में क्यूरिओसिटी हुई कि अच्छा ये कौन है? हमने नहीं किया जी। इस देश का काम था..." पीएम मोदी ने आगे कहा,"अगर मार्टिन लूथर किंग को दुनिया जानती है, अगर हमारे साउथ अफ्रीका के नेल्सन मंडेला जी को दुनिया जानती है, गांधी जी किसी से कम नहीं थे जी। ये मानना पड़ेगा जी। मैं दुनिया घूमने के बाद कह रहा हूं कि गांधी को और गांधी के माध्यम से भारत को तवज्जो मिलनी चाहिए थी।"

पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस का पलटवार

महात्मा गांधी को लेकर दिए गए पीएम नरेंद्र मोदी के बयान पर कांग्रेस पार्टी की तरफ से पलटवार किया गया है। पीएम मोदी के बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बयान दिया है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, इन्होंने (पीएम नरेंद्र मोदी) अगर पढ़ा होता या पढ़े होते तो ऐसी बात महात्मा गांधी के बारे में नहीं बोलते। 80 से 90 देशों में उनका स्टैच्यू है। महात्मा गांधी ने जो काम किया उसके बारे में उन्हें पता नहीं तो उन्हें संविधान के बारे में भी पता नहीं होगा। गरीबों की वो बात करते थे। वो आजादी की विकास की बात करते थे।

वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी के बयान पर तंज कसा है। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "सिर्फ 'एंटायर पॉलिटिकल साइंस' के छात्र को ही महात्मा गांधी के बारे में जानने के लिये फिल्म देखने की ज़रूरत रही होगी।"

विपक्ष ने खोला मोर्चा

वहीं, तृणमूल कांग्रेस की नेता और पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा ने पीएम मोदी के इस बयान वाला वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, "कोई गांधी को नहीं जानता था।"

केरल कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर महात्मा गांधी की 1930 के दशक में लंदन, पेरिस और स्विट्ज़रलैंड की यात्रा की तस्वीरें साझा की हैं। केरल कांग्रेस ने एक्स पर लिखा, "लंदन, स्विट्ज़रलैंड और पेरिस में गांधी जहां भी गए भीड़ ने उन्हें घेर लिया। अपने जीवनकाल में गांधी दुनिया में सबसे लोकप्रिय नेता थे। भारत को अब भी गांधी और नेहरू के नाम से जाना जाता है। गांधी अपने सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों के लिए जाने जाते थे। कम से कम जब बात गांधी की हो, तब तो सच बोलिए।"

जानें महात्मा गांधी को लेकर पीएम मोदी ने ऐसा क्या कहा कि मच गया बवाल, विपक्ष ने खोला मोर्चा
#pm_modi_comments_on_mahatma_gandhi देश में लोकसभा चुनाव अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है। सात चरणों में होने वाले चुनाव में छह टरणों की वोटिंग खत्म हो चुकी है। अब बसआखिरी दौरे के लिए वोट डाले जाने हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर बयान दिया है, जिसपर बवाल मच गया है। विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस ने पीएम मोदी के किलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, प्रधानमंत्री ने इंटरव्यू के दौरान कहा है कि 1982 से पहले महात्मा गांधी को कोई नहीं जानता था।पीएम का दावा है कि रिचर्ड एटनबरो की फिल्म 'गांधी' के रिलीज के बाद दुनिया ने महात्मा गांधी को जाना। समाचार चैनल एबीपी न्यूज को दिए इंटरव्यू में महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है, "दुनिया में महात्मा गांधी एक बहुत बड़े महान आत्मा थे। क्या इस 75 साल में हमारी जिम्मेवारी नहीं थी क्या कि पूरी दुनिया महात्मा गांधी को जानें। कोई नहीं जानता है, माफ करना मुझे। पहली बार जब गांधी फिल्म बनी तब दुनिया में क्यूरिओसिटी हुई कि अच्छा ये कौन है? हमने नहीं किया जी। इस देश का काम था..." पीएम मोदी ने आगे कहा,"अगर मार्टिन लूथर किंग को दुनिया जानती है, अगर हमारे साउथ अफ्रीका के नेल्सन मंडेला जी को दुनिया जानती है, गांधी जी किसी से कम नहीं थे जी। ये मानना पड़ेगा जी। मैं दुनिया घूमने के बाद कह रहा हूं कि गांधी को और गांधी के माध्यम से भारत को तवज्जो मिलनी चाहिए थी।" *पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस का पलटवार* महात्मा गांधी को लेकर दिए गए पीएम नरेंद्र मोदी के बयान पर कांग्रेस पार्टी की तरफ से पलटवार किया गया है। पीएम मोदी के बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बयान दिया है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, इन्होंने (पीएम नरेंद्र मोदी) अगर पढ़ा होता या पढ़े होते तो ऐसी बात महात्मा गांधी के बारे में नहीं बोलते। 80 से 90 देशों में उनका स्टैच्यू है। महात्मा गांधी ने जो काम किया उसके बारे में उन्हें पता नहीं तो उन्हें संविधान के बारे में भी पता नहीं होगा। गरीबों की वो बात करते थे। वो आजादी की विकास की बात करते थे। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी के बयान पर तंज कसा है। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "सिर्फ 'एंटायर पॉलिटिकल साइंस' के छात्र को ही महात्मा गांधी के बारे में जानने के लिये फिल्म देखने की ज़रूरत रही होगी।" *विपक्ष ने खोला मोर्चा* वहीं, तृणमूल कांग्रेस की नेता और पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा ने पीएम मोदी के इस बयान वाला वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, "कोई गांधी को नहीं जानता था।" केरल कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर महात्मा गांधी की 1930 के दशक में लंदन, पेरिस और स्विट्ज़रलैंड की यात्रा की तस्वीरें साझा की हैं। केरल कांग्रेस ने एक्स पर लिखा, "लंदन, स्विट्ज़रलैंड और पेरिस में गांधी जहां भी गए भीड़ ने उन्हें घेर लिया। अपने जीवनकाल में गांधी दुनिया में सबसे लोकप्रिय नेता थे। भारत को अब भी गांधी और नेहरू के नाम से जाना जाता है। गांधी अपने सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों के लिए जाने जाते थे। कम से कम जब बात गांधी की हो, तब तो सच बोलिए।"
दिल्ली की अदालत ने सीएम अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर ईडी से जवाब मांगा

दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को ईडी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर नोटिस जारी किया, जो आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में है। विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने केंद्रीय जांच एजेंसी को शनिवार तक केजरीवाल की याचिका पर अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।न्यायाधीश ने केजरीवाल की एक अन्य याचिका पर भी प्रवर्तन निदेशालय से जवाब मांगा, जिसमें उन्होंने नियमित जमानत याचिका स्वीकार नहीं किए जाने की स्थिति में चिकित्सा आधार पर एक सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत मांगी है। ईडी की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने जमानत याचिका में “कई तरह की खामियों” का आरोप लगाया और जवाब दाखिल करने के लिए कम से कम दो दिन का समय मांगा, क्योंकि वह “सब कुछ रिकॉर्ड पर लाना चाहते हैं”। राजू ने दलील दी कि केजरीवाल का स्वास्थ्य उन्हें मौजूदा लोकसभा चुनावों में प्रचार करने से नहीं रोक रहा है और आप सुप्रीमो ने पिछली तारीख पर जमानत याचिका दायर की, ताकि “हमें बहुत कम समय मिले।” एएसजी ने कहा, "उनके आचरण के कारण उन्हें आज कोई आदेश देने का अधिकार नहीं है।" केजरीवाल फिलहाल सुप्रीम कोर्ट द्वारा 1 जून तक अंतरिम जमानत पर हैं। कोर्ट 1 जून को अंतरिम जमानत आवेदन पर दलीलें सुनेगा और 7 जून को नियमित जमानत आवेदन पर दलीलें सुनेगा। सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने बुधवार को केजरीवाल की याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया, जिसमें उन्होंने कुछ मेडिकल टेस्ट कराने के लिए अपनी अंतरिम जमानत को सात दिनों के लिए बढ़ाने की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने आवेदन स्वीकार करने से इनकार करते हुए कहा कि चूंकि केजरीवाल को नियमित जमानत के लिए ट्रायल कोर्ट जाने की स्वतंत्रता दी गई है, इसलिए याचिका विचारणीय नहीं है। केजरीवाल ने अपने "अचानक और अस्पष्टीकृत वजन घटने के साथ-साथ उच्च कीटोन स्तर" के मद्देनजर पीईटी-सीटी स्कैन सहित कई मेडिकल टेस्ट कराने के लिए अपनी अंतरिम जमानत को सात दिनों के लिए बढ़ाने की मांग की है, जो किडनी, गंभीर हृदय संबंधी बीमारियों और यहां तक कि कैंसर का संकेत है।
मुंबई होटल व्यवसायी जया शेट्टी की हत्या के लिए छोटा राजन को दोषी ठहराया गया

मुंबई की एक अदालत ने गुरुवार को गैंगस्टर छोटा राजन को 2001 में होटल व्यवसायी जया शेट्टी की हत्या के लिए दोषी ठहराया। अदालत संभवतः दिन में आगे की सजा सुनाएगी। महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत मामलों के विशेष न्यायाधीश एएम पाटिल ने राजन को दोषी ठहराया। जय शेट्टी कौन थी ? जय शेट्टी मध्य मुंबई के गामदेवी में गोल्डन क्राउन होटल की मालिक थी। उसे छोटा राजन गिरोह से जबरन वसूली के लिए कॉल आ रहे थे। 4 मई, 2001 को गिरोह के दो सदस्यों ने उसके होटल के अंदर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी। धमकियों के कारण, महाराष्ट्र पुलिस ने उसे सुरक्षा कवर प्रदान किया था। हालांकि, हत्या से दो महीने पहले, उसका सुरक्षा कवर वापस ले लिया गया था। अक्टूबर 2015 में इंडोनेशिया में गिरफ्तारी के बाद भारत से प्रत्यर्पित किए जाने के बाद छोटा राजन वर्तमान में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। टीओआई के अनुसार, दो शूटरों ने जया शेट्टी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। होटल के मैनेजर और एक कर्मचारी ने शूटरों का पीछा किया और उनमें से एक को पकड़ लिया था । जिसका असली नाम राजेंद्र सदाशिव निकालजे है, पिछले साल यह सुर्खियों में तब आया था जब उसने फिल्म निर्माता हंसल मेहता और वेब सीरीज 'स्कूप' का निर्माण करने वाले मैचबॉक्स शॉट्स एलएलपी के मालिकों के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट (एचसी) का दरवाजा खटखटाया था। अपने मुकदमे में, राजन ने फिल्म निर्माता द्वारा उसकी तस्वीर और आवाज का इस्तेमाल किए जाने पर आपत्ति जताई थी। उसे इस बारे में अपनी पत्नी से पता चला जब उसने सीरीज का ट्रेलर देखा। राजन के अनुसार, यह उसके अधिकारों का उल्लंघन था, क्योंकि फिल्म निर्माता ने उसकी अनुमति नहीं ली थी। उसने अदालत से निर्माताओं को सीरीज जारी करने से स्थायी रूप से रोकने का आग्रह किया था। नेटफ्लिक्स सीरीज पत्रकार जिग्ना वोरा की कहानी पर आधारित थी, जिस पर एक साथी पत्रकार ज्योतिर्मय डे (जे डे) की हत्या का आरोप था। 2018 में, वोरा को मामले में बरी कर दिया गया, जबकि छोटा राजन को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
भारत की एक और बड़ी कामयाबी, अग्निबाण रॉकेट का सफल लॉन्च, जानें इसकी खासियत
#agnikul_carries_out_successful_sub_orbital_launch_of_agnibaan

भारत के स्पेस मिशन के क्षेत्र लिए आज का दिन ऐतिहासिक है।चेन्नई स्थित स्पेस स्टार्ट-अप अग्निकुल कॉसमॉस ने श्रीहरिकोटा स्थित अपने लॉन्च पैड से स्वनिर्मित 3डी-प्रिंटेड सेमी-क्रायोजेनिक रॉकेट अग्निबाण का सफल परीक्षण किया है। चार असफल प्रयासों के बाद गुरुवार को परीक्षण बिना किसी लाइव-स्ट्रीमिंग के किया गया। इस सफल परीक्षण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चेन्नई स्थित अंतरिक्ष स्टार्ट-अप अग्निकुल कॉसमॉस को बधाई दी है और कहा कि ये लॉन्च स्पेस सेक्टर में मील का है। अंतरिक्ष स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमॉस मंगलवार को ही अपने इस रॉकेट का परीक्षण करने वाला था लेकिन कुछ तकनीकी कारण की वजह से लॉन्चिंग से कुछ वक्त पहले ही परीक्षण को को टाल दिया गया था। बता दें कि रॉकेट का परीक्षण मंगलवार को होना था लेकिन उड़ान भरने के महज 5 सेकेंड पहले प्रक्षेपण को होल्ड कर दिया गया। 22 मार्च के बाद से अग्निकुल की तरफ से अग्निबाण सब-ऑर्बिटल टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर (SOrTeD) लॉन्च करने की ये पांचवीं कोशिश थी। लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट ने इस सफल परीक्षण के लिए पूरी टीम को बधाई भी दी है। उन्होंने कहा, "यह भारत के संपन्न निजी अंतरिक्ष इंडस्ट्री के लिए एक गर्व का पल है और भविष्य में हमारे लिए क्या मायने रखता है,इसकी एक झलक है। इसके पीछे की पूरी टीम को हमारी हार्दिक बधाई और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं।" *इंजन पूरी तरह से थ्रीडी प्रिंटेड* अग्निकुल कॉसमोस का ये रॉकेट सिंगल स्टेज रॉकेट है। इसका इंजन पूरी तरह से थ्रीडी प्रिंटेड है। ये 6 किलोन्यूटन की ताकत पैदा करने वाला सेमी-क्रयोजेनिक इंजन है। इस रॉकेट को लॉन्च करने में इसरो ने काफी मदद की है। इसरो ने श्रीहरिकोटा में एक छोटा लॉन्च पैड बनाया। जो स्टेट-ऑफ- द-आर्ट टेक्नोलॉजी से लैस है। *स्टार्टअप में आनंद्र महिंद्रा ने लगाए हैं पैसे* मद्रास के इस स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमोस में दिग्गज कारोबारी आनंद महिंद्रा ने निवेश किया है। उनके साथ ही इस कंपनी में सिलीकान वैली के शीर्ष निवेशक नवल रविकांत और बालाजी श्रीनिवासन ने भी अग्निकुल में निवेश किया है। देश में निजी स्पेस टेक्नोलॉजी कंपनियों में अग्निकुल पर बहुत बड़ा दांव खेला गया था। जिसके पहले रॉकेट का आज सफल परीक्षण किया गया है।
शशि थरूर के पीए हिरासत में, सोने की तस्करी के आरोप में दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई गिरफ्तारी*
#tharoor_pa_arrested_at_delhi_airport_by_custom_accused_of_gold_smuggling
कांग्रेस नेता और केरल की तिरुवनंतपुरम सीट से मौजूदा सांसद शशि थरूर के पर्सनल असिस्टेंट शिव कुमार को कस्टम विभाग ने गिरफ्तार किया है। दिल्ली एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने थरूर के निजी सहायक को सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने शिव कुमार से बड़ी मात्रा में सोना जब्त कर लिया। कस्टम को उनके पास से करीब 30 लाख कीमत का सोना बरामद हुआ है। बुधवार को दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट से ग्रीन चैनल पर कस्‍टम की टीम ने उन्हें जांच के लिए रोका था। जांच के दौरान, उनके कब्‍जे से सोना बरामद किए जाने की बात कही गई है। आरोप है कि इस सोने के बाबत वह कोई हिसाब नहींं दे पाए हैं। सूत्रों के अनुसार, शिव प्रसाद देर शाम आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री पहुंचे थे।चूंकि यह फ्लाइट सेंसिटिव सेक्‍टर में आती है, लिहाजा इस फ्लाइट से आने वाले सभी मुसाफिरों पर कस्‍टम के अधिकारियों ने अपनी नजर बना रखी थी। कस्‍टम की कोशिश थी कि इस फ्लाइट से आने वाले सभी मुसाफिरों की जांच की जाए। उन्‍होंने बताया कि इसी कवायद के दौरान, शिव प्रसाद को कस्‍टम के ग्रीन चैनल पर रोका गया। जांच के दौरान, उनके कब्‍जे से अवैध तरीक से लाया गया सोना बरामद किया गया। कस्‍टम के सूत्रों के अनुसार, शिव प्रसाद के कब्‍जे से बरामद सोने को कस्‍टम एक्‍ट की धारा 110 के तहत जब्‍त कर लिया गया है। मामले की जांच अभी जारी है। बता दें कि इससे पहले सोने की तस्करी के आरोप में कस्टम ने 5 उज्बेक नागरिकों को भी 22 मई को तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। इनके मुंबई से आने के बाद उन्हें आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर पहुंचने के बाद रोका गया था। सभी आरोपी दुबई से आ रहे थे। इन्होंने मुंबई एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल अराइवल से निकलने से बचाए यह दिल्ली पहुंचे। फिर डोमेस्टिक टर्मिनल से बाहर निकलना चाह रहे थे। ऐसा यह कस्टम की नजरों से बचने के लिए कर रहे थे। हालांकि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
शशि थरूर के पीए हिरासत में, सोने की तस्करी के आरोप में दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई गिरफ्तारी*
#tharoor_pa_arrested_at_delhi_airport_by_custom_accused_of_gold_smuggling
कांग्रेस नेता और केरल की तिरुवनंतपुरम सीट से मौजूदा सांसद शशि थरूर के पर्सनल असिस्टेंट शिव कुमार को कस्टम विभाग ने गिरफ्तार किया है। दिल्ली एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने थरूर के निजी सहायक को सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने शिव कुमार से बड़ी मात्रा में सोना जब्त कर लिया। कस्टम को उनके पास से करीब 30 लाख कीमत का सोना बरामद हुआ है। बुधवार को दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट से ग्रीन चैनल पर कस्‍टम की टीम ने उन्हें जांच के लिए रोका था। जांच के दौरान, उनके कब्‍जे से सोना बरामद किए जाने की बात कही गई है। आरोप है कि इस सोने के बाबत वह कोई हिसाब नहींं दे पाए हैं। सूत्रों के अनुसार, शिव प्रसाद देर शाम आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री पहुंचे थे।चूंकि यह फ्लाइट सेंसिटिव सेक्‍टर में आती है, लिहाजा इस फ्लाइट से आने वाले सभी मुसाफिरों पर कस्‍टम के अधिकारियों ने अपनी नजर बना रखी थी। कस्‍टम की कोशिश थी कि इस फ्लाइट से आने वाले सभी मुसाफिरों की जांच की जाए। उन्‍होंने बताया कि इसी कवायद के दौरान, शिव प्रसाद को कस्‍टम के ग्रीन चैनल पर रोका गया। जांच के दौरान, उनके कब्‍जे से अवैध तरीक से लाया गया सोना बरामद किया गया। कस्‍टम के सूत्रों के अनुसार, शिव प्रसाद के कब्‍जे से बरामद सोने को कस्‍टम एक्‍ट की धारा 110 के तहत जब्‍त कर लिया गया है। मामले की जांच अभी जारी है। बता दें कि इससे पहले सोने की तस्करी के आरोप में कस्टम ने 5 उज्बेक नागरिकों को भी 22 मई को तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। इनके मुंबई से आने के बाद उन्हें आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर पहुंचने के बाद रोका गया था। सभी आरोपी दुबई से आ रहे थे। इन्होंने मुंबई एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल अराइवल से निकलने से बचाए यह दिल्ली पहुंचे। फिर डोमेस्टिक टर्मिनल से बाहर निकलना चाह रहे थे। ऐसा यह कस्टम की नजरों से बचने के लिए कर रहे थे। हालांकि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
आज शाम थम जाएगाअंतिम चरण के चुनाव का शोर, एक जून को होगा का मतदान
#campaign_for_last_phase_will_stop_from_today
देश मे 16 मार्च को लोकसभा चुनावों की घोषणा हुई थी। इसी के साथ देश भर में चुनावी शोर की शुरुआत हो गई थी। देश भर में पिछले ढाई महीने से जारी प्रचार का शोर आज शाम पांच बजे से थम जाएगा। इसके साथ लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का प्रचार भी समाप्त हो जाएगा। बता दें कि अंतिम चरण के लिए एक जून को मतदान होना है। इस चरण में आठ राज्यों की 57 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। *अंतिम चरण में इन राज्यों में है चुनाव* अंतिम चरण में जिन राज्यों में एक जून को मतदान होगा, उनमें बिहार की आठ, हिमाचल प्रदेश की चार, झारखंड की तीन, ओडिशा की छह, पंजाब की 13, उत्तर प्रदेश की 13, पश्चिम बंगाल की नौ और केंद्र शासित चंडीगढ़ की एक सीट शामिल है। *अंतिम चरण में मोदी की वाराणसी सीट भी शामिल* अंतिम चरण के इस चुनाव में जिन प्रमुख सीटों पर मतदान है, उनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाराणसी सीट भी शामिल है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल की डायमंड हार्बर सीट, जहां से ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी मैदान में है।इसके अलावा बिहार की पाटलिपुत्र सीट है, जहां से लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती चुनाव मैदान में है। *राजनीतिक दलों नें झांकी ताकत* इस बीच सातवें और अंतिम चरण के चुनाव प्रचार के लिए बाकी बचे घंटों में प्रचार को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी ताकत झोंक रखी है। भाजपा और कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार रखा है। अंतिम चरण का यह चुनाव वैसे भी भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन और कांग्रेस की अगुवाई में वाले आइएनडीआइए गठबंधन दोनों के लिए ही काफी अहम है। बता दें कि 2019 में आठ राज्यों की इन 57 सीटों में एनडीए ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि यूपीए ने नौ सीटों पर जीत दर्ज की थी। बाकी सीटों पर दूसरे दलों ने जीत हासिल की थी। फिलहाल दोनों ही गठबंधनों ने इस बार अपनी जीत के आंकड़ों को बढ़ाने के लिए ताकत लगाए हुए है।