मां करती रही गुहार बेटा मत जा ईरान : अब गौरव को छोड़ने के लिए फिरौती में मांगे जा रहे दो करोड़, परिजनों ने मोदी सरकार से लगाई मदद की गुहार
औरंगाबाद : 29 अप्रैल को भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने 173 किलोग्राम ड्रग्स पकड़ी थी । एक संयुक्त अभियान में, गुजरात आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ने पोरबंदर के तट पर ये ऑपरेशन किया था। इसमें 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसकी कीमत करीब 100 करोड़ से ज्यादा बताई गई थी। एटीएस के अफसरों ने बताया कि ये पैडलर्स ड्रग्स के बदले बिहार के भोजपुर के युवक को ईरान की गैंग के पास गिरवी रखकर आए थे। 23 साल के गौरव को गैंग ने ईरान की तेल कंपनी में नौकरी के नाम पर बुलाया था। गौरव के बड़े भाई राजन कुमार ने बताया कि गुजरात एटीएस को पकड़े गए पैडलर्स ने ये पूरी कहानी बताई है।
इधर, अब ईरान के ड्रग्स पैडलर्स गौरव के परिवार को वॉइस मैसेज और कॉल के जरिए 2 करोड़ रुपए मांग रहे हैं। ये फिरौती पाकिस्तान के नंबर से मांगी जा रही है। गुजरात एटीएस ने 18 मई को राजन को फोन किया था। इसके बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार ने पीएम नरेंद्र मोदी, अपने सांसद से बेटे को वापस लाने की गुहार लगाई है।
भारतीय लड़कों को ईरान में गिरवी रखकर ड्रग्स उठाती थी गैंग
गौरव के भाई राजन को गुजरात एटीएस ने 11 मई को फोन किया था। एटीएस ने पूछा कि आपका भाई ईरान से लौटा या नहीं। अधिकारियों ने परिवार को पूछताछ के लिए अहमदाबाद बुलाया। गौरव के भाई 12 मई को वहां गए। अफसरों ने पांचों आरोपियों की पहचान करवाई। इसमें एक को उन्होंने पहचान लिया। वो गौरव को ईरान ले गया था। अफसरों ने राजन को बताया कि आपके भाई को इंटरनेशन ड्रग्स गैंग के पास गिरवी रखा गया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि हम इंडिया से लोगों को ले जाते हैं और गैंग के पास गिरवी रखकर ड्रग्स उठाते हैं। गौरव के भाई राजन ने आज सुबह भी ईरानी गैंग को फोन किया था। गैंग ने उनसे कहा कि पैसे दे दो। आपके भाई को छोड़ देंगे। राजन ने जब भाई से बात करवाने को कहा तो गैंग ने कहा कि गौरव जिसके पास है वो अभी पाकिस्तान गया हुआ है।
गौरव को छोड़ने के लिए दो करोड़ की फिरौती मांग रहे पैडलर्स
भोजपुर जिले के पीरो प्रखंड अंतर्गत सुखरौली गांव के निवासी मूंगा लाल साह के 23 वर्षीय पुत्र गौरव कुमार ईरान में कथित तौर पर किडनैप हो गया है। जिनको छोड़ने के लिए विदेशी किडनैपरों ने दो करोड़ रुपए की फिरौती गौरव के परिवार से मांगा है। दो करोड़ रुपए देने के बाद ही गौरव कुमार को छोड़ा जाएगा। तब तक गौरव किडनैपरों के पास ही रहेगा। विदेशी किडनैपर लगातार व्हाट्सऐप के सहारे वाइस मैसेज पर परिजन से पैसों की डिमांड कर रहे है। जिसकी वजह से गौरव का परिवार पूरी तरह सहमा हुआ है।
भोजपुर का गौरव ईरान कैसे पहुंच हुआ किडनैप
घटना को लेकर गौरव कुमार के बड़े भाई राजन कुमार ने बताया कि हमारे बहनोई गुप्तेश्वर दुबई में एक कंपनी में काम करते है। उन्होंने ही एक व्यक्ति मिस्टर साहू (दलाल) को गौरव का नंबर दिया था। जिसके बाद उस व्यक्ति के द्वारा गौरव को ईरान ले जाकर तेल कारखाने में काम लगवाने की बात हुई। एक महीने का काम कह कर गौरव को उस व्यक्ति के द्वारा ईरान ले जाया गया। उसके बाद वह व्यक्ति गौरव को छोड़कर फरार हो गया है। अब लगातार किडनैपरों के द्वारा दो करोड़ रुपए की फिरौती की मांग की जा रही है।
ईरान जाने से पहले मुंबई में बिताया कई रात
गौरव कुमार के बड़े भाई राजन कुमार ने बताया कि गौरव का वीजा का पैसा भी उसी एजेंट के द्वारा दिया गया है। गौरव से एक रुपया भी नहीं लिया गया। बस एक महीने का रिटर्न वीजा था। वहां पर तेल कारखाने में केवल 15 से 20 दिनों का काम कहकर ले जाया गया था। ईरान जाने के लिए गौरव 15 फरवरी को घर से ईरान के लिए पटना जंक्शन पहुंचा। पटना जंक्शन से लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस ट्रेन से मुबंई पहुंचा। जॉब एजेंट कंपनी (इंटरनेशनल किडनैपर गैंग) के खर्च पर मुंबई एक होटल में करीब एक सप्ताह ठहरा। उसके बाद 22 फरवरी को एयर अरबिया एयरलाइंस से शारजाह एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरा। शारजाह में उसे इंटरनेशनल किडनैपर गैंग हैंडलर मिस्टर साहू और सोनू ने रिसीव किया।
4 अप्रैल के बाद अब तक नहीं हुई परिजनों से गौरव की बात
राजन कुमार ने बताया कि गौरव को ईरान में ले जाने के बाद हैंडलर्स ने उसको शिराज के होटल पार्स में रखा। उसने 24 फरवरी दोपहर दो बजे चेक इन किया और 25 फरवरी दोपहर 12 बजे चेक आउट किया। गौरव से ईरान जाने के दौरान कई दफा बात हुई थी। गौरव प्रतिदिन वीडियो कॉल पर बात करता था। लेकिन 8 मई के बाद से उससे बात नहीं हो पा रही थी, उसके बाद उसने वाइस मैसेज भेजना शुरू किया। वाइस मैसेज पर ही सारी बात बताया करता था। उसे भनक लग गया था उसे फंसाया गया है। उसके बाद 4 अप्रैल को यह वाइस मैसेज आना भी बंद हो गया। उसके बाद उसके बाद से लगातार किडनैपर गौरव की बहन के पास फिरौती के लिए अलग अलग नंबर से पैसों की मांग करते है।
गौरव ने घर पर रो रोकर बताई सारी बात
राजन ने बताया कि आखिरी बार जब बात हुई थी तब गौरव ने बताया था कि उसे जिस काम के लिए ईरान ले जाया गया था, उससे वह काम नहीं कराया गया। जब उसने पूछा तो उसे कुछ बताया भी नहीं जाता था। उसने बताया कि उसे शारजाह में रिसीव करने के बाद उसे हवाई जहाज से ईरान ले जाया गया। वहां चाबहार नामक जगह पर मोहम्मद करीम के घर में बंद कर दिया गया। गौरव को ठीक से खाना नहीं दिया जाता था। उसने वहां + 98 नंबर का नया सीम लिया। वह रो-रोकर फोन पर यह सब बताता था। बाद में फोन पर बात बंद हो गया। उसके बाद फिरौती मांगने की वॉयस रिकार्डिंग भेजता था। यह मैसेज पाकिस्तानी +92 से आता था।
मां करती रही गुहार बेटा मत जा ईरान फिर भी गया गौरव
गौरव कुमार की मां जगवंती देवी ने जब से अपने बेटे के किडनैप होने की खबर सुनी है तब से उनकी आंखें नम है। अपनी नम आंखों से मोदी सरकार से अपने बेटे को वापस घर सुरक्षित लौटाने की मांग कर रही है। उन्होंने बताया कि गौरव कुमार को कई बार वो ईरान जाने से मना कर रही थी। वह ईरान नहीं जाए, किसी एजेंट के चक्कर में नहीं पड़े। लेकिन गौरव ने अपनी मां की नहीं सुनी। वह बोला करता था एक महीने की ही बात है वापस लौट आऊंगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब गौरव को छुड़ाने के लिए दो करोड़ की मांग लगातार विदेशी अराधियों द्वारा की जा रही है।
अहमदाबाद पुलिस के द्वारा परिजनों को मिली सूचना
दरअसल गौरव के किडनैप की सूचना अहमदाबाद पुलिस के द्वारा राजन को मिली है। राजन ने बताया कि पोरबंदर बंदरगाह के रास्ते ड्रग्स लेकर विदेशी तस्कर भारत में समा कर पोरबंदर बंदरगाह पर पहुंचने वाले थे। जिसकी सूचना भारतीय तट रक्षक, एनसीबी और एटीएस को पहले से थी। कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने पैडलरों को गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से करीब 60 करोड़ 50 लाख की ड्रग्स बरामद किया गया है। (यह आंकड़ा परिजनों के द्वारा बताया गया है) हालांकि लगभग 100 करोड़ का ड्रग्स बरामद किया गया था। उसके बाद पूछताछ में उन्होंने मेरे भाई के बारे में बताया था। जिसके बाद पुलिस के द्वारा हमलोग को बताया गया कि मेरा भाई अभी भी ईरान में ही है।
केंद्रीय मंत्री आरके सिंह और भारत सरकार से परिजनों ने किया गुहार
राजन कुमार ने बताया कि इस मामले की सूचना स्थानीय थाना को दे दिया गया है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को भी इस बात की सूचना दी गई है। उन्होंने भी आश्वासन दिया है। वहीं परिवार भारत सरकार से रो रोकर अपने भाई को सलामती पूर्वक भारत ले आने के लिए गुहार लगा रहा है। आपको बता दें कि मूंगा लाल साह का 23 वर्षीय पुत्र गौरव घर में अपने दो भाई राजन कुमार(बड़ा) और सौरव कुमार (बीच) से सबसे छोटा है। गौरव कुमार की चार बहने है सपना, पूनम, निक्की, खुशबू ये सभी शादीशुदा है। गौरव पूरे भाई और बहन में सबसे छोटा है।
अंतरराष्ट्रीय मामला है एंबेसी की मदद से पुलिस करेगी कार्रवाई
वहीं गौरव के किडनैप होने की खबर ने पूरे गांव के लोगों को सदमे में डाल दिया है। आस पास की महिलाएं और पुरुष गौरव के घर के पास परिजनों का ढांढस बढ़ा रहे है। वहीं मामले की जानकारी देते हुए पीरो डीएसपी राहुल सिंह ने बताया कि गौरव साह के परिजनों द्वारा इस मामले की जानकारी दी गई है। जिसमें बताया गया है कि किसी व्यक्ति के द्वारा ईरान में नौकरी लगाने के लिए ले जाया गया था, अब संपर्क नहीं हो पा रहा है। यह अंतर्राष्ट्रीय मामला है। पुलिस एंबेसी से मदद ले रही है। एफआईआर दर्ज कर पुलिस कार्रवाई करेगी।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
May 21 2024, 15:04