हज ट्रेनिंग : मक्का व मदीना शरीफ़ में इबादत व जियारत का तरीका बताया गया
गोरखपुर। सोमवार को ऊंचवा स्थित आइडियल मैरेज हाउस में दावते इस्लामी इंडिया की ओर से हज ट्रेनिंग का आयोजन हुआ। पूरा मैरेज हाउस ‘लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक’ की सदाओं से गूंज उठा। मक्का व मदीना शरीफ में इबादत, जियारत व ठहरने का तरीका बताया गया। ट्रेनिंग में महिलाओं समेत करीब दो सौ हज यात्रियों ने हज के अरकान की बारीकियां सीखीं।
हज ट्रेनिंग पर आधारित थ्रीडी ऐनिमेटेड वीडियो, एलईडी टीवी स्क्रीन व इलेक्ट्रानिक डिवाइस के द्वारा हज का प्रैक्टिकल तरीका और हज के मुकद्दस स्थानों को दिखाकर हज यात्रियों को प्रशिक्षित किया गया। महिलाओं के मसाइल पर विस्तार से चर्चा की गई।हज के दौरान किस तरह रहना है। मदीना शरीफ में कितने दिन ठहरना और मक्का शरीफ में कब जाना है। किस तरह हज की खास पोशाक (एहराम) बांधनी है। किस तरह काबा शरीफ का तवाफ करना है। साथ ही कुर्बानी से लेकर सिर मुंडाने तक के मसाइल बताए गए।
हज ट्रेनर हाजी आजम अत्तारी ने प्रैक्टिकल के जरिए हज अदा करने के एक-एक अरकान को बारीकी से बताया। हज यात्रियों को घर से रवाना होने से लेकर लौटकर आने तक के सारे मसाइल और आने वाली समस्याओं और उनके हल के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी। एहराम बांधना, काबा शरीफ का तवाफ, सफा व मरवा पहाड़ियों की दौड़, शैतान को कंकड़ मारना, मुकद्दस मकामात पर पढ़ी जाने वाली दुआओं पर रोशनी डाली।
फरहान अत्तारी ने बताया कि हज इस्लाम का अहम फरीजा है। इसे खुलूसो दिल से अदा करना चाहिए। हज-ए-मबरूर अल्लाह की रज़ा के लिए है। पैग़बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया कि हज-ए-मबरूर करने वाला ऐसा होता है मानो आज ही मां के पेट से पैदा हुआ हो। उसके सभी गुनाह माफ़ हो जाते हैं। उन्होंने रौजा-ए-रसूल पर दरूदो-सलाम पेश करने का तरीका व अदब बताया। हज़रत अबू बक्र व हज़रत उमर की आरामगाह पर सलाम पेश करने का तरीका भी बताया साथ ही मस्जिद-ए- नबवी की अहमियत बताई।
ट्रेनिंग की शुरुआत कुरआन-ए-पाक की तिलावत से हुई। काबा शरीफ़ की हाजिरी व मदीना शरीफ़ की जियारत पर आदिल अत्तारी ने अपनी प्यारी आवाज़ में हम्द व नात-ए-पाक पेश की। अंत में सलातो सलाम पढ़ हज के सफर की कामयाबी, अमन व सलामती की दुआ मांगी गई। ट्रेनिंग में वसीउल्लाह अत्तारी, मौलाना अब्दुल खालिक, रमज़ान अत्तारी, शहजाद अत्तारी, शम्स अत्तारी, अहमद अत्तारी, आदि मौजूद रहे।
Apr 29 2024, 17:15