जन्मोत्सव पर राम लला का सूर्य तिलक आज, रामनवमी पर दिखेगा अद्भुत नजारा

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राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या में पहली बार रामनवमी मनाई जा रही है। अयोध्या नगरी में रामनवमी की धूम है। देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। ऐसे में दर्शन की सुविधा को लेकर खास व्यवस्था की गई है। पूरे मंदिर को फूलों से सजाया गया है। साथ ही दर्शन का समय भी बढ़ाया गया है। वहीं आज सबकी नजर सूर्य तिलक पर बनी हुई है। बुधवार को रामनवमी के दिन दोपहर के समय सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक पर पड़ेंगी और दर्पण व लेंस से जुड़े एक विस्तृत तंत्र द्वारा उनका 'सूर्य तिलक' संभव हो सकेगा।

दोपहर में 12 बजकर 16 मिनट पर सूर्य तिलक होगा, जो कि करीब चार मिनट तक रहेगा।असल में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर)-सीबीआरआई रुड़की के वैज्ञानिक डॉ एस के पाणिग्रही ने बताया कि ''सूर्य तिलक परियोजना का मूल उद्देश्य रामनवमी के दिन श्री राम की मूर्ति के मस्तक पर एक तिलक लगाना है। परियोजना के तहत, श्री रामनवमी के दिन दोपहर के समय भगवान राम के मस्तक पर सूर्य की रोशनी लाई जाएगी।

सूर्य तिलक के लिए आईआईटी रुड़की सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने एक खास ऑप्टोमैकेनिकल सिस्टम तैयार किया है। इसमें मंदिर के सबसे ऊपरी तल (तीसरे तल) पर लगे दर्पण पर ठीक दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणें पडे़ंगी। दर्पण से 90 डिग्री पर परावर्तित होकर ये किरणे एक पीतल के पाइप में जाएंगी। पाइप के छोर पर एक दूसरा दर्पण लगा है। इस दर्पण से सूर्य किरणें एक बार फिर से परावर्तित होंगी और पीतल की पाइप के साथ 90 डिग्री पर मुड़ जाएंगी। 

दूसरी बार परावर्तित होने के बाद सूर्य किरणें लंबवत दिशा में नीचे की ओर चलेंगी। किरणों के इस रास्ते में एक के बाद एक तीन लेंस पड़ेंगे, जिनसे इनकी तीव्रता और बढ़ जाएगी। लंबवत पाइप जाती है। लंबवत पाइप के दूसरे छोर पर एक और दर्पण लगा है। बढ़ी हुई तीव्रता के साथ किरणें इस दर्पण पर पड़ेंगी और पुन: 90 डिग्री पर मुड़ जाएंगी। 90 डिग्री पर मुड़ी ये किरणें सीधे राम लला के मस्तक पर पड़ेंगी। इस तरह से राम लला का सूर्य तिलक पूरा होगा।

वोटिंग से पहले छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 18 नक्सलियों को मार गिराया गया

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19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग होनी से। इससे ठीक पहले छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है।छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के छोटे बेठिया थाना क्षेत्र के माड़ इलाके में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में 18 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है जबकि तीन जवान घायल हुए हैं।कांकेर के एसपी कल्याण एलेसेला ने कहा कि इस मुठभेड़ में 18 नक्सलियों को मार गिराया गया है।एसपी ने जानकारी देते हुए कहा कि टॉप नक्सल कमांडर शंकर राव मारा गया है। शंकर राव 25 लाख का इनामी था।

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में मंगलवार को बड़ी नक्सली मुठभेड़ हो गई।एंटी नक्सल आपरेशन में निकले जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में 18 से अधिक नक्सलियों के मारे जाने की एसपी कल्याण एलेसेला ने की पुष्टि की है। एसपी ने जानकारी देते हुए कहा कि टॉप नक्सल कमांडर शंकर राव मारा गया है। शंकर राव 25 लाख का इनामी था। मुठभेड़ में 4 एके 47 रायफल समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गये हैं। मारे गए नक्सलियों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।

मुठभेड़ में बीएसएफ के इंस्पेक्टर समेत 3 जवान घायल हुए हैं। मुठभेड़ के बाद क्षेत्र में सर्चिंग अभियान जारी है। एसपी ने बताया कि घायल जवानों की स्थिति सामान्य और खतरे से बाहर है। जंगलों में और नक्सली तो नहीं छिपे हैं, इसलिए सर्च ऑपरेशन चलाकर उनको भी मार गिराया जाएगा।

बता दें कि छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में दूसरे चरण यानी 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव की वोटिंग है। नक्सली लोकसभा चुनाव की वोटिंग को इलाके में प्रभावित करना चाहते हैं। सुरक्षाबलों को मिली खुफिया इनपुट के बाद नक्सलियों को घेरकर मुठभेड़ की गई है।

लखनऊ लोकसभा सीटः आबादी के हिसाब से वोटरों को रिझान में जुटे राजनीतिक दल, जानें क्या है जातीय समीकरण*
#loksabha_election_2024_see_the_equations_on_lucknow_loksabha_seat पिछले 3 दशक से बीजेपी का दबदबा जातिगत समीकरण नहीं करता काम अटल के नाम पर टंडन के सिर सजा “ताज” 71 फीसदी से अधिक हिंदू आबादी 26 फीसदी से अधिक मुसलमानों मतदाता ओबीसी वोटर्स की संख्या 28 फीसदी आबादी देख जुगत लगा रहे राजनीतिक दल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को नवाबों के शहर के रूप में जाना जाता है। कभी इसे पूर्व का गोल्डन सिटी तो कभी शिराज-ए-हिंद या फिर भारत का कांस्टेंटिनोपल कहा गया। लखनऊ न सिर्फ प्रदेश की राजनीति का केंद्र रहा है बल्कि एक समय यह क्षेत्र देश की सबसे हाई प्रोफाइल संसदीय सीट हुआ करती थी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का यह संसदीय क्षेत्र रहा है और वह यहां से लगातार 5 बार सांसद रहे हैं। वाजपेयी के अलावा देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की बहन विजय लक्ष्मी पंडित को लखनऊ संसदीय सीट से पहली सांसद होने का गौरव हासिल है। गोमती नदी के किनारे बसे लखनऊ शहर को अपने अदब, दशहरी आम और चिकन की कढ़ाई के लिए जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम ने अपने छोटे भाई लक्ष्मण के लिए यह शहर बसाया था। लखनऊ लोकसभा सीट के तहत 5 विधानसभा सीटें आती हैं, जिसमें लखनऊ ईस्ट, लखनऊ वेस्ट, लखनऊ नॉर्थ, लखनऊ कैंट और लखनऊ सेंट्रल सीट शामिल हैं। पिछले 3 दशक से बीजेपी की दबदबा है और यहां पर किसी तरह का जातिगत समीकरण काम नहीं करता है। अटल बिहारी वाजपेयी की यहां पर ऐसी लोकप्रियता था कि 2009 के चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी लालजी टंडन ने वाजपेयी के नाम पर वोट मांगे थे और उनकी खड़ाऊं लेकर प्रचार किया था। इसका फायदा उन्हें मिला और कड़े मुकाबले में सांसद चुने गए थे। वैसे, लखनऊ के वोटरों की बात करें तो यहां कुल वोटर 35 लाख 73 हजार, 944 हैं, जिनमें पुरूष वोटर 19 लाख, 22 हजार, 184 और महिला वोटर 16 लाख, 51 हजार, 626 है, जबकि थर्ड जेंडर के वोटरों की संख्या 134 है। इस बार लखनऊ में 51,417 नए वोटर जुड़े हैं इनमें 38 हजार युवा वोटर हैं जो पहली बार अपने मतदान का प्रयोग करेंगे। 2011 की जनगणना के मुताबिक, लखनऊ में 71 फीसदी से अधिक हिंदू आबादी रहती है तो 26 फीसदी से अधिक आबादी मुसलमान समाज की है। यहां पर करीब 14 फीसदी अनुसूचित जाति की आबादी है, तो अनुसूचित जनजाति करीब 0.2 फीसदी ही है। ओबीसी वोटर्स की संख्या 28 फीसदी है। इसके अलावा लखनऊ लोकसभा में करीब 18 प्रतिशत मतदाता राजपूत और ब्राह्मण हैं। सभी जातियों की आबादी को देख राजनीतिक दल मतदाताओं को साधने के लिए हर जुगत लगा रहे हैं। जातियों को लेकर लाख जुगत लगाई जाए, मोदी फैक्टर, राम मंदिर निर्माण और बीजेपी की सेफ सीट होने के कारण लखनऊ सीट किसी को किसी भी हालत में जाने वाली नहीं है। कांग्रेस का यूपी में कोई जनाधार नहीं है, इसलिए कांग्रेस का लखनऊ में कोई असर नहीं है। हालांकि सपा मजबूत स्थिति में जरूर है। सपा का एक तगड़ा वोट बैंक भी है। उसके बावजूद सपा जीत दर्ज करने की स्थिति में नहीं है।
पैसा, सोना-चांदी नहीं... अंडरगारमेंट्स चुरा रहे चोर', MP के जबलपुर एक्टिव हुआ अजीबोगरीब गैंग

मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहाँ चोरों का एक अजीबोगरीब गिरोह एक्टिव है। इस गिरोह के चोर लोगों का पैसा सोना चांदी आभूषण नहीं चुराते। ये चोर लोगों के घर के बाहर रस्सी पर टंगे अंडरगारमेंट्स चोरी कर रहे हैं। ऐसी घटना का एक CCTV भी सामने आया है। बताया जाता है कि अंडरगारमेंट्स चोरी होने की घटनाओं को लेकर कुछ दिन पहले पाम नगर थाने पर गांव के लोगों ने पुलिस प्रशासन से गुहार भी लगाई थी। इस मामले में पामनगर पुलिस ने एक चोर को पकड़ा था। उसे जेल भेज दिया गया था। अब शहरी क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं होने पर पुलिस हैरान है। पुलिस अपराधी की तलाश में जुटी है। जबलपुर की संस्कारधानी कहे जाने वाले शहर के विजय नगर थाना क्षेत्र में भी रस्सी पर टंगे अंडरगारमेंट्स चोरी होने की घटनाएं सामने आई हैं। पुलिस को कुछ CCTV फुटेज प्राप्त हुए हैं, जिसके आधार पर अज्ञात चोर की तलाश आरम्भ कर दी गई है। अंडरगारमेंट्स की चोरियां शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही हैं। कुछ दिन पहले गांव के लोगों ने पामनगर थाना पर गांव में एक व्यक्ति घर में घुसकर अंडरगारमेंट चुराने की शिकायत दर्ज कराई थी। लोगों ने बताया था कि एक युवक घर में घुसकर उनके अंडरगारमेंट्स चुराता हैं तथा उन्हें फाड़ कर फेंक देता है। इतना ही नहीं वह चोर महिला पुरुष और बच्चों के भी अंडरवियर चुरा लेता है। अब शहर में भी ऐसी ही चोरियां होने लगी हैं। विजय नगर क्षेत्र में चोरी करने वाला चोर महिलाओं के अंडरगारमेंट्स चोरी करता नजर आया है। ऐसी घटनाएं होने से लोग परेशान हैं। जबलपुर पुलिस CCTV फुटेज के आधार पर चोर की तलाश तेज कर दी है। विजयनगर में निरंतर घर के बाहर सूख रहे कपड़े चोरी हो रहे हैं। ध्यान देने वाली बात यह कि विजयनगर में घूम रहा अज्ञात चोर सिर्फ महिलाओं के अंडरगारमेंट्स चोरी कर रहा है। पिछले 4 अप्रैल से विजय नगर में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं। तत्पश्चात, पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर तलाश आरम्भ कर दी है। सोशल मीडिया पर अंडरगारमेंट्स चोरी की घटनाओं के वीडियो वायरल होने लगे हैं। एक वीडियो में दो पहिया वाहन पर सवार एक संदिग्ध कॉलोनी में पहुंचता है तथा अंडरगारमेंट्स चोरी की वारदात को अंजाम दे देता है। वीडियो में चोर स्वयं के लिए अंडरगारमेंट को नापता भी दिखाई दे रहा है। चोर शहर के पॉश क्षेत्र के विजय नगर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। इस मामले में पनागर थाना पुलिस ने एक चोर को दबोचने में सफलता हासिल की है। बता दें कि अपराधी विजय ठाकुर उर्फ लालू को ग्रामीणों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया, उसके खिलाफ पहले भी चोरी और मारपीट के कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने अपराधी के कब्जे से चुराए हुए कपड़े बरामद किये हैं।
लखनऊ निवासी आदित्य श्रीवास्तव ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में किया टॉप, यहां देखें 100 टॉप कैंडिडेट्स के नाम

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा 2023 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। छात्र अपना रिजल्ट यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर चेक कर सकते हैं। उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ के रहने वाले आदित्य श्रीवास्तव ने परीक्षा में टॉप किया है। अनिमेष प्रधान दूसरे , दोनुरु अनन्या रेड्डी तीसरे , पीके सिद्धार्थ रामकुमार चौथे और रुहानी पांचवें पायदान पर रहे। नीचे आप पहले 100 टॉपरों की लिस्ट देख सकते हैं। आईएएस , आईएफएस और आईपीएस समेत 1143 वैकेंसी के लिए 1016 अभ्यर्थियों की नियुक्ति की सिफारिश की गई है। इनमें से 347 जनरल कैटेगरी के हैं। 115 ईब्ल्यूएस , 303 ओबीसी , 165 एससी , 86 एसटी कैटेगरी के हैं। 355 अभ्यर्थियों का रिजल्ट प्रोविजनल रखा गया है। परीक्षार्थियों के मार्क्स रिजल्ट की घोषणा के करीब 15 दिन बाद जारी किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि 09 अप्रैल 2024 तक यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का इंटरव्यू लिया गया था। इंटरव्यू राउंड की शुरुआत 02 जनवरी से हुई थी। मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले लगभग 2846 उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा 2023 के तहत आईएएस , आईपीएस समेत सर्विसेज में 1143 पदों पर भर्ती निकाली थी। इसमें आईएएस के 180 , आईपीएस के 200 और आईएफएस के 37 पद शामिल थे। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी रैंक रोल नंबर नाम 1 2629523 आदित्य श्रीवास्तव। 2 6312512 अनिमेष प्रधान। 3 1013595 डोनुरु अनन्या रेड्डी। 4 1903299 पी के सिद्धार्थ रामकुमार। 5 6312407 रूहानी। 6 501579 सृष्टि डबास। 7 3406060 अनमोल राठौड़। 8 1121316 आशीष कुमार। 9 6016094 नौशीन। 10 2637654 ऐश्वर्यम प्रजापति। 11 6500593 कुश मोटवानी। 12 5818509 अनिकेत शांडिल्य। 13 813845 मेधा आनंद। 14 867419 शौर्य अरोड़ा। 15 2205311 कुणाल रस्तोगी। 16 415007 अयान जैन। 17 838034 स्वाति शर्मा। 18 5818283 वरदा खान। 19 331058 शिवम कुमार। 20 5804350 आकाश वर्मा। 21 1101464 पुरूराज सिंह सोलंकी। 22 8500883 अंशुल भट्ट। 23 308283 सौरभ शर्मा। 24 5301033 प्रजानन्दन गिरि। 25 6207400 रितिका वर्मा। 26 6406864 रूपल राणा। 27 1026031 नंदाला सैकिरण। 28 500060 पवन कुमार गोयल। 29 6311776 सलोनी छाबड़ा। 30 3516118 गुरलीन। 31 1904851 विष्णु शशिकुमार। 32 3402529 अर्जुन गुप्ता। 33 1418091 रितिका आइमा। 34 1530610 ज़ुफ़िशान हक। 35 861853 अभिनव जैन। 36 713649 आयुषी प्रधान। 37 6304114 तेजस अग्निहोत्री। 38 2612095 अनिमेष वर्मा। 39 6305930 दीप्ति रोहिल्ला। 40 1912320 अर्चना पी. पी। 41 1220026 टी भुवनेश्रम। 42 1310792 खोड़े समीर प्रकाश। 43 8704716 ठाकुर अंजलि अजय। 44 4100790 आकांक्षा सिंह। 45 6316638 राम्या आर। 46 3527471 भावेश। 47 5803862 बसंत सिंह। 48 5816635 अंशुल हिंदल। 49 6308058 विरुपाक्ष विक्रम सिंह। 50 802613 के एन चंदना जाहन्वी। 51 6702296 राजपूत नेहा उद्धवसिंह। 52 8101557 जयश्री प्रधान। 53 1106390 मोहन लाल। 54 1109551 कशिश बख्शी। 55 3533452 योगेश दिल्होर। 56 2609667 सुरभि श्रीवास्तव। 57 1700975 कौशल्या एम। 58 854302 वैभव आनंद शर्मा। 59 1903257 बेंजो पी जोसएम 60 3515815 अभिमन्यु मलिक। 61 1140682 खुशहाली सोलंकी। 62 6413572 अतुल त्यागी। 63 6303474 शिवांश राठी। 64 2000865 विनोथिनी सी। 65 6416090 छाया सिंह। 66 6500154 योगेश कुमार मीना। 67 4113460 अतुल सिंह। 68 1910360 कस्तूरी शाह। 69 1542748 प्रिया रानी। 70 6608942 शुभांसु कटियार। 71 1908840 फैबी रशीद। 72 1407611 तनुज पाठक। 73 2201788 कृष्णा जोशी। 74 824739 रोहित त्यागी। 75 841992 अक्षय दोशी। 76 6311142 प्रगति नौटियाल। 77 5406264 शोहम टेबरीवाल। 78 1200593 प्रशांत एस। 79 1213257 ईशानी आनंद। 80 106819 गरिमा मुंद्रा। 81 6701477 अनिकेत ज्ञानेश्वर हिरदे। 82 1031840 मेरुगु कौशिक। 83 4003066 सुभादर्शनी एम। 84 6900262 मान्या चौहान। 85 5802783 आकांक्षा। 86 1416657 दीपेश सिंह कैरा। 87 1141304 अजय सिंह राठौड़। 88 1801459 मनन भट्ट। 89 4125944 साक्षी जमुआर। 90 1136246 यश कुमार शर्मा। 91 6305241 निधि गोयल। 92 4107539 प्रखर कुमार। 93 1905060 एनी जॉर्ज। 94 863534 अतुल मिश्रा। 95 6400192 सृष्टि मिश्रा। 96 406147 वेदिका बंसल। 97 6902572 आयुषी बंसल। 98 212013 मुस्कान श्रीवास्तव। 99 1510778 अन्नपूर्णा सिंह। 100 3906761 विजेता बी होसामानी। आपको बता दें कि हर वर्ष आईएएस , आईपीएस और आईएफएस ऑफिसर बनने का ख्वाब संजोने वाले लाखों उम्मीदवार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देते हैं। इस परीक्षा को देश की सबसे चुनौतिपूर्ण प्रतियोगी परीक्षा माना जाता है। यूपीएससी सिविल सेवा के जरिए इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज (आईएएस) , भारतीय पुलिस सर्विसेज (आईपीएस) और भारतीय फॉरेन सर्विसेज (आईएफएस) , रेलवे ग्रुप ए (इंडियन रेलवे अकाउंट्स सर्विस) , इंडियन पोस्टल सर्विसेज , भारतीय डाक सेवा , इंडियन ट्रेड सर्विसेज सहित अन्य सेवाओं के लिए चयन किया जाता है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा तीन चरण अर्थात प्रारंभिक , मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में आयोजित की जाती है। मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में प्रदर्शन के आधार पर फाइनल मेरिट लिस्ट जारी किया जाता है। जानें पिछले साल किसने किया था टॉप। क्रमांक रोल नंबर उम्मीदवार का नाम : 1 5809986 इशिता किशोर। 2 1506175 गरिमा लोहिया। 3 1019872 उमा हरति एन। 4 858695 स्मृति मिश्रा। 5 906457 मयूर हजारिका। 6 2409491 गहना नव्या जेम्स। 7 1802522 वसीम अहमद भट। 8 853004 अनिरुद्ध यादव। 9 3517201 कनिका गोयल। 10 205139 राहुल श्रीवास्तव। 11 3407299 परसंजीत कौर। 12 6302509 अभिनव सिवाच। 13 2623117 विदुषी सिंह। 14 6310372 कृतिका गोयल। 15 6802148 स्वाति शर्मा। 16 6017293 शिशिर कुमार सिंह। 17 840388 अविनाश कुमार। 18 835555 सिद्धार्थ शुक्ला। 19 886301 लघिमा तिवारी। 20 7815000 अनुष्‍का शर्मा।
RCB को बड़ा झटका, बुरे वक्त में इस दिग्गज क्रिकेटर ने छोड़ा टीम का साथ, लिया अनिश्चितकालीन ब्रेक

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के स्टार ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने आईपीएल 2024 से अनिश्चितकालीन ब्रेक ले लिया है। उन्होंने यह कदम मानसिक और शारीरिक थकान के कारण उठाया है। मैक्सवेल के लिए आईपीएल 2024 कुछ खास नहीं रहा। वह लगातार फ्लॉप रहे और 6 मैचों में केवल 32 रन बना सके। खराब प्रदर्शन के बाद मैक्सवेल ने खुद को टीम से बाहर रहने के लिए कहा था। उन्होंने कहा, "यह एक बहुत आसान फैसला था। मैं पिछले मैच में कप्तान फाफ डु प्लेसिस और टीम के कोच के पास गया था और कहा था कि अब शायद किसी और को आजमाने का समय आ गया है।" मैक्सवेल ने टीम के खराब प्रदर्शन पर भी निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा, "टीम के रूप में हम उतना अच्छा नहीं खेल पा रहे हैं जितना हम चाहते थे। मुझे लगा जैसे मैं सकारात्मक तरीके से योगदान नहीं दे रहा था।"
उज्जैन में महाकाल दर्शन करने आए केरल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस आशीष देसाई की तबियत बिगड़ी, निजी अस्पताल में भर्ती

केरल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस आशीष देसाई 15 अप्रैल, 2024 को उज्जैन में महाकाल दर्शन करने आए थे। दर्शन के बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ डॉक्टरों ने ह्रदय संबंधी परेशानी का पता लगाया। डॉक्टरों के अनुसार, चीफ जस्टिस देसाई को सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उन्हें तत्काल प्राथमिक उपचार दिए गए और उनकी स्थिति अब स्थिर है। डॉक्टर उनकी निगरानी कर रहे हैं और उनका इलाज जारी है।
सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपी 36 घंटे में गिरफ्तार, मुंबई क्राइम ब्रांच ने भुज से दबोचा

बॉलीवुड के दबंग खान सलमान खान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट्स के बाहर रविवार को हुई फायरिंग मामले में मुंबई पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने महज 36 घंटे के भीतर ही इस मामले के दोनों आरोपियों को गुजरात के भुज से गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि, एक आरोपी की पहचान हरियाणा के गुरुग्राम निवासी विशाल उर्फ कालू के रूप में हुई थी। एसटीएफ इस मामले को लेकर विशाल के घर भी पहुंची थी। इस दौरान उसकी मां और बहन से पूछताछ की गई। विशाल डेढ़ साल से अपराध की दुनिया में एक्टिव था। बताया जा रहा है कि, वह स्क्रैप का बिजनेस करने वाले व्यापारी सचिन उर्फ गोदा की हत्या के मामले में भी आरोपी रह चुका है। उसे गैंगस्टर रोहित गोदारा का शूटर बताया जाता है। कालू ने 10वीं तक ही पढ़ाई की है। हालांकि, मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इनकी लोकेशन को ट्रेस कर लिया और गुजरात पुलिस के सहयोग से उन्हें गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर इन दोनों आरोपियों ने सलमान खान पर फायरिंग क्यों की और उन्हें किसने सुपारी दी थी।
राहुल बोले- खत्म करेंगे अग्निपथ योजना, देश की रक्षा का सपना देखने वाले युवाओं का ये 'अपमान'

#rahul_gandhi_targeted_modi_govt_and_said_agneepath_scheme_is_insult_to_youth

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है।राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय में तैयार की गई और सशस्त्र बलों पर थोपी गई है। गांधी ने कहा कि केंद्र में इंडिया ब्लॉक की सरकार बनते ही अग्निपथ सैन्य योजना को खत्म कर पुरानी स्थायी भर्ती प्रक्रिया वापस लायी जायेगी।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी 'अग्निपथ' योजना को लेकर हमेशा से सरकार पर हमलावर रहे हैं। अब लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी ने एक बार फिर इस योजना की कमियां गिनाई हैं।मंगलवार को राहुल गांधी ने 'एक्स' पर लिखा, 'अग्निपथ' योजना, भारतीय सेना और देश की रक्षा करने का सपना देखने वाले बहादुर युवाओं का अपमान है। यह भारतीय सेना की नहीं, नरेंद्र मोदी के कार्यालय में बनी योजना है, जिसे सेना पर थोप दिया गया है।

राहुल गांधी ने कहा, शहीदों के साथ अलग व्यवहार नहीं किया जा सकता, देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले हर व्यक्ति को शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए। पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा, जैसे ही हमारी सरकार बनेगी, हम तुरंत इस योजना को खत्म कर देंगे और पुरानी स्थायी भर्ती प्रक्रिया को वापस लाएंगे।

दरअसल, विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल अग्निपथ योजना को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अग्निपथ योजना को लेकर पत्र लिखा था। अपने पत्र में खरगे ने कहा कि नियमित भर्ती प्रक्रिया समाप्त होने और अग्निपथ योजना की शुरुआत के कारण देश के सशस्त्र बलों में नियमित भर्ती चाहने वाले लगभग दो लाख युवा पुरुषों और महिलाओं का भविष्य अनिश्चित हो गया है। उन्होंने लेटर में लिखा, यह योजना सैनिकों के समानांतर कैडर बनाकर हमारे जवानों के बीच भेदभाव पैदा करने वाली है, क्योंकि उनसे काम वही कराया जाएगा, लेकिन बहुत अलग पारिश्रमिक, लाभ और संभावनाओं के साथ। अधिकांश अग्निवीर चार साल की सेवा के बाद अनिश्चित रोजगार बाजार में छोड़ दिये जाएंगे, जिसके बारे में कुछ लोगों का तर्क है कि इससे सामाजिक स्थिरता प्रभावित हो सकती है।

एयर इंडिया के दो विमानों ने ईरान के हवाई क्षेत्र में इजराइल के हमले से पहले भरी थी उड़ान

नई दिल्ली: एयर इंडिया के दो विमानों ने इज़राइल पर हवाई हमले से कुछ घंटे पहले ईरान-नियंत्रित हवाई क्षेत्र से उड़ान भरी थी, जिससे संभावित रूप से कई यात्रियों और चालक दल के लोगों की जान जोखिम में पड़ गई थी। एयर इंडिया की उड़ानें 116 और 131 ने न्यूयॉर्क से उड़ान भरी थी। 13 अप्रैल और 14 अप्रैल को फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी के ऊपर क्रमशः मुंबई और मुंबई से लंदन तक, विमानों ने उड़न भरी थी। एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि एयरलाइन अपने यात्रियों, चालक दल और विमान की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। उन्होंने कहा, "हमारी उड़ान संचालन योजना, हवाई क्षेत्र की परवाह किए बिना, जोखिम का मूल्यांकन करती है और हम सुरक्षा मुद्दों से कोई समझौता नहीं करते हैं।" प्रवक्ता ने कहा कि एयरलाइन ने सुरक्षा पर किसी भी समझौते से स्पष्ट रूप से इनकार किया है। “13 अप्रैल 2024 से, ईरानी हवाई क्षेत्र बिना किसी प्रतिबंध या (नोटम ) के नागरिक हवाई यातायात के लिए उपलब्ध था और एयरलाइंस उस हवाई क्षेत्र में परिचालन जारी रख रही थी, एयर इंडिया विभिन्न सुरक्षा संगठनों के साथ निकट परामर्श में मध्य पूर्व में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही थी। हमारे जोखिम मूल्यांकन के हिस्से के रूप में हमारी पश्चिम की ओर जाने वाली कुछ उड़ानों की योजना सुरक्षित गलियारे के साथ एक वैकल्पिक मार्ग पर बनाई गई थी जिसका उपयोग अन्य एयरलाइनों द्वारा भी किया जाता था। नोटम, या वायुसैनिकों को नोटिस, पायलटों को मार्ग या जमीन पर संभावित खतरों के बारे में जारी किया गया एक अलर्ट है। निश्चित रूप से, एयर इंडिया एकमात्र एयरलाइन नहीं थी जो ईरानी हवाई क्षेत्र से गुज़री। मलेशिया एयरलाइंस, एमिरेट्स और कतर एयरवेज जैसे एयरलाइनरों ने 13 अप्रैल को ईरान के हवाई क्षेत्र से उड़ान भरी।कई वैश्विक एयरलाइनों ने शनिवार और रविवार की रात और सोमवार (15 अप्रैल) को उड़ानों का मार्ग बदलना या रद्द करना शुरू कर दिया। एयर इंडिया ने एहतियात के तौर पर 13 अप्रैल को कुछ उड़ानों का मार्ग बदल दिया। कोच्चि से लंदन गैटविक हवाई अड्डे और दिल्ली से फ्रैंकफर्ट तक इसकी 149 और 121 उड़ानों ने अफगानिस्तान के रास्ते लंबा रास्ता अपनाया।इतिहास युद्धक्षेत्रों में गिराए गए विमानों से भरा पड़ा है। हाल ही में जनवरी 2020 में, एक यूक्रेनी विमान, बोइंग 737-800 को ईरान में उड़ा दिया गया था, जिसमें कम से कम 176 लोग मारे गए थे। 17 जुलाई 2014 को एम्स्टर्डम से कुआलालंपुर जा रहे मलेशिया एयरलाइंस के एक विमान को पूर्वी यूक्रेन के ऊपर मार गिराया गया था, जिसमें 298 लोग मारे गए थे। एयरलाइंस आमतौर पर 35,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरती हैं, जिसे विमान अधिकारियों द्वारा सुरक्षित माना जाता है, भले ही उड़ानें संकटग्रस्त हॉटस्पॉट से गुजर रही हों। लेकिन अशांति या इंजन की विफलता जैसी अजीब घटना के कारण विमान कम ऊंचाई पर उड़ सकते हैं। जब आपदा आई तब मलेशियाई एयरलाइंस की उड़ान 33,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर रही थी।एयरलाइंस आमतौर पर यात्रियों की सुरक्षा को गंभीरता से लेती हैं। सर्दियों के दौरान कोहरे के कारण होने वाली उड़ान बाधाएँ इसके ज्वलंत उदाहरण हैं।