सीएम चम्पाई सोरेन ने की प्राथमिक विद्यालयों में जनजातीय भाषा की पढ़ाई शुरू करने हेतु अधिकारियों के साथ बैठक

राज्य में जनजातीय भाषाओं का संवर्धन और विकास प्राथमिकता

मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने आज कांके रोड रांची स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में झारखंड की समृद्ध जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं के संवर्धन और विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों में जनजातीय भाषा की पढ़ाई प्रारंभ करने हेतु अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक से पांचवीं वर्ग के पाठ्यक्रमों में यहां की समृद्ध जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं को शामिल कर इन भाषाओं की पढ़ाई शीघ्र प्रारंभ की जाए।

 मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि राज्य की जनजातीय भाषा एवं क्षेत्रीय भाषाओं का संवर्धन और विकास उनकी सरकार की प्राथमिकता में है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यथाशीघ्र जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं के घंटी आधारित विशेषज्ञ शिक्षकों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया पूरी की जाए, ताकि प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाई प्रारंभ की जा सके।

इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री दीपक बिरुवा, मुख्यमंत्री के सचिव अरवा राजकमल एवं शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

रांची के पर्ल अपार्टमेंट में लगी आग, एक की मौत दूसरे की हालत गंभीर

रांची: राजधानी के चुटिया थाना क्षेत्र स्थित पर्ल अपार्टमेंट में शनिवार सुबह भीषण आग लग गयी। इस आग में झुलसने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई। साथ ही उस व्यक्ति की बहन बुरी तरह झुलस गई। दोनों की उम्र क्रमश: 75 और 80 साल बताई गई है।

बताया जा रहा है कि रांची के सिरम टोली स्थित पर्ल अपार्टमेंट के दूसरे फ्लोर पर शनिवार को तड़के आग लगने से अपार्टमेंट के मालिक 75 वर्षीय जुलतन सुरीन की जलने से मौत हो गई। जबकि 80 वर्षीय उनकी बहन जोलेन होरो बुरी तरह झुलस गई। आग लगने के कारणों का पता नहीं लग पाया है। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड टीम के सदस्य राजेश कुमार और अविनाश कुमार ने आग की लपटों के बीच से झुलस चुकी महिला को बाहर निकाला और उन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल भेजा. वहीं अग्निशमन विभाग की टीम ने आग पर काबू पा लिया है।

घटना के बारे में परिजनों को मामले की जानकारी दे दी गई है। पुलिस के मुताबिक ऐसा लग रहा है कि शॉर्ट सर्किट या किसी अन्य कारण से घर में आग लगी है. दोनों बुजुर्ग की उम्र काफी अधिक थी, ऐसे में वे बाहर नहीं निकल सके, जिससे एक की मौत हो गई। फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है।

कल्पना सोरेन और बसंत सोरेन को वाई श्रेणी की सुरक्षा, बाबूलाल मरांडी को अब जेड श्रेणी की सुरक्षा।


रांची : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के राजनीति में कदम रखने के बाद राज्य सरकार ने उनको सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है। राज्य सुरक्षा वर्गीकरण समिति ने 119 वीआईपी की सुरक्षा श्रेणियों की समीक्षा करने के बाद सुरक्षा में कुछ बदलाव किये है।

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, जेएमएम अध्यक्ष शिबू सोरेन को मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स की गाइडलाइंस के अनुसार जेड प्लस सुरक्षा दी गई है। 

वही पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन और उनके भाई मंत्री बसंत सोरेन को वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है। बसंत सोरेन को पहले एक्स श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध थी, जिसे बढ़ाकर वाई किया गया है। 

इनकी सुरक्षा में कुल आठ जवान रहेंगे। आवास में पांच सशस्त्र सुरक्षा गार्ड और तीन पीएसओ उपलब्ध रहेंगे।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को अब वाई स्कॉट की जगह जेड श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध रहेगी। कल्पना सोरेन, मंत्री बेबी कुमारी, राज्यसभा सांसद महुआ माजी और आदित्य साहू को पहली बार सुरक्षा मुहैया कराई गई है। 

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे को वाई की जगह अब वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी को एक्स की जगह वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।

रिम्स के पांच डॉक्टर को प्राइवेट प्रेक्टिस करने के आरोप में किया गया चिह्नित,प्रबंधन ने चेताया,प्राइवेट प्रेक्टिस करें बंद नही तो होगी कार्रवाई

(झा.डेस्क)

राँची: रिम्स प्रबंधन ने निजी प्रैक्टिस करने वाले तीन विभागाध्यक्ष समेत पांच डॉक्टरों को चिह्नित किया है. इनमें कार्डियोलॉजी के एक, यूरोलॉजी के दो तथा डेंटल व न्यूरोलॉजी विभाग के एक-एक डॉक्टर शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, उक्त डॉक्टरों को रिम्स निदेशक ने खुद बुलाकर चेतावनी दी है. इन डॉक्टरों को निदेशक ने आगाह किया गया है कि आपके नाम की सूची सरकार के स्तर से उपलब्ध करायी गयी है. इससे आपको अवगत कराया जा रहा है. इसके बाद भी अगर आप निजी प्रैक्टिस करते हैं, तो सख्त कार्रवाई करते हुए सरकार को इससे अवगत कराया जायेगा.

जानकारी के अनुसार, न्यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टर पर पहले से ही कार्रवाई की तैयारी चल रही है. उनके खिलाफ शिकायत के आधार पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया था. इसके अलावा रेडियोलॉजी विभाग के एक सीनियर रेजीडेंट का नाम भी निजी प्रैक्टिस में आया है. निदेशक ने उक्त डॉक्टर को भी बुलाकर समझा दिया है. वहीं, सीनियर डॉक्टरों के अलावा इंटर्न और पीजी डॉक्टरों को अपनी प्रशिक्षण अविधि के दौरान ईमानदारी से काम करने को कहा गया है.

एनपीए लेते हैं, तो नहीं कर सकते हैं निजी प्रैक्टिस

रिम्स के डॉक्टरों को एम्स की तर्ज पर वेतन और एनपीए मिलता है. इसलिए डॉक्टर ड्यूटी ऑवर के बाद भी निजी प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं. एनपीए लेनेवाले डॉक्टर को हर माह शपथ पत्र देना होता है कि वे निजी प्रैक्टिस नहीं करते हैं. इसके बावजूद डाॅक्टर निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं.

रिम्स के दैनिक कर्मियों को आठ माह से नहीं मिला मानदेय

रिम्स में तैनात दैनिक कर्मियों को आठ माह से मानदेय नहीं मिला है. इससे कर्मचारियों को परिवार चलाने में परेशानी हो रही है. वहीं, बच्चों की फीस भी जमा नहीं कर पा रहे हैं. इससे कर्मचारी परेशान हैं. दैनिक कर्मियों का कहना है कि होली नजदीक है, लेकिन पैसा भुगतान की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है. कुल 333 दैनिक कर्मी हैं. इनमें 269 पहले से दैनिक कर्मी के रूप में सेवा दे रहे है. वहीं, एजेंसी हटने के बाद गार्ड की नौकरी करने वाले 64 लोग दैनिक कर्मी के रूप में योगदान दे रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि पहले से कार्य करने वाले दैनिक कर्मियों को दो माह का मानदेय मिला है. लेकिन, बाद में योगदान देनेवाले 64 का वेतन आठ महीना से बाकी है. गौरतलब है दैनिक कर्मियों को प्रतिमाह 7,000 रुपये मानदेय मिलता है.

रिम्स के पांच डॉक्टर को प्राइवेट प्रेक्टिस करने के आरोप में किया गया चिह्नित,रिम्स प्रबंधन ने चेताया,प्राइवेट प्रेक्टिस करें बंद नही तो होगी कार


(झा.डेस्क)

राँची: रिम्स प्रबंधन ने निजी प्रैक्टिस करने वाले तीन विभागाध्यक्ष समेत पांच डॉक्टरों को चिह्नित किया है. इनमें कार्डियोलॉजी के एक, यूरोलॉजी के दो तथा डेंटल व न्यूरोलॉजी विभाग के एक-एक डॉक्टर शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, उक्त डॉक्टरों को रिम्स निदेशक ने खुद बुलाकर चेतावनी दी है. इन डॉक्टरों को निदेशक ने आगाह किया गया है कि आपके नाम की सूची सरकार के स्तर से उपलब्ध करायी गयी है. इससे आपको अवगत कराया जा रहा है. इसके बाद भी अगर आप निजी प्रैक्टिस करते हैं, तो सख्त कार्रवाई करते हुए सरकार को इससे अवगत कराया जायेगा.

जानकारी के अनुसार, न्यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टर पर पहले से ही कार्रवाई की तैयारी चल रही है. उनके खिलाफ शिकायत के आधार पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया था. इसके अलावा रेडियोलॉजी विभाग के एक सीनियर रेजीडेंट का नाम भी निजी प्रैक्टिस में आया है. निदेशक ने उक्त डॉक्टर को भी बुलाकर समझा दिया है. वहीं, सीनियर डॉक्टरों के अलावा इंटर्न और पीजी डॉक्टरों को अपनी प्रशिक्षण अविधि के दौरान ईमानदारी से काम करने को कहा गया है.

एनपीए लेते हैं, तो नहीं कर सकते हैं निजी प्रैक्टिस

रिम्स के डॉक्टरों को एम्स की तर्ज पर वेतन और एनपीए मिलता है. इसलिए डॉक्टर ड्यूटी ऑवर के बाद भी निजी प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं. एनपीए लेनेवाले डॉक्टर को हर माह शपथ पत्र देना होता है कि वे निजी प्रैक्टिस नहीं करते हैं. इसके बावजूद डाॅक्टर निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं.

रिम्स के दैनिक कर्मियों को आठ माह से नहीं मिला मानदेय

रिम्स में तैनात दैनिक कर्मियों को आठ माह से मानदेय नहीं मिला है. इससे कर्मचारियों को परिवार चलाने में परेशानी हो रही है. वहीं, बच्चों की फीस भी जमा नहीं कर पा रहे हैं. इससे कर्मचारी परेशान हैं. दैनिक कर्मियों का कहना है कि होली नजदीक है, लेकिन पैसा भुगतान की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है. कुल 333 दैनिक कर्मी हैं. इनमें 269 पहले से दैनिक कर्मी के रूप में सेवा दे रहे है. वहीं, एजेंसी हटने के बाद गार्ड की नौकरी करने वाले 64 लोग दैनिक कर्मी के रूप में योगदान दे रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि पहले से कार्य करने वाले दैनिक कर्मियों को दो माह का मानदेय मिला है. लेकिन, बाद में योगदान देनेवाले 64 का वेतन आठ महीना से बाकी है. गौरतलब है दैनिक कर्मियों को प्रतिमाह 7,000 रुपये मानदेय मिलता है.

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बड़ा दांव चला, 2024 में नौकरी की गारंटी लेने की बात कही राहुल गांधी

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बड़ा दांव चला है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने युवाओं के लिए पांच गारंटी का एलान किया है। गौरतलब है कि वह अपनी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के तहत बांसवाड़ा में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए युवाओं, गरीबों व अन्य तबकों के लिए पार्टी के प्रस्तावित कदमों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 

‘‘युवाओं के लिए कांग्रेस पार्टी क्या करने जा रही है? सबसे पहला कदम, हमने गिनती की है- हिंदुस्तान में 30 लाख सरकारी पद खाली हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इनको भरवाते नहीं है। भाजपा इन्हें भरवाती नहीं है। सरकार में आने के बाद एक दम पहला काम होगा कि ये 30 लाख सरकारी नौकरियां हम दे देंगे। ये जानकारी झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने आज कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में दी।

इस निमित्त राजेश ठाकुर ने कहा कि हम लोगों ने अपनी गठबंधन सरकार में झारखंड में लोगों को नियुक्ति देने की शुरुआत कर दी है। उन्होंने इस बात की भी जिक्र की कि वर्षों से जहां जेपीएससी की एग्जाम नहीं होती थी वही हमारी सरकार ने जेपीएससी की एग्जाम लिया।

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बड़ा दांव चला, 2024 में नौकरी की गारंटी लेने की बात कही राहुल गांधी


लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बड़ा दांव चला है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने युवाओं के लिए पांच गारंटी का एलान किया है। गौरतलब है कि वह अपनी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के तहत बांसवाड़ा में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए युवाओं, गरीबों व अन्य तबकों के लिए पार्टी के प्रस्तावित कदमों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 

‘‘युवाओं के लिए कांग्रेस पार्टी क्या करने जा रही है? सबसे पहला कदम, हमने गिनती की है- हिंदुस्तान में 30 लाख सरकारी पद खाली हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इनको भरवाते नहीं है। भाजपा इन्हें भरवाती नहीं है। सरकार में आने के बाद एक दम पहला काम होगा कि ये 30 लाख सरकारी नौकरियां हम दे देंगे। ये जानकारी झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने आज कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में दी।

इस निमित्त राजेश ठाकुर ने कहा कि हम लोगों ने अपनी गठबंधन सरकार में झारखंड में लोगों को नियुक्ति देने की शुरुआत कर दी है। उन्होंने इस बात की भी जिक्र की कि वर्षों से जहां जेपीएससी की एग्जाम नहीं होती थी वही हमारी सरकार ने जेपीएससी की एग्जाम लिया।

पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से SC-ST थाने में दर्ज कराई गई FIR के मामले में ED के अफसरों को राँची हाईकोर्ट ने दी राहत


(झारखंड डेस्क)

झारखंड हाईकोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से SC-ST थाने में दर्ज कराई गई FIR के मामले में ED के अफसरों को राहत दी है।

High Court ने उनके खिलाफ किसी तरह की पीड़क कार्रवाई पर रोक का आदेश दिया है।

गौरतलब है कि हेमन्त सोरेन ने दिल्ली स्थित उनके आवास पर ED की ओर से की गई छापेमारी के बाद 31 जनवरी को एजेंसी के एडिशनल डायरेक्टर कपिल राज, असिस्टेंट डायरेक्टर देवव्रत झा, अनुपम कुमार एवं अन्य के खिलाफ रांची स्थित SC-ST थाने में FIR दर्ज कराई थी।

इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि 29 जनवरी को उनके दिल्ली स्थित आवास की ED अफसरों द्वारा जिस तरह तलाशी ली गई और जिस तरह उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया गया, वह अपमानजनक है।

सोरेन ने कहा था कि वे अनुसूचित जनजाति से आते हैं। ED का ऑपरेशन उन्हें और उनके पूरे समुदाय को अपमानित करने वाला है।

ED ने इस FIR को रद्द करने की मांग करते हुए झारखंड High Court में याचिका लगाई है। फिलहाल, हाईकोर्ट से ED के अफसरों को राहत मिल गई है। जस्टिस अनिकल कुमार चौधरी की कोर्ट में सुनवाई के दौरान ED की ओर से लोक अभियोजक अमित कुमार दास ने पक्ष रखा।

सीएम चंपई सोरेन ने युवाओं को दिया जॉइनिंग लेटर, शहीद मैदान से कहा 5 महीने में 30 हजार सरकारी नियुक्ति देंगे

सीएम चंपाई सोरेन आज धुर्वा स्थित शहीद मैदान में विभिन्न पदों चयनित 2045 उम्मीदवारो को नियुक्ति पत्र दिया। जिन उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र दिया उनमें से ज्यादातर पीजीटी शिक्षक और इंजीनियर के उम्मीदवार थे।

नियुक्ति पत्र सौप कर सीएम चंपई सोरेन ने कहा हम आपके राज्य की बड़ी जिम्मेवारी दे रहे हैं उम्मीद है कि आप उसे पर खड़ा उतरेंगे।

धुर्वा स्थित शहीद मैदान में कार्यक्रम को संबोधन के दौरान सीएम चंपई सोरेन ने विपक्ष पर खूब निशाना साधा। सोने की चिड़िया कहे जाने वाले राज्य का दुरूपयोग हुआ है। यहां के मूलवासियों को सुविधाओं से वंचित रखा गया है। जिन्हें राज्य का विकास करना चाहिए था वह वर्तमान सरकार को गिराने की षड्यंत्र में लगे हैं। जिसकी वजह से हेमंत सोरेन को जेल जाना पड़ा।

युवाओं के सपनों को नई उड़ान देने को लेकर धुर्वा स्थित शहीद मैदान में राज्य स्तरीय नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे राज्य के स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों के सबसे ज्यादा उम्मीदवार थे। इस नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में 34 खान निरीक्षक, 55 स्ट्रीट लाइट निरीक्षक और 15 पाइप लाइन निरीक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया। वहीं कृषि विभाग से 9 जूनियर इंजीनियर साथ ही साथ विद्युत विभाग, पथ निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग नगर एवं आवास विभाग के अंतर्गत 1321 जूनियर इंजीनियर सिविल इंजीनियर को नियुक्ति पत्र दिया गया।

मुख्यमंत्री ने किया ऐलान - अब हर महीने आंगनबाड़ी सेविकाओं को 9500 रुपए और सहायिकाओं को 4750 रुपए मिलेगा मानदेय।


रांची: आंगनबाड़ी सेविकाओं को 9500 रुपए और सहायिकाओं को 4750 रुपए हर महीने मानदेय मिलेगा । मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन ने आज हरिवंश टाना भगत इंडोर स्टेडियम, खेलगांव रांची में आयोजित सर्वजन पेंशन योजना के अंतर्गत 50 से 60 वर्ष के लाभुकों के बीच पहली क़िस्त की राशि के हस्तांतरण और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सम्मान समारोह में राज्य के बहन-बेटियों को कई सौगातें दी।

 मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 50 से 60 वर्ष के 1 लाख 58 हजार 218 आदिवासी, दलित और महिला लाभुकों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से पेंशन की पहली किस्त की राशि का हस्तांतरण किया।

 झारखंड को संवारने की दिशा में बढ़ रहे आगे 

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड को संवारने की दिशा में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। जल-जंगल -जमीन के रक्षकों और झारखंड अलग राज्य के आंदोलन में बलिदान देने वाले अपने पूर्वजों के सपनों का झारखंड बना रहे हैं। यहां के आदिवासियों- मूलवासियों की अस्मिता को बनाए रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। झारखंड का नवनिर्माण एक ऐसे राज्य के रूप में करेंगे, जहां सभी समुदाय और वर्ग का मान-सम्मान होगा। किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। हर किसी को उसका हक-अधिकार मिलेगा।

 राज्य की नींव को कर रहे मजबूत

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड तभी आगे बढ़ेगा, जब इसकी नींव मजबूत होगी। इसी बात को ध्यान में रखकर यहां की आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक जैसी बुनियादी व्यवस्थाओं को मजबूत कर रहे हैं। समाज में किसी के साथ भेदभाव नहीं हो, इस पर सरकार का विशेष जोर है। समाज के अंतिम व्यक्ति को मजबूत करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। आदिवासी-मूलवासी दलित, पिछड़े, गरीब, मजदूर, किसान और महिला, सभी के उत्थान के लिए कार्य हो रहा है। यहां के बच्चे-बच्चियों के भविष्य को संभालने और उन्हें बेहतर शिक्षा देने के लिए भी कई कदम उठाए गए हैं ।

 हर किसी को रोटी -कपड़ा और मकान देने के लिए प्रतिबद्ध 

मुख्यमंत्री ने कहा कि रोटी-कपड़ा और मकान हर किसी की मूलभूत जरूरत है। ऐसे में यहां के लोगों की इन जरूरतों को पूरा करने की दिशा में सरकार लगातार काम करती आ रही है। इसी कड़ी में अबुआ आवास योजना के तहत 20 लाख गरीब, जरूरतमंद और आवास विहीन लोगों को तीन कमरों का मकान दे रहे हैं।

 राज्य के हालात और जरूरत को ध्यान में रखकर बन रही नीतियां और योजनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के हालात और यहां के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर नीतियां और कार्य योजनाएं बनाई जा रही हैं। "आपकी योजना -आपकी सरकार- आपके द्वार" कार्यक्रम के माध्यम से हमने राज्य के हालात और यहां के लोगों की आवश्यकताओं को जानने का प्रयास किया, ताकि उनके हित में उनके अनुरूप योजनाएं बनाकर उसे धरातल पर उतार सकें। आपकी योजना -आपकी- सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का असर है कि अधिकारी द्वार द्वार जाकर लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं और सरकार की योजनाओं का लाभ भी पहुंचा रहे हैं।

 राज्य धनी है पर यहां के लोग गरीबी में रहने को मजबूर

मुख्यमंत्री ने कहा कि जल -जंगल और जमीन, खेत- खलिहान और खनिज संसाधनों के मामले में झारखंड एक धनी राज्य है। लेकिन, अफसोस इस बात का है कि यहां के आदिवासी- मूलवासी अभी भी पिछड़े हैं। वे आर्थिक तंगी में रहने को मजबूर हैं। अलग राज्य बनने के 19 वर्ष तक इन्हें आगे बढ़ाने की दिशा में कभी सार्थक प्रयास नहीं हुआ। यहां के लोग हमेशा हाशिए पर रहे। उनके दुःख-दर्द की चिंता किसी ने नहीं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार यहां के आदिवासी-मूलवासी सहित सभी वर्ग और तबके को आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम करती आ रही है। यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।

 विकास की नई गाथा लिख रहे हैं

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 में हेमन्त जी को 5 वर्षों के लिए जनादेश मिला था। उन्होंने मुख्यमंत्री का पद संभाला ही था कि कोरोना जैसी महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान झारखंड समेत पूरी दुनिया की व्यवस्था ठप्प हो गई थी। दो वर्षों तक कोरोना से जंग जारी रही। हेमन्त बाबू के कुशल नेतृत्व में जीवन और जीविका बचाने का बेहतरीन कार्य हुआ। कोरोना की रफ्तार कम हुई तो विकास की गति को उन्होंने तेज किया और अगले दो वर्षों के दौरान झारखंड को खुशहाल और सशक्त राज्य बनाने की दिशा में कार्य करते रहे। हेमन्त जी ने जो विकास कार्य शुरू किया था, उसे हमारी सरकार आगे बढ़ा रही है।

 आंगनबाड़ी केंद्रों में उपलब्ध करा रहे हैं सारी सुविधाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को बेहतर बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। आंगनबाड़ी केंद्रों में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। आंगनबाड़ी केंद्रों को ऐसा स्वरूप देने जा रहे हैं जहां महिलाओं और बच्चों को बेहतर माहौल मिलेगा।

 कुपोषण मुक्त झारखंड बनाने की दिशा में बढ़ रहे आगे 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब बच्चे शारीरिक और आर्थिक रूप से मजबूत होंगे, तभी उनकी सोच भी बेहतर होगी। ऐसे में झारखंड को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए सरकार कृत संकल्पित है। आंगनबाड़ी केंद्रों में महिलाओं और बच्चों को पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। हमारा संकल्प कुपोषण मुक्त झारखंड बनाना है।

 बच्चियों का बेहतर भविष्य हो, इसे कर रहे सुनिश्चित

मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक तंगी की वजह से बच्चियां पढ़ाई से वंचित नहीं रहें, इसके लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की है। सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना के माध्यम से बच्चियों को पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है। राज्य में वर्ष 2023-24 तक 6 लाख 96 हज़ार से ज्यादा बच्चियों को 336 करोड़ 38 लाख रुपए इस योजना के तहत दिए जा चुके हैं। बच्चियां पढ़- लिखकर इंजीनियर, डॉक्टर और अफसर बनें, इसके लिए सरकार की ओर से पूरा सहयोग किया जा रहा है।

 समारोह की खास बातें 

● सर्वजन पेंशन योजना के अंतर्गत 50 से 60 आयु वर्ग के 1 लाख 58 हज़ार 218 नए लाभुकों को पहली किस्त हस्तांतरित। 

● 76 हज़ार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मिला तोहफा। सेविकाओं को अब 9500 और सहायिका को 4750 रुपए प्रति माह मिलेगा मानदेय।

● 896 सेविका और सहायिका को उत्कृष्ट कार्य के लिए नगद राशि देकर किया गया सम्मानित।

● नव चयनित सेविका और सहायिका को मिला नियुक्ति पत्र।

● सावित्रीबाई किशोरी समृद्धि योजना के तहत 42 हज़ार 489 बच्चियों के खाते में डीबीटी के माध्यम 26 करोड़ 56 लाख 64 हज़ार रुपए किए गए हस्तांतरित।

● सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के वेब एप्लीकेशन का लोकार्पण।

● सक्षम आंगनबाड़ी बुकलेट एवं पोषक धारा पत्रिका का विमोचन।

  

इस अवसर पर मंत्री श्रीमती बेबी देवी, राज्य सभा सांसद श्रीमती महुआ माजी, पुलिस महानिदेशक श्री अजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अरवा राजकमल, महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के सचिव श्री मनोज कुमार, निदेशक समाज कल्याण श्री शशि प्रकाश झा समेत कई अधिकारी मौजूद थे ।