गिरिडीह:दो भाइयों पर तीर से हमला,गंभीर हालत में सदर अस्पताल में इलाजरत


गिरीडीह: जिला अंतर्गत मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के सलैया पहरी गांव में पुरानी रंजिश को लेकर दो भाइयों के साथ मारपीट की घटना सामने आई है। दोनों भाइयों पर आरोपियों ने तीर से हमला कर घायल कर दिया। घायल दोनों भाइयों का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। मारपीट का आरोप पड़ोसियों पर लगाया गया है।

इस घटना में लेखराज पंडित और उसका भाई बजरंगी पंडित घायल हो गए। घटना के सम्बंध में बताया गया कि आज सुबह लेखराज पंडित शौच के लिए तालाब की तरफ जा रहा था। इसी दौरान पड़ोसियों ने उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया।सूचना पाकर उसका भाई बजरंगी पंडित भाई के बीच बचाव के लिए पहुंचा।

इसी दौरान आरोपियों ने उस पर तीर से हमला कर दिया। जिससे दोनों भाई घायल हो गए।घायलावस्था में दोनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जाता है कि डायन बिसाही का आरोप लगाकर पुरानी रंजिश के कारण घटना घटी है।

फिल्म: छोटे शहर से बड़े सपने को साकार करने में जुटे हैं हजारीबाग के गजानंद पाठक

स्वामी विवेकानंद के प्रेरक जीवनी पर आधारित फिल्म "पुनर्जागरण" की अपार सफ़लता के बाद उनके गुरु "जगतगुरु श्री रामकृष्ण" की जीवनी पर आधारित फिल्म का जल्द देंगे सौगात

वर्तमान दौर में जहां ग्लैमर और पाश्चात्य संस्कृति समाज में हावी है। ऐसे समय में अधिकतर लोग छोटे शहरों से निकलकर अपने सपने पूरे करने के लिए महानगरों की चकाचौंध में जद्दोजहद करते दिखते हैं ऐसे समय में भी कुछ लोग ऐसे भी जो अपनी सोच को सार्थक बनाने के लिए छोटे शहरों से भी न सिर्फ बड़े सपने देखते हैं बल्कि उन्हें सरकार करके अन्य छोटे शहरों से भी संभावनाओं की तलाश के साथ सपने पूरे करके कामयाब करियर की राह अपना रहें लोगों के लिए सकारात्मक ऊर्जा भरने का सफल प्रयास करते हैं और उनके लिए प्रेरक बनकर उभरते हैं। 

शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हजारीबाग के एक ऐसे ही शख्स हैं गजानंद पाठक जिन्होंने कोरोना ग्रसित होने के बाद समाज और राष्ट्र के लिए कुछ बेहतर करने की ठानी। उनकी जिद्द और जुनून ने हजारीबाग जैसे छोटे शहर से उनकी फिल्म निर्माण के सपने को साकार किया। 

गजानंद पाठक ने समाज के युवा पीढ़ी में धर्म और आध्यात्मिक के साथ इंसानियत और राष्ट्र प्रेम की भावना जागृत करने को लेकर पहले विश्व स्तर पर हिंदू धर्म को श्रद्धेय धर्म के रूप में स्थापित करने वाले, समूचे भारत में धर्म और आध्यात्मिक की जागृति और स्वाभिमान की एक नई लहर पैदा करने वाले महामानव स्वामी विवेकानंद के जीवन से प्रेरित और उनके संदेशों से ओत-प्रोत हिंदी फिल्म "पुनर्जागरण" का निर्माण किया। 

जो ओटीटी प्लेटफॉर्म हंगामा पर रिलीज़ हुआ और दर्शकों ने इसे खूब प्यार दिया। इस फिल्म में शत प्रतिशत कलाकार हजारीबाग से थे। जिन्होंने पूरी कौशल क्षमता को झोंक दिया और इस फ़िल्म को जीवंत करने का सकारात्मक कार्य किया। इस फिल्म में धर्म और अध्यात्म जीवन को बड़े ही सरल तरीके से दर्शाते हुए दिखाया गया कि स्वामी विवेकानंद ने किस प्रकार निष्क्रिय साधना की अंतःगुहाओं से निकलकर धर्म और अध्यात्म को मानवसेवा के आदर्श में बदला और देखते ही देखते जातीय पुनर्जागरण के वे कैसे अग्रदूत बन गए।

 इस फिल्म ने युवाओं में एक नई ऊर्जा का प्रवाह भी किया। इस फिल्म के निर्माता एवं कॉन्सेप्ट गजानंद पाठक हैं जबकि फिल्म के लेखक एवं निर्देशक अनिरुद्ध उपाध्याय हैं। 

फिल्म "पुनर्जागरण" के अपार सफ़लता के बाद महा मानव स्वामी विवेकानंद के गुरु भारत के महान संत, आध्यात्मिक गुरु एवं विचारक सह मां काली के अनन्य भक्त जगतगुरु रामकृष्ण परमहंस के जीवनी पर आधारित फिल्म "जगतगुरू श्री रामकृष्ण" का निर्माण वीईसी फिल्म के बैनर तले करने का साहस किया। इस फिल्म के निर्माता गजानंद पाठक है और निर्देशक डॉ बिमल कुमार मिश्रा हैं। इस फिल्म में गजानंद पाठक ने जगतगुरु रामकृष्ण परमहंस की भूमिका निभाते हुए अपने आत्मीय कलाकारी को बखूबी प्रदर्शित किया है।

 हजारीबाग के उभरते हुए युवा कलाकार अमरकांत ने युवा रामकृष्ण साधक की भूमिका में फिल्म में अपनी अभिनय क्षमता का बेहतर प्रदर्शन किया है। महिला कलाकार श्रेष्ठा भट्टाचार्य ने गुरु रामकृष्ण परमहंस की आध्यात्मिक सहधर्मिणी और

रामकृष्ण संघ की 'श्रीमाँ' की भूमिका को जीवंत किया है। हजारीबाग के प्रसिद्ध कलाकार मुकेश राम प्रजापति ने स्वामी विवेकानंद की भूमिका को अपनी विलक्षण प्रतिभा के बदौलत जीवंत करने का सार्थक प्रयास किया है। इसके अलावे हजारीबाग के लोकप्रिय कलाकारों में से चांदनी झा, मनोज पांडेय, दीपक घोष, संजय तिवारी, प्रसन्न मिश्रा, प्रशांत कुमार पांडेय सहित अन्य ने भी अपनी प्रतिभा का शानदार जलवा बिखेरा है।

 धर्म, अध्यात्म, योग और ध्यान पर आधारित फिल्म "जगतगुरु श्री रामकृष्ण" श्री रामकृष्ण परमहंस के दिव्य व्यक्तित्व से तो परिचय कराती ही है उनके जीवन के कई रहस्यमयी पहलुओं के रोमांच से भी पर्दा उठाती है। यह फिल्म पूर्ण रूप से मनोरंजक, पारिवारिक और संदेशात्मक है। यह फिल्म युवाओं में शक्ति, भक्ति, आत्मश्रद्धा, आत्मविश्वास के साथ आत्म- साक्षात्कार की ओर बढ़ाने की प्रेरणा और उत्साहवर्धन करती है तो धर्म- जाती के बंधन से ऊपर उठकर इंसानियत और राष्ट्र प्रेम का दुनिया को राह भी दिखाती है।

 इस फिल्म में प्रसिद्ध भजन सम्राट अनूप जलोटा, सुरेश वाडकर एवं महालक्ष्मी अय्यर ने अपनी गायिकी का परिचय देते हुए रामकृष्ण परमहंस के जीवन की घटनाओं को जीवंतता प्रदान किया है। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक आध्यात्मिक दुनिया का अलौकिक सुकून प्रदान करती है। संगीतकार अजय मिश्रा ने इस फिल्म में संगीत दिया है जिन्होंने देवों के देव महादेव टीवी सीरियल में संगीत दिया था। इस फिल्म के गीतकार डा हरे राम पांडेय जी हैं और इस फिल्म का छायांकन किया है राहुल पाठक ने। 

फिल्म के पोस्ट प्रोडक्शन का पूरा काम मुम्बई में कराया गया है जहां पर अत्याधुनिक वी एफ एक्स तकनीक एवं डी आई का प्रयोग किया गया है और त्रुटियों की संभावना को कम से कम करके उच्च गुणवत्ता प्रदान की गई है। इस फिल्म को केंद्रीय फिल्म परमानंद बोर्ड के द्वारा यू सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया है। झारखंड के हजारीबाग के कलाकारों के समूहों द्वारा अभिनीत और हजारीबाग की नयनाभिराम झील, सुकूनदेय जलाशय छड़वा डैम, नैसर्गिक कनहरी हिल जैसे मनोहारी खूबसूरत प्राकृतिक स्थलों और विवेकानंद आईटीआई में बनाए गए ग्रीन स्टूडियो में फिल्माया गया है। आगामी 16 फरवरी को यह फिल्म रिलीज़ होगी। फिल्म के निर्माता गजानंद पाठक ने बताया कि झारखंड के हजारीबाग, रामगढ़ एवं गिरिडीह जिले के सिनेमाघरों में इस फिल्म को रिलीज किया जाएगा इसके बाद इसे अन्य राज्यों के साथ भारत के अन्य हिस्सों में पहुंचाया जाएगा ।

हजारीबाग के इस फिल्म के संपूर्ण निर्माता टीम और कलाकारों के समूह होने सामूहिक रूप से समाज के लिए एक बेहतरीन प्रयास किया है। जिसे दर्शकों के असीम प्रेम, स्नेह और आशिर्वाद की जरूरत है। जागरूक भारतीय नागरिक होने के नाते हम सभी को ऐसे प्रेरक लोगों के नेक और सार्थक सोच को इस फिल्म को देखकर और फिल्म के संदेश को प्रसारित करके इनके जज्बे को सलाम करने की सख्त जरूरत है ।

गिरिडीह:भारतीय वायु सेना में वायु सैनिकों के चयन व नामांकन हेतु अग्निवीर वायु सैनिक उम्मीदवारों का ऑनलाइन पंजीकरण की समय सीमा में बढ़ोत्तरी

गिरिडीह:10 एयरमैन चयन केंद्र बिहार और झारखंड राज्य से भारतीय वायु सेना में वायुसैनिकों के चयन और नामांकन के लिए अग्निवीरवायु इंटेक 01/2025 के लिए पुरुष और महिला उम्मीदवारों का ऑनलाइन पंजीकरण 17 जनवरी 24 को 11AM बजे से शुरू हुआ है जो कि 06 फरवरी 24 को 23PM बजे बंद होना था। 

ऑनलाइन पंजीकरण की अंतिम तिथि अब 06 फरवरी से बढ़ाकर अब 11 फरवरी 2024 समय 23PM बजे तक कर दी गई है। इच्छुक उम्मीदवार अपना ऑनलाइन पंजीकरण https://agnipathvayu.cdac.in पर कर सकेंगे। 

वहीं ऑनलाइन पंजीकरण करने के पश्चात ऑनलाइन परीक्षा 17 मार्च 2024 को आयोजित की जायेगी।

भारतीय वायु सेना में वायुसैनिकों के चयन और नामांकन के लिए अग्निवीरवायु इंटेक 01/2025 के तहत इकाई के कमांडिंग ऑफिसर और कर्मचारी द्वारा 12 जनवरी 2024 से 23 जनवरी 2024 तक स्कूलों और कॉलेजों के लिए जागरूकता और प्रेरणा सत्र आयोजित करने के लिए जिले का दौरा भी किया गया। 

यह होनी चाहिए योग्यता

▪️उम्मीदवारों का जन्म 2 जनवरी 2004 से 2 जुलाई 2007 के बीच होना आवश्यक है।

▪️केवल अविवाहित उम्मीदवार (पुरुष महिला) अग्निवीरवायु के रूप में पात्र होंगे। इसके अलावा जिनकी सगाई हो चुकी है वैसे उम्मीदवारों को 

चार साल की निर्धारित सगाई अवधि के दौरान शादी न करने का वचन लेना होगा। 

▪️उम्मीदवारों को शिक्षाशास्त्र से गणित, भौतिकी और अंग्रेजी के साथ इंटरमीडिएट/10+2/ समकक्ष परीक्षा न्यूनतम 50%, कुल अंक और अंग्रेजी में 50% अंकों के साथ केंद्रीय, राज्य और केंद्रशासित प्रदेश द्वारा मान्यता प्राप्त बोर्ड से उत्तीर्ण होना चाहिए। 

विज्ञान विषयों के अलावा अन्य केंद्रीय, राज्य और केंद्रशासित प्रदेश द्वारा मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्डों से किसी भी स्ट्रीम में इंटरमीडिएट / 10-2 / समकक्ष परीक्षा में कुल मिलाकर न्यूनतम 50% अंक और अंग्रेजी में 50% अंक से उत्तीर्ण होना आवश्यक है।

▪️पुरुष उम्मीदवारों का न्यूनतम ऊंचाई 152.5 सेमी एवं महिला उम्मीदवारों का न्यूनतम ऊंचाई 147 सेमी होना आवश्यक है।

▪️पुरुष उम्मीदवारों की छाती की दीवार अच्छी तरह से आनुपातिक और अच्छी तरह से विकसित होनी चाहिए। छाती की परिधि न्यूनतम 77 सेमी और छाती का विस्तार कम से कम 05 सेमी होना चाहिए। वहीं महिला उम्मीदवारों की छाती की दीवार 05 सेमी की न्यूनतम विस्तार सीमा के साथ अच्छी तरह से आनुपातिक और अच्छी तरह से विकसित होनी चाहिए। 

▪️उम्मीदवार की सुनने की क्षमता सामान्य होनी चाहिए अर्थात प्रत्येक कान के अलग-अलग 6 मील की दूरी से बलपूर्वक फुसफुसाहट सुनने में सक्षम होना चाहिए। दांतों में स्वस्थ मसूड़े होने चाहिए। 

▪️नारकोटिक ड्रग्स एवं साईकोट्रॉपिक पदार्थ का सेवन करने वाले उम्मीदवारों को चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाएगा।

परीक्षार्थियों का चयन ऑनलाइन टेस्ट, अतिरिक्त कौशल/ योग्यता/ उपलब्धि, पात्रता का सत्यापन, फिजिकल फिटनेस टेस्ट, मेडिकल एग्जामिनेशन आदि चरणों के माध्यम से किया जायेगा।

गिरिडीह:जैक की माध्यमिक व इंटर की परीक्षा 6 फरवरी से,नहीं मिले 52 परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र,किया सड़क जाम


गिरिडीह: कल 6 फरवरी से जै द्वारा माधवी वार्षिक माध्यमिक एवं प्लस टू की परीक्षा की जाएगी। लेकिन गिरिडीह के 52 छात्र छात्राएं इस परीक्षा से वंचित रहेंगे।इन परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र नहीं आने के कारण इनके समक्ष संसय की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

आज इसी के विरोध में प्लस टू जिला स्कूल के छात्र- छात्राओं ने गिरिडीह- धनबाद मुख्य मार्ग को चाइना मोड़ के समीप जामकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

बता दें कि मामले को लेकर भाजपा नेता सुरेश साव ने रविवार को गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र भ्रमण के दौरान पुरनानगर में छात्राओं से मिले एवं आगामी 6 फरवरी से होने वाली इंटरमीडिएट परीक्षा +2 जिला स्कूल गिरिडीह में पढ़ने वाले छात्र - छात्राओं के एडमीट कार्ड नहीं आने की जानकारी ली थी। 

 

सुरेश साव ने कहा कि यहां के बच्चो के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, यहां के स्कूल के प्रबंधन एवं प्रिंसिपल के कारण 52 छात्र छात्राएं परीक्षा देने से वंचित हो रहे हैं। जिससे बच्चो के भविष्य पर असर पड़ेगा। श्री साव ने गिरीडीह उपायुक्त व जैक बोर्ड के अध्यक्ष से वार्ता कर समस्या का समाधान करने का आग्रह किया। ताकि बच्चे के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना हो।चूंकि 06 फरवरी से इनलोगों की परिक्षा शुरू होनी है।

श्री साव ने स्कूल के प्रबंधन और प्रिंसिपल पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो बच्चे का एडमिट कार्ड नहीं आया है इसकी सारी जिम्मेवारी इन्हीं लोगों पर है और जो दोषी हैं, उन पर कार्रवाई की जाए। श्री साव ने उपायुक्त से आग्रह करते हुए कहा कि इस पर पहल करके समस्या का समाधान करे, ताकि बच्चे परिक्षाओं में बेहिचक और आत्मविस्वास के साथ शामिल हो कर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सके।

इधर सड़क जाम की सूचना मिलने के बाद गिरिडीह के एसडीएम विशालदीप खलको, एसडीपीओ विनोद रवानी, डीएसई विनय कुमार समेत शिक्षा विभाग के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और बच्चों को समझने का प्रयास किया।

एसडीएम ने कहा है कि जिन बच्चों का एडमिट कार्ड नहीं आया है, उनके लिए अगले 1 से 2 माह के अंदर एक विशेष परीक्षा आयोजित कर सभी बच्चों की परीक्षा ली जाएगी, ताकि इन बच्चों का एक साल बर्बाद नहीं हो।

गिरिडीह:जिला परिवहन कार्यलय में सेल्फी प्वाइंट के ज़रिये लोगो को जागरूक किया गया


गिरिडीह:राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 2024 के तहत जिला परिवहन पदाधिकारी,गिरिडीह शैलेश कुमार प्रियदर्शी के निर्देशानुसार यातायात नियम एवं सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता कार्यक्रम किया गया।

इसके साथ ही सेल्फी प्वाइंट के पास सेल्फी लेकर सड़क सुरक्षा एवं यातायात के प्रति अपनी जिम्मेवारी के प्रति सजग किया गया l सभी लोगो से अनुरोध किया कि कभी भी दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति को देखें तो निष्पक्ष होकर आगे बढ़कर दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति को मदद करे या फिर नज़दीकी अस्पताल में पहुँचा कर गुड समरितन बने।

मौके पर ट्रैफिक इंस्पेक्टर,जिला सड़क सुरक्षा प्रबंधन मोहम्मद वाजिद हसन, रोड सेफ्टी के कर्मी साकेत, जिला परिवहन कार्यालय के कर्मी ने इस अभियान में उपस्थित रहे।

गिरिडीह:पानी से भरे टब में सिर डूबने से आठ माह के मासूम की मौत


गिरिडीहःजिले में गांडेय के राताबहियार गांव में रविवार को आठ माह के एक मासूम बच्चे की मौत पानी के टब में सिर डूब जाने से हो गई। घटना के बाद परिजनों में भी हाहाकार मच गई।

मिली जानकारी के अनुसार गांडेय प्रखण्ड में राताबहिया गांव निवासी चन्द्रशेखर यादव की पुत्री लाछो देवी कुछ दिनों पहले अपने ससुराल से मायके आई हुई है। अपने आठ माह के मासूम को लेकर लाछो देवी अपने मायके में थी।इसी क्रम में रविवार को लाछो का पति उसे विदा कराने पहुंचा।

बताते हैं कि पत्नी लाछो समेत पूरा ससुराल दामाद की मेहमाननवाजी में जुट गए। बाजार से कुछ खाने के समान खरीदने के लिए परिजन निकले थे। जबकि दामाद घर के बाहर ही टहल रहे थे।

इसी क्रम में खेल-खेल में बच्चे का सिर पानी से भरे टब में चला गया और उसने रोना शुरु किया, तो बच्चे को रोते देखकर लाछो के पति तुंरत घर के भीतर दौड़े। 

तो देखा कि बच्चे का सिर टब में डूबा हुआ है। इस दौरान लाछो के पति तुंरत उसको लेकर गांव के एक अस्पताल पहुंचे। 

जहां जांच के क्रम में चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मौत से मां समेत पूरा गांव शोकाकुल है।

गिरिडीह:एलपीजी टैंकर की चपेट में बाइक सवार 3 युवक हुए घायल,1 की स्थिति चिंताजनक


गिरिडीह:जिले में बगोदर थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच 19 पर गोपालडीह मोड़ के समीप रविवार को हुए सड़क दुर्घटना में बाइक पर सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना आज देर शाम साढ़े छह बजे की है। 

घटना के बाबत बताया जाता है कि बगोदर से डुमरी की ओर जा रहे एक बाईक पर सवार तीन लोग सड़क पार कर रहे थे। तभी बाइक सवार को तेजी से आ रही अनियंत्रित टैंकर ने अपनी चपेट में ले लिया ।जिससे बाइक पर सवार तीनों युवक सड़क पर गिर गए।जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। 

इधर घटना के बाद घटनास्थल पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गयी।घटनास्थल पर पहुंचे मुखिया प्रतिनिधि टेकलाल चौधरी ने घायलों को डुमरी स्थित मीना जेनरल अस्पताल पहुँचाया । प्रथामिक उपचार के बाद तीनों घायलों को धनबाद एसएनएमसीएच रेफर कर दिया गया।वही दोषी वाहन को भी ग्रामीणों के सहयोग से पकड़ लिया गया। इधर घटना की सूचना बगोदर पुलिस को भी दी गयी। 

घायलों में सीताराम मुर्मू (42) रामसालो हेम्ब्रम(39), और गोपी हाँसदा (44) शामिल थे। जो कि गिरिडीह जिला के पीरटांड थाना क्षेत्र के पोखरिया गांव के रहने वाले बताए गए। वही घायलो में एक की हालत गंभीर बनी हुई थी।घटना की सूचना परिजनों को दे दी गई।

गिरिडीह में नए सदर एसडीपीओ ने किया पदभार ग्रहण


गिरिडीह:गिरिडीह सदर के नए एसडीपीओ के रूप में विनोद रवानी ने रविवार को पदभार ग्रहण किया। 

यहां के बरवाडीह पुलिस लाइन कार्यालय में अपना योगदान दिया।यहां पूर्व एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह ने इन्हे पदभार सौंपा। इस दौरान हैंडोवर टेकओवर की प्रक्रिया लिखित रूप से की गई। मौके पर श्री सिंह ने विनोद रवानी को शुभकामनाएं दी। 

योगदान देने के बाद नए एसडीपीओ ने कहा कि क्षेत्र की विधि व्यवस्था बहाल रखना ईनकी पहली प्राथमिकता होगी।

 इन्होंने कहा कि क्राइम कंट्रोल का जो रिकॉर्ड पहले से है, उसे बरकरार रखने का प्रयास किया जाएगा और किसी भी तरह की अपराधिक गतिविधियों को पनपने नहीं दिया जाएगा।इन्होंने कहा कि गड़बड़ी करने वालों को किसी भी सूरत में बक्सा नहीं जाएगा।

सरायकेला :देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने पर भाजपा ने बांटी मिठाई।*

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सरायकेला : भाजपा के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटी।

 इस संबंध में नीमडीह प्रखंड के लुपुंगडीह में स्थित नारायण प्राइवेट आईटीआई संस्थान के संस्थापक सह झारखंड प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डा. जटा शंकर पांडे ने कहा कि केंद्र सरकार का यह निर्णय स्वागतयोग्य है। 

भारतीय जनता पार्टी को भारतीय राजनीति में एक प्रमुख पार्टी बनाने में लालकृष्ण आडवाणी का योगदान सर्वोपरि कहा जा सकता है। वे कई बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। लालकृष्ण आडवाणी तीन बार भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष पद पर रह चुके हैं। आडवाणी चार बार राज्यसभा के और पांच बार लोकसभा के सदस्य रहे। वर्ष 1951 में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की। तब से लेकर सन 1957 तक आडवाणी पार्टी के सचिव रहे। वर्ष 1973 से 1977 तक आडवाणी ने भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष का दायित्व सम्भाला। 

वर्ष 1980 में भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के बाद से 1986 तक लालकृष्ण आडवाणी पार्टी के महासचिव रहे। इसके बाद 1986 से 1991 तक पार्टी के अध्यक्ष पद का उत्तरदायित्व भी उन्होंने सम्भाला। 

डा. पांडे ने कहा कि इसी दौरान वर्ष 1990 में राम मन्दिर आन्दोलन के दौरान उन्होंने सोमनाथ से अयोध्या के लिए राम रथ यात्रा निकाली। हालांकि आडवाणी को बीच में ही गिरफ़्तार कर लिया गया पर इस यात्रा के बाद आडवाणी का राजनीतिक कद और बड़ा हो गया।1990 की रथयात्रा ने लालकृष्ण आडवाणी की लोकप्रियता को चरम पर पहुँचा दिया था। वर्ष 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद जिन लोगों को अभियुक्त बनाया गया है उनमें आडवाणी का नाम भी शामिल है।

डा. जटा शंकर पांडे ने कहा कि वर्ष 1977 से 1979 तक पहली बार केन्द्रीय सरकार में कैबिनेट मन्त्री की हैसियत से लालकृष्ण आडवाणी ने दायित्व सम्भाला। आडवाणी इस दौरान सूचना प्रसारण मन्त्री रहे। आडवाणी ने अभी तक के राजनीतिक जीवन में सत्ता का जो सर्वोच्च पद संभाला है वह है एनडीए शासनकाल के दौरान उपप्रधानमन्त्री का। लालकृष्ण आडवाणी वर्ष 1999 में एनडीए की सरकार बनने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में केन्द्रीय गृहमन्त्री बने और फिर इसी सरकार में उन्हें 29 जून 2002 को उपप्रधानमन्त्री पद का दायित्व भी सौंपा गया। भारतीय संसद में एक अच्छे सांसद के रूप में आडवाणी अपनी भूमिका के लिए कभी सराहे गए तो कभी पुरस्कृत भी किए गए। आडवाणी जी पुस्तकें, संगीत और सिनेमा में विशेष रुचि रखते हैं।

गिरिडीह:नक्सल प्रभावित इलाकों में आदिवासी समाज को अपने अपने ओर जोड़ने हेतु सरगर्मी हुई तेज


गिरिडीह:आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर गिरिडीह के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुगबुगाहट शुरू हो गई है।जहां इस दौरान विकसित भारत योजना के तहत बीजेपी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साव ने लगातार कई कार्यक्रमों का आयोजन कर इस इलाके में चुनाव का बिगुल फूंक दिया है।जिसमें उन्होंने पीएम मोदी के पक्ष में ग्रामीण वन्य प्रक्षेत्र में निवास करने वाले इन ग्रामीणों की आस्था पर सेंध लगाने का कार्य किया है।

वहीं संथाली समुदाय के एक बड़े जत्थे को बीजेपी में शामिल कराने में सफल हो गए।तो दूसरी ओर झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति के भीड़ बढ़ाऊ युवा नेता जयराम महतो ने भी गिरिडीह विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत इन इलाकों में ताबड़ तोड़ जन सभाओं का आयोजन कर इन वन्य क्षेत्र में जीवन यापन करने वाले महिला पुरुषों के सामने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए इन आदिवासी समाज के लोगों की आंखें खोलने का कार्य करते जा रहे हैं।यहां तक की उन्होंने एक एक दिन में सात स्थानों पर बैठकें एवं सभाओं को संबोधित किया।जिससे आम चुनाव की घोषणा से पहले ही सरगर्मी तेज हो गई है।

वहीं इधर पीरटांड़ प्रखंड में अतिसंवेदन शील माने जाने वाले नक्सली क्षेत्र खुखरा में शनिवार 3 फरवरी को समाजसेवी मनोज साहू के नेतृत्व में जन प्रतिनिधि प्रखंड प्रमुख के साथ ही साथ स्थानीय ग्रामीणों ने 

स्थानीय सांसद और विधायक के खिलाफ जमकर खिंचाई की है।

मौके पर पीरटांड़ के खुखरा पंचायत स्थित हरकटवा नदी के पास प्रखंड स्तरीय चिंतन मंथन सह वनभोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का आयोजन समाजसेवी मनोज साहू ओर प्रमुख सविता टुडू ने संयुक्त रूप से किया।जिसमे प्रखंड के कई मुखिया,पंचायत संमिति सदस्य एवं गणमान्य लोग भारी संख्या में उपस्थित हुए।

 कार्यक्रम की शुरुआत समाजसेवी मनोज साहू, प्रमुख सविता टुडू, उप प्रमुख महेंद्र महतो,पंचायत समिति सदस्य जोगेंद्र तिवारी, केशव पाठक, रिंकी देवी, संजय मराण्डी, भगत राम महतो, विश्वनाथ साहू सहित कई जनप्रतिनिधियों ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।सलीम उद्दीन अंसारी, राम चंद्र दास वार्ड कमिश्नर गिरिडीह नगरपालिका,नीरज कुमार ने अपनी बातों को रखा।मौके पर मनोज साहू ने पीर टांड़ प्रखण्ड की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालते हुए चिंता व्यक्त की।अपने वक्तव्य में वक्ताओं ने पीरटांड़ क्षेत्र में विभिन्न सरकारी योजनाओं के संचालन में उनकी उदासीनता तथा भ्रष्टाचार के लिए सीधा उन्हें ही जिम्मेदार ठहराया है।