कर्तव्य पथ पर आज रचेगा इतिहास, गणतंत्र दिवस पर पहली बार तीनों सेना की महिला टुकड़ी परेड में हो रही हैं शामिल

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देश भर में आज गणतंत्र दिवस का उत्साह है। देश की राजधानी दिल्ली के कर्त्तव्य पथ पर 75वें गणतंत्र दिवस समारोह की परेड में काफी कुछ नया देखने को मिलेगा। गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार तीनों सेना- थल सेना, वायुसेना और जल सेना की महिला सैनिक शामिल होंगी। मेजर जनरल सुमित मेहता ने बताया कि इस बार तीनों सेना की महिला टुकड़ियां शामिल होंगी।

इस साल के गणतंत्र दिवस की थीम महिलाओं पर आधारित है जिसकी वजह से परेड में महिलाओं का अब तक का सबसे अच्छा प्रतिनिधित्व देखने को मिलेगा। इस साल पहली बार तीनों सेनाओं की एक महिला टुकड़ी भी मार्च करेगी। केंद्रीय सशस्त्र बलों की टुकड़ियों में भी महिला कर्मी शामिल होंगी। परेड में 48 महिला अग्निवीर भी हिस्सा ले रहीं है। गणतंत्र दिवस समारोह परेड कैप्टन शरण्या राव थल सेना की टुकड़ी का नेतृत्व करेंगी, जिसमें फ्रांस के राष्ट्रिय दिवस में पीएम मोदी के साथ अतिथि के तौर पर शामिल रहीं स्क्वॉड्रन लीडर सुमिता यादव भी हिस्सा ले रही हैं। गणतंत्र दिवस परेड में स्क्वाड्रन लीडर रश्मि ठाकुर भारतीय वायुसेना की मार्चिंग टुकड़ी का नेतृत्व करेंगी।

फ्रांस से एक मार्चिंग दस्ता और एक बैंड दल आया

परेड में भाग लेने के लिए फ्रांस से एक मार्चिंग दस्ता और एक बैंड दल भी भारत आया है।75वें गणतंत्र दिवस की परेड में फ्रांस की 95 सदस्यीय मार्चिंग टीम और 33 सदस्यीय बैंड दल भी शिरकत करेगा। इस फ्रांसीसी दल में छह भारतीय भी हिस्सा बनने वाले हैं। इनमें सीसीएच सुजन पाठक (हेड कॉर्पोरल), सीपीएल दीपक आर्य (कॉर्पोरल), सीपीएल परबीन टंडन (कॉर्पोरल), गुरवचन सिंह (फर्स्ट क्लास लीजियोनेयर), अनिकेत घर्तिमागर (फर्स्ट क्लास लीजियोनेयर) और विकास डीजेसेगर (फर्स्ट क्लास लीजियोनेयर) शामिल हैं। 

दरअसल, फ्रांस में विदेशी सेना की एक कोर होती है जिसका नाम 'फ्रेंच फॉरेन लीजन' है। 1831 में स्थापित की गई फ्रेंच फॉरेन लीजन को फ्रेंच सेना का एक अभिन्न अंग माना जाता है। फ्रांसीसी मार्चिंग दल के कमांडर कैप्टन नोएल लुइस ने कहा कि यह विशिष्ट सैन्य कोर विदेशियों के लिए फ्रांसीसी सेना में कुछ शर्तों के साथ सेवा करने का मौका देता है। वर्तमान में इसमें लगभग 9,500 अधिकारी और सेनापति हैं। इस कोर में दुनियाभर से लगभग 140 देशों के लोग हैं।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि

बता दें कि इस बार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों गणतंत्र दिवस के दिन मुख्य अतिथि होंगे। यह छठी बार है, जब कोई फ्रांसीसी राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि बने हैं। साथ ही दूसरी बार फ्रांसीसी दल गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा ले रहा है। वहीं, इस बार 13,000 विशेष अतिथियों को बुलाया गया है।

3 साल से एक ही जगह जमे इंस्पेक्टरों का ट्रांसफर:बेगूसराय से 17 इंस्पेक्टर को भेजा गया खगड़िया, देखिए कौन-कहां गया

बेगूसराय प्रक्षेत्र के डीआईजी राशिद जमां ने बिहार पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर 25 पुलिस इंस्पेक्टरों का ट्रांसफर कर दिया है। बेगूसराय जिले में कार्यरत 17 इंस्पेक्टर को खगड़िया भेजा गया है, जबकि खगड़िया के 8 पुलिस इंस्पेक्टर को बेगूसराय बुलाया गया है। दोनों जिलों के एसपी को ट्रांसफर किए गए अधिकारी को विरमित करते हुए प्रतिवेदन भेजने का निर्देश दिया गया है।

डीआईजी ने बताया है कि एसपी की ओर से 30 जून 2024 तक 3 वर्ष पूर्ण करने वाले पुलिस निरीक्षकों का जिला स्थानांतरण के लिए प्रतिवेदन उपलब्ध कराया गया था। 22 जनवरी को आयोजित बेगूसराय क्षेत्रीय पर्षद की बैठक में जिला स्थानांतरण के बिंदुओं पर विचार के बाद तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर दिया गया है।

वहीं, एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि बेगूसराय में कार्यरत पुलिस इंस्पेक्टर संजय कुमार, अजीत कुमार-1, अजीत कुमार-2, दिनेश कुमार, पल्लव, अरविंद कुमार, राजेश कुमार राय, नीरज कुमार सिंह, सुरेंद्र कुमार सिंह, हिमांशु कुमार सिंह, श्वेता भारती, राकेश कुमार गुप्ता, परशुराम सिंह, प्रमोद कुमार, समरेंद्र कुमार, वासुकीनाथ झा एवं मदन कुमार सिंह का ट्रांसफर किया गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

ट्रेन की चपेट में आने से युवक मौत:रेलवे लाइन पर पड़ा मिला शव, पिता बेंगलुरु में राजमिस्त्री का करते हैं काम

बेगूसराय में ट्रेन से कटकर युवक की दर्दनाक मौत हो गई। इस मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। घटना बलिया थाना क्षेत्र के कस्बा ढाला रेलवे लाइन के पास की है।

मृत युवक की पहचान बलिया थाना के तुलसी टोला के रहने वाले प्रमोद पंडित के बेटे अनिल पंडित के रूप में की गई है।

बताया जा रहा है कि मृतक अनिल कुमार गांव का होनहार लड़का था। और गांव में ही ट्यूशन पढ़ता था। ग्रामीणों ने बताया है कि अचानक जानकारी मिली कि कस्बा ढाला स्थित रेलवे लाइन पर अनिल कुमार पंडित का शव पड़ा हुआ है। इसी सूचना के आधार पर जब घटनास्थल पर पहुंचे तो देखें ट्रेन से कटा हुआ था।

इसकी सूचना बलिया थाने पुलिस को दी गई। इस दौरान उन्होंने बताया कि मृतक के पिता बेंगलुरु रहकर राजमिस्त्री का काम करते हैं। फिलहाल बलिया थाने के पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया है और आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

सड़क हादसे में घायल बुजुर्ग की मौत:ऑटो-बोलेरो की टक्कर में गंभीर रूप से हुए थे घायल, सदर अस्पताल में चल रहा था इलाज

बेगूसराय में सड़क हादसे में घायल हुए बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हो गई। सदर अस्पताल के आईसीयू वार्ड में बुजुर्ग का इलाज चल रहा था। मृतक की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सूजा निवासी शिवनंदन यादव(60) के तौर पर हुई है।

मृतक के पुत्र पंकज यादव ने बताया कि उनते पिता अपने ससुराल खगड़िया जिला के ओलापुर में ही रहते थे। 19 जनवरी को किसी काम से ऑटो पर सवार होकर अपने घर सूजा आ रहे थे। इस दौरान बेला के समीप ऑटो और बोलेरो की टक्कर हो गई। जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गए

पहले इलाज के लिए खगड़िया में ही भर्ती कराया गया था, लेकिन सुधार नहीं होने पर बेगूसराय के सदर अस्पताल में एडमिट कराया था। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

सड़क हादसे में एक बच्चे की मौत:घर के पास तेज रफ्तार ट्रक ने रौंदा, इलाज के दौरान तोड़ा दम

बेगूसराय में तेज रफ्तार ट्रक ने एक बच्चे को रौंद दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के बिन टोली की है। मृतक की पहचान शंकर शाह के पुत्र सुमित कुमार(11) के तौर पर हुई है।

परिजनों ने बताया कि सड़क पार करते समय तेज रफ्तार ट्रक ने उसे कुचल दिया। आनन-फानन में स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया। अस्पताल के आईसीयू वार्ड में इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया।

मामले की सूचना पर साहेबपुर कमाल थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में जुट गई है। थाना अध्यक्ष समरेंद्र कुमार ने बताया है कि सड़क हादसे में घायल बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई है। मामले की छानबीन की जा रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

गणतंत्र दिवस को लेकर तैयारियां पूरी:फुल ड्रेस रिहर्सल परेड का आयोजन; डीएम-एसपी रहे मौजूद, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

बेगूसराय में गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर तैयारियां जोर शोर से चल रही है। मुख्य कार्यक्रम स्थल गांधी स्टेडियम में सुबह 9 बजे झंडोत्तोलन किया जाएगा। इसको लेकर आज फुल ड्रेस रिहर्सल परेड का आयोजन किया गया। परेड में अग्निशमन, एनसीसी कैडर, बिहार होमगार्ड, महिला बटालियन और बीएमपी-8 के जवान शामिल हुए। डीएम रोशन कुशवाहा और एसपी योगेंद्र कुमार ने परेड की सलामी ली।

जिला कलेक्टर और एसपी ने बताया कि समारोह की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। सुबह 7 बजे स्कूली बच्चों की ओर से प्रभात फेरी निकाली जाएगी। मुख्य कार्यक्रम स्थल पर झंडोत्तोलन के बाद सभी जिलास्तरीय कार्यालय में झंडोत्तोलन किया जाएगा। इसके बाद महादलित टोलों में झंडोत्तोलन होगा। स्वास्थ्य, शिक्षा, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, उत्पाद विभाग, पीएचइडी, बरौनी डेयरी, कृषि विभाग, आईसीडीएस, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, श्रम विभाग, नागरिक सुरक्षा, महिला हेल्पलाइन, आपूर्ति शाखा, जिला परिवहन शाखा, आपदा प्रबंधन की ओर से झांकियां निकाली जाएगी।

गणतंत्र दिवस को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। नगर निगम क्षेत्र में स्थापित महापुरुषों की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया जाएगा। दोपहर के बाद स्टेडियम में जिला प्रशासन एवं नागरिक एकादश के बीच फ्रेंडली मैच होगा। शाम में दिनकर कला भवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित की जाएगी।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

पदयात्रा खत्म होने के बाद प्रशांत किशोर बनाएंगे पार्टी:पीके ने कहा-कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देना अच्छी बात लेकिन चुनाव के वक्त ही क्यों

जन स्वराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा है कि बिहार में हर कोई जाति और धर्म के नाम पर राजनीति कर रहा है।इस वजह से बिहार पिछड़ा हुआ है। पदयात्रा के दौरान आज 13 वें जिले में हैं, सभी जगह की समस्या इकट्ठी की जा रही है। पदयात्रा खत्म होने के बाद हम दल बनायेंगे, टीम बैठकर तय करेगी की दल का नेता कौन होगा, निशान क्या होगा और संविधान क्या होगा।

इसके साथ ही उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के ऐलान पर कहा कि ये बहुत अच्छी बात है। लेकिन चुनाव के वक्त ही ये सब क्यों होता है।

10 वर्ष तक का हमने चुनाव रणनीतिकार का काम किया। लेकिन 2 मई 2021 को बंगाल का चुनाव जीते तथा रणनीतिकार का काम करना छोड़ दिया। हमारा सबसे पहला लक्ष्य है बिहार में बदलाव, हम नीतीश कुमार या लालू यादव का विरोध नहीं कर रहे हैं। बल्कि बिहार की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं। बिहार में सुधार और विकास करने वाले नीतीश कुमार का हमने समर्थन किया था। लेकिन आज वो कुर्सी कुमार बने, जनता द्वारा निकाले गए नीतीश कुमार का विरोध कर रहे हैं।

एक समय असम में जब रेल हादसा हुआ तो बड़ी संख्या में यात्रियों की हुई मौत के बाद नीतीश कुमार ने रेल मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन आज बिहार में शराब से बड़े पैमाने पर मौत हो रही है। लेकिन नीतीश कुमार के चेहरा पर शिकन तक नहीं आ रही है।

कोरोना के दौरान बिहार बड़े पैमाने पर ना सिर्फ लोगों की मौत हुई, बल्कि दूसरे राज्य से मारपीट कर लाखों लोग भगाए गए। नीतीश कुमार ने ना तो भगाए गए बच्चों के लिए उचित शिक्षा की व्यवस्था की और ना ही पलायन रोकने के लिए काम किया। हम इस नीतीश कुमार का विरोध कर रहे हैं।

प्रशांत किशोर ने कहा कि लोग कहते हैं कि मैं दूसरे राज्यों में राजनीतिक दल के लिए काम कर रहा हूं। लेकिन मैं जब से पदयात्रा शुरू की कहीं काम नहीं किया। अयोध्या में राम मंदिर बनना अच्छी बात है, गांव-गांव में मंदिर बने।

कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलना बहुत अच्छी बात है। लेकिन चुनाव नजदीक आते ही यह सब क्यों होता है। चुनाव से पहले ऐसा कर लोगों को बरगलाया जाता है। लालू, नीतीश, मोदी कोई सही तरीके से विकास का काम नहीं कर रहे हैं।

इंडी गठबंधन पर प्रहार करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि गठबंधन के जिन लोगों को बड़ा नेता माना जाता है। ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, स्टालिन सभी लोग अपना-अपना क्षेत्र बढ़ाने में लगे हुए हैं। कोई एकरुपता नहीं है, एक दूसरे का मदद करने की मंशा नहीं है। गठबंधन की पहली बैठक नीतीश कुमार के नेतृत्व में पटना में हुई तो सबसे पहले तो इनके सीट का बंटवारा होना चाहिए। लेकिन आज तक बिहार में सीट का बंटवारा स्पष्ट नहीं हुआ है और बात बंगाल की हो रही है। बिहार में सीट बंटवारा का क्या होगा, यह नीतीश कुमार स्पष्ट नहीं कर रहे हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

शॉर्ट सर्किट से गैराज में लगी आग:दमकल की टीम ने मशक्क्त के बाद आग पर पाया काबू, फर्नीचर सहित अन्य सामान जलकर राख

बेगूसराय नगर थाना क्षेत्र में ज्ञान भारती विद्यालय के सामने एक बड़े गैराज में बीते रात आग लगने से भारी क्षति हुई है। हालांकि स्थानीय लोगों की तत्परता और फायर ब्रिगेड के तुरंत पहुंच जाने के कारण आग पर जल्द ही काबू पा लिया गया।

एनएच-31 के ज्ञान भारती स्कूल के सामने स्थित शक्ति ऑटो वर्क्स एस्बेस्टस शेड में बने डीजल हेड सेक्शन में आग से पार्ट और फर्नीचर सहित अन्य सामान जलने से लाखों रुपए के नुकसान का अनुमान है।

पीड़ित पूर्व पार्षद और ऑटो व्यवसाय संघ के वरिष्ठ सदस्य बबन कुमार सिंह ने बताया कि वह अपने गांव सोनापुर गए हुए थे। रात में सूचना मिली कि आग लग गई है। आग लगते ही फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची।

उससे पहले स्थानीय लोगों ने मोटर पंप चलकर आज पर काबू होने का प्रयास किया। जिसके कारण करोड़ों की होने वाली क्षति बच गई। संभावना है कि आग शॉर्ट सर्किट से ही लगा, क्षति का आकलन किया रहा है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

गिरिराज बोले-कृष्ण के रूप में आए हैं PM मोदी:रामलला बैठ गए हैं, अब काशी-मथुरा में लीला दिखाएंगे; राहुल-सोनिया को प्रायश्चित का मौका था

बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि नरेंद्र मोदी ने जो कल कर दिया, उसका जवाब जनता EVM का बटन दबाकर देगी। कल नरेंद्र मोदी ने हमारे ऊपर 500 साल से लगे कलंक को धो दिया है। केंद्रीय मंत्री ने PM को श्री कृष्ण का रूप बताया है।

उन्होंने कहा कि अयोध्या के नए राम मंदिर में रामलला बैठ गए हैं, अब काशी-मथुरा में लीला दिखाएंगे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी के चेहरे, कृतित्व से जो कल दिखा वह कोई देव पुरूष ही कर सकता है। वह कोई साधारण मनुष्य नहीं कर सकता है। समय-समय पर महादेव की दया होती है तो ऐसे पुरुष अवतरित होते हैं।

पूरी दुनिया में भारत विश्व गुरु बनेगा, इसे अब कोई नहीं रोक सकता है। रामलला बैठ गए हैं, मथुरा-काशी में भी वह लीला दिखाएंगे। राहुल गांधी को न्योता मिला था, माता जी आई ही नहीं, एक अवसर था प्रायश्चित करने का, वह अवसर उसने छोड़ दिया।

उन्होंने कहा कि हमारे प्रभु श्री राम टेंट में थे, मंदिर नहीं बन पाया था, एक बार तो सनातनियों ने ढांचे को गिराया। कांग्रेस के कारण लटकाने-भटकाने का काम हुआ।

गिरिराज सिंह ने कहा कि गीता में कृष्ण ने कहा था-यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानम सृजाम्हम। यानी- हे भारत जब-जब अत्याचारियों का अत्याचार बढ़ेगा, मैं किसी न किसी रूप में आऊंगा। मुझे तो लगता है कि नरेंद्र मोदी आज उसी रूप में आए हैं।

आज सुदर्शन चक्र का जमाना नहीं है, आज प्रभु श्री राम को रावण का वध करने के लिए तीर धनुष लेने की जरूरत नहीं है। आज की जनता बटन दबाकर तीर धनुष चला रही है। नरेंद्र मोदी की भारत में त्रेता युग की स्थापना के साथ-साथ विश्व में भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए भूमिका होगी। यही दृश्य कल दिख रहा था।

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा से वह कलंक धुल गया। कल नरेंद्र मोदी ने जात-पात, तंत्र-मंत्र, ब्राह्मणवाद सारे मिथक को तोड़ दिया। भारत में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस अमृत काल में एक तरह से सनातन के पुनर्जागरण का दृश्य दिख रहा है।

अनुपम खेर के द्वारा कश्मीर लौटने की आशा जगने की बात कहने को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि अनुपम खेर देश के सिनेमा जगत के ख्यातिलब्ध सिनेमा जगत के कलाकार हैं। वह एक संवेदनशील व्यक्ति हैं। उन्होंने केवल 'द कश्मीर फाइल्स फिल्म' नहीं बनाया है। उन्होंने कश्मीर जिया है। उनके अंदर संवेदना है। उन्होंने देखा है कि किस तरह से कश्मीरी लोगों को निकाला गया, मारा गया। दुर्व्यवहार किया गया, दुष्कर्म किया गया, जिसे बोल नहीं सकते हैं। उनके मन में अपने मातृभूमि में लौटने की पीड़ा है।

उनकी उम्मीदें जग गई है कि जब राम जन्मभूमि में प्राण प्रतिष्ठा हुई है, तो अब हम भी नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में अपने घर वापस जा सकते हैं। आज वहां सामाजिक समरसता है।

कभी महबूबा मुफ्ती से लेकर शेख अब्दुल्ला साहब तक यह लोग कहते थे कि 370 हटेगा तो कोई तिरंगा उठाने वाला नहीं मिलेगा। आज लाल चौक पर तिरंगा लहरा रहा है, यह एक परिवर्तन है। कश्मीर के अंदर यह विकास की बहार है। विपक्ष के कई लोग वहां का माहौल खराब करना चाहते हैं, लेकिन PM मोदी का प्रयास वहां सफलता से आगे बढ़ रहा है। अनुपम खेर की वेदना सही साबित होगी। कुछ लोग कश्मीर लौटे हैं, अनुपम खेर भी लौटेंगे।

बेगूसराय आरजेडी के जिला अध्यक्ष मोहित यादव ने गिरिराज सिंह के बयान पर कहा कि वो हमेशा झूठ ही बोलते रहते हैं। सच बोलने की उनकी आदत ही नहीं है। किसी भी बिंदु पर उनका स्टेटमेंट देख लीजिए, सब में सिर्फ झूठ ही मिलेगा। गिरिराज सिंह ने आज कहा है कि नरेंद्र मोदी ने त्रेता युग की स्थापना की है। ऐसा सिर्फ गिरिराज सिंह की नजर में हुआ है, हम लोगों के नजर में नहीं। नरेंद्र मोदी ने रामलीला के जिस प्रतिमा की स्थापना की है, वह प्रतिमा ही अधूरा है। पूरे देश के लोग जानते हैं कि नारी शक्ति का अपमान किया गया है। हम मिथिलावासी हैं, लेकिन राम के प्राण प्रतिष्ठा में माता सीता का अपमान हुआ है। मिथिला की बेटी के इस अपमान पर गिरिराज सिंह को बोलना चाहिए।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

नीतीश कुमार अपने सहयोगियों को हमेशा डराते हैं:पीके बोले- लोकसभा चुनाव तक गठबंधन में रहेंगे, उसके बाद उन्हें खुद नहीं पता कहां जाएंगे

बेगूसराय में जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले इंडिया गठबंधन को-ऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक हुई। उसमें उनकी पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष ललन सिंह नहीं गए, किसी दूसरे आदमी को उन्होंने भेजा।

ऐसा नहीं है कि नीतीश कुमार कल भाजपा में जा रहे हैं। यह नीतीश कुमार की राजनीति का तरीका है जो उनके साथ रहता है उनको हमेशा डराते रहते हैं। अगर हम पर ध्यान नहीं दोगे तो हम उधर भी जा सकते हैं।

नीतीश कुमार कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और कहेंगे कि मेरी अंतरात्मा कह रही है कि अब इन लोगों के साथ नहीं रहेंगे। वो बोल सकते हैं कि सब लोग एकजुट नहीं हुए। मैंने कहा था कि सब लोग एकजुट हो जाइए नहीं हुआ तो अब क्या करें। अब फिर से भाजपा में जा रहे हैं।

पीके ने आगे कहा कि नीतीश कुमार इस तरह की राजनीति करते रहते हैं। मैं हर दिन बताता हूं कि मुझे नहीं लगता कि वो लोकसभा से पहले छोड़कर जाएंगे। लोकसभा तक गठबंधन में रहेंगे। वो क्यों महागठबंधन बनाए हैं पहले ये समझिए।

महागठबंधन अगस्त में बना है, उससे पहले मार्च में नीतीश कुमार दिल्ली आकर मेरे साथ घंटों बैठे थे। पटना में भी मिले थे। वो सिर्फ इसलिए आरजेडी के साथ गए, क्योंकि उनके दिमाग में ये बात आ गई थी कि 2024 के लोकसभा के चुनाव के बाद अगर भाजपा देश में जीत जाएगी तो हमको हटाकर अपना मुख्यमंत्री बना देंगे।

प्रशांत किशोर ने कहा कि जदयू के 42 और भाजपा के 75 विधायक हैं। इसी डर से उन्होंने सोचा कि भाजपा हमको हटाए, इससे पहले हम खुद महागठबंधन बना लेते हैं। कम से कम 2025 तक कुर्सी बची रहेगी। 2024 के लोकसभा नतीजों के बाद नीतीश कुमार किस दिशा में जाएंगे यह धरती पर कोई नहीं बता सकता।

खुद नीतीश कुमार भी नहीं बता सकते हैं, उनको भी नहीं पता। बस इतना बताया जा सकता है कि नीतीश कुमार कि अपनी जो सहूलियत होगी, जिसमें उन्हें अपना स्वार्थ दिखेगा, उसी दिशा में जाएंगे।

पदयात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए पीके ने कहा कि परिवर्तन पर लोकतंत्र की बुनियाद है। बिहार जैसे राज्य ने उस बुनियाद को ही हिला दिया है। दक्षिण के राज्य केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना आदि आज के नजरिए से आगे के राज्य हैं। इन राज्यों में कोई भी नेता आज तक 10 वर्ष से ज्यादा मुख्यमंत्री नहीं बन पाया है। यह देश के अगड़े राज्य हैं।

जो देश के सबसे पिछड़े राज्य हैं वहां मुख्यमंत्री 10, 15, 20 साल तक बने हुए हैं। क्योंकि जनता ने परिवर्तन किया ही नहीं। 5 वर्षों का नियम क्यों बनाया गया है कि आप जिस विचारधारा, जिस नेता पर भरोसा करें उसे अवसर दीजिए, वोट दीजिए और जिताइए।

बिहार में समस्या यह है कि जिन लोगों ने 1990 में लालू जी को पकड़ लिया, अब तक उन्हीं का गमछा लेकर चले जा रहे हैं। चाहे उनके बच्चे बर्बाद हो गए, दो पीढ़ियां बर्बाद हो गई। बिहार में 2011 से पहले आधे से ज्यादा लोग मोदी जी का नाम नहीं जानते थे। आज गांव-गांव में लोगों को लगता है कि मोदी जी आएंगे तो हमारा कल्याण हो जाएगा।

नीतीश जी ने पहले टर्म में अच्छा किया, दूसरा टर्म भी ठीक-ठाक रहा, लेकिन अब अच्छा काम नहीं कर रहे तो उन्हें हराना चाहिए। जब तक आप रोटी को पलटोगे नहीं तो वो जल जाएगी। वही स्थिति बिहार में है, लोग रोटी को पलट इसलिए नहीं पा रहे हैं, क्योंकि कोई राजनीतिक विकल्प उन्हें दिख नहीं रहा है।

विधायक-सांसद में बदलाव इसलिए नहीं हो रहा है, क्योंकि लोगों को वहां विकल्प दिख नहीं रहा है। जिस दिन वहां विकल्प दिखेगा, बदलाव वहां भी होगा। जनता के पास विकल्प आने दीजिए फिर बदलाव देखिए।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट