कोहरे से आलू फसल में बढ़ा झुलसा का खतरा

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से मौसम पूरी तरह सर्द हो गया है। ठंड में इजाफा होते ही आलू फसल में पिछेती रोग का खतरा बढ़ गया है। मेघ की दस्तक व कोहरा से गलन बढ़ गया है। 

झूलसा रोग से बचाव का उचित इंतजाम जरुर करें।कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के वैज्ञानिक डॉ आरपी चौधरी की मानें तो किसान विशेष सावधानी नहीं बरतते है तो उन्हें गहरा नुकसान झेलना पड़ेगा। 

आलू की फसल में इस बीमारी से बचाव के लिए किसान डायथेन 45 तीन ग्राम प्रतिलीटर पानी में घोलकर या करजेट (साइमोक्सीनील मैंकोजेबे) दो ग्राम तैयार कर दस दिन के अंतराल में छिड़काव करें। पिछेती झुलसा बीमारी फाइटोफ्थोरा इंफस्टान्स नामक फफूंदी के प्रकोप के कारण आलू में लगता है।

*खाली प्लाटों को बना दिया कूड़ाघर,सांस लेना कर दिया दुश्वार*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। स्वच्छता को लेकर तमाम इंतजाम हो रहे हैं लेकिन तस्वीर में कुछ खास परिवर्तन देखने को नहीं मिल रहा है। तमाम प्रयासों के बाद भी नगरों में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। हर निकायों में एमआरएफ सेंटर होने के बाद भी कूड़ा जगह-जगह डंप हो रहे हैं जो संक्रामक बीमारियों का कारण बन रहे हैं।

नगर में कई जगहों पर गंदगी इस कदर है कि वहां दो मिनट भी खड़ा होना दुश्वार हो गया है।जिले की सभी निकायों में लाखों खर्च कर एमआरएफ सेंटर बनाए गए हैं। जिसमें भदोही और ज्ञानपुर का सेंटर संचालित हो चुका है। वहीं सुरियावां, घोसिया, खमरिया, नईबाजार और गोपीगंज में कुछ तकनीकी कारणों से अटका हुआ है।

बीते दिनों जिले के दौरे पर आए कमिश्नर डॉ. मुथुकुमार बी स्वामी ने गोपीगंज में गंदगी को लेकर फटकार भी लगाई थी। इसके बाद भी व्यवस्था में कुछ खास बदलाव नहीं दिखा। Street buzz news की टीम ने पड़ताल की दो नगर पालिका भदोही व गोपीगंज के अलावा पांच नगर पंचायत सुरियावां, ज्ञानपुर, नई बाजार, घोसिया और खमरिया की पड़ताल की।

जहां जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा मिला। इन नगरों में करीब तीन लाख की आबादी निवास करती है। कुछ स्थानों को छोड़ दें तो कई जगहों पर जगह-जगह कूड़े का अंबार दिखा। खासकर निकायों के खाली प्लांट इनदिनों कूडादान बन गए है।

ज्ञानपुर नगर पंचायत जिला पंचायत कार्यालय के पीछे खाली पड़ा प्लांट में आस-पास के लोग कचरा डंप मिला। इसके अलावा गोयल गली के पास, वार्ड संख्या नौ बालीपुर, पुरानी बाजार के वार्ड संख्या दस, सेल्टर होम के पीछे, वार्ड संख्या 10 पुरानी बाजार सहित विभिन्न स्थानों पर खाली प्लांटों पर कूड़े-कचरे का ढेर पाया गया। ईओ राजेंद्र दूबे ने बताया कि घर-घर से कूडा उठान किया जाता है।

कूड़ेदान भी लगाया गया है। इसके बाद भी लोग बाहर कूडा डंप करते हैं। वहीं घोसिया की चेयरमैन बेबी अबरार अहमद ने बताया कि सफाई व्यवस्था दुरुस्त है। खमरियां के चेयरमैन महमूद आलम ने बताया कि नगर में सफाई हर दिन कराई जाती है। गंदगी को लेकर कहीं से शिकायत मिलती है, वहां तत्काल सफाई कराई जाती है।

*रेड क्रॉस सोसाइटी ने 18 वृद्ध जनों का कराया निःशुल्क,मोतियाबिंद ऑपरेशन, डीएम ने पहुंच कर जाना हाल-चाल वितरण किया सामग्री*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही । रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा पिछले दो दिन पूर्व निशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया था । शिविर में जहां 125 लोगों का निशुल्क परीक्षण करने के साथ ही इलाज किया गया तो वही 24 लोगों को मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए चिन्हित किया गया था ।

जिसमे आज 18 लोगो का रेड क्रॉस सोसाइटी के देखभाल में जिला अस्पताल में निशुल्क मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराया गया। मोतियाबिंद ऑपरेशन संपन्न होने के बाद जिला अधिकारी गौरांग राठी अस्पताल पहुंचकर मरीजों का हाल-चाल जाना और मरीजों में कुछ सामग्री वितरण किया।

जिला अधिकारी ने रेड क्रॉस सोसाइटी के इस कार्य की सराहना किया। बता दें कि जिले में रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा हमेशा सामाजिक कार्यों में बढ़-कर कर हिस्सा लिया जाता रहा है ।आज उसी क्रम में चिन्हित 18 वृद्धजनों का निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन जिला अस्पताल में कराया गया।

ऑपरेशन संपन्न होने के बाद समिति के पदाधिकारी ने मरीज को दवा एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराया गया । रेड क्रॉस सोसाइटी के इस कार्य को लेकर जहां मरिज सराहना कर रहे थे तो वही डीएम भी जिला अस्पताल पहुंचकर मरीजों को सामग्री वितरण करने के साथ ही रेड क्रॉस सोसाइटी के पदाधिकारी के कार्यों की जमकर सराहना किया।

रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा जिला अस्पताल में 18 मरीज का आज मोतियाबिंद का निशुल्क ऑपरेशन कराया गया । जिस कार्यक्रम में पहुंचे जिलाधिकारी गौरांग राठी ने कहा कि रेड क्रॉस सोसाइटी का कार्य हमेशा सराहनीय व अतुलनीय रहता है। समिति के पदाधिकारी के द्वारा हमेशा संकट काल में भी खड़े रहते हैं इनका जितना भी कार्य है वह पूरी तरह अतुलनीय है ।

*श्रीराम मंदिर में रंगत बिखेरेगी भदोही की वाॅल - हैंगिंग कार्पेट,जेल बंदी उकेरेंगे भगवान की आकृति 12 बंदियों को मिली है जिम्मेदार*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। अयोध्या के भव्य राम मंदिर में भदोही जेल के बंदी बुनकरों के हांथ से बनी कालीन और वाल हैंगिंग लगाई जाएगी। इसके लिए भगवान राम, सीता और हनुमान के तस्वीरों वाली वाल हैंगिंग को जेल के बुनकर तैयार कर रहे हैं।

जिलाधिकारी गौरांग राठी ने बताया है की इन कालीनों को राम मंदिर न्यास को भेंट किया जाएगा। जिला जेल के कालीन बुनकर राम मंदिर के लिए भगवान राम और हनुमान के तस्वीरों वाली हैंडमेड वाल हैंगिंग तैयार कर रहे हैं। इन वाल हैंगिंग को तैयार करते समय जेल के बंदी बुनकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

गौरतलब हो की जिला प्रशासन की पहल से जेल में बंदियों को एक जिला एक उत्पाद के तहत कालीन बुनाई का प्रशिक्षण दिया गया है जिसके तहत जेल के बंदी कालीन बुनाई करते हैं। राम मंदिर न्यास को कालीन भेंट करने की पहल जिलाधिकारी गौरांग राठी ने किया है। उनके पहल पर ही जेल में बुनकर वाल हैंगिंग तैयार कर रहे हैं।

कालीन पर भगवान राम से जुड़ी तस्वीरों को उकेरा जा रहा है। जो दीवाली पर लगाने के काम मे आती है। वॉल हैंगिंग फ्रेम में तैयार कर भेजी जायेगी । राम मंदिर के निर्माण कार्य से जुड़े कार्यालय यह भेजी जाएगी जहां वह अपने अनुसार उनका कहां कैसा प्रयोग करना वह तय करेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि वॉल हैंगिंग के बाद आने वाले समय में फ्लोर के लिए कालीने राम मंदिर के लिए बनाने की प्लानिंग है निर्माण कार्य से जुड़े लोगों से समन्वय प्रशासनिक स्तर पर किया जाएगा और जिस तरह की कालीन कि वह डिमांड करेंगे वह भदोही से भेजी जाएगी ।

आपको बता दें कि भदोही की निर्मात काली लने पूरे विश्व में पसंद की जाती हैं नए संसद भवन में भी भदोही की निर्मित कालीने लगाई गई थी । जेल में बंद बंदी राम मंदिर के लिए जो वॉल हैंगिंग तैयार कर रहे हैं इससे वह बेहद खुश हैं उनका कहना है कि अयोध्या में भगवान राम के राम मंदिर में अगर उनके हाथ की बनी वॉल हैंगिंग लगाई जाएगी तो उनको बहुत खुशी मिलेगी।

*लापरवाही में 416 स्कूलों को शिक्षा विभाग का नोटिस*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। यूडायस पोर्टल पर शिक्षकों, बच्चों संग स्कूल के संसाधन का ब्योरा उपलब्ध न कराने पर बेसिक शिक्षा विभाग ने सख्ती शुरू कर दी है। जिले के 410 स्कूलों के प्रधानाचार्य और प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी किया गया है।

31 दिसंबर तक शत प्रतिशत कार्य पूर्ण न होने पर मान्यता प्रत्याहरण की चेतावनी दी गई है।शासन के निर्देश पर स्कूलों में उपलब्ध संसाधनों की डॉटा यूडायस पोर्टल पर हर साल अपलोड कराया जाता है। उसी के आधार पर स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को लाभ दिया जाता है।

जिले में सीबीएसई, आईसीएसई, यूपी बोर्ड, परिषदीय स्कूल, मदरसा और माध्यमिक विद्यालयों की कुल संख्या 1992 है। सभी को शिक्षक, स्कूली बच्चों और स्कूल के संसाधनों का ब्यौरा यूडायस पोर्टल पर अपलोड करना होता है। शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद से ही विभागीय स्तर से इस पर काम करने का निर्देश दिया गया। 70 फीसदी से अधिक विद्यालयों ने काम पूर्ण कर दिया, लेकिन अब भी 416 विद्यालयों ने पोर्टल पर जरूरी डाटा अपलोड नहीं किया।

जिन्हें बार-बार चेतावनी के बाद भी कोई रुचि नहीं ली जा रही है। जिसको लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने नाराजगी जताई। उन्होंने सभी स्कूलों को नोटिस जारी कर 31 दिसंबर तक हर हाल में अपलोड करने का निर्देश दिया। चेतावनी दिया कि तय समय पर पोर्टल पर ब्यौरा अपलोड न करने पर मान्यता समाप्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

1992 बेसिक, माध्यमिक संग अन्य बोर्ड के विद्यालय और मदरसों है। स्टूडेंट प्रोफाइल अपलोड न करने वाले 291 बेसिक, 97 माध्यमिक और 28 मदरसे हैं। शिक्षक मॉडयूल अपलोड न करने में 253 बेसिक, 62 माध्यमिक और 15 मदरसे और सांधन में माध्यमिक के चार, मदरसे छह और 11 बेसिक के विद्यालय शामिल है।

*ज्ञान सरोवर व मंदिर का किया जाएगा कायाकल्प*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कालीन नगरी के प्रमुख मंदिरों को संजाने व संवारने का अभियान शुरू हो गया है। सरकार ने वंदन भारत योजना के तहत धनराशि अवमुक्त करना शुरू कर दिया है। ज्ञानपुर नगर स्थित बाबा हरिहरनाथ मंदिर व ज्ञान सरोवर की जल्द ही तस्वीर बदली न‌ज‌ए आएगी।

नगर पंचायत ज्ञानपुर प्रशासन ने कार्यों को कराने का खाका शुरू भी कर दिया है। उक्त मंदिरों का जिले में अपना एक स्थान है। प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग दर्शन - पूजन को आते हैं। सावन माह व सोमवार को अधिक भीड़ नजर आती है।

सुविधाओं की कमी से दर्शनार्थियों को खासकर महिलाओं को अधिक दिक्कतें होती थी। शौचालय, स्नानघर पेजयल, आदि के इंतजाम माकूल नहीं है। ईओ नगर पंचायत ज्ञानपुर राजेन्द्र कुमार दूबे ने बताया कि मंदिर व ज्ञान सरोवर के सुंदरीकरण का भारत वंदन योजना के तहत जाएगा। जल्द ही कार्य शुरू होगा।

*लापरवाही से बढ़ सकती हैं महामारी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कोरोना की चौथी लहर ने तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है। राहत की बात यह है कि कालीन नगरी में अभी तक एक भी मरीज न‌ए वैरियंट के स्वरूप का नहीं मिला है। लेकिन सतर्कता जरूरी है। जिसका बाजारों में घोर अभाव देखने को मिल रहा है।

कड़ाई के साथ नियमों का पालन कराने के साथ नियमों का पालन कराने की मांग लोगों ने की है। जेएन.1 को लेकर प्रदेश सरकार ने सतर्क रहने का निर्देश दिया है।

स्वास्थ्य विभाग ने सभी तैयारियां अभी से दुरस्त रखने को कहा गया है। अभी तक कड़ाई संग गाइडलाइंस का पालन नहीं हो रहा है। बाजार में न तो शारीरिक दूरी रख रहें हैं और न ही मास्क रहें हैं। जरुरी सामनों की खरीदारी हो , बैंक, तहसील, जिला मुख्यालय यहां तक कि न्यायालयों में भी बिना मास्क के नजर आ रहे हैं।

शुक्रवार को जिलेभर की दुकानों व प्रतिष्ठानों में जमकर भीड़ देखी गई थी। गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियां उड़ती दिखाई दी। जबकि यदी भीड़ में कोई भी एक संक्रमित पहुंच गया तो फिर सभी प्रभावित हो जाएंगे।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने लोगों से अपील की है कि बिना मास्क के बाहर न निकलें, साथ ही सामाजिक दूरी का पालन करने बात साथ घरे आने के बाद साबुन से हाथ धोने को कहा।

*कांशीराम आवास की सफाई रामभरोसे*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। विकास भवन के ठीक सामने स्थित कांशीराम आवास प्राशसनिक उपेक्षा का दंश झेल रहा है। 125 ब्लाॅक और 1500 आवास वाले इस परिसर में चारों तरफ गंदगी पसरी हुई है। आवास परिसर में सफाई को लेकर ग्राम पंचायत और निकायों के बीच खींचतान चल रही है। हालात बद से बदतर हो गई है।

खास बात है कि विकास भवन के ठीक सामने होने के बाद भी किसी भी जिम्मेदार अधिकारियों का इस ओर नजर नहीं पड़ती। प्रदेश में बसपा सरकार में गरीबों को आवास देने के उद्देश्य से 2008 में कांशीराम आवास योजना की शुरुआत की गई। योजना के तहत पूरे जिले भर में पात्र लोगों को आवास दिया गया। जोरों - शोरों का साथ इसका शुभारंभ किया गया।

ज्ञानपुर कंसापुर में विकास भवन के ठीक सामने बने 124 ब्लॉक के 1500 आवासों वाले इस परिसर में हजारों वाले इस परिसर में हजारों लोग रहते हैं। मायावती सरकार तक तो इस परिसर में खूब सफाई और व्यवस्थाओं का ध्यान रखा गया। लेकिन सरकार बदलते ही निजाम भी बदल गया।

धीरे-धीरे यह आवासीय परिसर उपेक्षा का दंश झेलने को मजबूर हो गया। जिसका सबसे बड़ा खामियाजा यहां रहने वाले लोगों को उठाना पड़ा। Street buzz news की टीम जबकि आवासीय परिसर में पड़ताल करने पहुंची तो वहां चारों तरफ गंदगी का अंबार दिखाई पड़ा।

बजबजाती नालियां, टूटे चैंबर, कूड़े का ढेर और खंभों के बीच जर्जर तार ही इसकी पहचान बन ग‌ए है। 1500 आवासों वाले इस भवन में हजारों लोग रहते हैं। उनका आरोप है कि बार - बार शिकायत करने और साफ - सफाई के साथ व्यवस्थाओं में सुधार की गुहार के लगाने के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।

आवासीय परिसर में विशाल टंकी है, लेकिन टंकी शुरू होने के पहले ही उसके डैमेज होने की शिकायत मिल गई। जिले आज तक दुरुस्त नहीं कराया जा सका है। इससे उस टंकी से अब तक एक बूंद भी पानी आवासीय परिसर के लोगों को नहीं मिल पाया है।

कांशीराम आवास का जब आवंटन हुआ तो उसमें नगरीय और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लोगों को आवास आवंटित किया गया। जिम्मेदारों के लिए यही सबसे बड़ा हथियार साबित हो रहा है। ग्राम पंचायत प्रशासन का कहना है कि सबसे अधिक लोग नगरीय क्षेत्रों के यहां बसे हैं। वहीं निकायों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों के लोग यहां बसे हैं।

जिसके कारण कोई भी यहां के सफाई का जिम्मा उठाने को तैयार नहीं होता। यहां के रहने वाले लोग ही समय-समय चंदा लगाकर सफाई करते हैं। लेकिन उसका निस्तारण नहीं होने से बीमारी फैलने की आशंका रहती है।

*न‌ए साल के स्वागत की तैयारियों में जुटे लोग,पुराने साल की यादों संग नव वर्ष में मंगल की कामना, सीतामढ़ी,बाबा बड़े शिव धाम में जुटेंगी भीड़*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कैलेंडर वर्ष समाप्ति की ओर है। एक जनवरी दिन सोमवार की पहली किरण के धरती पर आगमन के साथ ही न‌ए साल का आगाज होगा। ऐसे में पुरानें सालों की यादों व न‌ए वर्ष के स्वागत की तैयारियों में कालीन नगरी के लोग महामारी के प्रकोप के बीच जी जान से जुटे ग‌ए है। ऐतिहासिक सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी, गोपीगंज बाबा बड़े शिव धाम, शिव धाम स्थित वाटिका के साथ ही गलीचों के शहर में भी कार्यक्रम की रुपरेखा लोग बनाने में जुटे हैं। आधुनिक व संचार क्रांति के इस युग में युवाओं के सिर पर पश्चिमी सभ्यता हावी है।

अंग्रेजी के त्योहारों के साथ ही न‌ए साल व पुराने वर्ष को विदाई देने का खुमार जबरदस्त रुप से देखा जा रहा है। कालीन नगरी के लोग भी इस दिशा में पीछे नहीं है। 2023 की यादों को सिमटने के साथ ही आगामी वर्ष 2024 के स्वागत की तैयारियां शुरू कर दिए हैं। सीतामढ़ी स्थित सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी 31 दिसंबर की शाम काफी तादाद में लोग जुटेंगे। भीड़ को देखते हुए पुलिस की सुरक्षा को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। इसी तरह गोपीगंज नगर स्थित बड़े शिव धाम वाटिका में 31 दिसंबर की रात युवाओं द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

नृत्य, संगीत के साथ पुरानी यादों को याद किया जाएगा तो एक जनवरी को सुंदरकांड पाठ के साथ न‌ए साल में सुख व समृद्धि की कामना। उधर, न‌ए साल को सेलिब्रेट करने के लिए कुछ लोग वाराणसी, प्रयागराज व मिर्जापुर भी जाएंगे। काफी तादाद में लोग दर्शन - पूजन कर सुखद - जीवन की कामना करेंगे। अधिकांश लोग होटल, ढाबों व पिकनिक स्पॉट पर दोस्तों, परिजनों के के साथ समय व्यतीत करेंगे।

*तीन केंद्रों पर कराई जाएगी संस्कृत बोर्ड की परीक्षा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा के लिए जिले में तीन केंद्र फाइनल हो ग‌ए। 25 दिन पूर्व प्रस्तावित केंद्रों की आपत्तियां निस्तारित करते हुए मंडलीय सीमित ने मुहर लगा दी। अप्रैल - म‌ई में होने वाली परीक्षा में प्रथमा और उत्तर मध्यमा के 583 छात्र - छात्राएं शामिल होंगे।जिले में कुल 19 संस्कृत माध्यमिक एवं महाविद्यालय है।

यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्रों की फाइनल तस्वीर भले ही साफ नहीं हो सकी है, लेकिन संस्कृत बोर्ड के केंद्र निर्धारित हो ग‌ए। करीब 20 से 25 दिन पूर्व जिला स्तरीय समिति में शामिल अधिकारियों ने तीन केंद्रों को प्रस्तावित किया था।