*ज्ञान सरोवर व मंदिर का किया जाएगा कायाकल्प*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कालीन नगरी के प्रमुख मंदिरों को संजाने व संवारने का अभियान शुरू हो गया है। सरकार ने वंदन भारत योजना के तहत धनराशि अवमुक्त करना शुरू कर दिया है। ज्ञानपुर नगर स्थित बाबा हरिहरनाथ मंदिर व ज्ञान सरोवर की जल्द ही तस्वीर बदली न‌ज‌ए आएगी।

नगर पंचायत ज्ञानपुर प्रशासन ने कार्यों को कराने का खाका शुरू भी कर दिया है। उक्त मंदिरों का जिले में अपना एक स्थान है। प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग दर्शन - पूजन को आते हैं। सावन माह व सोमवार को अधिक भीड़ नजर आती है।

सुविधाओं की कमी से दर्शनार्थियों को खासकर महिलाओं को अधिक दिक्कतें होती थी। शौचालय, स्नानघर पेजयल, आदि के इंतजाम माकूल नहीं है। ईओ नगर पंचायत ज्ञानपुर राजेन्द्र कुमार दूबे ने बताया कि मंदिर व ज्ञान सरोवर के सुंदरीकरण का भारत वंदन योजना के तहत जाएगा। जल्द ही कार्य शुरू होगा।

*लापरवाही से बढ़ सकती हैं महामारी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कोरोना की चौथी लहर ने तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है। राहत की बात यह है कि कालीन नगरी में अभी तक एक भी मरीज न‌ए वैरियंट के स्वरूप का नहीं मिला है। लेकिन सतर्कता जरूरी है। जिसका बाजारों में घोर अभाव देखने को मिल रहा है।

कड़ाई के साथ नियमों का पालन कराने के साथ नियमों का पालन कराने की मांग लोगों ने की है। जेएन.1 को लेकर प्रदेश सरकार ने सतर्क रहने का निर्देश दिया है।

स्वास्थ्य विभाग ने सभी तैयारियां अभी से दुरस्त रखने को कहा गया है। अभी तक कड़ाई संग गाइडलाइंस का पालन नहीं हो रहा है। बाजार में न तो शारीरिक दूरी रख रहें हैं और न ही मास्क रहें हैं। जरुरी सामनों की खरीदारी हो , बैंक, तहसील, जिला मुख्यालय यहां तक कि न्यायालयों में भी बिना मास्क के नजर आ रहे हैं।

शुक्रवार को जिलेभर की दुकानों व प्रतिष्ठानों में जमकर भीड़ देखी गई थी। गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियां उड़ती दिखाई दी। जबकि यदी भीड़ में कोई भी एक संक्रमित पहुंच गया तो फिर सभी प्रभावित हो जाएंगे।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने लोगों से अपील की है कि बिना मास्क के बाहर न निकलें, साथ ही सामाजिक दूरी का पालन करने बात साथ घरे आने के बाद साबुन से हाथ धोने को कहा।

*कांशीराम आवास की सफाई रामभरोसे*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। विकास भवन के ठीक सामने स्थित कांशीराम आवास प्राशसनिक उपेक्षा का दंश झेल रहा है। 125 ब्लाॅक और 1500 आवास वाले इस परिसर में चारों तरफ गंदगी पसरी हुई है। आवास परिसर में सफाई को लेकर ग्राम पंचायत और निकायों के बीच खींचतान चल रही है। हालात बद से बदतर हो गई है।

खास बात है कि विकास भवन के ठीक सामने होने के बाद भी किसी भी जिम्मेदार अधिकारियों का इस ओर नजर नहीं पड़ती। प्रदेश में बसपा सरकार में गरीबों को आवास देने के उद्देश्य से 2008 में कांशीराम आवास योजना की शुरुआत की गई। योजना के तहत पूरे जिले भर में पात्र लोगों को आवास दिया गया। जोरों - शोरों का साथ इसका शुभारंभ किया गया।

ज्ञानपुर कंसापुर में विकास भवन के ठीक सामने बने 124 ब्लॉक के 1500 आवासों वाले इस परिसर में हजारों वाले इस परिसर में हजारों लोग रहते हैं। मायावती सरकार तक तो इस परिसर में खूब सफाई और व्यवस्थाओं का ध्यान रखा गया। लेकिन सरकार बदलते ही निजाम भी बदल गया।

धीरे-धीरे यह आवासीय परिसर उपेक्षा का दंश झेलने को मजबूर हो गया। जिसका सबसे बड़ा खामियाजा यहां रहने वाले लोगों को उठाना पड़ा। Street buzz news की टीम जबकि आवासीय परिसर में पड़ताल करने पहुंची तो वहां चारों तरफ गंदगी का अंबार दिखाई पड़ा।

बजबजाती नालियां, टूटे चैंबर, कूड़े का ढेर और खंभों के बीच जर्जर तार ही इसकी पहचान बन ग‌ए है। 1500 आवासों वाले इस भवन में हजारों लोग रहते हैं। उनका आरोप है कि बार - बार शिकायत करने और साफ - सफाई के साथ व्यवस्थाओं में सुधार की गुहार के लगाने के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।

आवासीय परिसर में विशाल टंकी है, लेकिन टंकी शुरू होने के पहले ही उसके डैमेज होने की शिकायत मिल गई। जिले आज तक दुरुस्त नहीं कराया जा सका है। इससे उस टंकी से अब तक एक बूंद भी पानी आवासीय परिसर के लोगों को नहीं मिल पाया है।

कांशीराम आवास का जब आवंटन हुआ तो उसमें नगरीय और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लोगों को आवास आवंटित किया गया। जिम्मेदारों के लिए यही सबसे बड़ा हथियार साबित हो रहा है। ग्राम पंचायत प्रशासन का कहना है कि सबसे अधिक लोग नगरीय क्षेत्रों के यहां बसे हैं। वहीं निकायों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों के लोग यहां बसे हैं।

जिसके कारण कोई भी यहां के सफाई का जिम्मा उठाने को तैयार नहीं होता। यहां के रहने वाले लोग ही समय-समय चंदा लगाकर सफाई करते हैं। लेकिन उसका निस्तारण नहीं होने से बीमारी फैलने की आशंका रहती है।

*न‌ए साल के स्वागत की तैयारियों में जुटे लोग,पुराने साल की यादों संग नव वर्ष में मंगल की कामना, सीतामढ़ी,बाबा बड़े शिव धाम में जुटेंगी भीड़*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कैलेंडर वर्ष समाप्ति की ओर है। एक जनवरी दिन सोमवार की पहली किरण के धरती पर आगमन के साथ ही न‌ए साल का आगाज होगा। ऐसे में पुरानें सालों की यादों व न‌ए वर्ष के स्वागत की तैयारियों में कालीन नगरी के लोग महामारी के प्रकोप के बीच जी जान से जुटे ग‌ए है। ऐतिहासिक सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी, गोपीगंज बाबा बड़े शिव धाम, शिव धाम स्थित वाटिका के साथ ही गलीचों के शहर में भी कार्यक्रम की रुपरेखा लोग बनाने में जुटे हैं। आधुनिक व संचार क्रांति के इस युग में युवाओं के सिर पर पश्चिमी सभ्यता हावी है।

अंग्रेजी के त्योहारों के साथ ही न‌ए साल व पुराने वर्ष को विदाई देने का खुमार जबरदस्त रुप से देखा जा रहा है। कालीन नगरी के लोग भी इस दिशा में पीछे नहीं है। 2023 की यादों को सिमटने के साथ ही आगामी वर्ष 2024 के स्वागत की तैयारियां शुरू कर दिए हैं। सीतामढ़ी स्थित सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी 31 दिसंबर की शाम काफी तादाद में लोग जुटेंगे। भीड़ को देखते हुए पुलिस की सुरक्षा को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। इसी तरह गोपीगंज नगर स्थित बड़े शिव धाम वाटिका में 31 दिसंबर की रात युवाओं द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

नृत्य, संगीत के साथ पुरानी यादों को याद किया जाएगा तो एक जनवरी को सुंदरकांड पाठ के साथ न‌ए साल में सुख व समृद्धि की कामना। उधर, न‌ए साल को सेलिब्रेट करने के लिए कुछ लोग वाराणसी, प्रयागराज व मिर्जापुर भी जाएंगे। काफी तादाद में लोग दर्शन - पूजन कर सुखद - जीवन की कामना करेंगे। अधिकांश लोग होटल, ढाबों व पिकनिक स्पॉट पर दोस्तों, परिजनों के के साथ समय व्यतीत करेंगे।

*तीन केंद्रों पर कराई जाएगी संस्कृत बोर्ड की परीक्षा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा के लिए जिले में तीन केंद्र फाइनल हो ग‌ए। 25 दिन पूर्व प्रस्तावित केंद्रों की आपत्तियां निस्तारित करते हुए मंडलीय सीमित ने मुहर लगा दी। अप्रैल - म‌ई में होने वाली परीक्षा में प्रथमा और उत्तर मध्यमा के 583 छात्र - छात्राएं शामिल होंगे।जिले में कुल 19 संस्कृत माध्यमिक एवं महाविद्यालय है।

यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्रों की फाइनल तस्वीर भले ही साफ नहीं हो सकी है, लेकिन संस्कृत बोर्ड के केंद्र निर्धारित हो ग‌ए। करीब 20 से 25 दिन पूर्व जिला स्तरीय समिति में शामिल अधिकारियों ने तीन केंद्रों को प्रस्तावित किया था।

*इंडियन रेड क्रास सोसायटी द्वारा आयोजित किया गया नेत्र प्ररिक्षण शिविर*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा आज ज्ञानपुर नगर स्थित भदोही शाखा कार्यालय पर नेत्र प्ररिक्षण शिविर का आयोजन किया गया । शिविर में कुल 125 मरीज का परीक्षण किया गया तथा निशुल्क उपचार किया गया ।

शिविर में मोतिया बिंद के 24 मरिज चिन्हित किए गए । चिन्हित मरीजों का ऑपरेशन जिला अस्पताल ज्ञानपुर में 29 दिसंबर को निशुल्क किया जाएगा । जहां पर समस्त सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा।बता दे की आज इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा भदोही शाखा कार्यालय पर निशुल्क नेत्र परीक्षण का आयोजन किया गया था। जिसमे जिला अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक मौजूद रहे।

शिविर में कुल 125 मरीज का नेत्र परीक्षण किया गया एवं उनका उपचार किया गया। 24 मरीज को मोतियाबिंद में चिन्हित किया गया जिनका 29 दिसंबर को जिला अस्पताल में निशुल्क ऑपरेशन कराया जाएगा और उन्हें समस्त सुविधा दिया जाएगा।

शिविर में डॉक्टर सुरेंद्र कुमार बिंद, डॉक्टर सुजल अशरफ ,लालचंद, मनीष कुमार ,सुदीप कुमार दुबे सहित अन्य चिकित्सकों ने आने वाले लोगों का नेत्र परीक्षण किया। डॉ सुरेंद्र कुमार ने कहा कि नेत्र जीवन के आवश्यक अंग है । नेत्रों का हमें पूरा ध्यान रखना चाहिए सही समय पर सही उपचार करना चाहिए।

अवस्था के साथ मोतियाबिंद के कारण नेत्र की ज्योति काम हो जाती है । कहा कि अब नई तकनीकी के साथ मोतियाबिंद का ऑपरेशन आसान हो गया है। रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा नेत्रों के उपचार द्वारा ज्योति प्रदान की जा रही है यह महान कार्य है नेत्र ज्योति दान महानदान के रूप में आता है।

शिविर को संपन्न कराने में लगे लोगों का कोषाध्यक्ष ने जताया आभार

रेड क्रास सोसायटी द्वारा आयोजित नेत्र प्रशिक्षण शिविर को सकुशल संपन्न कराने में लगे समिति के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं का कोषाध्यक्ष ने आभार जताया एवं आए हुए समस्त चिकित्सकों का धन्यवाद ज्ञापित किया ।

शिविर के सफलता के सहयोग में सोसायटी के डॉक्टर आर्यन सिंह, दिलशाद आलम, डॉक्टर भारतेंदु द्विवेदी, प्रमोद दुबे, आलोक कुमार गुप्ता, अरविंद भट्टाचार्य, आनंद तिवारी, हृदय नारायण, डॉक्टर आलोक, अब्दुल वाहिद अंसारी ,अभय श्रीवास्तव ,आनंद गुप्ता ,सतीश कुमार ,हरिकिशन शुक्ला, उपासना जायसवाल ,विनोद कुमार गुप्ता आदि लोगों ने सहयोग दिया।

*पालिका प्रशासन ने गंदगी को लेकर मंदिर समिति को भेजा नोटिस*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही । नगर पालिका परिषद ने बाबा बड़े शिव धाम मंदिर समिति को नोटिस जारी किया है। मंदिर परिसर व्याप्त गंदगी को लेकर लखनऊ से आई टीम की नाराजगी के बाद पालिका प्रशासन ने यह कदम उठाया है। पालिका प्रशासन का आरोप है कि मंदिर में होने वाले शादी-विवाह के आयोजन के बाद मंदिर समिति की ओर से साफ-सफाई नहीं कराई जाती।बाबा बड़े शिव धाम हर साल सहालग सीजन में हर दिन दो से तीन शादियां होती हैं। इस दौरान वर और वधू पक्ष की ओर से नाश्ते, पानी और भोजन के बाद गंदगी को यूं ही छोड़ दिया जाता है, जो मंदिर परिसर में फैला रहता है।

बीते दिनों लखनऊ की एक टीम जिले में स्वच्छता मिशन की हकीकत जाने पहुंची थी। टीम जब बाबा बड़े शिव धाम परिसर पहुंची तो वहां व्याप्त गंदगी को देखकर नाराजगी व्यक्त करते हुए पालिका प्रशासन को फटकार लगाई और मंदिर की साफ-सफाई का निर्देश दिया। इसके बाद अधिशासी अधिकारी अमिता सिंह ने मंदिर समिति को नोटिस जारी कर गंदगी की साफ-सफाई न कराने को लेकर जवाब मांगा है। समिति के सचिव राम कृष्ण खट्टू ने बताया कि नगर पालिका प्रसाशन ने गंदगी को लेकर नोटिस भेजा है। उन्होंने मंदिर आने वाले हर व्यक्ति से अपील की है कि मांगलिक कार्य के बाद वे गंदगी की सफाई कर बाहर कूड़ेदान में डाले। परिसर में कत्तई गंदगी न करें।

*सारा जिला नो पार्किंग, चालान भरो और खड़े करो वाहन*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही । जिले में एक भी पार्किंग नहीं है। बाहर से आने वाले व्यापारी या अन्य लोगों के लिए वाहन खड़े करने में मुश्किल होती है। पार्किंग नहीं होने के बाद भी यातायात व पुलिस रियायत नहीं करती है। पिछले छह महीने में नो पार्किंग में पार्किंग के लिए 5887 वाहनों का चालान कर चुकी है। एक लाख 50 हजार रुपये की जुर्माना वसूल किया जा चुके हैं।

जिले में दो नगर पालिका भदोही, गोपीगंज हैं। इसके अलावा पांच नगर पंचायत क्रमश: ज्ञानपुर, नई बाजार, सुरियावां, घोसिया और खमरिया हैं। नगरीय क्षेत्र की आबादी तीन लाख है लेकिन कहीं पार्किंग के इंतजाम नहीं है। लोग मजबूरन सड़क के किनारे वाहन खड़ा करते हैं। जिले में सबसे अधिक भीड़भाड़ वाले नगर गोपीगंज और भदोही हैं। यहां अक्सर जाम की समस्या रहती हैं। सुरियावां और घोसिया के व्यापारिक केंद्र होने के कारण रोजाना सैकड़ों की संख्या में व्यापारी आते हैं।

सड़क के किनारे वाहन पार्क करने पर हादसे और चालान का डर लगा रहता है। भदोही, घोसिया, खमरिया और गोपीगंज में कालीन के कारोबार बड़े पैमाने पर होता है। निर्यातक चार पहिया वाहनों से आते हैं। उनको वाहन पटरी पर खड़ा करना पड़ता है।गस्त से लेकर 26 दिसंबर 2023 तक पुलिस और यातायात विभाग की टीम ने कुल 5887 वाहनों के चालान काटे। इन लोगों पर करीब एक लाख 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। बड़ा सवाल है कि जब पार्किंग की व्यवस्था है ही नहीं तो फिर नो पार्किंग का चालान किस उद्देश्य से काटा जाता है।

नहीं है पार्किंग के लिए जगह, कैसे भेजें प्रस्ताव

ज्ञानपुर। निकाय क्षेत्रों अंतर्गत पार्किंग के लिए जगह ही उपलब्ध नहीं है। जिसे लेकर नगर प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम भी नहीं उठाया गया। दूसरी ओर पुलिस प्रशासन पार्किंग को लेकर धड़ल्ले से चालान काट रही है। इससे निजात कैसे मिले, जिसे लेकर वाहन चालक परेशान है, यदि जिला प्रशासन की ओर से निकाय क्षेत्रों में पार्किंग की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए, तो वाहन चालकों को सहूलियत मिलेगी। भदोही नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी रविशंकर शुक्ल ने बताया कि इस बारे में अब तक कोई प्रस्ताव नहीं गया है। नगर पालिका एरिया के बाजार क्षेत्र में ही पार्किंग बनाना सफल होगा, लेकिन अब तक ऐसा भूमि नही मिला। भूमि चिन्हित होने पर ही प्रस्ताव बना कर भेजा जाएगा।

माह- वाहन- जुर्माना

अगस्त- 726- 25,000

सिंतबर- 668- 35,000

अक्तूबर- 803-30,000

नवंबर- 1390- 45,000

दिसंबर- 365- 15000 रुपये।

पार्किंग को लेकर उन्हीं वाहनों का चालान काटते हैं, जो वाहन सड़क के किनारे सफेद पट्टी के अंदर होते हैं। उन्हीं का चालान काटा जाता है। इससे यातायात प्रभावित होती है, दुर्घटना होने की आंशका बनी रहती है। अमूमन लोग सड़के किनारे बने सफेद पट्टी के अंदर वाहन पार्क कर के चलते जाते हैं। जिससे जाम की समस्या बनी रहती है।-- शशिकांत यादव, यातायात प्रभारी, भदोही।

*ठंड ने बढ़ाई सब्जी विक्रेताओं की परेशानी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। घना कोहरा संग पड़ रही कड़ाके की ठंड सब्जी विक्रेताओं की दिक्कत बढ़ा दी है। भोर में कछवा मंडी मंडी जाने वालों को अत्यधिक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। घना कोहरा के वाहन के ऊपर बैठकर सब्जी लाना काफी कष्टकारी साबित हो रहा है। ठंड से कंपकंपी भरते सब्जी विक्रेता मैजिक व पिक‌अप के ऊपर बैठे नजर आते हैं। ठंड से अनियंत्रित होकर गिरे तो हादसा हो सकता है।

*घने कोहरे के कारण कई घंटे विलंब से चल रही ट्रेन , यात्री परेशान कोहरे व ठंड से हर तब का परेशान , मजदूरों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में एक सप्ताह से बड़ी ठंड एवं घने कोहरे के कारण हर तबका परेशान है। ठंड का आलम यह है कि लोगों के हाड़कंपा दे रही है। जिससे लोग ठंड से बचाव के लिए अलाव का सहारा लेकर घर में दूबके हुए हैं । ठंड और कोहरे के कारण दिहाड़ी मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है जिससे उनके समक्ष रोजी-रोटी का संकट है । जिले में कोहरा का आलम यह है कि दोपहर तक लोगों को बत्ती जलाकर धीरे-धीरे अपने वहां ले जाते हुए देखा गया तो वही ज्ञानपुर ,सुरियावा, भदोही, पर्सीपुर सहित अन्य रेलवे स्टेशन पर संचालित हो रहे ट्रेन 7 से 8 घंटे विलंब से चल रही है, जिससे यात्री परेशान है।

बता दे कि जिले में लगातार पड़ रहे घने कोहरे व ठंड के कारण लोगों को परेशानी में डाल दिया है। ठंड और कोहरे ने जहां बच्चों के लिए मुसीबत बना है तो वही पशु भी ठंड के कारण परेशान है । कोहरा और ठंड के कारण बच्चे व पशु दिन के 12 बजे तक घर में दूबके हुए हैं । बच्चे खेल न पाने के कारण उनको परेशानी हो रही है तो वहीं पशु को भी जहां सुबह बाहर निकाल कर खिलाया जाता था अब वह ठंड से बचने के लिए घर में बैठे हुए हैं। ठंड व कोहरा का आलम यह है कि जिन दिहाड़ी मजदूरों को सुबह 9 बजे गोपीगंज चौराहे से काम के लिए लोग ले जाते थे अब वह दिन के 12 बजे तक कोहरे के कारण कोई उनके पास नहीं जा रहे हैं। जिससे उनके समझ रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है ।

मजदूरों ने बताया कि कोहरे के कारण हम सभी को काम नहीं मिल रहा है जबकि हम लोगों को काम मिलता था तो उसी से हमारा परिवार का भरण पोषण होता है । कोहरे के कारण जिले के कई रेलवे स्टेशनों पर संचालित हो रही ट्रेन 7 से 8 घंटे विलंब से चल रही है। जिसको लेकर यात्रा करने वाले यात्री परेशान हैं।

यह ट्रेन चल रही है विलंब से

बता दे कि जिले के रेलवे स्टेशन से चलने वाली बुंदेलखंड एक्सप्रेस 3 घंटे 40 मिनट , इंटरसिटी एक्सप्रेस डेढ़ घंटे, कामायनी एक्सप्रेस एक घंटा, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस 2 घंटा 28 मिनट लेट से चल रही है। जबकि वहीं अमृतसर हावड़ा पंजाब मेल करीब 2 घंटा 20 मिनट विलंब से ,उधना दानापुर 3 घंटे , दिल्ली वाराणसी एक्सप्रेस 8 घंटे, स्वतंत्रता सेनानी 9 घंटे, पवन एक्सप्रेस 7 घंटे विलंब से संचालित हो रही है। जिसको लेकर यात्री ठंड के मौसम में परेशान दिखाई दिए।