बाल स्वास्थ्य पोषण माह विटामिन ए का सीएमओ ने किया शुभारंभ, बच्चों को पिलाई गई खुराक ,दी गई जानकारी

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के ज्ञानपुर नगर स्थित महाराजा चेत सिंह जिला अस्पताल में बाल स्वास्थ्य पोषण माह विटामिन ए का मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संतोष चक ने फीता काटकर शुभारंभ किया। अस्पताल में पहुंचे 9 माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई गई। बच्चों को रोग से बचाव के लिए भी जानकारी दी गई और लोगों से आवाहन किया गया कि अधिक से अधिक बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई। बता दें कि जनपद में जिलाधिकारी के निर्देश पर ज्ञानपुर नगर स्थित जिला अस्पताल में बाल स्वास्थ्य पोषण विटामिन ए माह का शुभारंभ किया गया।

इस दौरान उपस्थित बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई गई । कार्यक्रम का शुभारंभ करने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर चक ने कहा कि बच्चों को टीकाकरण जीतना जरूरी है उतना ही बाल पोषण माह के तहत विटामिन ए भी जरूरी है । उन्होंने बताया कि विटामिन ए के कमी से बच्चों में रतौंधी जैसे बीमारी की आशंका अधिक बढ़ जाती है। ऐसे में 6-6 माह पर बच्चों को 9 डोज पिलाना चाहिए । जिससे उनके शरीर के विकास होने के साथ-साथ मानसिक विकास ,प्रजनन क्षमता एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ता है।

यह अभियान जनपद के समस्त अस्पतालों पर चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जनपद में प्रत्येक बुधवार व शनिवार को बाल पोषण माह के तहत बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। जनपद के सभी लोगों से आवाहन किया कि अपने-अपने बच्चों को अधिक से अधिक संख्या में विटामिन ए की खुराक पिलाए और उससे होने वाली रोगों से अपने बच्चों को बचाएं। सीएमओ ने बताया कि जिले में 2लाख 74 हजार 115 बच्चों को चिन्हित किया गया है । जिन्हें सब सेंटर पर विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी।

*छह महीने के भीतर 24 स्कूलों में चोरियां एक भी खुलासा नहीं,गांव के किनारे बने स्कूलों को चोर आसानी से बना रहे हैं निशाना*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के परिषदीय स्कूलों में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। खासकर ग्रामीण इलाकों में बने स्कूलों में अक्सर चोरियां होती रह रही है।

गांव के एक किनारे सन्नाटे में बने स्कूल आसानी से चोरों के निशाने पर आ जाते हैं। बीते छह महीनों में जिले में दो दर्जन से अधिक स्कूलों में चोरी की घटनाएं हुई, लेकिन गौर करने वाली बात है कि एक भी चोरी के मामले का अब तक खुलासा नहीं हो सका है।

जिससे चोरी की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पाता।शासन और प्रशासन की ओर से बच्चों की शिक्षा के साथ पोषण का भी ध्यान रखा जा रहा है।

इसके लिए स्कूलों में एमडीएम योजना चल रही। जिसके तहत स्कूलों की रसोई में गैस सिलिंडर, चूल्हा, राशन और बर्तन इत्यादी होते हैं। इसके अलावा परिषदीय स्कूलों को तेजी से स्मार्ट स्कूल में विकसित किया जा रहा है।

जिसके तहत विद्यालयों में स्मार्ट क्लॉस के लिए कंप्यूटर के उपकरण भी रखे जा रहे हैं, लेकिन विडंबना है कि इसकी सुरक्षा के पुख्ता के इंतजाम नहीं हो पा रहे हैं।

जिसके कारण स्कूलों में चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही है। चोर स्कूलों के स्मार्ट क्लास में लगे कम्प्यूटर के उपकरणों को गायब करने के साथ-साथ रसोई के सामानों पर भी हाथ साफ कर दे रहे हैं। सुबह शिक्षक बीईओ और बीएसए को इसकी जानकारी देने के साथ की पुलिस में भी शिकायत दर्ज करा देते हैं।

जिसमें की सात नगरीय क्षेत्रों के साथ ही छह ब्लॉकों के 892 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। जिसमें एक लाख 67 हजार बच्चे पंजीकृत है। बीते छह महीनों में परिषदीय स्कूलों में दो दर्जन से अधिक चोरियां हो चुकी है।

यहां तक कि कई स्कूलों में दो से तीन बार चोरों ने हाथ साफ कर दिया है। इसके बाद भी अब तक एक भी मामले का खुलासा नहीं हो सका है। स्कूलों की सुरक्षा को लेकर न तो विभाग और न ही पुलिस की तरफ से कोई पुख्ता इंतजाम हो रहे हैं।

केस वन: 16 दिसंबर 2023 को औराई ब्लाॅक के गरौली गांव के पंचायत भवन और प्राथमिक विद्यालय में चोरों ने लाखों के सामान पर हाथ फेर दिया। चोरों ने प्राथमिक विद्यालय से टीवी, सोलर पैनल, एमडीएम का बर्तन, दो गैस सिलिंडर, ब्लूटूथ, दो स्पीकर, चार्जर, लाइब्रेरी की किताब, रजिस्टर, पंखा आदि उठा ले गए।

आरोप है कि औराई क्षेत्र में स्कूलों में दर्जनों चोरी हो चुकी है, लेकिन किसी विद्यालय के चोरी का खुलासा अब तक नहीं हो सका है।

केस दो: नवंबर माह में ज्ञानपुर ब्लॉक के यूपीएस चकवीरा में चोरों ने हैंडवॉश की छह टोटी तोड़कर चुरा ले गए। इसी विद्यालय में एक सप्ताह पहले भी चोरों ने रसाई के सामानों से हाथ साफ कर दिया था।

दोनों मामले में शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन अब तक चोरी का खुलासा नहीं हो सका।

की जा चुकी है एसपी से भी शिकायत बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेन्द्र नारायण सिंह ने बताया कि स्कूलों में बढ़ती चोरियां चिंता का विषय है। एक तरफ संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं।

दूसरी तरफ चोरों के कारण बच्चों का शिक्षण कार्य प्रभावित होता है। जिलाधिकारी के माध्यम से पुलिस अधीक्षक से इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है और स्कूलों की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम की मांग किए गए हैं।

स्कूलों और पंचायत भवनों की सुरक्षा बढ़ाए जाने क लिए पेट्रोलिंग बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा स्कूलों का डाटा निकवा कर नए सिरे से इसका आंकलन करते हुए बढ़ती चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाया जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो इसमें क्राइम ब्रांच को लगाकर चोरों पर शिकंजा कसा जाएगा। -राजेश भारती, अपर पुलिस अधीक्षक।

*कोहरे व ठंड का प्रकोप, जीटी रोड पर पलटी ट्रक, कई ट्रेनें रद्द, तो कई चल रही विलंब*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही जिले में पिछले चार दिनों से ठंड में वृध्दि देखने को मिल रही है। दिन 11 बजे तक घने कोहरे की चादर जिला ढ़का नजर आ रहा है।

 कम विजिविलटी के चलते आज (बुधवार) सुबह गोपीगंज जीटी रोड पर एक ट्रक पलट गई। हालांकि संयोग अच्छा रहा कि घटना में कोई बड़ा नुकसान नही हुआ। वहीं कौलापुर गांव के सामने ट्रक के भिड़ंत में ट्रक का अगला चक्का निकाल कर बाहर हो गया। कोहरे के चलते वाहन रेंगते नजर आ रहे हैं। 

आम जनजीवन भी ठंड से खासा प्रभावित हुआ है, लोग 10 बजे तक घरों में दुबके हैं और अलाव का सहारा ले रहे हैं। वहीं कोहरे ने जिले रेलवे यातायात पर गहरा असर डाला है। कई ट्रेनें जहां देरी से चल रही हैं वहीं कुछ गाड़ियों को रेलवे को निरस्त करना पड़ा है।  

बच्चों, दिहाड़ी मजदूरों व मवेशियों के लिए ठंड बनी परेशानी का सबब-

जिले में लगातार पड़ रही हाड़ कंपाने वाली ठंड ने आम जनजीवन पूरी तरह उलट पुलट कर रख दिया है। गलन भरी ठंड ने बच्चों व दिहाड़ी मजदूरों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। दैनिक कामगारों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न होता दिख रहा है। जबकि ठंड में जो बच्चे अलसुबह उठकर बाहर निकलकर खेलते थे व 10-11 बजे तक घरों में दुबके नजर आ रहे हैं। और स्कूली बच्चे में खासे परेशान हो रहे हैं। 

वहीं बेतहाशा गलन व कोहरे भरी सर्द हवा मवेशियों के लिए जीवन का जंजाल बनती दिख रही है।

*न‌ए वर्ष के स्वागत की तैयारी में जुटे लोग, कार्डों की बिक्री में आईं कमी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कैलेंडर के नववर्ष का आगाज होने में महज कुछ ही दिन शेष बचे हैं। पुरानों वर्षों की यादें, नूतन वर्ष के स्वागत की तैयारियों में कालीन नगरी के लोग जुट गए हैं। हालांकि बधाई संदेशों को देने का तरीका तथा जश्न मनाने के फार्मूले अब पहले जैसे नहीं नहीं रहें।

ग्रिटिंग कार्ड की दुकानों पर सियापा छाया हुआ है, जबकि सोशल मीडिया संदेशों से पटना शुरू हो गया है। तकनीकी का साथ मिलने के बाद लोगों का पर्वों को मनाने का तरीका भी हाईटेक होता जा रहा है। एक से डेढ़ दशक पहले नववर्ष की बधाईयां देने के लोग ग्रिटिंग कार्ड, सुंदर खतों तथा एस‌एम‌एस का प्रयोग करते थे।

उस जमाने में साल समाप्त होने के एक पखवाड़े पूर्व से ही दुकानों व डाकघरों में भारी भीड़ लगने लगती थी। न‌ए साल के बहाने डाक विभाग भी अच्छी खासी आमदनी कर लेता था। जबकि दर्जनों की तादाद में लोग ग्रिटिंग कार्ड की दुकानें सजा कर कुछ ही दिनों में मालामाल हो जाते थे। समय बदला,सोच बदली तथा तकनीकी का साथ मिला, फिर क्या पर्वों व न‌ए वर्ष को मनाने का सलीका आधुनिक हो गया।

चिट्टी, संदेश को त्याग लोग सीधे आनलाइन सात समंदर पार बैठे शुभ चिंतकों व मित्रों को बधाईयां दे रहे हैं। न‌ए साल के पहले दिन की प्रथम किरण को आने में अब कुछ ही शेष बचे हैं। इस बीच सोशल साइट फेसबुक,वाट्स‌अप , इंस्टाग्राम समेत अन्य साइटों पर संदेश देने का सिलसिला शुरू हो गया। लोग एक दूसरे के अच्छे भविष्य सुखद जीवन तथा रमणियता के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं। न‌‌ए साल पर शुभचिंतकों का मित्रों को बधाईयां देने के लिए युवाओं में अब ग्रिटिंग कार्ड को लेकर तनिक भी रुचि नहीं है। न‌ए आधुनिक एंड्रॉयड स्मार्टफोन की डिमांड बाजार में बढ़ गई है।

*मिलेगी आधुनिक लैब, स्मार्ट क्लास की सुविधा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही । जिले में पीएम श्री योजना से पांच बेसिक और एक माध्यमिक विद्यालय संवारे जाएंगे। स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए एक करोड़ 25 लाख रूपये खर्च होंगे। पहले चरण में 44 लाख स्वीकृत हो चुका है। इसके अलावा प्रत्येक स्कूल को एक-एक लाख रूपये अलग से ग्रांट स्वीकृत हुआ है।

इस धन से स्कूलों में हाईटेक क्लास, आधुनिक लैब, स्मार्ट क्लास, बिल्डिंग, साफ-सफाई की व्यवस्था, खेल मैदान की सुविधा दी जागएी। इसके अलावा रोजगार परक शिक्षा और इंटर्नशिप की सुविधा भी मिलेगी। इन स्कूलों में बच्चे महीने में दस दिन बिना बैग के आएंगे।

सभी छात्रों की जानकारी पीएम श्री पोर्टल पर रखी जाएगी।जिले में 891 परिषदीय और पांच कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय संचालित हैं। ऑपरेशन कायाकल्प, कंपोजिट ग्रांट सहित अन्य मदों से विद्यालयों में जरूरी कार्य कराए जा रहे हैं।

एक साल पूर्व यानी साल 2022 में केंद्र सरकार की पीएम श्री योजना से स्कूलों को हाईटेक करने की शुरूआत की गई। जिले के छह ब्लॉक के 391 विद्यालयों को चिह़्नित कर सर्वे किया गया। राज्य स्तरीय टीम के आकलन के बाद सभी ब्लॉक से एक-एक विद्यालय को योजना में शामिल किया गया। करीब छह से आठ महीने के इंतजार के बाद आखिर पीएम श्री योजना में शामिल विद्यालयों में काम कराने के लिए स्वीकृति मिल गई। इसमें दो चरणों में बजट भेजा जाएगा।

विभाग विद्यालय में जरूरी कामों की सूची तैयार कराने में जुट गया है।

जिला समन्वयक निर्माण सौरभ सिंह ने बताया कि बेसिक के पांच विद्यालय के लिए एक करोड़ 17 लाख जबकि माध्यमिक के एक राजकीय विद्यालय पर करीब 30 लाख खर्च होंगे। पहले चरण में 44 लाख रूपये मिलेंगे। इससे विद्यालय में अतिरिक्त कक्षा कक्ष, दिव्यांग शौचालय, बाल वाटिका समेत अन्य जरूरी काम कराए जाएंगे।

इन विद्यालयों का हुआ है चयन

ज्ञानपुर। पीएम श्री योजना में ज्ञानपुर ब्लॉक में विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज, डीघ में प्राथमिक विद्यालय बेलहुआं, अभोली में कंपोजिट विद्यालय गोपलहां, भदोही में प्राथमिक विद्यालय रयां, औराई में कंपोजिट विद्यालय झौवां और सुरियावां ब्लॉक में कंपोजिट विद्यालय बरमोहनी शामिल है।

*सफेद कोहरे से थमी वाहनों की रफ्तार, जनजीवन प्रभावित*

नरेश ओमर

फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद में बीते दो दिनों से घने कोहरे ने वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है हाईवे मार्ग पर गुजरने वालों वाहनों की रफ्तार जहां फर्राटा भरते थे वहां अब रेंगते नजर आ रहे हैं जहां एक और पूरे प्रदेश में घने कोहरे तथा धूंध लोगों की दिनचर्या पर भी ब्रेक लगाने का काम किया है। घने कोहरे के चलते आम जनजीवन अस्त व्यस्त नजर आ रहा है।

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अभी दो सप्ताह तक घना कोहरा छाए रहने की आशंका व्यक्त की जा रही है। जिसके चलते विजिबिलिटी कुछ स्थानों पर शून्य नजर आ रही है। जिला प्रशासन व नगर पंचायत प्रशासन द्वारा जगह-जगह अलाव रैन बसेरा बनाए गए हैं तो वहीं अभी कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में अलाव की व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीण आक्रोशित नजर आ रहे हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी अलाव की व्यवस्था के साथ-साथ आवारा पशुओं तथा मवेशियों के लिए मवेशियों के रैन बसेरे बनाए जाएं जिससे बरसात सहित सर्दियों के मौसम पर मवेशियों को मवेशी रैन बसेरा पर रखा जाए। पूरे फतेहपुर जनपद में कोहरे के प्रकोप ने लोगों की जिंदगी प्रभावित कर दिया है।

पुरुष और महिला मतदाताओं के बीच कम हुआ अंतर

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। निर्वाचन आयोग की पहल पर चल रहे विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान में पुरूष व महिला मतदाता के बीच अंतर कम हुआ है। करीब दो महीने तक महिला मतदाताओं को जोड़ने के लिए चले अभियान का असर रहा कि जिले में प्रति एक हजार पुरूष मतदाताओं पर महिलाओं की संख्या 921 पहुंच गई। 27 अक्तूबर 2023 से पूर्व एक हजार पुरूषों पर महिलाओं की संख्या 887 थी।

इसमें करीब 34 अंकों की वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि अब भी पुरूषों से आधी आबादी पीछे ही है।

2011 की जनगणना के मुताबिक प्रति एक हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 950 है। मतलब एक हजार पुरुषों पर 50 महिलाएं कम। मतदाताओं की संख्या की बात करें तो यह आंकड़ा और नीचे खिसक जाता है। प्रति एक हजार पुरुष मतदाताओं पर महिला मतदाताओं की संख्या 921 ही है, हालांकि अक्तूबर 2023 से करीब 34 अंक की वृद्धि हुई अन्यथा यह आंकड़ा 887 पर ही ठिठक गया था, जबकि 2021 में 827 ही रहा।

मतदाता लिंगानुपात की स्थिति जिला निर्वाचन कार्यालय की तरफ से जारी ताजा आंकड़ों में साफ हुई। निर्वाचन विभाग का मानना है कि आने वाले समय में स्थिति और बेहतर होगी।

मतदाता पुनरीक्षण अभियान में डीएम और सीडीओ की पहल का असर दिखा। इससे काफी हद तक सुधार हुआ और 34 अंकों की वृद्धि दर्ज की गई। लोकसभा चुनाव से पूर्व स्थिति और ठीक होगी। - संजय श्रीवास्तव, सहायक निर्वाचन अधिकारी

*10 हजार निरक्षर बनेंगे साक्षर, तैयारी शुरू*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। नव साक्षर भारत मिशन से प्रौढ़ निरक्षर को साक्षर बनाया जाएगा। 14 हजार निरक्षर को साक्षर बनाने का लक्ष्य शासन से तय है। इसमें चार हजार को साल 2023 में साक्षर बनाया गया, जबकि 2024 में 10 हजार को बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए अब गांव-गांव वालेंटियर रखे जाएंगे। डायट प्रशिक्षु, सेवानिवृत्त शिक्षक संग इच्छुक स्वयंसेवी संस्थाओं को शामिल किया जाएगा।

स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली और सड़क के विकास को लेकर हर साल सरकार करोड़ों रुपये खर्च करती है। किन्हीं कारणों से दो से तीन दशक पूर्व पढ़ाई न करने वालों को साक्षर बनाया जा रहा है। पूर्व में संचालित राष्ट्रीय साक्षरता मिशन योजना साल 2019 में ही बंद हो गई। कोरोना महामारी के बाद साल 2022 में नव साक्षर भारत मिशन से प्रौढ़ निरक्षर को साक्षर बनाने की मुहिम शुरू की गई। इसके लिए वालंटियर आदि रखे गए। साल 2022 में 14 हजार निरक्षर को साक्षर बनाने का लक्ष्य शासन से निर्धारित किया गया। बेसिक शिक्षा विभाग ने सर्वे कर 10 हजार 678 निरक्षर का पंजीकरण उल्लास एप पर किया।

मार्च 2023 में 1069 और सितंबर में 2755 समेत कुल चार हजार निरक्षर परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। इनको एनआईओएस नोएडा की तरफ से प्रमाणपत्र दिया गया। अब 2024 में करीब 10 हजार प्रौढ़ निरक्षर को साक्षर बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। जिला समन्वयक सामुदायिक शिक्षा मोहित मौर्य ने बताया कि नव साक्षर भारत मिशन में प्रौढ़ निरक्षर को साक्षर बनाया जाएगा। कापी-किताब सहित अन्य जरूरी स्टेशनरी की व्यवस्था होगी। उन्होंने बताया कि प्रौढ़ निरक्षर को चिन्हित किया जा रहा है। वालेंटियर के चयन के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।

*मिलावटी बेसन मामले में तीन पर मुकदमा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कोतवाली के पूरे रघुनाथ में मिलावटी बेसन और चायपत्ती के मामले में तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। कोतवाली, क्राइम ब्रांच और खाद्य विभाग की टीम ने पूरे रघुनाथ गांव से मिलावटी बेसन और चायपत्ती बरामद करते हुए चार को हिरासत में लिया था।खाद्य विभाग के साथ क्राइम ब्रांच और कोतवाली पुलिस ने पूरे रघुनाथ गांव में 72 बोरी मिलावटी बेसन, 25 बोरी चने की दाल, 25 बोरी चावल के अलावा नकली ब्रांड की बोरी और रैपर बरामद किए थे।

लगभग 12 हजार की मिलावटी चाय और नकली रैपर बरामद हुए थे। इस मामले में पुलिस मकान मालिक के पुत्र और तीन अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। इस मामले में पुलिस ने अंजही मोहाल निवासी राजेश जायसवाल, रितिक जायसवाल व कसीदही निवासी अरविंद कुमार मौर्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया।

*जिले में नहीं है स्किन रोग विशेषज्ञ, ठंड में बढ़ी परेशानी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले की लगभग 20 लाख आबादी पर एक भी स्किन रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं हो सकी है, जबकि जिले में तीन पद सृजित हैं। जिला अस्पताल में भले ही एक चिकित्सक तैनात है, लेकिन वे चार महीने से छुट्टी पर ही चल रहे हैं।

अब तक विभाग की ओर से भी इसको लेकर कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है।ठंड का असर बढ़ते ही स्किन की समस्याएं आम हो जाती हैं। स्किन पर रूखापन के अलावा दाग व धब्बे के कारण खुजली की समस्या बढ़ने लगती है। इन दिनों लोगों में स्किन की समस्याएं बढ़ी हैं।

जिला अस्पताल में हर दिन 800 से 900 की ओपीडी में 250 से 300 मरीज स्किन की समस्या से जुड़े ही पहुंचते हैं। विडंबना है कि उन्हें वहां से बैरंग लौटना पड़ता है। जिले की आबादी 20 लाख के आसपास होगी। यहां तीन बड़े चिकित्सालय और छह सीएचसी के साथ-साथ 17 पीएचसी और सैकड़ों हेल्थ वेलनेस सेंटर हैं, लेकिन इसमें से कहीं भी स्किन रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं है।

महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय, महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल और सौ शैय्या में एक-एक स्कीन रोग विशेषज्ञ की स्वीकृति है, लेकिन इनमें से किसी में भी चिकित्सक मौजूद नहीं है। ऐसे में लोग या तो निजी अस्पताल जाते हैं या फिर वाराणसी-प्रयागराज पहुंच कर इलाज कराते हैं। जिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. राजेंद्र कुमार ने बताया कि चिकित्सालय में स्कीन रोग के एक पद है, उनकी तैनाती है, लेकिन किन्ही कारणों से वे पिछले छह-सात महीने से अवकाश पर हैं। कब तक ज्वाइंन करेंगे ये भी सुनिश्चित नहीं है। एमबीएस अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय तिवारी ने बताया कि यहां एक पद सृजित है, वर्तमान में विशेषज्ञ की तैनाती नहीं है। शासन स्तर से सीधे विशेषज्ञ की तैनाती की जाती है।

अनिश्चितकालीन अवकाश पर हैं चिकित्सक

जिला अस्पताल में छह माह पूर्व स्किन रोग विशेषज्ञ डॉ. आरजू मिश्रा की तैनाती हुई, लेकिन वे ज्वाइंन करने के कुछ दिन बाद से ही पिता की बीमारी का हवाला देकर अनिश्चितकालीन अवकाश पर चले गए हैं। सीएमएम डॉ. राजेन्द्र कुमार के अनुसार अब न तो उनका फोन लगता है और न ही उनकी तरफ से कोई जवाब मिला है। जिला अस्पताल में जब आरजू मिश्रा की तैनाती हुई थी तो सुरियावां, अभोली, ऊंज, चौरी, औराई, गोपीगंज, कोनिया, सीतामढ़ी, भदोही सहित विभिन्न स्थानों से मरीज आते थे, क्योंकि जिला चिकित्सालय में इकलौते स्कीन रोग विशेषज्ञ के थे।