उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बुलावे पर मल्लिकार्जुन खरगे का जवाब, चिट्ठी लिखकर कहा- मैं आपसे अभी नहीं मिल पाऊंगा

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संसद केशीतकालीन सत्र के दौरान सदन ने 146 विपक्षी सांसद निलंबित कर दिए गए थे। इसके बाद उन्होंने सदन के बाहर रोज विरोध प्रदर्शन किया। यह सिलसिला सदन के अनिश्चितकालीन समय तक के लिए स्थगित होने तक चला। सदन गुरुवार 21 दिसंबर को स्थगित हो गई थी। इसके बाद उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आज यानी 25 दिसंबर को कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे को संसद में व्यवधान और विपक्षी सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर बातचीत के लिए अपने आवास पर आमंत्रित किया था, मगर मल्लिकार्जुन खरगे आज नहीं मिल पाए।कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सभापति के पत्र का जवाब दिया और खत लिखकर मुलाकात न करने की वजह बताई है।

उपराष्ट्रपति की ओर से तमाम मसलों पर चर्चा के लिए बुलाए जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने जवाब दिया है। मल्लिकार्जुन खरगे ने जवाबी खत में कहा कि वह आज मुलाकात नहीं कर पाएंगे, क्योंकि वह अभी दिल्ली से बाहर हैं और दिल्ली वापस आते ही वह उनसे मुलाकात करेंगे।उन्होंने कहा कि यह मेरा विशेषाधिकार होगा और वास्तव में मेरी ड्यूटी होगी कि मैं दिल्ली वापस आते ही आपके सुविधानुसार जल्द से जल्द मिलूं। खरगे ने शीतकालीन सत्र के बाद धनखड़ के सुझाव पर भी सहमति व्यक्त की है। उनका कहना है कि इसका उत्तर खुद को संविधान, संसद, संसदीय प्रथाओं और लोकतंत्र में सहज विश्वास के प्रति सच्चा रखने में निहित है, जबकि एक सत्तावादी सरकार संसद को खत्म करने पर आमादा है।

मल्लिकार्जुन खरगे ने उपराष्ट्रपति और उच्च सदन के सभापति जगदीप धनखड़ के पत्र के जवाब में लिखा और कहा कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों से सांसदों का सामूहिक निलंबन ‘सरकार द्वारा पूर्व निर्धारित और पूर्व नियोजित लगता है।मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे कहा कि सभापति सदन का संरक्षक होता है और उसे सदन की गरिमा बनाए रखने, संसदीय विशेषाधिकारों की रक्षा करने और संसद में बहस, चर्चा और उत्तर के माध्यम से अपनी सरकार को जवाबदेह रखने के लोगों के अधिकार की रक्षा करने में सबसे आगे रहना चाहिए। यह दुखद होगा, जब इतिहास बिना बहस के पारित किए गए विधेयकों और सरकार से जवाबदेही की मांग न करने के लिए पीठासीन अधिकारियों को कठोरता से आंकेगा।

इससे पहले राज्यसभा सभापति ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा था कि उन्होंने सदन के चैंबर में बातचीत के लिए प्रस्ताव दिया था, जिसे अस्वीकार किया गया. उपराष्ट्रपति का कहना था कि इससे उन्हें दुख पहुंचा है। वहीं, उन्होंने खरगे को पत्र लिखकर शीतकालीन सत्र के दौरान सांसदों के निलंबन को लेकर चर्चा करने का सुझाव दिया था। इसके लिए 25 दिसंबर की तारीख तय की गई।

बता दें कि इस बार संसद का शीतकालीन सत्र बेहद हंगामेदार रहा है। 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक देखने को मिली, जहां लोकसभा में विजिटर गैलरी से दो लोगों ने कूदकर स्मोक बम का इस्तेमाल किया। सुरक्षा में हुई लापरवाही को लेकर विपक्ष ने सरकार पर सवाल खड़े किए। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के जवाब की मांग की। विपक्ष लगातार हंगामा करता रहा, जिसके चलते सदन की कार्यवाही में व्यवधान खड़ा हुआ। राज्यसभा और लोकसभा में व्यवधान पैदा करने की वजह से विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित कर दिया गया, जिसमें लोकसभा के 100 सांसद और राज्यसभा के 46 सांसद शामिल थे।

कुमारी शैलजा को दी गई उत्तराखंड कांग्रेस की कमान, देवेन्द्र यादव की विदाई के बाद लोस चुनाव में होगी पहली परीक्षा


कांग्रेस हाईकमान ने कई राज्यों के प्रभारी बदल दिए। बदलाव के इस झोंके में उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव की भी विदाई हो गई। उनकी जगह प्रभारी की जिम्मेदारी पूर्व केंद्रीय मंत्री रहीं कुमारी शैलजा को दी गई। शैलजा वर्ष 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बतौर स्क्रीनिंग कमेटी में शामिल रहीं। उत्तराखंड कांग्रेस में प्रभारी रहते देवेंद्र यादव क्षत्रपों की जिस गुटबाजी पर लगाम लगाने में नाकाम रहे, शैलजा के सामने सबको एकजुट करना पहली चुनौती होगा।

वर्ष 2024 के आम चुनाव से पहले किए गए इस महत्वपूर्ण बदलाव के उत्तराखंड कांग्रेस के लिए खास मायने हैं। वैसे तो कहा जा रहा है कि उत्तराखंड में प्रभारी की कमान संभाल रहे देवेंद यादव को प्रमोशन देकर बड़े राज्य पंजाब भेजा गया है, लेकिन जिस तरह से उनके पूरे कार्यकाल में उत्तराखंड कांग्रेस खेमों में बंटी नजर आई और वह क्षत्रपों को साथ लाने में नाकाम रहे, उनकी विदाई को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा है।

देवेंद्र के कार्यकाल में विस चुनाव में कांग्रेस 11 से 19 सीटों पर जरूर पहुंची, लेकिन हवा का रुख कांग्रेस की ओर होने के बावजूद वह जीत के जादुई आंकड़े तक पार्टी को नहीं पहुंचा पाए। विस चुनाव की हार के बाद चंपावत और बागेश्वर उपचुनाव में भी वह कोई करिश्मा नहीं दिखा पाए। प्रभारी होने के बावजूद वह कई अहम मौकों पर उत्तराखंड से दूर ही रहे। प्रभार वाले राज्य में उनकी अनदेखी को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच अकसर सवाल उठते रहे हैं।

पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित कई बड़े नेताओं ने बतौर प्रभारी देवेंद्र यादव के कामकाज के तरीकों पर सवाल उठाए। विस चुनाव की हार के बाद खुले तौर पर उनका इस्तीफा तक मांगा गया। अब शैलजा को जिम्मेदारी दी गई है। शैलजा को गांधी परिवार का नजदीकी माना जाता है। वह एक सुलझी हुई नेता हैं और युवाओं को राजनीति में तरजीह देती हैं। उत्तराखंड कांग्रेस में गुटबाजी को तोड़कर दिग्गजों को एक मंच पर लाना उनके लिए भी चुनौती रहेगा। इसके बाद लोस चुनाव सिर पर खड़ा है। जहां उनकी पहली परीक्षा होगी।

यूपीए सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं शैलजा

कुमारी शैलजा अंबाला और सिरसा से सांसद रह चुकी हैं। यूपीए सरकार में वह सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं। वर्तमान में शैलजा एआईसीसी में राष्ट्रीय महासचिव के पद पर हैं। शैलजा कांग्रेस के बड़े नेता रहे चौधरी दलवीर सिंह की बेटी हैं। सिंह भी हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष और केंद्र में कई बार मंत्री रहे हैं। पिता की विरासत को संभालने वाली शैलजा कांग्रेस में तमाम महत्वपूर्ण पदों पर रही हैं।

उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं ने दी बधाई

कुमारी शैलजा के प्रदेश प्रभारी बनने में पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, प्रीतम सिंह, उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी, लालचंद शर्मा, सूर्यकांत धस्माना, धीरेंद्र प्रताप सहित तमाम नेताओं ने उन्हें बधाई दी है।

अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे INDIA गठबंधन के सीताराम येचुरी और डी राजा, ठुकराया ट्रस्ट का निमंत्रण !

 भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPIM) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के अयोध्या में अगले साल 22 जनवरी को होने वाले राम लला की प्राण प्रतिष्ठा या अभिषेक समारोह में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) में उनके समकक्ष डी राजा, जिन्हें भी इस महत्वपूर्ण अवसर के लिए आमंत्रित किया गया था, के भी इसमें शामिल न होने की संभावना है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने उन्हें निमंत्रण दिया था। इस शुभ कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पार्टी अध्यक्ष और लोकसभा सांसद सोनिया गांधी और निचले सदन में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को भी आमंत्रित किया गया है। बता दें कि, डी राजा और येचुरी दोनों, 28 विपक्षी दलों द्वारा भाजपा को हराने के लिए बनाए गए INDIA गठबंधन के सदस्य हैं। माना जा रहा है कि, राजा और येचुरी के इस फैसले के पीछे कारण अपने मुख्य वोटर मुस्लिम समाज को नाराज़ होने से बचाना है, क्योंकि ये समुदाय शुरू से अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करता रहा है और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी उनमे मंदिर निर्माण के प्रति नाराज़गी है। हो सकता है कि, इसी कारण INDIA गठबंधन के अन्य दल, जैसे कांग्रेस के बड़े नेता, गांधी परिवार, इस शुभ आयोजन से दूरी बना लें, क्योंकि वे भी अपने मुख्य वोटर को नाराज़ नहीं करना चाहेंगे। वैसे भी कांग्रेस शुरू से राम मंदिर का विरोध करती रही है, पार्टी ने तो अपनी सरकार के समय सुप्रीम कोर्ट में बाकायदा हलफनामा देकर श्री राम को काल्पनिक करार दे दिया था। कांग्रेस के पूर्व सीएम नरसिम्हा राव ने विवादित जगह पर वापस मस्जिद बनवाने का वादा किया था, ऐसे में माना जा रहा है कि, कांग्रेस के बड़े नेता भी अयोध्या से दूर ही रहना चाहेंगे। 

वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा को भी निमंत्रण भेजा गया है। पूर्व प्रधान मंत्री के स्टाफ ने उनकी नाजुक स्वास्थ्य स्थिति के कारण डॉ मनमोहन सिंह से मुलाकात के निपेंद्र मिश्रा के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया। इस ऐतिहासिक समारोह में पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, रामनाथ कोविंद और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती को भी निमंत्रण दिया गया है। प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या में व्यापक तैयारियां की जा रही हैं, जिसमें 8,000 लोगों के आने की उम्मीद है। कार्यक्रम में वक्ताओं में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) सरसंघचालक मोहन भागवत शामिल हैं।

एलएंडटी समूह के एसएन सुब्रमण्यन और टाटा समूह के नटराजन चंद्रशेखरन सहित मंदिर के निर्माण से जुड़े बड़ी संख्या में लोगों को भी ट्रस्ट द्वारा आमंत्रित किया गया है। वीवीआईपी मेहमानों के लिए व्यापक तैयारियों के बावजूद, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय तीर्थयात्रियों को भीड़भाड़ से बचने के लिए 22 जनवरी को अयोध्या के बजाय निकटतम मंदिर में प्रार्थना करने की सलाह दे रहे हैं। उपस्थित लोगों में काशी विश्वनाथ और वैष्णो देवी जैसे महत्वपूर्ण मंदिरों के आध्यात्मिक नेता, योग गुरु बाबा रामदेव, तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे क्रिकेटरों के साथ-साथ संवैधानिक और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हैं। आमंत्रित किए गए लोगों में रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित, दीपिका चिखलिया और अरुण गोविल जैसे अभिनेता, मधुर भंडारकर जैसे फिल्म निर्देशक और मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी जैसे व्यवसायी, प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के निदेशक नीलेश देसाई शामिल हैं। विश्व हिंदू परिषद ने इस आयोजन के लिए लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से भी संपर्क किया।

टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय महिला टीम की शानदार जीत, हरमनप्रीत कौर एंड कंपनी ने रचा इतिहास


भारतीय महिला टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में शानदार जीत हासिल की है। भारत ने इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट जीत हासिल की।

ऑस्ट्रेलिया को भारत ने दी हार

ऑस्ट्रेलिया को भारत ने 8 विकेट से धूल चटाई है। ऐसे में टीम की इस शानदार जीत पर सभी ने कप्तान समेत टीम को बधाई दी है। देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय महिला टीम की इस जीत पर खुशी जाहिर करते हुए बधाई दी और गर्व जताया है।

गृह मंत्री ने कहा कि हमारी टीम पर हमें गर्व है। हमारी टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट में जीत करने पर बधाई। आपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की नारी शक्ति का शानदार उदाहरण पेश करते हुए इतिहास रचा है। आपको मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। जीत हमेशा आपकी हो।

मैच का हाल

भारतीय गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए यह जीत अपने नाम की। पहली पारी में भारत की पूरी टीम 406 रन पर पवेलियन लौट गई। इस बीच भारत ने चौथे दिन ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम को 261 रन पर पवेलियन भेजा।

भारत ने रचा इतिहास

भारत को दूसरी पारी में जीत के लिए केवल 76 रन की जरूरत थी। बारत की ओर से स्मृति मंधाना और ऋचा घोष ने 51 रन की मैच विनिंग साझेदारी करते हुए जीत भारत के नाम की। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार टेस्ट सीरीज में अपनी धरती पर जीत हासिल की।

दिल्ली समेत उत्तर भारत में सर्दी ने पकड़ी रफ्तार, 12 राज्यों में छाया घना कोहरा

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जम्मू-कश्मीर से लेकर हिमाचल प्रदेश और पंजाब, हरियाणा से लेकर राजस्थान व बिहार तक पूरा उत्तर पश्चिम भारत घने कोहरे और भीषण शीतलहर की चपेट में है। पहाड़ी राज्यों के ऊंचाई वाले इलाकों में बीते कुछ दिनों से हो रही बर्फबारी से मैदानी इलाकों में गलन भी बढ़ गई है।इस बीच मौसम विभाग ने अगले पूरे हफ्ते के लिए चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने आज दिन में आसमान साफ रहने का अनुमान जताया था, वहीं सुबह हल्का कोहरा रहा। इसी तरह 25 से 28 दिसंबर तक घने कोहरे का पूर्वानुमान जताया है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 29 दिसंबर से 30 दिसंबर तक हल्का कोहरा छाया रहेगा और न्यूनतम तापमान में भी कुछ गिरावट आने की संभावना है।

मौसम विभाग ने एक्स हैंडल पर बताया कि सोमवार सुबह साढ़े पांच बजे पंजाब, दिल्ली, पश्चिमी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बहुत घना कोहरा छाया रहा। पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में मध्यम से घना कोहरा और चंडीगढ़, पश्चिमी यूपी, पूर्वी एमपी, बिहार, ओडिशा, विदर्भ के अलग-अलग हिस्सों में हल्का कोहरा देखा जा रहा है।मौसम विभाग की तरफ से एक्स हैंडल पर दी गई जानकारी के अनुसार, आज सुबह 5.30 बजे दिल्ली आईजीआई हवाईअड्डे पर शून्य विजिबिलिटी दर्ज की गई। इसके अलावा दिल्ली के कई इलाकों में घना कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग ने बताया कि पंजाब के अमृतसर और पटियाला में विजिबिलिटी-0, चंडीगढ़-500, दिल्ली (पालम)-0, दिल्ली (सफदरजंग)-200, राजस्थान के गंगानगर-0, बीकानेर-200, चूरू और जैसलमेर-500,अजमेर-200, यूपी के झांसी-500 मीटर दर्ज की गई।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में बीते दो दिन से सुबह के समय घने कोहरे का प्रकोप देखा जा रहा है। इसके चलते एक दिन पहले दिल्ली में कई उड़ानें भी प्रभावित हुई थीं। दृश्यता कम होने से लोगों को मुश्किल हुई। रविवार को पंजाब के अमृतसर व राजस्थान के चुरू में कोहरे से सुबह को दृश्यता लगभग न के बराबर रही।

मौसम विभाग ने बताया कि पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमान 6-9° C के बीच है। इसके अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे है। हरियाणा और पंजाब समेत अन्य राज्यों में कड़ाके की सर्दी से अभी राहत मिलने वाली नहीं है।

अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती आज, 'सदैव अटल' पहुंचे राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति, पीएम मोदी ने भी दी श्रद्धांजलि

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आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पीएम नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करने सदैव अटल स्मारक पहुंचे। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष् जेपी नड्डा भी मौजूद थे। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, अश्विनी वैष्णव, अनुराग ठाकुर और अन्य नेताओं ने भी पूर्व प्रधानमंत्री को पुष्पांजलि अर्पित की।

बता दें कि अटल बिहारी वायपेयी की आज 99 वीं जयंती है। बीजेपी के देश भर के मुख्यालयों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम और सभा का आयोजन होने वाला है। इस बीच पीएम मोदी के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई वरिष्ठ नेता भी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। इसके लिए पहले ही सदैव अटल स्मारक को सजाया गया और सुरक्षा की भी चाक चौबंद व्यवस्था की गई।

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर देश के सभी परिवारजनों की ओर से मेरा कोटि-कोटि नमन। वे जीवनपर्यंत राष्ट्र निर्माण को गति देने में जुटे रहे। मां भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव अमृतकाल में भी प्रेरणास्रोत बना रहेगा।

क्रिसमस के दिन इजरायल का गाजा के शरणार्थी शिविर पर हवाई हमला, 70 लोगों की मौत*

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इजराइल और हमास के बीच जंग थमने के बजाय बढ़ती ही जा रही है।इस बीच इजरायल ने क्रिसमस के दिन गाजा पर बड़ा एयरस्ट्राइक किया है। इजरायल ने क्रिसमिस की पूर्व संध्या से लेकर सोमवार की सुबह तक गाजा पर बम बरसाए हैं। इस हमले में करीब 70 लोगों की मौत की खबर है।रविवार को हमास द्वारा संचालित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि एक शरणार्थी शिविर में कई घरों पर हुए इजरायली हवाई हमले में कम से कम 70 लोग मारे गए हैं। मंत्रालय ने कहा कि इजरायली हमले में फिलिस्तीनी क्षेत्र के केंद्र में अल-मगाजी शिविर में घरों को नष्ट कर दिया।

यह हमला अल-मगाज़ी शरणार्थी शिविर पर किया गया है। वहीं इस पूरी घटनाक्रम पर इजरायल की सेना ने भी बयान जारी किया है। इजरायल की सेना ने कहा है कि वो इस घटना की समीक्षा कर रहे हैं। सेना का कहना है कि वो हमास को निशाना बनाना चाहते हैं न कि आम नागरिकों को

24 घंटों में 166 फिलिस्तीनी मारे गए

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में 166 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिससे कुल फिलिस्तीनी मरने वालों की संख्या 20,424 हो गई है। हज़ारों लोग घायल हुए हैं, माना जाता है कि कई शव मलबे में दबे हुए हैं। गाजा के 23 लाख लोगों में से लगभग सभी विस्थापित हो चुके हैं। 

15 इजराइली सैनिकों की मौत

इजराइली सेना ने कहा कि पिछले दिनों नौ सैनिक मारे गए थे, जिससे यह संख्या बढ़कर 15 हो गई है। बता दें कि 7 अक्टूबर को इजराइल में हमास के हमले के जवाब में अपनी जमीनी घुसपैठ शुरू की थी। हमास के हमले में आतंकवादियों ने 1,200 लोगों को मार डाला था और 240 बंधकों को ले लिया था।

लड़ना जारी रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं- नेतन्याहू

दोनों तरफ से जारी युद्ध के बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को एक कैबिनेट बैठक में कहा कि युद्ध में हमें बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। हालांकि हमारे पास लड़ना जारी रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास ने सबसे पहले इजरायल पर हमला किया था। इसके बाद इजरायल ने हमाल के खिलाफ जंग छेड़ दी।

अरबाज खान की शादी के जश्न में शामिल होने पहुंचे बेटे अरहान, करीबी दोस्त भी आए नजर

डेस्क: अरबाज खान की दमदार एक्टिंग की पूरी दुनिया दीवानी है। वहीं अरबाज खान आज शादी करने वाले हैं। सोशल मीडिया पर सलमान खान के भाई अरबाज खान की एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्हें अपनी बहन अर्पिता खान के घर के बाहर स्पॉट किया गया। खान परिवार में आज यानी 24 दिसबंर को शहनाइंया बजने वाली हैं। अरबाज खान-शौरा खान की शादी में शामिल होने उनके परिवार वाले और करीबी दोस्त पहुंच रहे हैं। अरबाज खान के बेटे अरहान खान और सोहेल खान के बेटे निरवान भी अरबाज खान-शौरा खान की शादी अटेंड करने पहुंचे।

अरबाज खान का शादी से पहले सामने आया वीडियो

आज 24 दिसंबर को कुछ देर पहले अरबाज खान को उनकी बहन अर्पिता खान के घर के बाहर स्पॉट किया गया। अरबाज खान को ब्लू डेनिम और वाइट जूते के साथ ब्लैक टी-शर्ट पहने देखा गया। पलक झपकते ही अरबाज खान अरनी कार से जल्दी बाहर आते हैं और अर्पिता के घर में एंट्री करते हैं। 

अरबाज खान की शादी में अरहान और निरवान भी पहुंचे

अरबाज खान के बेटे अरहान खान और सोहेल खान के बेटे निरवान अरबाज खान-शौरा खान की शादी के लिए पहुंच चुके हैं। सोशल मीडिया पर दोनों की वीडियो भी वायरल हो रही है, जिसमें वह अर्पिता खान के घर में एंट्री करते नजर आ रहे हैं। 

अरबाज खान की शादी में पहुंचे सलीम खान

अरबाज खान-शौरा खान की शादी में उनके माता-पिता भी शामिल होने पहुंचे। सोशल मीडिया पर जो वीडियो सामने आया है उसमें सलीम खान अर्पिता खान के घर में एंट्री करते नजर आ रहे हैं। 

अरबाज खान की शादी में रिद्धिमा पंडित

अरबाज खान-शौरा खान की शादी में रिद्धिमा पंडित भी पहुंचीं। एक्ट्रेस रिद्धिमा ने येलो कलर का ट्रेडिशनल ड्रेस पहने नजर आई। वहीं पैपराजी के सामने पोज भी दिए। एक्ट्रेस ने सिंपल मेकअप, झुमके और खुले बालों से अपने लुक को पूरा किया। 

अरबाज खान के बारे में

अरबाज ने 1996 में फिल्म 'दरार' से अपने करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म में उन्होंने विलेन का रोल प्ले किया और उन्हें इस रोल के लिए फिल्मफेयर भी मिला था। अरबाज 'प्यार किया तो डरना क्या', 'हलचल', 'भागम भाग', 'जाने तू या जाने ना' जैसी कई फिल्मों का हिस्सा बने। 2012 में 'दबंग 2' से अरबाज ने निर्देशन क्षेत्र में कदम रखा, वहीं वह 'दबंग' की बाकी किस्तों के निर्माता रहे। अरबाज खान वेब सीरीज 'तनाव' में भी नजर आ चुके हैं।

मुंबई में बड़ी वारदात, चुनाभट्टी इलाके में 21 राउंड फायरिंग, एक की मौत, 4 घायल


डेस्क: महाराष्ट्र के मुंबई में एक बड़ी वारदात हुई है। यहां के चुनाभट्टी इलाके में 21 राउंड फायरिंग हुई है। इस फायरिंग में एक शख्स की मौत की खबर है। वहीं कई लोग घायल हुए हैं। मौके पर मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम मौजूद है।

क्या है पूरा मामला?

मुंबई के चुनाभट्टी इलाके में कुल 21 राउंड फायर हुए। इसमें कुल 5 लोग जख्मी हुए और 1 की हालत गंभीर थी। बाद में खबर सामने आई कि एक शख्स की मौत हो गई है।

मृत व्यक्ति की पहचान 46 साल के सुमित येरुंकर के रूप में हुई। उनके 2 गोलियां लगी थी, जिसमें एक पेट में और दूसरी बाएं कंधे में लगी थी। हमला करने वालों की संख्या 2 बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक, वारदात के पीछे पुरानी रंजिश हो सकती है।

कुश्ती संघ निलंबित होने के बाद बोलीं साक्षी मलिक, 'हमने लड़ाई लड़ी, अब कुछ अच्छा हुआ'

डेस्क: खेल मंत्रालय के द्वारा भारतीय कुश्ती संघ और उसके नवनिर्वाचित पैनल को सस्पेंड करने के बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि हमने बहन-बेटियों के लिए लड़ाई लड़ी। अब कुछ अच्छा फैसला हुआ है। उन्होंने कहा कि कुश्ती संघ का अध्यक्ष कोई महिला को बनना चाहिए। बता दें कि संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद साक्षी ने कुश्ती से संन्यास लेने का एलान कर दिया था। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में रोते हुए अपने जूते टेबल पर रखकर संन्यास की घोषणा की थी। इसके साथ ही बजरंग पुनिया ने पद्मश्री सम्मान वापस लौटा दिया था।  

मंत्रालय ने कुश्ती संघ के आगामी सभी कार्यकर्मों को भी रद्द किया

गौरतलब है कि खेल मंत्रालय ने WFI की नई बॉडी को सस्पेंड कर दिया है। जिसके बाद भारतीय कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष संजय सिंह और उनकी पूरी टीम सस्पेंड कर दी गई है। इसके साथ ही खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ के आगामी सभी कार्यकर्मों को भी रद्द कर दिया है। खेल मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा है कि नए संघ ने नियमों के खिलाफ जाकर आगामी टूर्नामेंट और कार्यक्रमों का ऐलान किया था। जिसमें अंडर-15 और अंडर-20 के नेशनल नंदिनी नगर गोंडा में कराए जाने का फैसला लिया गया था। साक्षी मलिक समेत कई महिला पहलवानों ने इस पर सवाल खड़े किए थे। खेल मंत्रालय ने आदेश में कहा है कि कुश्ती संघ में अब अगले आदेशों कोई भी फैसला नहीं ले सकेगा।

साक्षी मलिक ने उठाए थे सवाल

कुश्ती संघ के कार्यक्रमों के एलान के बाद साक्षी मलिक ने ट्वीट करते हुए कहा था, "मैंने कुश्ती छोड़ दी है पर कल रात से परेशान हूं। वे जूनियर महिला पहलवान क्या करें जो मुझे फ़ोन करके बता रही हैं कि दीदी इस 28 तारीख़ से जूनियर नेशनल होने हैं और वो नई कुश्ती फेडरेशन ने नन्दनी नगर गोंडा में करवाने का फ़ैसला लिया है। गोंडा बृजभूषण का इलाक़ा है। अब आप सोचिए कि जूनियर महिला पहलवान किस माहौल में कुश्ती लड़ने वहां जाएंगी। क्या इस देश में नंदनी नगर के अलावा कहीं पर भी नेशनल करवाने की जगह नहीं है? समझ नहीं आ रहा कि क्या करूं?