अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती आज, 'सदैव अटल' पहुंचे राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति, पीएम मोदी ने भी दी श्रद्धांजलि

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आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पीएम नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करने सदैव अटल स्मारक पहुंचे। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष् जेपी नड्डा भी मौजूद थे। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, अश्विनी वैष्णव, अनुराग ठाकुर और अन्य नेताओं ने भी पूर्व प्रधानमंत्री को पुष्पांजलि अर्पित की।

बता दें कि अटल बिहारी वायपेयी की आज 99 वीं जयंती है। बीजेपी के देश भर के मुख्यालयों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम और सभा का आयोजन होने वाला है। इस बीच पीएम मोदी के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई वरिष्ठ नेता भी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। इसके लिए पहले ही सदैव अटल स्मारक को सजाया गया और सुरक्षा की भी चाक चौबंद व्यवस्था की गई।

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर देश के सभी परिवारजनों की ओर से मेरा कोटि-कोटि नमन। वे जीवनपर्यंत राष्ट्र निर्माण को गति देने में जुटे रहे। मां भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव अमृतकाल में भी प्रेरणास्रोत बना रहेगा।

क्रिसमस के दिन इजरायल का गाजा के शरणार्थी शिविर पर हवाई हमला, 70 लोगों की मौत*

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इजराइल और हमास के बीच जंग थमने के बजाय बढ़ती ही जा रही है।इस बीच इजरायल ने क्रिसमस के दिन गाजा पर बड़ा एयरस्ट्राइक किया है। इजरायल ने क्रिसमिस की पूर्व संध्या से लेकर सोमवार की सुबह तक गाजा पर बम बरसाए हैं। इस हमले में करीब 70 लोगों की मौत की खबर है।रविवार को हमास द्वारा संचालित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि एक शरणार्थी शिविर में कई घरों पर हुए इजरायली हवाई हमले में कम से कम 70 लोग मारे गए हैं। मंत्रालय ने कहा कि इजरायली हमले में फिलिस्तीनी क्षेत्र के केंद्र में अल-मगाजी शिविर में घरों को नष्ट कर दिया।

यह हमला अल-मगाज़ी शरणार्थी शिविर पर किया गया है। वहीं इस पूरी घटनाक्रम पर इजरायल की सेना ने भी बयान जारी किया है। इजरायल की सेना ने कहा है कि वो इस घटना की समीक्षा कर रहे हैं। सेना का कहना है कि वो हमास को निशाना बनाना चाहते हैं न कि आम नागरिकों को

24 घंटों में 166 फिलिस्तीनी मारे गए

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में 166 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिससे कुल फिलिस्तीनी मरने वालों की संख्या 20,424 हो गई है। हज़ारों लोग घायल हुए हैं, माना जाता है कि कई शव मलबे में दबे हुए हैं। गाजा के 23 लाख लोगों में से लगभग सभी विस्थापित हो चुके हैं। 

15 इजराइली सैनिकों की मौत

इजराइली सेना ने कहा कि पिछले दिनों नौ सैनिक मारे गए थे, जिससे यह संख्या बढ़कर 15 हो गई है। बता दें कि 7 अक्टूबर को इजराइल में हमास के हमले के जवाब में अपनी जमीनी घुसपैठ शुरू की थी। हमास के हमले में आतंकवादियों ने 1,200 लोगों को मार डाला था और 240 बंधकों को ले लिया था।

लड़ना जारी रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं- नेतन्याहू

दोनों तरफ से जारी युद्ध के बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को एक कैबिनेट बैठक में कहा कि युद्ध में हमें बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। हालांकि हमारे पास लड़ना जारी रखने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास ने सबसे पहले इजरायल पर हमला किया था। इसके बाद इजरायल ने हमाल के खिलाफ जंग छेड़ दी।

अरबाज खान की शादी के जश्न में शामिल होने पहुंचे बेटे अरहान, करीबी दोस्त भी आए नजर

डेस्क: अरबाज खान की दमदार एक्टिंग की पूरी दुनिया दीवानी है। वहीं अरबाज खान आज शादी करने वाले हैं। सोशल मीडिया पर सलमान खान के भाई अरबाज खान की एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्हें अपनी बहन अर्पिता खान के घर के बाहर स्पॉट किया गया। खान परिवार में आज यानी 24 दिसबंर को शहनाइंया बजने वाली हैं। अरबाज खान-शौरा खान की शादी में शामिल होने उनके परिवार वाले और करीबी दोस्त पहुंच रहे हैं। अरबाज खान के बेटे अरहान खान और सोहेल खान के बेटे निरवान भी अरबाज खान-शौरा खान की शादी अटेंड करने पहुंचे।

अरबाज खान का शादी से पहले सामने आया वीडियो

आज 24 दिसंबर को कुछ देर पहले अरबाज खान को उनकी बहन अर्पिता खान के घर के बाहर स्पॉट किया गया। अरबाज खान को ब्लू डेनिम और वाइट जूते के साथ ब्लैक टी-शर्ट पहने देखा गया। पलक झपकते ही अरबाज खान अरनी कार से जल्दी बाहर आते हैं और अर्पिता के घर में एंट्री करते हैं। 

अरबाज खान की शादी में अरहान और निरवान भी पहुंचे

अरबाज खान के बेटे अरहान खान और सोहेल खान के बेटे निरवान अरबाज खान-शौरा खान की शादी के लिए पहुंच चुके हैं। सोशल मीडिया पर दोनों की वीडियो भी वायरल हो रही है, जिसमें वह अर्पिता खान के घर में एंट्री करते नजर आ रहे हैं। 

अरबाज खान की शादी में पहुंचे सलीम खान

अरबाज खान-शौरा खान की शादी में उनके माता-पिता भी शामिल होने पहुंचे। सोशल मीडिया पर जो वीडियो सामने आया है उसमें सलीम खान अर्पिता खान के घर में एंट्री करते नजर आ रहे हैं। 

अरबाज खान की शादी में रिद्धिमा पंडित

अरबाज खान-शौरा खान की शादी में रिद्धिमा पंडित भी पहुंचीं। एक्ट्रेस रिद्धिमा ने येलो कलर का ट्रेडिशनल ड्रेस पहने नजर आई। वहीं पैपराजी के सामने पोज भी दिए। एक्ट्रेस ने सिंपल मेकअप, झुमके और खुले बालों से अपने लुक को पूरा किया। 

अरबाज खान के बारे में

अरबाज ने 1996 में फिल्म 'दरार' से अपने करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म में उन्होंने विलेन का रोल प्ले किया और उन्हें इस रोल के लिए फिल्मफेयर भी मिला था। अरबाज 'प्यार किया तो डरना क्या', 'हलचल', 'भागम भाग', 'जाने तू या जाने ना' जैसी कई फिल्मों का हिस्सा बने। 2012 में 'दबंग 2' से अरबाज ने निर्देशन क्षेत्र में कदम रखा, वहीं वह 'दबंग' की बाकी किस्तों के निर्माता रहे। अरबाज खान वेब सीरीज 'तनाव' में भी नजर आ चुके हैं।

मुंबई में बड़ी वारदात, चुनाभट्टी इलाके में 21 राउंड फायरिंग, एक की मौत, 4 घायल


डेस्क: महाराष्ट्र के मुंबई में एक बड़ी वारदात हुई है। यहां के चुनाभट्टी इलाके में 21 राउंड फायरिंग हुई है। इस फायरिंग में एक शख्स की मौत की खबर है। वहीं कई लोग घायल हुए हैं। मौके पर मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम मौजूद है।

क्या है पूरा मामला?

मुंबई के चुनाभट्टी इलाके में कुल 21 राउंड फायर हुए। इसमें कुल 5 लोग जख्मी हुए और 1 की हालत गंभीर थी। बाद में खबर सामने आई कि एक शख्स की मौत हो गई है।

मृत व्यक्ति की पहचान 46 साल के सुमित येरुंकर के रूप में हुई। उनके 2 गोलियां लगी थी, जिसमें एक पेट में और दूसरी बाएं कंधे में लगी थी। हमला करने वालों की संख्या 2 बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक, वारदात के पीछे पुरानी रंजिश हो सकती है।

कुश्ती संघ निलंबित होने के बाद बोलीं साक्षी मलिक, 'हमने लड़ाई लड़ी, अब कुछ अच्छा हुआ'

डेस्क: खेल मंत्रालय के द्वारा भारतीय कुश्ती संघ और उसके नवनिर्वाचित पैनल को सस्पेंड करने के बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि हमने बहन-बेटियों के लिए लड़ाई लड़ी। अब कुछ अच्छा फैसला हुआ है। उन्होंने कहा कि कुश्ती संघ का अध्यक्ष कोई महिला को बनना चाहिए। बता दें कि संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद साक्षी ने कुश्ती से संन्यास लेने का एलान कर दिया था। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में रोते हुए अपने जूते टेबल पर रखकर संन्यास की घोषणा की थी। इसके साथ ही बजरंग पुनिया ने पद्मश्री सम्मान वापस लौटा दिया था।  

मंत्रालय ने कुश्ती संघ के आगामी सभी कार्यकर्मों को भी रद्द किया

गौरतलब है कि खेल मंत्रालय ने WFI की नई बॉडी को सस्पेंड कर दिया है। जिसके बाद भारतीय कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष संजय सिंह और उनकी पूरी टीम सस्पेंड कर दी गई है। इसके साथ ही खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ के आगामी सभी कार्यकर्मों को भी रद्द कर दिया है। खेल मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा है कि नए संघ ने नियमों के खिलाफ जाकर आगामी टूर्नामेंट और कार्यक्रमों का ऐलान किया था। जिसमें अंडर-15 और अंडर-20 के नेशनल नंदिनी नगर गोंडा में कराए जाने का फैसला लिया गया था। साक्षी मलिक समेत कई महिला पहलवानों ने इस पर सवाल खड़े किए थे। खेल मंत्रालय ने आदेश में कहा है कि कुश्ती संघ में अब अगले आदेशों कोई भी फैसला नहीं ले सकेगा।

साक्षी मलिक ने उठाए थे सवाल

कुश्ती संघ के कार्यक्रमों के एलान के बाद साक्षी मलिक ने ट्वीट करते हुए कहा था, "मैंने कुश्ती छोड़ दी है पर कल रात से परेशान हूं। वे जूनियर महिला पहलवान क्या करें जो मुझे फ़ोन करके बता रही हैं कि दीदी इस 28 तारीख़ से जूनियर नेशनल होने हैं और वो नई कुश्ती फेडरेशन ने नन्दनी नगर गोंडा में करवाने का फ़ैसला लिया है। गोंडा बृजभूषण का इलाक़ा है। अब आप सोचिए कि जूनियर महिला पहलवान किस माहौल में कुश्ती लड़ने वहां जाएंगी। क्या इस देश में नंदनी नगर के अलावा कहीं पर भी नेशनल करवाने की जगह नहीं है? समझ नहीं आ रहा कि क्या करूं?

जम्मू कश्मीर के बारामूला में आतंकी हमला, अजान पढ़ रहे पूर्व SSP की गोली मारकर हत्या

डेस्क: जम्मू कश्मीर के बारामूला इलाके में आतंकी हमले की खबर है। जानकारी के मुताबिक आतंकियों ने रिटायर्ड एसएसपी की गोली मारकर हत्या कर दी है। आतंकवादियों ने गैंटमुल्ला, शीरी बारामूला में पूर्व पुलिस अधिकारी मोहम्मद शफी मीर की तब गोली मारकर हत्या कर दी जब वे मस्जिद में नमाज पढ़ रहे थे। हमले के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को चारों तरफे से घेर लिया है। कहा जा रहा है कि मस्जिद पर हमला कर पुलिस ऑफिसर को गोली मारने के बाद आतंकी मौके से फरार हो गए हैं। पिछले कुछ दिनों में आतंकियों की कायरना हरकतें बढ़ती ही जा रही है। आतंकियों की धर-पकड़ के लिए सर्च ऑपरेशन भी जारी है। 

कश्मीर जोन पुलिस ने ट्वीट कर बताया है कि आतंकियों ने गांटमुला, शीरी बारामूला के रहने वाले पूर्व एसएसपी मोहम्मद शफी के ऊपर हमला किया है। ये हमला उस वक्त हुआ, जब वह मस्जिद में अजान दे रहे थे। गोली लगने की वजह से उनकी जान चली गई। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया है कि पूरे इलाके को घेर लिया गया है। लोगों से इस इलाके से दूर रहने को कहा गया है और मामले की जांच की जा रही है।

बढ़ते जा रहे हैं आतंकी हमले

बता दें कि पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गुरुवार को पुंछ जिले में सेना के जवानों को एक घेराबंदी और तलाशी अभियान स्थल पर ले जा रहे वाहनों पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया था। आतंकियों के इस हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे, जबकि तीन जवान घायल हो गए हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, आतंकियों ने कुछ सैनिकों के हथियारों को भी लूट लिया था।

पूछताछ के लिए लाए गए तीन लोगों की संदिग्ध मौत

वहीं, पुंछ में हुए आतंकी हमले को लेकर पूछताछ के लिए लाए गए तीन लोगों की संदिग्ध मौत पर बवाल खड़ा हो गया है। कहा जा रहा है कि सेना ने पूछताछ के लिए जिन तीन लोगों को बुलाया था, उनकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी।सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी सामने आए, जिनमें संदिग्धों को प्रताड़ित करते हुए दिखाया गया है। वीडियो सामने आने के बाद एक तरफ जहां लोगों में काफी नाराजगी है, वहीं इस मामले पर सेना और नागरिक प्रशासन के अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है। एहतियात के तौर पर पुंछ और राजौरी जिलों में मोबाइल और इंटरनेट सर्विस को बंद कर दिया गया है और शांति बनाए रखने के लिए जिलों के संवेदनशील इलाकों में अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी की गई है।

अब महाकाल की नगरी उज्जैन से तय होगा दुनिया का समय, एमपी के सीएम मोहन यादव ने कही ये बड़ी बात

मध्य प्रदेश से एक बड़ी खबर सामने आ रही है यहाँ उज्जैन से पूरी दुनिया का समय तय होने वाला है? प्रदेश के नए सीएम मोहन यादव ने विधानसभा में इसे लेकर अपनी योजना बताई है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि उनकी सरकार ग्रीनविच से प्राइम मेरिडियन को उज्जैन शिफ्ट करने के लिए काम करेगी। दरअसल, प्राइम मेरिडियन एक काल्पनिक रेखा है जिसका इस्तेमाल वक़्त के लिए वैश्विक संदर्भ के रूप में किया जाता है।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, 'उनकी सरकार यह साबित करेगी कि उज्जैन एक वैश्विक प्राइम मेरिडियन है।' उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार दुनिया के वक़्त को सही करेगी। मुख्यमंत्री मोहन ने कहा, 'यह हमारा (उज्जैन का) समय था जो दुनिया में जाना जाता था... मगर पेरिस ने वक़्त तय करना आरम्भ कर दिया तथा बाद में इसे अंग्रेजों ने अपनाया। अंग्रेज ग्रीनविच को प्राइम मेरिडियन मानते हैं।' मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक प्राचीन हिंदू खगोलीय मान्यता का संदर्भ दिया जिसमें उज्जैन को भारत का प्राइम मेरिडियन माना जाता था। उज्जैन ही पूरे देश के टाइम जोन को निर्धारित करता था। ऐसी मान्यता है कि उज्जैन शहर जीरो मेरिडियन और कर्क रेखा के साथ संपर्क वाले बिंदु पर स्थित है। इस शहर में भारत की सबसे पुरानी वेधशाला भी बनी थी जिसे 18वीं शताब्दी के आरम्भ में जयपुर के सवाई जय सिंह द्वितीय ने बनवाया था।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, 'दुनिया में दो तरह के प्राणी हैं- एक जो दिन में जागते हैं तथा दूसरे जो रात में जागते हैं... फिर आधी रात को दिन बदल देने के पीछे क्या तर्क हुआ?' मुख्यमंत्री मोहन ने कहा, 'हम दुनिया का समय ठीक करने के लिए उज्जैन की वेधशाला में शोध करेंगे। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) एवं भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के शोधकर्ता शोध करेंगे और एक मंच विकसित करेंगे जिससे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जा सकें।' मुख्यमंत्री मोहन ने दावा किया कि इसे लेकर भारत के पड़ोसी मुल्क भी सपोर्ट करेंगे।

दरअसल, वर्ष 1884 के सम्मेलन में ग्रीनविच से गुजरने वाले देशांतर रेखा को शून्य मेरिडियन या प्राइम मेरिडियन के रूप में स्वीकार किया गया था। भारत का वक़्त ग्रीनविच मेरिडियन समय (GMT) से 5.30 घंटे आगे है। यानी इसी जगह से पूरी दुनिया का वक़्त निर्धारित किया जाता है। ऐसे में सीएम मोहन यादव ने कहा है कि उनकी सरकार अब ग्रीनविच से प्राइम मेरिडियन को उज्जैन शहर में शिफ्ट करेगी। बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी बिना किसी मुख्यमंत्री फेस के चुनावी मैदान में उतरी और शानदार जीत दर्ज की। भारतीय जनता पार्टी ने मोहन यादव को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाया। मुख्यमंत्री मोहन एक पढ़े-लिखे नेता हैं, उन्होंने पीएचडी की है।

मैं फ्लाइट में था, मुझे अभी तक कोई पत्र नहीं मिला है", सस्पेंशन पर जानें और क्या बोले संजय सिंह


डेस्क: खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ पर कड़ा एक्शन लेते हुए उसकी मान्यता ही रद्द कर दी है, साथ ही बृजभूषण शरण सिंह के खास कहे जा रहे नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह को भी निलंबित कर दिया है। इसके बाद खबरें मिल रही हैं कि संजय सिंह इसके खिलाफ कोर्ट भी जा सकता है। 

खेल मंत्रालय के WFI पर एक्शन के बाद संजय सिंह की भी पहली प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें संजय सिंह ने कहा कि "मैं फ्लाइट में था। मुझे अभी तक कोई पत्र नहीं मिला है।" पहले मुझे पत्र देखने दीजिए, उसके बाद ही मैं टिप्पणी करूंगा। मैंने सुना है कि कुछ गतिविधि रोक दी गई है।'' 

इस बीच खबर ये भी आ रही है कि कुश्ती संघ को चलाने के लिए जो एडहॉक कमेटी बनाई गई थी, वो अपना काम करती रहेगी। संजय सिंह ने चुनाव जीतने के तुरंत बाद इस कमेटी को सस्पेंड कर दिया था, लेकिन अब खेल मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इसी कमेटी के संरक्षण में कुश्ती संघ काम करेगा।

 पीटीआई की खबरों के हवाले से खेल मंत्रालय ने कहा है कि हमने डब्ल्यूएफआई को समाप्त नहीं किया है, उन्हें खेल निकाय के रूप में कार्य करते समय उचित प्रक्रिया और नियमों का पालन करने की आवश्यकता है।

बृजभूषण शरण सिंह के 'दबदबे' पर सरकार का हंटर, नए कुश्ती संघ की मान्यता रद्द, संजय सिंह को किया सस्पेंड

डेस्क: नए पहलवानों और बृजभूषण शरण सिंह को लेकर चल रहे विवाद के बीच भारत सरकार के खेल मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने WFI की नई बॉडी को सस्पेंड कर दिया है। जिसके बाद भारतीय कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष संजय सिंह और उनकी पूरी टीम सस्पेंड कर दी गई है। खेल मंत्रालय ने यह बड़ा फैसला ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक के संन्यास लेने और बजरंग पुनिया का पद्मश्री वापस सम्मान वापस लेने के बाद उठाया है।

मंत्रालय ने कुश्ती संघ के आगामी सभी कार्यकर्मों को भी रद्द किया

इसके साथ ही खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ के आगामी सभी कार्यकर्मों को भी रद्द कर दिया है। खेल मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा है कि नए संघ ने नियमों के खिलाफ जाकर आगामी टूर्नामेंट और कार्यक्रमों का ऐलान किया था। जिसमें अंडर-15 और अंडर-20 के नेशनल नंदिनी नगर गोंडा में कराए जाने का फैसला लिया गया था। साक्षी मलिक समेत कई महिला पहलवानों ने इस पर सवाल खड़े किए थे। खेल मंत्रालय ने आदेश में कहा है कि कुश्ती संघ में अब अगले आदेशों कोई भी फैसला नहीं ले सकेगा।

साक्षी मलिक ने भी उठाए थे सवाल

कुश्ती संघ के कार्यक्रमों के एलान के बाद साक्षी मलिक ने ट्वीट करते हुए कहा था, "मैंने कुश्ती छोड़ दी है पर कल रात से परेशान हूं। वे जूनियर महिला पहलवान क्या करें जो मुझे फ़ोन करके बता रही हैं कि दीदी इस 28 तारीख़ से जूनियर नेशनल होने हैं और वो नई कुश्ती फेडरेशन ने नन्दनी नगर गोंडा में करवाने का फ़ैसला लिया है। गोंडा बृजभूषण का इलाक़ा है। अब आप सोचिए कि जूनियर महिला पहलवान किस माहौल में कुश्ती लड़ने वहां जाएंगी। क्या इस देश में नंदनी नगर के अलावा कहीं पर भी नेशनल करवाने की जगह नहीं है? समझ नहीं आ रहा कि क्या करूं?

वहीं इससे पहले खेल मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि WFI के चुनाव निष्पक्ष और लोकतांत्रिक तरीके से हुए हैं। इसके साथ ही बजरंग के पद्मश्री सम्मान वापस लौटने पर मंत्रालय ने कहा था कि यह उनका निजी फैसला है और हम अब भी बजरंग से पद्मश्री लौटाने के फैसले को बदलने की मांग करेंगे।

2024 के लिए अभी से चुनावी मोड में आई कांग्रेस, गठित की घोषणापत्र समिति, चिदंबरम को सौंपी अहम जिम्मेदारी

कांग्रेस ने अगले साल मई-जून में होने वाले आम चुनाव के लिए अपनी घोषणापत्र समिति का गठन कर दिया है और वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया है। वहीं, छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव घोषणापत्र समिति के संयोजक हैं। 16 सदस्यीय पैनल में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल हैं। यह घटनाक्रम कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की महत्वपूर्ण बैठक के एक दिन बाद आया है, जहां पार्टी ने अपनी लोकसभा चुनाव रणनीति पर चर्चा की और कहा कि वह जल्द ही अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेगी।

पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, जयराम रमेश और शशि थरूर भी समिति का हिस्सा हैं। ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस के प्रमुख प्रवीण चक्रवर्ती के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मणिपुर के पूर्व उपमुख्यमंत्री गइखंगम और लोकसभा में पार्टी के उपनेता गौरव गोगोई भी समिति में हैं। इससे पहले, 21 दिसंबर को कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि CWC ने सर्वसम्मति से आगामी लोकसभा चुनाव एक पार्टी के रूप में और इंडिया समूह के सदस्य के रूप में लड़ने का प्रस्ताव अपनाया है। प्रस्ताव में कहा गया कि, "CWC हमारे महान संगठन के सभी सदस्यों से आशा और विश्वास के साथ एकजुट होने और चुनाव अभियान में समर्पण और अनुशासन के साथ खुद को समर्पित करने का आह्वान करती है।"

प्रस्ताव में उच्च स्तर के ध्रुवीकरण सहित जमीनी हकीकत के विपरीत सरकार के दावों को उजागर करके मोदी सरकार की कमजोरियों को उजागर किया गया। प्रस्ताव में कहा गया है कि, "प्रधानमंत्री जो दावा करते हैं और जमीनी हकीकत जो है, उसके बीच बहुत बड़ा अंतर है। सामाजिक ध्रुवीकरण गहरा हो रहा है और इसे चुनावी लाभ के लिए जानबूझकर उत्तेजक तरीके से प्रोत्साहित किया जा रहा है। लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और हमारे नागरिकों को दी गई सभी स्वतंत्रताओं पर हमला हो रहा है। संविधान पर हमला हो रहा है। ये मुद्दे अब दांव पर हैं।''

प्रस्ताव में आगे कहा गया है कि, "यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के इंडिया समूह को भाजपा और उसके सहयोगियों के खिलाफ एक प्रभावी गढ़ और ताकत बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के दृढ़ संकल्प को दोहराता है। हमने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। पहला है पिछला विधानसभा चुनाव, उसके नतीजे। दूसरा है, 2024 का संसद चुनाव और तीसरा है संसद के मुद्दों सहित देश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति।CWC ने सर्वसम्मति से अपना प्रस्ताव अपनाया। वेणुगोपाल ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि, CWC को 5 राज्यों के चुनावों के नतीजों का ईमानदारी से मूल्यांकन करना है।

CWC की इस बैठक में इस बात की सराहना की गई कि लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. प्रस्ताव में कहा गया कि, 'अब से एक सप्ताह बाद हमारे स्थापना दिवस पर नागपुर में रैली आयोजित होने वाली हैं, यह इस संबंध में एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। कांग्रेस अध्यक्ष राज्यवार समीक्षा कर रहे हैं, जो तैयारियों को दिशा दे रहे हैं। इसके अलावा, CWC व्यापक जन भागीदारी के माध्यम से पार्टी के वित्त को मजबूत करने की नवीनतम पहल का स्वागत करता है। प्रत्येक CWC सदस्य यह सुनिश्चित करेगा कि यह कायम रहे।'