12 धूर जमीन विवाद में दबंगों ने एक ही परिवार के तीन लोगों को जमकर पीटा, जांच में जुटी पुलिस

बेगूसराय : में बारह धुर जमीन के विवाद में एक ही परिवार के तीन लोगों की पड़ोसी दबंगों ने पिटाई कर दी। इस घटना में पड़ोसी दबंग के ही रहने वाले रिश्तेदारों ने मां-पिता और बेटे की लाठी डंडे से जमकर पिटाई की है। इस पिटाई में तीन लोगों गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। सदर अस्पताल में सभी का इलाज चल रहा है। घटना बछवाड़ा थाना क्षेत्र के बछवाड़ा गावं वार्ड नंबर 11 की है।

घायल की पहचान बछवारा थाना क्षेत्र के बछवाड़ा गांव वार्ड नंबर 11 के रहने वाले चंद्रभूषण झा, बेटे अंशु कुमार झा और अंशु कुमार झा की मां के रूप मे हुई है। 

इस मामले मे घायल अंशु कुमार झा ने बताया कि आम दिनों की तरह वह अपने काम पर चले गए थे। तभी उनकी बेटी ने उनको फोन कर बताया कि पड़ोस के रहने वाले उनके चाचा दादी की पिटाई कर रहे हैं। इसके बाद वह काम छोड़ कर मौके पर पहुंचे तो आरोपियों ने उन्हें सड़क पर ही घेर लिया गया और उनकी बेरहमी से पिटाई की गई।

अंशु कुमार झा ने बताया कि पड़ोस में रहने वाले उनके रिश्तेदारों से 12 धुर जमीन को लेकर तीन साल से विवाद चल रहा है।

इस घटना के बाद बछबारा थाना अध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया है कि जमीनी बाद में दो पक्षों के बीच मारपीट हुई है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तहकीकात में जुटी हुई है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

पेड़ से टकराई बाइक, मौके पर ही बाइक सवार युवक ने तोड़ा दम

बेगूसराय : जिले में सड़क दुर्घटना में एक बाइक सवार युवक की दर्दनाक मौत हो गई। इस मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है। घटना नावकोठी थाना क्षेत्र के चमरडीहा के पास की है। मृतक युवक की पहचान नावकोठी थाना क्षेत्र के पीरनगर के रहने वाले जनार्दन प्रसाद सिंह का पुत्र अनमोल भारती के रूप में हुई है।

अनमोल कुमार अपने मोटरसाइकिल पर सवार होकर कहीं जा रहा था। बाइक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई और इस हादसे में अनमोल कुमार की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इस मौत के की सूचना परिजनों को लगी मौत की खबर लगते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

वहीं स्थानीय लोगों ने इस घटना की सूचना नावकोठी थाना पुलिस को दी। मौके पर नावकोठी थाने की पुलिस पहुंचकर सबको अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया है और आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

दो नाबालिगों के साथ दुष्कर्म के 2 दोषियों को कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा

बेगूसराय : पॉक्सों न्यायालय के स्पेशल न्यायाधीश महेश प्रसाद सिंह ने 2 मासूम बच्चियों से दुष्कर्म के दोषी 2 अभियुक्त को जीवन पर्यत आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। न्यायाधीश ने साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र के पंचवीर निवासी बबलू महतो और राजकुमार महतो उर्फ छोटु महतो को आखिरी सांस तक जेल में रहने की सजा दी है। 

स्पेशल पीपी पोस्को कुमारी मनीषा ने बताया कि न्यायाधीश ने पोस्को की धारा 5(एम),6 मे जीवनपर्यत आजीवन कारावास की सजा दी है। साथ ही दोनों अभियुक्तों को 50 हजार रूपए का अर्थदंड लगाया है। 

उन्होंने बताया कि दोनों अभियुक्तों पर आरोप था कि इसी साल 8 मार्च को होली के दिन 10 साल और 6 साल की बच्ची के साथ सरकारी विद्यालय में दुराचार किया और दोनों को बुरी तरह से जख्मी कर दिया। दिनदहाड़े हुई इस वारदात के बाद इलाके में काफी तनाव हो गया था। 

पीपी स्पेशल कुमारी मनीषा ने बताया कि कोर्ट में 17 गवाह की गवाही करवाई गई। उन्होंने बताया कि न्यायाधीश ने डीएलएसए को दोनों पीड़िता को 10-10 लाख रूपए का मुआवजा देने का आदेश दिया है। साथ ही डीएम को आदेश दिया कि पीड़िता को जो भी सरकारी सुविधा हो,उसे दिया जाए। इसके अलावे एसपी को निर्देश दिया है कि पीड़िता को सुरक्षा और संरक्षण दिया जाए।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

संदिग्ध हालत में विवाहिता की मौत, मायके वालों ने दहेज के लिए हत्या का लगाया आरोप

बेगूसराय : जिले में एक विवाहिता की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। परिजनों का आरोप है कि दहेज के लिए बेटी को फांसी लगाकर ससुराल वालों ने मार डाला। घटना नगर थाना क्षेत्र के झोपड़पट्टी स्थित एनएच 31 के पास की है। मृतका कि पहचान दीपक मिश्रा की पत्नी राखी देवी के रूप में हुई है।

परिजनों ने बताया कि 6 महीना पहले ही राखी की शादी दीपक के साथ हुई थी। इस दौरान जो बन पड़ा था, सब दिया। शादी के कुछ दिनों तक सब ठीक चला उसके बाद बेटी के साथ मारपीट करने लगे। दहेज में बुलेट बाइक मांग रहे थे। पिछले 4 दिन से लगातार मारपीट और गाली-गलौज कर रहे थे।

फोन पर राखी ने सारी बात बताई थी। पति दीपक मिश्रा ने गले में फंदा लगाकर उसकी हत्या कर दी। घटना वाले दिन बेटी को जब फोन किया था, उसका नंबर बंद था। उसके ससुर ने बताया कि उसका मोबाइल टूट गया है। किसी अनहोनी की आशंका के चलते हमलोग उसके ससुराल पहुंचे। जहां बेटी मृत मिली। घटान के बाद ससुराल वाले घर छोड़कर भाग गए।

वहीं, मामले की सूचना पर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। इस संबंध में नगर थाना अध्यक्ष रामनिवास ने बताया कि परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

गैस सिलेंडर विस्फोट से महिला का 80 फीसदी झुलसा शरीर, आनन-फानन में हायर सेंटर रेफर

बेगूसराय : जिले में गुरुवार को गैस सिलेंडर विस्फोट से एक महिला के बुरी तरह से झुलस गई है। घटना एफसीआई सहायक थाना क्षेत्र के बीहट इस्माइलपुर की है। करीब 80 प्रतिशत झुलस चुकी महिला की पहचान स्थानीय निवासी सन्नी दत्त की पत्नी काजल देवी के रूप में हुई है।

परिजनों के अनुसार रसोई घर में खाना बनाने के दौरान सिलेंडर से आग लगने के कारण यह घटना हुई है। फिलहाल गंभीर रूप से घायल महिला को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां से हायर सेंटर रेफर किए जाने के बाद परिजन निजी अस्पताल लेकर चले गए हैं।

घटना के संबंध में बताया कि घायल महिला काजल कुमारी (25) की सन्नी दत्ता सेना में नौकरी करते हैं। घर में कोई नहीं थे और काजल खाना बना रही थी। इसी दौरान अचानक छोटा सिलेंडर विस्फोट से शरीर में आग लग गई। जब तक आसपास के लोग दौड़ते तब तक गंभीर रूप से झुलस चुकी थी। 

पिता बरौनी फ्लैग निवासी संतोष कुमार सूचना मिलते ही पहुंचे तथा सदर अस्पताल ले गए हैं। लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रेफर कर दिया गया। फिलहाल परिजन विशेष कुछ नहीं बता रहे हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

खेलने के दौरान गड्ढे में गिरने से बच्चे की मौत, 2 दिन बाद बरामद हुआ शव

बेगूसराय : जिले के फुलवरिया थाना इलाके के बारो में दो दिन पूर्व खेलने के दौरान पानी में डूबे बच्चे का शव गुरुवार को बरामद कर लिया गया है। मृतक की पहचान अंकित कुमार(11) के रूप में की गई है।शव मिलने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया तथा मामले की छानबीन की जा रही है।

घटना के संबंध में मृतक के दादा दयानंद पोद्दार ने बताया कि बारो बाजार के फूलो चौक निवासी स्वर्गीय उमेश पोद्दार का बेटा अंकित कुमार 19 दिसंबर की सुबह घर में खाना खाकर आसपास ही खेल रहा था। दिव्यांग अंकित खेलने के दौरान बगल के गड्ढे में डूब गया। दो दिन से उसकी काफी तलाश की जा रही थी, लेकिन कुछ पता नहीं चला। 

वहीं आज गुरुवार की सुबह जब खोजबीन के दौरान लोगों में गड्ढे में देखा तो पानी में शव दिखा। इसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से शव को निकल गया।

सूचना मिलते ही पहुंची फुलवरिया थाना की पुलिस में शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। इधर परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। अंकित के पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी। दो भाई में छोटे अंकित की मौत से परिवार वाले सदमे में हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बड़ी खबर : बेगूसराय में कस्टमर बनकर घुसे 4 बदमाश ने ज्वेलरी शॉप से लूटे 5 करोड़ की ज्वेलरी, विरोध करने पर स्टाफ को मारी गोली

बेगूसराय : जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां आज गुरुवार की दोपहर रत्न मंदिर ज्वेलर्स प्राइवेट लिमिटेड में अपराधियों ने बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया है। वहीं लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने एक स्टाफ को पेट में गोली मार दी। उसकी हालत गंभीर है। बताया जा रहा है कि 4-5 करोड़ की ज्वेलरी लूटी गई है। हालांकि शॉप के मालिक संजय कुमार गुप्ता ने कहा कि ज्वेलरी का मिलान किया जा रहा है। अभी कितने की लूट हुई है, यह नहीं बता सकते

ये शॉप भीड़-भाड़ वाले इलाके जीडी कॉलेज के पास है। बावजूद इसके अपराधियों ने इतनी बड़ी लूट को अंजाम दिया है। पुलिस सीसीटीवी की मदद से आरोपियों की तलाश में जुटी है। 

बताया जा रहा है कि दोपहर करीब 12:30 बजे शॉप खुलते ही दो लुटेरे कस्टमर बनकर आए। स्टाफ से ज्वेलरी दिखाने के लिए कहा। इसी दौरान दो लुटेरे और बैंक में घुस गए। चारों ने मिलकर लूटपाट शुरू कर दी। इसी दौरान एक स्टाफ ने अलार्म बजा दिया। अलार्म बजाते ही लोगों की भीड़ जुटने लगी। बदमाश बैग लेकर भागने लगे तो पकड़ने की कोशिश करने पर दुकान के कर्मचारी उलाव निवासी मनीष कुमार को पेट में गोली मार दी। इस दौरान दो राउंड और फायरिंग की गई। फिर दो बाइक पर दो-दो बदमाश बैठकर भागने लगे। भीड़ को डराने के लिए पिस्टल भी तान दी और भाग निकले। मौके पर से लुटेरे का एक बैग भी छूट गया है। वहीं एक खोखा भी पुलिस ने बरामद किया है। 

एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि रत्न मंदिर दुकान में लूट की घटना सूचना मिलते ही 10 मिनट के अंदर सभी लोग पहुंच गए, पूरी चेकिंग की गई है। दो अपराधी ग्राहक बनकर घुसे और अलग-अलग आइटम देखें। इसी दौरान काउंटर पर रखा आभूषण अपने बैग में रखने लगे। इसी दौरान अलार्म बजने और लूट का विरोध करने पर अपराधियों ने काउंटर पर बैठे मनीष कुमार को गोली मार दी। उसका इलाज चल रहा है।

सदर डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया है। टीम ने सभी एंगल पर जांच शुरू कर दी है। हाल फिलहाल में जो अपराधी जेल से छूटे हैं, उन सबकी जांच की जा रही है।

एसपी ने बताया कि डीएसपी की टीम को निर्देश को दिया गया है कि सभी एंगल पर जांच कर मामले का खुलासा किया जाए। दुकान मालिक के बयान पर प्राथमिक दर्ज होने पर पता चलेगा कि कितने की लूट हुई है। जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय मे गिट्टी के नीचे छिपाकर लाई गई थी शराब, पटना से गई उत्पाद विभाग की टीम ने किया बरामद

बेगूसराय : जिले में शराब माफिया नव साल पर जिले में शराब की खेल लाने की हर जुगत में लगे हैं। पुलिस भी इनकी चाल को नाकाम करने में जुटी हुई है। 

बुधवार की सुबह भी उत्पाद विभाग पटना की टीम ने बेगूसराय जिला मुख्यालय में गिट्टी में छिपाकर लाई जा रही शराब को बरामद किया है। 

पटना की टीम को सूचना मिली थी कि बेगूसराय में एक ट्रक शराब गिट्टी के नीचे छुपा कर लाई जा रही है। इसके बाद पटना से आई टीम ने नगर थाना क्षेत्र में अलका सिनेमा हॉल के पास खड़े ट्रक की जांच की। जांच के दौरान गिट्टी के नीचे शराब की खेप मिली है। फिलहाल शराब की बोतलों की गिनती की जा रही है। 

उत्पाद अधीक्षक सौरव कुमार ने बताया शराब मंगवाने वाले माफिया के बारे में जानकारी ली जा रही है।

उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि शराब कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। लेकिन नव वर्ष का जश्न मनाने के लिए शराब की बिक्री बढ़ जाती है। इसके मद्देनजर तीन विशेष टीम बनाई गई है। तीनों टीम अलग-अलग जगहों पर लगातार छापेमारी कर रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

30 लाख की डकैती,बोले-इंजीनियर हूं,नौकरी नहीं मिली क्या करूं:बेगूसराय में नंगे पैर घर में घुसे 7 बदमाश ; हाथ-पैर बांधकर की लूटपाट

बेगूसराय ; जिले में दो घरों में 30 लाख से ज्यादा की डकैती हुई है। डकैतों ने एक कारोबारी और हेल्थ मैनेजर के घर को निशाना बनाया है। दोनों घरों से डकैत 30 लाख से ज्यादा के सामान, ज्वेलरी और कैश लेकर भाग निकले।

सीसीटीवी फुटेज में 7 लड़के घर के अंदर जाते दिखाई दे रहे हैं।पीड़ित परिवार का कहना है कि डकैत आपस में बात कर रहे थे कि आईटी और इंजीनियरिंग करने के बाद भी नौकरी नहीं मिलती है तो डकैती ही न करेंगे।

कारोबारी कृष्ण कुमार ने बताया कि हम सभी सोए हुए थे। अचानक 6-7 की संख्या में हथियारबंद डकैत दरवाजे का लॉक तोड़कर घर में घुस गए। पहले परिवार के लोगों को उठाया। गोदरेज की चाबी ली।

परिवार के सभी लोगों के हाथ पैर और मुंह को कपड़े से बांध दिया। उसके बाद घर में रखे सारे कीमती समान बैग में रखते गए। विरोध करने पर डकैतों ने जान से मारने की धमकी भी दी। पूरा मामला सिंघौल थाना क्षेत्र के पचम्बा वास्तु विहार का है।

वहीं हेल्थ मैनेजर आनंद ईश्वर ने बताया कि जैसे ही उन्होंने चिल्लाने की कोशिश की तो डकैतों ने उनकी जमकर पिटाई कर दी। इससे वह घायल भी हो गए। बाद में डकैतों ने हाथ पैर बांधकर पूरी घटना को अंजाम दिया।

पीड़ित सुषमा देवी ने बताया कि सभी यंग लड़के थे और डकैती के साथ-साथ बता रहे थे कि आईटी और इंजीनियरिंग करने के बाद भी जब नौकरी नहीं मिली तो हम लोग डकैती ही करते हैं। अब अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। सारे डकैत नंगे पैर घर में घुसे थे।

डकैती की घटना को अंजाम देकर भागने के दौरान बगल के लगे सीसीटीवी कैमरे में उनकी करतूत कैद हो गई।घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

चारों बच्चों को पुलिस में भर्ती कराने का था सपना:शराब तस्कर ने कार से कुचलकर दारोगा की हत्या, पुलिस पदाधिकारी सहित नेता पहुंचे अंतिम दर्शन के

बेगूसराय के नावकोठी थाना क्षेत्र में प्रतिनियुक्ति दारोगा खामस चौधरी की शराब कारोबारी द्वारा कुचल कर की गई हत्या के बाद हर ओर शोक है। कर्तव्यनिष्ठ पुलिस पदाधिकारी की हत्या से ना केवल पुलिस विभाग में आक्रोश है। बल्कि थाना क्षेत्र के बुद्धिजीवी और सामाजिक कार्यकर्ताओं में भी शोक फैल गई है। वही सभी लोग काफी आक्रोशित हैं।

लेकिन सबसे बड़ा दुखों का पहाड़ अगर टूटा है तो खामस चौधरी के परिवार पर। शहीद हुए खामस का सपना था कि मेरे परिवार की सभी बच्चे मां भारती की सेवा करें, पूरी तरह से वर्दी में रहें। लेकिन समय का दुचक्र ऐसा चला कि बच्चों को वर्दी पहनाने का सपना पूरा करने से पहले खुद खाकी वर्दी में शहीद हो गए। हालांकि परिजनों ने निश्चय किया है कि अपने शहीद लाल के सभी सपनों को पूरा किया जाये।

6 मई 1976 को मधुबनी जिले के राहिका थाना क्षेत्र के मारर निवासी भोला चौधरी के तीसरे पुत्र के रूप में पैदा हुए। खामस चौधरी की बचपन से ही काफी इच्छा थी वर्दी में रहने की, जुनून था देश सेवा करने का। बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज खामस ने 2009 में दरोगा की परीक्षा उत्तीर्ण की और भागलपुर में प्रशिक्षण के बाद 2013 में जमुई में योगदान किया।‌ जमुई में उन्होंने शानदार काम किया।

इसके बाद 2019 में उन्हें बेगूसराय भेजा गया तो यहां नगर थाना में एएसआई के पद पर तैनात किया गए। बेगूसराय नगर थाना में उन्होंने अपने कार्यों की बदौलत पहचान बना लिया। उन्होंने दोहरे हत्याकांड के साथ कई हत्याकांड का खुलासा करने के अलावा अन्य कांडों का खुलासा किया था। ना सिर्फ पुलिस विभाग, बल्कि सामाजिक कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी सहित अन्य में भी अपनी पहचान बनाई। इसके बाद 2021 में नावकोठी थाना भेज दिए गए।

2007 में शादी हुई तो इन्होंने सपना देखा कि मैं अपने होने वाले सभी बच्चों को बनाऊंगा तो पुलिस ही। 2011 में जब पहला संतान के रूप में इन्हें बेटा हुआ तो नाम रखा गौरव और सपना देखा अपने इस गौरव को गांव का गौरव बनाऊंगा। मेरा गौरव एक ना एक दिन भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) का अधिकारी बनेगा। उसके बाद पैदा बेटी रोशनी, संध्या सुमन एवं साक्षी को भी दरोगा बनाना चाहते थे।

गांव में शिक्षा की सही व्यवस्था नहीं रहने के कारण उन्होंने सेंट जेवियर स्कूल राठी में चारों बच्चे का नामांकन कराया। जिसमें बेटी सातवीं कक्षा, रोशनी द्वितीय कक्षा एवं शेष दोनों बेटी यूकेजी में पढ़ रही है। गांव का वातावरण से बच्चों को दूर रखने के लिए इन्होंने सिजौल स्थित अपने ससुराल में ही ससुर के घर से थोड़ी दूर पर घर बनवाया। इस घर का गृह प्रवेश मार्च 2023 में हुआ है।

बड़े भाई उमेश चौधरी ने बताया कि पत्नी की बीमारी को लेकर अक्टूबर में जब घर गए थे। उस समय भी चारों बच्चों को प्रेरित किया था कि खूब पढ़ो और वर्दी पहनकर भारत माता की सेवा के लिए तत्पर रहो। गांव से प्राथमिक शिक्षा एवं सूरी उच्च विद्यालय से मैट्रिक उत्तीर्ण करने के बाद इन्होंने आरके कॉलेज मधुबनी से इंटरमीडिएट के बाद स्नातक गणित से उत्तीर्ण किया। खुद भले ही सरकारी विद्यालय में पढ़ें, लेकिन इच्छा थी बच्चों को निजी विद्यालय में पढ़ाकर खूब आगे बढ़ाने की।

नावकोठी में पदस्थापन के बाद वहां अकेले रह रहे थे। पत्नी कल्पना देवी अपने एक बेटा और तीन बेटी के साथ गांव में रह रही थी। रात में जानकारी मिली तो सुबह में सभी लोग सदर अस्पताल पहुंचे। घटना स्थल पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि देर रात को हल्ला सुनकर हम लोग पहुंचे तो पता चला कि हमारे लोकप्रिय पुलिस पदाधिकारी खामस चौधरी के साथ ही हादसा हुआ है।

एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि अपने जांबाज सब इंस्पेक्टर खामस चौधरी को खोकर हम सब शोकाकुल है। खामस चौधरी ने हमेशा कर्तव्यनिष्ठा और सेवा की प्रति ईमानदारी का परिचय दिया। अभी प्रावधान के अनुसार उन्हें आर्थिक सहायता दी जाएगी। लेकिन बेगूसराय पुलिस और पूरी बिहार पुलिस की टीम शहीद के परिवार के साथ है। इन्हें भविष्य में भी किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी।

इधर, इस बड़े हादसे के बाद सदर अस्पताल में ना केवल जिले के सभी पुलिस पदाधिकारी उन्हें नमन करने आ रहे है बल्कि सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर, नावकोठी के मुखिया राष्ट्रपति कुमार, रजाकपुर के मुखिया प्रतिनिधि मुकेश पासवान सहित प्रखंड क्षेत्र और जिले भर के अधिकारी एवं प्रतिनिधि शोक जताने पहुंचे रहे हैं। सभी लोगों का कहना है कि शराबबंदी में एक और जान ले ली। पकड़े गए शराब कारोबारी को फांसी की सजा होनी चाहिए।

वही शहीद हुए दरोगा खामोश चौधरी पुलिस कर्मियों ने पुलिस लाइन में अंतिम विदाई दी। पोस्टमार्टम के बाद बुधवार की दोपहर पार्थिव शरीर के पुलिस लाइन पहुंचते ही सभी पुलिसकर्मियों की आंखें नम हो गई। परेड ग्राउंड में पार्थिव शरीर को रखा गया। जहां की बेगूसराय एवं खगड़िया प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) बाबूराम, एसपी योगेन्द्र कुमार, मुख्यालय डीएसपी निशित प्रिया, बखरी डीएसपी चंदन कुमार सहित सभी डीएसपी एवं पुलिस पदाधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर विदाई दी।

इस मौके पर पुलिस के जवानों ने उन्हें गार्ड आफ ऑनर दिया। इसके बाद दो मिनट का मौन धारण कर मृतात्मा शांति की प्रार्थना की गई। इस दौरान शहीद दरोगा की पत्नी कल्पना देवी, भाई उमेश चौधरी, पुत्र गौरव कुमार सहित अन्य परिजनों ने भी पुष्प चक्र देकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

इसके बाद पूरे सम्मान के साथ पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए पैतृक गांव के लिए भेज दिया गया है। पुलिस लाइन से भेजे गए सरकारी वाहन के साथ पुलिसकर्मी भी गए हैं। इस दौरान डीआईजी एवं एसपी ने शहीद दरोगा की पत्नी, पुत्र एवं अन्य परिजनों को सांत्वना देते हुए हर संभव सहयोग और हमेशा सहायता करने का आश्वासन दिया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट