परीक्षा केंद्रों की डीएम को भेजी रिपोर्ट, जल्द घोषणा

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। यूपी बोर्ड परीक्षा की तिथियों का ऐलान गत दिनों कर दिया गया है। लेकिन अभी तक कालीन नगरी में परीक्षा केंद्रों को लेकर जांच पड़ताल ही चल रही है।

डीएम की ओर से गठित 12 सदस्यीय टीम ने जांच पूरी कर ली है। उम्मीद है कि एक दो दिनों में केंद्रों का निर्धारण कर दिया जाएगा। आशंका है कि 11 केंद्रों में बदलाव हो सकता है। माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से फरवरी में होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए गत माह 24 नवंबर को 93 केंद्रों की अंनतिम सूची जारी किया था।

संसाधनों की कमी के कारण सात राजकीय विद्यालयों को पहले ही सूची से बाहर कर दिया गया था। 93 केंद्रों को लेकर विभिन्न विद्यालयों की तरफ से कुल 126 आपत्तियां माध्यमिक शिक्षा विभाग के पास आई थी। जिसमें विद्यार्थियों के केंद्रों की दूरी व आवंटन का मामला, पूर्व में क‌ई साल तक केंद्र रहे विद्यालय के न बनने जैसी शिकायतें शामिल रहें।

प्रस्तावित केंद्रों के सापेक्ष प्राप्त आपत्तियों के निस्तारण के लिए डीएम गौरांग राठी के निर्देश पर 12 अधिकारियों की टीम लगाई गई थी। जिनको 41 विद्यालयों का निरीक्षण का सत्यापन रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया था। 11 दिसंबर को ही अधिकारों ने सत्यापन रिपोर्ट विभाग को दिया था। भदोही तहसील में तीन, ज्ञानपुर में चार और औराई में चार विद्यालयों में संसाधनों की कमी मिली थी। डीआईओएस विकालय भारती ने बताया कि सत्यापन की रिपोर्ट डीएम को भेजी गई है। एक दो दिनों में केंद्रों का निर्धारण कर दिया जाएगा।

इन बिन्दुओं काकिया गया है सत्यापन

परीक्षा केंद्रों के निर्धारण के लिए आई आपत्तियों के निस्तारण के लिए गठित टीम ने सीसीटीवी कैमरा, इंटरनेट, बाउंड्रीवॉल , अग्निशमन यंत्र, पेजयल, शौचालय, संपर्क मार्ग, विद्युत कनेक्शन, कंप्यूटर की उपलब्धता, परीक्षा केंद्र की खिड़की , दरवाजे, वायरस, रिकार्डर, प्रधानाचार्य, प्रबंधन कक्ष निरीक्षक के समय विद्यालय का फोटोग्राफ आदि का सत्यापन किया गया है।

इतने विद्यार्थी करेंगे दिमागी कसरत

डीआईओएस विकालय भारती ने बताया कि इस साल 93 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।

आपत्तियों के बाद जांच हो गई है। जल्द ही परीक्षा केंद्रों का ऐलान कर दिया जाएगा। बताया कि इस साल हाईस्कूल में 30 हजार 186 विद्यार्थी है, जिसमें 15 हजार 361 छात्र तथा 14 हजार आठ सौ छात्राएं है। इसी तरह इंटरमीडिएट में कुल 25 हजार 967 विद्यार्थी है। जिसमें 13 हजार 821 छात्र व 12 हजार 146 छात्राएं है।

*क्रीम रोल, नमकीन व छेना के नमूने फेल,नौ पर तीन लाख जुर्माना*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मिलावटी व दूषित खाद्य पदार्थों की बिक्री करने वाले दुकानदारों के खिलाफ विभागीय अधिकारी सख्त हो गए हैं। जांच में नमूना फेल होने पर नौ दुकानदारों पर दो लाख 90 हजार का जुर्माना लगाया है। निर्धारित समय पर जुर्माना न जमा होने पर दुकानदारों को चिन्हित कर विभागीय एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। पूर्व में दुकानों पर छापेमारी कर जांच को नमूना संकलित कर भेजा गया था।मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी केएन त्रिपाठी ने बताया कि जांच को पूर्व में नमूना भेजा गया था। नमूना फेल होने पर संबंधित दुकानदारों पर जुर्माना लगा है।

समय से जुर्माना न भरने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। भदोही शहर के स्टेशन रोड स्थित एक दुकान से छेना मिठाई विक्रेता पर तीस हजार जुर्माना लगा है। एक दुकान से सरसों तेल का नमूना फेल होने पर दुकानदार के ऊपर 60 हजार, पिपरिस से गाय दूध विक्रेता पर तीस हजार, भदोही स्थित दुकान से क्रीम रोल विक्रेता पर 30 हजार, गोपीगंज स्थित एक दुकान से नमकीन का नमूना फेल होने से 35 हजार का जुर्माना लगा है।

इसी तरह महराजगंज हुसैनीपुर में बिना पंजीयन मुर्गा की बिक्री की जा रही थी। ऐसे में मुर्गा विक्रेता पर 30 हजार रुपये का जुर्माना लगा है। गोपीगंज के एक दुकान से पेड़ा का नमूना फेल होने पर 15 हजार एवं नकली नमक की बिक्री करने वाले कारोबारी पर 30 हजार का जुर्माना लगा है। बताया कि पूर्व में जांच के बाद नमूना को भेजा गया था। रिपोर्ट आने के बाद जुर्माना की कार्रवाई की गई। उधर, विभागीय सख्ती से मिलावटी व दूषित खाद्य पदार्थों की बिक्री करने वालों की बेचैनी बढ़ गई है।

*दिसंबर में बढ़ी ठिठुरन, शुरुआती 14 दिन पांच साल में सबसे गर्म, सर्द भरी हवा ने बढ़ाई सिहरन, अस्पताल पहुंच रहे मरीज, बदलते मौसम में सतर्कता जरू

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पश्चिमी विक्षोभ और मिचौंग चक्रवाती तूफान के कारण कड़कड़ाती दिसंबर माह के शुरुआती दिनों ही लोगों को ठंड का एहसास होने लगा है। सुबह शाम चल रही सर्द भरी हवाओं ने हर किसी को ठिठुरन को विवश कर दिया। इसके बाद भी पिछले पांच साल में दिसंबर के 14 दिन सबसे गर्म रहा। क्योंकि दिसंबर में न्यूनतम तापमान निरंतर लुढ़कता चला गया। फिर भी अधिकतम तापमान में वृद्धि हुई है।

इस महीने में अभी तक न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा चुका है, जबकि अधिकतम तापमान 29 डिग्री तक पहुंच गया है। जिले में ठंड का असर भले ही बढ़ गया है। रात में तापमान लगातार गिर रहा है। वहीं दिन का तापमान अधिक रह रहा है। 2019 से अब तक दिन का तापमान गर्म रहा है, लेकिन रात को न्यूनतम पारा में गिरावट देखी गई है। जिसके कारण रात का ठंड बढ़ी है।

मौसम में हो रहे उतार - चढ़ाव के कारण इसका असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। पिछले साल दिसंबर के शुरुआती माह में कोहरे का प्रभाव नहीं देखा गया था, लेकिन इस साल दिसंबर की शुरुआत कोहरे के साथ ही हुई है। पिछले तीन दिनों से गलन कि बात साल के मुताबिक इस साल ठंड अधिक पड़ेगी।‌ हालांकि यह ठंड खेती किसानी के दल से उत्तम हैं। मौसम विभाग ने बताया कि अन्य सालों की अपेक्षा इस साल मौसम गर्म है, लेकिन रात के तापमान में गिरावट देखी जा रही है।

*40 फीसदी करें फसल की सिंचाई, बेहतर होगी आलू की पैदावार*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में बढ़े ठंड और बेमौसम हुई बारिश के बाद किसानों को खास सावधानी बरतने की आवश्यकता है। खासकर आलू की खेती करने वाले किसानों को विशेष सतर्कता बरतनी होगी। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार आलू की खेती करने वाले किसान अपने फसलों की सिंचाई 40 फीसदी से अधिक न करें। खेत में इतना ही पानी छोड़े कि वह मेड़ के ऊपर न आ पाएं। इससे पैदावार बेहतर होगी।

जिले के किसान रवि सीजन में फसलों की बोआई कर चुके हैं। अब वे फसलों की सिंचाई के कार्य में लगे हुए है। दूसरी तरफ किसानों का एक तबका अभी भी गेंहू के बोआई कार्य में जुटा है। हालांकि समय से आलू, चना, मटर और सरसों की बोआई कर चुके किसान फिलहाल फसल की पहली सिंचाई में व्यस्त हैं। ऐसे में फसलों की सिंचाई को लेकर विशेष सतर्कता बरते जाने की आवश्यकता है।

कृषि केंद्र बेजवां के फल, सब्जी विशेषज्ञ डॉ. एके चतुर्वेदी ने बताया कि आलू की सिंचाई में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अधिकांश किसान फसल को पानी से लबालब भर देते हैं। ऐसे में फसल को नुकसान होने का डर रहता है। अधिक पानी लगने से फसलों में रोग लगने की संभावना बढ़ जाती है। जिससे पैदावार पर असर पड़ता है।

फसल की अच्छी पैदावार के लिए केवल 40 फीसदी ही सिंचाई की जरूरत है। किसान ऐसी सिंचाई करें कि पानी से फसल न डूबे। आलू के मेड़ के ऊपर तक न जाये। पानी मेड़ के उपर जाने से मिट्टी गल जाती है, मेड़ बिगड़ जाता है। इससे फसल की पैदावार अच्छी नहीं होती है।

*पछुआ हवा से तापमान में हो रही गिरावट, बढ़ी गलन,आगामी सप्ताह में शुष्क व साफ रहेगा मौसम*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पछुआ हवा चलने से मौसम हवा चलने से मौसम सर्द होता है जा रहा है। चल रही सर्द हवा से दिन - रात के तापमान में काफी अंतर आ रहा है। मौसम विभाग की मानें तो आगामी सप्ताह मौसम शुरू व साफ रहेगा। लेकिन पछुआ हवा से पारा लुढ़कता जाएगा। अतिकतम तापमान 23 से न्यूनतम दस डिग्री सेल्सियस से भी डिग्री हो सकता है।

*बीता आधा दिसंबर, नहीं बंटे कंबल ,शहर व सुदुर गांवों में ठंड से ठिठुरते देखे जा रहे बस्ती के लोग*



नितेश श्रीवास्तव

भदोही। गरीबों व जरुरतमंदों को ठंड से बचाने के लिए प्रदेश सरकार भले ही कृत संकल्पित हो, लेकिन जिला प्रशासन नहीं। दिसंबर माह आधा बीत गया,अभी तक शहरों नगरों व ग्रामीण अंचलों न तो अलाव दिख रहा है और न ही कंबल का विवरण किया गया। इसे लेकर आमजन में रोष देखा जा रहा है। उधर समाजसेवी भी अभी तक खामोश देखे जा रहे हैं।

बात दें कि मैदानी इलाके में बसी कालीन नगरी में दिसंबर व जनवरी महीने में जबरदस्त ठंड पड़ती है। हालांकि इस साल अभी तक कोहरे की आमदनी नहीं हुई है। लेकिन गत दिनों हुई दो दिनों बारिश व आसमान में काले मेघों के कारण गलन व ठिठुरन बढ़ गई है।

शहर में बहुतायत तादाद में गरीब, बुनकर, मजदूर व छत विहीन लोग निवास करते हैं। जिनकी जाड़े की रातें अलाव के आगे तथा सरकारी कंबल के सहारे गुजरती है। कुछ ऐसा ही मंजर गांवों में भी देखने को मिलता है। आदिवासी, दलित बस्तियों के साथ ही गरीब तबका झाड़ झंखाड़ जलाकर रातें गुजार रहे हैं।

*जिओ टैगिंग होती तो पता चलता गड्ढा मुक्ति की हकीकत*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले की सड़कों के हाल बदतर हैं। गढ्ढा मुक्ति के लिए दो बार अभियान चलाए गए। इसके बाद तमाम सड़कों पर गड्ढे हैं। गड्ढा मुक्ति अभियान के दौरान कितनी सड़कें दुरुस्त हुईं, इसका कोई रिकार्ड नहीं रखा जाता है।

जिस तरह आवास की जिओ टैगिंग कराई जाती है, उसी तरह सड़कों की भी हो तो शायद हालात सुधरेें। वाराणसी-प्रयागराज हाईवे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पास है। शेष सड़कों का जिम्मा लोक निर्माण विभाग,ग्राम पंचायत और आरईएस का है। गड्ढा मुक्ति अभियान में भी गांव की सड़कों का कोई पुरसाहाल नहीं था।

मगर ज्यादातर संपर्क मार्गों की भी हालत खस्ता है।अक्तूबर से नवंबर माह के बीच चले गढ्ढा मुक्ति अभियान में 245.5 किमी सड़कों की मरम्मत की जानी थी। इसके लिए 291.05 लाख रुपये जारी किए गए थे। लोक निर्माण विभाग का दावा है कि सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जा चुका है। मगर हकीकत कुछ और ही है।

तमाम सड़कों पर गड्ढों के चलते आवागमन दूभर है। एक आंकड़े के मुताबिक जिले की 80 किमी सड़कों की हालत बदतर है।

सात किमी मार्ग में पर 34 गढ्ढे

सुरियावां-अभिया मार्ग पर कई सालों से गड्ढे हैं। यह सात किमी मार्ग प्रतापगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, मीरगंज आदि इलाकों को जोड़ता है। हर दिन इस मार्ग से रोजना हजारों लोगों का आना-जाना होता है। एक साल पहले गड्ढा मुक्ति अभियान के दौरान गिट्टी डालकर छोड़ दी गई।

अब गिट्टियां बिखर गई है। इस मार्ग पर 34 से अधिक गड्ढे हैं।

भदोही को वाराणसी को जोड़ने वाला लक्षापूर-अमवा मार्ग भी गड्ढों में तब्दील हो गया है। दो किमी की इस सड़क पर दर्जन भर गड्ढे हैं। बनारस जाने का मुख्य मार्ग होने के कारण इस रोड पर हर दिन हजारों लोगों का आना-जाना होता है। चौरी क्षेत्र माधोराम-कंतापुर मार्ग, रोटहा-अनेगपुर, चौरी बाजार स्टेशन रोड, गोधना से दरवासी, नवधन से कुरमैचा, सदलूबीर-सरायहोला, गोपपुर-गोपीगंज, ऊंज से कुरमैचा, कैड़ा-सुरियावां मार्ग की हालत भी खस्ता है।

गड्ढा मुक्ति अभियान के तहत लगभग 90 फीसदी सड़कें दुरुस्त कर दी गई हैं। कुछ सड़कें जो शेष बची हैं। उनकी भी जल्द मरम्मत करा दी

जाएगी। - जैनू राम, अधीशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी।

*सेहत का रखें ख्याल*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।मौसम बदलने के साथ सेहत पर भी असर दिख रहा है। जिला चिकित्सालय में बृहस्पतिवार को 796 मरीजों की ओपीडी रही जबकि इमरजेंसी में 40-45 मरीज पहुंचे।

जिन्हें जांच - पड़ताल कर चिकित्सकों ने दवा उपलब्ध कराई। डॉ प्रदीप ने बताया कि मदलते मौसम में सतर्क रहने की आवाज है। गर्म भोजन करें, बच्चों को गुनगुना दूध पिलाएं, गुनगुना पानी पीएं।‌

सुबह तापमान में गिरावट ज्यादा होती। देर से और ऐसे में सिर ढंककर घर से बाहर निकलें।

*डेंगू का एक और मरीज मिला*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। डेंगू संक्रमण पर अभी नियंत्रण नहीं हो पाया एक और व्यक्ति रिपोर्ट डेंगू पाॅजिटिव आई है। अब तक मरीजों की संख्या 280 तक पहुंच गई है।

जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने बताया कि एक रिपोर्ट डेंगू पाॅजिटिव आई है।

गांव में दवा के छिड़काव के लिए टीम को कहा गया है। पीड़ित पास के घरों में छिड़काव कराया जाएगा।

*मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवक ने किया हड़ताल, डाक सेवा बाधित होने पर परेशान हो रहे उपभोक्ता*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। ज्ञानपुर नगर स्थित पोस्ट ऑफिस पर पहुंचे ग्रामीण डाक सेवक ने अपनी आवाज बुलंद करते हुए हड़ताल शुरू कर दिया । हड़ताल कर रहे ग्रामीण डाक सेवक ने कहा कि हमारे विभिन्न मांगों को जब तक पूरा नहीं किया जाएगा हम सभी ग्रामीण डाक सेवक अनिश्चितकालीन तक हड़ताल पर रहेंगे । ग्रामीण डाक सेवक के हड़ताल पर चले जाने के कारण उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं।

बता दें की प्रदेश यूनियन के निर्देश पर आज ग्रामीण डाक सेवक पोस्ट ऑफिस ज्ञानपुर पहुंचकर नारेबाजी के साथ अपनी आवाज बुलंद किया। और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। डाक सेवक के हड़ताल पर चले जाने के कारण ग्रामीण डाक सेवा कार्य बाधित हो गया है और उपभोक्ता काफी परेशान हैं। ज्ञानपुर क्षेत्र के 10 ग्रामीण डाक शाखा के कर्मचारी हड़ताल में शामिल है।

हड़ताल कर रहे कर्मचारी नितिन श्रीवास्तव ने बताया कि हम सभी ग्रामीण डाक सेवक से 8 घंटे कार्य कराया जाता है और 4 घंटे का पैसा दिया जाता है। हम सभी को 8 घंटे का पैसा दिया जाए ,ग्रेजुएटी 5 लाख किया जाए,180 दिन की छुट्टी दी जाय एवं डाक सेवक को लैपटॉप, प्रिंटर समेत अन्य सुविधाएं दी जाए ।जिससे ग्राहकों को सही समय पर सेवा प्रदान किया जा सके। अपने विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवक पोस्ट ऑफिस ज्ञानपुर पर अपनी आवाज बुलंद करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए।

हड़ताल में यह ग्रामीण डाक सेवा के कर्मचारी हैं शामिल

विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं । जिसमें ग्रामीण शाखा रामपुर, नत्थईपुर ,पाली ,अच्वर ,चक किशनदास ,चक सुंदर ,दशरथपुर, लक्ष्मण पट्टी एवं सदौपुर शाखा के कर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं । जिससे ग्रामीण डाक सेवा प्रभावित हो रहा है और उपभोक्ता परेशान है।