मृतक आश्रिता को मिला नियुक्ति पत्र

सहजनवां / गोरखपुर । सहजनवां थाना क्षेत्र के तिलौरा गांव की निवासिनी गुड़िया देवी को मृतक आश्रित कोटे से पण्डित जवाहर लाल नेहरू इंटर कॉलेज तिलौरा में परिचायक के रूप में आज नियुक्ति पत्र प्राप्त हुआ ।

बता दे की इनके पति रामअधिन की कुछ दिन पहले ही आकस्मिक मृत्यु हो गई थी वो इंटर कालेज में परिचायक के रूप में कार्यरत थे अपने पीछे वो पत्नी सहित दो बच्चो को छोड़कर गए थे अपनी नियुक्ति पर उन्होंने सरकार और विद्यालय प्रबंधन के प्रति कृतग्यता ज्ञापित करते हुये आभार व्यक्त किया।

इस दौरान प्रबंधक सुनील धर दूबे , महेंद्र कुमार , जया मिश्रा , रवि प्रकाश , मनीष , ओमप्रकाश ,राकेश , सुनील , साकेत , राजकुमार , रविन्द्र , अजीत ,श्रवण , सुनील एवं सभी कर्मचारी गण उपस्थित रहे।

थाने में पहुंचे फरियादी को कोतवाल ने डांट कर भगाया

खजनी गोरखपुर।थाने में अपनी समस्या से अवगत कराने पहुंचे फरियादी को थानाध्यक्ष जी.आर.कन्नौजिया ने डांट कर भगा दिया और अपशब्द भी कहे।

मंगलवार को देर शाम अपने भूमि विवाद से संबंधित मामले से अवगत कराने पहुंचे थाना क्षेत्र के खजनी कस्बे और खुटभार गांव के मूल निवासी कन्हैयालाल को कोतवाल जी.आर.कन्नौजिया ने थाने के गेट से ही डांट कर भगा दिया और अपशब्द भी कहे।

कस्बे के किसान और व्यावसायी कन्हैयालाल ने बताया कि खुटभार गांव के सीवान पर आराजी संख्या 328 में रकबा 0.255 (लगभग 63 डिसमील) उनकी पैतृक भूमिधरी की कीमती जमीन है।

जिसके दक्षिण तरफ से बरी बंदुआरी गांव के सीवान पर मऊंधरमंगल गांव के निवासी लक्ष्मण यादव जबरन कब्जा और निर्माण करा रहे हैं। कन्हैयालाल का कहना है कि उनकी जमीन मौके पर लगभग 14 डिसमील कम है। मामले में उप जिलाधिकारी खजनी राजू कुमार के द्वारा बीते 4 नवंबर को एसएचओ खजनी को जांच और कार्रवाई का स्पष्ट आदेश भी दिया गया है।

किंतु थाने और तहसील मुख्यालय के दर्जनों चक्कर लगा चुके कन्हैयालाल मंगलवार 7 नवंबर को देर शाम जैसे ही थाने के गेट पर पहुंचे कोतवाल ने उन्हें डांट कर भगा दिया अपशब्द कहे और दुबारा थाने पर न आने की हिदायत भी दी।

बता दें कि कन्हैयालाल ने अपनी समस्या की लिखित शिकायत बीते मुख्यमंत्री जनता दरबार में गोरखनाथ मंदिर गोरखपुर कैंप कार्यालय में भी की है।

फरियादी कन्हैयालाल को डांट कर भगाने की घटना के दौरान मौके पर ग्रामप्रधान संघ के जिलाध्यक्ष इं.रूद्रप्रताप सिंह समेत अन्य क्षेत्रीय लोग भी मौजूद रहे।

स्थानीय लोगों ने बताया कि एक तरफ एडीजी जोन अखिल कुमार द्वारा थाने में समस्याएं लेकर पहुंचने वाले पीड़ित फरियादियों को सम्मान पूर्वक कुर्सी पर बैठाने और उन्हें पानी पीने के लिए देने का आदेश जारी किया गया है, जबकि दूसरी ओर बात सुने बगैर ही आम फरियादी को डांट कर भगा दिया जाता है। यह तो सरासर अन्याय है।

इस संदर्भ में क्षेत्राधिकारी खजनी अंजनी कुमार पांडेय ने बताया कि कन्हैयालाल कल गुरुवार को सबेरे अकेले आकर हम से मिलें मामले में प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।

बाल अधिकारों को सुनिश्चित करने हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

गोरखपुर।यूनिसेफ द्वारा सहायतित एवं एक्शनएड द्वारा संचालित नई पहल बाल संरक्षण परियोजना के अंतर्गत विकास खण्ड खोराबार मुख्यालय पर बाल अधिकारों को सुनिश्चित करने हेतु विभिन्न समितियों (बाल संरक्षण समिति, विद्यालय प्रबंधन समिति एवं पंचायत) को सक्रिय करने एवं बच्चों के नेतृत्व विकास हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया ।

कार्यशाला का सञ्चालन जिला समन्वयिका समीक्षा यादव ने किया I आपने संस्था का परिचय देते हुए परियोजना के उद्देश्यों एवं कार्यों से अवगत कराया I जिला समन्वयिका द्वारा बताया गया कि यदि लड़कियां नियमित शिक्षा ग्रहण करेंगी और अपनी पढ़ाई पूरी करेंगी तो उनका भविष्य उज्ज्वल होगा और वे बाल विवाह, और बाल श्रम में लिप्त नहीं होंगी ।

कार्यशाला में किशोरियों और महिलाओं से सम्बंधित सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों-यथा मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य एवं वीमेन हेल्पलाइन नंबर 1090, छात्रवृत्ति योजना, मिशन वात्सल्य, किशोरियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ केंद्र , डाक घर, पुलिस चौकी तथा बैंक आदि के बारे में जानकारी दी गई I

परियोजना के अंतर्गत सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से जनपद गोरखपुर के चयनित 2 विकास खण्डों में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं तक आम जनमानस की पहुंच को सुनिश्चित करना और किशोरियों के सशक्तिकरण हेतु सतत प्रयास किये जा रहे हैं I

विगत 1 महीने में ग्राम पंचायतों में किशोरी समूहों को गठित कर उन्हें उन्हें सरकार द्वारा संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाओं जैसे-कन्या सुमंगला योजना, स्कॉलरशिप स्कीम्स, श्रम पंजीयन, बाल श्रमिक विद्या योजना, दिव्यांग पेंशन योजना की जानकारी देकर किशोरियों को जागरूक किया गया ।

उक्त कार्यशाला में खण्ड विकास अधिकारी, खोराबार श्री आरिफ अख्तर ने बताया की महिलाओं एवं किशोरियों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन को लेकर सरकार द्वारा मिशन शक्ति के माध्यम में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, इसी क्रम में एक्शनएड द्वारा संचालित बाल संरक्षण परियोजना में किशोरी समूहों का गठन एवं सरकारी योजनाओ पर किया जा रहा जागरूकता अभियान अत्यंत सराहनीय है ।

थाना खोराबार से हेड कांस्टेबल लोकनाथ सिंह एवं साथ में चार महिला कांस्टेबल ने महिला एवं किशोरी बालिकाओं से संबंधित विभिन्न क़ानूनों यथा- घरेलू हिंसा से संरक्षण, दहेज प्रतिषेध, पॉस्को, बाल विवाह प्रतिषेध, बॉल श्रम वीमेन पॉवर लाइन 1090, पुलिस आपातकालीन सेवा 112, वन स्टॉप सेंटर 181, स्वास्थ सेवा हेल्पलाइन नंबर 102 की उपयोगिता के बारे में बताया ।

ग्राम प्रधान श्री संगीता देवी और सचिव प्रवीण चंद्र ने किशोरियों की नेतृत्व क्षमता को विकसित करने एवं समूचे पंचायत को बाल विवाह एवं बाल श्रम मुक्त बनाने का संकल्प लिया ।

कार्यशाला में 30 किशोरियों सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं अन्य हितधारकों ने प्रतिभाग किया । किशोरीं बालिकाओं द्वारा गीत के माध्यम से मासिक धर्म, दहेज प्रताड़ना एवं अपने हक की बात की गई I किशोरियों ने बताया कि एक्शनएड की परियोजना से जुड़ कर उन्होंने बहुत कुछ सीखा है ।

अंत में जिला समन्वयिका समीक्षा यादव द्वारा बताया गया कि परियोजना का मुख्य उद्देश्य किशोरी बालिकाओं को सशक्त कर बाल श्रम, बाल विवाह को ख़त्म करना है । सभी बच्चों का विद्यालय में नामांकन, उपस्थिति एवं ठहराव को सुनिश्चित करना है, बच्चियों पर होने वाले अपराध पर अंकुश लगाना, पुलिस व अन्य हितधारकों का सहयोग लेकर बाल तस्करी, बाल श्रम को ख़त्म करना है और विशेषकर जनसहभागिता के माध्यम से बच्चियों की चुप्पी तोड़ना है ।

विशेष अभियान में बनाए जाएंगे आयुष्मान कार्ड, कोटेदारों से भी ले सकते हैं मदद

गोरखपुर।पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए प्रदेश भर में विशेष अभियान शुरू किया गया है जो 31 दिसम्बर तक चलेगा । इस अभियान के दौरान दीपावली पर्व पर घर आने वाले पात्र प्रवासियों और गृहस्थी राशन कार्ड पात्रता सूची में कि 6 या 6 से अधिक सदस्यों वाले लाभार्थी परिवारों को सेवा देने पर विशेष जोर होगा ।

इस सम्बन्ध में प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थ सारथी सेन शर्मा ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर विस्तृत दिशा निर्देश दिया है । पत्र के अनुसार कार्ड बनवाने के लिए राशन वितरकों(कोटेदार) की भी मदद ली जा सकती है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे का कहना है कि जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश और मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा के नेतृत्व व निर्देशन में इस बारे में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है । उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत आयुष्मान कार्ड धारक प्रति लाभार्थी परिवार को पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा दी जाती है ।

कार्डधारकों को देश के किसी भी सम्बद्ध सरकारी और निजी अस्पताल में भर्ती होने के बाद यह सुविधा बिना समय गवाएं मिलती है । इस योजना से हाल ही में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम की पात्र गृहस्थी राशन कार्ड पात्रता सूची में 6 या 6 से अधिक सदस्यों वाले परिवारों को भी जोड़ा गया है।

ऐसे परिवारों को भी योजना में शामिल किया गया है जिनमें केवल वरिष्ठ नागरिक ही सदस्य हैं। ऐसे नये सदस्यों का कार्ड बनाने पर अधिक जोर है ।

प्रमुख सचिव के पत्र के अनुसार विशेष अभियान के दौरान प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों और शहरी वार्डों में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कैम्प लगाये जाएंगे । कैम्प के एक दिन पहले योजना के लाभार्थियों को आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के जरिये आयोजन स्थल की सूचना देना अनिवार्य है।

ग्राम पंचायतों में प्रचार प्रसार के लिए माईकिंग का भी उपयोग करवाना है। प्रत्येक ब्लॉक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी इस अभियान के नोडल अधिकारी होंगे और वह एक नोडल टीम गठित करेंगे जो कार्ययोजना को पूरा कराएगी । अभियान की सफलता के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लेने के लिए कहा गया है ।

प्रमुख सचिव ने इस अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित करने का भी निर्देश दिया है।

आयुष्मान एप का करें प्रचार

प्रमुख सचिव ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह लोगों के बीच आयुष्मान एप की मदद से खुद आयुष्मान कार्ड बनाने के तरीकों के बारे में प्रचार प्रसार करें। जन औषधि केंद्रों और समाचार पत्रों के माध्यम से क्यू आर कोड का प्रदर्शन किया जाए जिसे स्कैन कर लोग अपने मोबाइल में आयुष्मान एप के इस्तेमाल के तरीके का वीडियो देख सकें और खुद अपना कार्ड बना सकें।

2.5 करोड़ लाभार्थियों का बनना है कार्ड

प्रमुख सचिव के पत्र के अनुसार पात्र गृहस्थी राशन कार्ड पात्रता सूची में प्रदेश के 6 या 6 से अधिक सदस्यों वाले 49.74 लाख परिवारों और सभी वरिष्ठ सदस्यों वाले 11.74 लाख परिवारों को योजना में शामिल किया गया है । पात्र गृहस्थी राशन कार्ड वाले 3.48 करोड़ पात्र लाभार्थियों में से केवल एक करोड़ लाभार्थियों का ही आयुष्मान कार्ड अभी तक बनाया जा सका है ।अभियान के जरिये 2.5 करोड़ अन्य लाभार्थियों का कार्ड बनाने पर विशेष जोर होगा।

जिले की स्थिति

गोरखपुर जनपद में आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवम मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के कुल 19,34000 लाभार्थीयो के सापेक्ष कुल 9,53,000 आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं।

प्रमुख सचिव से प्राप्त पत्र में मिले दिशा निर्देशों के अनुसार विशेष अभियान की जिम्मेदारी जिला स्तरीय टीम से डॉ संचिता, विनय कुमार पाण्डेय और शशांक शेखर को सौंपी गई है।

ओडीओपी का मिला संग तो खूब चटक हुआ टेराकोटा का रंग

गोरखपुर, । ऐतिहासिक शहर गोरखपुर की खूबियों की विविधता में टेराकोटा माटी शिल्प भी शामिल है। छह साल पहले तक रंगत खो रहे इस शिल्प को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी ओडीओपी योजना की संगत मिली तो इस मिट्टी का रंग और चटक होता गया। कभी अक्सर खाली बैठने वाले टेराकोटा शिल्पकारों के पास अब सालभर काम की भरमार है तो दीपावली जैसे पर्व पर दम लेने की फुर्सत नहीं है।

देश के कई राज्यों से आए डिमांड की सप्लाई कर चुके टेराकोटा शिल्पकारों की दीपावली तो करीब माहभर पहले ही मन चुकी है।अब त्योहार के आखिरी के दिनों में उनका फोकस लोकल मार्केट की डिमांड को पूरी करने पर है, लिहाजा चाक पर उनके हाथ लगातार चल रहे हैं।

छह साल पहले तक गोरखपुर के टेराकोटा हुनरमंद कभी बाजार को तरसते थे। सीएम योगी ने टेराकोटा को ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) योजना में शामिल किया तो बाजार का विस्तार इतना हुआ कि शिल्पकारों को दीपावली जैसे त्योहार पर चार महीने पहले ही डिमांड रोकनी पड़ गई थी। वास्तव में टेराकोटा को पंख लगाने का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है।

टेराकोटा शिल्प को उद्यम में बदलने के लिए उन्होंने इसे बहुआयामी और महत्वाकांक्षी एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना में शामिल किया। ओडीओपी में शामिल होने के बाद टेराकोटा शिल्पकारों को संसाधनगत, वित्तीय व तकनीकी मदद तो मिली ही, सीएम की अगुवाई में ऐसी जबरदस्त ब्रांडिंग हुई कि इसके बाजार का अपार विस्तार हो गया।

इलेक्ट्रिक चाक, पगमिल, डिजाइन टेबिल आदि मिलने से शिल्पकारों का काम आसान और उत्पादकता तीन से चार गुना हो गई। गुणवत्ता में सुधार अलग से।

वर्तमान में टेराकोटा के मूल गांव औरंगाबाद के साथ ही गुलरिहा, भरवलिया, जंगल एकला नंबर-2, अशरफपुर, हाफिज नगर, पादरी बाजार, बेलवा, बालापार, शाहपुर, सरैया बाजार, झुंगिया, झंगहा क्षेत्र के अराजी राजधानी आदि गांवों में टेराकोटा शिल्प का काम वृहद स्तर पर चल रहा है।

ओडीओपी में शामिल होने के बाद बाजार बढ़ने से करीब 30-35 फीसद नए लोग भी टेराकोटा के कारोबार से जुड़े हैं। एक तरह से इसके ब्रांड एम्बेसडर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। और, इस ब्रांडिंग ने शिल्पकारों को बारह महीने काम से सराबोर कर दिया है।

मांग और बाजार के संबंध में राष्ट्रपति पुरस्कार से पुरस्कृत शिल्पकार राजन प्रजापति का कहना है कि दीपावली को लेकर साल के शुरुआत में ही इतना ऑर्डर मिल गया था कि हम नए ऑर्डर नहीं ले रहे थे। टेराकोटा के सजावटी उत्पादों की सर्वाधिक मांग हैदराबाद, गुजरात, बेंगलुरु, चेन्नई, विशाखापत्तनम, पांडिचेरी, मुंबई आदि राज्यों से रही।

राजन बताते हैं कि मुख्यमंत्री के प्रयासों से टेराकोटा का काम इतना बढ़ गया है कि तनिक भी फुर्सत नहीं मिल पा रही। कभी स्थानीय बाजार में ही उत्पाद नहीं बिक पाते थे जबकि आज हमारे उत्पाद की मांग पूरे देश में हैं। वाकई महाराज जी (सीएम योगी) ने तो हमारी मिट्टी को सोना बना दिया है। बकौल राजन, इस वर्ष उनके वर्कशॉप से 21 ट्रक माल अन्य प्रदेश में भेजा गया है। इसका आर्डर चार माह पहले लिया गया था।

लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह के अध्यक्ष लक्ष्मीचंद्र प्रजापति ने बताया कि ओडीओपी ने टेराकोटा कारोबार का कायाकल्प कर दिया है। उन्होंने गत तीन माह में बेंगलुरु, हैदराबाद, मुम्बई, पुणे, दिल्ली, जयपुर, चेन्नई जैसे बड़े शहरों को आठ ट्रक उत्पादों की खेप भेजी है।

इसी समूह के सचिव मोहन लाल प्रजाति भी मानते हैं कि पहले काम काफी कम होता था लेकिन ओडीओपी में शामिल होने के होने के बाद टेराकोटा की डिमांड खूब बढ़ी है। व्यवसाय में 25 फीसदी का इजाफा हुआ है। मोहन ने इस बार मुम्बई और भोपाल के लिए तीन ट्रक टेराकोटा उत्पाद भेजे हैं।

मेसर्स आदर्श टेराकोटा समूह जंगल एकला नंबर दो के अध्यक्ष हरीओम आजाद भी टेराकोटा कारोबार में आए बूम का श्रेय योगी सरकार की ओडीओपी योजना को देते हैं। उनके मुताबिक ओडीओपी से टेराकोटा शिल्पकारों को फायदा ही फायदा है।

उन्होंने बताया कि तीन माह पहले भोपाल, लुधियाना, मुम्बई और लखनऊ से चार ट्रक माल का आर्डर मिला था। जिसको तैयार करके भेज दिया गया है।

गोरखपुर के 16 बदमाशों को ढूंढ रही एमपी पुलिस

गोरखपुर। मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में वारदात करने वाले गोरखपुर के 16 बदमाश लापता हो गए हैं। पुलिस के रिकार्ड में दर्ज पता तस्दीक नहीं हो रहा है।

कई बार पत्र आने के बाद जिले की पुलिस ने लिखकर भेज दिया है कि सूची में शामिल 20 बदमाशों में 16 नहीं मिल रहे और चार इस पते पर अब निवास नहीं कर रहे हैं।

यह है पूरा मामला

विधानसभा चुनाव में बदमाशों पर शिकंजा कसने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस ने सूची तैयार की है। इसमें उत्तर प्रदेश के रहने वाले 3675 वारंटी, 725 फरार बदमाशों का नाम शामिल है। डीजीपी कार्यालय ने सभी जिले के पुलिस कप्तान को वांछित व फरार चल रहे बदमाशों की सूची भेजी है जिसमें 20 गोरखपुर के रहने वाले हैं। मुख्यालय से पत्र आने के बाद कैंट, कोतवाली, बांसगांव, गोरखनाथ, झंगहा, खोराबार, तिवारीपुर, चिलुआताल व बड़हलगंज पुलिस तस्दीक करने पहुंची तो 16 का पता फर्जी मिला।

इनका पता तस्दीक नहीं हुआ

शेख जमालुद्दीन, तकिया कवलदह, तिवारीपुर

अनोद कुमार, दीवान बाजार, कोतवाली

गोवर्धन उर्फ औरंगजेब, मोहद्दीपुर, कैंट

इंद्रजीत पासवान, राजधानी, झंगहा राजेंद्र प्रसाद, निण्लसमवर, गोरखपुर

संदीप कुमार, विशुनपुरा बड़हजगंज दिनेश सिंह, गांव महराजगंज, गोरखपुर

प्रदीप कुमार, सालिगराम भवन, गोलघर जयप्रकाश, भैंसहा, खोराबार श्रीराम, ग्राम-लंघाडोल, जिला गोरखपुर

भगवान सिंह, निवासी निणमलिभ, गोरखपुर

चंदा उर्फ रामचंद्र राय, निवासी अमराडंडी दुर्गा मंदिर, गोरखपुर

शहादत अली, हरैया, झंगहा

लक्ष्मी प्रसाद परस्ते, गोरखपुर

शेख जमालुद्दीन, गोरखनाथ

मेहताब आलम, जसना, बांसगांव।

ये घर पर नहीं रहते

शीलचंद्र, मानबेला, चिलुआताल

राजेश पांडेय उर्फ स्वामी जी, हटवार, बांसगांव

अब्दुल कलीम, पगाड़, बांसगांव

मानवेंद्र शुक्ल, पुर्दिलपुर, गोरखपुर।

55 लीटर कच्ची शराब के साथ एक गिरफ्तार

खजनी गोरखपुर।त्योहारों के दौरान शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से जिले के कप्तान एसएसपी डाक्टर गौरव ग्रोवर के निर्देश पर आबकारी निरीक्षक उपेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में खजनी थाना क्षेत्र के कोठां गांव में स्थित एक बंद पड़े ईंट भट्ठे पर छापेमारी कर पुलिस ने 55 लीटर कच्ची शराब बरामद की और भागने की फिराक में एक युवक को गिरफ्तार कर लिया। जबकि मौके से दो महिलाएं और कारोबारी फरार हो गए।

मिली जानकारी के अनुसार आज देर शाम आबकारी निरीक्षक उपेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में मटेलू सेठ के ईंट भट्ठे पर की गई छापेमारी के दौरान पुलिस ने 55 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद की शराब भट्ठीयों और 400 किलो लहन नष्ट किया तथा शराब बनाने वाले उपकरण बरामद किए।

पुलिस ने झारखंड के एक युवक राजेश साहू निवासी गांव बंजार किस्को थाना लोहरदगा को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दो महिलाएं और कारोबारी (संचालक) थानाक्षेत्र के मरवटियां गांव के निवासी बृजलाल यादव पुलिस टीम को देखते ही मौके से फरार हो गए। छापेमारी टीम में हेड कांस्टेबल शरद कुमार

वंदना,चंद्रभूषण,धर्मेंद्र और थानाध्यक्ष खजनी गौरव कन्नौजिया शामिल रहे।

पिकप की चपेट में आने से सात वर्षीय मासूम बच्ची की हुई मौत

गोलाबाजार गोरखपुर। गोला तहसील के उरुवा थाना क्षेत्र के रौजा दरगाह में मंगलवार को दोपहर में तेज रफ्तार से जा रही एक पिकप ने सात वर्षीय मासूम को ठोकर मार दिया।जिससे बच्ची की दर्दनाक मौत घटना स्थल पर हो गयी।परिजन बच्ची को आनन फानन में इलाज के लिए उरुवा पीएचसी ले गए. जहाँ डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

वहीं, उरुवा पुलिस ने परिजन की तहरीर के आधार पर आरोपी ड्राइवर के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया तथा पिकप को अपने कब्जे में लेकर शव को पी एम के लिए भेज दिया।

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प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम रौजा दरगाह निवासी जैनुल आब्दीन ने पुलिस को दिए गए तहरीर में लिखा कि मंगलवार को दोपहर उनकी सात वर्षीय भतीजी आतिफा पुत्री एनुल हक को उनके घर के सामने लापरवाही पूर्वक तेज रफ्तार से उरुवा की तरफ से आ रहे पिकप ने ठोकर मार दिया। पिकअप का पहिया बच्ची के सर पर चढ़ गया।.जिससे घटना स्थल पर ही मौत हो गयी।इलाज के लिए.सरकारी अस्पताल पर पहुचे जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.।

मृतक के चाचा की तहरीर पर बिहार के रहने वाला आरोपी पिकअप चालक धर्मेंद्र राव (यादव) पर उरुवा पुलिस ने धारा 279 और 304 ए आई पी सी में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

एचडीएफसी बैंक के कर्मचारियो ने सहजनवां तहसील मे लगाया लोन मेला

सहजनवां/ गोरखपुर। जनपद के सहजनवां तहसील परिसर मे HDFC बैक के कर्मचारीगण लोन मेले का आयोजन किया है।जिसमे किसानों ब्यवसाईयो व आम तौर पर लोगो को बैंक से मिलने वाली सुबिधाओ से अवगत कराया जारहा है।बैक के तरफ से किसानो व ब्यवसाईयो को कार लोन, बिजनेस लोन ,पर्सनल लोन, तथा सभी प्रकार के लोन, खाता खोलना, गोल्डलोन आदि सभी बैक से मिलने वाली सुबिधाओ से अवगत कराया जारहा है।

किसी भी ब्यक्ति को बैंक सम्बन्धित किसी प्रकार कि सुबिधा लेने कि आवश्यकता हो तो तत्काल सहजनवां तहसील परिसर मे आयोजित लोन मेले मे सम्पर्क करके बैंक सम्बन्धित सभी समस्याओ का निदान करावे।और कम ब्याज दर पर हर प्रकार का लोन तत्काल प्राप्त करके अपनी आवस्यकता को पुरा करे।बैंक अधिकारियों ने साम साढे तीन बजे तहसीलदार कार्यालय पहुंच कर तहसीलदार राकेश कन्नौजिया को बुके दे कर स्वागत किया और बैंक द्वारा किसानो को मिलने वाली सभी सुबिधाओ से अवगत कराया।

यातायात माह का नहीं दिख रहा असर, राहगीर हो रहे परेशान, जिम्मेदार बेखबर

गोरखपुर। रेलवे बस स्टेशन पर यातायात माह में भी लग रहा प्रतिदिन रोड़ों पर जाम आने जाने वाले राहगीर हो रहे परेशान ट्रैफिक पुलिस यातायात माह में भी राहगीरों को नहीं दे पा रही राह जिससे राहगीर अपने गंतव्य को बिना रोक-टोक कर सकें पार पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने रोडवेज के आला अधिकारियों को लगा चुके हैं फटकार फिर भी अपने कर्तव्यों का पालन करने में बरत रहे कोताही रोडवेज बस सड़क पर ही रोडवेज स्टैंड होने की वजह से राहगीरों की मुश्किलें बढ़ गई है।

मामला नया तो नहीं है यातायात माह में ट्रैफिक अफसरों की अनदेखी की वजह से मुसाफिरों का सफर मुश्किल भरा हो गया है। रोडवेज बस बकायदा एक लेन की सड़क को कब्जा तो कर ही लिया है दूसरे तरफ भी गाड़ी खड़ी कर जाम लगाने का कार्य करते वह भी यातायात माह में पुलिस को अफसर को जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी। लेकिन, इसे हटाने में न ही परिवहन विभाग की दिलचस्पी है और न ही पुलिस ही ध्यान दे रही है। ट्रेफिक पुलिस प्रशासन अभियान दो चलाती है दो दिन बाद ही औंधे मुंह गिर जाती है और फिर से मुसाफिर उसी सांसत में सफर करने को मजबूर हो जाते हैं।

प्रति दिन यूनिवर्सिटी चौराहे से रेलवे स्टेशन मार्ग के सड़क पर रोडवेज की बसें खड़ी रहती हैं, बस के चालक और परिचालक बसों को सड़क पर ही रोककर उसमें सवारी भरते हैं, ऐसे में इस मार्ग पर लगने वाले जाम की समस्या से लोगों को रेलवे स्टेशन जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन, रोडवेज प्रशासन को राहगीरों की समस्याओं पर आंखें बंद किए रहता है।

ट्रैफिक पुलिस द्वारा अगर करवाई किया जाता है तो वहीं रोडवेज बस के ड्राइवर झूठा आरोप लगाकर पुलिस जवानों को फसाने का भी कार्य करते हैं राहगीरों को राह देने के लिए प्रशासन को कठोर कार्रवाई करना चाहिए जिससे रेलवे स्टेशन से यूनिवर्सिटी चौराहे तक जाने आने वाले राहगीरों को राह आसानी से मिल सके।