नवाज शरीफ को बड़ी राहत, अंतरिम पंजाब कैबिनेट ने अल-अजीजिया मामले में सजा को किया निलंबित

#pakistan_big_relief_for_nawaz_sharif

पाकिस्‍तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ को स्टील मिल केस में बड़ी राहत मिली है। पंजाब की कार्यवाहक सरकार ने अल अज़ीज़िया स्टील मिल केस में नवाज़ शरीफ़ की सज़ा निलंबित कर दी है। इस फ़ैसले के बाद अल अज़ीज़िया मामले में नवाज़ शरीफ़ की ग़िरफ़्तारी नहीं होगी। बता दें कि नवाज शरीफ हाल ही में ब्रिटेन से पाकिस्तान लौटकर आए हैं। नवाज शरीफ ने चार साल के लंबे अंतराल के बाद लंदन से शनिवार को वतन वापसी की है।

इस बात की जानकारी स्थानीय समाचार एजेंसी जियो न्यूज की ओर से दी गई है। जिओ न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को अल-अजीजिया मामले में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो नवाज शरीफ की सजा को पंजाब कैबिनेट ने निलंबित कर दिया। कार्यवाहक सूचना मंत्री आमिर मीर ने पंजाब कैबिनेट के फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि यह निर्णय आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीपीसी) की धारा 401 के तहत अपनी संवैधानिक शक्तियों का प्रयोग करते हुए लिया गया, जो इसे किसी भी अपराधी को माफ करने के लिए भी अधिकृत करता है। मीर ने बताया कि पीएमएल-एन सुप्रीमो ने पंजाब कैबिनेट से उनकी सजा निलंबित करने का अनुरोध किया था।

पूर्व कानून मंत्री आजम तरार और वकील अमजद परवेज ने शरीफ की ओर से उच्च न्यायालय में याचिकाएं दायर की थीं। उच्च न्यायालय ने 19 अक्टूबर को शरीफ को 24 अक्टूबर तक दोनों मामलों में गिरफ्तारी से संरक्षण प्रदान किया था, ताकि वह गिरफ्तारी के डर के बिना अदालत में पेश हो सकें। शरीफ तीन बार प्रधानमंत्री रहे हैं, लेकिन 2017 में भ्रष्टाचार का दोषी पाए जाने के बाद उन्हें सत्ता से हटना पड़ा और उन्हें राजनीति से आजीवन अयोग्य घोषित कर दिया गया।

पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ को एवेनफील्ड और अल-अजीजिया मामलों में दोषी ठहराया गया था और तोशाखाना वाहन मामले में भगोड़ा घोषित किया गया था, जो इस्लामाबाद जवाबदेही अदालत के समक्ष लंबित है। जब शरीफ 2019 में चिकित्सा आधार पर ब्रिटेन के लिए रवाना हुए, तब वह इन मामलों में जमानत पर थे।

*दशहरा के मौके पर तवांग पहुंचे रक्षा मंत्री, जवानों के साथ की शस्त्र पूजा*

#defence_minister_visied_tavang_during_vijayadashami 

आज पूरा देश दशहरा धूमधाम से मना रहा है। विजयदशमी के मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह तवांग पहुंचे। यहां रक्षा मंत्री ने सैनिकों के साथ शस्त्र पूजा की। पूजा के बाद उन्होंने दोहराया कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। रक्षा मंत्री ने कहा कि बहादुर सशस्त्र बलों के जवानों की धार्मिकता और धर्म को विजयदशमी के त्योहार के लोकाचार का जीवित प्रमाण हैं। रक्षामंत्री ने अरुणाचल प्रदेश में अग्रिम चौकियों का दौरा किया और फॉरवर्ड पोस्ट पर सेना की तैयारियों का जायजा लिया।

अरुणाचल प्रदेश की अपनी यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री ने सीमाओं की सुरक्षा के लिए सैनिकों की सराहना की। पुष्पांजलि समारोह के बाद सैनिकों को संबोधित करते हुए, रक्षा मंत्री ने अपने कर्तव्य को पूरा करने के दौरान उनके सामने आने वाली चुनौतियों को दूर करने पर जोर दिया। सैनिकों की समर्पित सेवा में देश के गौरव पर जोर दिया।

रक्षा मंत्री ने जवानों की वर्दी के महत्व और सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर डाला। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वैश्विक मंच पर भारत के तेजी से बढ़ते कद का श्रेय बहादुर सैनिकों को दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हासिल किए गए आर्थिक विकास और देश की प्रगति की सराहना करते हुए रक्षा मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि सीमाओं की रक्षा में सैनिकों की कोशिशों के बिना ऐसी उपलब्धियां मुमकिन नहीं होतीं।

दशहरे के अवसर पर अरुणाचल प्रदेश के तवांग पहुंचकर रक्षा मंत्री का शस्त्र पूजा करने की काफी अहमियत है। दरअसल, भारत और चीन के बीच बीते काफी समय से सीमा पर विवाद चल रहा है और दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने तैनात हैं। चीन अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताता है, वहीं भारत द्वारा लगातार चीन के इस दावे को खारिज किया जाता है। खासकर तवांग पर चीन का ज्यादा फोकस है। दशहरा के मौके पर रक्षामंत्री की तवांग में शस्त्र पूजा और फिर चीन से लगी सीमा पर जवानों का हौसला बढ़ाना चीन को साफ संदेश देता है कि वह वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी हरकतों से बाज आए नहीं तो भारत उसको माकूल जवाब देने से हिचकेगा नहीं

यहां जानिए, भारत के इस शहर में होगा देश के सबसे बड़े रावण का दहन, 18 लाख रुपये हुए खर्च

आज, 24 अक्टूबर, 2023 को पूरे भारत में विजया दशमी मनाया जा रहा है। इस दिन, विभिन्न स्थानों पर रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले बनाए जाते हैं और आग लगा दी जाती है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। भारत में ऐसे कई शहर हैं जहां रावण पुतला दहन बड़े पैमाने पर मनाया जाता है, जिसमें विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं।

देश का सबसे ऊंचा रावण का पुतला इसी साल पंचकुला में बनाया गया है. इस पुतले की कुल ऊंचाई 171 फीट है और यह देशभर में एक प्रमुख आकर्षण बन गया है। आज पंचकुला के सेक्टर 5 स्थित शालीमार ग्राउंड में श्री माता मनसा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट (दशहरा कमेटी) और श्री आदर्श रामलीला ड्रामाटिक क्लब द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कार्यक्रम में पुतला दहन किया जाएगा। इस रावण के पुतले को तैयार करने में 18 लाख रुपये का खर्च आया है। इसे बनाने में 25 कारीगरों को लगभग तीन महीने लगे। रावण के चेहरे के निर्माण में लगभग 25 क्विंटल लोहा, 500 बांस के टुकड़े, 3000 मीटर कपड़ा और 1 क्विंटल फाइबर का उपयोग किया गया था।

पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए, रावण के पुतले में पर्यावरण-अनुकूल आतिशबाजी को शामिल किया गया, जो तमिलनाडु से मंगवाई गई थी। पुतले को रिमोट से आग लगाई जाएगी। पुतला दहन से पहले भक्ति गीत और भजनों का कार्यक्रम होगा। इस दशहरा उत्सव में हजारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। बराड़ा गांव के तेजिंदर सिंह राणा पिछले 35 साल से रावण के पुतले बना रहे हैं। तेजिंदर राणा ने इससे पहले 2019 में चंडीगढ़ के धनास गांव में 221 फीट ऊंचे दुनिया के सबसे ऊंचे रावण के निर्माण की योजना बनाई थी।

कौन हैं आईएएस वीके पांडियान ? जिसने लिया वीआरएस, तो नवीन पटनायक ने दिया कैबिनेट मंत्री का दर्जा

#who_is_ias_vk_pandian_odisha_cm_patnaik_made_him_cabinet_minister

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के भरोसेमंद सचिव और आईएएस अधिकारी वीके पांडियन ने सोमवार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले लिया। वीआरएस लेने के 24 घंटे के अंदर वीके पांडियन को कैबिनेट मंत्री के पद के साथ 5टी (परिवर्तनकारी पहल) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वीके पांडियन को जिस पर पर नियुक्त किया गया, वह सीधे मुख्यमंत्री के अधीन आता है। मतलब ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के बाद दूसरे पोजिशन पर वीके पांडियान हो गए हैं।

बता दें कि पांडियन सीएम पटनायक के सबसे करीबी माने जाते हैं। वह करीब 23 सालों से मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के खास रहे हैं।उन्हें यूं ही सीएम पटनायक का उत्तराधिकारी नहीं कहा जा रहा बल्कि वर्ष 2000 के ओडिशा काडर के ही आईएएस अधिकारी रहे पांडियन अपनी तैनाती के साथ ही मुख्यमंत्री के पसंदीदा बन गए थे। 

पांडियन ओडिशा कैडर के 2000 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 49 वर्षीय पांडियन तमिल हैं और पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। इन्होंने ओडिशा कैडर की आईएएस अधिकारी सुजाता रौत से शादी की है। शादी के बाद उनकी मांग पर उनका कैडर बदलकर ओडिशा कर दिया गया। उन्हें 2002 में कालाहांडी जिले के धर्मगढ़ के सब-कलेक्टर के पद पर तैनात किया गया था। उन्हें 2005 में मयूरभंज का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया था और फिर 2007 में पांडियन को गंजम का जिलाधिकारी बनाया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गंजम में तैनाती के दौरान ही वह सीएम के करीब बन गए थे।

मूल रूप से तमिलनाडु के 2000 बैच के आईएएस अधिकारी पांडियन 2011 से मुख्यमंत्री कार्यालय में हैं। पांडियन 2011 में मुख्यमंत्री कार्यालय (सी. एम. ओ.) में शामिल हुए और तब से वे पटनायक के निजी सचिव रहे हैं। 2019 में पटनायक के पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनने के बाद, पांडियन को सरकारी विभागों में कुछ परिवर्तनकारी पहलों को लागू करने के लिए '5टी सचिव' की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई थी।

राजनीति में आने की थीं अटकलें

पांडियन के आईएएस छोड़ने और नवीन की पार्टी में शामिल होने की अफवाहें तब से चल रही थीं जब उन्होंने इस साल मार्च में राज्य के विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करना शुरू किया था। पांडियान, बीजेडी के नेतृत्व वाली ओडिशा सरकार की 5टी पहल के सचिव के रूप में भी काम करते हैं, ने लोगों की शिकायतों को दूर करने के लिए सभी 147 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया। यह एक ऐसा कदम था जिसे व्यापक रूप से उनकी राजनीतिक आकांक्षाओं के लिए आधार के रूप में देखा गया।

माने जा रहे नवीन के उत्तराधिकारी

नवीन पटनायक 77 वर्ष की आयु में 2024 में मुख्यमंत्री के रूप में संभावित छठे कार्यकाल की तैयारी कर रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि वीके पांडियान शीर्ष राजनीतिक रणनीतिकार बनेंगे और खुद भी पद के लिए चुनाव लड़ सकते हैं। उन्हें नवीन पटनायक का उत्तराधिकारी भी माना जा रहा है।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव, टिकट कटने से बीजेपी के वरिष्ठ नेता को आया हार्ट अटैक, नाराज कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन

मध्य प्रदेश चुनाव के बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता को हार्ट अटैक आ गया है। पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि उन्हें हार्ट अटैक आया है हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है। उमाशंकर गुप्ता भोपाल की दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट के टिकट के प्रमुख दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन भाजपा ने उनका टिकट काटकर भगवानदास सबनानी को प्रत्याशी बनाया। उमाशंकर गुप्ता का टिकट कटने के बाद भोपाल में एक ओर जहां बीजेपी में टिकट वितरण में असंतोष के कारण कार्यकर्ता नाराजगी जताते हुए विरोध प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं। उमाशंकर गुप्ता साल 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पीसी शर्मा से हार गए थे।

जानकारी के मुताबिक, उमाशंकर गुप्ता को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुप्ता के हॉस्पिटल में एडमिट हो जाने की खबर मिलते ही बीजेपी कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटना शुरू हो गई। अस्पताल के बाहर बीजेपी के दर्जनों कार्यकर्ताओं की भीड़ लग गई है। हॉस्पिटल से मिली जानकारी के मुताबिक, गुप्ता को माइनर अटैक आया था। फिलहाल उनकी हालत ठीक है। सोमवार को सुबह अचानक उनकी तबियत खराब हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

अनंत हार्ट हॉस्पिटल के कार्डियोलोजिस्ट डॉ. आरएस मीणा ने बताया कि सोमवार दोपहर 1.30 बजे उमाशंकर गुप्ता को हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था। फिलहाल उनकी एंजियोप्लास्टी हो गई है। अब उनकी स्थिति खतरे से बाहर है। बता दें कि भाजपा की 5वीं लिस्ट साने आने के बाद प्रत्याशी बनाए गए भगवानदास सबनानी उमाशंकर गुप्ता से मुलाकात के लिए उनके घर गए थे लेकिन गुप्ता ने यह कहते हुए मिलने से मना कर दिया था कि वे आज बात करने की स्थिति में नहीं हैं।

एमपी विधानसभा चुनाव, टिकट वितरण के बाद मचा हंगामा, फूट-फूटकर रोने लगे BJP विधायक, कहा, जिसे टिकट मिला वह अपराधी है

मध्य प्रदेश के चुनावी मैदान में टिकट वितरण के पश्चात् हलचल मची हुई है। छतरपुर जिले की चंदला सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने MLA राजेश प्रजापति का टिकट काट दिया। इससे भड़के प्रजापति ने अपनी पार्टी के ही प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लगा दिया। राजेश प्रजापति ने बताया कि जिस नेता को टिकट दिया गया है, वह अपराधी है, जुआ खिलवाता है। गलत काम करता है।

भाजपा MLA राजेश प्रजापति ने कहा, गलत काम करने वाले को विधानसभा का टिकट थमा दिया गया है। ऐसे नेता के लिए कौन खड़ा होगा? सर्वे में मेरा भी नाम था तो फिर टिकट कैसे कटा? और यह बोलते ही राजेश प्रजापति फूट-फूटकर मीडिया के कैमरे पर रोने लगे। MLA प्रजापति ने अपने समर्थकों तथा भाजपा नेताओं के साथ बैठक की। यह बैठक आलम देवी मंदिर में बुलाई गई। जहां चंदला के पूर्व MLA विजय बहादुर सिंह भी सम्मिल्लित हुए। बैठक में विधायक की टिकट कटने पर समर्थकों ने नाराजगी जताई।

बैठक में चंदला के उम्मीदवार का विरोध करने की बात कही। टिकट कटने के पश्चात् MLA राजेश प्रजापति ने भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा पर गंभीर आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जुआ, सट्टा खिलाने वाले को टिकट दिया है। दूसरी तरफ, भाजपा ने पांचवी सूची में सीहोर जिले की आष्टा विधानसभा से वर्तमान MLA रघुनाथ मालवीय का टिकट काटते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष गोपाल सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया। तत्पश्चात, गोपाल सिंह का विरोध आरम्भ हो गया है। रविवार को भाजपा दो गुटों बैठक आयोजित हुई। जिसमें एक जगह वर्तमान विधायक रघुनाथ मालवीय सम्मिल्लित हुए। इस के चलते अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। रघुनाथ मालवीय ने कहा, मैंने हमेशा लोगों की सेवा की है। कार्यकर्ताओं की सुनी है। विधायक के रोने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को पड़ा दिल का दौरा, क्रेमलिन ने जारी किया अलर्ट, जानिए, बेडरूम में इस हालत में मिले

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दिल का दौरा पड़ा है। वह अपने बेडरूम में फर्श पर गिरे हुए मिले। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन के बेडरूम के बाहर उपस्थित सुरक्षाकर्मियों को अंदर से शोर और गिरने की आवाज आई। तत्पश्चात, तुरंत चिकित्सकों को बुलाया गया तथा उन्हें स्पेशल ट्रीटमेंट के लिए पर्सनल चिकित्सागृह में ले जाया गया। क्रेमलिन ने इस घटना पर अलर्ट जारी किया है। अभी उनकी हालत कैसी है, इस पर भी अपडेट आया है।

वही हाल के सालों में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के स्वास्थ्य के बारे में व्यापक तौर पर रिपोर्ट की गई है। कई सार्वजनिक समारोहों के चलते पुतिन को कभी कमजोर और कभी वीडियो में हाथों में कंपन दिखाई दिए हैं। बीते वर्ष यूक्रेन पर आरम्भ हुए हमले के बाद से मीडिया में ऐसी कई रिपोर्ट्स आईं हैं कि 71 वर्षीय रूसी नेता का स्वास्थ्य निरंतर गिर रहा है। टेलीग्राम चैनल ने रिपोर्ट किया है कि व्लादिमीर पुतिन को दिल का दौरा पड़ा। चैनल ने यह खबर क्रेमलिन के एक पूर्व अंदरूनी सूत्र के हवाले से दी है। कहा जा रहा है कि यह घटना रविवार शाम (22 अक्टूबर) की है। वह अपने घर में बेडरूम के फर्श पर गिरे मिले। दावों के अनुसार, घटना के पश्चात् चिकित्सकों को तुरंत बुलाया गया तथा 71 वर्षीय राष्ट्रपति को "अपार्टमेंट में बनी एक विशेष चिकित्सा सुविधा में ले जाया गया, जहां उनकी गहन देखभाल की गई"।

'कट्टरपन के चलते उन्माद पैदा होता है...', दशहरे के अवसर पर नागपुर में बोले RSS प्रमुख मोहन भागवत

दशहरे के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्याल नागपुर में स्थापना दिवस एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम किया गया। नागपुर के रेशिमबाग मैदान में हुए इस समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संघ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का एक स्थान दुनिया के अहम देशों में बन गया है। हमारे खिलाड़ियों ने इस बार एशियाई खेलों में 107 मैडल जीते हैं। हमारा देश प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। आर्थिक क्षेत्र में हम 10वें नंबर से उठकर पांचवे नंबर पर आ गए। केवल तकनीक में नहीं, कृषि और दूसरे क्षेत्रों में भी हम आगे बढ़ रहे हैं।

मोहन भागवत ने आगे कहा कि हमारे देश में बहुत विविधताएं हैं तथा विविधता में एकता कैसे आएगी इसका कोई आधार नहीं है। उन्होंने कहा कि कट्टरपन के चलते उन्माद पैदा होता है। युद्ध चलते हैं। उसका कोई उपाय नजर नहीं आता। संघ प्रमुख का इशारा इजरायल तथा हमास में जारी जंग को लेकर था। उन्होंने कहा, हमारा देश आगे बढ़ रहा है, आत्मविश्वास बढ़ रहा है। दुनिया को रास्ता दिखाना है तो हमें किसी की नकल नहीं करना है। हमें अपना रास्ता बनाना है। हमें एक यशस्वी प्रयोग दुनिया को देना है। उन्होंने कहा कि भारत में कुछ लोग हैं, जो नहीं चाहते कि भारत खड़ा हो। अलगाव और टकराव कैसे पैदा हो, वह ऐसा वह प्रयास करते हैं।

 कहा कि भारत के उत्थान का उद्देश्य सदैव विश्व का कल्याण रहा है। किन्तु, स्वार्थी, भेदभावपूर्ण और धोखेबाज ताकतें अपने सांप्रदायिक हितों की तलाश में सामाजिक एकता को बाधित करने और संघर्ष को बढ़ावा देने के अपने प्रयास भी कर रही हैं। वे तरह-तरह के लबादे पहनते हैं। सांस्कृतिक मार्क्सवादी अराजकता एवं अविवेक को पुरस्कृत करते हैं, बढ़ावा देते हैं, फैलाते हैं। उनकी कार्यप्रणाली में मीडिया तथा शिक्षा जगत पर नियंत्रण करना और शिक्षा, संस्कृति, राजनीति और सामाजिक वातावरण को भ्रम, अराजकता और भ्रष्टाचार में डुबाना शामिल है।

'देश में मजबूत सरकार के होते हुए भी यह हिंसा किन के बलबूते इतने दिन बेरोकटोक चलती रही है?', मणिपुर में हुई हिंसा पर बोले भागवत

 दशहरे के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय नागपुर में स्थापना दिवस एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम किया गया। नागपुर के रेशिमबाग मैदान में हुए समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संघ कार्यकर्ताओं से कहा कि भारत का एक स्थान दुनिया के अहम देशों में बन गया है। हमारे खिलाड़ियों ने इस बार एशियाई खेलों में 107 मैडल जीते हैं। हमारा देश प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। आर्थिक क्षेत्र में हम 10वें नंबर से उठकर पांचवे नंबर पर आ गए। केवल तकनीक में नहीं, कृषि और दूसरे क्षेत्रों में भी हम आगे बढ़ रहे हैं।

मोहन भागवत ने कहा कि मणिपुर की वर्तमान स्थिति को देखते हैं तो यह बात ध्यान में आती है कि तकरीबन एक दशक से शांत मणिपुर में अचानक यह आपसी फूट की आग कैसे लग गई? क्या हिंसा करने वाले लोगों में सीमापार के अतिवादी भी थे? अपने अस्तित्व के भविष्य के प्रति आशंकित मणिपुरी मैतेयी समाज तथा कुकी समाज के इस आपसी संघर्ष को सांप्रदायिक रूप देने का प्रयास क्यों और किसके द्वारा हुआ? सालों से वहां पर सबकी समदृष्टि से सेवा करने में लगे संघ जैसे संगठन को बिना वजह इसमें घसीटने का प्रयास करने में किसका निहित स्वार्थ है? इस सीमा क्षेत्र में नागाभूमि व मिजोरम के बीच स्थित मणिपुर में ऐसी अशांति व अस्थिरता का लाभ प्राप्त करने में किन विदेशी सत्ताओं को रुचि हो सकती है?

उन्होंने कहा कि क्या इन घटनाओं की वजह से परंपराओं में दक्षिण पूर्व एशिया की भू- राजनीति की भी कोई भूमिका है? देश में मजबूत सरकार के होते हुए भी यह हिंसा किन के बलबूते इतने दिन बेरोकटोक चलती रही है? गत 9 सालों से चल रही शान्ति की स्थिति को बरकरार रखना चाहने वाली प्रदेश सरकार होकर भी यह हिंसा क्यों भड़की और चलती रही? आज की स्थिति में जब संघर्षरत दोनों पक्षों के लोग शांति चाह रहे हैं, उस दिशा में कोई सकारात्मक कदम उठता हुआ दिखते ही कोई हादसा करवा कर, फिर से विद्वेष व हिंसा भड़काने वाली ताकतें कौन सी हैं?

इस बार समारोह में चीफ गेस्ट के तौर पर लोकप्रिय गायक तथा कंपोजर पद्मश्री शंकर महादेवन को बुलाया। उन्होंने कहा कि हमारी देश की संस्कृति को बचाए रखने में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का बहुत बड़ा योगदान है। मैं जब भी किसी कंसर्ट में गाना गाता हूं तो इस बात का ध्यान रखता हूं कि नए बच्चों को अपनी संस्कृति और अपनी जड़ो के बारे में बताऊं। उदाहरण के रूप में मैं शिव तांडव स्रोत गाना शुरू कर देता हूं। ये ऐसा मंत्र है कि जो भी सुनता है, इसे फील करता है। जब मैं गाने कंपोज करता हूं तो सोचता हूं कि आगे की पीढ़ी को शास्त्रीय संगीत का दृश्य दिखना चाहिए।

 बता दें कि RSS प्रत्येक वर्ष विजयदशमी के अवसर पर शस्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित करता है। इस के चलते हर बार अलग-अलग लोगों को चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाया जाता है। इस कड़ी में ही बीते वर्ष दो बार माउंट एवरेस्ट फतेह करने वालीं पूर्व पर्वतारोही संतोष सिंह को बुलाया गया था। इससे पहले 2021 में RSS ने अपना 96वां स्थापना दिवस मनाया था। दशहरे के दिन नागपुर में आयोजित इस समारोह में बतौर अतिथि मुंबई स्थित तब के इजरायली महावाणिज्य के दूत कोब्बी शोशानी ने कार्यक्रम में शिरकत की थी। बता दें कि हिंदी तिथि के अनुसार, दशहरे के दिन ही 1925 में RSS की स्थापना हुई थी। नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही RSS की अलग-अलग शाखाओं पर स्थापना दिवस मनाया जाता है।

विजयदशमी पर गोरक्षपीठाधीश्वर एवं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया गुरु गोरखनाथ का विशिष्ट पूजन

गोरखनाथ मंदिर में विजयदशमी पर्व का शुभारंभ प्रातः काल श्रीनाथ जी (भगवान शिव के अवतार गुरु गोरक्षनाथ) के विशिष्ट पूजन अनुष्ठान से हुआ। गोरक्षपीठाधीश्वर के विशेष परिधान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परंपरा का अनुसरण करते हुए विधि विधान से श्रीनाथ जी की पूजा-आराधना की। ततपश्चात मंदिर में प्रतिष्ठित सभी देव विग्रहों का विशिष्ट पूजन किया। मुख्यमंत्री ने करबद्ध होकर श्रीनाथ और सभी देव विग्रहों की परिक्रमा भी की और प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि की प्रार्थना की। 

इस दौरान नाथपंथ के परंपरागत विशेष वाद्य यंत्र नागफनी, शंख, ढोल, घंट, डमरू की गूंज से पूरा मंदिर परिसर भक्ति भाव में तरंगित रहा।