*अमेठी में 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ 2025 में,युवा अभ्युदय कार्यक्रम में जुटेंगे दस हज़ार युवा*
अमेठी । गायत्री शक्तिपीठ अमेठी पर आयोजित सक्रिय समर्थ कार्यकर्ता संगोष्ठी में गायत्री परिवार के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गुरुदेव के विचारों व कार्यक्रमों को अमेठी के गाँव-गाँव, घर-घर पहुँचाने का संकल्प लिया।
गांधी जयंती के अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व० लाल बहादुर शास्त्री जी के कृत्यों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
जिला समन्वयक डॉ० त्रिवेणी सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि अमेठी के लिए ये गौरव व हर्ष का विषय है कि वर्ष 2025 में अमेठी की धरती पर पहली बार 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं युवा अभ्युदय कार्यक्रम के आयोजन की स्वीकृति युगतीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार द्वारा प्राप्त हो चुकी है । युवा अभ्युदय कार्यक्रम में देव संस्कृति विश्व विद्यालय के प्रति कुलपति डॉ० चिन्मय पण्ड्या जी के आने की स्वीकृति मिल चुकी है।
युगतीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार से प्राप्त दिशा निर्देश की चर्चा कार्यक्रम की चर्चा करते हुए डॉ० सिंह ने कहा कि हमारी लुप्त होती संस्कृति को बचाने के लिए घर-घर में गायत्री साधना को पहुँचाना पड़ेगा। 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ को सफल बनाने हेतु लक्ष्य निर्धारित किए गये जिसमें दिसंबर 2024 तक सवा पाँच करोड़ गायत्री मंत्र का जप, 5512 साधक जोड़े तैयार, 7500 युवाओं को गायत्री परिवार के रचनात्मक कार्यक्रमों में सक्रिय करना, 51000 विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा से जोड़ना, आओ गढ़ें संस्कारवान पीढ़ी कार्यक्रम के लिए न्याय पंचायत स्तर पर टीम का गठन, 1951 माताओं को माँ की पाठशाला से जोड़ना , 6500 अखंड ज्योति पाठक, प्रत्येक
प्रत्येक ब्लॉक में व्यसन मुक्ति, वृक्षारोपण, व्यक्तित्व परिष्कार, स्वस्थ्य जीवन शैली, स्वावलंबन प्रशिक्षण, 24 आदर्श ग्राम बनाने के लिए ब्लाकवार ज़िम्मेदारी सौंपी गई।
परिव्राजक इंद्रदेव शर्मा व वादक नीरज तिवारी ने भारतीय संस्कृति पर गीत संस्कृति रही कराह न मेरा रूप बिगाड़ो रे के माध्यम से भारतीय संस्कृति को अपनाने की प्रेरणा दी ।
राधेश्याम तिवारी ने कहा कि वर्तमान परिवेश में भारतीय संस्कृति की उपयोगिता पूरा देश ही नहीं पूरी दुनिया कातरता से महसूस कर रही है।
अशोक कुमार मिश्र ने गायत्री तत्व दर्शन पर चर्चा करते हुए आत्म परिष्कार के लिए उपासना, साधना, आराधना से जुड़ने के लिये लोगों को प्रेरित किया।
संग्रामपुर के सक्रिय कार्यकर्ता सत्य नारायण सिंह ने सपत्नीक देव पूजन किया व पंडित सुभाष चंद्र द्विवेदी ने सभी का स्वागत एवं अभिनंदन किया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से डॉ० अक्षयबर नाथ तिवारी, अवधेश बहादुर सिंह, लाल अशोक सिंह, लाल जितेंद्र सिंह, डॉ० विजय लक्ष्मी सिंह, डॉ० दीपक सिंह, महेंद्र मिश्रा, मुन्नू चंद्र अग्रवाल, कैलाश सिंह, काली सहाय सिंह, अविनाश सिंह, रवि प्रताप सिंह, डॉ० अंगद सिंह, कौशल किशोर वैश्य, जनमेंजय तिवारी, हरिओम शर्मा, अखिलेश पांडेय, सुशील शर्मा, अरविंद कुमार सिंह, भानू सिंह, सत्येन्द्र सिंह, राघवेंद्र सिंह, सरिता सिंह, डॉ० राकेश मिश्रा, सुनील तिवारी, अनिल अग्रहरि आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
Oct 05 2023, 16:23