सनातन धर्म और इंडिया-भारत को लेकर मचे बवाल को लेकर जदयू के वरिष्ठ नेता व मंत्री विजय चौधरी ने भाजपा पर लगाया यह बड़ा आरोप

डेस्क : दयानिधि के सनातन धर्म पर दिये गए विवादित बयान और देश का नाम इंडिया की जगह सिर्फ भारत किये जाने को लेकर सियासत जारी है। इसी बीच जदयू के वरिष्ठ नेता व बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। 

उन्होंने कहा है कि विपक्षी दलों के विरुद्ध मुद्दाविहीनता की स्थिति के कारण ही भाजपा सनातन धर्म या इंडिया-भारत की बात को तूल देने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने नादानी में सनातन धर्म को नाश करने की बात कर डाली तो गृह मंत्री समेत पूरा केंद्रीय मंत्रिमंडल एवं भाजपा नेता इसे राष्ट्रीय विवाद का विषय बना रहे हैं।

विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि वे भी ऐसा करके सनातन धर्म को प्रतिष्ठित या मर्यादित नहीं कर रहे हैं। सब लोग जानते हैं कि कोई धर्म करोड़ों लोगों की आस्था से सम्मानित होता है और सनातन धर्म या किसी दूसरे धर्म को कोई चाह कर भी मिटा नहीं सकता। किसी दूसरे धर्म के अनुयायी की भावना को ठेस पहुंचाने वाला व्यक्ति स्वयं के धर्म के विरुद्ध आचरण करता है। 

श्री चौधरी ने इंडिया का नाम बदलकर भारत करने संबंधी आरएसएस एवं भाजपा नेताओं के बयान पर कहा कि संविधान के प्रथम अनुच्छेद में ही हमलोगों ने अपने देश का नाम ‘इंडिया’ और ‘भारत’ दोनों अंगीकार किया है। राजनीतिक पसंद या नापसंद के कारण हम संविधान की तौहीन नहीं कर सकते। दरअसल, भाजपा नेताओं की न तो स्वतंत्रता संग्राम में कोई भूमिका थी और न ही संविधान निर्माण में इनका कोई योगदान था। इसलिए ऐसी चीजों के प्रति इन लोगों में संवेदनशीलता का पूर्ण अभाव रहना स्वाभाविक है।

बिहार में डेंगू मरीजों की संख्या पहुंची 300 के पार, सीएम के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट

डेस्क : बिहार में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। डेंगू मरीजों की संख्या 300 से अधिक हो गई है। पटना और भागलपुर जिले में सबसे अधिक डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। मंगलवार की शाम तक राज्य में डेंगू के मरीजों की संख्या 325 हो गई। सबसे अधिक भागलपुर में 119 डेंगू के मरीज हैं।

वहीं दूसरे पायदान पर रहे पटना में डेंगू मरीजों की संख्या 99 हो गई है। अन्य जिलों में बेगूसराय, गया, बांका, वैशाली व भोजपुर में डेंगू मरीजों की संख्या 10-10 है। बाकी 31 जिलों में डेंगू मरीजों की संख्या 10 से कम है। 

डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए ही सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग को कई निर्देश दिया था। मुख्यमंत्री के निर्देश के साथ ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। अस्पतालों और ब्लड बैंकों ने पूरी तैयारी की है। सभी जिला अस्पतालों में मच्छरदानी के साथ-साथ दस बेड सुरक्षित कर दिया गया है। जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में डेंगू जांच से संबंधित किट उपलब्ध करा दिये गये हैं। राज्य स्वास्थ्य समिति, पटना में राज्य स्तर पर 104 कॉल सेंटर सह नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। साथ ही मुख्य मलेरिया कार्यालय, स्वास्थ्य भवन, सुल्तानगंज पटना में भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिसका फोन नंबर 0612 - 2370131 है। 

डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने उच्चस्तरीय बैठक की। अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जिलों में रवाना हो गए। आरएमआरआई की टीम भागलपुर के दौरे पर है। जबकि राज्य स्वास्थ्य समिति के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अशोक खुद बेगूसराय का दौरा कर रहे हैं। डॉ. कुमार ने कहा कि डेंगू की रिपोर्ट रोज जिलों से ली जा रही है, जिसमें डेंगू जांच किट एवं दैनिक खपत, भर्ती एवं डिस्चार्ज की अद्यतन स्थिति, प्लेटलेट्स की उपलब्धता एवं दैनिक खपत की जानकारी शामिल है।

बिहार के इन जिलों में आकाश से बरसी आफत, 7 की मौत 1 महिला समेत 2 गंभीर रुप से घायल

डेस्क : बिहार में बीते मंगलवार को आसमान से मौत बरसी। राज्य में ठनका गिरने से सात लोगों की मौत हो गई। जबकि एक महिला और एक युवक घायल है। इस प्राकृतिक आपदा की चपेट में आने से रोहतास में चार और सारण में तीन लोग असमय ही काल के गाल में समा गए।

रोहतास में अलग-अलग जगहों पर चार की जान गई। जिले के दरिगांव के मलांव में दो बच्चों जबकि बड्डी ओपी में एक बच्ची और चेनारी के खदौली गांव में एक महिला की मौत हुई है। मलांव व सिकुही गांव में बकरी चराने के दौरान ठनका से मौत हुई। जबकि चेनारी के खदौली गांव में मवेशी चरा रही महिला वज्रपात की शिकार हुई। 

उधर, सारण के भेल्दी सरायबक्स चंवर में ठनका गिरने से कटसा पंचायत के वार्ड सदस्य अशोक राय (45) व उनके पुत्र आदित्य कुमार और पारस राय के पुत्र रोहित कुमार की मौत हो गई। वहीं, वार्ड सदस्य का भतीजा अंकित कुमार झुलस गया। 

वार्ड सदस्य अशोक राय अपने पुत्र आदित्य व भतीजे अंकित के साथ धान के खेत में खाद का छिड़काव के लिए गए थे। इसी दौरान हल्की बारिश के साथ ठनका गिरने से सभी चपेट में आ गए। काफी देर बाद भी घर नहीं लौटने पर परिजन खेत पहुंचे तो देखा कि सभी मूर्छित पड़े हैं। सभी को इलाज के लिए छपरा सदर अस्पताल लाया गया। वार्ड सदस्य अशोक राय, उनके पुत्र आदित्य कुमार व रोहित की मौत इलाज के दौरान हो गई। वहीं अंकित की स्थिति नाजुक है।

सीएम नीतीश कुमार ने सिंचाई भवन के जीर्णोद्धार, पुनर्विकास एवं बेसमेंट निर्माण कार्य का किया उद्घाटन, लोगों से किया यह आह्वान

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को सिंचाई भवन के जीर्णोद्धार, पुनर्विकास एवं बेसमेंट निर्माण कार्य का उद्घाटन किया। वहीं मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित भूमितल पार्किंग एवं ऊपरी तल पार्किंग का निरीक्षण भी किया। इस क्रम में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को योजना से जुड़ी तमाम जानकारी दी। 

पुराना सचिवालय परिसर में नवनिर्मित भूमितल पार्किंग एवं ऊपरी तल पार्किंग में वाहनों के पार्क करने की कुल क्षमता 443 है। भूमितल पार्किंग में 256 गाड़ियों के पार्किंग की व्यवस्था है। इनमें से 176 चार पहिया वाहन और 80 दो पहिया वाहन एक साथ पार्क की जा सकती है। वहीं ऊपरी तल पार्किंग में वाहन पार्क करने की क्षमता 187 है जिसमें 117 चार पहिया वाहन व 70 दो पहिया वाहन खड़ी की जा सकती है।

मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित पार्किंग की सराहना करते हुए कहा कि यहां वाहन पार्किंग की व्यवस्था बहुत ही अच्छे ढंग से की गयी है। बेतरतीब ढंग से लोग अपने वाहनों को पार्क न करें इसलिए इसके इस्तेमाल करने का तरीका भी लोगों को बताएं। 

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, विधि मंत्री शमीम अहमद, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो. जमां खान, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह, श्रम संसाधन मंत्री सुरेन्द्र राम, सूचना एवं प्रावैधिकी मंत्री इसराईल मंसूरी, मंत्री जयंत राज, आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज, पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम, एससी-एसटी कल्याण मंत्री रत्नेश सादा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, जल संसाधन एवं लघु जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा उपस्थित थे।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व के अवसर पर सीएम नीतीश कुमार ने प्रदेश व देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी

डेस्क : इसबार जन्माष्टमी दो दिन मनाया जा रहा है। बिहार सरकार ने आज 6 सितंबर को जन्माष्टमी का अवकाश घोषित किया है। वहीं पंडितों के अनुसार जन्माष्टमी कल यानि 7 सितंबर को मनाई जायेगी। 

इधर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व के अवसर पर प्रदेश व देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

अपने बधाई संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति और परम्परा में पर्व-त्योहारों की एक लंबी श्रृंखला है, जो हमारी सांस्कृतिक विरासत एवं विविधता में एकता का प्रतीक है। 

प्रतिवर्ष भादो माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव जन्माष्टमी के त्योहार के रूप में बड़े धूमधाम से पारम्परिक रीति रिवाज के अनुसार लोग मनाते हैं। 

इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों और उनके कर्मयोग के उपदेश को लोग आत्मसात करने का संकल्प लेते हैं। साथ ही अपने सुख, समृद्धि एवं सफलता की कामना करते हैं।

दयानिधि के सनातन धर्म पर दिए गए विवादित बयान पर बोले पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी, सनातन धर्म मिटाने वाले खुद मिट जायेंगे

डेस्क : डीएमके नेता उदयनिधि स्टॅलिन द्वारा सनातन धर्म पर दिए गए विवादित बयान को लेकर पूरे देश भर से प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। खासकर बीजेपी इस मामले को लेकर ज्यादा मुखर और देश की विपक्षी पार्टियों पर हमलावार है। इसी बीच बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने दयानिधि के बयान पर तीखा पलटवार किया है।

भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि 800 साल में जिस सनातन धर्म को मुगल शासक तलवार के जोर से और अंग्रेज तोप-तालीम की दोहरी ताकत से नहीं मिटा सके, उसे मिटाने में भ्रष्ट और वंशवादी दलों का गठबंधन कभी सफल नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि सनातन धर्म तो सदियों से है और रहेगा, लेकिन इसे मिटाने की मंशा रखने वाले दल 2024 के बाद अवश्य मिट्टी में मिल जाएंगे। गठबंधन में शामिल द्रमुक-नेता उदय गिरि स्टालिन के सनातन धर्म विरोधी बयान के 48 घंटे बाद भी राहुल गांधी, लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ने इस पर चुप्पी क्यों नहीं तोड़ी?

सुशील मोदी ने सवाल किया है कि क्या उदयगिरि के बयान पर बड़े नेताओं की चुप्पी सनातन धर्म को मिटाने के विपक्ष के अघोषित कॉमन मिनिमम प्रोग्राम का मौन समर्थन है? उदयगिरि के बाद कर्नाटक के विधायक और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पुत्र प्रियांक खड़गे ने भी हिंदू धर्म को निशाना बनाते हुए टिप्पणी की है। ऐसे बयान एक धर्म के विरुद्ध असहिष्णुता और हेट-स्पीच है, इसलिए इस पर न्यायपालिका को स्वत संज्ञान लेना चाहिए।

शिक्षक दिवस पर शिक्षकों के लिए आई बड़ी राहत वाली खबर, शिक्षा विभाग ने हाल में की गई छुट्टी कटौती के आदेश को लिया वापस

डेस्क : शिक्षक दिवस पर बिहार के सरकारी शिक्षकों को लिए बड़ी राहत वाली खबर है। शिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों के लिए हाल में की गई छुट्टी कटौती के आदेश को वापस ले लिया है। 29 अगस्त को जारी आदेश को सोमवार को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है। पहली से लेकर 12वीं तक के स्कूलों में छुट्टी की पुरानी व्यवस्था बहाल कर दी गई है।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने अधिसूचना जारी की है। इसके तहत राजकीय, राजकीयकृत, प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में छुट्टी की पुरानी व्यवस्था ही प्रभावी रहेगी। निदेशक ने इसकी जानकारी सभी जिला पदाधिकारियों, क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशकों, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव, सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ स्कूलों को भी दे दी है। 

बताते चलें कि माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने विद्यालयों में छुट्टी की पुरानी व्यवस्था में बदलाव कर दिया था। इसमें दिसम्बर तक छुट्टी में कटौती का आदेश जारी किया गया था। 31 अगस्त को रक्षा बंधन पर छुट्टी समाप्त कर दी गई थी। दिसम्बर तक कई त्योहारों पर 23 छुट्टियां थीं, जिसे घटाकर 11 कर दी गई थी। 

तब छुट्टी कटौती आदेश जारी करते हुए विभाग ने कहा था कि शिक्षा का अधिकार कानून 2009 में से पांचवीं तक कम-से-कम 200 दिन तथा छठी से आठवीं तक 220 दिनों के कार्यदिवस का प्रावधान है। इसी के मद्देनजर यह कटौती की गई है। 

दुर्गापूजा-छठ पर्व जैसी छुट्टियों में कटौती के फैसले पर शिक्षक संगठनों ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी।

डेंगू से संक्रमित पटना डीएम को देखने अस्पताल पहुंचे सीएम नीतीश कुमार, स्वास्थ्य की ली जानकारी

डेस्क : राजधानी पटनावासियों के लिए सावधान रहने की खबर है। पटना में धीरे-धीरे डेंगू का प्रकोप भयावह रुप ले रहा है। पटना में डेंगू पीड़ितों का आंकड़ा 100 के पार हो गया है। सोमवार को बांकीपुर अंचल के चार समेत कुल छह पीड़ित मिले। सरकारी आंकड़े के अनुसार अब कुल डेंगू पीड़ितों की संख्या 102 हो गई है।

वहीं पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह भी डेंगू से संक्रमित हैं और उनका पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी हालत अब पहले से बेहतर है।  

इधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को अस्पताल जाकर जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह का हाल चाल जाना। उन्होंने डीएम से बातचीत की और उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों से भी उनके इलाज के संबंध में जानकारी ली।

पटना में डेंगू पीड़ितों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार, सीएम नीतीश कुमार ने दिए स्वास्थ्य विभाग को दिए यह सख्त निर्देश

डेस्क : राजधानी पटनावासियों के लिए सावधान रहने की खबर है। पटना में धीरे-धीरे डेंगू का प्रकोप भयावह रुप ले रहा है। पटना में डेंगू पीड़ितों का आंकड़ा 100 के पार हो गया है। सोमवार को बांकीपुर अंचल के चार समेत कुल छह पीड़ित मिले। सरकारी आंकड़े के अनुसार अब कुल डेंगू पीड़ितों की संख्या 102 हो गई है।

पटना का बांकीपुर अंचल डेंगू का हॉट स्पॉट बना हुआ है। यहां पिछले 15 दिनों में 36 डेंगू पीड़ित मिल चुके हैं। इसके बाद अजीमाबाद अंचल और कंकड़बाग भी सर्वाधिक प्रभावित इलाके में शामिल हो गए हैं। जिला संक्रामक रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने बताया कि अजीमाबाद अंचल का बाजार समिति इलाका पूरे शहर में डेंगू का सर्वाधिक प्रभावित मोहल्ला बन गया है। बताया कि प्रभावित इलाके में निगम के माध्यम से सघन फॉगिंग और लार्वासाइड का छिड़काव कराया जा रहा है।

इधर डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अस्पतालों और ब्लड बैंकों को पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री सोमवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में डेंगू को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से दो टूक कहा कि डेंगू पीड़ितों के इलाज और बीमारी की रोकथाम में कोई कोताही न हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट रहे। अस्पतालों में सभी जरूरी चीजों का इंतजाम रखें। अस्पतालों में बेड, चिकित्सा और दवा की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। जिलों में भी पदाधिकारी इस पर नजर बनाए रखें ताकि कोई मामला सामने आने के बाद तुरंत इलाज की व्यवस्था की जा सके। 

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अस्पतालों में बेडों की पर्याप्त संख्या उपलब्ध रहे और इसका ध्यान रखा जाए कि मरीजों को इलाज में किसी प्रकार की असुविधा न हो। ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं ताकि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। सभी जगहों पर डेंगू रोधी दवा का छिड़काव नियमित रूप से कराएं। डेंगू रोधी दवा के छिड़काव में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। सभी जगह साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था रखें। लोगों को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। होर्डिंग, समाचार पत्रों एवं अन्य प्रचार माध्यमों का उपयोग कर लोगों को डेंगू से बचाव के लिए सचेत करें।

शिक्षक दिवस पर सीएम नीतीश कुमार, राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को किया नमन, शिक्षकों को दी बध

डेस्क : आज देश के पूर्व राष्ट्रपति व प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस है। इसे देश शिक्षक दिवस के रुप में मनाता है। इस मौके पर बिहार के राज्यपाल, मुख्यमंत्री ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नमन करते हुए शिक्षकों को बधाई और शुभकामना दिया है। 

राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा है कि राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। प्राचीन काल से आजतक जो भारत बना है वह हमारे आचार्यों और शिक्षकों की देने है। उन्होंने विद्या दान कर इस समाज को तैयार किया है। मैं सभी शिक्षकों से अपील करता हूं कि वे राज्य के सर्वागीण विकास एवं राज्य निर्माण के लिए वर्तमान और भावी पीढ़ियों की भूमिका सुनिश्चित करें। 

शिक्षक दिवस के अवसर पर मैं राज्य के सभी शिक्षकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।  

को नमन करते हुए राज्य के शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। अपने शुभकामना संदेश में उन्होंने कहा है कि समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है।

वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि शिक्षक समाज के मेरुदंड हैं। इनको हर स्तर पर आदर एवं सम्मान मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि सभी शिक्षक राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। वे देश की भावी पीढ़ी को इस तरह तैयार करें कि उनके मन में देश प्रेम, भाईचारा और सद्भाव की भावना विकसित हो। उनके अंदर देश के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना विकसित हो और वे अपनी योग्यता, ज्ञान विज्ञान एवं व्यक्तित्व के सहारे देश का नाम उज्ज्वल करें।