शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव का आदेश को बेअसर और धत्ता बताने में जुटे विश्वविद्यालय के पदाधिकारी, पढ़िए पूरी खबर
बेतिया : बिहार सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के. के. पाठक के आदेशों पर अंगीभूत और सम्बद्ध कालेजों में हो रहे पठन- पाठन की जांचों को बेअसर और धता बताने में इन दिनों विश्वविद्यालय के पदाधिकारी ही जुट गये हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक पश्चिम चंपारण के बेतिया और बगहा में सम्बद्ध कालेजों की जांच 17 अगस्त को होनी थी। बेतिया के महेश्वर नाथ महामाया महिला कालेज में पठन - पाठन एवं खातों की जांच करने के लिए विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के कॉमर्स विभागाध्यक्ष डॉ० रवि कुमार श्रीवास्तव को जिम्मेदारी विभाग द्वारा सौंपी गयी थी।
डॉ० रवि कुमार श्रीवास्तव जांच करने के लिए उक्त कालेज में अपनी निजी कार से आये, जहाँ अनुपस्थित छात्राओं की उपस्थिति दिखाने एवं शिक्षक - शिक्षकेतर कर्मचारियों को नौकरी बचाने के लिए उपस्थित शिक्षक - शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को, अनुपस्थित छात्रा एवं शिक्षक - शिक्षकेतर कर्मचारियों की उपस्थिति पंजी पर फर्जी उपस्थिति बनाने का आदेश दे दिया, जिस कारण स्टाफ रूम में बैठकर शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने अपना और सभी छात्राओं की उपस्थिति बना डाली, जिसका फोटो वायरल भी हुआ है। हालांकि हम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं कर रहे है।
इस सन्दर्भ में दबी जुबान कालेज कर्मियों का बताना है कि उसके बाद स्वयं डॉ रवि कुमार वर्मा अपनी जांच कार्य पूर्ण करते हुए उपस्थिति पंजी पर अपना हस्ताक्षर कर, उसकी छाया प्रति ले लिया और विश्व विद्यालय रवाना हो गये। जिसके सन्दर्भ में संवाददाता ने रवि वर्मा के मोबाइल पर सम्पर्क करके प्रतिक्रिया लेनी चाही तो सम्पर्क स्थापित नहीं हो पाया।
वहीं दूसरी तरफ बगहा पंडित उमाशंकर तिवारी महिला कालेज बगहा में जांच करने के लिए विश्वविद्यालय मुजफफरपुर के प्रोक्टर अजीत कुमार और डाॅ इन्दुधर झा आनेवाले थे, परन्तु वो जांच करने नहीं आये। प्रोक्टर अजीत कुमार ने मोबाइल पर कहा है कि अगले सप्ताह बगहा जांच करने आऊंगा।
बाइस अगस्त तक निदेशक रेखा कुमारी के जांच के लिए जारी किये गये आदेशों के अनुसार इन कालेजों की जांच धरातल पर नहीं हो पायी है, भले ही जांच के नाम पर कागजों में खानापूर्ति कर ली जाय।
बेतिया से शकील
Aug 23 2023, 16:53