बापू द्वारा नेटाल भारतीय कांग्रेस की स्थापना की 129 वीं वर्षगांठ पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन द्वारा भव्य कार्यक्रम का किया गया आयोजन
बेतिया : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा नेटाल भारतीय कांग्रेस की स्थापना की 129 वीं वर्षगांठ पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन। आज दिनांक 22 अप्रैल 2023 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा नेटाल भारतीय कांग्रेस की स्थापना की 129 वी वर्षगांठ पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा डॉ अमानुल हक डॉ महबूब उर रहमान , पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ने संयुक्त रुप से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, नेटाल भारतीय कांग्रेस के अन्य संस्थापकों एवं स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज ही के दिन आज से 129 वर्ष पूर्व महात्मा गांधी के नेतृत्व में नेटाल भारतीय कांग्रेस की स्थापना दक्षिण अफ्रीका में 22 अगस्त, 1894 ई. में की गई थी।
भारतीय मूल के अफ्रीकी व्यापारी दादा अब्दुल्लाह एंड कंपनी के लिए 1893 ई. मे केस लड़ने लिए महात्मा गाँधी दक्षिण अफ़्रीका गए थे। वहाँ उन्हें सभी प्रकार के रंगभेद का सामना करना पड़ा। गाँधी जी नागरिक अधिकारों का उल्लघंन, नस्लीय भेदभाव और पुलिस क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध व्यक्त करने के लिए भारतीय, एशियाई एवं अफ्रीकी समुदाय को संगठित करने का प्रयास करने लगे। इसके लिए उन्होंने वहीं रहकर समाज कार्य तथा वकालत करने का निर्णय लिया और 'नेटाल भारतीय कांग्रेस' की स्थापना की।
महात्मा गाँधी ने अनुभव किया कि सबसे पहली आवश्यकता तो इस बात की है कि दक्षिण अफ़्रीका के भारतीयों ,एशियाई एवं अश्वेतअफ्रीकी हितों की रक्षा करने वाला एक स्थायी संगठन तुरन्त बनाया जाना चाहिए। उन्होंने नेटाल की विधायिका और ब्रिटिश सरकार के नाम याचिकाएँ लिखीं और उन पर सैकड़ों भारतीयों के हस्ताक्षर कराए। वह विधेयक को तो नहीं रोक सके, लेकिन नेटाल में रहने वाले एशियाई , अश्वेत अफ्रीकी लोगो, भारतीयों के कष्टों की ओर नेटाल, भारत और इंग्लैंड के अख़बारों का ध्यान आकर्षित करने में सफल रहे।
उन्हें डरबन में रहकर वकालत करने और एशियाई विशेष रुप से भारतीय समुदाय का एकजुट करने के लिए राज़ी कर लिया गया। 1894 में उन्होंने 'नेटाल इंडियन कांग्रेस' की स्थापना की और उसके सक्रिय सचिव बन गए।
गाँधी जी नेटाल इंडियन कांग्रेस को अपनी प्रतिभा से वहां के भारतीयों की आवश्यकताओं के अनुरूप एक जीवंत संगठन बना सके, जो पूरे साल कार्यशील रहता और जिसका उद्देश्य केवल राजनीतिक चौकसी न होकर सदस्यों का सामाजिक और नैतिक उत्थान भी था।
Aug 23 2023, 09:49