नर्सिंग की जनक फ्लोरेंस नाइटिंगेल की 113वी पुण्यतिथि पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन की अपील, दीन दुखियों एवं मानवता की सेवा को आगे आए विश्व की नई

दीन दुखियों एवं मानवता की सेवा को आगे आए विश्व की नई पीढ़ी

बेतिया : आज दिनांक 13 अगस्त 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में मानवता की प्रतिमूर्ति आधुनिक नर्सिंग के जनक फ्लोरेंस नाइटिंगेल की 113वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा डॉ अमानुल हक डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से कहा कि 12 मई सन् 1820 को उनका जन्म हुआ था। फ्लोरेंस की याद में उनके जन्मादिन पर हर साल 12 मई को वर्ल्डु नर्सिंग डे के रूप में मनाया जाता है। 

जिंदगीभर बीमारो एवं रोगियों की सेवा करने वाली फ्लोरेंस का अपना बचपन बीमारी और शारीरीक कमजोरी की चपेट में रहा। वह ग्या रह साल की उम्र तक लिखना ही नहीं सीख सकी। बाद में फ्लोरेंस ने लैटिन, ग्रीक, गणित की औपचारिक शिक्षा ली। गणित फ्लोरेंस का प्रिय विषय हुआ करता था। 

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि 17 साल की उम्र में जब फ्लोरेंस ने अपनी मां से कहा कि वो आगे गणित पढ़ना चाहती है तब उनकी मां ने यह कहकर उनका विरोध किया कि गणित औरतों के पढ़ने का विषय नहीं होता है। 22 साल की उम्र में फ्लोरेंस ने नर्सिंग को अपना करियर बनाने का फैसला किया। उन दिनों अच्छेह घर की लड़कियां नर्स बनने के बारे में सोचती भी नहीं थी। उस पर से फ्लोरेंस एक संपन्ने परिवार की लड़की थी। उनका यह फैसला उनके परिवारवालों को पसंद नहीं आया। 

 

सन् 1854 में ब्रिटेन, फ्रांस मां तुर्की ने रूस के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। युद्ध में घायलों के उपचार के लिए कोई सुविधाएं उपलब्ध, नहीं थी। वहां के अस्प तालों में गंदगी पसरी हुई थी। वहां की स्थिति इतनी विकट थी कि घाव पर बांधने के लिए पट्टीयां भी उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। देश की रक्षा के खातिर सीमा पर लड़ रहे सैनिकों की इतनी दयनीय दशा होने के बावजूद वहां की सेना महिलाओं को बतौर नर्स नियुक्तर करने के पक्ष में नहीं थी। 

आखिरकार फ्लोरेंस अपनी महिला नर्सों के समूह के साथ अधिकारिक रूप से युद्धस्थ ल पर पहुंची। वहां पर भी उन सभी को केवल इसलिए उपेक्षा का सामना करना पड़ा क्योथकि वे महिलाएं थी। इस बीच रूस ने जवाबी हमला कर दिया। रूस के सैनिकों की संख्या 50,000 थी, जिनका सामना केवल 8000 ब्रिटीश सैनिकों ने किया नतीजतन छह घंटों में 2500 ब्रिटीश सैनिक घायल हो गए। अस्प0तालों की दशा पहले से ज्याादा दयनीय हो गई।

ऐसे समय में फ्लोरेंस नाइटेंगल के मार्गदर्शन में सभी नर्सें जख्मी सैनिकों की सेवा में जुट गई। वे दिन-रात एक कर सैनिकों का उपचार करने में मदद करती रही। अस्प ताल की साफ सफाई से लेकर मरहम-पट्टी तक का काम उन्हों ने किया। वे मरीजों के लिए खाना भी खुद बनाती थी। उनके सोने के लिए एक कमरा तक नहीं था। 

इतनी विपरीत परिस्थितियों में वे घायलों की सेवा में जुटी रही। इसी दौरान फ्लोरेंस ने आंकडे व्यीवस्थित ढंग से एकत्रित करने की व्य वस्थाी बनाई। अपने गणित के ज्ञान का प्रयोग करते हुए फ्लोरेंस ने जब मृत्युेदर की गणना की तो पता चला कि साफ-सफाई पर ध्याञन देने से मृत्युलदर साठ प्रतिशत कम हो गई है। नाइटेंगल की सेवा को देखकर सैन्यअ अधिकारियों का रवैया भी बदल गया। इस मेहनत और समर्पण के लिए फ्लोरेंस का सार्वजनिक रूप से सम्माान किया गया और जनता ने धन एकत्रित करके फ्लोरेंस को पहुंचाया ताकि वह अपना काम निरंतर कर सके। 

 

युद्ध खत्मस होने के बाद भी वे गंभीर रूप से घायल सैनिकों की सेवा और सेना के अस्पततालों की दशा सुधारने के अपने काम में लगी रही। सन 1858 में उनकी काम की सराहना रानी विक्टो रिया और प्रिंस अल्बीर्ट ने भी की। सन् 1860 में फ्लोरेंस के अथक प्रयासों का सुखद परिणाम आर्मी मेडिकल स्कूरल की स्थाटपना के रूप में मिला। इसी वर्ष में फ्लोरेंस ने नाइटेंगल ट्रेनिंग स्कूमल की स्था्पना की। इसी साल फ्लोरेंस ने नोट्स ऑन नर्सिंग नाम की पुस्त क का प्रकाशन किया। यह नर्सिंग पाठ्यक्रम के लिए लिखी गई विश्वे की पहली पुस्तनक है। 

रोगियों और दुखियों की सेवा करने वाली फ्लोरेंस खुद भी 1861 में किसी रोग का शिकार हो गई इसकी वजह से वे छह सालों तक चल नहीं सकी। इस दौरान भी उनकी सक्रियता बनी रही। वे अस्पसतालों के डिजाइन और चिकित्सार उपकरणों को विकसित करने की दिशा में काम करती रही। साथ में उनका लेखन कार्य भी जारी रहा।

उन्होंहने अपना पूरा जीवन गरीबों, बीमारों और दुखियों की सेवा में समर्पित किया। इसके साथ ही उन्होंहने नर्सिंग के काम को समाज में सम्मामनजनक स्थाकन दिलवाया। इससे पूर्व नर्सिंग के काम को हिकारत की नजरों से देखा जाता था। फ्लोरेंस के इस योगदान के लिए सन 1907 में किंग एडवर्ड ने उन्हें आर्डर ऑफ मेरिट से सम्मा नित किया। आर्डर ऑफ मेरिट पाने वाली पहली महिला फ्लोरेंस नाइटेंगल ही है।

 

फ्लोरेंस नाइटेंगल के बारे में कहा जाता हैं, कि वह रात के समय अपने हाथों में लालटेन लेकर अस्परताल का चक्केर लगाया करती थी। उन दिनों बिजली के उपकरण नहीं थे, फ्लोरेंस को अपने मरीजों की इतनी फिक्र हुआ करती थी कि दिनभर उनकी देखभाल करने के बावजूद रात को भी वह अस्पीताल में घूमकर यह देखती थी कि कहीं किसी को उनकी जरूरत तो नहीं है।

 

घायलों की सेवा करने वाली फ्लोरेंस को 'लेडी विथ दि लैंप' का नाम मिला था और उन्हीं की प्रेरणा से महिलाओं को नर्सिंग क्षेत्र में आने की प्रेरणा मिली थी। फ्लोरेंस नाइटेंगल का 90 वर्ष की उम्र में 13 अगस्त, 1910 को निधन हो गया। इस मंच के माध्यम से हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

नरकटियागंज के मतीसरा कन्या विद्यालय में छात्रा के साथ अमानवीयता के उपर जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिला अभाविप प्रतिनिधिमंडल

गत दिनों नरकटियागंज के मतीसरा में छात्रा के साथ वहां के हीं स्थानीय शिक्षक के साथ हुई अमानवीय कृत्य का मामला सामने आने के बाद अभाविप का एक प्रतिनिधिमंडल जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिला।

जिले के नरकटियागंज प्रखंड के मतीसरा विद्यालय में मे हुए घटना पर आक्रोश जताते हुए अभाविप के विभाग संयोजक सुजीत मिश्रा एवं जिला संयोजक अभिजीत राय ने कहा की शिक्षा के मंदिर में जो कुकृत्य हुआ है वह गुरु-शिष्य परंपरा को कलंकित करने वाला है। विद्यार्थी परिषद इस घटना की कड़ी निंदा करती है।

विद्यार्थी परिषद का एक प्रतिनिधि मंडल भी इस विषय को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिलकर इस मामले की पूरी जांच करते हुए दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग करती है। साथ ही साथ जिला प्रशासन से वैसे सभी विद्यालयों में जहां केवल छात्राएं पढ़ती है वहां महिला प्रधानाध्यापिका नियुक्त करने की मांग करती है।

प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विशाल झा,सुशांत सिंह एवं जिला मेडिवीजन प्रमुख अनमोल तिवारी ने कहा अगर 24 घंटे के अंदर दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो विद्यार्थी परिषद पूरे जिला में छात्राओं के सम्मान में आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। उन्होंने यह भी कहा की यह घटना गुरु शिष्य परम्परा को तार तार करने वाली है।

इस घटना से समाज में एक एक गलत प्रकार का सन्देश गया है। अब हमें चाहिए की सरकार एवं प्रशासन इस मामले पे दोषी को ऐसी सजा दे की आने वाले समय में कोई भी अपराधी ऐसा करने से पहले हज़ार बार सोचे एवं सभी के लिए एक नजीर बन जाए।

राजद कार्यकर्ताओ का नरकटियागंज में हुआ सम्मान, जुटे क्षेत्र के कार्यकर्ता

नरकटियागंज: एक निजी होटल के प्रांगण में शनिवार को राजद के द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मान समारोह में क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे कार्यकर्ताओ का भव्य स्वागत हुआ अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य मुन्ना त्यागी,जिला अध्यक्ष साहेब अंसारी, अमर यादव,प्रभु यादव जिला प्रवक्ता के साथ अन्य राजद नेता मौजूद रहे। नेताओ को संबोधित करते हुए मुना त्यागी ने कहा कि राजद गरीबों की पार्टी है। 

पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद गरीबों के नेता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने नेताओं से बस एक ही आशा करते है कि इसी तरह अपना साथ बनाएं रखे ।

यही हमारी जीत है। जिला अध्यक्ष ने कहा की राजद सुप्रीमो के नेतृत्व में राजद जाति और धर्म से ऊपर उठकर राजनीति करते आ रहा है। 

प्रखंड अध्यक्ष मोहम्मद कादिर ने कहा कि राजद ऐसी पार्टी है जिसने हम जैसे मामूली इंसान को आज प्रखंड की दायित्व दिया है आगे कहा की आगामी चुनाव में गठबंधन की सरकार बनेगी और चंपारण भाजपा मुक्त होंगा.वही दूसरी ओर जिला अध्यक्ष ने रंजीत सोनी को नगर की जिम्मेदारी सौंपी हैं.

मौके पर मानसरोवर राम, तारकीशोर यादव, सुशील कुमार, फकरे आलम, सदरे आलम, आस मोहम्मद, अरमान शेख, औरंगजेब आलम,रईस आलम, मोहम्मद आजम के साथ अन्य राजद नेता मौजूद रहें.

मेरी माटी अपना देश अंतर्गत प्रखंड प्रमुख विजया सिंह ने लोगों साथ किया वृक्षारोपण


बगहा: हिंदुस्तान के 77 वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ राष्ट्रीय पर्व पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर9अगस्त से पूरे देश में मेरी माटी-मेरा देश अभियान शुरू हो गया है। इस अभियान को यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे देश को अमृत महोत्सव का संज्ञा देकर कृतिमान स्थापित किया है। 

इस दौरान बगहा पुलिस जिला के मधुबनी प्रखंड प्रमुख सह जिलाध्यक्षा भाजपा महिला मोर्चा बगहा विजया सिंह ने प्रधानमंत्री के सपना और अभियान को सफल बनाने के लिए मधुबनी प्रखंड के समीप खोतअहवा पंचायत के गोबरहिया गांव के स्कूल परिसर में भाजपा महामंत्री सोना दुबे एवं अन्य महिला कार्यकर्ताओं तथा स्कूली बच्चियों के साथ दर्जनों की संख्या में फलदार वृक्ष लगाकर " पंच प्राण प्रतिज्ञा" पूरी की। 

इस दौरान भाजपा नेत्री विजया सिंह ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हम भारतवासियों को देश हित व संरक्षण के मद्देनजर बड़ी जिम्मेदारी के साथ पौधरोपण करने की जो कार्य सौंपा है। उसे निभाने में अपनी सर्वस्व न्योछावर करने में कोई कोताही नहीं करूंगी। 

आगे उन्होंने कहा कि आज की परिवेश में जलवायु परिवर्तन में वायुमंडल में कार्बनडाई ऑक्साइड का बढ़ोतरी पूरे विश्व मानस पटल पर खतरे की घन्टी बज रही है। इसका एक मात्र उपाय है कि पॉल्यूशन से बचने के लिये प्रत्येक व्यक्ति को एक एक पेड़ लगाना बेहद जरूरी है। प्रति वर्ष यदि प्रत्येक व्यक्तियों के द्वारा एक एक पेड़ लगाया जाय तो प्राकृतिक आपदा से बहुत कुछ हद तक बचा जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर पूरे देश में मेरी माटी-मेरा देश अभियान शुरू हो गया है। इस अभियान के तहत देश-भर में ‘अमृत कलश यात्रा’ निकाली जा रही है।

 देश के गांव-गांव से, कोने-कोने से, 7500 कलशों में मिट्टी लेकर ये ‘अमृत कलश यात्रा’ देश की राजधानी दिल्ली पहुचेंगी।यात्रा अपने साथ देश के अलग-अलग हिस्सों से पौधे लेकर भी आएगी. 7500 कलश में आई मिट्टी और पौधों को मिलाकर नेशनल वार मेंमोरियल के समीप ‘अमृत वाटिका’ का निर्माण किया जायेगा।यह ‘अमृत वाटिका’, ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत का ’ भव्य प्रतीक बनेगी

बेतिया में बिछेगा गैस पाइपलाइन, सांसद की पहल पर रास्ता साफ

बेतिया: घर-घर गैस पाइपलाइन से आपूर्ति की सुविधा लगेगी, इसके तहत रसोई गैस को सिलेंडर के बजाय पाइप लाइन के माध्यम से कनेक्शन लिए हुए लोगों के घरों की किचन तक पहुंचाया जाएगा.

शुक्रवार को नई दिल्ली में पश्चिम चंपारण के सांसद डॉ. संजय जायसवाल केंद्रीय पेट्रोलियम राज्यमंत्री रामेश्वर तेली से मिलें और वार्तालाप के बाद गैस पाइपलाइन बिछाने की योजना पर सहमती मिली। 

बता दें कि इसके पहले सांसद डॉ संजय जायसवाल ने बेतिया में गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए पहल किया था और निरंतर प्रयास के बाद बहुप्रतीक्षित योजना अब मूर्त रूप लेगी। गैस पाइपलाइन से घरों में पाइप से गैस आपूर्ति होगी। इससे बेतिया में हजारों घरों को काफी सुविधा होगी। वर्तमान में कनेक्शन लेने वाले लोगों को गैस सिलेंडर लेना पड़ता है। गैस पाइपलाइन से बेतिया के हर मुहल्ले में अंडर ग्राउंड गैस पाइपलाइन भी बिछाया जाएगा।

 इस कारण से एलपीजी से कम दामों पर पाइप नेचुरल गैस अर्थात (पीएनजी) की आपूर्ति मिलने वाली है। जल्द ही उनके घरों में पीएनजी (घर में इस्तेमाल करने वाली रसोई गैस) की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। पाइप लाइन से सप्लाई होने के कारण असमय खत्म होने का टेंशन नहीं होता है। पाइपलाइन बिछाते समय घर के बाहर एक मीटर लगा दिया जाता है, इससे खपत देखकर उपभोक्ता खुद ही पेमेंट देता है। आगामी 22 अगस्त 23 को पटना में गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक होगी।

देश हित में भाजपा का केन्द्र की सत्ता में आना ठीक नहीं: कल्याण मंत्री मदन साहनी

बगहा: 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को केंद्र की सत्ता से बेदखल करना है। भारतीय जनता पार्टी के मंसूबों को देश की जनता समझ चुकी है। समाज में लोगों के बीच सिर्फ सौहार्द भंग करना भाजपा की नियति बन गयी है, क्योंकि इसी के आधार पर वह शासन करती आ रही है और आगामी लोकसभा चुनाव में इसी के आधार पर जीतकर केंद्र में फिर सरकार बनाना चाह रही है, जिसको हम सभी देशवासी मिलकर रोकेंगे। 

उक्त बातें बिहार सरकार के कल्याण मंत्री मदन साहनी अपने दो दिवसीय दौरे पर पश्चिमी चंपारण के वाल्मीकि नगर में पहुंचने के बाद कहा है। 

रात्री विश्राम वाल्मीकि नगर के गेस्ट हाउस में करने के बाद वो सुबह अपने जद यू के अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाअध्यक्ष चन्द्रशेखर मुखीया के घर बगहा दो प्रखंड के नौरंगिया दरदरी पंचायत के नौरंगिया गांव पहुंचें, जहाँ वो अपने जिलाध्यक्ष के माताजी को फुल अर्पित कर श्रद्धांजलि देने के पश्चात मीडिया से रूबरू होते हुए कहा है। उन्होंने कहा कि इस जिला का प्रभारी मंत्री रहा हूं, इसलिए यहाँ के लोगों से परिचित हूँ, सबको जानता हूँ। इसलिए. मैं सभी लोगों के पास जा रहा हूँ। 

आगे उन्होंने कहा है कि अपने बिहार सरकार के मुखीया नितिश कुमार के अगुआई में हम. सभी लोगों के बीच में जा रहें हैं और लोगों से मिलकर भाजपा के काले कारनामों को बता रहें हैं, कि देश हित में भाजपा का सत्ता में आना ठीक नहीं है। इस दौरान वो अतिपिछड़ा समाज के महिलाओं से भी मिले।

समाधान दिवस पर जनता दरबार का आयोजन, छ: भूमि विवाद की सुनी गई समस्या

बेतिया: बगहा पुलिस जिला के चौतरवा - बथुवरिया और भैरोगंज थाना परिसर में शनिवार को समाधान दिवस पर जनता दरबार आयोजित कर पांच भूमि विवादित मामला की सुनवाई करते हुए ऑन द स्पोर्ट निष्पादन किया गया तथा अन्य दो जटिल मामलों की सुनवाई करते हुए दोनों पक्षों को नोटिस जारी की गई।

चौतरवा थानाध्यक्ष सुरेश कुमार यादव और बथुवरिया थानाध्यक्ष अमीत कुमार पांडेय एवं भैरोगंज थानाध्यक्ष लालबाबू प्रसाद यादव के नेतृत्व में संपन्न जनता दरबार में राजस्व पदाधिकारी बगहा एक कौशिकी चौबे मौजूद रहीं।

 चौतरवा थाना में राजस्व कर्मचारी अमीत कुमार, अजीत कुमार सिंह बथुवरिया में प्रिंस कुमार, रिन्टू कुमार एवं भैरोगंज में बैजू दीवाकर शामिल रहें. 

इस दौरान दर्जनों की संख्या में फरियादियों ने अपनी - अपनी भूमि संबंधित समस्याओं को पदाधिकारियों के समक्ष रखा।

 तीनों थाना में आयोजित जनता दरबार में राजस्व कर्मचारियों ने बताया कि भूमि संबंधित विवाद की छ: आवेदन प्राप्त हुआ। जिसमें चौतरवा में चार एवं बथुवरिया में एक जटिल मामला की सुनवाई करते हुए ऑन द स्पोर्ट समाधान

 किया गया। शेष दोनों पक्षों को नोटिस जारी करते हुए अगले शनिवार को को बुलाया गया। 

राजस्व अधिकारी कौशिकी चौबे ने बतायी कि जिलाधिकारी पश्चिम चम्पारण के आदेश के आलोक में प्रत्येक शनिवार को थाना परिसर में समाधान दिवस पर जनता दरबार आयोजित कर भूमि संबंधित मामलों का समाधान किया जाता है। 

इस अवसर पर सब - इन्स्पेक्टर शिव शंकर पासवान समेत थाना के कई पुलिस पदाधिकारी व दर्जनों की संख्या में फरियादी शामिल रहें।

अंतराष्ट्रीय युवा दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विभिन्न सरकारों से की यह मांग।

   

 आज 12 अगस्त 2023 को अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज हम अधिवक्ता , डॉ0 सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड , डॉ शाहनवाज अली , डॉ अमित कुमार लोहिया डॉ अमानुल हक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा ने संयुक्त रूप मे कहा कि अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर हम विश्व भर में विगत दिनों कोरोना वायरस संक्रमण, विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं, युद्ध ग्रस्त देशों में मारे गए युवाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं ।

इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल ने संयुक्त रूप से कहा कि प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है ,विश्व में वर्तमान समय में 35 वर्ष तक के युवाओं की संख्या लगभग 65 प्रतिशत है ,

आज पूरा विश्व विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहा है, बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन के अभाव में हमने अपनों को खोया है ।लाखों बच्चे अनाथ एवं लाखों युवा महिलाएं विधवा हो गई हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व समुदाय पर मानव इतिहास की सबसे जटिल परिस्थिति आ खड़ी हुई है! भारत समेत विश्व के लाखों युवाओं ने अपनी नौकरियां खोई हैं।

यह ऐसा समय है जब हमें अपने युवाओं को रोजगार एवं स्वास्थ गारंटी सुनिश्चित करनी है ।इस अवसर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विभिन्न सरकारों से यह मांग करती है कि सरकार युवाओं के लिए रोजगार एवं स्वास्थ्य गारंटी सुनिश्चित करें, इस दिशा में भारत सरकार एवं संयुक्त राष्ट्र संघ को ठोस कदम उठाने की जरूरत है,

 इस दिशा में भारत सरकार विश्व समुदाय एवं संयुक्त राष्ट्र संघ को कानून बनाने की जरूरत है ताकि भारत एवं विश्व के करोड़ों युवाओं के जीवन को हम सुरक्षित कर सके ।इस अवसर पर बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के डॉ0 एजाज अहमद ,डॉ0 सुरेश कुमार अग्रवाल , डॉ अमित कुमार लोहिया ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय युवा वर्ष संयुक्त राष्ट्र महासभा ,

 संकल्प 34/151 द्वारा, 1985 को अंतर्राष्ट्रीय युवा वर्ष के रूप में नामित किया गया: दस साल बाद यानी 1995 में कुछ दिशानिर्देश और नियम स्थापित किए गए ताकि दुनिया भर के युवा लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए मिलकर काम करने में मदद मिल सके। शिक्षा, रोजगार, गरीबी, स्वास्थ्य, पर्यावरण, अपराध, नशीली दवाओं के दुरुपयोग, एचआईवी और एड्स, लड़कियों और युवा महिलाओं, भागीदारी, वैश्वीकरण, अंतरजनपदीय संबंध, युवा संघर्ष, संचार प्रौद्योगिकी, और अवकाश कुछ क्षेत्रों को युवाओं के लिए प्राथमिकता पर नामित किया गया था।

1998 में युवाओं के विश्व सम्मेलन के पहले सत्र द्वारा 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में घोषित करने का एक प्रस्ताव अपनाया गया था। इसे संयुक्त राष्ट्र (लिस्बन, 8-12 अगस्त 1998) के सहयोग से पुर्तगाल सरकार द्वारा आयोजित किया गया था। 

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2009 में संकल्प 64/134 को अपनाया और 12 अगस्त 2010 से शुरू होने वाले वर्ष को अंतर्राष्ट्रीय युवा वर्ष घोषित किया। यह दिन दुनिया भर में सरकारों, नागरिक समाज, व्यक्तियों और समुदायों को स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय गतिविधियों का समर्थन करने का आह्वान करता है।

नगर निगम के रजिस्टार स्तर से जारी दर्जनों प्रमाण पत्रों का महापौर ने किया समारोह पूर्वक वितरण


मौके पर मौजूद नागरिकों और आवेदकों को जन्म मृत्यु प्रमाण पत्रों की विस्तार से समझाई गई उपयोगिता,

बेतिया। महापौर गरिमा देवी सिकारिया के द्वारा बुधवार को जन्म मृत्यु प्रमाण पत्रों का एक सादे समारोह में वितरण किया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जन्म की तारीख का प्रमाण का यह प्रमाणित दस्तावेज है। स्कूल में दाखिला के लिए उपयोगी है। राशन कार्ड बनाने में उपयोगी है।

वोटर कार्ड बनाने में उपयोगी है तथा पासपोर्ट इत्यादि बनाने में आसान होता है। इसी प्रकार मृत्यु प्रमाण पत्र की उपयोगिता के बारे में महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि इसी प्रकार मृत्यु प्रमाण पत्र भी मृत्यु की तारीख का सबसे प्रमाणित दस्तावेज है। जिसके आधार पर ही पैतृक संपति के दावे के निराकरण में उपयोगी है। जीवन बीमा के लिए तथा बैंक खातों में उपयोगी है। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी के हवाले से उन्होंने बताया कि जन्म और मृत्यु की घटनाओं के 21 दिन के अंदर पंजीकरण कराकर नि:शुल्क प्रमाणपत्र प्राप्त किया जा सकता है। 21 दिन के पश्चात विलंबित पंजीकरण का भी प्रावधान है।

जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र संबंधित आंगनबाड़ी केन्द्र पर, नगर निगम कार्यालय में, सदर अस्पताल में, रेफरल अस्पताल में, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के रजिस्ट्रार जन्म-मृत्यु कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। सामान्य मृत्यु पर निबंधन भी जन्म निबंधन की भांति कराया जाता है एवं तत्संबंधित जन्म-मृत्यु निबंधन केन्द्र से प्रमाणपत्र प्राप्त किया जा सकता है।

महापौर ने बताया कि जन्म और मृत्यु पंजीकरण अधिनियम के तहत् हीं प्रत्येक जन्म-मृत्यु की घटनाओं को सीआरएस. पोर्टल पर ऑनलाईन पंजीकरण कराया जाना अनिवार्य हो गया है। सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार सरकार की के अधिसूचना संख्या 15548 द्वारा जन्म-मृत्यु निबंधन कार्य को ''बिहार लोक सेवाओं के अधिकार अधिनियम'' के तहत लेते हुए निबंधन जन्म-मृत्यु की भी समय सीमा निर्धारित कर दी गई है।

जिसके तहत जिला स्तर पर प्रथम अपीलीय पदाधिकारी के रूप में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी -सह- अपर जिला रजिस्ट्रार जन्म-मृत्यु हैं। उसी प्रकार द्वितीय अपीलीय पदाधिकारी के तौर पर जिला पदाधिकारी -सह- जिला रजिस्ट्रार जन्म-मृत्यु अधिसूचित किए गए हैं।

पश्चिम चंपारण की मिट्टी पहुंचेगी दिल्ली, जीवंत होंगी बापू, कस्तूरबा गांधी, स्वतंत्रता सेनानियों एवं चंपारण सत्याग्रह की यादें

बेतिया : आज दिनांक 8 अगस्त 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में एक बैठक का आयोजन किया गया। 

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमानुल हक, पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ,मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा ने संयुक्त रूप से कहा कि सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट, ग्रीन इंडिया परिवार फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भारत की स्वाधीनता की 75 वीं वर्षगांठ आजादी का अमृत महोत्सव समापन समारोह ऐतिहासिक होगा। 

9 अगस्त 2023 से 30 अगस्त 2023 तक विभिन्न चरणों में अनेक सांस्कृतिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस अवधि में जिले के विभिन्न जगहों पर पौधारोपण के माध्यम से नई पीढ़ी को देश की स्वाधीनता आंदोलन,देश की मिट्टी का महत्व एवं पर्यावरण संरक्षण के विषय पर विस्तृत रूप से जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।

मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत देश के सभी जिलों में शहरी क्षेत्रों से लेकर ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। बेतिया पश्चिम चंपारण की मिट्टी कलश में पहुंचेगी दिल्ली। जीवंत होंगी बापू, कस्तूरबा गांधी, स्वतंत्रता सेनानियों एवं चंपारण सत्याग्रह की यादें। पूरे देश से कलश में आए हुए मिट्टियों को एकत्र किया जायेगा।अभियान की शुरूआत 9 अगस्त से होंगी और 30 अगस्त तक चलेगा। इसके लिए संस्कृति विभाग के साथ सामाजिक संगठनों द्वारा सभी आवश्यक तैयारी कर ली गई है। 

देश की आजादी के 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में मनाया जा रहा है। गत दो वर्षाे से चल रहे इस कार्यक्रम का समापन मेरी माटी मेरा देश अभियान के रूप में 30 अगस्त को नई दिल्ली में होगा।कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े वीरों का सम्मान करना है, जिन्होंने हमारे भविष्य के लिए अपना वर्तमान त्याग दिया। इन वीरों के सम्मान में प्रदेश के सभी पंचायतों से मिट्टी एकत्रित कर कर्तव्य पथ दिल्ली में आजादी का अमृत महोत्सव स्मारक और एक अमृत वाटिका निर्मित कर देश के लिए सर्वाेच्च बलिदान देने वाले वीरों को सम्मानित किया जाना है।