*मानसून सत्र के चौथे दिन भी प्रश्नकाल के दौरान जमकर हंगामा, बीस मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी कार्यवाही*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल दल के मानसून सत्र का गुरुवार को चौथा दिन है। प्रश्न काल के दौरान हंगामे के चलते सत्र 20 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा।सत्र के चौथे दिन विधानसभा में जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में बाढ़ व सूखे की स्थिति पर चर्चा की। जनप्रतिनिधियों ने समस्याओं को सामने रखा जिसके जवाब सत्ता पक्ष की तरफ से दिए गए। विधानसभा के सुरक्षा कर्मियों को पुलिस को समान भत्ता देने का प्रस्ताव पटल पर रखा गया। विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने के लिए पहुंचे अखिलेश ने कहा, "सरकार किसान की आय दोगुनी करने की बात करती है।

आय दोगुनी हुई क्या? सरकार की धान की क्या तैयारी है? सरकार कह रही कि धान एक्सपोर्ट हो रहा है। हमारे मुख्यमंत्री को पता ही नहीं है। दिल्ली की सरकार ने धान का एक्सपोर्ट रोका है। जिससे कुछ उद्योगपतियों को लाभ हो सके।" उपचुनाव के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि घोसी में सपा मजबूती के साथ लड़ेगी और जीतेगी भी।

राहुल को राज परिवार से बाहन आना चाहिए: डिप्टी सीएम

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य विधानसभा पहुंचे। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा- राहुल गांधी को अभी भी सीखना बाकी है। बच्चा पैदा होता है, तो दो-तीन साल में बोलना चलना सीख जाता है। लेकिन, इन्हें सीखना होगा। राहुल कभी गले लगते हैं, कभी किस करते हैं। कभी कोई भी बयान दे देते हैं। राहुल को भी बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। राहुल को राज परिवार से बाहर आना चाहिए।

अखिलेश ने कहा कि घोसी में सपा मजबूती के साथ लड़ेगी और जीतेगी भी

घोसी में विधानसभा उपचुनाव के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि घोसी में सपा मजबूती के साथ लड़ेगी और जीतेगी भी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज संसद में बयान देने पर अखिलेश ने कहा- मुझे उम्मीद है कि उन्होंने जो प्रण लिए हैं, उससे आम आदमी के प्राण न निकल जाए। अखिलेश यादव के घोसी उपचुनाव में जीत को लेकर दिए बयान पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा- आप देखना भाजपा शत प्रतिशत मार्जिन से जीतकर आ रही है। पूरे प्रदेश में भाजपा की ही लहर है।

*पहली बार मुख्यमंत्री योगी से मिले राष्ट्रीय लोकदल के कई विधायक, सियासी चर्चाओं का दौर शुरू*

लखनऊ । राष्ट्रीय लोकदल के विधायकों ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। ऐसा पहली बार हुआ है जब रालोद विधायक एक साथ सीएम से मिले हैं। ऐसे में सियासी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। हालांकि रालोद विधायक कहते हैं कि वे प्रदेश में बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवजा देने, बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान करने, गन्ना मूल्य में वृद्धि करने, किसानों को फ्री बिजली देने जैसे मामलों को लेकर मिले सीएम से मिलने गए थे।

कहा जा रहा है कि राज्यसभा में दिल्ली बिल पर हुई वोटिंग में पहले रालोद प्रमुख जयंत चौधरी गायब रहे। अब विधायक सामूहिक रूप से सीएम से मिले। इस घटनाक्रम के सियासी मतलब निकाले जा रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में पहले ही जयंत के बीजेपी के साथ जाने की अटकलें चल रही हैं। ऐसे में जयंत वोटिंग में नहीं पहुंचे तो इन अटकलों को और बल मिलने लगा। चर्चा है कि जयंत भाजपा आलाकमान के संपर्क में हैं। इधर बुधवार को रालोद के नौ में से आठ विधायक सीएम से मिले। केवल गुलाम मोहम्मद शामिल नहीं हो पाए क्योंकि, उस समय सदन में उनका प्रश्न लगा था।

*माफिया अतीक अहमद और भाई अशरफ के तीनों हत्यारोपी कोर्ट में हुए पेश*

लखनऊ । माफिया अतीक अहमद और अशरफ के हत्यारोपी लवलेश तिवारी, सनी सिंह, और अरुण मौर्या के विरुद्ध सत्र न्यायालय में परीक्षण शुरू हो गया है। बृहस्पतिवार को दोपहर दो बजे जिला जज संतोष राय की कोर्ट में प्रतापगढ़ की जेल में बंद तीनों आरोपित जरिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कोर्ट रूम में पेश हुए। उन्होंने कोर्ट से प्रार्थना किया कि वह अपने मनपसंद का अधिवक्ता नियुक्त करना चाहते हैं, जिनके लिए उन्हें समय दिया जाए। उनकी प्रार्थना को कोर्ट ने स्वीकार करते हुए मामले की सुनवाई के लिए 16 अगस्त की तिथि नियत किया।

*प्रसव के लिए दर्द से चीखी महिला तो शंकरगढ़ में रोकी ट्रेन ,पुणे से पति के संग पुणे-दानापुर सुपरफास्ट से बिहार जा रही थी महिला,अस्पताल में महिला

लखनऊ। पुणे-दानापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस से घर जा रही है एक महिला को यात्रा के दौरान प्रसव पीड़ा होने लगी। वो ट्रेन में ही दर्द से चीखने लगी तो ट्रेन को बिना स्टापेज के ही शंकरगढ़ में रोक दिया गया। ‌ स्टेशन से एंबुलेंस के जरिए महिलाओं को एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां उसने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है।

बिहार के बस्तर जिले की रहने वाली 20 वर्षीय तरन्नुम अपने पति के साथ पुणे से घर जा रही थी।

‌वह पुणे-दानापुर एक्सप्रेस (12149) के स्लीपर कोच एस-वन मैं बैठी थी। मानिकपुर रेलवे स्टेशन पहुंचने से पहले तरन्नुम को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी। कुछ देर तक तो पति के साहस देने पर वह खुद को संभालती रही लेकिन कुछ देर बाद जब वह दर्द से चीखने लगी तो पति ने उसकी सूचना टिकट चेकिंग स्टाफ को दी। जबलपुर कंट्रोल रूम से मदद के लिए प्रयागराज कमर्शियल कंट्रोल रूम से संपर्क किया गया। महिला की स्थिति को बताने के बाद तत्काल नजदीकी स्टेशन पर एंबुलेंस व प्राथमिक स्वास्थ्य की व्यवस्था करने की रणनीति बनी।

ट्रेन मानिकपुर रेलवे स्टेशन से आगे बढ़ चुकी थी । तय हुआ कि शंकरगढ़ रेलवे स्टेशन पर स्टापेज ना होने के बावजूद भी इस ट्रेन को रोका जाएगा और वहां से महिला को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। रात 7.22 बजे ट्रेन शंकरगढ़ स्टेशन पर रुकी तो वहां पहले से ही तैयार एंबुलेंस से महिला को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। रात 8.45 बजे महिला ने नार्मल डिलीवरी से बच्ची को जन्म दिया। दोनों स्वस्थ हैं। ‌ रेल प्रशासन द्वारा तत्काल मदद मुहैया कराए जाने पर दोनों ने खूब धन्यवाद दिया। ‌

*अंडमान की युवती के साथ लखनऊ में दुष्कर्म, आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर युवती ने सीएम को भेजी ई-मेल, अब पुलिस में मचा हड़कंप*

लखनऊ । राजधानी लखनऊ में एक अंडमान की युवती के साथ दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया है। युवती के साथ एक चिकित्सक ने दुष्कर्म किया है। डॉक्टर युवती के साथ शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण किया और अब जब युवती से शादी करने के बजाय उसे ब्लैकमेल कर रहा है। युवती इस मामले में चिकित्सक के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा आशियाना थाने में दर्ज करा चुकी है लेकिन पुलिस इसमें कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जबकि युवती को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। युवती को जब पुलिस ने न्याय नहीं मिला तो मुख्यमंत्री के ई-मेल पर आत्महत्या करने का ई मेल भेज दिया। जिसके बाद पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया।

अंडमान निकोबार की एक लड़की। फीजियोथेरैपी का कोर्स पूरा करके अंडमान से यूपी नौकरी करने चली आई। लड़की ने मेट्रोमोनियल साइट शादी डॉट कॉम पर अपना प्रोफाइल बनाया। यहां एक लड़के से प्रोफाइल मैच हुई। बातचीत शुरू हुई। वॉट्सऐप नंबर के जरिए दोनों ने एक दूसरे को फोटो भेजा और पसंद कर लिया।बातचीत के कुछ दिन बाद लड़के ने लड़की को मिलने बुलाया। वहां अपने दोस्त के साथ मिलकर लड़की का रेप किया। इस घटना के बाद लड़की कुछ दिन चुप रही, लेकिन बाद में उसे महसूस हुआ कि उसका शोषण हो रहा, तो उसने आवाज उठानी शुरू की। हर उस अफसर के पास गई, जहां से न्याय की उम्मीद लगी।

कहीं उम्मीद नहीं दिखी, तो उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के सामने आत्महत्या करने का ई-मेल किया। आत्मदाह करने की धमकी दी, तो मामला रातोंरात हाईलाइट हो गया।मामले की आशियाना थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा ने बताया कि लड़की ने रेप का मामला दर्ज कराया है। लड़की का आरोपी से परिचय शादी.कॉम पर हुआ था। जिसका फायदा उठाकर आरोपी ने लड़की के साथ गलत काम किया। लड़की ने मेल के जरिए आत्महत्या करने की बात कही थी। जिसके बाद अधिकारियों के आदेश के बाद इनकी निगरानी बढ़ा दी गई।

*लंबी लड़ाई के बाद आखिर मिला डीआईजी का प्रभार, प्रमुख सचिव कारागार ने जारी किया आदेश ,जेल विभाग के पदावनत अफसर का मामला*

आरके यादव

लखनऊ। छह माह की लंबी लड़ाई के बाद आखिरकार पदावनत डीआईजी जेल की डीआईजी के पद पर बहाली के साथ तैनाती दिए जाने का आदेश जारी कर दिया गया। राज्यपाल की संस्तुति के बाद प्रमुख सचिव कारागार ने उच्च न्यायालय के पदावनत के मामले में रोक संबंधी आदेश के अनुपालन में डीआईजी को प्रभार संभालने का निर्देश दिया है। इस कड़ी में प्रमुख सचिव कारागार ने पदावनत डीआईजी को डीआईजी मुख्यालय में पदभार ग्रहण करा दिया है। यह अलग बात है कि अभी तक उन्हें कोई प्रभार नहीं दिया गया है।

बीती 28 फरवरी 2023 को प्रयागराज जेेल परिक्षेत्र में तैनात डीआईजी शैलेंद्र कुमार मैत्रेय को शासन ने पदावनत किये जाने का आदेश जारी किया। इस आदेश में कहा गया कि डीआईजी जेल शैलेंद्र मैत्रेय को चयन वर्ष-2019-20 में विभागीय चयन समिति द्वारा अनुपयुक्त श्रेणी में वर्गीकृत किया गया। शासन ने हवाला दिया कि जिला कारागार बस्ती में तैनाती के दौरान डीएम व एसपी के निरीक्षण में जेल से भारी मात्रा में अवैध वस्तुओं की बरामदगी हुई थी। इस मामले में शासन ने उनके विरुद्ध तीन वेतनवृद्धियां रोके जाने एवं परिनिंदा का दंड दिया।

डीआईजी शैलेंद्र मैत्रेय पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने शासन को गुमराह कर प्रोन्नति प्राप्त कर ली है और उन्हें शासन ने पदावनत कर दिया था। इस पदावनत आदेश के खिलाफ पीड़ित जेल अफसर उच्च न्यायालय की शरण में गया। न्यायालय ने प्रकरण की सुनवाई के बाद आदेश जारी किया। इस आदेश में डीआईजी जेल के पदावनत के आदेश पर अग्रिम आदेश तक के लिए रोक लगा दी। बता दें, सात जुलाई को जारी न्यायालय के आदेश के बावजूद शासन ने पदावतन डीआईजी को प्रभार संभालने नहीं दिया गया। उन्हें कहा गया कि न्यायालय के रोक के आदेश को शासन को भेजने की बात कहकर वापस का दिया गया।

इसके बाद पदावतन डीआईजी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश की अवमानना का वाद दाखिल किया। इस अवमानना के मामले में न्यायालय ने प्रमुख सचिव कारागार राजेश कुमार सिंह को डीआईजी जेल शैलेंद्र कुमार मैत्रेय को बतौर डीआईजी पद पर प्रभार संभालने का आदेश जारी कर दिया। प्रमुख सचिव कारागार ने यह निर्देश राज्यपाल के हस्तक्षेप के बाद जारी किया है। उधर इस संबंध में जब जेल मुख्यालय के डीआईजी ने शैलेंद्र कुमार मैत्रेय के डीआईजी पद पर प्रभार ग्रहण करने की पुष्टि करते हुए बताया कि जल्दी ही उनकी तैनाती कर दी जाएगी।

*प्रो. सोनिया नित्यानंद ने कुलपति का संभाला कार्यभार*

लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की नई कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने कुलपति ले.जन डा. बिपिन पुरी के तीन वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के पश्चात उनसे चार्ज लेकर अपना कार्यभार ग्रहण किया ।

ज्ञात रहे की प्रो. सोनिया नित्यानंद ने अब तक डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक का कार्यभार संभाला है। प्रो. नित्यानंद किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की दूसरी महिला कुलपति हैं। आज इस अवसर पर केजीएमयू के सभी विभागाध्यक्ष एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।

*डीजी हेल्थ से मिला डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन*

लखनऊ। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधि मण्डल ने स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. दीपा त्यागी से में अपराह्न एक बजे शिष्टाचार भेंट किया। प्रदेश अध्यक्ष संदीप बडोला ने बताया की इस अवसर फार्मासिस्ट सम्बर्ग की समस्याओ पर मुख्य रूप से पद नाम परिवर्तन, राइट टू प्रीस कृपशन एवं फर्जी अर्ध साशकीय पत्रों के आधार पर किये गए स्थान्नत्रण आदि विषयों पर वार्ता की गई। महानिदेशक ने बैठक कराकर समस्याओ का निराकरण करने का अस्वासन दिया। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री उमेश मिश्रा, प्रदेश कोषाध्यक्ष अजय कुमार पाण्डेय, प्रांतीय प्रवक्ता एस, एम त्रिपाठी, ओ एस डी फामेर्सी भी उपस्थित रहे।

*जिला महराजगंज के प्रसिद्ध बौद्ध स्थल रामग्राम के पर्यटन विकास पर 827.43 लाख रूपये की धनराशि व्यय की जायेगीःजयवीर सिंह*

लखनऊ। जिला महाराजगंज में स्थित बौद्ध स्थल रामग्राम के पर्यटन विकास की परियोजना पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा क्रियान्वित की जा रही है, जिसके अन्तर्गत रु0 827.43 लाख की धनराशि से पर्यटकों हेतु सुविधायें विकसित की जा रही हैं। इसके तहत गेस्ट हाउस, हाल, लैण्ड स्केपिंग, घाट का निर्माण तथा सोलर लाइट आदि का कार्य किया जा रहा है।

यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि जनपद महराजगंज सांस्कृतिक, धार्मिक तथा ऐतिहासिक दृष्टि से प्रसिद्ध जनपद है। यहां महत्वपूर्ण बौद्ध स्थल मौजूद होने के कारण पूरे वर्षभर पर्यटकों का आगमन होता रहता है। इसको दृष्टिगत रखते हुए रामग्राम में पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधायें सुलभ कराने का निर्णय लिया गया है।

जयवीर सिंह ने बताया कि सीमावर्ती जनपद होने के कारण यहां पर पर्यटकों के लिए तमाम दर्शनीय व प्राकृतिक स्थल के अलावा धार्मिक महत्व के पर्यटक स्थल भी मौजूद हैं। इस क्षेत्र में पर्यटन स्थलों के आसपास बुनियादी सुविधाओं के विकसित किये जाने से स्थानीय लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।

इसके साथ अन्य व्यवसायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। पर्यटन सेक्टर तेजी से उभर रहा है। इसमें व्याप्त संभावनाओं का अधिकतम दोहन करने के लिए राज्य सरकार पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों के आसपास अवस्थापना सुविधायें विकसित करने का कार्य कर रही है।

उल्लेखनीय है कि बौद्ध स्थल रामग्राम एक अति प्राचीन एवं प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ स्थल है, जिसे भगवान बुद्ध के ननिहाल के रूप में जाना जाता है।

रामग्राम में प्राप्त अवशेषों से यह ज्ञात हुआ है कि यह स्थल कुषाणकाल से लेकर गुप्तकाल खण्ड का है। रामग्राम स्थित धातु चौत्य भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेष पर बना है।

बौद्ध ग्रन्थों के अनुसार जब गौतम बुद्ध की कुशीनगर में महापरिनिर्वाण प्राप्त हुआ, तो विभिन्न जनपदों के राजा उनकी अस्थियों को लेने के लिए पहुँचे।

वहाँ संघर्ष की स्थिति न उत्पन्न हो इसके लिए प्रबुद्धजनों की राय से उनकी अस्थियों को आठ भागों में विभक्त किया गया। अस्थि का एक हिस्सा तत्कालीन कोलिय वंश के राजा महाकाल भी लेकर आये और अस्थियों पर स्तूप बनवा दिया। बाद में कुषाण व गुप्त कालखण्ड ने इसे विस्तृत रूप दिया गया। बौद्ध ग्रन्थों के मुताबिक सम्राट अशोक भी इस स्तूप का दर्शन करने हेतु आए थे।

बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर यहाँ अत्यधिक संख्या में लोग आते है।

*मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुरू किया मेरी माटी, मेरा देश अभियान की शुरुआत,बोले-13 से 15 तक हर नागरिक माटी का वंदन करें, घर पर लहराए तिरंगा*

लखनऊ ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी एक्शन कांड की 98वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोह में बुधवार को मेरी माटी, मेरा देश अभियान की शुरुआत की। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 13 से 15 अगस्त तक अपनी जगह पर खड़े होकर माटी का वंदन और वीरों का नमन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि लोग संकल्पित होकर सेल्फी लें और उसे अपलोड करें। साथ ही हर घर तिरंगा भी लहराए।

मुख्यमंत्री ने काकोरी एक्शन कांड के क्रांतिकारियों के परिवारीजनों को सम्मानित करते हुए यह भी कहा कि 14 अगस्त की तिथि भारत के विभाजन की त्रासदी का दिन था। हम भारत का फिर से विभाजन नहीं होने देंगे। एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प हर नागरिक को लेना होगा। उन्होंने कहा कि सभी को अपने नागरिक कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए। शिक्षक को अध्यापन, छात्रों को अध्यन, सामाजिक कार्यकर्ता को समाज के उत्थान और प्रशासनिक कार्य में लगे लोगों को अपनी दायित्व को ईमानदारी से निभाना होगा। जो भी लोग अपने नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर रो हैं वह राष्ट्र के साथ धोखा कर रहे हैं। कर्तव्य और नागरिक दायित्व से समृद्ध और विकसित भारत की कल्पना को साकार किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने काकोरी में 75 वृक्षों वाली काकोरी क्रांति अमृत वाटिका को भी लगा। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के बाद अनेक उपलब्धियां हमारे साथ जुड़ी। भारत को गुलाम बनाने वाले ब्रिटेन को पछाड़कर आज हम दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो गए हैं। दुनिया के 20 बड़े देशों को जो जी-20 के रूप में जाने जाते हैं, जिनमें दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और जिसका 80 प्रतिशत जीडीपी का अधिकार है। उस जी-20 समूह की अध्यक्षता आज भारत कर रहा है। यह एक नए भारत का दर्शन हम सबको कराता है। एक ऐसा भारत जो समृद्ध है, यह आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में बढ़ता भारत है।

अंतरराष्ट्रीय जनजाति दिवस पर बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिकारियों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आज का दिन भारत के इतिहास में स्मरण किया जाता है और आज ही देश के प्रधानमंत्री के आहवान पर आजादी के अमृत महेात्सव के संकल्प से जुड़ते हुए मेरी माटी मेरा देश अभियान का शुभारंभ हो रहा है। आजादी का अमृत महोत्सव ने हम सबको एक नए भारत का दर्शन कराया है। एक ऐसा भारत जिसमें किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत, मजहब, क्षेत्र भाषा के आधार पर कोई भेदभाव न हो। एक ऐसा भारत जो आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

एक ऐसा भारत जो अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर सकता है। आज से 98 वर्ष से पहले यह समय यहां हलचल का रहा होगा, क्या हुआ है कैसे हुआ है आगे क्या होगा यह तमाम प्रश्न लोगों के मन में कौंध रहे होंगे। वहीं अब विदेशी हुकुमत बहुत दिनों तक गुलाम नहीं बना रख सकती है यह जज्बा भी था।13 इसी जज्बे के साथ पंडित राम प्रसाद बिस्मिल सहित अन्य क्रांतिकारियों के साथ जुड़कर अभियान को आगे बढ़ाने का काम किया था । काकोरी ट्रेन एक्शन में क्रांतिकारियो को जो पैसा मिला वह 4679 रुपया था। देशी हुकूमत ने इन क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फांसी लटकाने तक 10 लाख रुपये खर्च किया।