सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन की सरकार एवं विश्व विरादरी से अपील, आम जनमानस को दी जाए परमाणु हमले से बचने की जानकारी
बेतिया : आज दिनांक 6 अगस्त 2023को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में हिरोशिमा एवं नागासाकी के शहीदो के सम्मान मे पौधा रोपण किया गया। इस अवसर पर सर्वधर्म प्राथना द्वारा 6 अगस्त 1945 को अमरीका द्वारा परमाणु हमले में जापान के शहर हिरोशिमा मे मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जिस में लगभग 80 हजार लोग पलभर में राख हो गए।
जापान के हिरोशिमा एवं नागाशाकी पर अमेगरिका द्वारा किए गए परमाणु बम के हमले को 78 वर्ष पूरे हो गए हैं। अमेरिकी वायु सेना ने 6 अगस्त 1945 को जापान के हिरोशिमा शहर पर और तीन दिन बाद नागाशाकी शहर पर एटम बम गिराए। जिससे करीब 80 हजार लोग पलभर में राख हो गए, वही बाद के समय को मिलाकर करीब 1.40 लाख लोग मारे गए।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि अमेरिका का मानना था कि पर्ल हार्बर का लिया बदला था। किसी भी कीमत पर सभ्य समाज के लिए अमेरिका के इस अमानवीय कृत्य को उचित नहीं ठहराया जा सकता, जिसमें मानवता की हत्या हो। अमेरिका ने यह बम जापानी नौसेना द्वारा 8 दिसंबर 1941 को अमेरिका के नौसैनिक बेस पर्ल हार्बर पर हुए हमले का बदला लेने के लिए गिराया। अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी एस ट्रूमैन ने अपनी घोषणा में इस बम को 20 हजार टन की क्षमता का बताया था।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि शहर के मध्य में एक क्षण के अंदर कंक्रीट इमारतों को छोड़ कर धरती के ऊपर मौजूद हर चीज़ ग़ायब हो गई। एक क्षण में हिरोशिमा की कुल आबादी 2 लाख 50 हज़ार के 30 फ़ीसदी यानी 80 हज़ार लोग मौत के मुंह मे समा गये। बम धमाके के बाद ही आसमान में सैकड़ों मीटर तक मशरूम कलाउड बन गए थे। इसकी वजह से हवा से आक्सी जन खत्मड हो गई थी और इसकी वजह से शेल्टीर में छिपे हुए लोग भी सांस न ले पाने की वजह से मारे गए थे।
बम गिरने पर उसके केंद्र बिंदु के 1 किलोमीटर के क्षेत्र की एक एक चीज़ भाप बन कर उड़ गई। एक माइक्रो सेकेंड के अंदर नागासाकी जेल धराशाई हो गईं। रूट नंबर 206 पर बिजली से चलने वाली ट्राम का नामोनिशान नहीं बचा।
इस हमले में जो कुछ गिने चुने लोग बचे थे उनके शरीर के कई अंग चीथड़े बन चुके थे। इस बम धमाके से शहर के 76,000 घरों में से 70,000 तहस-नहस हो गए इस हमले के कई सालों बाद भी यहां से निकलने वाली घातक किरणों की वजह से लोग अपंग पैदा होते रहे थे।
इस अवसर पर भारत सरकार एवं विश्व बिरादरी से अपील करते हुए कहा कि भारत सरकार एवं विश्व बिरादरी को छात्र छात्राओं एवं आमजन मानस को किसी भी प्रमाणु हमले से बचने का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि हिरोशिमा एवं नागासाकी जैसे घटनाओं से मानव जीवन को बचाया जा सकता।
Aug 06 2023, 21:42